मुख्यमंत्री निर्माण श्रमिक मृत्यु एवं दिव्यांग सहायता योजना से जया के जीवन में आया बदलाव
रायपुर- भारी मशीनरी की खनक-खनक की आवाज़ से अभ्यस्त होने में कुछ समय लग सकता है। शुरू में जया को फैक्ट्री के जीवन की सटीकता और गति डरावनी लगी। याद रखने के लिए नियम थे, अनुसरण करने के लिए कदम थे और सम्मान करने के लिए पदानुक्रम थे। 38 साल की उम्र में, कोविड-19 की पहली लहर के दौरान अपने पति की अचानक मृत्यु के बाद, जया को एक ऐसी भूमिका में धकेल दिया गया था, जिसके लिए किसी ने उसे तैयार नहीं किया था। जया की कहानी महिलाओं को सशक्त बनाने और समुदायों को बदलने में लेबर हेल्पलाइन और लेबर रिसोर्स सेंटर के दूरगामी प्रभाव का प्रमाण है। छत्तीसगढ़ श्रम विभाग को यूएनडीपी के संसाधन, विशेषज्ञता और सहायता ने इस क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
जया ने कहा, जब मेरे पति का निधन हुआ, तो मुझे ऐसा लगा जैसे मैं घुटन भरे अंधेरे में घिर गई हूं, जिससे बाहर निकलने का कोई रास्ता नहीं मिल पा रहा है। पति की मृत्यु के बाद जीवन आर्थिक कठिनाइयों और सामाजिक कलंक से भरा हुआ था, जो अक्सर भारतीय समाज में विधवा होने के साथ होता है। जया दुख और अविश्वास के सागर में डूबी हुई थी। लेकिन जल्द ही उसे अपने पति के कर्ज की सच्चाई का सामना करना पड़ा। अनिश्चित वित्तीय भविष्य सामने था और जया जानती थी कि उसे चीजों को सही करने के लिए कार्यबल में प्रवेश करना होगा।
आशा की एक किरण रायपुर में स्थापित सीएम श्रमिक हेल्पलाइन (मुख्यमंत्री श्रमिक सहायता केंद्र) के रूप में सामने आई। वहां, जया को मुख्यमंत्री निर्माण श्रमिक मृत्यु एवं दिव्यांग सहायता योजना के बारे में पता चला, जो एक सरकारी योजना थी जो एक मृत मजदूर के परिवार को वित्तीय सहायता प्रदान करती थी। दयालु स्टाफ सदस्यों ने जया को सरकारी योजना की जटिलताओं को समझने में मदद की और उसे 1,00,000 रुपये की सहायता राशि दिलाने में सहायता की।
यह रकम उनकी जीवनरेखा बन गई और कर्ज चुकाने में मदद की। उन्होंने कहा, मेरे पति की अचानक मृत्यु हो गई थी, इसलिए यह योजना बहुत मददगार रही। कर्ज चुकाने के बीच में ही इस योजना ने उन्हें बचाया। जिस दिन जया कर्ज मुक्त हुईं, उनकी सोच बदल गई। उन्हें न केवल राहत मिली, बल्कि आगे बढ़ने का दृढ़ संकल्प भी मिला। जया ने तय किया कि अब समय आ गया है कि वह अपने घर की चारदीवारी से बाहर निकलकर काम पर लग जाएं।
खस्ता मैन्युफैक्चरिंग यूनिट में फैक्ट्री की नौकरी के पहले दिन उसके हाथ-पैर कांप रहे थे। मशीनरी और निर्माण प्रक्रिया डराने वाली थी, लेकिन जया ने पहले भी कई चुनौतियों का सामना किया था। धीरे-धीरे, मुस्कुराते हुए, सौम्य सहकर्मियों की मदद से, जया ने अपनी नई भूमिका को अपनाया।

रायपुर- भारी मशीनरी की खनक-खनक की आवाज़ से अभ्यस्त होने में कुछ समय लग सकता है। शुरू में जया को फैक्ट्री के जीवन की सटीकता और गति डरावनी लगी। याद रखने के लिए नियम थे, अनुसरण करने के लिए कदम थे और सम्मान करने के लिए पदानुक्रम थे। 38 साल की उम्र में, कोविड-19 की पहली लहर के दौरान अपने पति की अचानक मृत्यु के बाद, जया को एक ऐसी भूमिका में धकेल दिया गया था, जिसके लिए किसी ने उसे तैयार नहीं किया था। जया की कहानी महिलाओं को सशक्त बनाने और समुदायों को बदलने में लेबर हेल्पलाइन और लेबर रिसोर्स सेंटर के दूरगामी प्रभाव का प्रमाण है। छत्तीसगढ़ श्रम विभाग को यूएनडीपी के संसाधन, विशेषज्ञता और सहायता ने इस क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
रायपुर- राज्यपाल रमेन डेका ने आज केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से नई दिल्ली में सौजन्य मुलाकात की। श्री डेका ने केंद्रीय वित्त मंत्री से विभिन्न क्षेत्रों में घरेलू संस्थागत निवेश और विदेशी संस्थागत निवेश के द्वारा छत्तीसगढ़ की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के संबंध में विस्तार से चर्चा की। इसके अलावा राज्यपाल ने छत्तीसगढ़ को एक समृद्ध अर्थव्यवस्था बनाने के महत्वाकांक्षी दृष्टिकोण के साथ छत्तीसगढ़ निवेशक सम्मेलन 2025 के आयोजन का प्रस्ताव रखा। इसका उद्देश्य राज्य में उपलब्ध संसाधनों के समुचित उपयोग के साथ बड़े और छोटे उद्योगों, प्रौद्योगिकी, स्वास्थ्य, शिक्षा के विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट निवेश को बढ़ावा देना है। उन्होंने कहा कि इस तरह के निवेश से छत्तीसगढ़ के युवाओं के लिए रोजगार के अवसर पैदा होंगे।
रायपुर- मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज शारदीय नवरात्रि के पहले दिन मां बम्लेश्वरी के दर्शन लाभ के लिए जा रहे श्रद्धालुओं के बस को मुख्यमंत्री निवास से झंडी दिखाकर रवाना किया। मुख्यमंत्री ने नवरात्रि के शुभ मौके पर इस पावन यात्रा के लिए श्रद्धालुओं को शुभकामनाएं दी। सभी श्रद्धालुओं ने मुख्यमंत्री को नवरात्रि की शुभकामनाएं दी। मां बम्लेश्वरी के जयकारे और भजन-कीर्तन के साथ यह यात्रा शुरू हुई।
रायपुर- जिंदगी में अनुशासन बहुत जरूरी है, यह हमें अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद करता है और जीवन को एक दिशा देता है। अनुशासन वह शक्ति है जो हमें कठिन परिस्थितियों में स्थिर और प्रतिबद्ध रहने में मदद करती है।






रायपुर- राज्य के ग्रामीण अंचलों में निःशुल्क घरेलू नल कनेक्शन देने का काम तेजी से किया जा रहा है। प्रदेश में जल जीवन मिशन के अंतर्गत घरों में शुद्ध पेयजल आपूर्ति के लिए चलाए जा रहे अभियान के अंतर्गत 50 लाख 05 हजार 147 परिवारों को घरेलू नल कनेक्शन दिया जाना है। जिसके तहत वर्तमान में 39 लाख 50 हजार 400 घरेलू नल कनेक्शन दिए जा चुके हैं। इसके साथ-साथ राज्य के 43 हजार 924 स्कूलों, 41 हजार 663 आंगनबाड़ी केन्द्रों तथा 17 हजार 319 ग्राम पंचायत भवनों और सामुदायिक उप-स्वास्थ्य केन्द्रों में टेप नल के माध्यम से शुद्ध पेयजल की आपूर्ति की व्यवस्था की गई है। जिसमें छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिला सर्वाधिक 1 लाख 96 हजार 667 ग्रामीण परिवारों को घरेलू नल कनेक्शन देने में अग्रणी है। इसी तरह जिला रायगढ़ 1 लाख 95 हजार 983, जांजगीर-चांपा जिले में 1 लाख 82 हजार 437 परिवारों को घरेलू नल कनेक्शन देने में क्रमशः दूसरे और तीसरे स्थान पर है।
रायपुर- मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध शायर हाजी हसन अली ’हसन’ की 2 अक्टूबर को जयंती पर उन्हें याद करते हुए कहा कि श्री हसन का उर्दू भाषा के प्रसार में विशिष्ट योगदान है। उन्होंने कहा कि श्री हाजी हसन ने हिन्दी से उर्दू पढ़ना-लिखना सीखने के लिए कई किताबें लिखी, इससे दोनों भाषाओं को सीखने और समझने में रूचि रखने वालों को आसानी हुई है। हाजी हसन अली ‘हसन‘ ने उर्दू भाषा को जनप्रिय बनाने के लिए महत्वपूर्ण कार्य किया है। राज्य सरकार ने उनके सम्मान में राज्य अलंकरण की स्थापना की है।
बस्तर- विश्व में अनोखी और आकर्षक परंपराओं के लिए मशहूर बस्तर दशहरा पर्व की शुरुआत आज रात काछन देवी की अनुमति के बाद हो गयी है. बस्तर दशहरा पर्व शुरू करने के लिए अनुमति लेने की परंपरा अनूठी है. काछनगादी रस्म में एक नाबालिग कुंवारी कन्या बेल के कांटों के झूले पर लिटाया जाता है. बस्तर में करीब 700 वर्षों से चली आ रही परंपरा की मान्यता के अनुसार कांटों के झूले पर लेटी कन्या में साक्षात देवी आकर पर्व शुरू करने की अनुमति देती है. 75 दिनों तक मनाए जाने वाले दशहरा पर्व में निभाई जानेवाली 12 से ज्यादा रस्में अद्भुत और अनोखी होती हैं.

रायपुर- मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने प्रदेशवासियों विशेषकर अग्रवाल समाज के लोगों को महाराजा अग्रसेन जयंती की बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। अपने शुभकामना संदेश में श्री साय ने कहा है कि महाराजा अग्रसेन ने हमें सामाजिक समानता, करुणा और अहिंसा का संदेश दिया। लोकतांत्रिक शासन व्यवस्था और आर्थिक समरूपता उनके आदर्श मूल्य रहे। मुख्यमंत्री ने कहा कि समाज को समृद्ध और सशक्त बनाने तथा प्रेम और सदभाव का वातावरण निर्माण के लिए महाराजा अग्रसेन द्वारा दिए गए विचार मूल्य प्रेरणादायी हैं।
रायपुर- रायपुर के स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट से चेन्नई और पुणे के लिए सीधी फ्लाइट शुरू हो गई है। यह फ्लाइट अब रोजाना चलेगी। इससे पहले इंडिगो इस रूट पर हफ्ते में सिर्फ चार दिन फ्लाइट संचालित करती थी। रोजाना फ्लाइट शुरू होने से यात्रियों की संख्या में भी इजाफा होगा। करीब एक हफ्ते पहले रायपुर से अहमदाबाद के लिए रोजाना सीधी फ्लाइट शुरू की गई थी।
Oct 03 2024, 16:14
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