प्रदेशीय माध्यमिक विद्यालयीय बालक, बालिका कबड्डी प्रतियोगिता के समापन पर ग्रीन गुरु ने पौध वितरण के साथ किया पौध रोपण

मीरजापुर। 68 वीं माध्यमिक विद्यालयीय प्रदेशीय बालक, बालिका कबड्डी प्रतियोगिता 2024 का आयोजन विंध्याचल मंडल के पी.एम.श्री राजकीय इण्टर कॉलेज मीरजापुर के खेल मैदान में 9 सितम्बर से 13 सितम्बर 2024 तक आयोजित हुई।

पांच दिवसीय प्रतियोगिता के समापन के अवसर पर ग्रीन गुरु ने मुख्य अतिथि नगर विधायक पंडित रत्नाकर मिश्रा को गुग्गुल का पौध, संयुक्त शिक्षा निदेशक विंध्याचल मंडल उदय भान को इन्सुलिन का पौध व जिला विद्यालय निरीक्षक राज कुमार दीक्षित को लिली तथा कबड्डी खिलाड़ी जया यादव पीलीभीत, बरेली मंडल को रजनीगंधा का पौध सप्रेम भेंट करने के साथ ही,13 सितम्बर 2024 को 3365 वें दिन लगातार पौध रोपण के क्रम में खेल क्रान्ति एवं पर्यावरण शुद्धिकरण फाउंडेशन, ट्रस्ट द्वारा संचालित पर्यावरण शुद्धिकरण अभियान के संस्थापक, सचिव अनिल कुमार सिंह ग्रीन गुरु मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ द्वारा गंगा सेवक सम्मान से सम्मानित, प्रधानाचार्य शान्ति निकेतन इण्टर कॉलेज पचोखरा मीरजापुर, हिमालय उड बैज, स्काउट नमामि गंगे जिला गंगा संरक्षण समिति एवं जिला पर्यावरणीय समिति सदस्य, मीरजापुर, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष,जीवन धारा नमामि गंगे फाउंडेशन, बुलंदशहर एवं संयोजक, विंध्याचल मंडल (मीरजापुर), लोक भारती हरियाली अभियान लखनऊ, ब्रांड अम्बेस्डर तथा ध्वजारोहक स्वच्छता, नगर पालिका परिषद, मीरजापुर द्वारा द्वारा 1 जुलाई 2015 से लगातार प्रति दिन किये जा रहे ।

पौध रोपण के 3365 वें दिन के क्रम में 68 वीं प्रदेशीय कबड्डी प्रतियोगिता के समापन के अवसर पर पी.एम.श्री राजकीय इण्टर कॉलेज,मीरजापुर के परिसर में इन्सुलिन के पौध का रोपण जिला विद्यालय निरीक्षक,राजकुमार दीक्षित के साथ लिली के पौध का रोपण प्रधानाचार्य, डॉ .संतोष कुमार सिंह व प्रधानाचार्य , डॉ .प्रवीण सिंह तथा एक दूसरे लिली के पौध का रोपण खेल के शिक्षक गण,गौरीशंकर यादव,अमित प्रशाद व संतीश पटनायक के साथ ग्रीन गुरु जी ने किया। इस दौरान प्रधानाचार्य अशोक चौधरी साथ में थे। रैली का संचालन श्याम धर चतुर्वेदी ने किया। इस अवसर पर ब्रांड अम्बेसडर मीरजापुर, प्रधानाचार्य अनिल कुमार सिंह ग्रीन गुरु ने हर आंगन हरियाली के तहत पौध रोपण करते हुए बतलाया कि लगातार प्रति दिन जगह-जगह पौध रोपण का उद्देश्य हरा-भरा रहे धरा, पर्यावरण शुद्ध रहे।

लोगो में पौध रोपण व संरक्षण के प्रति जागरूकता लाना है।

नवरात्रि को देखते हुए नपाध्यक्ष श्यामसुंदर केशरी ने शिवपुर वार्ड का किया निरीक्षण

मीरजापुर।नवरात्रि को देखते हुए नगर पालिका अध्यक्ष श्यामसुंदर केशरी ने शुक्रवार की सुबह पालिका के अधिकारियो,कर्मचारियों के साथ शिवपुर वार्ड का निरीक्षण किया।

निरीक्षण के दौरान नपाध्यक्ष ने वार्ड में कई जनशिकायतो को सुना और मौके पर पहुंचकर उसका निरीक्षण भी किया।वार्ड से सबंधित सभी जनशिकायतों के निस्तारण के लिए सबंधित अधिकारियो को निर्देशित भी किया।आगामी नवरात्रि से पहले वार्ड की टूटी हुई नालियों,इंटरलॉकिंग और ढक्कन को जल्द से जल्द दुरुस्त करने के लिए अधिकारियो को निर्देशित किया।

उन्होंने कहा की नवरात्रि में भक्तो की भारी भीड़ उमड़ेगी,दर्शनार्थी त्रिकोण यात्रा करने के इन्ही मार्गो से पैदल ही गुजरेंगे।इसलिए दर्शनार्थियों के सुविधा के लिए तत्काल इसको दुरुस्त करने का निर्देश दिया गया है।इस दौरान वार्ड में बने वृद्धाश्रम पहुंचे जहा उन्होंने सभी का कुशल क्षेम पूछते हुए फल का वितरण भी किया।

इस दौरान सभासद पुत्र रमन सिंह,जलकल अभियंता ओमप्रकाश गौतम,सीएसआई मनोज सेठ,राजस्व निरीक्षक राजित यादव,डीपीएम संजय सिंह,निरीक्षक संजय श्रीवास्तव,फोरमैन देवेंद्र बहादुर सिंह सहित अन्य लोग मौजूद रहे।

घायल को पानी पिलाने वाले छात्र को प्रधानमंत्री बाल पुरस्कार में शामिल करने की मांग

मीरजापुर। नगर के बहुचर्चित एक्सिस बैंक लूट कांड मैं बदमाशों की गोली से घायल गार्ड को पानी पिलाने वाले छात्र को प्रधानमंत्री बाल पुरस्कार से सम्मानित किए जाने के लिए नगर विधायक सहित कई संगठनों ने जिलाधिकारी को पत्रक सौंपा है।

इस संदर्भ में नगर विधायक ने शासन को भी पत्र प्रेषित किया है। बताते चलें कि नगर के दुर्गा बाजार, बेलतर के रहने वाले देव पाण्डेय पुत्र विनोद कुमार पाण्डेय ने बैंक के कैश वैन में हुई डकैती और गार्ड को गोली मार दिए जाने के समय स्कूल से घर जा रहें थे कि तभी ज़मीन पर पड़े गार्ड को देखा और बिना भयभीत हुए उनकी सहायता के लिए गये और पानी भी पिलाया। जिसके इस कार्य की न केवल खूब सराहना भी हुई थी बल्कि उन्हें प्रधानमंत्री बाल पुरस्कार से सम्मानित किए जाने की भी पुरजोर आवाज उठने लगी थी।

बताते चलें कि 12 सितम्बर 2023 को नगर के बेलतर स्थित एक्सिस बैंक में दिनदहाड़े बदमाशों ने कैश वैन लूटने के साथ ही लुटेरो ने एक गार्ड को गोली मार दी थी। तभी स्कूल से लौटते वक्त लहुलुहान पड़े गार्ड को देख और बिना कुछ सोचे-समझे निरन्तर चलती हुई गोलीबारी के बीच ही उस गार्ड की सहायता के लिए छात्र देव ने घायल गार्ड को पानी पिलाने के साथ उसकी मदद में जुटा हुआ था। देव ने ईधर-उधर देखते हुए लोगों को एकत्रित करने की कोशिश की, किन्तु किसी के न आने पर व स्वयं ही उनकी सहायता के लिए तत्परता दिखाते हुए प्राथमिक उपचार दिया। एक किशोरावस्था युवक के दिमाग में जो होता है उससे ऊपर उठकर वीरता दिखाते हुए एवं अपनी बुद्धि का सदुपयोग करते हुए उस मुर्च्छित गार्ड की सहायता की। ऐसे वीर बालक हमारे समाज में होने चाहिए।

छात्र देव को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार योजना के तहत से पुरस्कृत किये जाने की मांग की गई है।

सभासद पुत्रों द्वारा की गई अभद्रता को लेकर सभासद ऋषभ ने नपाध्यक्ष श्यामसुंदर केशरी को सौंपा पत्रक

मीरजापुर।बुंदेलखंडी वार्ड के सभासद सतीश केसरवानी के पुत्री एवं पुत्रों द्वारा आए दिन की जा रही अभद्रता एवं विभागाध्यक्षों पर नाजायज दवाब बनाने को लेकर इमामगंज वार्ड के सभासद ऋषभ जायसवाल ने पालिका के अन्य सभासदों के साथ नपाध्यक्ष श्यामसुंदर केशरी से मुलाकात कर पत्रक सौप कार्यवाही करने की मांग की है।बता दे इमामगंज के सभासद ने कहा है की पालिका में जाने पर बुंदेलखंडी वार्ड के सभासद के दोनो बेटे और बेटियां आए दिन अमर्यादित शब्दो का प्रयोग एवं गलत टिप्पणी किया करते है।

पालिका के सभी विभागाध्यक्षों के साथ गलत कामों को कराने को लेकर भी नाजायज दवाब बनाने का कार्य करते है।गुरुवार की रात भी वार्ड की समस्या को लेकर जब मैं नपाध्यक्ष के कैंप कार्यालय पर पहुंचा तो पहले से ही मौजूद सभासद के पुत्र एवं पुत्री ने अभद्रता की एवं गाली गलौज पर उतारू हो गए। जबकि इन सभासद के बेटी और पुत्रो का कोई अधिकार नही बनता की वे पालिका के कार्यों में हस्तक्षेप करे।कई बार तमाम सभासदों ने इनके अभद्रता और हस्तक्षेप को लेकर पालिकाध्यक्ष से मौखिक शिकायत भी की जा चुकी है लेकिन फिर भी इनके पुत्री एवं दोनो पुत्रो द्वारा पालिका के कार्यों में बाधा पहुंचाई जाती है।इसलिए इनके द्वारा पालिका के कार्यों में किए जा रहे हस्तक्षेप को रोकने के लिए नपाध्यक्ष से कार्यवाही करने की मांग की गई है।

टीबी रोगी खोज अभियान के तहत लालगंज में चलाया गया सघन अभियान

मीरजापुर। जिला क्षय रोग अधिकारी डॉक्टर अनिल कुमार ओझा के निर्देशन में सक्रीय टीबी रोगी खोज अभियान के तहत लालगंज में सघन अभियान चलाया जा रहा है। इसी क्रम में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के अधीक्षक डॉ संजय सिंह ने अभियान की गहन समीक्षा करते हुए कहा की प्रत्येक टीम से अधिक से अधिक सैंपल की जांच कराएं। इस दौरान क्षेत्रीय पर्वेक्षक शमीम अहमद ने टीयू लालगंज में चल रहे टीबी अभियान का मानिकपुर, लालापुर, रजई, बभनी गांवों का गहन भ्रमण किया।

जिसमें टीम मेंबर को टीबी रोग के बारे में समझाने के साथ ही सरकार द्वारा प्रदत्त सुविधाओं के बारे में भी बताया, ताकि टीबी रोगी इससे लाभान्वित होने के साथ ही टीबी रोग को समाप्त करने में अपनी भी भागीदारी सुनिश्चित करें। क्षेत्रीय लोगों को बताया गया की टीबी रोग से घबराने की जरूरत नहीं है, बल्कि इसका डटकर मुकाबला कर तथा नियमित दवा का सेवन कर बचा जा सकता है तथा आस पास ऐसे व्यक्ति आप को दिखाई देते है तो इनको बताने का प्रयास करें साथ ही इस मानवीय कार्य को करे। कहा इस मानवीय कार्य से ही हमारा देश टीबी मुक्त भारत बनेगा। इस दौरान आशा इंद्रावती देवी, आशा सरिता देवी, सिलमित्रा देवी, राजिया बानो, नीतू पाल, हीरावती देवी, प्रदीप बाबूलाल इत्यादि उपस्थित रहें।

हिंदी के प्रबल हिमायती थे भारतेन्दु बाबू हरिश्चंद्र

मिजार्पुर। हिंदी दिवस की पूर्व संध्या पर नगर के तिवराने टोला स्थित हिंदी गौरव डॉक्टर भवदेव पांडेय शोध संस्थान की ओर से हिंदी नवजागरण काल के प्रणेता भारतेन्दु बाबू हरिश्चंद्र के योगदान पर शोधार्थियों को विविध जानकारियां दी गईं।

इस संबन्ध में संस्था के संयोजक सलिल पांडेय ने कहा कि राष्ट्रभाषा के उन्नयन के लिए हिंदी नवजागरण काल के प्रणेता भारतेंदु बाबू हरिश्चन्द्र को सिर्फ ब्रिटिश शासकों से ही नहीं बल्कि इन शासकों के हिमायती भारत के अत्यंत प्रभावशाली लोगों से भी मोर्चा लेना पड़ा। इसमें सर सैयद अहमद खां तो थे ही, साथ में भारतेन्दु बाबू के बाल-गुरु राजा शिव प्रसाद सितारे हिन्द भी शामिल थे, क्योंकि ये खुद भी उर्दू-फारसी में रचनाएं करते थे और मुशायरा नामक संस्था बनाई थी। भारतेंदु बाबू को भाषा के नाम पर राजनैतिक पैतरेबाजी पसंद नहीं थी। उनका विश्वास था कि राष्ट्रीय अस्मिता की अभिव्यक्ति आम जनता की भाषा में ही की जा सकती है। उनके मन में था कि हिंदी में लोकसमुदाय को भावात्मक सूत्र में बांधने की अपूर्व क्षमता है।

भारतेन्दु बाबू हरिश्चंद्र ने प्रयाग की हिंदी-वर्धिनी सभा में मौजूद विद्वानों के समक्ष वर्ष 1877 में 'हिंदी की उन्नति' पर व्याख्यान दोहा छंदों में किया। इसमें कुल 98 दोहे थे। उनका यह व्याख्यान बालकृष्ण भट्ट ने अपनी पत्रिका 'हिंदी प्रदीप' के प्रवेशांक में प्रकाशित किया। इस अंक में दोहों के प्रकाशन का असर यह पड़ा कि हिंदी के उत्थान का सर्वश्रेष्ठ हिमायती भारतेन्दु बाबू को मान लिया गया। इसी व्याख्यान के पांचवें दोहा में 'निज भाषा उन्नति अहै सब उन्नति को मूल, बिन निज भाषा ज्ञान के मिटत न हिय को सूल' दोहा भी था। भारतेन्दु बाबू के सम्पूर्ण व्याख्यान का यह दोहा हिंदी का बीजमन्त्र बन गया तथा पश्चिमोत्तर देश की जनता का आर्ष-वाक्य भी बन गया। भारतेन्दु बाबू की निज भाषा-नीति अत्यंत व्यापक थी। वे बंगाल में बंगला और पंजाब में पंजाबी को निज भाषा मानते थे। इन सभी भाषाओँ को विदेशी भाषाओं के बढ़ते प्रभाव से संघर्ष करना पड़ रहा था, इसलिए भारतेंदु बाबू को भाषा के मामले में व्यापक समर्थन मिलने लगा।

गोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए कवि एवं साहित्यकार अनिल यादव ने कहा कि भारतेन्दु बाबू हरिश्चन्द्र मिजार्पुर के महान साहित्यकार, कवि एवं पत्रकार चौधरी बदरी नारायण उपाध्याय 'प्रेमघन' की कोठी में निरन्तर आते रहे और यहां हिंदी के विद्वानों के साथ भाषा के नव स्वरूप पर विचार विमर्श करते रहे। उन्होंने 'हमें लूटा, हमें बरबाद किया, अब हमें बदनाम कर रहे हैं, ये हमारी बेबसी है कि हम उन्हें सलाम कर रहे हैं' गजल के माध्यम से बदलते युग की विसंगतियों पर प्रकाश डाला।

संगोष्ठी में यूनाइटेड इंश्योरेंस कम्पनी के पूर्व प्रशासनिक अधिकारी केशव नारायण पाठक ने बतौर मुख्य वक्ता कहा कि प्रेमघन जी के यहां हिंदी के उत्थान में निरन्तर होने वाली संगोष्ठियों में आचार्य रामचंद्र शुक्ल, सूर्यकांत त्रिपाठी 'निराला', पांडेय बेचन शर्मा उग्र, मतवाला जी, डॉ काशी प्रसाद जायसवाल, बंग महिला, वामनाचार्य गिरि आदि द्वारा विदेशी भाषा के प्रचार पर अंकुश लगाने का काम किया गया। स्वतन्त्रता संग्राम पर शोध कर रहे संगम लाल गुप्त, वागीश्वरी स्कूल के प्रबंधक विश्वजीत दुबे एवं संगीतज्ञ जय कुमार श्रीवास्तव ने भारतेन्दु युग के योगदान की सराहना की।

डीएम ने विन्ध्याचल में चल रही तैयारियों का किया निरीक्षण

मीरजापुर। जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन ने आगामी शाारदीय नवरात्र मेला की तैयारियों के दृष्टिगत मां विन्ध्यवासिनी देवी धाम विन्ध्याचल पहुंचकर निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी विन्ध्याचल स्टेशन पहुंचकर स्टेशन के सामने खाली जमीन की साफ सफाई कराते हुए अस्थायी शेड लगाने व मोबाइल शौचालय लगाने का निर्देश स्टेशन अधीक्षक को दिया।

जिलाधिकारी द्वारा विन्ध्य विद्यापीठ इण्टर कालेज के मैदान का भी निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि यहां पर साफ सफाई करा ली जाए ताकि श्रद्धालुओं के लिए अस्थायी रैन बसेरा बनाया जा सके। उन्होंने अधिशासी अधिकारी नगर पालिका को निर्देशित करते हुए कहा कि यह सुनिश्चित कराए कि सभी दुकानदार अपने दुकान के सामने एक डस्टबिन अवश्य रखे, रखे न जाने पर नियमानुसार उनका चालान किया जाए। उन्होंने अधिशासी अधिकारी नगर पालिका को निर्देशित करते हुए पन्नी लगाने वाले दुकानदारो की पन्नी हटवाते हुए शेड दुकानदार शेड लगवाए। विन्ध्याचल मन्दिर में लग रहे रेलिंग को जिलाधिकारी ने एक सप्ताह में पूर्ण कराने का निर्देश दिया।

जिलाधिकारी हवन कुण्ड का भी निरीक्षण किया गया व समय से हण्डकुण्ड कक्ष में टाइल्स लगाने का निर्देश दिया व दीप जलाने की लिए टाइल्स की अलमारी बनवाने का निर्देश दिया। उन्होंने गलियों की व्यवस्था व इसके अतिरिक्त साफ सफाई, बैरीकेटिंग, विद्युत व श्रद्धालुओं के सुविधा सम्बन्धी आवश्यक व्यवस्थाओं का निरीक्षण करते हुए सम्बन्धित को आवश्यक दिशा निर्देश दिया। उन्होंने स्टेशन रोड से पुरानी वीआईपी तक प्रस्तावित चौड़ीकरण कार्य का निरीक्षण किया, कार्यदायी संस्था के द्वारा बताया गया कि सर्वेक्षण हो चुका है शासन स्तर से वित्तीय स्वीकृति प्राप्त होने के उपरान्त चैड़ीकरण कार्य प्रारम्भ करा दिया जाएगा।

उन्होंने कहा कि आगामी नवरात्र मेला सभी वर्षो की भांति इस वर्ष भी आवश्यक तैयारियां मेला से पूर्व पूर्ण करा लें, ताकि मेला में आने वाले श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की दिक्कत न हो और वे मां का दर्शन कर सुगमता पूर्वक अपने गंतव्य को प्रस्थान कर सकें। निरीक्षण के दौरान अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व शिव प्रताप शुक्ल, नगर मजिस्ट्रेट लाल बहादुर सिंह, अधिशासी अधिकारी नगर पालिका मीरजापुर गोवा लाल, डिप्टी कलेक्टर शक्ति प्रताप सिंह सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित रहें।

क्षय रोगी खोज अभियान के कार्यो का किया गया स्थलीय निरीक्षण,

मीरजापुर। जिले में चलाएं जा रहें टीबी रोगी खोजी अभियान के तहत चुनार क्षेत्र के नरायनपुर विकासखंड अंतर्गत ग्राम घुमपुर, सझौली, बरेठा, जमुई गांवों में खोजी अभियान के दौरान लगाई गई विभागीय टीमों के कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया गया।

इस दौरान क्षय विभाग के डिस्ट्रिक्ट कोआॅर्डिनेटर सतीश शंकर यादव द्वारा टीमों के मनोबल को मजबूत करते हुए ज्यादा से ज्यादा अज्ञात टीबी रोगियों को खोजने पर विशेष बल दिया गया, साथ ही स्वास्थ्य कर्मियों को सुझाव दिया गया कि आप सभी टीबी रोग के समस्त लक्षणों जैसे दो सप्ताह से अधिक समय से खांसी आना, खांसी के साथ बलगम या खुन का आना, रात को अक्सर बुखार आना, भूख न लगना, वजन का घटना, सीने में दर्द का बने रहने की जानकारी अवश्य दें।

साथ ही लोगों को सरकारी स्तर से दी जा रही समस्त नि: शुल्क जांच एवं इलाज की सुविधाएं तथा पूरे इलाज अवधि तक मरीज को प्रति माह दिए जाने वाले पांच सौ रुपए की जानकारी भी विस्तार से अवश्य दें।

निरीक्षण के दौरान क्षेत्र के चुनार एसटीएस अखिलेश कुमार के साथ-साथ आशाएं एवं आंगनवाड़ी कार्यकत्री मौजूद रहे।

छह महीने से पारिश्रमिक नहीं मिलने पर आक्रोशित वाचरों ने किया प्रदर्शन

ड्रमंडगंज, मीरजापुर। जिले के ड्रमंडगंज वनरेंज में कार्यरत वाचरों ने छह महीने से वेतन नही मिलने पर गुरुवार को वनरेंज कार्यालय ड्रमंडगंज पर पहुंचकर प्रदर्शन करते हुए अविलंब बकाया वेतन भुगतान करने की मांग किया। प्रदर्शन कर रहे वन विभाग के वाचर हृदय नारायण, गोपीनाथ, सहाय राम, शारदा प्रसाद, नन्हकू सुरेन्द्र बहादुर सिंह, दिनेश तिवारी, कामता फूलचंद, नंदलाल ने बताया कि बीते मार्च माह से एक भी रूपए पारिश्रमिक नहीं मिलने से परिवार भूखमरी के कगार पर पहुंच गया है।

रेंजर ड्रमंडगंज और एसडीओ ने आश्वासन दिया था कि रक्षा बंधन पर्व तक हर हाल में पारिश्रमिक का भुगतान कर दिया जाएगा, लेकिन आज तक एक रूपए नहीं मिला। छह महीने से वेतन नहीं मिलने पर भूखमरी के कगार पर पहुंच गए हैं। विभागीय अधिकारियों से आश्वासन के सिवाय कुछ नहीं मिल रहा है जबकि हमलोग नियमित रूप से वनों की रखवाली और कार्य में लगे हुए हैं। आक्रोशित वाचरों ने चेतावनी दी कि यदि एक सप्ताह के भीतर वेतन नही मिला तो रेंज कार्यालय पर आमरण अनशन करने के लिए बाध्य होंगे। इस संबंध में एसडीओ शेख मुअज्जम ने बताया कि वाचरों के पारिश्रमिक भुगतान के लिए स्वीकृति कर दिया गया है। जल्द ही वाचरों के खाते में धनराशि पहुंच जाएगी।

आयुष्मान योजना के लाभ की उम्र-सीमा 60 वर्ष की जाए

मीरजापुर। बीमारियों के इलाज के लिए आयुष्मान भारत योजना में 70 वर्ष की उम्र सीमा में कमी की मांग की गई है। इस सम्बंध में गांव-गरीब नेटवर्क के संयोजक सलिल पांडेय ने कहा कि शरीर के अशक्त होने की आयु 60 वर्ष मानकर सेवानिवृत्ति मानी गई है। ऐसी स्थिति में 60 वर्ष के ऊपर के सभी वरिष्ठजनों को आयुष्मान भारत के अंतर्गत लिया जाना चाहिए। पांडेय ने कहा कोरोना वायरस का प्रभाव कुछ न कुछ अधिकांश लोगों में पड़ा है। पर्यावरण में बदलाव एवं खाद्य पदार्थों में घटती पौष्टिकता के चलते अधिकांश लोग 60 वर्ष के होते बीपी, शूगर, श्वास, अस्थि संबन्धित बीमारियों से पीड़ित देखे जा रहे हैं। अतः सरकार इसका सर्वे कराकर आयुष्मान योजना के लाभ की आयु सीमा पर पुनर्विचार अवश्य करे।