दिल्ली में झाड़-फूंक के बहाने 7 साल की मासूम से कब्रिस्तान के अंदर रेप, 51 रुपये देकर बोला तांत्रिक- किसी को बताया तो पापा मर जाएंगे


डेस्क: दिल्ली के रोहिणी में एक फर्जी तांत्रिक ने सात साल की मासूम बच्ची के साथ पहले रेप किया और फिर बच्ची को डराया कि अगर उसने इसके बारे में किसी को भी बताया तो उसका बीमार पिता मर जाएगा. इतना ही नहीं तांत्रिक ने बच्ची को 51 रुपये भी दिए. इस मामले में शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने आरोपी तांत्रिक को गिरफ्तार कर लिया है. 

रोहिणी में पुलिस ने मोहम्मद शरीफ (51) नाम के फर्जी तांत्रिक को गिरफ्तार किया है, जिसने मासूम बच्ची के साथ बलात्कार की वारदात को अंजाम दिया. ये तांत्रिक कब्रिस्तान के पास ही रहता था और लोगों को विश्वास दिलाता था कि वो एक पहुंचा हुआ तांत्रिक है.

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ये शर्मनाक घटना बीते सोमवार यानी 26 अगस्त की है. मासूम बच्ची अपने तीन भाई बहनों और पिता के साथ कंझावला में रहती है. बच्ची के पिता सब्जी की रेहड़ी लगाते हैं जबकि मां की मौत हो चुकी है. सोमवार के दिन बच्ची के पिता की तबीयत खराब थी, जिस पर फर्जी तांत्रिक शरीफ उन्हें देखने आया था. जाते वक्त उसने कहा कि राशन और झाड़-फूंक के लिए इस बच्ची को भेज देना.

पिता ने बच्ची के साथ उसके भाई को भेज दिया. भाई कुछ देर में वापस आ गया और बोला कि बहन को शरीफ ने झाड़ फूंक के लिए रोक लिया है. थोड़ी देर में बच्ची वापस आ गई, लेकिन वो चुप थी. अगले दिन मंगलवार को उसकी तबीयत खराब हो गई. जब उसे हॉस्पिटल ले जाया गया तो सेक्सुअल एसॉल्ट की बात सामने आई.

फिर पुलिस को शिकायत दी गई, जिसके बाद पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. आरोपी ने बच्ची के साथ गलत काम करने के बाद धमकी भी दी थी कि अगर उसने किसी को कुछ बताया तो उसके बीमार पिता की मौत हो जाएगी. तांत्रिक ने जाते समय बच्ची को 51 रुपये भी दिए थे और कहा कि जाओ अब पापा सही हो जाएंगे.
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डेस्क: विश्व के अनेकों देश बर्बाद हुए यदि ध्यान से देखें तो इन देशों को बर्बाद करने के पीछे विश्व की कथित महाशक्ति अर्थात सुपर पावर अमेरिका का हाथ रहा है। अमेरिका ने आतंकवाद को पोषित किया अमेरिका ने अपनी कई एजेंसीज के माध्यम से अनेकों देशों में अंतर्कलह करवाई और देशों को बर्बाद कर दिया। अब ऐसा ही षड्यंत्र भारत के साथ हो रहा है भारत की राष्ट्र प्रेमी जनता को सावधान रहना चाहिए।


26 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बायडेन ने कई विषयों पर चर्चा करने के लिए टेलीफोन पर बातचीत की। इस बातचीत से कुछ घंटे पहले, अमेरिकी राजनयिकों ने जम्मू-कश्मीर में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेताओं से मुलाकात की। हाल के दिनों में भारतीय विपक्षी नेताओं और अमेरिकी राजनयिकों के बीच की मुलाकातें पहले की तुलना में अधिक बार सुर्खियों में रही हैं, जिससे भारतीय लोकतंत्र में संभावित अमेरिकी हस्तक्षेप पर चिंता बढ़ गई है।

ऐसी खबरें आई हैं कि अमेरिकी राजनयिकों ने प्रदर्शनकारी किसान नेताओं भी से मुलाकात की, जिसे भारत के आंतरिक मामलों में दखलंदाजी के संकेत के रूप में देखा जा रहा है।

जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक मामलों के मंत्री-सलाहकार ग्राहम मेयर और फर्स्ट सेक्रेटरी गैरी एप्पलगार्थ सहित संयुक्त राज्य अमेरिका के राजनयिकों ने नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला से मुलाकात की। यह मुलाकात अब्दुल्ला के श्रीनगर में गुपकार रोड स्थित आवास पर हुई। कथित तौर पर बैठक के दौरान नेताओं और राजनयिकों ने जम्मू-कश्मीर और सामान्य रूप से क्षेत्र से संबंधित कई मुद्दों पर चर्चा की।

एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, अब्दुल्ला ने जम्मू-कश्मीर के लिए ट्रैवल एडवायजरी पर फिर से विचार करने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में प्रतिबंधों में ढील दी गई है। उन्होंने विदेशी पर्यटकों को जम्मू-कश्मीर की संस्कृति और सुंदरता का प्रत्यक्ष अनुभव करने के लिए यहाँ आने के लिए प्रोत्साहित किया।


मीडिया से बात करते हुए नेशनल कॉन्फ्रेंस के मुख्य प्रवक्ता और संचार प्रमुख तनवीर सादिक ने कहा कि बैठक के दौरान जम्मू-कश्मीर और सामान्य रूप से इस क्षेत्र से संबंधित कई विषयों पर चर्चा की गई। उन्होंने कहा कि राजनीतिक सलाहकार अभिराम भी अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा थे।


नेशनल कॉन्फ्रेंस की ओर से सांसद और वरिष्ठ एनसी नेता रूहुल्लाह मेहदी भी बैठक में मौजूद थे। एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर नेशनल कॉन्फ्रेंस ने बताया कि अब्दुल्ला ने राजनयिकों को अपने परिवारों के साथ कश्मीर आने के लिए आमंत्रित किया, ताकि अमेरिका और अन्य देशों के अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों के बीच विश्वास पैदा करने के लिए पहला कदम उठाया जा सके।

नेशनल कॉन्फ्रेंस ने कहा, “इस चर्चा में जम्मू-कश्मीर और सामान्य रूप से इस क्षेत्र से जुड़े कई मुद्दों पर चर्चा हुई। उमर अब्दुल्ला ने राजनयिकों को प्रतिबंधों को कम करने के उद्देश्य से जम्मू-कश्मीर के लिए ट्रैवल एडवायजरी पर फिर से विचार करने के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने दुनिया भर के लोगों को कश्मीर आने और इसकी सुंदरता और संस्कृति का प्रत्यक्ष अनुभव करने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने राजनयिकों को संयुक्त राज्य अमेरिका और दुनिया के अन्य हिस्सों से आने वाले पर्यटकों के बीच विश्वास जगाने के लिए पहले कदम के रूप में अपने परिवारों के साथ कश्मीर आने के लिए आमंत्रित किया।”

हालाँकि अमेरिकी राजनयिकों की कश्मीर यात्रा “दोस्ताना” लग सकती है, लेकिन यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि अकेले अगस्त में अमेरिकी राजनयिकों ने पर्दे के पीछे कई भारतीय नेताओं से मुलाकात की है। 14 अगस्त को स्पुतनिक इंडिया ने जेनिफर लार्सन और भारतीय विपक्षी नेताओं के बीच बैठकों पर प्रकाश डालते हुए एक रिपोर्ट प्रकाशित की।

लार्सन हैदराबाद में अमेरिकी मिशन की प्रभारी अमेरिकी महावाणिज्यदूत हैं। उन्होंने ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी से मुलाकात की। एक्स पर एक पोस्ट में उन्होंने लिखा, “सांसद और एआईएमआईएम के नेता असदुद्दीन ओवैसी, आपके दयालु आतिथ्य और साझा मुद्दों और चिंताओं से जुड़े महत्वपूर्ण विचारों को साझा करने के लिए धन्यवाद। मैं हमारी चर्चाओं को जारी रखने के लिए उत्सुक हूँ!”


अमेरिकी राजनयिक ने आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू से भी मुलाकात की। एक्स पर उन्होंने लिखा, “आज आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री नारा चंद्रबाबू नायडू से मिलना सम्मान की बात थी। मैं राज्य के लिए उनके दृष्टिकोण की बहुत प्रशंसा करती हूं और उनसे पूरी तरह सहमत हूँ कि संयुक्त राज्य अमेरिका और आंध्र प्रदेश को व्यापार, प्रौद्योगिकी, शिक्षा और लोगों के बीच व्यापक संबंधों को मजबूत करने जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में एक साथ काम करना जारी रखना चाहिए।”

इसके अलावा उन्होंने तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी से मुलाकात की। एक्स पर उन्होंने लिखा, “तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी के साथ मेरी एक बेहतरीन मुलाकात हुई। यह मुलाकात नए निवेश जुटाने के लिए अमेरिका जाने से ठीक पहले की है। हैदराबाद में करीब 200 अमेरिकी कंपनियाँ हैं और एआई जैसे कई हाई-एंड टेक सेक्टर में लगातार अधिक से अधिक कंपनियों को आकर्षित कर रही हैं, जो अमेरिका-भारत व्यापार में उछाल की सफलता की कहानी में योगदान दे रही हैं। मैंने सीएम रेड्डी को उनके प्रयासों में बहुत सफलता की कामना की और हमारे सहयोग को आगे बढ़ाने का वादा किया!”

उल्लेखनीय है कि उन्होंने जुलाई में भी AIMIM प्रमुख और तेलंगाना के मुख्यमंत्री से मुलाकात की थी। एक्स पर उन्होंने लिखा, “कुतुब शाही हेरिटेज पार्क के पूरा होने के समारोह में तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी, पर्यटन और संस्कृति मंत्री जुपल्ली कृष्ण राव, हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी और प्रिंस रहीम आगा खान के साथ शामिल होना बहुत ही शानदार अनुभव था, और मुझे इस बात पर गर्व है कि हैदराबाद के इन खूबसूरत, ऐतिहासिक स्मारकों के जीर्णोद्धार में अमेरिकी महावाणिज्य दूतावास ने सहायक भूमिका निभाई। यह पिछले कुछ साल में अमेरिका-तेलंगाना के बीच सांस्कृतिक संबंधों को और मजबूत करने की कहानी कहता है!”

अमेरिकी राजनयिकों और भारतीय विपक्षी नेताओं के बीच हाल ही में हुई बैठकों को लेकर विशेषज्ञ इस बात की चिंता जता रहे हैं कि अमेरिका भारत के आंतरिक मामलों में दखल देने की कोशिश कर रहा है और यह आगामी जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनावों के संदर्भ में विशेष रूप से महत्वपूर्ण है। बांग्लादेश में पहले कथित अमेरिकी दखल के समान ही एक समानता देखी जा सकती है, जहाँ रिपोर्ट बताती है कि शेख हसीना की सरकार को गिराने में यूएसएआईडी और अन्य विदेशी हित शामिल हो सकते हैं।

हसीना के खिलाफ प्रतिरोध आंदोलनों को अमेरिका द्वारा समर्थन दिए जाने के आरोप सामने आए हैं, जिसके कारण बांग्लादेश में तनाव और अशांति बढ़ी है। ये कार्रवाइयाँ अमेरिका द्वारा बार-बार किए जाने वाले आचरण का संकेत हैं, जहाँ वह संप्रभु राज्यों की स्थानीय राजनीति को प्रभावित करने के लिए अपनी कूटनीतिक ताकत का इस्तेमाल करता है।

इस पृष्ठभूमि के मद्देनजर, अमेरिकी राजनयिकों और भारतीय विपक्ष के बीच इस तरह की बातचीत कुछ लोगों के लिए संदेहास्पद हो सकती है, विशेष रूप से जम्मू और कश्मीर की संवेदनशील स्थिति को देखते हुए, जहाँ कोई भी बाहरी ताकत क्षेत्र की राजनीतिक और सामाजिक स्थिरता पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकती है।

बता दें कि जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव के लिए तीन चरणों में मतदान होना है। पहले चरण का मतदान 18 सितंबर, दूसरे चरण का 25 सितंबर और तीसरे चरण का मतदान 1 अक्टूबर को होगा। मतगणना 4 अक्टूबर को होगी। जम्मू-कश्मीर में कड़ी सुरक्षा के बीच विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार धीरे-धीरे जोर पकड़ रहा है।

खबरों के मुताबिक, कॉन्ग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस ने चुनाव के लिए सीटों का बंटवारा कर लिया है। नेशनल कॉन्फ्रेंस 90 में से 51 सीटों पर चुनाव लड़ेगी, जबकि कॉन्ग्रेस 32 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। पाँच सीटों पर “दोस्ताना” मुकाबला होगा। एक सीट सीपीआई(एम) और पैंथर्स पार्टी को आवंटित की गई है। अब तक भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने चुनाव के लिए 45 उम्मीदवारों की घोषणा की है।
'हमें आपका जवाब नहीं मिला', ममता बनर्जी ने पीएम मोदी को लिखी दूसरी चिट्ठी, महिला सुरक्षा को लेकर की ये मांग


डेस्क : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक बार फिर महिला सुरक्षा को प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी को एक चिट्ठी लिखी है। ममता ने इस चिट्ठी में महिला सुरक्षा को लेकर केंद्र सरकार से कड़े कानून बनाने की सिफारिश की है।ममता बनर्जी ने बलात्कार की घटनाओं पर कड़े केंद्रीय कानून की आवश्यकता और ऐसे अपराधों के अपराधियों को कड़ी सजा देने के संबंध में 22 अगस्त को भेजी अपनी चिट्ठी का उल्लेख किया है।

ममता ने लिखा कि इस चिट्ठी पर आपका कोई जवाब नहीं मिला लेकिन मुझे भारत सरकार की महिला एवं बाल विकास मंत्री की ओर से एक चिट्ठी मिली है। लेकिन इसमें मेरे द्वारा उठाए गए मुद्दे की गंभीरता पर ध्यान नहीं दिया गया है। मेरा विचार है कि इस सामान्य उत्तर को भेजते समय विषय की गंभीरता और समाज के लिए इसकी प्रासंगिकता पर पर्याप्त ध्यान नही दिया गया।

इतना ही नहीं महिला सुरक्षा को लेकर हमारे राज्य द्वारा पहले ही की गई कुछ पहलों का भी उल्लेख करूंगी जिन्हें उत्तर में नजरअंदाज कर दिया गया है। फास्ट ट्रैक स्पेशल कोर्ट (एफटीएससी) के संबंध में राज्य सरकार द्वारा 10 विशिष्ट पॉक्सो कोर्ट को मंजूरी दी गई है। इसके अलावा, 88 एफटीएससी और 62 पोक्सो कोर्ट पूर्ण रूप से राज्य भर में कार्य कर रहे हैं। मामलों की निगरानी और निपटारा पूरी तरह से कोर्ट के हाथ में है।

केंद्र सरकार के दिशानिर्देशों के अनुसार, केवल सेवानिवृत्त न्यायिक अधिकारियों को एफटीएससी में पीठासीन अधिकारी के रूप में तैनात किया जा सकता है, लेकिन माननीय उच्च न्यायालय ने कहा है कि मामलों की गंभीरता को देखते हुए, स्थायी न्यायिक अधिकारियों को तैनात करने की आवश्यकता है। इसके लिए भारत सरकार के स्तर पर उचित कार्रवाई की आवश्यकता है, जिसके लिए आपका हस्तक्षेप आवश्यक होगा।

इसके अलावा, राज्य में हेल्पलाइन नंबर 112 और 1098 संतोषजनक ढंग से काम कर रहे हैं। आपातकालीन हालात में डायल 100 का भी बड़े पैमाने पर उपयोग किया जाता है। मैं यह दोहराना चाहती हूं कि ट्रायल अधिकारियों द्वारा एक निश्चित समय-सीमा में मामलों के निपटारे के लिए अनिवार्य प्रावधान किया जाए। साथ ही बलात्कार/बलात्कार और हत्या के जघन्य अपराधों पर एक कठोर केंद्रीय कानून और अनुकरणीय सजा पर विचार करें। मुझे आशा है कि व्यापक रूप से हमारे समाज के हित में इस मामले पर आपकी ओर से बहुत ध्यान दिया जाएगा। बता दें कि ममता बनर्जी ने इससे पहले 22 अगस्त को भी पीएम मोदी चिट्ठी लिखकर रेप जैसे घिनौने अपराध के लिए कठोर केंद्रीय कानून बनाने की मांग की थी।
मंदिर में घुसकर हिंदू महिला को किस कर रहा था बांग्लादेशी मुस्लिम, लोगों ने पकड़ कर कूट दिया


डेस्क: पड़ोसी देश बांग्लादेश में जबसे तख्तापलट हुआ है, हिंदुओं की स्थिति बदतर हो गई है। सरेआम हिन्दुओं के घर और मंदिर को जलाया जा रहा है। कई लोगों की जान चली गई है। हिन्दुओं के दुकानों को लूट लिया गया है। कई जगह उन्हें नौकरी से निकाल दिया गया है। यूनुस सरकार तमाम दावे कर ले अल्पसंख्यंकों की सुरक्षा की लेकिन सभी फेल हो रहे हैं। हद तो अब हो गई है कि मंदिर में घुसकर शादीशुदा हिंदू महिला को KISS करने की कोशिश की गई।

घटना ढाकेश्वरी मंदिर में हुई है। जहां एक मुस्लिम युवक मंदिर में घुस आया और विवाहिता महिला को चूमने की कोशिश करते हुए पकड़ा गया। वहां पर मौजूद लोगों ने उसे पीट दिया और पुलिस को सौंप दिया। पकड़ा गया युवक मनोविज्ञान का छात्र बताया जा रहा है। उसका नाम हबीबुर रहमान है।

इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इसे देखने के बाद लोगों का खून खौल रहा। अल्पसंख्यंकों को सतर्क और सुरक्षित रहने की सलाह दी जा रही। एक यूजर ने लिखा कि आरोपी को सख्त सजा मिलनी चाहिए कि किसी पवित्र स्थल पर पहुंचकर वह महिला को चूमने की कोशिश कर रहा है। एक यूजर ने लिखा है कि मंदिरों में गैर-मुस्लिमों का प्रवेश वर्जित होना चाहिए।
गौतम अडाणी देश में सबसे अमीर, मुकेश अंबानी को पीछे छोड़ा, हुरुन इंडिया रिच लिस्ट में वैल्थ ₹11.62 लाख करोड़


डेस्क: 11.6 लाख करोड़ रुपये की संपत्ति के साथ गौतम अदाणी (62) मुकेश अंबानी से आगे निकलते हुए 2024 हुरुन इंडिया की अमीरों की सूची में पहला स्थान हासिल किया। हुरुन इंडिया की रिपोर्ट में के अनुसार पिछले साल भारत में हर 5 दिन में एक नया अरबपति बना। रिपोर्ट में संपत्ति की गणना 31 जुलाई 2024 तक की है

हुरुन इंडिया के संस्थापक और मुख्य शोधकर्ता अनस रहमान जुनैद ने कहा, "भारत एशिया के धन सृजन इंजन के रूप में उभर रहा है! चीन में अरबपतियों की संख्या में 25% की गिरावट देखी गई, जबकि भारत में इसमें 29% की वृद्धि हुई और अरबपतियों की संख्या रिकॉर्ड 334 तक पहुंच गई।"

2024 हुरुन इंडिया रिच लिस्ट में मुकेश अंबानी 10,14,700 करोड़ रुपये की संपत्ति के साथ दूसरे स्थान पर हैं। एचसीएल टेक्नोलॉजीज के शिव नादर और परिवार इस साल 314,000 करोड़ रुपये की संपत्ति के साथ तीसरे स्थान पर हैं।
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सीरम इंस्टीच्यूट ऑफ इंडिया के वैक्सीन निर्माता साइरस एस पूनावाला और परिवार सूची में चौथे स्थान पर हैं। उनके बाद सन फार्मास्युटिकल इंडस्ट्रीज के दिलीप सांघवी का नंबर है।पिछले पांच सालों में, छह लोग लगातार भारत के शीर्ष 10 में बने हुए हैं। इस सूची में सबसे ऊपर गौतम अदाणी परिवार है। इसके बाद मुकेश अंबानी परिवार, शिव नादर, साइरस एस पूनावाला और परिवार, गोपीचंद हिंदुजा और परिवार, और राधाकिशन दमानी और परिवार हैं।

हुरुन इंडिया रिच लिस्ट के अनुसार भारत में अरबपतियों की संख्या 334 हो गई है। पिछले साल की तुलना में इस साल 75 अरबपतियों का इजाफा हुआ है। हुरुन इंडिया के चीफ रिसर्चर अनस रहमान जुनैद के अनुसार संपत्ति बनाने के ओलंपिक में भारत को स्वर्ण पदक मिलना जारी है।
यूपी के प्रयागराज के इस मदरसे में छप रहा था सौ-सौ के नकली नोट, मौलवी सहित गैंग के चार सदस्य गिरफ्तार


डेस्क: यूपी के प्रयागराज में मस्जिद परिसर में चल रहे मदरसा की आड़ में नकली नोट छापने वाले गैंग का खुलासा पुलिस ने किया है. शहर की सिविल लाइंस पुलिस ने मदरसा जामिया हबीबिया मस्जिद परिसर में छापेमारी करके वहां चल रहे फेक करेंसी के कारोबार का भांडाफोड़ किया है. पुलिस ने जाली करेंसी बनाने वाले मौलवी और गैंग के तीन अन्य सदस्यों को गिरफ्तार किया है. साथ ही उनके कब्जे से एक लाख 30 हजार के सौ सौ के नकली नोटों को बरामद किया है. इसके साथ ही 23 हजार से अधिक की प्रिंटेड करेंसी बरामद की है.

डीसीपी सिटी दीपक भूकर और एसीपी सुविल लाइंस श्वेताभ पांडेय ने घटना का खुलासा करते हुए बताया कि, इस गैंग से जुड़ी अन्य जानकारियां हासिल की जा रही हैं. वहीं मौके से नकली करेंसी स्कैन करने, छापने से लेकर उसे काटने और गड्डी बनाने में इस्तेमाल किये जाने वाले उपकरणों को भी बरामद किया है.दीपक भूकर ने बताया कि, ओडिशा के रहने वाला जाहिर खान तीन साथियों के साथ मिलकर जाली करेंसी बनाने का काम कई महीनों से कर रहा था.

जाहिर खान अतरसुइया इलाके में स्थित मदरसा जामिया हबीबिया मस्जिद में रहता था. जहां पर इस मदरसे का मौलवी मौलवी मोहम्मद तफसीरुल आरीफीन उसका मदद करता था. मदरसे के अंदर अपने कमरे में ही हाई क्वालिटी स्कैनर और मंहगे प्रिंटर की मदद से स्कैन करके नकली करेंसी का प्रिंट पेपर पर निकालता था और उसे बारीकी से कट करके गड्डियां बनाकर बाजार में खपाने के लिए देता था. जाहिर खान के साथ जुड़े उसके गैंग मेम्बर मोहम्मद शाहिद और मोहम्मद अफजल नकली नोट बाजार में चलाने का काम करते थे.

पुलिस ने बताया की जाहिर खान 100 की नकली करेंसी का प्रिंट निकालकर उसे अपने दो साथियों को देता था. जिसे वो बाजार में चलाने का काम करते थे. जाहिर खान सौ की एक असली नोट के बदले तीन नकली नोट देता था. ये लोग कई महीनों से बाजार में नकली नोट को एक साथ चलाने नहीं जाते थे. बल्कि छोटे छोटे दुकानदारों के पास जाकर इन नकली नोटों को चलाते थे. जिस कारण इनको पकड़ने में पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी.

पुलिस ने इस गैंग के सरगना जाहिर खान के साथ ही मोहम्मद अफजल,मोहम्मद शाहिद और मौलवी मोहम्मद तफसीरुल आरीफीन को गिरफ्तार किया है.प्रयागराज पुलिस पकड़े गए गिरोह के सदस्यों से पूछताछ कर रही है और यह पता लगाने में जुटी हुई है कि इस गैंग का कनेक्शन और किस किससे से जुड़ा हुआ है. पुलिस यह भी पता लगा रही है कि इस गैंग के लोगों ने करेंसी छापने की ट्रेंनिंग कहां से ली है और करेंसी छापने के बाद उसे चलाने के लिए किसकी किसकी मदद लेता था.
बांग्लादेश के बाद क्या पाकिस्तान में भी होने वाला है तख्तापलट, जानें क्यों सड़कों पर उतरे हजारों प्रदर्शनकारी?

डेस्क: बांग्लादेश की तर्ज पर क्या पाकिस्तान में भी तख्तापलट होने वाला है? आखिर क्यों हजारों प्रदर्शनकारी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतर आए हैं। सबके हाथों में पोस्टर, बैनर, पैम्फलेट और झंडे हैं। प्रदर्शनकारी सड़कों पर घूम-घूमकर सरकार के खिलाफ नारे लगा रहे हैं। यहां भी हड़ताल और विरोध प्रदर्शनों का व्यापक दौर शुरू हो चुका है। हजारों की संख्या में लोग सड़कों पर उतर कर बवाल काट रहे हैं। इससे पाकिस्तान सरकार की अभी से सांसें फूलने लगी हैं। पाकिस्तान को डर है कि कहीं ये आंदोलन भी बांग्लादेश की तरह हिंसा और दंगे में न बदल जाए, जहां से तख्तापलट का खतरा है।

पाकिस्तान में बिजली की दरों में वृद्धि और दुकानदारों पर लगाए गए नए करों के विरोध में बुधवार को व्यापारी हड़ताल पर चले गए। यहां प्रमुख शहरों और नगरीय क्षेत्रों में अपने कारोबार बंद कर दिए। पिछले महीने पाकिस्तान द्वारा अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के साथ सात अरब अमेरिकी डॉलर के नए ऋण के लिए समझौता किए जाने के बाद प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की सरकार ने बिजली की दरों में लगातार वृद्धि की है। इन बढ़ती दरों ने भारी असंतोष पैदा कर दिया है।

बिजली बिल में बढ़ोत्तरी से आम लोग सड़कों पर उतरे
लगातार बिजली की बढ़ती कीमतों के चलते आम पाकिस्तानी परेशान हो चुके हैं और वह अब विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। आज पूरे पाकिस्तान में अधिकतर बाजार बंद रहे, हालांकि दवाओं की दुकानें और किराना दुकानें खुली रहीं। हड़ताल कर रहे एक नेता काशिफ चौधरी ने कहा कि आम जनता को असुविधा न हो, इसलिए इन दुकानों को बंद नहीं किया गया। पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद, निकटवर्ती शहर रावलपिंडी और देश की सांस्कृतिक राजधानी लाहौर तथा मुख्य आर्थिक केंद्र कराची में दुकानें बंद रहीं। हड़ताल का आह्वान धार्मिक जमात-ए-इस्लामी पाकिस्तान पार्टी के प्रमुख नईम-उर-रहमान ने किया और अधिकांश व्यापारी संगठनों ने इसका समर्थन किया।

उत्तर-पश्चिमी खैबर पख्तूनख्वा और दक्षिण-पश्चिमी बलूचिस्तान प्रांतों में व्यापारियों ने आंशिक हड़ताल की, जहां कुछ दुकानें खुली रहीं। हड़ताल का उद्देश्य हाल ही में बिजली बिलों में की गई बढ़ोतरी तथा आईएमएफ के साथ हुई वार्ता के बाद लगाए गए विवादास्पद कर को वापस लेने के लिए सरकार पर दबाव डालना है। जुलाई में हुआ समझौता पाकिस्तान द्वारा अपनी अर्थव्यवस्था को सहारा देने और वैश्विक ऋणदाता से आर्थिक सहयोग के माध्यम से अपने ऋणों से निपटने के लिए किया गया नवीनतम प्रयास था। इस वर्ष की शुरुआत में, आईएमएफ ने पाकिस्तान के लिए 1.1 अरब डॉलर के तत्काल ऋण को मंजूरी दी थी।
ममता बनर्जी का विवादित बयान, कहा- “बंगाल में आग लगी तो यूपी, बिहार, झारखंड, ओडिशा और दिल्ली भी जलेंगे..."


डेस्क : बंगाल में जूनियर डॉक्टर से दुष्कर्म के बाद हुई हत्या की घटना ने पूरे देश को तो घटना के विरोध में हो रहे प्रदर्शन ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को हिलाकर रख दिया है. इसकी बानगी उनके ताजा बयान में नजर आती है, जिसमें उन्होंने कहा कि बांग्लादेश और बंगाल की संस्कृति एक है. कई लोग बंगाल को बांग्लादेश समझ रहे हैं. याद रखियेगा कि अगर बंगाल में आग लगाने की कोशिश की तो उत्तर प्रदेश, असम और पूर्वोत्तर, भारत में सब जगह आग लगेगी.

पश्विम बंगाल में हो रहे प्रदर्शन को लेकर ममता बनर्जी ने पीएम मोदी पर गंभीर आरोप लगाए है. ममता बनर्जी ने कहा कि इस्तीफा मांगना है, तो पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का इस्तीफा मांगो. उन्होंने कहा कि ईडी, सीबीआई सभी जालसाज हैं. एजेंसियों से लोगों पर अत्याचार किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि कल जो सड़कों पर उतरे थे सभी बाहरी हैं.

ममता बनर्जी ने बंगाल में छात्रों इस प्रदर्शन को बीजेपी की साजिश बताते हुए कहा कि ‘मैंने भी छात्र राजनीति की है. मैं कोलकाता पुलिस को सैल्यूट करती हूं, जिन्होंने इतने संयम से कोलकाता की रक्षा की. बीजेपी पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि ‘बीजेपी चाहे जितनी साजिश कर ले, लेकिन बीजेपी सफल नहीं हो पाएगी. पूरे भारत में बीजेपी कहीं नहीं जीतेगी.

हैदराबाद में भूलक्ष्मी मंदिर में अज्ञात लोगों ने तोड़ी मूर्ति, घटना के विरोध नारेबाजी, पुलिस ने दो को दबोचा


डेस्क: तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद स्थित भूलक्ष्मी मंदिर में कुछ अज्ञात लोगों ने हमला बोल दिया और मूर्ति को खंडित कर दिया। घटना सोमवार की रात की है। पुलिस ने दो संदिग्धों को गिरफ्तार किया है। घटना संतोष नगर थाना क्षेत्र की है। उधर, घटना के विरोध में भारी भीड़ मंदिर में जुटी। लोगों ने जमकर नारेबाजी भी की। मामले की सूचना मिलने पर भारी पुलिस बल घटनास्थल पर पहुंचा। स्थानीय पार्षद पर आरोप लगे हैं।

साउथ ईस्ट डीसीपी कांति लाल पाटिल ने कहा कि घटना सोमवार की रात 11:30 से 12 बजे के बीच की है। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर दो लोगों को हिरासत में ले लिया है। इनमें से एक व्यक्ति मुख्य रूप से जिम्मेदार है। प्रारंभिक जांच में दो लोगों के नाम सामने आए हैं। जांच अभी जारी है। डीसीपी ने कहा कि घटना में शामिल सभी लोगों को पकड़ा जाएगा। फिलहाल हमले के पीछे राजनीतिक मकसद का कोई सबूत नहीं मिला है।

भाजपा भाग्य नगर जिला अध्यक्ष समरेड्डी सुरेन्द्र रेड्डी ने बताया कि यह घटना चंद्रयानगुट्टा विधानसभा क्षेत्र के रक्षापुरम कॉलोनी में स्थित भूलक्ष्मी मंदिर की है। मूर्ति को क्षतिग्रस्त किया गया है। स्थानीय पार्षद और उनके लोगों ने यह कृत्य किया है। यह पहली बार नहीं हुआ है। पिछले पांच सालों से ऐसा हो रहा है। इस मंदिर पर पांच बार हमला हो चुका है।

भाजपा नेता ने कहा कि दो साल पहले भी विनायक मंडप में ऐसा ही हुआ था। उन्होंने कहा कि यह मंदिर पुलिस स्टेशन से सिर्फ 50 वर्ग गज की दूरी पर है। यहां पुलिस नियमित गश्त करती है, लेकिन आज कोई गश्त नहीं हुई। दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है, लेकिन वे मुख्य अपराधी नहीं हैं।
कोलकता डॉक्टर रेप केस: नबन्ना मार्च में बवाल, छात्र संगठनों पर लाठी चार्ज, पुलिस ने छोड़े आंसू गैस के गोले

डेस्क: कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में प्रशिक्षु डॉक्टर के साथ दरिंदगी से दुष्कर्म और फिर उसकी निर्मम तरीके से हत्या करने के मामले में छात्र संगठन 'नबन्ना अभियान' मार्च निकाल रहे हैं। इस प्रदर्शन को लेकर कोलकाता में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात है।

प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए वाटर कैनन का इस्तेमाल

आरजी कर मेडिकल कॉलेज मामले को लेकर प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों ने पुलिस बैरिकेड्स को खींचकर हटा दिया और 'नबन्ना अभियान' मार्च निकाला। पुलिस ने उन्हें तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले दागे। वहीं, पुलिस ने हावड़ा ब्रिज से प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए वाटर कैनन का इस्तेमाल किया।

पुलिस और प्रदर्शनकारी भिड़े

आरजी कर मामले में 'नबन्ना अभियान' मार्च निकालते हुए प्रदर्शनकारी हावड़ा के संतरागाछी में पुलिस बैरिकेड पर चढ़ गए। इतना ही नहीं, पुलिसकर्मियों के साथ भिड़ गए और बैरिकेड तोड़ दिए। इस पर पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े।

आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के मेडिकल सुपरिंटेंडेंट सह वाइस प्रिंसिपल सप्तर्षि चटर्जी ने कहा, 'सीबीआई की टीम सभी दस्तावेज और कंप्यूटर, हार्ड डिस्क देखने मेरे कार्यालय आई थी। उन्होंने जब्त कर लिया और सभी सामानों को ले गए और हमें एक जब्ती सूची दी। मैं कल सीजीओ कॉम्प्लेक्स में अपने हस्ताक्षर प्रमाणित करने गया था जो पहले से ही सभी दस्तावेजों पर थे। हर दिन हम छात्रों से बात करते हैं और संकाय सदस्य अपना सर्वश्रेष्ठ दे रहे हैं ताकि मरीजों को परेशानी न हो। मुझे लगता है कि आरजी कार धीरे-धीरे सामान्य जीवन में वापस आ रहे हैं क्योंकि मरीज की संख्या जो लगभग 100 थी, अब 1000 को पार कर गई है। ओपीडी और इमरजेंसी सहित सभी विभाग काम कर रहे हैं।'