स्वर्गीय रमेश चंद्र मिश्रा मेमोरियल स्कूल स्तरीय क्रिकेट टूर्नामेंट 2024 का भव्य उद्घाटन
![]()
रमेश-विजय लक्ष्मी मेमोरियल स्टेडियम, विद्या विहार आवासीय विद्यालय, परोरा, पूर्णिया विद्या विहार आवासीय विद्यालय ने आज बड़े उत्साह और गौरव के साथ स्वर्गीय रमेश चंद्र मिश्रा मेमोरियल स्कूल स्तरीय क्रिकेट टूर्नामेंट 2024 का भव्य उद्घाटन किया। यह टूर्नामेंट स्वर्गीय श्री रमेश चंद्र मिश्रा की स्मृति को समर्पित है, जिनकी शिक्षा और खेलों के प्रति अटूट प्रतिबद्धता ने इस आयोजन की प्रेरणा दी है। यह टूर्नामेंट युवाओं में खेल भावना, अनुशासन और नेतृत्व कौशल को बढ़ावा देने के उद्देश्य से आयोजित किया गया है। उद्घाटन समारोह की मुख्य बातें इस महत्वपूर्ण अवसर की अध्यक्षता श्री रत्नेश्वर मिश्रा जी, अध्यक्ष, विद्या विहार आवासीय विद्यालय ने की। पूर्णिया जिला एथलेटिक्स संघ के सचिव मोहम्मद हिफ्जुर रहमान ने सम्मानित अतिथि के रूप में शिरकत की, और एसबीपी विद्या विहार के प्रिंसिपल श्री दीपक झा ने भी मुख्य अतिथि के रूप में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।![]()
इस अवसर पर विद्या विहार के निदेशक, संयुक्त निदेशक, प्रशासक, प्राचार्य ,उप-प्राचार्य, पीआरओ, संकाय सदस्य, कर्मचारी और छात्रों ने भाग लिया और भव्य उद्घाटन तथा उद्घाटन मैच का आनंद लिया। समारोह की शुरुआत कार्यक्रम एंकर द्वारा स्वर्गीय श्री रमेश चंद्र मिश्रा के जीवन और उनकी प्रेरणादायक विरासत पर प्रकाश डालते हुए की गई। इसके बाद गुलदस्ते भेंट कर अतिथियों का स्वागत किया गया। पुष्पांजलि अर्पित कर मिश्रा जी को सम्मानित किया गया, जिसके बाद उनकी स्मृति में 2 मिनट का मौन रखा गया। टूर्नामेंट की ट्रॉफी का अनावरण और क्रिकेट मैदान पर रिबन-काटने की रस्म के साथ इस आयोजन का आधिकारिक उद्घाटन किया गया। अतिथियों ने मैदान पर खिलाड़ियों से मुलाकात की और उनका उत्साहवर्धन किया। मैच शुरू होने से पहले सभी उपस्थित लोगों ने राष्ट्रगान में भाग लिया, जिससे कार्यक्रम में देशभक्ति का रंग भर गया। उद्घाटन मैच का सारांश पहले मैच में एस.आर. डीएवी पब्लिक स्कूल और एसबीपी विद्या विहार के बीच प्रतिस्पर्धा हुई। एस.आर. डीएवी पब्लिक स्कूल ने 137/7 का चुनौतीपूर्ण स्कोर खड़ा किया। जीत ने 19 गेंदों पर 41 रन बनाए, और अयंक ठाकुर ने 12 गेंदों पर 28 रन का महत्वपूर्ण योगदान दिया। गेंदबाजी में भी अयंक ठाकुर ने 2 ओवर में 13 रन देकर 3 विकेट झटके। एसबीपी विद्या विहार लक्ष्य का पीछा करने में असफल रहा और 54/7 रन ही बना सका। सौरभ यादव और अयंक ठाकुर ने 3-3 विकेट लेकर मैच का रुख एसआर डीएवी के पक्ष में मोड़ दिया। इस शानदार प्रदर्शन के लिए अयंक ठाकुर को मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार दिया गया। प्रशंसा के शब्द कार्यक्रम में बोलते हुए, श्री रत्नेश्वर मिश्रा जी ने आयोजन की सफलता में योगदान देने वाले सभी प्रतिभागियों, गणमान्य व्यक्तियों और आयोजकों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने छात्रों में टीम वर्क, अनुशासन और नेतृत्व कौशल विकसित करने में खेलों के महत्व पर जोर दिया। मोहम्मद हिफ्जुर रहमान और श्री दीपक झा ने इस पहल की सराहना की और छात्रों को अपने शैक्षणिक विकास के साथ खेलों में भी सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया। आगामी मैचों की रूपरेखा टूर्नामेंट के अगले दौर के कई मुकाबले 17 अक्टूबर से शुरू होंगे, जिसमें क्षेत्र के 44 स्कूलों की टीमें भाग लेंगी। फाइनल मैच 23 नवंबर 2024 को स्टेडियम के उद्घाटन समारोह के साथ आयोजित किया जाएगा। निष्कर्ष स्वर्गीय रमेश चंद्र मिश्रा मेमोरियल स्कूल स्तरीय क्रिकेट टूर्नामेंट 2024 का उद्घाटन समारोह एक स्मरणीय अवसर रहा, जिसने आने वाले दिनों के रोमांचक मुकाबलों के लिए मंच तैयार किया। विद्या विहार आवासीय विद्यालय इस प्रकार की पहल के माध्यम से खेल भावना को प्रोत्साहित करने और युवा प्रतिभाओं का सम्मान करने के लिए प्रतिबद्ध है।


कि विदाई की बेला में वे लोग काफी भावुक हैं। जिस तरह बेटी की विदाई होती है उसी तरह वे लोग अपने माता की विदाई करते हैं । और माता से आशीर्वाद मांगते हैं की सब लोग सुखी रहे। इसके लिए वे लोग सिंदूर खेला भी करते हैं।
संघर्ष समिति के संयोजक दिलीप कुमार दीपक बाल गोपाल प्रसाद राजीव भारती ज्ञानेंद्र राय सुमंत्रालाल शाह धनेश जेठानी नरेंद्र चौधरी एवं जन संघर्ष सeमिति के संयोजक बालेश्वर प्रसाद वर्मा सभी को मीशा कानून के अंतर्गत गिरफ्तार कर पहले अररिया जेल भेजा गया बाद में उन्हें भागलपुर सेंट्रल जेल भेजा गया था इन लोगों पर यह आरोप था की इन लोगों ने कलेक्टर को झंडा फहराने नहीं दिया यह लोग पूर्णिया कॉलेज के प्रोफेसर बृजेंद्र शरण की मदद से बम बनाया करते थे तथा कलेक्ट्रेट को बम से उड़ने की योजना भी बना रखे थे ज्ञातव्य है की झंडा फहराने का निर्धारित समय तक जिला पदाधिकारी के नहीं पहुंचने पर छात्रों द्वारा झंडा फहरा दिया गया था जिसके कारण लाठी चार्ज हुआ था और उपरोक्त सभी नेताओं को पकड़ कर जेल भेज दिया गया जिसकी गूंज बीबीसी लंदन तक सुनाई दी थी यही कारण है कि आज भी जीपी आंदोलन की चर्चा होती रहती है इस आंदोलन की योजना जेल में 9 अगस्त को गिरफ्तार होकर आंदोलन के नेता एवं साहित्यकार फणीश्वर नाथ रेणु के द्वारा बनाई गई थी जिसे अमली जामा पहनाने का काम छात्रों द्वारा किया गया था
पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि पूर्णिया मेरा घर है और मां का आशीर्वाद लेने अपने घर आया हूं । मां से कामना किया हूं कि बिहार तरक्की के रास्ते पर आगे बढ़े और भारत विश्व गुरु बने जिसकी परिकल्पना हम लोगों ने किया है ।
Oct 16 2024, 19:00
- Whatsapp
- Facebook
- Linkedin
- Google Plus
1- Whatsapp
- Facebook
- Linkedin
- Google Plus
2.0k