पूर्व IAS रीता शांडिल्य बनी छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग की सदस्य, कार्यकारी अध्यक्ष का दायित्व संभालेंगी

रायपुर-   सेवानिवृत्त IAS अधिकारी रीता शांडिल्य छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग की सदस्य नियुक्त की गई हैं. सामान्य प्रशासन विभाग ने उनकी नियुक्ति की अधिसूचना जारी कर दी है. पूर्णकालिक अध्यक्ष की नियुक्ति नहीं होने तक रीता शांडिल्य कार्यकारी अध्यक्ष का दायित्व भी संभालेंगी. छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (सेवा की शर्तें) विनियम 3(2) के प्रावधानों के अधीन उन्हें अध्यक्ष के प्रशासकीय कर्तव्यों के पालन के लिए अधिकृत किया गया है. अब तक डाॅक्टर प्रवीण वर्मा बतौर कार्यकारी अध्यक्ष कार्यभार संभाल रहे थे. डाॅक्टर वर्मा की नियुक्ति कांग्रेस सरकार में सदस्य के रूप में की गई थी.

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वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने रायगढ़ में 12.90 करोड़ के निर्माण कार्यों का किया भूमिपूजन

रायपुर-    वित्त मंत्री ओपी चौधरी की पहल से रायगढ़ जिले में विकास कार्यों की लगातार सौगात मिल रही है। इसी क्रम में वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने आज लोईंग महापल्ली क्षेत्र में 12 करोड़ 90 लाख की लागत के विकास कार्यों का भूमिपूजन किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि हमारा सिर्फ एक ही ध्येय है कि रायगढ़ का अधिक से अधिक विकास हो। यहां अधोसंरचना विकास और जन सुविधा से जुड़े निर्माण कार्यों को लगातार स्वीकृति दी जा रही है। इस दौरान सड़क निर्माण कार्यों के साथ लोईंग में बनने वाले आईटीआई भवन निर्माण के साथ ही बटमुल आश्रम महाविद्यालय में अतिरिक्त निर्माण कक्ष का भी भूमिपूजन किया गया है।

वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने कहा कि मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में हमारी सरकार लगातार विकास कार्यों को आगे बढ़ाने का काम कर रही हैं। निर्माण कार्यों को मंजूरी देने के बाद अब बारिश खत्म होते ही सभी कार्यों के टेंडर प्रक्रिया पूरी कर निर्माण कार्य शुरू करवाया जा रहा है। जिससे इन सुविधाओं का लाभ क्षेत्रवासियों को मिल सके। उन्होंने अधिकारियों और ठेकेदारों से कहा कि निर्माण कार्यों में गुणवत्ता और समय-सीमा इन दो बातों का विशेष रूप से ध्यान रखें। काम की क्वालिटी से कहीं भी समझौता नहीं चलेगा, निर्धारित समय-सीमा में काम पूरा कर लिया जाए। उन्होंने कहा कि महापल्ली में 29 लाख की लागत से महतारी सदन का निर्माण होगा। जिसका संचालन महिलाओं द्वारा ही किया जायेगा।
इस अवसर पर सीईओ जिला पंचायत जितेन्द्र यादव, विजय अग्रवाल, सुकलाल चौहान, सूरत पटेल, अनंत राम चौहान, एन. आर. प्रधान, ईई पीडब्ल्यूडी अमित कश्यप, एसडीओ एम.एस.नायक सहित बड़ी संख्या में क्षेत्रवासी उपस्थित थे।

3.44 करोड़ से लोईंग में आईटीआई भवन का होगा निर्माण

वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने कहा कि आईटीआई भवन निर्माण से यहां पढ़ऩे वाले छात्रों को बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर का लाभ मिलेगा। साथ ही यहां नए ट्रेड भी शुरू किए जा सकेंगे। उन्होंने कहा कि आईटीआई से छात्र स्किल सीखते हैं जो यहां उद्योगों में रोजगार पाने के साथ ही खुद का व्यवसाय शुरू करने में उन्हें मदद करेगा। इस मौके पर उन्होंने मौजूद छात्रों को मन लगाकर पढऩे और हुनरमंद बन अपने जीवन को सही दिशा में आगे बढ़ाने की बात कही। 12 करोड़ 90 लाख की लागत के इन कार्यों का हुआ भूमिपूजन

वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने 12 करोड़ 90 लाख रुपए के निर्माण कार्यों का भूमिपूजन किया। जिसमें 5 करोड़ 46 लाख रूपए से रायगढ़-लोईंग महापल्ली जामगांव मार्ग का निर्माण कार्य लम्बाई-8.60 कि.मी, 2 करोड़ 8 लाख की लागत से कोतरलिया बस्ती पहुंचमार्ग का निर्माण लंबाई 1.55 कि.मी., 1 करोड़ 83 लाख की लागत से बस्ती जामगांव-छुहीपाली-जूनाडीह मार्ग का निर्माण कार्य, लंबाई 2.40 कि.मी., 3 करोड़ 44 लाख की लागत से लोईंग महापल्ली में नवीन आई.टी.आई. भवन का निर्माण कार्य तथा बटमूल आश्रम कॉलेज में विधायक मद अंतर्गत स्वीकृत 7 लाख 67 हजार की लागत से अतिरिक्त कक्षों के निर्माण कार्य शामिल हैं।

ओडिशा से जोड़ने वाले कोयलंगा नाला पुल का निर्माण प्राथमिकता से करें पूरा-वित्तमंत्री श्री चौधरी

अंचल के लोगों के आवागमन की सुविधा को देखते हुए वित्त मंत्री श्री ओपी चौधरी ने 2 करोड़ 89 लाख की लागत से बनने वाले कोयलंगा पुल के निर्माण कार्य को प्रारंभ करवाते हुए काम को तेजी से पूरा करने के निर्देश ईई पीडब्ल्यूडी को दिए। उन्होंने कहा कि इससे इस क्षेत्र के लोगों की ओडिसा से कनेक्टिविटी बेहतर होगी और उन्हें कम दूरी तय करनी पड़ेगी। पुल निर्माण कार्य प्रारंभ होने पर स्थानीय निवासियों ने हर्ष जताते हुए वर्षों से लंबित मांग को पूरा करने पर वित्त मंत्री श्री चौधरी को धन्यवाद दिया।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने भण्डारपुरी धाम में गुरुगद्दी आसन के दर्शन कर प्रदेश की खुशहाली की कामना की

रायपुर-    मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज भण्डारपुरी धाम में सतनामी समाज के गुरुगद्दी आसन का दर्शन कर पूजा अर्चना की। उन्होंने प्रदेश की खुशहाली और सामाजिक समरसता की कामना की।

मुख्यमंत्री श्री साय ने सतनामी समाज के धर्म गुरुओं को सामाजिक एकता और भाई-चारे का प्रेरणा श्रोत बताया। इस दौरान राजा धर्म गुरु श्री बालदास साहेबजी राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा, विधायक एवं अनुसूचित विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष गुरु खुशवंत साहेब, जांजगीर सांसद कमलेश जांगड़े, विधायक अनुज शर्मा, विधायक डोमनलाल कोर्सेवाडा सहित सतनामी समाज के अनेक धर्म गुरु, राज महंत, जिला महंत, संत समाज और बड़ी संख्या में अनुयायी, जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री ने यहां गुरु निवास में गुरुप्रसादी ग्रहण किया। उन्होंने तलघर का भी अवलोकन किया और उससे जुड़े इतिहास की जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने गुरु परिवार के साथ भेंट की।

घर-परिवार से दूर तूता धरना स्थल पर डीएड अभ्यर्थियों ने किया रावण दहन, नियुक्ति की उठाई मांग
रायपुर-  दशहरा महापर्व के अवसर पर जब पूरे छत्तीसगढ़ में लोग अपने परिवारों के साथ विजयदशमी मना रहे थे, तब दूसरी ओर डीएड (डिप्लोमा इन एजुकेशन) अभ्यर्थियों ने तूता नवा रायपुर में अनिश्चितकालीन धरना पर बैठे हजारों युवाओं ने रावण का पुतला दहन किया. चौंकाने की बात यह है कि सर्वोच्च न्यायालय से जीतने के बाद हाईकोर्ट सुप्रीम कोर्ट के आदेश के पालन के लिए डीएड अभ्यर्थियों अनिश्चितकालीन हड़ताल में बैठना पड़ा है. डीएड अभ्यर्थियों की सिर्फ एक ही मांग है सर्वोच्च न्यायालय के आदेश पालन कर सहायक शिक्षक पद पर नियुक्ति दिया जाए.

डीएड अभ्यर्थी सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट के आदेशानुसार जल्द सहायक शिक्षक पद पर नियुक्ति देने की मांगों को लेकर 2 अक्टूबर 2024 से तूता धरनास्थल पर हजारों कि संख्या में अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हैं. ज्ञात हो की डीएड की नियुक्ति का आदेश हाई कोर्ट ने 7 माह पहले दिया था. साथ ही सुप्रीम कोर्ट का आदेश आए 1 माह से अधिक हो गया सरकार और विभाग ने अभी तक आदेश का पालन नहीं किया है. डीएड वालों को नियुक्ति नहीं दिया है. संविधान और न्यायपालिका के आदेश का अब तक पालन नहीं होने से डिप्लोमा अभ्यर्थी आहत है.

तूता धरना स्थल पर डीएड अभ्यर्थियों का प्रदर्शन 2 अक्टूबर 2024 से शुरू हुआ है जो अनिश्चितकालीन नियुक्ति प्रक्रिया शुरू होने तक जारी रखने का प्रण डीएड वालों ने किया है. वहीं धरना स्थल पर अचानक एक महिला अभ्यर्थी की तबियत बिगड़ गई, धरना स्थल में किसी प्रकार की कोई भी सुविधा नहीं है. चाहे वो मेडिकल संबंधी हो चाहे वो दैनिक क्रिया की सुविधा तक भी नहीं है. अभी फिलहाल महिला हॉस्पिटल में भर्ती है।

सुप्रीम कोर्ट से जीतने के बाद भी सहायक शिक्षक के पद पर नियुक्ति न मिलने से छत्तीसगढ़ सरकार ने डी.एड अभ्यर्थियों की स्थिति को इतनी दयनीय स्थिति में पहुंचा दिया है कि अब डी.एड युवक-युवतियों ने “मुंडन संस्कार” कराकर शीघ्र नियुक्ति दिलाने की मांग की है.

सहायक शिक्षक भर्ती 2023 का विज्ञापन 04 मई 2023 काे विज्ञापित किया गया था जिसे डीएड अभ्यर्थियों ने 30 दिवस भीतर परीक्षा पूर्व छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट में याचिका (WPS3541/2023) दायर कर चैलेंज किया था. इस दाैरान सुप्रीम कोर्ट में डीएड वर्सेस बीएड विवाद का फैसला जनवरी 2023 मे सुरक्षित कर लिया गया था. जिसका फैसला 11 अगस्त 2023 को जारी किया गया. इस फैसले के अनुसार बीएड डिग्री को सहायक शिक्षक पद के लिए असंवैधानिक घोषित किया जिसके पालनार्थ में छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट ने 21 अगस्त 2023 काे केवल डीएड अभ्यर्थियों का काउंसलिंग में भाग लेने का आदेश पारित किया था जिसे बीएड डिग्री धारकों ने सुप्रीम काेर्ट मे चैलेंज किया. जिस पर अंतरिम आदेशानुसार बीएड डिग्री धारकों का काउंसलिंग और नियुक्ति हाईकाेर्ट के अंतिम आदेश के अधीन सुप्रीम कोर्ट ने रखा, जिसपर अंतिम फैसला छत्तीसगढ़ हाईकाेर्ट ने 02 अप्रैल 2024 काे दिया जिसके अनुसार सहायक शिक्षक पद पर बीएड डिग्री धारको के स्थान पर केवल डीएड धारको की 06 सप्ताह के भीतर नियुक्ति का अंतिम आदेश पारित किया.

छत्तीसगढ़ हाईकाेर्ट के इस फैसले के विरूद्ध बीएड डिग्री धारकों ने 06 याचिका और छत्तीसगढ़ सरकार ने 02 याचिका दायर कर सुप्रीम काेर्ट में चैलेंज किया जिसे 28 अगस्त 2024 को सुप्रीम कोर्ट ने इन समस्त याचिका खारिज कर डीएड के पक्ष मे फैसला दिया और हाईकोर्ट के फैसले को पूर्णतः सही ठहराते हुए इस विवाद को अंतिम रूप से निस्तारित कर फैसले को जल्द पालन करने का निर्देश छत्तीसगढ़ सरकार को दिया है.

छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट के आदेश काे 06 महीने और सुप्रीम कोर्ट के आदेश काे 01 महीना होने काे है, न्यायालय के इस फैसले पर विभाग और छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा आज तक कोई कार्यवाही नहीं किया गया है, जिससे काउंसलिंग कराकर अपने पद से वंचित बेरोजगाार मानसिक रूप से पीड़ित डीएड अभ्यर्थी व्यथित होकर न्याय के लिए यात्रा निकालकर विभाग और सरकार से नियुक्ति की गुहार लगा रहे हैं.

शक्ति और शौर्य का पर्व विजयदशमी पर मंत्री श्री देवांगन लाल मैदान, आरपी नगर, मुड़ापार समेत अन्य स्थानों पर आयोजित कार्यक्रम में हुए शामिल

रायपुर-      कोरबा में असत्य पर सत्य और अधर्म पर धर्म की विजय के महापर्व विजयादशमी दशहरा पर्व धूमधाम से मनाया गया। लाल मैदान से लेकर आरपी नगर फेस वन, पुरानी बस्ती मुड़ापार समेत सभी प्रमुख स्थानों में आयोजित विजयादशमी के पर्व पर वाणिज्य, उद्योग एवं श्रम मंत्री लखन लाल देवांगन मुख्य अतिथि के रुप में शामिल हुए। इस अवसर पर रावण, मेघनाद और कुंभकर्ण के पुतला का दहन किया गया। ऊर्जाधानी के लाल मैदान में सबसे ऊंचे 110 फीट ऊंचे रावण का पुतला जलाया गया। इससे पहले मंत्री श्री देवांगन ने भगवान श्री राम सेना की पूजा अर्चना की। उन्होंने दर्री के राजेन्द्र नगर फेस-1 में सामुदायिक भवन निर्माण के लिए 25 लाख रूपये की स्वीकृति प्रदान की।

मंत्री श्री देवांगन दर्री मुख्य मार्ग स्थित मंगल भवन में आयोजित भव्य दशहरा उत्सव में सम्मिलित हुए, मंत्री श्री देवांगन ने विधिवत पूजन की। समिति के प्रमुख जनों की मांग पर मंत्री श्री देवांगन ने मंगल भवन के विस्तार सहित अन्य विकास कार्यों के लिए स्वीकृति की घोषणा की।

दर्री से मंत्री श्री देवांगन राजेंद्र प्रसाद नगर फेस 01 के विशाल दशहरा प्रांगण में हजारों के भीड़ के बीच पहुंचकर जय जय श्री राम का उद्घोष कर कहा कि अधर्म पर धर्म और असत्य पर सत्य की विजय का प्रतीक, विजयादशमी का यह पर्व सभी को अपने अंदर की बुराइयों को समाप्त कर धर्म और मानवता के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है। प्रभु श्री राम आप सभी का कल्याण करें।

श्रम मंत्री श्री देवांगन पुरानी बस्ती कोरबा स्थित रानी रोड और मुड़ापार बाजार में आयोजित विशाल दशहरा उत्सव में सम्मिलित हुए। मंत्री श्री देवांगन ने कहा कि मुड़ापार का दशहरा उत्सव विगत 50 वर्षों से मनाया जा रहा है। मंत्री श्री देवांगन ने मुड़ापार में पंडाल निर्माण की सहर्ष घोषणा की और सभी को दशहरा की बधाई और शुभकामनाएं दी तथा रिमोट का बटन दबाकर रावण के पुतला का दहन किया। इस अवसर पर जनप्रतिनिधिगण एवं गणमान्य नागरिक बड़ी संख्या में उपस्थित थे।

दुर्ग-विशाखापट्नम, बिलासपुर-नागपुर वंदेभारत को लेकर बड़ा अपडेट

रायपुर-   छत्तीसगढ़ में दो वंदे भारत एक्सप्रेस का परिचालन हो रहा है. बिलासपुर-नागपुर वंदे भारत लगभग हाउस फुल चल रही है. इस ट्रेन का परिचालन मात्र 8 कोच के साथ किया जा रहा है. ऐसे में बर्थ की संख्या भी कम है. हालात यह है कि ट्रेन की एक्यूपेसी 117 प्रतिशत तक पहुंच जाती है. मतलब कई दिन तो ट्रेन में वेटिंग लिस्ट चलती है. दूसरी तरफ दुर्ग विशाखापट्नम वंदे भारत ट्रेन का परिचालन 16 कोच के साथ किया जा रहा है. इस ट्रेन में सफर करने के लिए यात्री नहीं मिल रहे है. लगभग पूरी ट्रेन खाली रहती है.

बताया जा रहा है कि 83 प्रतिशत बर्थ खाली जा रही है. ऐसे में रेलवे को भारी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है. रेलवे अब छत्तीसगढ़ दुर्ग-विशाखापट्‌नम में 16 कोच, 83 प्रतिशत बर्थ रहती है खाली प्रतिशत एक्यूपेंसी की इन दोनों बंदे भारत टेन के रैकों की बदला-बदली करने पर विचार कर रहा है. मतलब दुर्ग-विशाखापट्नम ट्रेन के 16 रैक को बिलासपुर-नागपुर वंदे भारत ट्रेन के 8 रैंक के साथ बदला जाएगा. इसका सीधा लाभ बिलासपुर-नागपुर बंदे भारत ट्रेन के यात्रियों को मिलेगा.

ट्रेन में पर्याप्त बर्थ होने से यात्रियों को कंफर्म टिकट मिलेगी. दूसरी दुर्ग- विशाखापट्नम वंदे भारत को 8 रैंक के साथ चलाने पर एक्यूपेसी 50 प्रतिशत से अधिक हो जाएगी. मतलब ट्रेन की 50 प्रतिशत से ज्यादा बर्थ में यात्री नजर आएंगे. रैकों के एक्सचेंज का फायदा रेलवे को भी है. रैंकों की अदला-बदला से रेलवे को अपने नुकसान की भरपाई करने में मद्द मिलेगी.

ट्रेनों का बदल सकता है टाइम-टेबल

दुर्ग-विशाखापट्नम वंदे भारत ट्रेन की लगभग खाली चल रही है. ऐसे में रेलवे दूसरे विकल्प पर भी विचार कर रही है. दुर्ग-विशाखापट्नम वंदे भारत ट्रेन सुबह 6.13 बजे रायपुर पहुंची है. इसके करीब 2 घंटे बाद बिलासपुर-नागपुर बंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन सुबह 8.01 बजे रायपुर रेलवे स्टेशन पहुंचती है. रेलवे इन दोनों ट्रेनों के टाइम टेबल में परिवर्तन करना चाहती है. मतलब बिलासपुर-नागपुर वंदे भारत ट्रेन के रायपुर पहुंचे के 5 मिनट बाद दुर्ग-विशाखापट्नम वंदे भारत ट्रेन रायपुर पहुंचे. इससे बिलासपुर के यात्रियों को विशाखापट्नम तक के लिए वंदे भारत ट्रेन की सुविधा मिलेगी. दूसरी तरफ दुर्ग-विशाखापट्नम वंदे भारत एक्सप्रेस लगभग हाउस फुल चलने लगेगी.

27वीं अखिल भारतीय वन खेलकूल महोत्सव का आयोजन 16 से 22 अक्टूबर तक, मनु भाकर और सूर्याकुमार यादव होंगे शामिल

रायपुर-   भारत सरकार, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के तत्कालीन सचिव के विशेष प्रयासों से देश में राज्यों के वन विभाग के समस्त स्तर के कर्मचारियों एवं अधिकारियों के एक मंच में परस्पर समन्वय तथा उनके बीच खेल गतिविधियों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से ‘‘अखिल भारतीय वन खेलकूद प्रतियोगिता’’ वर्ष 1992 में प्रारंभ की गयी थी। छत्तीसगढ़ में आयोजित खेल महोत्सव 16 अक्टूबर 2024 को उद्घाटन समारोह में विशेष अतिथि के रूप में केन्द्रीय वनमंत्री भूपेन्द्र यादव, बिहार सरकार के सहकारिता एवं वन मंत्री डॉ. प्रेम कुमार, केन्द्रीय वन विभाग सचिव लीना नंदन, केन्द्रीय वन महानिदेशक जितेन्द्र कुमार एवं भारतीय टी-20 कप्तान सूर्यकुमार यादव शामिल होकर खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन करेंगे।

छत्तीसगढ़ इस आयोजन की मेजबानी तीसरी बार कर रहा है। इस वर्ष प्रतियोगिता में 23 खेलों की 300 विधाओं में लगभग 3000 खिलाड़ियों का भाग लेना एक बड़ी उपलब्धि है, जिसमें लगभग 584 महिला और 2320 पुरुष खिलाड़ी शामिल होंगे। इस प्रतियोगिता में 29 राज्य, 8 केन्द्र शासित प्रदेश, 6 वानिकी संस्थान और पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के अधिकारी और कर्मचारी भाग लेंगे।

अखिल भारतीय वन खेलकूद प्रतियोगिता के आयोजन का मुख्य उद्देश्य वन विभाग के जमीनी स्तर के कर्मचारियों से लेकर उच्चाधिकारियों तक की खेल प्रतिभाओं को प्रोत्साहन देना है। ताकि सभी राज्यों के अधिकारियों एवं कर्मचारियों के मध्य परस्पर सामंजस्य और सौहाद्र की भावना विकसित हो, साथ ही एकाग्रता, धैर्य और साहस भी बढ़ता है।

राष्ट्रीय स्तर की इस प्रतियोगिता में खेल नियमों एवं मापदंडों का पूर्णतः पालन किया जाता है। प्रतियोगिता के दौरान खेल विशेषज्ञों का मार्गदर्शन लिया जाएगा, ताकि खेल प्रतियोगिताओं के दौरान सभी खेल नियमों एवं मापदंडों का पालन करते हुए निष्पक्ष एवं पारदर्शिता तरीके से विभिन्न खेल प्रतियोगिताएं संपन्न की जा सके।

खेल प्रतियोगिता में विभिन्न खेलों में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले खिलाडियों को क्रमशः गोल्ड मेडल, सिल्वर मेडल एवं ब्रांज मेडल प्रदान किया जाकर उत्कृष्ठता का प्रमाण-पत्र दिया जाता है। इसके साथ ही राज्यों के उत्कृष्ठ प्रदर्शन हेतु विनर एवं रनरअप की ट्राफी दी जाती है।

समापन समारोह में 20 अक्टूबर 2024 को ओलंपिक 2024 में शूटिंग में भारत को कांस्य पदक दिलाने वाली गोल्डन गर्ल मनु भाकर शामिल होंगी। खेल महोत्सव में इंडोर और आउटडोर सभी तरह की खेल प्रतियोगिताएं होंगी। उक्त खेल महोत्सव में किकेट, हॉकी, फुटबाल, वालीबॉल, बैडमिंटन, चेस और ब्रिज खास हैं। एथलिट के सभी तरह के खेल भी आयोजित होंगे। खेल प्रतियोगिता के आधार पर मैदान का चयन एवं खिलाड़ियों के रूकने की सभी सुविधाओं की तैयारी पूर्ण कर ली गई है।

दशहरा के दिन दर्दनाक हादसा: घर में खेलते समय पानी भरे टब में गिरी मासूम, डूबने से हुई मौत

जशपुर-   दशहरा पर्व के दिन छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में एक दर्दनाक हादसा हुआ है. पाकरगांव में खेलते समय पानी से भरे बर्तन (टब) में डूबने से एक डेढ़ साल की बच्ची की मौत हो गई. मासूम की मौत से घर में मातम पसर गया है और गांव में शोक का माहौल है.

मिली जानकारी के अनुसार, पत्थलगांव थाना क्षेत्र के पाकरगांव में बच्ची अपने घर के आंगन में खेल रही थी. खेल-खेल में वह पानी भरे टब के पास पहुंच गई और अचानक उसमें गिर गई. परिजनों ने जब तक उसे देखा तो बच्ची को पानी से निकालकर आनन-फानन में अस्पताल लेकर पहुंचे, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. मामले में पत्थलगांव पुलिस ने मर्ग कायम कर बच्ची के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.

बुराई को त्याग कर सत्य की राह अपनाने प्रेरित करता है विजयादशमी पर्व- मुख्यमंत्री श्री साय

रायपुर-    मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय आज विजयादशमी पर्व के अवसर पर श्री दूधाधारी मठ रावणभाठा के दशहरा मैदान में आयोजित रावण दहन कार्यक्रम में शामिल हुए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि विजयादशमी का पर्व बुराई को त्याग कर सत्य की राह अपनाने प्रेरित करता है । मुख्यमंत्री ने रावण भाठा दशहरा मैदान के सौंदर्यीकरण और उसे व्यवस्थित करने के लिए 50 लाख रुपये की राशि की घोषणा की। रावण दहन कार्यक्रम से पहले मुख्यमंत्री श्री साय ने भगवान बालाजी की आरती में हिस्सा लिया।

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि मैं आज रावण भाठा के विशाल मैदान में आयोजित रावण दहन कार्यक्रम में उपस्थित आप सभी लोगों के साथ-साथ पूरे प्रदेश की जनता को विजयादशमी पर्व की बहुत-बहुत बधाई देता हूँ। मैं सार्वजनिक दशहरा उत्सव समिति का इस कार्यक्रम में आमंत्रण के लिये आभार व्यक्त करता हूँ । मुझे यहां आकर बहुत प्रसन्नता हो रही है। मुझे जानकारी दी गयी है कि इस मैदान पर दशहरा पर्व पर रावण दहन कार्यक्रम का यह 170वां वर्ष है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि विजयादशमी का त्योहार असत्य पर सत्य की जीत का त्योहार है। यह बुराई पर अच्छाई की जीत का पर्व है। छत्तीसगढ़ माता कौशल्या की भूमि है और भगवान राम का ननिहाल है। इस वर्ष विजयादशमी पर्व बहुत खास है क्योंकि इस बार भगवान श्री राम भव्य मंदिर में प्रतिष्ठित हुए हैं।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि विजयादशमी पर्व पर हमें काम, क्रोध, लोभ, मद और मत्सर रूपी मन के रावण का वध करने की जरूरत है। विश्व मे शांति और भाईचारे की स्थापना के लिए आवश्यक है कि हम अपने अंदर के रावण का वध करें । हमें छत्तीसगढ़ में राम-राज स्थापित करना है।

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने विजयादशमी पर्व में सम्मिलित होते हुए श्री दूधाधारी मठ रावण भाठा के दशहरा मैदान के सौंदर्यीकरण और व्यवस्थित करने के लिए 50 लाख रुपये की राशि प्रदाय करने की घोषणा की।

सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि रावण भाठा में यह 170 साल पुराना दशहरा मैदान है। यह गौरवशाली और वैभवशाली दशहरा पर्व है जिसे दूधाधारी मठ द्वारा हर वर्ष आयोजित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सोच है कि हम हमारे देश की पुरानी विरासत को सहेजते हुए विकास के पथ पर अग्रसर हों। नौ दिन नवरात्रि पर्व मनाया गया है। माता दुर्गा और प्रभु श्रीराम से प्रार्थना है कि वे सभी के जीवन में खुशहाली लायें।

इस अवसर पर सांसद बृजमोहन अग्रवाल, पूर्व सांसद सुनील सोनी, पूर्व मंत्री व विधायक कवासी लखमा, अंजय शुक्ला, सुभाष तिवारी, मनोज वर्मा, सुशील ओझा, उमेश गुप्ता, आकाश विग सहित सार्वजनिक दशहरा उत्सव समिति के सदस्य व विशाल जनसमूह उपस्थित था।

बस्तर की सांस्कृतिक विरासत को अक्षुण रखकर भावी पीढ़ी को सौपना है : मंत्री केदार कश्यप

रायपुर-     वन मंत्री केदार कश्यप ने बस्तर मड़ई और क्षेत्रीय सरस मेले का शुभारंभ किया। उन्होंने शुभारंभ समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि बस्तर मड़ई का उद्देश्य यहां की सांस्कृतिक विरासत को अक्षुण रखकर भावी पीढ़ी को सौपना है। इसी प्रकार ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए लगाए गए सरस मेला स्थानीय उत्पादों को बाजार उपलब्ध कराने और महिलाओं और ग्रामीण समुदायों को सशक्त बनाने का माध्यम है।

गौरतलब है कि मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के निर्देश पर जिला प्रशासन द्वारा बस्तर मड़ई और पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा क्षेत्रीय सरस मेले का आयोजन जगदलपुर के लालबाग मैदान में 12 से 19 अक्टूबर तक आयोजन किया जा रहा है। इस मेले में शासकीय योजनाओं पर आधारित प्रदर्शनी और स्व-सहायता समूहों द्वारा उत्पादित वस्तुओं की प्रदर्शनी और बिक्री होगी। मेले में कई जिलों के स्व सहायता समूहों ने हस्तशिल्प, कृषि उत्पाद, जैविक खाद्य पदार्थ, कपड़े, और अन्य स्थानीय वस्तुएं प्रदर्शित की गई हैं। शुभारंभ अवसर पर नागलसर के स्कूली बच्चों ने धुरवा मड़ई का आकर्षक नृत्य प्रस्तुत किया।

शुभारंभ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बस्तर सांसद महेश कश्यप ने कहा कि बस्तर मड़ई में लगाई गई प्रदर्शनी के माध्यम से दी जा रही है। योजनाओं की जानकारी का लाभ उठाएं और सरस मेला में विभिन्न जिलों से पहुँचे स्व-सहायता की दीदियों द्वारा निर्मित उत्पाद की खरीदी कर उन्हें प्रोत्साहित करें। विधायक किरणदेव ने कहा कि बस्तर का परंपरा दशहरा के अवसर पर शासन की जन कल्याण योजनाओं का विभागों द्वारा लगाया गया है इसका लाभ सभी नागरिक लें। साथ कार्यक्रम में खेलकूद एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है इसका आनंद भी लें।

वन मंत्री केदार कश्यप, विधायक किरणदेव देव, विधायक चित्रकूट विनायक गोयल, महापौर सफीरा साहू सहित अन्य जनप्रतिनिधि ने मेले में लगाए गए विभिन्न विभागों के स्टालों और स्व-सहायता समूहों के स्टालों का निरीक्षण किया और विभागीय स्टालों में योजनाओं के हितग्राहियों को सामग्री का वितरण किया। उन्होंने स्व-सहायता समूहों द्वारा तैयार किए गए उत्पादों की सराहना की और उनके माध्यम से स्थानीय स्तर पर रोजगार सृजन और आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में किए जा रहे प्रयासों की प्रशंसा की।