पूर्णिया के अमौर प्रखंड में बाढ की विनाशलीला थमने का नाम नहीं ले रहा
पूर्णिया के अमौर प्रखंड में बाढ की विनाशलीला थमने का नाम नहीं ले रहा है, हालांकि कनकई महानंदा नदी का जलस्तर में थोड़ी गिरावट आई है, तो वहीं दूसरी और दास बकरा और परमान नदी में पानी लगातार बढ़ोतरी पर है, ऐसे में कयास लगाया जा रहा है कि अभी हालात सामान होने में सप्ताह से अधिक समय लगेगा, ग्रामीण सड़कों पर पानी का बहाव तेज हो गया है, कई सड़क डूब चुकी है
तीन-चार फीट से ज्यादा पानी बहने के कारण ग्रामीणों का प्रखंड मुख्यालय से सड़क - संपर्क भंग हो गया है, बात की जाए तो बाढ प्रभावित क्षेत्र में बीडीओ रंजीत कुमार सिंह अंचल अधिकारी सुधांशु मधुकर थाना अध्यक्ष अवधेश कुमार मनरेगा पीओ प्रशांत कुमार राय लगातार दौड़ा कर रहे हैं, इस सुविधा की घड़ी में प्रखंड -अंचल प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद है, मदर बोट की सहायता से लोगों को मदद पहुंचाई जा रही है, बीते दिनों गर्भवती महिला को रेस्क्यू कर अस्पताल पहुंचाया गया, अनुमंडल पदाधिकारी कुमारी तोसी डीसीएलआर टेस लाल सिंह ने भी प्रखंड क्षेत्र के बाढ़ से प्रभावित इलाकों का दौरा किया, अनुमंडल पदाधिकारी कुमारी तोसी ने दलमालपुर धुरपैली सहित अन्य पंचायतों में बाढ की स्थिति का मुआयना किया, जहां धुरपेली पंचायत के परास टोली में दास नदी की धार पर नाव उपलब्ध न होने पर उन्होंने व्यवस्था कराने की बात कही, वहीं दूसरी और दोनों और मुख्यमंत्री सड़क निर्माण हो चुका है ऐसे में पुल के न बनने से लोगों में व्यापक कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है, इसकी जानकारी मुखिया प्रतिनिधि इकबाल खान उर्फ लाल खान ने दी, इस दास नदी पर केले के थाम के सहारे लोगों की आवाजाही हो रही है, भसना चौक से सोनामनी होते हुए पिपरा जाने वाली सड़क मार्ग में जल प्रवाह तेज हो गया है तीन स्थानों पर सड़क मार्ग टूटने से लोग अपने घरों में फंस गए हैं, पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि लाल खान ने बताया कि इस सड़क मार्ग में तीन स्थानों पर पुल निर्माण की अत्यंत आवश्यकता है, जहां प्रतिवर्ष एफडीआर के तहत ईट के टुकड़े डाले जाते हैं, लेकिन बार-बार सड़क कट जाने से लोगों की आवाजाही अवरुद्ध हो गई है, प्रखंड मुख्यालय के पश्चिमी छोर पर बसे पंचायत में भी बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है, तियरपाड़ा अधांग झौवारी बरबट्टा विष्णुपुर धुरपेली भवानीपुर पोठिया गंगेली बड़ा ईदगाह बकैनिया बरेली मझुआहाट पंचायत की निचले इलाकों में पानी फैलने के साथ-साथ अब कई घरों में भी प्रवेश कर चुका है, निचले इलाकों से लेकर खेत खलिहान डूब चुके हैं किसानों को अपने फसलों की चिंता सताए जा रही है धान की फसल लगभग तैयार होने पर थी, सब्जियां नष्ट हो चुकी है, ऐसे में फसल क्षति से लेकर लोगों को मुआवजा राशि की मांग प्रमुख प्रतिनिधि अफसर नदवी ने की है, नदियों में आए उछाल के कारण कई स्थानों पर भीषण कटाव तेज हो गया है, प्रखंड विकास प्राधिकारी रंजीत कुमार सिंह अंचल अधिकारी सुधांशु मधुकर ने बताया कि कई बाढ प्रभावित पंचायत में सुखा राशन का वितरण कराया गया है, ताकि इस मुश्किल घड़ी में लोगों को थोड़ा बहुत राहत मिल सके, वही बात की जाए पहाड़िया के पास बसे संथाल टोली में लोग घरों में फंस चुके हैं चारों ओर से यह टोला टापू में तब्दील हो चुका है वहीं दूसरी और हफनिया खाड़ी महीन गांव तालवारी ज्ञानडोभ हरिपुर रंगरैया लाल टोली पंचायत की विभिन्न गांव में सड़क संपर्क भंग हो गया है, लोगों के बीच खाने-पीने की विकट स्थिति उत्पन्न हो गई है, पशुओं के लिए चारा का भी कोई इंतजाम नहीं है, लोग ऊंचे स्थानों पर शरण लिए हुए हैं हालांकि विभिन्न पंचायत के मुखिया के द्वारा दौरा कर लोगों की स्थिति और हाल-चाल जाना जा रहा है, रंगामाटी के पास बने स्वास्थ्य केंद्र में बाढ़ का पानी प्रवेश कर चुका है, इस बाढ आपदा की घड़ी में भी शिक्षक बड़ी कठिनाइयों के साथ विद्यालय पहुंच रहे हैं जहां संकुल स्तरीय विद्यालयों में अर्धवार्षिक की परीक्षा का मूल्यांकन का कार्य चल रहा है जो 27 से 1 अक्टूबर तक चलेगा, कई शिक्षकों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि सरकार के आदेशो का पालन करना हम लोगों का कर्तव्य है लेकिन जान जोखिम में डालकर विद्यालय पहुंच रहे हैं, ऐसे में बड़े ही परेशानी का कारण बन गया है, पूर्व विधायक सबा जफर ने बाढ़ से प्रभावित पंचायतों का दौरा किया, एवं अंचल अधिकारी से मिलकर लोगों की समस्याओं को समक्ष रखा पूर्व विधायक सबा जफर ने बताया कि बाढ़ की तबाही से लोग परेशान हाल हैं ऐसे में लोगों को प्रशासनिक मदद की अत्यंत आवश्यकता है,
Sep 30 2024, 19:35