पीएम मोदी की अध्यक्षता में कैबिनेट ने दी चंद्रयान-4 मिशन को मंजूरी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में हुई कैबिनेट मंत्रियों की बैठक ने चंद्रयान-4 मिशन को मंजूरी दे दी है.
इस मिशन का उद्देश्य भारतीय अंतरिक्ष यात्रियों को चंद्रमा पर ले जाना और उन्हें सुरक्षित रूप से पृथ्वी पर वापस लाने के लिए आवश्यक तकनीकों को विकसित करना है. इसकी जानकारी सड़क एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने एक्स पर साझा किया.
उन्होंने लिखा कि पीएम मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय कैबिनेट ने प्रमुख अंतरिक्ष मिशनों को मंजूरी दे दी है.
इसमें चंद्रयान-4, जिसका बजट 2104.06 करोड़ रुपये है, और वीनस ऑर्बिटल मिशन जिसका बजट 1236 करोड़ रुपये शामिल हैं. ये दोनों मिशन भारत की अंतरिक्ष क्षमताओं को और अधिक मजबूत करेंगे.
चंद्रमा के वातावरण को समझने में मिलेगी मदद
इस मिशन को 2028 तक लॉन्च करने की योजना है. चंद्रयान-4 मिशन का उद्देश्य चंद्रमा पर लैंडिंग और सैंपल रिटर्न तकनीकों का प्रदर्शन करना है.
इस मिशन के तहत चंद्रमा की चट्टानों और मिट्टी को पृथ्वी पर लाया जाएगा, जिनका अध्ययन किया जाएगा. मिशन के लिए दो अलग-अलग रॉकेटों का उपयोग होगा. हेवी-लिफ्टर LVM-3 और इसरो का भरोसेमंद वर्कहॉर्स PSLV, जो अलग-अलग पेलोड लेकर जाएंगे इसके अलावा, इस मिशन के तहत डॉकिंग, अंडॉकिंग, लैंडिंग, पृथ्वी पर सुरक्षित वापसी, और चंद्रमा से नमूना संग्रह एवं उसके विश्लेषण के लिए आवश्यक तकनीकों का विकास किया जाएगा.
मिशन से सूर्य के प्रभाव को समझने में मिलेगी मदद
वहीं, वीनस ऑर्बिटर मिशन का उद्देश्य शुक्र ग्रह के वातावरण, मौसम, तापमान और दबाव का अध्ययन करना है. यह मिशन हमें शुक्र ग्रह की विस्तृत जानकारी प्रदान करेगा.
इसके अलावा, वीनस मिशन का उद्देश्य शुक्र की सतह और वायुमंडल के साथ-साथ वायुमंडल पर सूर्य के प्रभाव को समझने में मदद करना है, जो भविष्य में छात्रों और वैज्ञानिकों के अध्ययन में सहायक होगा. इस मिशन का बजट लगभग 1236 करोड़ रुपये है और इसे 2028 तक पूरा करने का लक्ष्य है.
इसके अलावा, कैबिनेट ने गगनयान कार्यक्रम के विस्तार के साथ भारतीय अंतरिक्ष स्टेशन (बीएएस-1) के पहले मॉड्यूल के विकास को भी मंजूरी दे दी है. गगनयान कार्यक्रम की कुल फंडिंग 11,170 करोड़ रुपये से बढ़ाकर 20,193 करोड़ रुपये कर दी गई है.
Sep 19 2024, 09:37