मुख्यमंत्री को सशस्त्र सैन्य समारोह में शामिल होने दिया गया आमंत्रण

रायपुर-     मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को राजधानी रायपुर में आगामी 05 और 06 अक्टूबर को आयोजित होने वाले सशस्त्र सैन्य समारोह में शामिल होने का भारतीय सेना के ब्रिगेडियर अमन आनंद और कलेक्टर डॉ. गौरव सिंह ने आमंत्रण दिया।

इस अवसर पर नगर निगम आयुक्त अबिनाश मिश्रा एवं सीईओ जिला पंचायत विश्वदीप भी उपस्थित थे।

रास-गरबा आयोजकों को पुलिस की सख्त हिदायत, क्षमता के अनुरूप ही पास बांटे, साउण्ड सिस्टम…

रायपुर-   एसएसपी डॉ. संतोष कुमार सिंह के निर्देश पर ASP लखन पटले द्वारा सिविल लाईन स्थित सी-4 भवन में विभिन्न रासगरबा आयोजन समीतियों के प्रतिनिधियों की बैठक ली गई। इस दौरान बैठक में विभिन्न रासगरबा आयोजन समीतियों के प्रतिनिधि मौजूद रहें।

बैठक में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर द्वारा रासगरबा आयोजकों को अपने-अपने आयोजन के संबंध में संबंधित थाना क्षेत्र में सूचना देने के साथ-साथा गरबा आयोजन के दौरान सुरक्षा हेतु स्वयं की व्यवस्था से बाउंसर, वॉलेंटियर एवं सुरक्षा गार्ड तैनात करने तथा एंट्री के पूर्व चेक करने को कहा गया।


गरबा आयोजकों को गरबा आयोजन के दौरान डीजे पूर्णतः प्रतिबंधित होने की जानकारी देते हुए साउण्ड सिस्टम को हाइ कोर्ट की गाइडलाइन के तहत निर्धारित डेसीमल और समय सीमा तक बजाने के निर्देश दिये गये।

साथ ही यह भी निर्देश दिये गए कि क्षमता के अनुरूप ही पास बांटे, जिससे प्रवेश के दौरान विषम स्थिति निर्मित न हो। साथ ही आयोजक रास गरबा आयोजन में पार्किंग की व्यवस्था रखने को भी कहा गया।

रासगरबा कार्यक्रम के दौरान किसी भी प्रकार की फुहड़ता, नशे का सेवन और कार्यक्रम को शांतिपूर्ण ढ़ंग से मनाने को एएसपी लखन पटले ने कहा।

केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से लौटे डॉक्टर रोहित यादव को ऊर्जा विभाग की जिम्मेदारी

रायपुर-   केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से लौटे 2002 बैच के आईएएस अधिकारी डॉक्टर रोहित यादव को ऊर्जा विभाग का सचिव बनाया गया है. इसके साथ-साथ उन्हें छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर कंपनीज़ का अतिरिक्त प्रभार भी सौंपा गया है. सामान्य प्रशासन विभाग ने आज इसका आदेश जारी कर दिया है.

डॉक्टर रोहित यादव के कार्यभार ग्रहण करने के बाद से मुख्यमंत्री के सचिव पी दयानंद ऊर्जा विभाग के सचिव और छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर कंपनीज़ के अतिरिक्त प्रभार से मुक्त हो जाएँगे.

कबीरधाम : मां दुर्गा की मूर्ति स्थापना को लेकर विवाद, प्रशासन ने सुलझाया मामला, गांव में पुलिस तैनात

कवर्धा-    नवरात्र के पर्व पर आज कबीरधाम जिले के ग्राम कामठी में स्थित बूढ़ा महादेव नरसिंह नाथ मंदिर परिसर में मां दुर्गा की मूर्ति स्थापना को लेकर विवाद की स्थिति पैदा हो गई. मंदिर के पुजारी ने परिसर में मूर्ति स्थापना की अनुमति नहीं दी और मंदिर के द्वार पर ताला जड़ दिया. इसके बाद ग्रामीणों में आक्रोश फैल गया. ग्रामीण मां दुर्गा की मूर्ति को मंदिर परिसर के अंदर ही स्थापित करने की मांग पर अड़े रहे, जिससे गांव में तनाव का माहौल बन गया.

स्थिति की गंभीरता को देखते हुए मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया. प्रशासन की ओर से एसडीएम और तहसीलदार ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रण में लिया. दोनों पक्षों के बीच बातचीत का दौर शुरू हुआ, जिसमें ग्रामीण, मंदिर प्रबंधन और पुजारी शामिल थे. काफी मशक्कत के बाद सभी पक्षों के बीच सहमति बनी, मंदिर परिसर का ताला खोला गया और मंदिर परिसर के अंदर ही मां दुर्गा की मूर्ति स्थापना का निर्णय लिया गया.
 
प्रशासन के हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हुआ, लेकिन किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए गांव में पुलिस बल की तैनाती अभी भी जारी है. प्रशासन ने ग्रामीणों से शांति बनाए रखने की अपील की है और भविष्य में ऐसे किसी भी विवाद से बचने के लिए सभी पक्षों को सहयोग करने की बात कही है.
BJP विधायक पुरंदर मिश्रा की फिसली जुबान, कहा- ‘दशमी की तिथि में राम मारा गया’, कांग्रेस ने कसा तंज, कही ये बात

रायपुर-  भरतीय जनता पार्टी के एक कार्यक्रम के दौरान रायपुर उत्तर से BJP विधायक पुरंदर मिश्रा की जुबान फिसल गई। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने दशमी की तिथि पर रावण की जगह भगवान राम के मारे जाने की बात कह दी। विधायक मिश्रा के इस बयान पर विपक्षी दल कांग्रेस ने तीखा हमला बोला है।

छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर भाजपा विधायक पुरंदर मिश्रा के बयान का मजाक उड़ाते हुए ट्वीट किया, “सुर्पनखा पुरंदर मिश्रा की मौसी है क्योंकि विधायक जी के हिसाब से ‘दशहरा में राम मारा गया था’।

कांग्रेस ने अपनी ‘एक्स’ पोस्ट पर आगे लिखा ”ज्ञानीदेव मिश्रा जी अपनी विद्वानता का बखान उस ईश्वर के लिए कर रहे हैं जिनके नाम पर इनकी रोजी रोटी चलती है जिनके नाम पर ये वोट मांगते फिरते हैं। अब तो धर्मगुरु भी खुले मंचों से कहने लगे हैं कि भाजपा ने केवल रामनाम का इस्तेमाल किया”।

राजनीति में महिलाओं की सहभागिता बढ़ाने चलेगा अभियान, युवा कांग्रेस ने पोस्टर विमोचन कर ‘इंदिरा फेलोशिप’ प्रोग्राम का किया आगाज

रायपुर-   छत्तीसगढ़ युवा कांग्रेस ने राजधानी के राजीव भवन में प्रेस वार्ता कर इंदिरा फेलोशिप कार्यक्रम के माध्यम से महिला शक्ति अभियान कि घोषणा की है. पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की स्मृति में महिलाओं को राजनीतिक क्षेत्र में सशक्त बनाने के उद्देश्य से एक साल पहले नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने इंदिरा फेलोशिप कार्यक्रम की शुरुआत की थी. ये अभियान ’हक, हिस्सेदारी और पहचान’ के मूल विचारों पर आधारित है जिसके जरिये राजनीति में रुचि रखने वाली महिलाओं को “शक्ति अभियान” से जोड़ कर राजनीति के विभिन्न पहलुओं पर जानकारी और ट्रेनिंग दी जाती है.

शिक्षा, रोजगार और बजट सहित हर क्षेत्र में 50% भागीदारी महिलाओं की हो इस मांग के साथ ये अभियान चलाया जा रहा है. महिला आयोग अध्यक्ष किरणमई नायक ने इंदिरा फैलोशिप के अंतर्गत आने वाले शक्ति अभियान का पोस्टर विमोचन किया.

छत्तीसगढ़ की कार्यक्रम चेयरमैन सरिता मल्होत्रा ने बताया कि राज्य से लेकर पंचायत स्तर तक बूट कैम्प के जरिये महिलाओं को राजनीति से जोड़ने अभियान चलाया जा रहा, महिलाएं शक्ति अभियान के वेबसाइट और दिये नंबर पर मिस्ड कॉल कर जुड़ सकती है. अब तक 28 राज्यों और 350 ब्लॉकों में 4300 शक्ति क्लब स्थापित किए हैं, जिनमें 31000 से अधिक सदस्यों ने हिस्सा लिया है.

प्रेस वार्ता में युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष आकाश शर्मा फेलोशिप प्रोग्राम के सदस्य सरिता मल्होत्रा, आशिका कुजूर इंदिरा फेलोज अभिलाषा पोयम, लिली श्रीवास, प्रियंका उपाध्याय, बसंती साहू, प्रीति मांझी मौजूद रहे.

मंत्री लखन लाल देवांगन ने कलेक्ट्रेट में अधिकारियों-कर्मचारियों को दिलाई स्वच्छता की शपथ

रायपुर-    राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जयंती के अवसर पर 02 अक्टूबर को जिला मुख्यालय कोरबा कलेक्ट्रेट में स्वच्छता ही सेवा अभियान अंतर्गत सफाई अभियान चलाया गया। इस दौरान मंत्री लखन लाल देवांगन ने अधिकारियों-कर्मचारियों को स्वच्छता की शपथ दिलाई और अपने आसपास के परिसर को स्वच्छ रखने की अपील की। उन्होंने हर सप्ताह दो घंटे श्रम दान करने का संकल्प लेने की अपील की। उन्होंने कहा कि स्वच्छता हमारे जीवन का आधार है।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दूरगामी एवं व्यापक सोच के परिणाम स्वरूप 2014 से स्वच्छता अभियान की शुरुआत एक जन आंदोलन के रूप में हुई थी। आज यह अभियान वृहद एवं व्यापक रूप ले लिया है। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कलेक्टर अजीत वसंत ने जिले में चलाए जा रहे स्वच्छता अभियान को सफल बनाने में जिले के स्वच्छता दीदियों के योगदान का उल्लेख करते हुए उनकी सराहना की। कलेक्टर ने कहा कि स्वच्छता के लिए किसी पर निर्भर रहने की आवश्यकता नहीं है। हम अपने घर से लेकर आसपास में कुछ घण्टे सफाई कर इसे अपने आदत में शामिल कर सकते हैं। कलेक्ट्रेट परिसर में कलेक्टर श्री वसंत एवं अन्य अधिकारियों ने साफ-सफाई कर स्वच्छता का संदेश दिया। इसी तरह जिले के अन्य विभागीय कार्यालयों में भी अधिकारियों द्वारा परिसर में सफाई अभियान चलाकर परिसर को स्वच्छ बनाया गया। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी, अपर कलेक्टर दिनेश कुमार नाग सहित अन्य अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री भगवान महाराजा अग्रसेन जयंती महोत्सव-2024 में हुए शामिल

रायपुर-    मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय आज यहां राजधानी रायपुर के छोकरा नाला स्थित श्री अग्रसेन धाम में भगवान महाराजा अग्रसेन जयंती महोत्सव-2024 में शामिल हुए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि महाराजा अग्रसेन ने समानता और भाईचारे के साथ समाज को आगे बढ़ाने का महान कार्य किया। मुख्यमंत्री श्री साय ने अग्रसेन जयंती के अवसर पर श्री अग्रसेन धाम के द्वितीय तल का लोकार्पण किया।

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि सभी को महाराजा अग्रसेन जयंती और नवरात्रि पर्व की बहुत-बहुत बधाई। अग्रवाल समाज हर क्षेत्र में अग्रणी रहने वाला समाज है। चाहे वह सेवा का क्षेत्र हो या शिक्षा और व्यापार की बात हो, हर क्षेत्र में अग्रवाल समाज ने महत्त्वपूर्ण योगदान दिया है।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि कोई भी समाज अपनी संस्कृति और अपनी अर्थव्यवस्था के बल पर आगे बढ़ता है। इन दोनों के संतुलन से ही वास्तविक उन्नति होती है। महाराजा अग्रसेन जी ने यही शिक्षा हम सभी को दी है। उन्होंने जहां व्यापार और आर्थिक विकास के सिद्धांत हमें दिए, वहीं वैदिक धर्म, संस्कृति और आदर्शों का पालन करते हुए समाज के सभी वर्ग के लोगों की उन्नति के लिए समान अवसरों के निर्माण पर भी उन्होंने जोर दिया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि महाराजा अग्रसेन ने समाज में समानता, भाईचारे और न्याय की स्थापना के लिए जो आदर्श प्रस्तुत किए, वे आज भी हमारे लिए प्रेरणा का स्रोत हैं। उनके आदर्शों पर चलते हुए अग्रवाल समाज के लोगों ने अपने व्यापार-व्यवसाय में ऊंची सफलता हासिल करते हुए देश के आर्थिक विकास में भी अपना उत्कृष्ट योगदान दिया है।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि मेरा यह सौभाग्य रहा कि अपने सार्वजनिक जीवन मे मुझे हमेशा अग्रवाल समाज के लोगों के बीच रहने का मौका मिला। केंद्रीय राज्य मंत्री के रूप में कार्य करते हुए मैंने देखा कि उद्योग-धंधों से जुड़े जिन लोगों से मिलने का अवसर मिलता था, उनमें अधिकांश लोग अग्रवाल समाज से होते थे।

अग्रवाल समाज एक परोपकारी समाज है। इस समाज द्वारा सभी के परोपकार के लिए बहुत से कार्य किये जाते हैं । चाहे वह धर्मशाला निर्माण हो या स्कूल-अस्पताल बनवाना, सेवा के हर कार्य में अग्रवाल समाज अग्रणी रहता है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार को कार्य करते हुए अभी 9 महीने हुए हैं। उद्योग-धंधों का विकास हमारी प्राथमिकता है। छत्तीसगढ़ राज्य हर मामले में बहुत समृद्ध है, यहां उद्योगों की बहुत सम्भावना है। अग्रवाल समाज से मेरा आग्रह है कि वे उद्योगों के विकास के लिए अपना पूरा योगदान दें। उद्योगों के विकास से रोजगार सृजन में तेजी आएगी। प्रदेश के युवाओं को उद्योगों के हिसाब से स्किल डेवलपमेंट कर रोजगार से जोड़ने की दिशा में हम आगे बढ़ रहे हैं। हमारी सरकार द्वारा नई उद्योग नीति के माध्यम से अधिक से अधिक सहूलियत उद्योगों को प्रदान की जा रही है। हम सिंगल विण्डो सिस्टम द्वारा उद्योग-धंधों को बढ़ावा दे रहे हैं। अग्रवाल समाज को इनका लाभ उठाना चाहिए।

सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि अग्रवाल समाज का भारत की प्रगति में उल्लेखनीय योगदान है। अग्रवाल समाज धर्म की रक्षा और परिवार-व्यवस्था के लिए जाना जाता है। अग्रवाल समाज द्वारा समाजसेवा के कई कार्य किये जाते हैं। समाज की सेवा करना बहुत जरूरी है। आज परिवार को जोड़ कर चलने की जरूरत है। ये संस्कार नई पीढ़ी तक पहुंचाना जरूरी है। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले अग्रवाल समाज के लोगों को सम्मानित किया। उन्होंने महाराजा अग्रसेन की जीवनगाथा का विमोचन किया।

इस अवसर पर रायपुर सांसद बृजमोहन अग्रवाल, बसना के विधायक सम्पत अग्रवाल, निर्मल अग्रवाल सहित बड़ी संख्या में अग्रवाल समाज के लोग उपस्थित रहे।

वित्त मंत्री ओपी चौधरी औचक निरीक्षण में पहुंचे पुसौर स्कूल

रायपुर-   वित्त मंत्री ओपी चौधरी आज रायगढ़ प्रवास के दौरान विकास खंड पुसौर शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के औचक निरीक्षण में पहुंचे। वित्त मंत्री श्री चौधरी ने स्कूल का भ्रमण कर विद्यालय के मूलभुत सुविधाओं की जानकारी ली। यहां उन्होंने विद्यालय में प्रयोगशाला निर्माण के लिए 20 लाख रूपये तथा पुस्तकालय के पुस्तकों हेतु 2 लाख रुपये की घोषणा की।

वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि आने वाले चार से पांच वर्ष आपके लिए बहुत महत्वपूर्ण है। अपने लिए स्पष्ट लक्ष्य बनाकर कामयाबी हासिल करने के लिए पढ़ाई करें, ताकि आपका भविष्य बन सके। उन्होंने कहा कि आज के दौर प्रतिस्पर्धा का दौर है, शुरूआती असफलताओं से निराश और हताश न होकर अपने लक्ष्य पर ध्यान केन्द्रित करें। बड़ी सोच और रणनीति बनाकर पढ़ाई करें, तभी लक्ष्य की प्राप्ति होगी। उन्होंने कहा कि आज भारत विकासशील से विकसित राष्ट्र की ओर अग्रसर हो रहा है। यहां अलग-अलग क्षेत्र में कैरियर के विभिन्न अवसर तैयार हो रहे है। आपको उस अवसर को प्राप्त करने के लिए तैयार होना होगा। उन्होंने प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारियों पर चर्चा कर करते हुए टिप्स के साथ ही कैरियर के विभिन्न विकल्प की जानकारी भी दी। उन्होंने विद्यार्थियों से अपने जीवन के संघर्ष एवं अनुभव भी साझा किए। इस अवसर पर भरत षडंगी, विलीस गुप्ता, विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी पुसौर ए.बी. केरकेट्टा, सहित पुसौर नगर पंचायत के गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।

कैरियर मार्गदर्शिका का किया वितरण

वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने उच्च शिक्षा, छात्रवृत्ति, शासकीय नौकरी के लिए आयोजित प्रतियोगी परीक्षाओं एवं शासन की छात्रोपयोगी योजनाओं से संबंधित कैरियर मार्गदर्शिका पुस्तक का वितरण किया। उन्होंने कहा कि कैरियर मार्गदर्शिका आपको उच्च शिक्षा से संबंधित जिज्ञासा के साथ सामान्य ज्ञान को पूर्ण करने में सहायक होगी।

मुख्यमंत्री ने किया प्रथम छत्तीसगढ़ हरित शिखर सम्मेलन का शुभारंभ, पारंपरिक हर्बल उत्पादों और लोक कला का किया अवलोकन

रायपुर-      छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर स्थित साइंस कॉलेज ग्राउंड परिसर में आज प्रथम छत्तीसगढ़ हरित शिखर सम्मेलन का भव्य आयोजन किया गया, जिसका उद्घाटन मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने किया। कार्यक्रम में प्रदेश की पारंपरिक वन संपदा, औषधीय उत्पादों और सांस्कृतिक धरोहर को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से विभिन्न विभागों द्वारा स्टॉल और प्रदर्शनी लगाई गई थी। मुख्यमंत्री ने इन स्टॉलों का भ्रमण कर उत्पादों की जानकारी ली और कलाकारों व कारीगरों के प्रयासों की सराहना की। इस अवसर पर वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री केदार कश्यप भी उपस्थित थे।

पारंपरिक औषधियों की जानकारी प्राप्त की

मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ वैद्य संघ के प्रदेश अध्यक्ष दशरथ नेताम द्वारा प्रदर्शित पारंपरिक औषधियों का अवलोकन किया। श्री नेताम ने बताया कि ये औषधियाँ जंगलों से विशेष रूप से चुनकर लाई गई जड़ी-बूटियों से तैयार की जाती हैं, जो स्वास्थ्य के लिए अत्यंत प्रभावी हैं। उन्होंने इन औषधियों की निर्माण प्रक्रिया और उनके उपयोग के लाभों पर भी चर्चा की। मुख्यमंत्री ने इन पारंपरिक विधियों के संरक्षण और प्रसार की आवश्यकता पर जोर दिया।

महिला स्व-सहायता समूहों के उत्पादों की सराहना

मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ राज्य लघु वनोपज सहकारी मर्यादित संघ। के स्टॉल पर जाकर विभिन्न वन-आधारित उत्पादों जैसे जशपुर के हैंडमेड ग्रीन टी, हर्बल च्यवनप्राश, और बस्तर क्षेत्र के आदिवासी समुदाय द्वारा तैयार किए गए शुद्ध हर्बल उत्पादों का अवलोकन किया। उन्होंने ‘हर्बल छत्तीसगढ़’ ब्रांड के तहत तैयार शहद, रागी-कोदो कुकीज, आँवला कैंडी, और जामुन रस जैसे उत्पादों को देखकर हर्ष व्यक्त किया। मुख्यमंत्री ने कहा, “इन हर्बल उत्पादों को बढ़ावा देने से न केवल स्थानीय महिलाओं को रोजगार मिलेगा, बल्कि यह ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी सशक्त बनाएगा।”

लोक कलाकारों के अनोखे प्रदर्शन की प्रशंसा

मुख्यमंत्री ने देवरी (आरंग) के मोहरी वादक विशाल राम यादव और कोलिहापुरी, दुर्ग के चिकारा वादक मनहरण दास बंजारे के लोक वाद्य प्रदर्शन का आनंद लिया। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की पारंपरिक लोक कलाएँ हमारी सांस्कृतिक विरासत का अभिन्न हिस्सा हैं, जिन्हें प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। उन्होंने दोनों कलाकारों को उनके संगीत के प्रति समर्पण के लिए बधाई दी।

रजवार कला के भित्ति चित्रों की सराहना

भित्ति चित्र कलाकार डॉ. शशिप्रिया उपाध्याय ने मुख्यमंत्री को उनकी टीम द्वारा बनाए गए भित्ति चित्रों के बारे में बताया, जिनमें रजवार कला के माध्यम से छत्तीसगढ़ की आदिम संस्कृति, लोक जीवन, और पारंपरिक वेशभूषा को दर्शाया गया है। उन्होंने कहा कि रजवार कला का उद्देश्य छत्तीसगढ़ की लोक संस्कृति को जीवित रखना और इसे नए आयाम देना है। मुख्यमंत्री ने इस प्रयास की सराहना करते हुए कहा कि, "ऐसी लोककलाओं के संरक्षण और प्रचार-प्रसार से हमारी सांस्कृतिक धरोहर का भविष्य सुरक्षित रहेगा।"

दिव्यांग बच्चों की कला का सम्मान

मुख्यमंत्री ने शासकीय दिव्यांग महाविद्यालय, माना कैम्प के मूक-बधिर विद्यार्थियों द्वारा लगाई गई चित्रकला प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया। इस दौरान छात्र धनदास बरमते ने स्वनिर्मित लोककला आधारित चित्र मुख्यमंत्री को भेंट किया। मुख्यमंत्री ने इस उपहार को स्वीकारते हुए धनदास की कला की प्रशंसा की और कहा, "आपकी यह कला हमारी संस्कृति को नई पहचान देने का कार्य करेगी।" उन्होंने धनदास के उज्ज्वल भविष्य की कामना की।

45 वर्षों से पारंपरिक वाद्य यंत्रों का संरक्षण कर रहे श्री रिखि क्षत्रिय का अभिनंदन

कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ की पारंपरिक वाद्य यंत्रों के संरक्षण में योगदान देने वाले रिखि क्षत्रिय ने मुख्यमंत्री को अपनी यात्रा के बारे में विस्तार से बताया। श्री क्षत्रिय ने कहा कि वे पिछले 45 वर्षों से छत्तीसगढ़ी वाद्य यंत्रों—जैसे रुंजू बाजा, घूमरा बाजा और चिरई बाजा—का संरक्षण और प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने गणतंत्र दिवस पर कर्तव्य पथ पर छत्तीसगढ़ की झांकी में पारंपरिक वाद्य यंत्रों का प्रदर्शन कर प्रदेश का गौरव बढ़ाया है। श्री क्षत्रिय ने मुख्यमंत्री को रुंजू बाजा भेंट किया और अपने अद्भुत कौशल का प्रदर्शन करते हुए घूमरा बाजा से शेर की आवाज और चिरई बाजा से चिड़िया की आवाज निकालकर उन्हें आश्चर्यचकित कर दिया। मुख्यमंत्री ने उनके इस अनूठे योगदान की सराहना की और कहा कि ऐसे कलाकार हमारी लोक परंपराओं के सच्चे रक्षक हैं।

छत्तीसगढ़ की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर को मिला मंच

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा, “छत्तीसगढ़ हरित शिखर सम्मेलन जैसे आयोजन प्रदेश की सांस्कृतिक धरोहर, पारंपरिक उत्पादों और हस्तशिल्प को प्रोत्साहित करने के लिए एक अनूठा मंच प्रदान करते हैं। ये आयोजन हमारे पारंपरिक ज्ञान और संस्कृति को सहेजने के साथ-साथ, इसे राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने में भी सहायक हैं।”

कार्यक्रम में विभिन्न विभागों के अधिकारियों, कला प्रेमियों और स्थानीय निवासियों की उपस्थिति रही, जिन्होंने छत्तीसगढ़ की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण के प्रयासों की सराहना की। साथ ही, मुख्यमंत्री ने सभी कलाकारों, कारीगरों, और प्रतिभागियों को प्रदेश की सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित और संवर्धित करने के लिए प्रोत्साहित किया।