जांच की जरूरत, MUDA घोटाले में सीएम सिद्धारमैया पर चलेगा मुकदमा : कर्नाटक हाई कोर्ट

कर्नाटक उच्च न्यायालय ने मुख्यमंत्री सिद्धारमैया की उस याचिका को खारिज कर दिया है, जिसमें उन्होंने मैसूर शहरी विकास प्राधिकरण (MUDA) घोटाले में राज्यपाल द्वारा उनके खिलाफ मुकदमा चलाने की मंजूरी को चुनौती दी थी। न्यायमूर्ति एम नागप्रसन्ना की एकल पीठ ने कहा कि शिकायतकर्ताओं द्वारा की गई शिकायत और राज्यपाल की मंजूरी उचित है और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 17ए के तहत जांच का आदेश दिया गया था। उच्च अदालत ने सिद्धारमैया की याचिका को खारिज करते हुए कहा कि इस मामले में तथ्यों की जांच की आवश्यकता है।

मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने अपनी याचिका में तर्क दिया था कि राज्यपाल का मंजूरी आदेश प्रथम दृष्टया दोषी होने का कोई कारण नहीं बताता है और राज्यपाल की विवेकाधीन शक्तियां सीमित हैं। वहीं, सिद्धारमैया की ओर से वरिष्ठ वकील और कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा था कि एक निर्वाचित लोक सेवक के खिलाफ इस तरह की कार्यवाही चुनावी प्रक्रिया को कमजोर कर सकती है। उन्होंने यह भी तर्क दिया कि भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 17ए को 2010 से पहले के मामलों में लागू नहीं किया जा सकता, क्योंकि यह कानून 2010 के बाद लागू हुआ था।

दूसरी ओर, राज्यपाल कार्यालय की ओर से सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने तर्क दिया कि राज्यपाल ने सभी तथ्यों पर विचार कर मंजूरी दी है, और इस स्तर पर प्राकृतिक न्याय के सिद्धांतों का पालन करने की कोई आवश्यकता नहीं थी। इस फैसले के बाद कांग्रेस पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं। एक तरफ, पार्टी के नेता और वकील, सीएम को कानूनी प्रक्रिया से बाहर निकालने का प्रयास कर रहे हैं, तो दूसरी तरफ, कांग्रेस की सरकार वाले राज्यों में भ्रष्टाचार के बड़े मामले सामने आ रहे हैं।

कर्नाटक के अलावा, झारखंड में भी कांग्रेस के नेताओं पर गंभीर आरोप लगे हैं। झारखंड में कांग्रेस मंत्री आलमगीर आलम के नौकर के घर से 30 करोड़ रुपये नकद मिले थे, जबकि कांग्रेस सांसद धीरज साहू के पास से 350 करोड़ रुपये की बरामदगी हुई थी। कर्नाटक में भी वाल्मीकि विकास विभाग में कांग्रेस मंत्री बी नागेंद्र को भ्रष्टाचार के आरोपों में गिरफ्तार किया गया था।

मुंबई में होने वाले Coldplay इवेंट के लिए बिक रहे फेक टिकट! दर्ज हुई शिकायत

मुंबई में होने वाले कोल्डप्ले (Coldplay) के कॉन्सर्ट के लिए ऑनलाइन टिकट एग्रीगेटर BookMyShow ने कुछ प्लेटफॉर्म्स पर फर्जी टिकटों की कथित बिक्री के सिलसिले में पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। BookMyShow कोल्डप्ले के इस कॉन्सर्ट के आधिकारिक टिकटिंग पार्टनर के रूप में कार्य कर रहा है। कंपनी ने एक बयान जारी करते हुए स्पष्ट किया, "BookMyShow का कोल्डप्ले के 'म्यूजिक ऑफ द स्फीयर्स वर्ल्ड टूर 2025' के टिकटों की रीसेल के लिए Viagogo, Gigsberg या किसी अन्य थर्ड पार्टी टिकट बेचने या रीसेलिंग प्लेटफॉर्म से कोई संबंध नहीं है।"

अपने बयान में BookMyShow ने कहा, "भारत में टिकटों की कालाबाजारी को गंभीरता से लिया जाता है तथा यह कानूनन दंडनीय है। हमने इस मामले में पुलिस अफसरों के पास शिकायत दर्ज कराई है तथा जांच में पूरा सहयोग देंगे।" कंपनी ने लोगों से अपील की है कि वे ऐसे घोटालों का शिकार न बनें। अनधिकृत स्रोतों से खरीदे गए टिकटों का जोखिम पूरी तरह से खरीदार पर होगा तथा वे फर्जी हो सकते हैं।

गौरतलब है कि Coldplay 8 वर्ष पश्चात् भारत लौट रहा है। बैंड का कॉन्सर्ट 18, 19, एवं 21 जनवरी 2025 को मुंबई में आयोजित होने वाला है। कालाबाजारी का तात्पर्य इवेंट और कॉन्सर्ट के लिए बड़ी मात्रा में टिकट खरीदकर उन्हें अधिक कीमत पर बेचना है। जनवरी 2025 में मुंबई में होने वाले कोल्डप्ले कॉन्सर्ट के लिए BookMyShow पर टिकट स्कैम के खतरे मंडरा रहे हैं, जबकि लाखों प्रशंसक टिकट पाने के लिए होड़ कर रहे हैं।

रिकॉर्ड बदले-सबूत मिटाए..', कोलकाता रेप-मर्डर केस में बंगाल पुलिस पर CBI का बड़ा खुलासा

कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में एक जूनियर डॉक्टर के साथ हुए वीभत्स बलात्कार और हत्या के मामले में CBI ने बड़ा खुलासा किया है। केंद्रीय जांच एजेंसी ने कोर्ट को बताया कि इस मामले में ताला पुलिस थाने के रिकॉर्ड्स के साथ न केवल छेड़छाड़ की गई, बल्कि कुछ झूठे रिकॉर्ड भी तैयार किए गए। जाँच के दौरान पुलिस थाने के कुछ CCTV फुटेज सीबीआई के हाथ लगे, जिन्हें उन्होंने सेंट्रल फॉरेंसिक साइंस लैब (CFSL) में भेज दिया है। CBI ने कहा कि अभिजीत मंडल और संदीप घोष से पूछताछ के बाद ये साफ हुआ कि उन्होंने मामले को गलत दिशा में मोड़ने के लिए झूठी जानकारी रिकॉर्ड में डाली थी। इन दोनों के मोबाइल डेटा भी CFSL को भेजे गए हैं, जिनसे और सबूत मिलने की संभावना है। CBI ने आरोपियों को कोर्ट में पेश किया, जहाँ कोर्ट ने उन्हें फिर से 30 सितंबर तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया। इस मामले में अब तक तीन गिरफ्तारियाँ हो चुकी हैं—संजय रॉय, संदीप घोष और अभिजीत मंडल। पुलिस जांच कर रही है कि कहीं ये तीनों मिलकर अपराध की साजिश में तो शामिल नहीं थे। घटना 9 अगस्त 2024 को हुई थी, जब आरजी कर मेडिकल कॉलेज की एक जूनियर डॉक्टर की बलात्कार के बाद हत्या कर दी गई थी। इस घटना की जानकारी सुबह 10 बजे ताला थाने को दी गई, लेकिन बंगाल पुलिस ने FIR रात के 11:30 बजे दर्ज की। इस घटना के बाद कई डॉक्टर सड़कों पर उतर आए थे और न्याय की मांग की थी। पीड़िता के परिवार ने भी आरोप लगाया कि उन्हें बहुत देर बाद उनकी बेटी से मिलने दिया गया। विवाद बढ़ने पर पुलिस ने संजय रॉय को गिरफ्तार कर लिया, जबकि थाना प्रभारी अभिजीत मंडल और संदीप घोष को बाद में CBI द्वारा पकड़ा गया। अब CBI की जांच में यह स्पष्ट हो रहा है कि सबूतों से छेड़छाड़ की गई थी। इस गंभीर मामले में यह सवाल उठता है कि आखिर ममता सरकार किसे बचाने की कोशिश कर रही है? एक मेडिकल कॉलेज में जूनियर डॉक्टर का बलात्कार और हत्या हो जाती है, लेकिन बंगाल सरकार पीड़िता को न्याय दिलाने के बजाय सबूत मिटाने में लगी हुई है। जब जांच CBI को सौंपी जाती है, तो मुख्यमंत्री ममता बनर्जी खुद विरोध मार्च निकालती हैं, जबकि उनकी पुलिस ने सबूतों से छेड़छाड़ की थी और आरोपियों को बचाने की कोशिश की थी। इस मामले में INDIA गठबंधन के नेताओं की चुप्पी भी सवाल खड़े करती है। क्या यह चुप्पी बंगाल में हो रही आपराधिक घटनाओं का मौन समर्थन नहीं दिखाती? क्या यह देश की राजनीति का निम्नतम स्तर नहीं है, जहाँ न्याय की मांग को दबाने के लिए सत्ता का गलत इस्तेमाल हो रहा है?
चीन की बड़ी साजिश का पर्दाफाश, भारत से पार कर दिए 400 करोड़, ईडी ने खोले राज

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चीन ने गेमिंग एप से भारत की अर्थव्यवस्था को कमजोर करने की बड़ी साजिश रची थी। ईडी यानी प्रवर्तन निदेशालय ने भारत के खिलाफ चीन की इस बड़ी साजिश का पर्दाफाश किया है।ऑनलाइन गेमिंग ऐप के खिलाफ ईडी ने एक बड़ी कार्रवाई की है। ईडी ने पहली बार ऑनलाइन गेमिंग ऐप FIEWIN से जुड़े चीनी नागरिकों के क्रिप्टो एकाउंट फ्रीज किए हैं।

आरोप है कि ये गेमिंग एप भारत विरोधी गतिविधियों में शामिल है। जांच में पता चला है कि इस गेमिंग एप के जरिए भारत से 400 करोड़ रुपये चीन पहुंचाया गया था।ईडी जांच में खुलासा हुआ था कि भारत में इस गेपिंग के जरिये चीनी मूल के नागरिकों ने भारत में बड़ी सेंध लगाकर करीब 400 करोड़ की कमाई की और ये पैसा चीन पहुंचा था।

ईडी ने तीन चीनी नागरिकों के 3 क्रिप्टो अकाउंट सीज किए हैं। जांच एजेंसी ने चीनी नागरिकों के 25 करोड़ जब्त किए।इस मामले में ईडी ने भारत के चार नागरिकों को भी गिरफ्तार किया है।

आपको बता दें कि कुछ दिन पहले ही ईडी ने इस गेमिंग एप के खिलाफ देश मे कई जगहों पर छापेमारी की थी। उस दौरान ईडी ने कई भारतीय नागरिकों को भी गिरफ्तार किया था। उस दारौन आरोपियों से पूछताछ के दौरान ये खुलासा हुआ था कि कैसे इस गेमिंग एप के जरिये भारत का 400 करोड़ चाइना पहुंचाया गया है। ईडी ने इस एप के जरिए ऑनलाइन सट्टेबाजी और गेमिंग धोखाधड़ी को लेकर चार लोगों को गिरफ्तार किया है।

इस मामले में पहले कोलकाता के कोसीपोर पुलिस स्टेशन में ऑनलाइन गेमिंग ऐप FIEWIN के जरिए धोखाधड़ी और साजिश के मामले में आईपीसी की धारा 420, 406 और 120B के तहत 16 मई 2023 को केस दर्ज हुआ था। ईडी ने PMLA के तहत जांच में पाया कि चीनी नागरिक भारतीय नागरिकों की मदद ये एप चला रहे हैं। FIEWIN ऐप के जरिए ऑनलाइन गेमर्स से इकठ्ठा किए गए पैसे कई लोगों (जिन्हें रिचार्ज व्यक्ति कहा जाता है) के बैंक खातों में किए गए। इसके बदले एप मालिक रिचार्ज को कमीशन देते थे। जांच में पता चला कि अरुण साहू और आलोक साहू, जो उड़ीसा के राउरकेला के रहने वाले हैं ,उन लोगों ने “रिचार्ज व्यक्ति” के रूप में काम किया था। FIEWIN एप से उनके बैंक खातों में जो पैसे आए उन्हें क्रिप्टो करेंसी में बदल किया गया था। उन्होंने फीविन एप से कमाई क्रिप्टो करेंसी को विदेशी क्रिप्टो एक्सचेंज अर्थात बिनेंस पर चीनी नागरिकों के वॉलेट में जमा किया।

बिहार के पटना स्थित एक इंजीनियर चेतन प्रकाश ने रुपए को क्रिप्टो करेंसी (USDT) में बदलने में ऐसे “रिचार्ज व्यक्तियों” की मदद करके मनी लॉन्ड्रिंग में अहम भूमिका निभाई। जोसेफ स्टालिन नामक एक अन्य शख्स ने गांसु प्रांत के पाई पेंग्युन नामक चीनी नागरिक को अपनी कंपनी स्टूडियो 21 प्राइवेट लिमिटेड का सह-निदेशक बनने में मदद की ,जोसेफ चेन्नई का रहने वाला है और सॉफ्टवेयर इंजीनियर है।

पाई पेंग्युन ने ऐप से जुड़े बड़े पेमेंट लिए स्टूडियो 21 प्राइवेट लिमिटेड के बैंक खाते का इस्तेमाल किया, जिससे उन्हें शुरुआत में गेमर्स का विश्वास हासिल करने में मदद मिली और एप यूजर्स को बड़े दांव लगाने के लिए उन्हें प्रेरित किया। फिर पेमेंट का पैसा जोसेफ स्टालिन के चीनी संचालकों द्वारा नियंत्रित वॉलेट से अपने बिनेंस खाते में क्रिप्टो करेंसी के रूप में लिया गया। बदले में उन्होंने बिनेंस पर पी2पी मोड के जरिए क्रिप्टो बेचकर यूएसडीटी क्रिप्टो करेंसी को रुपए में बदल लिया।

अब तक की जांच से पता चला है कि फीविन एप आधारित धोखाधड़ी से करीब 400 करोड़ रुपये की गई है और ये पैसा चीनी नागरिकों के नाम पर 8 बिनेंस वॉलेट में जमा किया गया था, जैसा कि एक्सेस आईपी लॉग से पता चला है, ये वॉलेट चीन से चलाए जा रहे थे। चीनी नागरिक टेलीग्राम पर अरुण साहू, आलोक साहू, चेतन प्रकाश, जोसेफ स्टालिन से बात करते थे और इस घोटाले में इस चारों की सक्रिय भूमिका है। इन सभी 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।

अब गुजरात में ट्रेन पलटाने की साजिश! रेलवे-ट्रैक पर रखा लोहे का टुकड़ा, हुई टक्कर, बाल बाल बचा यात्री ट्रेन

उत्तर प्रदेश में ट्रेन की पटरियों के साथ छेड़छाड़ की घटनाओं के पश्चात् अब गुजरात में भी ऐसा एक मामला सामने आया है। बोटाद में एक यात्री ट्रेन बड़े हादसे का शिकार होते-होते बच गई। कहा जा रहा है कि रेलवे की पटरियों के बीच लोहे के पुराने टुकड़े रखे गए थे, जिससे ट्रेन टकरा गई। आवाज सुनकर ड्राइवर ने तुरंत ट्रेन रोक दी और पास के रेलवे स्टेशन को खबर दी। खबर प्राप्त होते ही GRP और RPF की टीम मौके पर पहुंची तथा तहकीकात आरम्भ की।

बोटाद के SP किशोर बालोलिया ने बताया कि रानपुर थाना क्षेत्र की सीमा से गुजर रही ओखा-भावनगर पैसेंजर ट्रेन (19210) बुधवार तड़के लग्भग 3 बजे पटरी पर रखे चार फुट लंबे लोहे के टुकड़े से टकरा गई। ड्राइवर ने आवाज सुनकर ट्रेन वहीं रोक दी, तथा ट्रेन कई घंटों तक वहीं खड़ी रही। स्थानीय पुलिस थाने को सुबह करीब साढ़े सात बजे इसकी खबर दी गई, तत्पश्चात, पुलिस मौके पर पहुंची और तहकीकात आरम्भ की।

यह घटना कुंडली रेलवे स्टेशन से करीब दो किलोमीटर दूर हुई। पुलिस ने बताया, यह तोड़फोड़ की साजिश का मामला प्रतीत होता है, हालांकि इस सिलसिले में तहकीकात जारी है। हाल ही में, गुजरात के सूरत जिले में रेल पटरी से छेड़छाड़ करने के आरोप में रेलवे के तीन कर्मचारियों को गिरफ्तार किया गया था। प्राप्त खबर के अनुसार, ट्रैकमैन के पद पर तैनात सुभाष पोद्दार (39), मनीष मिस्त्री (28) और शुभम जायसवाल (26) ने बीते शनिवार को कोसांबा और किम स्टेशन के बीच निरीक्षण के चलते रेलवे प्रशासन को सूचित किया कि कुछ शरारती तत्व पटरी से क्लिप और दो फिशप्लेट हटाकर उन्हें दूसरी पटरी पर रख रहे हैं। जांच में इन तीनों कर्मचारियों की भूमिका संदिग्ध पाई गई।

पूछताछ में अपराधियों ने बताया कि उन्होंने ऐसा इसलिए किया क्योंकि उन्हें लगा कि इस सूचना को देने पर उन्हें सम्मानित किया जाएगा और उन्हें रात की ड्यूटी पर तैनात किया जाएगा, जिससे उन्हें दिन में अपने परिवार के साथ समय बिताने का मौका प्राप्त होगा।

दिल्ली अब राम भरोसे', CM आतिशी पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष का हमला, कहा, आप अब एक्सपोज हो चुकी है...

केंद्र में भले ही आम आदमी पार्टी (AAP) एवम कांग्रेस 'इंडिया' गठबंधन का हिस्सा हैं, किन्तु प्रदेशों में ऐसा नहीं है। दोनों पार्टियां न केवल एक-दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ती हैं, बल्कि उनके नेता भी एक-दूसरे पर निशाना साधने से नहीं चूकते। दिल्ली में अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे के बाद, आतिशी ने मुख्यमंत्री का पदभार संभाला है। दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष देवेन्द्र यादव ने इस पर हमला बोलते हुए कहा कि "AAP एक्सपोज हो चुकी है और दिल्ली अब राम भरोसे है।"

देवेन्द्र यादव ने कहा, "मैं एक भ्रष्ट व्यक्ति, जो अक्सर जेल में रहता है, उसकी तुलना प्रभु श्री राम से किए जाने पर कड़ी आपत्ति जताता हूं। दिल्ली अब 'राम भरोसे' है। AAP बेनकाब हो गई है। गर्मियों में दिल्ली में पानी की कमी हो जाती है, जबकि मानसून के चलते गंभीर जलजमाव हो जाता है।" उन्होंने कहा, "औसत बिजली बिल की दर 5 रुपये से बढ़ाकर 10 रुपये कर दी गई है। पूरे दिल्ली में खराब पानी की सप्लाई की जा रही है। जिस प्रकार से आतिशी ने स्वयं को एक डमी कैंडिडेट के रूप में प्रस्तुत किया है, उसने कई महिलाओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है, जो उम्मीद कर रही थीं कि एक महिला सीएम महिलाओं के मुद्दों के प्रति अधिक सजग होगी।"

भाजपा सांसद कंगना रनौत द्वारा कृषि कानूनों को वापस लाने के संबंध में दिए गए बयानों पर उन्होंने कहा, "उन्हें बढ़ावा कौन दे रहा है? कोई उन्हें रोक क्यों नहीं रहा? हरियाणा के लोग एवं किसान समुदाय इस तरह के बयानों को बहुत करीब से देख रहे हैं।" बता दें कि मंडी में मीडिया से चर्चा करते हुए कंगना रनौत ने कहा था, "मुझे पता है कि यह बयान विवादास्पद हो सकता है, किन्तु 3 कृषि कानूनों को वापस लाया जाना चाहिए। किसानों को स्वयं इसकी मांग करनी चाहिए।" कंगना ने तर्क किया कि ये 3 कानून किसानों के लिए फायदेमंद थे, किन्तु कुछ प्रदेशों में किसान समूहों के विरोध की वजह से सरकार ने इन्हें वापस ले लिया। उन्होंने कहा, "किसान देश के विकास का एक स्तंभ हैं। मैं उनसे अपील करना चाहती हूं कि वे अपने भले के लिए कानूनों को वापस लेने की मांग करें।" हालांकि, भाजपा ने उनके बयान से किनारा कर लिया है तथा कहा है कि उनका बयान इस मामले में पार्टी के दृष्टिकोण को नहीं दर्शाता।

अमेरिका में दिखा US-भारत के बीच खास रिश्ता, पृथ्वी को बेहतर बनाने वाले मुद्दों पर-चर्चा, पीएम मोदी ने साझा की खास बातें

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में अपनी अमेरिका यात्रा की खास बातें सोशल मीडिया पर साझा कीं और इस यात्रा को बेहद सफल और सकारात्मक बताया। पीएम मोदी ने इस यात्रा के दौरान कई महत्वपूर्ण कार्यक्रमों में हिस्सा लिया, जिनका उद्देश्य पृथ्वी को बेहतर बनाना और कई वैश्विक मुद्दों पर चर्चा करना था।

क्वाड शिखर सम्मेलन और द्विपक्षीय बैठकें: पीएम मोदी ने क्वाड शिखर सम्मेलन से लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के साथ उनकी मुलाकात का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति बाइडन उन्हें अपने घर ले गए और उनकी गर्मजोशी से मुलाकात दिल को छू लेने वाली थी। इसके साथ ही, उन्होंने क्वाड शिखर सम्मेलन में हुई चर्चाओं का जिक्र करते हुए कहा कि भारत अगली क्वाड बैठक की मेजबानी करेगा। पीएम मोदी ने स्पष्ट रूप से कहा कि क्वाड यहां लंबे समय तक काम करने और साझेदारी को मजबूत करने के लिए है।

भारतीय प्रवासियों से मुलाकात: वीडियो में पीएम मोदी ने भारतीय प्रवासियों के साथ हुई मुलाकात की भी झलकियां साझा कीं। भारतीय समुदाय की उत्साहभरी प्रतिक्रिया को देखकर उन्होंने कहा कि भारत और अमेरिका के बीच रिश्ते और भी मजबूत हुए हैं। इस दौरान, अमेरिका में रह रहे भारतीय प्रवासी भी बेहद उत्साहित नजर आए। उन्होंने प्रधानमंत्री की इस यात्रा को ऐतिहासिक बताया और इसे दोनों देशों के बीच मजबूत द्विपक्षीय संबंधों का प्रतीक कहा।

अमेरिकी व्यापारिक समूह का समर्थन: अमेरिका के भारत केंद्रित प्रमुख व्यापारिक समूह यूएसआईएसपीएफ ने प्रधानमंत्री की यात्रा की सराहना की। संगठन ने कहा कि इस यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच आपसी संबंध और सहयोग और भी गहरा हुआ है। ‘मोदी एंड यूएस’ कार्यक्रम में करीब 40 अमेरिकी राज्यों से 13,000 से ज्यादा भारतीय प्रवासी शामिल हुए, जो इस यात्रा की सफलता को दर्शाता है।

सिख समुदाय से मुलाकात: पीएम मोदी ने अमेरिका में सिख समुदाय के प्रतिनिधियों से भी मुलाकात की। सिख ऑफ अमेरिका संगठन के जसदीप सिंह जस्सी ने कहा कि प्रधानमंत्री से मिलकर उन्हें बेहद सकारात्मक अनुभव हुआ। उन्होंने बताया कि पीएम मोदी ने सिख समुदाय के लिए बहुत काम किया है और इसके लिए उन्होंने पीएम का आभार जताया।

पेरासिटामोल-पैंटोसिड-बी कॉम्प्लेक्स समेत 53 दवाएं क्वॉलिटी टेस्ट में फेल, कंपनियों ने माना नकली !

भारत के औषधि नियामक केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (CDSCO) द्वारा किए गए ताजा गुणवत्ता परीक्षण में 50 से अधिक दवाएं, जिनमें कैल्शियम और विटामिन डी3 की खुराक, मधुमेह और उच्च रक्तचाप की गोलियां शामिल हैं, फेल हो गई हैं। CDSCO ने अपनी मासिक औषधि चेतावनी सूची में 53 दवाओं को "मानक गुणवत्ता के अनुरूप नहीं" (NSQ) घोषित किया है। ये अलर्ट राज्यों द्वारा औषधि के नमूनों की जांच के आधार पर जारी किए जाते हैं।

इस सूची में विटामिन डी3 की गोली शेल्कल, विटामिन बी कॉम्प्लेक्स और विटामिन सी सॉफ्टजेल, एंटीएसिड पैन-डी, पैरासिटामोल 500 एमजी, मधुमेह की दवा ग्लिमेपिराइड, उच्च रक्तचाप की दवा टेल्मिसर्टन जैसी कई महत्वपूर्ण दवाएं शामिल हैं। ये दवाएं एल्केम लैबोरेटरीज, हिंदुस्तान एंटीबायोटिक्स लिमिटेड, कर्नाटक एंटीबायोटिक्स एंड फार्मास्युटिकल्स लिमिटेड और हेटेरो ड्रग्स जैसी प्रसिद्ध कंपनियों द्वारा निर्मित हैं। एक प्रमुख उदाहरण पेट के संक्रमण के इलाज के लिए इस्तेमाल की जाने वाली मेट्रोनिडाजोल की है, जो हिंदुस्तान एंटीबायोटिक्स लिमिटेड द्वारा बनाई गई और परीक्षण में असफल पाई गई।

इस परीक्षण में विफल होने वाली कुछ दवाओं को नकली भी माना गया है, जैसे कि एल्केम हेल्थ साइंस की एंटीबायोटिक क्लेवम 625 और पैन डी। इसी प्रकार हेटेरो द्वारा निर्मित बच्चों के लिए गंभीर संक्रमण के इलाज में उपयोग की जाने वाली सेपोडेम एक्सपी 50 ड्राई सस्पेंशन को घटिया गुणवत्ता का बताया गया है। अक्सर गैस, एसिडिटी के लिए इस्तेमाल की जाने वाली पैंटासिड भी क्वालिटी टेस्ट में फेल पाई गई है। हालाँकि, कंपनियों ने इस विफलता के बाद जिम्मेदारी लेने से इनकार कर दिया है और दावा किया है कि यह दवाएं नकली हो सकती हैं। उन्होंने कहा कि यह बैच उनके द्वारा नहीं बनाया गया था और यह नकली दवाएं हो सकती हैं, जिसकी जांच की जा रही है।

अगस्त में भी SDSCO ने 156 से अधिक फिक्स्ड-डोज़ दवा संयोजनों पर प्रतिबंध लगा दिया था, क्योंकि उन्हें मानव स्वास्थ्य के लिए हानिकारक पाया गया था। इन दवाओं में बुखार, दर्द निवारक और एलर्जी की दवाएं शामिल थीं। अब सवाल यह उठता है कि पेरासिटामोल, बी काम्प्लेक्स जैसी दवाएं, जो लगभग हर घर में इस्तेमाल होती हैं, अगर गुणवत्ता परीक्षण में फेल हो जाती हैं, तो क्या इन दवाओं को बनाने वाली कंपनियों को जिम्मेदार ठहराया जाएगा? आखिर लोगों की सेहत के साथ हुए इस खिलवाड़ के लिए कौन जवाबदेह होगा?

लेबनान में घुसने जा रही इजरायली सेना, दिए जमीनी हमले के दिए संकेत

#israel_planning_ground_invasion_of_lebanon

इजरायल द्वारा सोमवार को लेबनान पर भीषण हवाई हमला शुरू किए जाने के बाद से यहां 600 से अधिक लोगों की मौत हुई है। इजरायली सेना ने बमबारी कर हिज्बुल्लाह के कई ठिकानों को तबाह कर दिया है। अब इजरायल हिज्बुल्लाह का सफाया करने के लिए लेबनान में जमीनी हमला करने के लिए पूरी तरह तैयार है। इजराइल सेना के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल हेरजी हालेवी ने अपने सैनिकों को लेबनान में जमीनी हमले के लिए तैयार रहने का निर्देश दिया है। पहले इजराइल की लेबनान में जमीनी हमले की योजना नहीं थी, लेकिन अब जैसे हालात बन गए हैं और हिजबुल्ला ने इस्राइल को धमकी दी है, उसके बाद जमीनी हमले की आशंका बढ़ गई है।

इजरायली सेना के प्रमुख ने बुधवार को सैनिकों से कहा कि लेबनान में उसके हवाई हमलों का लक्ष्य हिजबुल्लाह के बुनियादी ढांचे को नष्ट करना और इजरायली बलों के लिए रास्ता साफ करना है। इजरायली सेना प्रमुख हर्जी हलेवी ने लेबनान के साथ उत्तरी सीमा का दौरा किया। उन्होंने कहा, 'आप जेट विमानों की आवाज सुनते हैं। हम पूरा दिन हमला करते हैं। उन्होंने आगे कहा, 'यह आपके लेबनान में घुसने के लिए जमीन तैयार करने और हिजबुल्लाह को अपमानित करने के लिए है।

हालेवी ने कहा कि लेबनान में सेना के जाने का लक्ष्य उत्तरी सीमा पर तनाव के कारण अपने घरों को छोड़ने को मजबूर हजारों लोगों को वापस लाना है। उन्होंने कहा, इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए, हम एक नई चाल चलेंगे। इसका मतलब है कि हमारे सैनिक लेबनान में घुसेंगे। दुश्मन के इलाकों में प्रवेश करेंगे। उन गांवों में प्रवेश करेंगे जिन्हें हिजबुल्लाह ने बड़ी सैन्य चौकियों के रूप में तैयार किया है। हालेवी ने कहा, लेबनन में घुसने से उन्हें पता चलेगा कि एक प्रोफेशनल, अत्यधिक कुशल और युद्ध में अनुभवी सेना से लड़ने का क्या मतलब है।

अमेरिका ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में कहा है कि वह पश्चिम एशिया में युद्धविराम की कोशिश कर रहा है और इजरायल और लेबनान के बीच तनाव को कम करने के प्रयास कर रहा है। अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने इजरायल और लेबनान से शांति बनाए रखने की अपील की है और चेताया है कि अगर युद्ध हुआ तो इससे पूरे पश्चिम एशिया में तबाही आ सकती है।

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने अपने एक बयान में कहा है कि 'इस्राइल लेबनान में पूर्ण युद्ध छिड़ने की स्थिति में पूरे पश्चिम एशिया में तबाही आने का खतरा है। उन्होंने कहा कि अगर इस्राइल और लेबनान के बीच युद्धविराम होता है तो इससे वेस्ट बैंक और गाजा में भी युद्धविराम के आसार बनेंगे।

यूएस में नहीं थम रहे मंदिरों पर हमले, अब स्वामीनारायण मंदिर को निशाना बनाया, हिंदू विरोधी नारे लिखे*
#us_swaminarayan_temple_in_sacramento_vandalized
अमेरिका में हिंदू मंदिरों पर हमलों की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। पिछले कुछ दिनों में कई हिंदू मंदिरों पर हमला देखा गया है।अब कैलिफोर्निया के सैक्रामेंटो में स्थित बीएपीएस स्वामीनारायण मंदिर को निशाना बनाया गया है। मंदिर के बाहर लगे बोर्ड पर हिंदू विरोधी टिप्पणी लिखी गई है। अमेरिका में एक ही महीने में स्वामी नारायण मंदिर में तोड़फोड़ की ये दूसरी घटना है। अमेरिका और कनाडा में हिंदू मंदिरों पर इस तरह के हमले खालिस्तान समर्थकों की ओर से किए जाते रहे हैं। सैक्रामेंटो काउंटी के पुलिस अधिकारी मामले की जांच कर रहे हैं। रैंचो कॉर्डोवा क्षेत्र में आर्मस्ट्रांग एवेन्यू पर बीएपीएस श्री स्वामीनारायण मंदिर मौजूद है। सैक्रामेंटो माथेर हवाई अड्डे के ठीक उत्तर में यह मौजूद है। मंदिर के बाहर लगे बोर्ड पर 'हिंदुओं वापस जाओ' लिखा था।पार्किंग स्थल के सामने लगे साइन बोर्ड पर भारत सरकार का उल्लेख करते हुए टिप्पणी लिखी गई। सैक्रामेंटा काउंटी का प्रतिनिधित्व करने वाले सीनेटर अमी बेरा ने मंदिर में हुई इस घटना की निंदा करते हुए लोगों से असहिष्णुता के खिलाफ आगे आने का आह्वान किया। उन्होंने एक्स पर पोस्ट जारी कर कहा कि सैक्रामेंटो काउंटी में धार्मिक कट्टरता और नफरत के लिए कोई जगह नहीं है। सभी को मिलकर असहिष्णुता के खिलाफ खड़ा होना चाहिए। यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि हमारे समुदाय में हर धर्म के लोग सुरक्षित और सम्मानित महसूस करें। पिछले दिनों ऐसा ही मामला न्यूयॉर्क से सामने आया था। वहां पर भी स्वामी नारायण मंदिर में तोड़फोड़ की गई थी।17 सितंबर को न्यूयॉर्क के बीएपीएस स्वामीनारायण मंदिर में तोड़फोड़ की घटना हुई थी। न्यूयॉर्क में भारत के महावाणिज्य दूतावास ने भी बीएपीएस स्वामीनारायण मंदिर की तोड़फोड़ की निंदा की थी और इसे अस्वीकार्य करार दिया था। कई अमेरिकी सांसदों ने न्यूयॉर्क में बीएपीएस स्वामीनारायण मंदिर के अनादर की निंदा की और अधिकारियों से जवाबदेही की मांग की।