*पैर फिसलने से गहरे पानी में डूबने की आशंका में घंटों तक चली तलाश*


3 घंटे बाद धान के खेत से नशे के हाल में बरामद हुआ 15 वर्षीय किशोर

खजनी गोरखपुर।।

थाने के उनवल चौकी क्षेत्र के कतनी गांव में स्थित कुसुम इंटरकॉलेज के पीछे स्थित तालाब में शौच के बाद पानी के पास पहुंचे 15 वर्षीय किशोर विक्की पुत्र अच्छेलाल निवासी ग्राम गुरौली थाना गीडा की पैर फिसलने से गहरे पानी में डूबने के कारण मौत होने की आंशका जताई गई।

समाचार लिखे जाने तक पानी में डूबने से मृत मान कर उसकी तलाश की जा रही थी। वह अपने बड़े भाई विशाल पुत्र अच्छेलाल 18 वर्ष के साथ शौच के बाद तालाब के पास पहुंचा था। बड़ा भाई विशाल पानी के पास से हांथ धो कर निकला तो छोटा भाई विक्की जैसे ही पानी के पास पहुंचा तो बड़े भाई ने पीछे मुड़कर नहीं देखा, अचानक उसे गायब देख कर बड़े भाई ने सोचा कि पैर फिसलने से गहरे पानी में डूब गया। विशाल ने शोर मचा कर स्थानीय लोगों से मदद के लिए गुहार लगाई। दोनों भाई अपनी बहन के साथ अपने मामा धर्मेंद्र पुत्र राम केवल निवासी उनवल नगर पंचायत वार्ड संख्या 7 खजनी थाने की उनवल पुलिस चौकी क्षेत्र में रहते थे। पिता अच्छेलाल मेहनत मजदूरी करते हैं। दोनों भाई ननिहाल में रहकर भैंस चराने और घर के काम में सहयोग करते हैं।

घटना स्थल पर क्षेत्राधिकारी दरवेश कुमार थानाध्यक्ष सदानंद सिन्हा चौकी इंचार्ज उनवल राजीव कुमार तिवारी समेत थाने की पुलिस टीम और स्थानीय ग्रामवासियों के सहयोग से पानी में जाल डाल कर उसकी तलाश की गई किंतु वह बरामद नहीं हुआ। थानाध्यक्ष ने बताया कि सूचना दे दी गई है, सबेरे एसडीआरएफ के प्रशिक्षित तैराकों की मदद से तलाश की जाएगी।

इस बीच सूचना मिली की विक्की निकट ही धान के खेत में नशे की हालत में छिपा हुआ था। उसके पानी में डूबने की आशंका में स्थानीय प्रशासन सहित बड़ी संख्या में लोग घंटों हलकान रहे। थानाध्यक्ष ने बताया कि बड़ा भाई पूछने पर हर बार डूबने का स्थान अलग-अलग जगहों पर बता रहा था, किंतु संवेदनशील मामला होने के कारण उससे सख्ती से पूछताछ भी नहीं की जा सकती थी।

उर्वरक व्यवसायी पोर्टल पर अपने लाइसेंस कराएं अपडेट: डॉ देवेंद्र

गोला गोरखपुर। राज्य विपणन प्रबंधक मेंसर्स इफको लखनऊ उप सचिव उर्वरक अनुभाग रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय भारत सरकार संयुक्त कृषि निदेशक उर्वरक कृषि भवन उत्तर प्रदेश लखनऊ के आदेश के परिपालन में जिसके द्वारा आईएफएमएस पोर्टल पर थोक एवं फुटकर विक्रेताओं के उर्वरक प्राधिकार पत्र लाइसेंस को अपडेट किया जाना आवश्यक है। फलस्वरूप उर्वरक विक्रय प्रक्रिया को सुचारू ढंग से बनाए रखने हेतु जनपद के समस्त क्रियाशील उर्वरक विक्रेताओं के लाइसेंस अपडेट किए जाने का निर्देश दिए गए हैं। उक्त के क्रम में जनपद के समस्त फुटकर एवं थोक विक्रेताओं को निर्देशित किया जाता है कि अपने उर्वरक लाइसेंस की छाया प्रति पैन नंबर को-ऑर्डिनेट फोटो लेकर निम्न स्थान एवं तिथियां में आईएफएमएस पोर्टल पर अपडेट कर लें। विकास खंड सरदार नगर ब्रह्मपुर के 24 सितंबर को उप संभागीय कृषि प्रसार अधिकारी कार्यालय‌ चौरी चौरा और विकास खंड पिपरौली पाली सहजनवा के उप संभागीय कृषि प्रसार अधिकारी कार्यालय‌ सहजनवा में 25 सितंबर को। बेलघाट उरुवा खजनी विकास खंड के दिनांक 26 सितंबर को उपसंभाग खजनी में। गोला बड़हलगंज विकास खंड के दिनांक 27 सितंबर को उप संभागीय कृषि प्रसार अधिकारी कार्यालय गोला में। कैंपियरगंज जंगल कौड़िया भरोहिया विकास खंड के दिनांक 28 सितंबर को राजकीय कृषि बीज भंडार कैंपियरगंज में। बांसगांव गगहा कौड़ीराम विकास खंड के दिनांक 29 सितंबर को उप संभाग बेलीपार में। चरगांवा भटहट पिपराइच खोराबार विकास खंड के राजकीय कृषि बीज भंडार चारगांव में दिनांक 30 सितंबर को पहुंचकर अपना लाइसेंस अपडेट करा लें। उक्त जानकारी जिला कृषि अधिकारी डॉ देवेंद्र सिंह प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से दी। और श्री सिंह ने कहा कि किसी भी समस्या के समाधान के लिए जिला कृषि अधिकारी कार्यालय से संपर्क करें। और निर्धारित समय तक अपडेट न कराने वाले व्यवसायी शासन द्वारा की जाने वाली किसी भी कार्रवाई के लिए स्वयं उत्तरदाई होंगे।

सफाई मित्रों का किया गया स्वास्थ्य परीक्षण

गोला गोरखपुर । प्रतिदिन साफ–सफाई कर नगर को स्वच्छ बनाने वाले सफाई मित्रों को "स्वच्छता ही सेवा, अभियान के तहत, शनिवार को पी. एच.सी. स्वास्थ्य केंद्र उरुवा प्रभारी डॉ जेपी तिवारी के नेतृत्व में नगर पंचायत उरुवा बाजार के सफाई मित्रों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया. नि:शुल्क स्वास्थ्य परीक्षण शिविर का आयोजन में दर्जनों से अधिक नपा में कार्यरत सफाई मित्रों के स्वास्थ्य रक्त परीक्षण का भी किया।

जिसमें शासकीय चिकित्सकों ने स्वास्थ्य परीक्षण कर सफाईकर्मियों को स्वास्थ्य परामर्श भी दिया। इस दौरान नगर पंचायत अध्यक्ष रामफेर कनौजिया, डॉ नदीम, बालेंद्र कुमार सभासद,राहुल सिंह आकाश, अजीत सिंह मौजूद रहे।

पैथोलाजी पर छापा, संचालक सेंटर बंद कर फरार , टीम ने पैथोलाजी सेंटर एवं निजी अस्पतालों पर चस्पा किया नोटिस

उरुवा, गोरखपुर। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने शनिवार को उरुवा क्षेत्र के 10 पैथोलाजी सेंटर व दो निजी अस्पतालों की जांच की। कार्रवाई की सूचना मिलते ही संचालक सेंटर बंद कर फरार हो गए। बंद मिले सभी सेंटरों पर पीएचसी उरुवा के प्रभारी चिकित्साधिकारी ने नोटिस चस्पा किया।जिलाधिकारी गोरखपुर के निर्देश के बाद सीएमओ कार्यालय के वरिष्ठ लिपिक सहायक अजीत सिंह एवं प्रभारी चिकित्साधिकारी उरुवा डा.जे पी तिवारी ने नेतृत्व में छापेमारी की गई।

डा. जेपी तिवारी ने बताया कि उरुवा क्षेत्र के परसा तिवारी निवासी प्रदीप त्रिपाठी ने शासन को पत्र लिखकर क्षेत्र में संचालित अवैध पैथोलाजी सेंटर व निजी अस्पतालों की जांच कर कार्यवाही की मांग की थी। जिसका संज्ञान लेकर शासन ने जिलाधिकारी गोरखपुर को निर्देशित किया। जिसके बाद डीएम ने मुख्य चिकित्साधिकारी गोरखपुर को जांच करने का निर्देश दिया था। उक्त निर्देश पर उरुवा कस्बे सहित अन्य क्षेत्रों में जांच की गई। जांच के दौरान कई पैथोलाजी सेंटर, निजी अस्पताल, अल्ट्रासाउंड सेंटर बंद मिले।

इन पर हुई कार्रवाई : टीम ने माडर्न पैथोलाजी, हाईटेक पैथोलाजी,कैशिल्या पैथोलाजी, शुभम पैथोलाजी, जनता पैथोलाजी, विवेक पैथोलाजी, हेल्थ केयर पैथोलाजी, लाइफ केयर पैथोलाजी, बेबी सेफ पैथोलाजी, मां दुर्गा पैथोलाजी, डा. नसरुद्दीन व डा.आर के यादव द्वारा संचालित निजी अस्पताल पर नोटिस चस्पा कराया गया। डा. जेपी तिवारी ने बताया कि किसी भी स्थिति में उनके विरुद्ध विधिक कार्रवाई की जाएगी।

बीआरडी ट्रामा सेंटर में लापरवाही का लगा आरोप, मरीज की मौत

गोरखपुर I गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज के ट्रामा सेंटर में एक मरीज की मौत के बाद हंगामा खड़ा हो गया। आरोप है कि डॉक्टरों की लापरवाही के चलते 40 साल के कमलेश निषाद की मौत हो गई। परिजनों ने सुरक्षा गार्डों पर भी आरोप लगाया कि उन्होंने डंडों से तीमारदारों को पीटा।

इसके बाद गार्डों ने तीमारदारों को घेरकर उनकी पिटाई की। इससे विवाद और बढ़ गया। घटना की सूचना पर पहुंची मेडिकल चौकी पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.

एक घंटे में तोड़ा दम

दरअसल, कमलेश पिपराइच क्षेत्र के जंगल धूषण का निवासी था। उसकी तबीयत दो दिनों से खराब थी। उनके भतीजे अनिरुद्ध ने बताया कि उन्हें इलाज के लिए ट्रामा सेंटर लाया गया, लेकिन करीब एक घंटे बाद कमलेश ने दम तोड़ दिया। परिजनों ने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें इलाज के दौरान अपशब्द सुनने को मिले, जिससे विरोध बढ़ गया।

परिजनों का विरोध और सुरक्षा गार्डों की कार्रवाई

परिजनों ने शव को ट्रामा सेंटर के बाहर रखकर न्याय की गुहार लगाई। जब सुरक्षा गार्डों ने शव को हटाने की कोशिश की, तो दोनों पक्षों के बीच विवाद बढ़ गया। इसके बाद गार्डों ने तीमारदारों को घेरकर उनकी पिटाई की।

पुलिस की भूमिका पर खड़े हुए सवाल

घटना की सूचना पर पहुंची मेडिकल चौकी पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया, लेकिन पीड़ित से तहरीर नहीं ली गई। इस घटना ने अस्पताल में सुरक्षा और इलाज की गुणवत्ता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

‼️ इस मामले में सीओ गोरखनाथ योगेंद्र कुमार सिंह ने कहा मेडिकल कॉलेज चौकी की पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मामला शांत कराया। अभी कोई तहरीर पुलिस को नहीं मिली है। तहरीर मिलने पर जांच कर कार्रवाई की जाएगी।

*गोरखपुर में निर्माणाधीन गौरव संग्रहालय का सीएम ने किया निरीक्षण, कहा-वैदिक काल से स्वतंत्रता आंदोलन तक के हों दर्शन*

गोरखपुर- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार शाम गोरखपुर के सिविल लाइंस क्षेत्र में निर्माणाधीन गौरव संग्रहालय का निरीक्षण किया। उन्होंने निर्माण कार्यों का अवलोकन करने के साथ ही इस पूरी परियोजना की विस्तृत जानकारी भी अधिकारियों से ली। इस दौरान मुख्यमंत्री ने निर्देश देते हुए कहा कि यह गौरव संग्रहालय ऐसा होना चाहिए कि इसकी गैलरियों में वैदिक काल से लेकर स्वतंत्रता आंदोलन तक के दर्शन हों।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इसकी गैलरियों में वैदिक काल, पुराण काल, उपनिषद काल, रामायण काल, नाथ परम्परा, बुद्व काल और स्वतन्त्रा संग्राम के बारे में पूरी जानकारी प्रदर्शित होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि गोरखपुर समेत पूर्वांचल की गौरव अनुभूतियों को भी किसी न किसी रूप में इस संग्रहालय में सहेजा जाना चाहिए। मुख्यमंत्री के निरीक्षण के दौरान सांसद रविकिशन शुक्ल, महापौर डॉ. मंगलेश श्रीवास्तव आदि भी मौजूद रहे।

उल्लेखनीय है कि देश-दुनिया के पर्यटकों के ज्ञानवर्धन और मनोरंजन साथ राष्ट्रीयता से परिपूर्ण विरासत के संरक्षण के लिए गोरखपुर के सिविल लाइंस इलाके में योगी सरकार की तरफ से गौरव संग्रहालय का निर्माण कराया जा रहा है। करीब 21 करोड रुपये की लागत वाले गौरव सग्रहालय का निर्माण 1.60 एकड़ भूमि पर पर्यटन विभाग द्वारा यूपीपीएसीएल यूनिट-29 के माध्यम से कराया जा रहा है।

गोरखपुर की ऐतिहासिक व सांस्कृतिक समृद्धियों के दृष्टिगत इस संग्रहालय का निर्माण द्वितीय तल तक कराया जाना है, जिसमे टिकट काउंटर, इलेक्ट्रिक रूम, 250 लोगों की क्षमता वाला ऑडिटोरियम, सोवीनीयर शॉप, सर्वर रूम, वर्कशॉप, ओपेन गैलरी, कैफेटेरिया, प्रसाधन, लिफ्ट, सभा कक्ष के साथ परिसर में लगभग तीन दर्जन चारपहिया वाहनों और एवं लगभग सवा सौ दोपहिया वाहनों की पार्किंग की सुविधा होगी।

*नाबालिग के साथ दुष्कर्म का आरोपी गिरफ्तार*

गोरखपुर- वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जनपद गोरखपुर द्वारा महिला संबंधी अपराधों पर अंकुश लगाने एवं अपराधियों की गिरफ्तारी हेतु चलाये जा रहे अभियान के क्रम में, पुलिस अधीक्षक दक्षिणी के मार्गदर्शन में, क्षेत्राधिकारी गोला के पर्यवेक्षण में व प्रभारी निरीक्षक गोला के नेतृत्व में व0उ0नि0 बांके यादव मय पुलिस टीम द्वारा थाना स्थानीय पर पंजीकृत मु0अ0सं0 584/2024 धारा 65(1), 351(3)भा0न्या0सं0 व 5l/6 पॉक्सो एक्ट से संबंधित अभियुक्त इब्राहीम को गिरफ्तार किया गया। अग्रिम विधिक कार्यवाही की जा रही है।

*निर्भया सेना का 10 वां वार्षिक सम्मेलनः महिला और बाल हितों की रक्षा ही मूल कर्तव्य*

गोरखपुर- महिलाओं और बाल हितों की रक्षा के लिए जन जागरूकता बढ़ाने, सभी क्षेत्रों में महिलाओं की सक्रीयता और भागीदारी बढ़ाने तथा उनके मान सम्मान, स्वाभिमान की रक्षा के लिए निर्भया सेना निरंतर कार्य करती रहेगी। उसके लिए समाज के सभी वर्गों का सहयोग मिलना आवश्यक है। ये विचार निर्भया सेना के संस्थापक और राष्ट्रीय अध्यक्ष सतीश मिश्र "बाबा" ने व्यक्त किए।

उन्होंने कहा कि आज महिलाएं पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर सभी क्षेत्रों में चुनौतियों का सामना कर रही हैं। फिर भी समाज में आज भी महिलाओं हितों की रक्षा नहीं हो पाती है, उन्हें महिलाओं से जुड़े विभिन्न अपराधों का भी सामना करना पड़ रहा है। विकसित देशों की तुलना में अपने देश में भी नारी शक्ति जब तक सशक्त और सुरक्षित नहीं होगी समाज और राष्ट्र का विकास नहीं हो सकता।

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे एन.ई. रेलवे के मुख्य विद्युत इंजिनियर बी.राय ने कहा कि बच्चे राष्ट्र की नींव हैं उनके अधिकारों की रक्षा और उन्हें सशक्त बनाने के लिए कार्य करना चाहिए, निर्भया सेना महिलाओं को सशक्त बनाने की दिशा में बेहतरीन प्रयास कर रही है। इस दिशा में संस्था के संस्थापक अध्यक्ष के प्रयासों की जितनी भी सराहना की जाए कम है।

कार्यक्रम का संचालन सेवा निवृत्त प्राचार्य डॉक्टर रविन्द्र नाथ मिश्र ने किया। कार्यक्रम को एन.ई. रेलवे गोरखपुर आरआरसी अध्यक्ष राजेश कुमार गुप्ता सहायक श्रमायुक्त रिपुसूदन मिश्र, एनई रेलवे गोरखपुर के मुख्य कार्मिक अधिकारी प्रशासन अवधेश कुमार एनई रेलवे गोरखपुर के सहायक सचिव जन परिवेदना अरूण कुमार एनई रेलवे गोरखपुर के मुख्य चिकित्सा निदेशक डॉक्टर बी.एन.चौधरी एन.ई. रेलवे गोरखपुर के मुख्य सुरक्षा आयुक्त अजीत कुमार वरनवाल, बीएसएनएल के महाप्रबंधक बालमुकुंद, प्रकाश मल्ल, रामशरण सहित अन्य वक्ताओं ने भी संबोधित किया।

मौके पर अतिथियों द्वारा बाल हित संरक्षण सम्मान पत्रिका की वार्षिक पत्रिका का सामुहिक विमोचन किया गया। इससे पूर्व सभी आगंतुक अतिथियों और स्थानीय पत्रकारों को फूल माला पहनाकर अंगवस्त्र और स्मृति चिन्ह भेंट देकर सम्मानित किया गया। आयोजन का शुभारंभ मुख्य अतिथि एवं संस्थापक अध्यक्ष द्वारा मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण और दीप जलाकर किया गया। इस दौरान स्थानीय विद्यालय की छात्राओं ने सरस्वती वंदना, स्वागत गीत, व्याख्यान एवं नृत्य आदि सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए।

इस अवसर पर मंडल प्रभारी अशोक मिश्रा, हेमेंद्र मिश्रा, संगठन मंत्री नसरीन फात्मा जिलाध्यक्ष अरविन्द त्रिपाठी उपभोक्ता हित संरक्षण मंच की जिलाध्यक्ष संध्या त्रिपाठी, कंचन त्रिपाठी, रिंकी सिंह, आशा सिंह, शिवानी, अभय कुमार, उपाध्यक्ष अनिल कुमार वर्मा व्यापार मंडल अध्यक्ष रामवृक्ष वर्मा,शेषमणि पांडेय, राजेश जायसवाल, रामसिंह वर्मा, मनोज यादव, संदीप गुप्ता, अमितेश शर्मा, गोरख निगम, योगेन्द्र पांडेय, भाग्यवानी वर्मा, सुधा, दीपक निगम, दिवाकर त्रिपाठी, राजकुमार मौर्या सहित बड़ी संख्या में संस्था के पदाधिकारी एवं स्थानीय गणमान्य लोग मौजूद रहे।

*15 लाख की 102 गुमशुदा मोबाइल जीआरपी पुलिस ने उनके मालिकों को किया सुपुर्द*

गोरखपुर- ट्रेनों में यात्रा करते समय गुम हुए या छूट जाने वाले पंद्रह लाख की 102 मोबाइल सीआरपी पुलिस ने सर्विस एल लांस के जरिए बरामद करने में सफलता प्राप्त किया पुलिस अधीक्षक जीआरपी संदीप मीणा ने प्रेस वार्ता कर बताया कि 102 मोबाइल धारकों को जीआरपी पुलिस ऑफिस पर बुलाकर मोबाइल सुपुर्द किया गया।

एसपी रेलवे संदीप मीणा ने बताया कि पुलिस उपाधीक्षक रेलवे बलिया सविरत्न गौतम व पुलिस उपाधीक्षक रेलवे गोरखपुर विनोद कुमार के प्रयास से जीआरपी पुलिस सर्विलांस शाखा द्वारा 102 गुमशुदा मोबाइलों को रिकवर किया गया। जिनकी अनुमानित कीमत लगभग पंद्रह लाख रुपए है।

गुमशुदा मोबाइल को उनके स्वामियों को जीआरपी अनुभाग गोरखपुर कार्यालय पर बुलाकर पुलिस अधीक्षक रेलवे द्वारा सुपुर्द किया गया। मोबाइल को पाकर मोबाइल स्वामियों का चेहरा खिल उठा और उन्होंने पुलिस अधीक्षक रेलवे व जीआरपी सर्विलांस टीम को हृदय से धन्यवाद ज्ञापित कर खुशी मन से अपने गंतव्य को प्रस्थान किये ।

*देश में मोबाइल मैन्युफैक्चरिंग का सबसे बड़ा राज्य है यूपी, गोरखपुर विश्वविद्यालय में बोले सीएम योगी*

गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सुशासन के बल पर निवेश का सबसे आकर्षक गंतव्य बना उत्तर प्रदेश, देश का सबसे बड़ा मोबाइल फोन मैन्युफैक्चरिंग स्टेट है। भारत में बनने वाले मोबाइल फोन में 55 फीसद की हिस्सेदारी अकेले यूपी की है। देश में बनने वाला 60 प्रतिशत मोबाइल कम्पोनेंट भी उत्तर प्रदेश में ही बनता है। यह यूपी में निहित संभावनाओं की ही क्षमता है कि सैमसंग दुनिया का पहला मोबाइल डिस्प्ले यूनिट चीन से भारत और भारत में भी उत्तर प्रदेश में ले आया।

सीएम योगी शनिवार को दोपहर बाद दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के दीक्षा भवन में सैमसंग इनोवेशन कैंपस द्वारा आयोजित प्रमाणपत्र वितरण समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की उपस्थिति में गोरखपुर विश्वविद्यालय और आईटीएम (इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट) के बीटेक के करीब 600 छात्र-छात्राओं को प्रमाणपत्र वितरित किए गए। मुख्यमंत्री ने अपने हाथों से आठ छात्रों को प्रमाण पत्र प्रदान किए। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि 2017 और उसके पहले के उत्तर प्रदेश की परिस्थितियों से आहत दुनिया की सबसे बड़ी मोबाइल मैन्युफैक्चरिंग कंपनी सैमसंग नोएडा की अपनी यूनिट बंद करना चाहती थी। मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्होंने सैमसंग के अधिकारियों को बुलाकर बातचीत की। उन्हें आश्वस्त किया कि उनकी सभी समस्याओं का समाधान कराया जाएगा। ऐसा किया भी। इसका परिणाम हुआ कि 2018 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून ने सैमसंग द्वारा बनाई गई दुनिया की सबसे बड़ी मोबाइल फोन मैन्युफैक्चरिंग फैक्ट्री का उद्घाटन किया।

इंस्टिट्यूट से मिले ज्ञान को इंडस्ट्री से जोड़ना आवश्यक

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इनोवेशन कैम्पस के लिए सैमसंग की सराहना करने के साथ अपेक्षा जताई कि जिन छात्रों को प्रशिक्षण प्राप्त हुआ है, उन्हें सैमसंग की नोएडा यूनिट का भ्रमण भी कराया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इससे सैमसंग इनोवेशन कैम्पस से प्रशिक्षण प्राप्त 3500 छात्रों को व्यावहारिक ज्ञान के साथ इंडस्ट्री की चुनौतियों को भी समझने का अवसर मिलेगा। इंस्टिट्यूट से मिले ज्ञान को जब तक इंडस्ट्री से नहीं जोड़ेंगे तब तक प्रधानमंत्री के डिजिटल इंडिया मिशन को सफलता मिलने में कठिनाई होगी। उन्होंने कहा कि इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में जिन भी पाठ्यक्रमों को जोड़ा गया है वे सभी न्यू एज कोर्स हैं जो आज ग्लोबल मार्केट की आवश्यकता हैं।

डिमांड के अनुरूप सप्लाई के मार्केट की मैपिंग जरूरी

सीएम योगी ने कहा कि डिमांड के अनुरूप सप्लाई के लिए आज के दौर की सबसे बड़ी जरूरत है मार्केट की मैपिंग करने की। यदि हम समाज की आवश्यकता के अनुसार मार्केट की मैपिंग नहीं करेंगे तो बेरोजगारों की फौज तैयार कर लेंगे। ऐसे में यह आवश्यक हो जाता है कि हमारे शिक्षण-प्रशिक्षण संस्थान ऐसे कोर्स तैयार करें जो युवाओं को अगले 20-25 वर्षों तक पैरों पर खड़ा कर सकें। इसके लिए संस्थानों को क्षेत्रीय, देश और दुनिया की आवश्यकता के अनुरूप मैपिंग कराकर कोर्स चलाने होंगे क्योंकि रटी-रटाई बातों को लेकर चलने का परिणाम यह होगा कि हम पिछड़ जाएंगे।

मुख्यमंत्री इंटर्नशिप योजना से साकार होगी आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना

सीएम योगी ने कहा कि मुख्यमंत्री इंटर्नशिप योजना के जरिये सरकार आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना को शिक्षण संस्थानों के कैम्पस से ही साकार करने जा रही है। कैम्पस में ही ट्रेनिंग दिलाकर यूथ को जॉब दिलाने या स्टार्टअप शुरू करने की गारंटी दी जाएगी। इस योजना में फाइनल ईयर के छात्र के प्रोजेक्ट वर्क को किसी इंडस्ट्री में इंटर्नशिप से जोड़ा जाएगा। इसमें छात्र को आधा मानदेय सरकार और आधा मानदेय संबंधित इंडस्ट्री द्वारा दिया जाएगा।

सोशल इम्पैक्ट स्टडी करने की अपील

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय एवं अन्य शिक्षण संस्थानों का आह्वान किया कि वे सोशल इम्पैक्ट स्टडी (सामाजिक प्रभाव अध्ययन) करें क्योंकि कोई भी निवेशक किसी क्षेत्र में यूनिट लगाने या निवेश करने के लिए उस क्षेत्र के सामाजिक प्रभावों को परखता है। सरकार खुद इसके लिए करोड़ों रुपये खर्च करती है। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में बाढ़ के कारण और समाधान को लेकर या फिर यहां के इतिहास पर सोशल इम्पैक्ट स्टडी की जा सकती है। इसके लिए सरकार पैसा देगी। इससे विश्वविद्यालय व संस्थानों को अतिरिक्त आय तो होगी ही, छात्रों को नया अनुभव मिलेगा। उन्होंने कहा कि लकीर का फकीर बनने की बजाय हमे नवाचार पर ध्यान देना होगा।

विकास और निवेश के बड़े अभियान का हिस्सा बन रहा यूपी

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा यूपी आज विकास और निवेश के बड़े अभियान का हिस्सा बन रहा है। 2017 में जब उनकी सरकार आई तो निवेश के लिए प्रयास शुरू किए गए। उन्होंने कहा कि सुशासन की पहली शर्त होती है सुरक्षा। 2017 के पहले जब यूपी में व्यक्ति ही सुरक्षित नहीं था तो उसकी पूंजी कैसे सुरक्षित रहती। इसे देखते हुए सरकार ने अपराध और अपराधियों के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई। उन्होंने कहा कि छह माह की कवायद के बाद इसमें लगी टीम ने बताया कि 20 हजार करोड़ रुपये का निवेश हो पाएगा। कारण पूछने पर बताया गया कि यूपी इतना बदनाम था कि यहां कौन निवेश करने आना चाहेगा। पर, सरकार ने कानून व्यवस्था मजबूत करने के साथ अलग अलग 27 सेक्टर के लिए पॉलिसी बनाई। किसी भी राज्य में इतने तरह की पॉलिसी नहीं है। निवेश मित्र पोर्टल के जरिए 450 तरह की एनओसी के लिए एक प्लेटफार्म उपलब्ध कराया। निवेश सारथी से एमओयू मॉनिटरिंग की व्यवस्था की और उत्पादन के बाद ऑनलाइन इंसेंटिव देने की व्यवस्था की। इसका परिणाम है कि जिस प्रदेश में मुश्किल से 20 हजार करोड़ का निवेश हो रहा था, वहां 2023 में हुए ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में 40 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले। इन प्रस्तावों का सीधा अर्थ है दो करोड़ युवाओं को रोजगार की गारंटी। उन्होंने कहा कि इस रोजगार की संभावना के अनुरूप युवाओं को डिजिटली सक्षम बनाने के लिए सरकार स्वामी विवेकानंद युवा सशक्तिकरण योजना के तहत दो करोड़ टैबलेट, स्मार्टफोन का वितरण करने का अभियान भी शुरू कर चुकी है।

सेमी कंडक्टर बनाने तीन प्रस्ताव मिले यूपी को

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि 12 सितंबर को ग्रेटर नोएडा में हुए सेमीकॉन इंडिया के सफलतम आयोजन में भारत को सेमी कंडक्टर बनाने के लिए तीन निवेश प्रस्ताव मिले। इनमें से तीन प्रस्ताव यूपी के लिए हैं। एक-एक निवेश में एक लाख जॉब मिलेंगे।

परिश्रम की पराकाष्ठा पर पहुंचिए

सीएम योगी ने छात्रों को सफलता हासिल करने का मंत्र देते हुए कहा कि परिश्रम की पराकाष्ठा पर पहुंचिए। छह घण्टे की बजाय 12 से 14 घण्टे काम करने की आदत डालिए। कार्य कमजोर नहीं करता है बल्कि कुछ न कुछ सिखाता है। अधिक कार्य करके ही आप पीएम मोदी के डिजिटल इंडिया को मजबूत कर पाएंगे।

युवाओं के लिए कीर्तिमान स्थापित कर रहे सीएम योगी: कुलपति

कार्यक्रम में मुख्यमंत्री का स्वागत करते हुए गोरखपुर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. पूनम टंडन ने कहा कि सैमसंग इनोवेशन कैम्पस के इस प्रशिक्षण कार्यक्रम से हमारे युवा रोजगार ने नए अवसरों से जुड़ने और डिजिटल इकॉनमी का हिस्सा बनने को तैयार हैं। उन्होंने युवाओं के हित में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा किए जा रहे प्रयासों का उल्लेख करते हुए कहा कि सीएम योगी युवाओं के कौशल विकास के लिए, उनकी शिक्षा और रोजगार के लिए नए कीर्तिमान स्थापित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि डिजिटल प्रशिक्षण से एक नई यात्रा की शुरुआत कर ये युवा अपने कौशल से समाज और राष्ट्र के निर्माण में भी योगदान देंगे।

लॉ एंड ऑर्डर से यूपी को निवेश का हब बना दिया सीएम योगी ने : जेबी पार्क

इस अवसर पर सैमसंग साउथ वेस्ट एशिया के प्रेसिडेंट और सीईओ जेबी पार्क ने उत्तर प्रदेश को निवेश प्रदेश के रूप में परिवर्तित करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मुक्त कंठ से सराहना की। श्री पार्क ने कहा कि लॉ एंड ऑर्डर पर फोकस कर सीएम योगी ने यूपी को निवेश का हब बना दिया है। उनका मजबूत नेतृत्व और जीरो टॉलरेंस की नीति बेहद प्रशंसनीय है। सीएम योगी ने युवाओं की शिक्षा, कौशल विकास और रोजगार के क्षेत्र में बहुत गंभीरता से ध्यान दिया है। उन्होंने सैमसंग को यूपी में सपोर्ट करने के लिए भी मुख्यमंत्री के प्रति आभार जताया। श्री पार्क ने बताया कि सैमसंग इनोवेशन कैम्पस में कुल 3500 युवाओं में दो तिहाई युवा यूपी के हैं। यह सिर्फ एक कार्यक्रम नहीं बल्कि भविष्य के नेतृत्वकर्ताओं को तैयार करने की पहल है। कार्यक्रम में प्रशिक्षण प्राप्त तीन छात्रों ने अपने अनुभव भी साझा किए।

इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर स्किल कॉउंसिल ऑफ इंडिया (ईएसएससीआई) की सीईओ डॉ. अभिलाषा गौड़ ने बताया कि प्रशिक्षण का यह कार्यक्रम गोरखपुर विश्वविद्यालय, सैमसंग, ईएसएससीआई और स्वदेश की तरफ से यह आयोजित हुआ है। इनमें करीब 350 विद्यार्थी डीडीयू और 250 आईटीएम के शामिल रहे।सैमसंग के इस सीएसआर पहल से छात्रों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई), कोडिंग, बिग डाटा और इंटरनेट ऑफ थिंग्स सीखने का मौका मिला। गोरखपुर विश्वविद्यालय के छात्रों में से कोडिंग और प्रोग्रामिंग में 150, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में 100, बिग डाटा में 50 और इंटरनेट ऑफ थिंग्स में 50 छात्रों को प्रमाण पत्र दिए गए हैं। साल के अंत में सैमसंग टॉपर्स छात्रों को एक लाख रुपये का नकद पुरस्कार और अपने विशिष्ट उत्पाद प्रदान करेगा।