हादसों को दावत दे रहा कुंआंनों नदी के पुल का टूटा रेलिंग

खजनी गोरखपुर। तहसील क्षेत्र के सिकरीगंज कस्बे में राम जानकी मार्ग पर स्थित कुंआंनों नदी पर बने पुल की लोहे की रेलिंग टूट गई है। जिससे असावधानी में किसी के भी नदी में गिरने की संभावना बनी हुई है। इतना ही नहीं पुल से नदी के पानी में छलांग लगाने की दर्जनों घटनाएं हो चुकी हैं, किंतु जिम्मेदार प्रशासन का ध्यान इस ओर नहीं है।

लंबे समय से पुल की टूटी हुई रेलिंग की अब तक मरम्मत नहीं कराई गई। गोरखपुर और संतकबीरनगर जिले को जोड़ने वाले इस मार्ग से होकर निरंतर वाहनों का आवागमन बना रहता है। जिससे हमेशा किसी गंभीर हादसे की आशंका बनी रहती है। स्थानीय लोगों में सद्दाम, जावेद, सतीश, रामपलट, रामा, अवधेश कुमार, शिवम जायसवाल सहित दर्जनों लोगों ने बताया कि जिले पर स्थित राप्ती नदी पुल से कूद कर आत्महत्या करने की घटनाओं के बाद पुल पर ऊंची रेलिंग लगा दी गई। किंतु कुंआंनों नदी पर बने इस पुल के टूटे हुए रेलिंग की मरम्मत नहीं कराई जा रही है।

लोगों ने बताया कि बरसात के मौसम में नदी में पानी भरा हुआ है, पुल से नवरात्र में दुर्गा पूजा पांडालों में स्थापित मूर्तियों का विसर्जन भी किया जाता है, रेलिंग की ऊंचाई भी बेहद कम है जिससे पुल से नदी में छलांग लगाने की घटनाएं होती रहती हैं। इसकी ऊंचाई बढ़ाने और उपर लोहे की जाली लगाने की जरूरत है।हादसों को दावत दे रहा कुंआंनों नदी के पुल का टूटा रेलिंग

खजनी गोरखपुर। तहसील क्षेत्र के सिकरीगंज कस्बे में राम जानकी मार्ग पर स्थित कुंआंनों नदी पर बने पुल की लोहे की रेलिंग टूट गई है। जिससे असावधानी में किसी के भी नदी में गिरने की संभावना बनी हुई है। इतना ही नहीं पुल से नदी के पानी में छलांग लगाने की दर्जनों घटनाएं हो चुकी हैं, किंतु जिम्मेदार प्रशासन का ध्यान इस ओर नहीं है।

लंबे समय से पुल की टूटी हुई रेलिंग की अब तक मरम्मत नहीं कराई गई। गोरखपुर और संतकबीरनगर जिले को जोड़ने वाले इस मार्ग से होकर निरंतर वाहनों का आवागमन बना रहता है। जिससे हमेशा किसी गंभीर हादसे की आशंका बनी रहती है। स्थानीय लोगों में सद्दाम, जावेद, सतीश, रामपलट, रामा, अवधेश कुमार, शिवम जायसवाल सहित दर्जनों लोगों ने बताया कि जिले पर स्थित राप्ती नदी पुल से कूद कर आत्महत्या करने की घटनाओं के बाद पुल पर ऊंची रेलिंग लगा दी गई। किंतु कुंआंनों नदी पर बने इस पुल के टूटे हुए रेलिंग की मरम्मत नहीं कराई जा रही है।

लोगों ने बताया कि बरसात के मौसम में नदी में पानी भरा हुआ है, पुल से नवरात्र में दुर्गा पूजा पांडालों में स्थापित मूर्तियों का विसर्जन भी किया जाता है, रेलिंग की ऊंचाई भी बेहद कम है जिससे पुल से नदी में छलांग लगाने की घटनाएं होती रहती हैं। इसकी ऊंचाई बढ़ाने और उपर लोहे की जाली लगाने की जरूरत है।

नरसिंहानंद के ख़िलाफ़ मुसलमानों में जबरदस्त गुस्सा, जिला प्रशासन को सौंपा ज्ञापन

गोरखपुर। पैगंबरे इस्लाम की शान में गुस्ताखी करने वाले यति नरसिंहानंद सरस्वती के ख़िलाफ़ प्रदर्शनों का दौर जारी है। हमेशा अनाप शनाप बकने वाले नरसिंहानंद को लेकर मुसलमानों में जबरदस्त गुस्सा है।

गिरफ्तारी, सख्त सजा, रासुका व देश द्रोह की कार्रवाई करने की मांग की जा रही है। सोमवार को मस्जिद कादरिया गुलशन असुरन पोखरा, इमामबाड़ा मुतवल्लियान कमेटी, हिंदू मुस्लिम एकता कमेटी से जुड़े लोग जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे।

नरसिंहानंद के ख़िलाफ़ नारेबाज़ी की। राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन एसडीएम आरती साहू को सौंपा।रासुका के तहत सजा की मांग की गई। वहीं शिया फेडरेशन ने एसपी सिटी अभिनव त्यागी को ज्ञापन सौंप नरसिंहानंद सरस्वती के ख़िलाफ़ कार्रवाई की मांग की।

मस्जिद कादरिया गुलशन के इमाम हाफिज शाकिर अली ने कहा कि पैगंबरे इस्लाम हज़रत मुहम्मद (सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम) की शान में गुस्ताखी करने वाले यति नरसिंहानंद के ख़िलाफ़ अवाम में काफी गुस्सा है। नरसिंहा नंद का गैर जिम्मेदाराना बयान दो समुदाय में नफ़रत फैलाने वाला है। नरसिंहा नंद ने भारतीय गंगा जमुनी तहजीब पर हमला किया है। नरसिंहा नंद ने दुनियाभर के मुसलमानों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाया है।

नरसिंहा नंद ने मुल्क के अमनो अमान को भंग करने की कोशिश की है। नरसिंहा नंद ने भारत के संविधान की खिलाफ़वर्जी करके हिन्दू मुसलमान में दुश्मनी पैदा करने की कोशिश की है। नरसिंहा नंद पर एनएसए व देशद्रोह के तहत मुकदमा दर्ज कर सख्त से सख्त सजा दी जाए।

शाकिर अली सलमानी ने कहा कि समाज में जहर घोलने वाले नरसिंहानंद को कड़ी से कड़ी धारा लगाकर सजा दी जाए। हम भारत के मुसलमान भारत की गंगा जमुनी तहज़ीब को एक साथ लेकर चल रहे हैं। पैगंबरे इस्लाम की गुस्ताखी हमें किसी भी तरह से मंजूर नहीं है। भविष्य में ऐसा दुस्साहस कोई और न करने पाए इसलिए नरसिंहानंद को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए।

सैयद इरशाद अहमद ने कहा कि हमें उम्मीद नहीं थी कि एक धर्मगुरु के ज़बान से ऐसी बात निकलेगी जो मुसलमानों को तकलीफ़ देने वाली होगी। आज जो कुछ गाजियाबाद में हो रहा है उसे देखकर बहुत दुख हो रहा है। हमारी एकता को खतरा है। इसलिए हम नरसिंहानंद के ख़िलाफ़ कठोर सजा की मांग करते हैं।

शांति अमन व देश का भाईचारा बना रहे इसलिए नरसिंहानंद को रासुका के तहत सजा दी जाए। हाजी सोहराब खान ने कहा कि देश जिस तरह से तरक्की कर रहा है, ऐसे में इस तरह का बयान आना दुख का विषय है। ऐसी गतिविधियों को करने वालों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।

ज्ञापन सौंपने वालों में आफताब अहमद, इलियास गाजी क़मर कुरैशी राजू, शाहिद शाह, हाफिज अब्दुल्लाह मजीद, आमिर अली अंसारी, अफरोज अली गब्बर, आदिल अली, इमरान अली, मो. दानिश सिद्दीकी, शहाबुद्दीन अली, सुफियान शाह, जफर अली, सिराज अहमद, आमिर अली अंसारी, शोएब अंसारी, इमामुद्दीन अहमद, शहजाद अली, सैयद इरफान अली, मो. दानिश, सादिक अली, फैज सिद्दीकी, अब्दुल रऊफ, हाजी खुर्शीद आलम अंसारी, एडवोकेट एजाज रिज़वी, अलमदार हुसैन, जाफर रज़ा, गुलाम हुसैन, मिन्नत गोरखपुरी, कैसर अब्बास, राजिक अली खान, शमीम अहमद सलमानी ,कबीर अली, गौसुल आजम, जमा बब्बू, अफजाल अंसारी, मो. सलीम, मो. ताहिर, जमशेद, सईदुज्जमा, मिस्बाह अहमद, शकील अहमद, शोएब अंसारी, मो सुभानल्लाह, गुलाम अली, मो. वसीम आदि शामिल रहे।

कस्बे में पहली बार हुआ गरबा नृत्य का आयोजन,डांडिया नृत्य में घंटों थिरकती रहीं युवतियां

खजनी गोरखपुर। कस्बे में स्थित लिटिल स्टार एकेडमी में सामुहिक गरबा डांडिया नृत्य का आयोजन किया गया, जिसमें शामिल युवतियों, महिलाओं एवं छात्राओं ने भक्ति गीतों की धुनों पर घंटों तक नृत्य किया।
इस दौरान नवरात्र पर आधारित क्विज (प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता) तथा भक्ति गीतों के कार्यक्रमों का आयोजन भी किया गया।

आयोजिकाओं प्रतिभा गुप्ता और मीना उपाध्याय ने बताया कि शहर में विभिन्न महिला मंडलों के द्वारा नवरात्र में सामुहिक डांडिया नृत्य के कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है, गरबा नृत्य मां दुर्गा की उपासना के लिए किया जाने वाला गुजरात राज्य का पारंपरिक लोक नृत्य है। पहली बार खजनी कस्बे में इसका सामुहिक आयोजन किया गया है, महिलाओं में जागरूकता बढ़ाने और मुखर अभिव्यक्ति के लिए लोगों के उत्साह को देखते हुए अब इस तरह के आयोजन नियमित रूप से किए जाएंगे।

कार्यक्रम में लोकगायिका रानी पटवा, शीला श्रीवास्तव, किरन गुप्ता, साक्षी गुप्ता, श्रेया गुप्ता, रूबी सिंह, छाया वर्मा, अंजू गुप्ता,नीलम गुप्ता,नेहा मद्धेशिया, अवन्तिका, कविता, दिव्या कन्नौजिया, सोनी कन्नौजिया, अंशिका सिंह, सौम्या, शिवांगी, हर्षिका  समेत दर्जनों लोग मौजूद रहे।
नहाने जा रही युवती से दुष्कर्म का प्रयास, चीख सुनकर परिवारीजनों के पहुंचने पर आरोपित फरार
खजनी गोरखपुर। थाना क्षेत्र के एक गांव में रहने वाली युवती के साथ स्थानीय युवक ने दुष्कर्म का असफल प्रयास किया। युवक की अश्लील हरकतों से परेशान हो चुके परिवारजनों ने थाने में पहुंच कर शिकायत दर्ज कराई है। युवती के लिखित शिकायत पर थानाध्यक्ष ने केस दर्ज कर कार्रवाई का आदेश दिया है।

थाने में दी गई तहरीर में पीड़िता ने बताया है कि वह गांव के निवासी सागर के पुत्र मगन कुमार की अश्लील हरकतों से परेशान हो गई है। युवक आए दिन उसके साथ जोर जबरदस्ती और गंदी हरकतें करता रहता है। परिजनों के दिलाशे और लोक लाज के भय से वह अब तक शांत रही, किंतु आज रविवार को सुबह युवक ने सारी हदें पार कर दी। युवती को नहाने के लिए जाते हुए देखकर अचानक वहां पहुंचे  युवक ने उसे जबरन गोद में उठा लिया और दबोच कर उसे एकांत स्थान की ओर दुष्कर्म की नियत ले जाने लगा।

मौका मिलते ही युवती ने शोर मचाया उसके चीखने चिल्लाने की आवाज सुनकर  घर के लोग दौड़ पड़े लोगों को अपनी ओर आते देख कर मनचला युवक युवती को छोड़ कर भाग गया। युवक के दुस्साहस और अश्लील हरकत को देख लड़की के पिता हैरान रह गए।परिवार के लोगों के साथ खजनी थाने में पहुंची युवती ने तहरीर देकर न्याय की गुहार लगाई है। युवती के बयान और महिला अपराध के मामले को गम्भीरता से लेते हुए थानाध्यक्ष सदानंद सिन्हा ने केस दर्ज कर कार्रवाई का आदेश दिया है।
यूपी/उत्तराखंड ने नॉर्थ इंडिया को 25-14 के अंतर से हराकर ट्रॉफी व खिताब पर कब्जा जमाया

गोरखपुर. सैयद मोदी स्टेडियम गोरखपुर में चल रही थी सीआईएससीई अंडर 14, 17, 19 राष्ट्रीय हैंडबॉल प्रतियोगिता के अंतर्गत खेले गए फाइनल मुकाबले में यूपी/ उत्तराखंड ने अंडर 19 में नॉर्थ इंडिया को 25-14 के भारी अंतर से पराजित कर ट्रॉफी व खिताब अपने नाम किया तो वहीं अंडर 17 में यूपी/ उत्तराखंड की टीम ने कर्नाटक को 15-13 के अंतर से हराकर तथा अंडर 14 में यूपी/उत्तराखंड ने महाराष्ट्र की टीम को 11-05 के अंतर से हराकर ट्रॉफी व खिताब पर अपना कब्जा जमाया।

मैच से पहले खिलाड़ियों को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि तथा आयोजक सीआईएससीई यूपी/ उत्तराखंड के जॉइंट रीजनल कोआॅर्डिनेटर तथा सेंट ज्यूड्स स्कूल मोहद्दीपुर गोरखपुर के प्रिंसिपल डेविड सिरिल, डायरेक्टर मोयरा सिरिल, किंडरगार्डन की प्रिंसिपल माननीया ग्लैंडा सिरिल तथा मैडम सामिम सिरिल ने खिलाड़ियों का उत्साह वर्धन किया तथा मानोबल को बढ़ाया।

इस प्रतियोगिता के समापन पर विजयी टीमों को पुरस्कार, प्रमाण पत्र, ट्रॉफी व खिताब का वितरण किया गया साथ ही उनके उज्जवल भविष्य की कामना की गई।

24 घंटे में बरामद हुए क्रिकेट के जुनून में घर से भागे दो छात्र

खजनी गोरखपुर। इलाके के बभना और सोनारी रामचंदर गांव में स्थित अपने ननिहाल में रह कर एक प्राइवेट स्कूल में पढ़ने वाले दो नाबालिग छात्र बीते 3 अक्टूबर को अचानक घर छोड़ कर फरार हो गए। बभना गांव के सत्यम यादव पुत्र श्यामनरायण यादव 14 वर्ष तथा सहर्ष उर्फ सूरज यादव पुत्र देवनरायन यादव निवासी ग्राम सोनारी रामचन्द थाना बांसगांव चौकी हरनहीं के मामा ने बच्चों के अपहरण हो जाने की आशंका जताते हुए खजनी थाने में तहरीर दी।

पुलिस ने मुकदमा अपराध संख्या 384/2024 में बीएनएस की धारा-137 (2) के तहत केस दर्ज कर लिया। थानाध्यक्ष सदानंद सिन्हा ने बच्चों से जुड़े अपराध के मामले को गंभीरता से लेते हुए तत्काल जांच और कार्रवाई शुरू कर दी। मोबाइल लोकेशन के आधार पर ट्रेस करते हुए दोनों बच्चों को लखनऊं से 4 अक्टूबर को बरामद कर लिया गया थाने पर ले आने के बाद उन्हें परिजनों को सुपुर्द कर दिया गया।

पूछताछ में दोनों छात्रों ने बताया कि क्रिकेट खेलने और देखने के जुनून में दोनों घर से भाग निकले थे और मेहनत मजदूरी करके अपने क्रिकेट का शौक पूरा करना चाहते थे।

गोविंदपुर टिकरिया में पकड़ा गया 8 फीट का मगरमच्छ, ग्रामीणों ने ली राहत की सांस

गोरखपुर। चिलवाताल थाना क्षेत्र के मजनू चौकी अंतर्गत गोविंदपुर टिकरिया गांव के तालाब में 27 सितंबर से मगरमच्छ ग्रामीणों में दहशत का माहौल पैदा किया हुआ था आज वन विभाग की टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद मगरमच्छ को पकड़ने में सफलता प्राप्त की।

चिलुवाताल थाना क्षेत्र के मजनू चौकी अंतर्गत गोविंदपुर टिकरिया गांव के तालाब में 27 सितंबर को राप्ती नदी से लगभग 8 फीट का मगरमच्छ चला आया था जिसे छोटे-छोटे बच्चों ने देखा था लेकिन बच्चों के परिजनों को विश्वास नहीं हो रहा था जब परिजनों ने मगरमच्छ को देखा तब ग्राम प्रधान सुजीत सिंह तालाब के चारों तरफ गांव के नागरिकों को मगरमच्छ के निगरानी के लिए लगा दिया और वन विभाग के अधिकारियों सहित वरिष्ठ अधिकारियों को सूचना दिया।

मगरमच्छ को पकड़ने के लिए वन विभाग के अधिकारियों के निगरानी में कर्मचारी प्रतिदिन मगरमच्छ को पकड़ने की कोशिश कर रहे थे लेकिन तालाब में अत्यधिक पानी होने के कारण मगरमच्छ पकड़ा नहीं जा सका था लेकिन ग्राम प्रधान सुजीत सिंह ने एक हफ्ते से लगातार तालाब का पानी पंपिंग सेट से निकलवाने का कार्य करते रहें जब पानी कम हो गया।

आज पुन: वन विभाग के प्रशिक्षु कर्मचारी कैंपियरगंज से पहुंचकर तालाब में उतरकर मगरमच्छ को पकड़ने का काम किया गांव के अगल-बगल के ग्रामीण मगरमच्छ को देखने के लिए काफी भीड़ इकट्ठा कर दिए थे जिनकी सुरक्षा व्यवस्था के लिए चौकी इंचार्ज मजनू अमित चौधरी सहित चौकी की पूरी फोर्स के साथ सुरक्षा व्यवस्था में लगे रहे अंतोगत्वा तालाब से मगरमच्छ पकड़ लिया गया। तब जाकर ग्रामीणों ने राहत की सांस ली।

अविमुक्तेश्वरानंद के शिष्यों ने सौंपा गौ माता को राष्ट्र माता घोषित करने का पत्रक

गोरखपुर। ज्योतिषपीठाधीश्वर शंकराचार्य स्वामीश्री अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती के द्वारा पूरे देश में गौ माता को राष्ट्र माता घोषित करने और गौ हत्या बंद करने के चलाए जा रहे अभियान के क्रम में रविवार को गोरखपुर के सहारा स्टेट कॉलोनी में संघ की शाखा में पहुंचे RSS के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले को, शंकराचार्य के दीक्षित शिष्य एडवोकेट मनीष पांडेय के नेतृत्व में सैकड़ो शिष्यों ने, एक पत्रक सौंपा। इस दौरान उनसे लोगों ने उसने विनम्र अनुरोध किया कि, इस विषय पर संघ गंभीरता से विचार करते हुए, गौ माता को सुरक्षित और संरक्षित करने के लिए, उन्हें राष्ट्र माता घोषित करने के लिए अपना संकल्प ले।

इसके साथ ही केंद्रीय सरकार को इसके लिए कानून बनाने के लिए प्रेरित करें। शंकराचार्य भगवान के शिष्यों ने इस दौरान दत्तात्रेय होसबोले का स्वागत भी किया। उन्हें गोरक्षभूमि पर गीता और शंकराचार्य भगवान की तरफ से प्रसाद स्वरूप भेजी गई साल भी भेंट किया गया।

इस दौरान शंकराचार्य के शिष्य एडवोकेट मनीष पांडेय ने कहा कि, सर्वविदित है कि भारतीय संस्कृति और सनातन सभ्यता में गौ माता को सर्व पूजनीय और धार्मिक रूप से सर्वोच्च स्थान प्राप्त है। उनके लिए वेदों में "गांवो विश्वस्य मातर:" की उक्ति का प्रयोग भी किया गया है। जिसका अर्थ यह है कि गाय विश्व की माता है। ऐसा हमारी सभ्यता में सदियों से रचा बसा रहा है। लेकिन यह देखने को मिला कि भारत देश में स्वतंत्रता के बाद से अनेकों सरकारें तो बनी लेकिन किसी ने गौ संवर्धन एवं रक्षा हेतु कोई भी कार्य नहीं किया। जबकि गायों की रक्षा और गौ हत्या निषेध कानून की मांग लंबे समय से हिंदू धर्माचार्य करते आ रहे हैं।

वर्तमान समय में गौ हत्या निषेध कानून की मांग व्यापक रूप से चारों शंकराचार्य पीठें, पांचो वैष्णवाकार्य पीठेँ और 13 अखाड़ों द्वारा, हिंदुओं के परंपरागत और सार्वभौमिक प्रतिदिन होने के कारण लगातार किया जा रहा है। जो हिंदू जनमानस और वेदों की आज्ञा के अनुरूप है।

इसी क्रम में वर्तमान में पूरे भारत देश के सभी प्रांतों की राजधानियों में गौ ध्वज को ज्योतिषपीठाधीश्वर जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी श्री अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती 1008 द्वारा फहराकर, गौ हत्या निषेध कानून की मांग की जा रही है। जिसके तहत वेद लक्षणा गाय को पशु श्रेणी से निकालकर, राष्ट्र माता की श्रेणी में रखने की मांग है। इसी क्रम में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ भी जो कि भारत देश में, सनातन हिंदू गौरव को नए उदीयमान सूर्य की भांति लेकर चल रहा है, उससे अपेक्षा वर्तमान दशा में और भी बढ़ जाती है। संघ वेद लक्षणा गाय को पशु श्रेणी से निकालकर राष्ट्र माता का दर्जा देने हेतु एक प्रभावी संकल्पित प्रयास करें जिससे, एक केंद्रीय कानून गौ हत्या निषेध का बन सके और सनातन का उत्थान हो। ऐसा ही सभी हिंदू राष्ट्रीय सेवक संघ से अपेक्षा लगाए बैठे हैं। उसी क्रम में संघ के सर कार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले जी को हम सभी शंकराचार्य भगवान के शिष्यगण मिलकर पत्रक सौंपने का कार्य किए हैं। जिसपर निर्णय और विचार करने का उनसे अनुरोध भी किया गया है।

इस दौरान शंकराचार्य के शिष्यगणों में मुन्ना सिंह, सुनील पांडेय, मयंक मिश्रा, अवधेश सिंह, मुकेश पाण्डेय, अष्टभुजा सिंह, राजकुमार मिश्रा, कृष्ण कुमार भार्गव, अभय शाही, धीरज सिंह, धर्मेंद्र दिवेदी, आशुतोष शुक्ला, अनिवेश सिंह, राहुल चतुर्वेदी, प्रमोद गौड़, आमोद गौंड, सौरभ गुप्ता, हेमंत त्रिपाठी, विनय पांडेय आदि मौजूद रहे।

इस्लाम तौहीद व इंसानियत की शिक्षा देता है : उलमा किराम

गोरखपुर। नौजवान मिलाद कमेटी की ओर से बहादुर शाह जफर कॉलोनी बहरामपुर में जलसा-ए-ईद मिलादुन्नबी का आयोजन हुआ। कुरआन-ए-पाक की तिलावत कारी नसीमुल्लाह ने की। मुख्य वक्ता मुफ्ती-ए-शहर अख़्तर हुसैन ने कहा कि आज मुसलमान बहुत परेशान हैं। तेल सहित तमाम खज़ाना है मुसलमानों के पास, लेकिन मुसलमान बर्बाद हो रहा है, ज़ुल्म का शिकार हो रहा है। इसकी मुख्य वजह पैग़ंबरे इस्लाम हज़रत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम की शिक्षाओं से दूरी है। जब तक हम अपने अंदर बदलाव नहीं लायेंगे तब तक हमारी स्थिति बदलने वाली नहीं है। पैग़ंबरे इस्लाम की ज़ात से खुद को जोड़ना होगा। सहाबा किराम वाला दीनी ज़ज़्बा पैदा करना होगा। क़ुरआन व हदीस पर अमल करना होगा। इल्म हासिल करना होगा। बुराईयों से दूरी बनानी होगी। दूसरों के दुख दर्द में शामिल होना होगा। सुन्नते नबवी पर चलना होगा। फर्ज की वक्तों पर अदायगी करनी होगी। तब जाकर हमारा भविष्य रोशन होगा।

विशिष्ट वक्ता कारी मो. अनस रज़वी ने कहा कि इस्लाम तौहीद व इंसानियत की शिक्षा देता है। इस्लाम की शिक्षा में तौहीद, प्यार व भाईचारगी है। इस्लाम की सभी शिक्षा सिर्फ और सिर्फ इंसानियत की भलाई के लिए है। इंसानियत के हित में जितना भी तरीका और शिक्षा इस्लाम में दी गई वह कहीं और नहीं मिलेगी। इस्लाम की शिक्षा व मुहब्बत लोगों के दिलों में रचती बसती जा रही और लोग इस्लाम अपनाते जा रहे हैं।

विशिष्ट वक्ता मुफ्ती मो. अजहर शम्सी ने अवाम से कहा कि अल्लाह की इबादत कीजिए। पैग़ंबरे इस्लाम हज़रत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम के बताए रास्ते पर चलिए। मस्जिदों को अपने सजदों से आबाद कीजिए। बुराई, नशा, फिजूल बातों से दूर रहिए। पैग़ंबरे इस्लाम की शिक्षाओं पर अमल कर दुनिया वालों के लिए बेहतरीन आइडियल बनिए। पैग़ंबरे इस्लाम हमारे आदर्श हैं। जिन कामों से उन्होंने मना किया है उससे दूर रहिए वह काम करिए जिसे पैग़ंबरे इस्लाम हज़रत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने पसंद फरमाया है।

अंत में सलातो सलाम पढ़कर मुल्क में सुख शांति की दुआ मांगी गई। जलसे में वरिष्ठ शिक्षक मुख्तार अहमद, परवेज आलम, मो. शहबाज, रेहान अहमद, मो. आसिफ, गोलू, मो. नईम, असगर अली, अकबर अली, मो. फैजान, जुनैद आलम, अहमद फाइज, अली शान, आतिफ अली, नूर मोहम्मद, मो. कादिर, मल्लू, मौलाना सद्दाम हुसैन, हाफिज रहमत अली, मौलाना महमूद रज़ा, मौलाना दानिश रज़ा, अहमद आतिफ, एजाज, हाफिज हम्माद आदि मौजूद रहे।

*वैज्ञानिक तकनीकी से खेती कर बढ़ाएं उत्पादन:डॉ विमलेश*

गोला गोरखपुर।देश में खेती योग्य जमीन का क्षेत्रफल घटने जनसंख्या बढ़ने के कारण अधिकतम खाद्यान्न उत्पादन की आवश्यकता है। हर नागरिक को भोजन उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी सरकार वैज्ञानिक कृषि विभाग एवं किसान भाइयों की है। अधिकतम उत्पादन तब संभव है जब किसान भाई आधुनिक कृषि यंत्रों संतुलित उर्वरक उन्नतशील बीज सरकार की कृषक उपयोगी योजना वैज्ञानिक तकनीकी का सार्थक उपयोग कर खेती कर कम लागत में उत्पादन बढ़ाकर देश प्रदेश को खाद्यान्न उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाएं। सरकार किसान भाइयों का हर संभव सहयोग कर रही है।उक्त जानकारी विकास खंड बांसगांव परिसर में कृषि सूचना तंत्र के सुदृढ़ीकरण एवं कृषक जागरूकता कार्यक्रम अंतर्गत आयोजित किसान गोष्ठी में मुख्य अतथि विधानसभा बांसगांव क्षेत्र के विधायक डॉ विमलेश पासवान ने दी।

गोष्ठी में कृषि विज्ञान केंद्र बेलीपार के अधीक्षक शस्य वैज्ञानिक डॉ एसके तोमर डॉ एसपी सिंह पूर्व अपर जिला कृषि अधिकारी राम अधार यादव ने प्राकृतिक खेती कृषि यंत्रों की खेती में उपयोगिता उत्पादन में उन्नतशील बीज का महत्व संतुलित उर्वरक प्रयोग फसल अवशेष प्रबंध जैविक खेती आदि पर विस्तार से दी जानकारी। गोष्ठी में बीज भंडार प्रभारी राजू गुप्ता जवाहर प्रसाद शिव शंकर यादव पंकज कुमार राज कुमार मौर्य अमलेंद्र वर्मा ने सरकार की कृषि उपयोगी योजना प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि फसल बीमा बैंक द्वारा संचालित योजना कृषि निवेशकी व्यवस्था पर विस्तार से दी जानकारी।

मुख्य अतिथि द्वारा तीन किसान भाइयों को तोरिया का मिनी किट निशुल्क दिया गया। अध्यक्षता संजय सिंह संचालन सहायक विकास अधिकारी धर्मेंद्र पांडेय द्वारा किया गया। इस अवसर पर विधायक प्रतिनिधि अरविंद पांडेय मृत्युंजय सिंह जितेंद्र सिंह रमेश कुमार सुबाष राय दिनेश सिंह अविनाश सिंह सरिता देवी संगीता वीटम श्रीवास्तव शनिचरा देवी अमरकांत यादव राजेश प्रताप पाल बृजेश राय सहित अधिक संख्या में जनप्रतिनिधि एवं प्रगतिशील किसानगण मौजूद रहे।