पेटरवार में मनाया गया धूम-धाम से अनंत चतुदर्शी पर्व
पेटरवार (बोकारो)
मिथलेश कुमार

अनंत चतुदर्शी का त्योहार भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी के दिन मनाया जाता है। शास्त्रों में अनंत चतुर्दशी का विशेष महत्व है। वहीं पंचांग के अनुसार हर साल अनंत चतुर्दशी का त्योहार भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाया जाता है। वहीं आपको बता दें कि इसे अनंत चौदस भी कहा जाता है। इस दिन भगवान विष्णु और माता पार्वती की आराधना की जाती है। वहीं इस दिन अनंत सूत्र बांधने की परंपरा है। वहीं पंडित हरी वंश दास गुरु ने अनंत चतुर्दशी व्रत कथा के बारे में कथा श्रद्धालुओं को बताई। वहीं सुमंत नाम का एक नेक तपस्वी ब्राह्मण का कथा सुनाया। उन्होंने कथा में बताया की सुमंत नाम का एक ब्राह्मण था, उसकी पत्नी का नाम दीक्षा था। उसकी एक परम सुंदरी धर्मपरायण कन्या थी। जिसका नाम सुशीला था। सुशीला जब बड़ी हुई तो उसकी माता दीक्षा की मृत्यु हो गई। पत्नी के मरने के बाद सुमंत ने कर्कशा नामक स्त्री से दूसरा विवाह कर लिया। सुशीला का विवाह ब्राह्मण सुमंत ने कौंडिन्य ऋषि के साथ कर दिया। विदाई में कुछ देने की बात पर कर्कशा ने दामाद को कुछ ईंटें और पत्थरों के टुकड़े बांध कर दे दिए। कौंडिन्य ऋषि दुखी हो अपनी पत्नी को लेकर अपने आश्रम की ओर चल दिए। परंतु रास्ते में ही रात हो गई। वे नदी तट पर संध्या करने लगे। सुशीला ने देखा- वहां पर बहुत-सी स्त्रियां सुंदर वस्त्र धारण कर किसी देवता की पूजा पर रही थीं। सुशीला के पूछने पर उन्होंने विधिपूर्वक अनंत व्रत की महत्ता बताई। सुशीला ने वहीं उस व्रत का अनुष्ठान किया और चौदह गांठों वाला डोरा हाथ में बांध कर ऋषि कौंडिन्य के पास आ गई। कौंडिन्य ने सुशीला से डोरे के बारे में पूछा तो उसने सारी बात बता दी। उन्होंने डोरे को तोड़ कर अग्नि में डाल दिया, इससे भगवान अनंत जी का अपमान हुआ। परिणामत: ऋषि कौंडिन्य दुखी रहने लगे। उनकी सारी सम्पत्ति नष्ट हो गई। इस दरिद्रता का उन्होंने अपनी पत्नी से कारण पूछा तो सुशीला ने अनंत भगवान का डोरा जलाने की बात कहीं। पश्चाताप करते हुए ऋषि कौंडिन्य अनंत डोरे की प्राप्ति के लिए वन में चले गए। वन में कई दिनों तक भटकते-भटकते निराश होकर एक दिन भूमि पर गिर पड़े। तब अनंत भगवान प्रकट होकर बोले- ‘हे कौंडिन्य! तुमने मेरा तिरस्कार किया था, उसी से तुम्हें इतना कष्ट भोगना पड़ा। तुम दुखी हुए। अब तुमने पश्चाताप किया है। मैं तुमसे प्रसन्न हूं। अब तुम घर जाकर विधिपूर्वक अनंत व्रत करो। चौदह वर्षपर्यंत व्रत करने से तुम्हारा दुख दूर हो जाएगा। तुम धन-धान्य से संपन्न हो जाओगे। कौंडिन्य ने वैसा ही किया और उन्हें सारे क्लेशों से मुक्ति मिल गई।’ श्रीकृष्ण की आज्ञा से युधिष्ठिर ने भी अनंत भगवान का व्रत किया जिसके प्रभाव से पांडव महाभारत के युद्ध में विजयी हुए तथा चिरकाल तक राज्य करते रहे। ये अनंत चतुदर्शी व्रत की कथा है।
तेनुघाट डैम के खोले गए आठ फाटक
पेटरवार (बोकारो)
मिथलेश कुमार


लगातार तीन दिनों से हो रही बारिश के कारण तेनुघाट डैम का जल स्तर में हो रही वृद्धि की वजह से डैम का आठ रेडियल फाटक खोला गया। सी डब्लू सी पूर्वानुमान के कारण पूर्व से ही छः रेडियल फाटक खुला हुआ था लेकिन तीन दिन में भारी बारिश होने के कारण विभाग ने दो रेडियल गेट और खोलने का निर्णय लिया और आज दो बजे दो रेडियल गेट खोल दिया गया। जिससे दामोदर नदी में उन्नीस हजार सात सौ क्यूसेक प्रति सेकंड पानी तेनुघाट डैम से छोड़ा जा रहा है। दामोदर नदी में पानी का स्तर बढ़ जाने के कारण लोगो को नदी किनारे जाने से अलर्ट जारी किया गया है। सहायक अभियंता बांध प्रमंडल तेनुघाट के अभिषेक कुमार पाल ने बताया कि लगातार इसी तरह बारिश होता रहा तो डैम का और भी रेडियल गेट खोला जा सकता है वहीं बताया की वर्तमान 848.10 फीट पानी डैम में स्टोरेज कर रखा जाना है जबकि 855 फीट से अधिक स्टोरेज करने की छमता डैम के पास है। वहीं पाल ने बताया की सी डब्लू सी के द्वारा पूर्वनुमान बताया गया है की आज सुबह से लेकर कल सुबह तक छियालिस हजार हेक्टेर प्रति मीटर के हिसाब से पानी डैम में आने की संभावना है। वहीं बताया की 2 अगस्त 2024 को तेनुघाट डैम का नौ फाटक खोला गया था उस समय डैम में पानी 862 फीट एका एक बढ़ गया था। वहीं पिछले साल सितम्बर माह 2023 में भी इतना ही पानी था।
कर्मा पूजा का हुआ विसर्जन
पेटरवार (बोकारो)
मिथलेश कुमार
नौ दिवसीय करमा पर्व का आज रविवार को करमा डाला और काशी पूजन के बाद विसर्जन के साथ समाप्त हो गया। तेनुघाट एफ टाइप चौक तथा आस पास के गाँव घरवाटांड़, उलागड़ा,चांपी सहित पूरे झारखंड में धूम धाम से मनाया गया करमा पर्व। यह पर्व झारखंड के प्रकृति और संस्कृति को दर्शाता है इस पर्व पर समस्त झारखंड वासियों को नाज है। इस पर्व में सभी बहने अपने भाई की लंबी आयु दीर्घायु के लिए करम बाबा से पुजा अर्चना और प्रार्थना करती है।
इस लगातार बारिश होने के बाद भी करमा पर्व में हर्षों उल्लास में कमी नहीं दिखाई दी, सभी माताएं बहनें मंदर के थाप और डीजे में झूम कर पर्व का लुत्फ उठाई।
नौ दिन से जावा को सुबह,दोपहर और शाम को गीत गा गा कर जगा कर रखी और पूजा अर्चना की। इस पर्व में सभी करमवर्ती बहने कोई नौ दिन तो कोई सात दिन की जावा उठाती है।

तेनुघाट डैम का खोला गया छः गेट
पेटरवार (बोकारो)
मिथलेश कुमार
लगातार दो दिनों से हो रही बारिश के कारण तेनुघाट डैम का जल स्तर में हो रही वृद्धि की वजह से डैम का छह रेडियल गेट खोला गया। पूर्वानुमान के कारण पूर्व से ही तीन रेडियल खोला हुआ था परंतु दो दिन में भारी बारिश हुई जिसके कारण विभाग ने तीन रेडियल गेट और खोलने का निर्णय लिया और रविवार की सुबह तीन रेडियल गेट खोल दिया। जिससे दामोदर नदी में बारह हजार क्यूसेक प्रति सेकंड पानी तेनुघाट डैम से छोड़ा जा रहा है। दामोदर नदी में पानी का स्तर में बढ़ने का अनुमान है नदी से से ग्रामीणों को अलर्ट जारी किया गया है । कार्यपालक अभियंता बांध प्रमंडल तेनुघाट ने रंजीत कुजूर ने बताया कि लगातार इसी तरह बारिश होता रहा तो डैम का और भी रेडियल गेट खोलने का निर्देश दिया जायेगा । वर्तमान 848.10फीट पानी डैम में स्टोरेज है जबकि 855 फीट से अधिक स्टोरेज करने की छमता डैम के पास है परंतु अधिकारियों ने बताया की ऐतिहातन तौर पर गेट खोला गया है।

तेनुघाट उपकारा में जेल अदालत सह कानूनी जागरूकता शिविर का हुआ आयोजन
पेटरवार (बोकारो)
मिथलेश कुमार  
माननीय सर्वोच्च न्यायलय, झारखंड उच्च न्यायालय एवं प्रधान जिला जज बोकारो अनिल मिश्रा के निर्देशानुसार तेनुघाट जेल में तेनुघाट व्यवहार न्यायालय के प्रथम श्रेणी न्यायायिक दंडाधिकारी राजेश रंजन कुमार की अगुवाई में जेल अदालत सह कानूनी जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। प्रथम श्रेणी न्यायायिक दंडाधिकारी राजेश रंजन कुमार ने बंदियों को कानून की जानकारी देते हुए बताया कि अक्सर लोग आवेश में आकर या फिर नशे में अपराध करते हैं वह गलत है क्योंकि अपराध तो अपराध होता है। छोटे मोटे अपराधों में आप अपने दोष को स्वीकार कर जेल से बाहर निकल सकते हैं। अगर आपके खिलाफ थाना में मामला दर्ज किया जाता है और आपको थाना से नोटिस जारी किया जाता है तो आप थाना में जाकर अपनी बात रख सकते हैं। ताकि आपकी बातों को सुनकर मामला की जांच पड़ताल हो। बंदियों को मिलने वाली सारी सुविधाओं के बारे में जानकारी दी। बताया कि जेल जेल नहीं यह सुधार गृह है, जहां से आप अपने गलतियों पर विचार कर उसे सुधार कर बाहर निकले। आगे बताया कि आपको किसी भी प्रकार की समस्या या तो जेल में हो या फिर अपने मुकदमे को लेकर हो तो आप बंदी आवेदन देकर न्यायालय में भेज सकते हैं। जिससे आपकी समस्या का समाधान हो सकता है। साथ ही दहेज अधिनियम, डायन अधिनियम सहित अन्य कई तरह की कानूनी जानकारियां दी।
       अधिवक्ता चेतना नंद प्रसाद ने बताया कि वैसे बंदी जो स्वयं के खर्च पर अपना अधिवक्ता रख पाने में असमर्थ हैं, उनके लिए माननीय सर्वोच्च न्यायालय, नई दिल्ली के निर्देश पर लीगल एड डिफेंस काउंसिल के तहत अधिवक्ताओं की प्रतिनियुक्ति की गई है, जो उन बंदियों के केस में संबंधित न्यायालय में निरंतर पैरवी करते हैं। साथ ही बंदियों से उनके समस्याओं के बारे में पूछा और उनके निराकरण के लिए हर संभव प्रयास करने की बातें कही। 
       मंच संचालन और धन्यवाद ज्ञापन देते हुए अधिवक्ता सुभाष कटरियार ने बंदियों को प्रदान किए जाने वाले विभिन्न विधिक सहायता के बारे में बतलाते हुए कहा कि माननीय नालसा, नई दिल्ली एवं माननीय झालसा, रांची के द्वारा बंदियों के लिए विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम समय-समय पर चलाए जा रहे हैं। जिनके माध्यम से उन बंदियों को उचित विधिक सहायता प्रदान की जाती है। इसी के तहत प्रत्येक महीने जेल अदालत का आयोजन किया जाता है।
                  स्वागत भाषण जेलर नीरज कुमार ने देते हुए सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि जेल में बंद बंदी जो हमेशा ही अपने को सुधार कर रहे हैं और बाहर निकल कर एक जिम्मेदार नागरिक बनने को तैयार हैं।
        साथ ही बंदियों के द्वारा बताए गए समस्याओं का भी निराकरण के लिए हर संभव प्रयास करने की बात कही। 
         बंदियों को जानकारियां देने के बाद प्रथम श्रेणी न्यायायिक दंडाधिकारी राजेश रंजन कुमार, अधिवक्ता चेतना नंद प्रसाद, सुभाष कटरियार ने जेल में बंदी वार्ड, रसोईघर, महिला वार्ड सहित अन्य जगह का निरीक्षण किया।
          मौके पर विजय कुमार, इस्तियाक अंसारी, संजय मंडल, मदन प्रजापति एवं जेल कर्मियों की भूमिका सराहनीय रही। उक्त जानकारी अनुमंडल विधिक सेवा प्राधिकार समिति के सचिव सह एसडीजेएम रश्मि अग्रवाल ने दी।
मासिक अपराध गोष्टी की बैठक
पेटरवार (बोकारो)
मिथलेश कुमार
अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी वशिष्ठ नारायण सिंह की अध्यक्षता में अनुमंडल अंतर्गत सभी अंचल निरीक्षक, थानाप्रभारी एवं ओपी प्रभारी की उपस्थिति में अपराध गोष्टी की गई। जिसमें अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी ने सभी प्रभारी को कई दिशा निर्देश दिया एवं सुझाव दिया है करमा पर्व को देखते हुए क्षेत्र में ग
स्ती लगातार बढ़ाने तथा आगामी महा दुर्गा पूजा एवं चुनाव से संबंधित मुद्दों पर चर्चा की। साथ ही  पेंडिंग केशो का निष्पादन यथा शीघ्र तीव्र गति से करने का भी निर्देश दिया। अपराधों पर नियंत्रण करने एवं अपराधिक गति विधियों पर नियंत्रण रखने का भी निर्देश दिया है। 


समझौता के आधार पर तीन मामलों का निष्पादन
पेटरवार (बोकारो)
मिथलेश कुमार
तेनुघाट व्यवहार न्यायलय के एसडीजेएम रश्मि अग्रवाल के न्यायालय से समझौता के आधार पर तीन मामलों का निष्पादन किया गया। वहीं आपसी विवाद के समाप्त होने के बाद दोनों पक्षों के बीच समझौता कराकर मामला का निष्पादन होने के बाद दोनो पक्ष को पौधा दिया गया। ताकि वह पौधा को लगाकर यह ध्यान रखें की आगे किसी किसी भी तरह का आपस में विवाद उत्पन्न ना हो और दोनों पक्ष हमेशा सुलह के आधार पर चले। 
       बताते चले की बेरमो थाना कांड संख्या 179/2020 अंतर्गत पति पत्नी के विवाद को समझौता के आधार पर समाप्त कराया गया। जिसमें पत्नी शबाना खातून अपने पति मोहम्मद अनवर के साथ आपसी समझौता कराकर मामला को समाप्त कराया। दोनों एक साथ मुकदमा समाप्त होने के बाद हंसी-खुशी न्यायालय से विदा हुए। इस मौके पर पति-पत्नी के साथ उसका पुत्र सिकंदर भी वहां मौजूद था। वह भी अपने माता-पिता से समझौता के बाद मामला समाप्त होने पर कभी खुश नजर आ रहा था। इस मामले में सूचक की ओर से सहायक लोक अभियोजक आशीष कुमार तिवारी के साथ अधिवक्ता जीवन सागर और बचाव पक्ष की ओर से अधिवक्ता सुभाष कटरियार और वैद्यनाथ शर्मा ने बहस किया।
        वही बेरमो थाना कांड संख्या 136/21 और कांड संख्या 5/22 में दोनों पक्षों के बीच आपस के विवाद को समझौता आधार पर समाप्त किया गया। मालूम ह कि 136/21 के आरोपी रहीना बीवी, इजराइल अंसारी, एनुल हक, नेहाल अहमद, मोहम्मद नजरुल इस्लाम और 5/22 के आरोपी मुस्तरिन परवीन उर्फ गुड़िया, हमीदा खातून, शहजादी परवीन, बेबी परवीन, मोहम्मद शहजाद अंसारी और मोहम्मद शाहीद उर्फ बबलू के साथ आपस में जमीन विवाद को लेकर मार पीट का मामला चल रहा था। जिसमें एसडीजेएम रश्मि अग्रवाल, सहायक लोक अभियोजक आशीष कुमार तिवारी और दोनों पक्ष के अधिवक्ता शम्सजहां अंसारी और मनोज चौबे के समझाने के बाद दोनों पक्ष में आपस में समझौता कराकर मामला को समाप्त कराया गया। 

गणपति विसर्जन करते भक्तगण
पेटरवार (बोकारो)
मिथलेश कुमार
"गणपति बप्पा मोरया" "गणपति बप्पा भूल न जाना अगले बरस तुम्हें फिर है आना" की जय घोष से गूंज उठा पूरा तेनुघाट जब तेनुघाट आई टाइप कॉलोनी के शास्त्री कल्ब के द्वारा उठाई गई गणपति भगवान का बुधवार को विसर्जन के लिए जुलूस निकाला गया। बताते चले की भगवान गणपति की मूर्ति को लाकर शनिवार से तेनुघाट आई टाइप कॉलोनी में भगवान गणपति पूजा की गई। पांचो दिन क्षेत्र में पूरे आस्था और उत्साह पूर्वक भगवान की पूजा अर्चना की गई। इस दौरान गीत संगीत, म्यूजिकल चेयर, वाद विवाद, नृत्य प्रतियोगिता सहित कई अन्य कार्यक्रम किया गया। जिसे देखकर और सुनकर दर्शक काफी मंत्रमुग्ध हुए नजर आए। मालूम हो कि म्यूजिकल चेयर में शिवम, नृत्य में चीकू प्रसाद, गीत संगीत में इशिका कुमारी, ग्रुप डांस प्रतियोगिता में विराट राज, कविता में गुगल कुमार को विजय घोषित किया गया। पूरे पुजा अर्चना और कार्यक्रम में हरि शंकर प्रसाद, बीरेंद्र प्रसाद और सुभाष कटरियार की अगुवाई में आशुतोष शंकर, सुमीत शंकर, सौरभ सिंह, शिवम कटरियार, मोंटी कटरियार, अमन सिंह, लाल बाबू, कौस्तुभ कृष, रोहित पटेल, अमन सिंह, चीकू प्रसाद, टुकटुक, डूगु विश्वनाथन, जूही सिंह, इशिका कुमारी, नैना कुमारी, नैनसी कुमारी आदि ने महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई।
तीन दोस्त की दुर्घटना में मौत, तीनो दोस्त की दाह संस्कार एक ही घाट पर, लोगो ने नम आँखों से की अंतिम संस्कार
पेटरवार (बोकारो)
मिथलेश कुमार पेटरवार हजारीबाग जिला अंतर्गत चरही यूपी मोड़ के निकट सोमवार की रात्रि में हुई सडक हादसे में पेटरवार के तीन युवक की मौत हो गई। तीनों युवक आपस में मित्र थे जो एक अल्टो में सवार हो कर हजारीबाग से पेटरवार आने के क्रम में चरही यूपी मोड़ के पास दुर्घटना हुई। जिसमें तीनों युवकों की घटना स्थल पर दर्दनाक मौत हो गयी। तीनों युवकों का शव दो वाहनों में मंगलवार को साढ़े चार बजे अपराह्न पेटरवार पहुंचा। शव पहुंचते ही परिजन दहाड़ मार कर रोने लगे। परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल हो गया। परिजन रह रह कर बेहोश हो जाया करते थे। सड़क हादसे का शिकार हुए पेटरवार के बुंडू ग्राम निवासी सह पेटरवार चौक स्थित वृन्दावन चाय लस्सी दुकान के संचालक महेन्द्र अग्रवाल का एकलौता पुत्र राहुल अग्रवाल ( करीब 24 वर्ष )दुकान संभालने का काम करता था। दूसरा मृतक पेटरवार पंचायत के घांसी टोला निवासी सुरेश प्रसाद का पुत्र दीपेश प्रसाद ( करीब 30 वर्ष ) वीडियोग्राफ़ी का काम करता था। जिसका एक लड़का व दो लड़कियां हैं। तीसरा मृतक पेटरवार के पटवा टोला निवासी सह मूर्तिकार कमलेश प्रसाद का पुत्र हेमंत प्रसाद (करीब 23 वर्ष ) पूजा भंडार का दुकान था। मृतक राहुल व हेमंत अविवाहित थे। पेटरवार में आज दिन भर मातम छाया रहा। सभी की आंखे नम थी ।तीनों मृतकों के शव का अंतिम संस्कार बुंडू स्थित अम्बा गढ़ा नदी के तट पर विधि पूर्वक कर दिया गया। मौके पर गोमिया विधायक डॉ लंबोदर महतो, जिप सदस्य प्रहलाद महतो, लक्ष्मण नायक, शांतिलाल जैन, पेटरवार मुखिया दिनेश कुमार गुप्ता, मनोज गुप्ता,पंकज कुमार सिन्हा, अजय कुमार सिंह, श्रीधर महतो,रितेश कुमार सिन्हा, राकेश सेठी,संटू सिंह, चंदन सिंह , सत्यम प्रसाद,सहित काफी संख्या में लोग मृतकों के घर पहुंच कर परिजनों को ढाढ़स बंधाया। ये लोग भारी संख्या में शव यात्रा में शामिल हो कर अंतिम संस्कार में भाग लिए।
तेनुघाट महाविद्यालय में स्नातक सेमेस्टर चार की परीक्षा आज से शुरू
पेटरवार (बोकारो)
मिथलेश कुमार
तेनुघाट महाविद्यालय में स्नातक सेमेस्टर चार की परीक्षा आज दिनांक दस सितंबर से प्रारंभ हो गया है, जो दिनांक 27 सितंबर तक चलेगी। परीक्षा दोनों पाली में ली जा रही है, परीक्षा विनोद बिहारी कोयलांचल विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित की जा रही है तेनुघाट महा विद्यालय में के बि कॉलेज बेरमो का केंद्र बनाया गया है। परीक्षा शांति पूर्ण एवं कदाचार मुक्त कराई जा रही है प्रथम पाली में विज्ञान एवं वाणिज्य तथा दूसरे पाली में कला संकाय की परीक्षा ली गई।परीक्षा में सात प्रतिशत छात्र-छात्राओं की उपस्थिति रही।
उक्त जानकारी केंद्राधिक्षक प्रोफेसर सुदामा तिवारी, सहायक केंद्राधिक्षक श्रीकांत प्रसाद,एवं परीक्षा नियंत्रक धनंजय रविदास ने दी। परीक्षा के सफल संचालन में प्रोफेसर महावीर यादव,रावण मांझी, कालीचरण महतो,दिनेश्वर स्वर्णकार,संजीव कुमार महराज सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।