सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के सीएसपी में लूट, बाइक सवार अपराधियों ने घटना को दिया अंजाम*

डेस्क : बिहार में अपराधी पूरी तरह से बेखौफ हो गए है। उन्हें पुलिस और कानून का कोई भय नहीं रह गया है। आए दिन अपराधी हत्या और लूट से जैसी घटना को अंजाम देकर आराम से चलते बन रहे है। ताजा मामला पूर्वी चंपारण जिले से सामने आया है। जहां बेखौफ अपराधियों ने सीएसपी में लूट की घटना को अंजाम दिया है। मिली जानकारी के मुताबिक बाइक सवार अपराधियों ने घटना को अंजाम दिया है।केसरिया थाना क्षेत्र के मोहमदपुर चौक स्थित सेंट्रल बैंक सीएसपी की घटना बतायी जा रही है। सीएसपी संचालक के अनुसार लगभग दो लाख रुपया लूट की बात बताई जा रही है। घटना की सूचना पर पुलिस पहुंचकर आसपास की सीसीटीवी जांच कर अपराधियों की पहचान में जुटी है। सीएसपी संचालक ने बताया कि जैसे हीं सीएसपी खोलकर अंदर गए तबतक केसरिया के तरफ से एपाची बाइक से दो व्यक्ति आए और हथियार भिड़ा कर करीब दो लाख रुपया लूट लिया और खजुरिया के तरफ भाग गए। घटना की सूचना मिलते ही केसरिया थाना पुलिस पहुंचकर जांच में जुट गई है। वही पुलिस अपराधियों की पहचान को लेकर आसपास की सीसीटीवी जांच में जुटी है।
*पटना जंक्शन के आरक्षण काउंटरों पर आज टिकट मिलने में होगी परेशानी, जानिए क्या है वजह*

डेस्क : पटना जंक्शन पर आज आरक्षण टिकट नहीं मिल पायेगाय दरअसल चोरों द्वार एसी का कॉपर तार चुरा लेने से पिछले दस दिनों से पटना जंक्शन के आरक्षण काउंटरों के कक्ष में एसी काम नहीं कर रहा है। दर्जनों मशीनों के बीच शीशे से बंद काउंटरों वाले कक्ष में पसीने से तरबतर रहे कर्मियों ने एसी ठीक करने के लिए रेल मंडल में कई बार गुहार लगाई। इसके बावजूद इसकी मरम्मत नहीं की गई। यूनियन की ओर से भी मामले की जानकारी देने के बाद कर्मियों ने दस दिन तक प्रतीक्षा की। जिसके बाद आज सोमवार को आरक्षण से जुड़े कर्मियों ने काम ठप करने का फैसला लिया है। कर्मियों का कहना है कि जब रेल प्रशासन को इस बात की चिंता ही नहीं कि कर्मचारियों की हालत कैसी है। ऐसी स्थिति में काम करना मुश्किल है। रविवार को काउंटर पर कार्यरत कर्मियों ने कहा कि पिछले डेढ़ महीने में तीसरी बार यह परेशानी आई है। बार बार कोई एसी से जुड़ा कॉपर तार चुरा ले रहा है। इसे लगाने में दस से 15 दिन लग रहे। दस 15 दिनों तक उमस भरी गर्मी में काम करने को मजबूर हैं।
अंधविश्वास के चक्कर में बुजुर्ग की हत्या, बीमार की मौत के बाद जादू-टोना का आरोप लगा बुजुर्ग को पीट-पीटकर उतारा मौत के घाट*

डेस्क : बिहार में अब भी लोगों का अंधविश्वास खत्म होने का नाम ले रहा है। अंधविश्वास के चक्कर में लोगों की जाने जा रही है। लोग हत्या जैसी बड़ी घटना को अंजाम देने से भी बाज नहीं आ रहे है। एक ऐसी ही घटना प्रदेश के भोजपुर जिले से सामने आई है। जहां अंधविश्वास के चक्कर में एक बुजुर्ग की हत्या कर दी गई है। पुलिस ने इस मामले में आरोपितों को गिरफ्तार किया है। घटना के संबंध में बताया गया है कि भोजपुर के पवना थाना क्षेत्र के खनेट गांव में बीमार चल रहे विकास मित्र की मौत के बाद जादू-टोने के आरोप में एक बुजुर्ग की लाठी और डंडे से पीट-पीटकर हत्या कर दी। खनेट गांव निवासी बुजुर्ग का नाम पति मुसहर था। वहीं मृतक विकास मित्र राम अवतार मुसहर उर्फ ढोरा मुसहर का 32 वर्षीय पुत्र कृष्णा मुसहर था। बुजुर्ग की हत्या का आरोप विकास मित्र के चचेरे भाई सहित अन्य घर वालों पर लगा है। हत्या के बाद विकास मित्र के परिजन फरार हो गये। पुलिस ने विकास मित्र के चचेरे भाई और मुख्य आरोपित ललन मुसहर को गिरफ्तार कर लिया है। एसपी प्रमोद कुमार यादव ने बताया कि कृष्णा मुसहर काफी बीमार चल रहे थे। शनिवार रात उनकी मृत्यु हो गई थी। इसके बाद कृष्णा मुसहर के परिजनों ने बगल के पति मुसहर की हत्या कर दी। इस मामले में प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है। इधर, कृष्णा मुसहर के पिता राम अवतार ने बताया कि बेटे को दो वर्ष पूर्व नौकरी लगी थी। वह पांच-छह महीने से बीमार चल रहा था। कई जगहों पर इलाज भी कराया, लेकिन हालत में सुधार नहीं हुआ। तब ओझा-गुनी के पास ले गये।
मानसून की बेरुखी : बिहार में लगातार तीसरे वर्ष मानसून की बारिश सामान्य से कम होने के आसार, कई जिलों में बनते दिख रहे सुखे के हालात*

डेस्क : बिहार में लगातार तीसरे वर्ष मानसून की बारिश सामान्य से कम होने के आसार हैं। जिससे किसानों की चिंता बढ़ गई है। मानसून की असक्रियता के कारण सामान्य से कम बारिश हो रही है। जिसकी वजह से प्रदेश के कई जिलों में सुखे जैसे हालात बनते दिख रहे है। मौसम विभाग ने जारी अपने पूर्वानुमान में यह आशंका प्रकट की है कि इस सितंबर में भी बिहार के अधिकतर जिलों में सामान्य से कम बारिश होगी। अधिकतम और न्यूनतम तापमान भी सामान्य से अधिक रहेगा। हालांकि, राज्य के दक्षिण-पश्चिम भाग के जिलों बक्सर, भोजपुर, रोहतास, भभुआ, औरंगाबाद और अरवल में सामान्य बारिश होने के आसार हैं। राज्य में अब तक मानसून के दौरान सामान्य से 25 कम बारिश हुई है। इसमें जून में 52, जुलाई में 29 और अगस्त में 4 सामान्य से कम बारिश दर्ज की गई। सितंबर में भी बारिश कम होने से प्रदेश में लगातार तीसरे वर्ष मानसून की बारिश सामान्य से कम होने के आसार हैं। बिहार में सामान्य तौर पर मानसून सीजन 12 जून से 8 अक्टूबर तक रहता है। इधर मानसून की बेरुखी के कारण भागलपुर समेत पूर्वी बिहार, कोसी-सीमांचल के नौ जिलों में सूखे जैसी स्थिति बनती दिख रही है। भारतीय मौसम विभाग के आंकड़ों पर ध्यान दें तो किशनगंज, बांका, जमुई व लखीसराय जिले में सामान्य बारिश की तुलना में 17 प्रतिशत या इससे कम बारिश हुई है। बाकी नौ जिलों में सामान्य से 21 से लेकर 48 प्रतिशत तक कम बारिश हुई है। बिहार कृ़षि विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक का कहना हैं कि सामान्य से अगर 17 प्रतिशत तक कम बारिश होती है तो इसे खेती के लिहाज से ठीक-ठाक बारिश माना जाता है। लेकिन सामान्य से अगर 18 प्रतिशत या इससे अधिक कम बारिश हो तो इसका असर खेती पर पड़ना तय है। धान जैसी फसलों को अतिरिक्त सिंचाई की जरूरत पड़ेगी तो वहीं उत्पादन पर भी इसका नकारात्मक असर पड़ेगा। वहीं बिहार के नौ ग्रीन जिले हैं, जहां पर सामान्य से कम तो बारिश हुई है, लेकिन अधिकतम 17 प्रतिशत तक ही कम बारिश हुई है। ये जिले किशनगंज, बांका, जमुई, लखीसराय, नालंदा, गया, अरवल, औरंगाबाद, बक्सर, सीवान, पश्चिम चंपारण हैं। वहीं दूसरी ओर भागलपुर गंगा का जलस्तर फिर से बढ़ने लगा है। मुंगेर में रविवार को 15 सेमी की बढोतरी दर्ज हुई है। जबकि भागलपुर में 2 सेमी की वृद्धि हुई है। मुंगेर और भागलपुर में बढ़ोतरी से खगड़िया में परबत्ता में गंगा फिर से बढ़ गई है। इस माह बारिश कम होने और तापमान बढ़ने के कारण लोगों को गर्मी सताने वाली है। मौसम विभाग के अनुसार बारिश कम होने से आद्रता की मात्रा बढ़ जाएगी। इस कारण लोगों को उमस भरी गर्मी का एहसास होगा। तापमान जितना रिकॉर्ड होगा, लोगों को कहीं उससे ज्यादा का अनुभव होगा। इसका प्रभाव कृषि और स्वास्थ्य पर पड़ सकता है।
*राजधानी पटना में आज से चलाया जायेगा अतिक्रमण हटाओं अभियान, 7 टीम का किया गठन*

डेस्क : राजधानी पटना को अतिक्रमण मुक्त बनाने को लेकर प्रशासन द्वारा एकबार फिर विशेष अभियान चलाने की आज सोमवार से शुरुआत किया जायेगा। प्रमंडलीय आयुक्त मयंक वरवड़े ने इसे लेकर आदेश जारी किया है। यह विशेष अभियान 14 सितंबर तक चलेगा। पटना जिलाधिकारी डॉ.चंद्रशेखर सिंह और एसएसपी राजीव मिश्रा ने विशेष अभियान के लिए 7 टीम का गठन किया है। यह एक मल्टी एजेंसी अभियान होगा जो पटना नगर निगम के पांच अंचलों नूतन राजधानी अंचल, पाटलिपुत्र अंचल ,बांकीपुर कंकड़बाग और अजीमाबाद में चलेगा। साथ ही दानापुर और फुलवारिशेरॉ नगर परिषद में भी चलेगा। आयुक्त मयंक वरवड़े ने कहा कि नेहरू पथ, अटल पथ, जेपी गंगा पथ और बाईपास जैसे मुख्य मार्गों को जनहित में अतिक्रमणमुक्त रखना अनिवार्य है। इसमें कोई व्यवधान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अभियान के लिए बनाई गई प्रत्येक टीम के साथ मजिस्ट्रेट, पुलिस पदधिकारी, महिला बल, लाठी बल और पुलिस बल तैनात किया गया है। इसमें नगर निगम के सभी कार्यपालक पदाधिकारी और सफाई निरीक्षकों को भी लगाया गया है। अभियान की समीक्षा प्रत्येक दिन किया जाएगा। आयुक्त ने कहा कि जनहित में सड़कों, फुटपाथों और सर्विस रोड को अतिक्रमणमुक्त रखना अनिवार्य है। सभी मुख्य सड़कों से अवैध होर्डिंग, बैनर और पार्किंग को हटाया जाएगा। अस्थाई अतिक्रमण की स्थिति में 5000 रुपए और स्थायी अतिक्रमण की स्थिति में 20000 रुपए दंड लगाया जाएगा।
अंतरराष्ट्रीय मंचों पर पीएम मोदी के नेतृत्व में लगातार भारत का कद बढ़ रहा हैं : अरविन्द सिंह

डेस्क :- भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता अरविन्द कुमार सिंह ने कहा है कि अंतरराष्ट्रीय मंचों पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत का कद लगातार बढ़ रहा हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की रूस और यूक्रेन की हाल की यात्राओं से साफ हैं कि वे एकमात्र वैश्विक नेता हैं जिनकी बात दोनों देशों ने सुनी हैं। आज भारत की ओर विश्व के सारे देश आशा भरी निगाहों से नजरे गड़ाई हुईं हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत आज ग्लोबल साउथ की सबसे बड़ी आवाज बन गया है। और हर देश आज के समय में महत्वपूर्ण मुद्दों पर भारत की राय पर विचार करता है और सुनता है।

श्री अरविन्द ने कहा कि पीएम मोदी को हाल ही में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने रूस के सर्वोच्च नागरिक सम्मान से सम्मानित किया हैं। इसके साथ ही रूस उन 16 देशों में शामिल हो गया है, जिन्होंने हमारे मा प्रधानमंत्री को अपना सर्वोच्च नागरिक सम्मान दिया है। इन देशों में यूएई, सऊदी अरब, अफगानिस्तान, मालदीव और बहरीन जैसे मुस्लिम देश भी शामिल हैं।

इससे साफ जाहिर हैं की अंतरराष्ट्रीय मंचों पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में लगातार भारत का कद बढ़ रहा हैं और भारत विश्व गुरु बनकर उभर रहा है।

बिहार के चिकित्सकों और स्वास्थ्य कर्मियों के लिए बड़ी खबर, इन जिलों को छोड़कर बाकी जिलों ने विभाग ने इस तिथि तक छुट्टी को किया रद्द

डेस्क : बिहार के स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत चिकित्सकों और स्वास्थ्यकर्मियों के लिए एक बड़ी खबर है। प्रदेश के कुछ जिलों को छोड़ कर शेष जिलों में कार्यरत चिकित्सक समेत सभी स्वास्थ्य कर्मियों का 15 सितंबर तक अवकाश रद्द कर दिया गया है। इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग के अपर सचिव ने आदेश जारी कर दिया है।

स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी आदेश में बताया गया है कि अरवल, औरंगाबाद, बांका, गया, जमुई, जहानाबाद, कैमूर, नवादा और रोहतास जिले को छोड़ कर अन्य जिलों में यह आदेश लागू होगा। इस आदेश में कहा गया कि इन जिलों को छोड़ कर अन्य जिलों में पदस्थापित सभी चिकित्सा पदाधिकारी, सभी स्वास्थ्य कर्मी नियोजित सहित, स्वास्थ्य प्रशिक्षक, पारा मेडकल स्टाफ, जीएनएम, एएनएम, शल्य कक्ष सहायक, लैब तकनीशियन और कार्यालय परिचारी का सभी प्रकार के अवकाश रद्द रहेंगे। जिसमें मेडिकल कॉलेज अस्पताल के प्राचार्य और अधीक्षक से लेकर निदेशक प्रमुख तक शामिल हैं। अध्ययन अवकाश और मातृत्व अवकाश का लाभ मिलेगा। इसके साथ ही आदेश में यह भी कहा गया है कि जो चिकित्सा पदाधिकारी या स्वास्थ्य कर्मी अवकाश पर हैं, उन्हें तुरंत अपने कर्तव्य पर योगदान करना है।

दरअसल स्वास्थ्य विभाग ने यह आदेश राज्य में बाढ़ को देखते हुए इसके रोकथाम और निरोधात्मक उपाय के लिए विशेष चौकसी और उपयोग के लिए किया है। गौरतलब है कि राज्य के कई जिलों बाढ़ जैसे हालात हैं। खास तौर से उत्तर बिहार के जिलों में भारी बारिश से घरों में जलभराव और ग्रामीण इलाकों में बाढ़ की नौबत गई है। कई जिलों के गांवों में खेतों से लेकर घरों तक में पानी भर गया है। ऐसे में ग्रामीणों की स्वास्थ्य सेवाओं के मद्देनजर बिहार सरकार ने सभी सरकारी डॉक्टरों और अस्पतालकर्मियों की छुट्टियों को रद्द करने का ऐलान किया है।

राजद छोड़कर पुराने घर में लौटे पूर्व मंत्री श्याम रजक, आज रविवार को जदयू में हुए शामिल

डेस्क : पिछले दिनो राजद से इस्तीफा देने वाले पूर्व मंत्री श्याम रजक की एकबार पुराने घर में वापसी हो गई है। श्याम रजक आज रविवार जदयू में शामिल हो गए हैं। जदयू प्रदेश कार्यालय में आयोजित मिलन समारोह में श्याम रजक को जदयू की सदस्यता दिलाई गई।

मिलन समारोह में जदयू के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा, जदयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा, ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव, जल संसाधन मंत्री विजय चौधरी, शिक्षा मंत्री सुनील कुमार व मद्य निषेध मंत्री रत्नेश सदा भी मौजूद रहे। संजय झा और उमेश कुशुवाहा के नेतृत्व में श्याम रजक ने जदयू की सदस्यता ग्रहण की।

गौरतलब है कि जयप्रकाश नारायण द्वारा शुरू किये गये 1974 के आंदोलन से श्याम रजक उभरे थे। आरजेडी के गठन के बाद वह लालू प्रसाद यादव के साथ हो लिए। 70 साल के श्याम रजक धोबी जाति से आते हैं और लालू यादव ने उन्हें राजनीति का ककहरा सिखाया। 1995 में आरजेडी के टिकट से चुनाव लड़ा था। इसमें उन्हें जीत भी मिली। इसके बाद वह लालू के संगठन में भी पैठ बना ली थी। फुलवारी से उन्हें छह बार जीत मिली। आरजेडी में उन्हें राष्ट्रीय महासचिव का पद मिला था।

2009 में श्याम रजक ने आरजेडी के राष्ट्रीय महासचिव के पद से इस्तीफा दे दिया। वे जनता दल यूनाइटेड में शामिल हो गए और नीतीश कुमार के खासमखास हो गए। उन्हें अखिल भारतीय धोबी महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में कार्य किया। नीतीश कुमार की सरकार में उन्हें मंत्री पद भी मिला। 2019 से 2020 तक श्याम रजक नीतीश सरकार में उद्योग मंत्री रहे।

2020 विधानसभा चुनाव से पहले उन्होंने जेडीयू में बगावत शुरू कर दी थी। फिर अगस्त 2020 में जेडीयू ने ही उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया। इसके बाद वे फिर आरजेडी में शामिल हुए। वहीं अब एक बार फिर श्याम रजक जदयू पार्टी में वापसी आज जदयू की सदस्यता ग्रहण कर ली है।

आरक्षण को लेकर केन्द्रीय मंत्री जीतन राम मांझी का बड़ा बयान, जानिए

डेस्क : पूरे देश में और खासकर बिहार में इनदिनों एकबार फिर से आरक्षण के मुद्दे को लेकर सियासत जारी है। विपक्ष केन्द्र की सत्ताधारी एनडीए और खासकर बीजेपी पर आरक्षण को खत्म करने का आरोप लगा रही है। इसी बीच हम सुप्रीमो व केन्द्रीय मंत्री जीतन राम मांझी का बड़ा बयान सामने आया है।

उन्होने कहा है कि बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर ने कहा था कि 10 वर्षों में आरक्षण की समीक्षा होनी चाहिए, ताकि पता चले किस वर्ग को कितना लाभ पहुंचा है। इससे जो वर्ग पिछड़ा है,उसके विकास में मदद मिलेगी।

राजधानी पटना स्थित एम स्ट्रैंड रोड स्थित आवास पर उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी एससी एसटी आरक्षण में क्रीमी लेयर के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि 2015 से हमारी पार्टी चल रही है। आज विधानसभा, विधान परिषद और लोकसभा में प्रतिनिधित्व कर रही है। बिहार ही नहीं बल्कि झारखंड, मध्य प्रदेश, केरल, उत्तर प्रदेश, हरियाणा में पार्टी के कार्यकर्ता हैं।

पदभार ग्रहण करते ही एक्शन में दिख रहे बिहार के नये डीजीपी आलोक राज, अधिकारियों को दिए कई सख्त निर्देश

डेस्क : बिहार के नये डीजीपी आलोक राज पूरे एक्शन में दिख रहे है। पदभार ग्रहण करने के अगले ही दिन बीते शनिवार की दोपहर नये डीजीपी आलोक राज पटना पुलिस कार्यालय पहुंचे और तकरीबन ढाई घंटे तक रहकर पुलिस के कार्यकलापों की जानकारी ली। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि आपराधिक मामलों का खुलासा करने के साथ ही पुलिस निरोधात्मक कार्रवाई भी करे। साथ ही सुबह की सैर वाली जगहों पर गश्ती जरूर करें ।

वहीं डीजीपी ने पटना पुलिस के आई ट्रिपल सी भवन का भी निरीक्षण किया। उन्होंने यहां के कार्यकलापों की सराहना करते हुए कहा कि आने वाले दिनों में बिहार पुलिस को इसका और लाभ मिलेगा। इसके बाद डीजीपी रेंज आईजी के दफ्तर में गये। वहां एडीजी विधि व्यवस्था संजय सिंह, रेंज आईजी गरिमा मलिक, डीआईजी सह एसएसपी राजीव मिश्रा, तीनों सिटी व ग्रामीण एसपी के साथ अन्य पुलिस अधिकारी मौजूद थे।

सूत्रों की मानें तो डीजीपी ने क्राइम कंट्रोल, वारंट का निष्पादन, लंबित मामलों का निपटारा, फरार अपराधियों की गिरफ्तारी, गश्ती व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त करने सहित अन्य निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा कि पुलिसकर्मियों का मनोबल बढ़ाने के लिए वे यहां आये हैं। इससे पहले डीजीपी के सामने सम्मान परेड किया गया। डीजीपी ने पुलिस अधिकारियों से कहा कि जिस जगह सुबह के वक्त लोग टहलने जाते हैं, वहां गश्ती की व्यवस्था होनी चाहिए। इसके अलावा नियमित रूप से बैंकों की चेकिंग हो। पुलिस समय-समय पर आपराधिक दृष्टिकोण से वाहनों की जांच भी करे।

डीजीपी आलोक राज के साथ अपर पुलिस महानिदेशक जितेन्द्र सिंह गंगवार और अपर पुलिस महानिदेशक, विधि-व्यवस्था संजय सिंह भी मौजूद थे। जानकारी के अनुसार डीजीपी आलोक राज ने स्पेशल ब्रांच, अपराध एवं अनुसंधान विभाग, डीजीपी कंट्रोल रूम, पुलिस मुख्यालय स्थित मीडिया सेंटर, फॉरेसिंग साइंस सेल सहित अन्य कार्यालयों में गए। इसके बाद वे राजधानी के विभिन्न पुलिस कार्यालयों के निरीक्षण के लिए प्रस्थान कर गए।