भगवान श्रीकृष्ण के जीवन के विभिन्न पक्षों पर शोध कार्य को प्रोत्साहित किया जाएगा: मुख्यमंत्री डॉ. यादव


मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि मध्यप्रदेश में भगवान श्रीराम ने 11 वर्ष निवास किया, वहीं भगवान श्रीकृष्ण ने प्रदेश में आचार्य सांदिपनि आश्रम, उज्जैन में शिक्षा ग्रहण की। इस नाते मध्यप्रदेश गौरवशाली प्रदेश है। मध्यप्रदेश सरकार ने भारतीय समाज के इन दोनों प्रमुख आराध्यों की प्रदेश से जुड़ी स्मृतियों को चिरस्थाई बनाने के लिए उन स्थानों के विकास का निर्णय लिया है, जहां इन आराध्यों के चरण पड़े। इसके साथ ही भगवान श्रीकृष्ण के व्यक्तित्व एवं मध्यप्रदेश में शिक्षा प्राप्ति से जुड़े विभिन्न पक्षों पर शोध को भी प्रोत्साहित किया जाएगा।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव आज मुख्यमंत्री निवास परिसर में जन्माष्टमी पर्व पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण और सुदामा की मित्रता प्रेरणा देती है। मध्यप्रदेश के परिप्रेक्ष्य में भगवान श्रीकृष्ण द्वारा अध्ययन के लिए मध्यप्रदेश आने के साथ ही जगत गुरू के रूप में स्थापित होना ऐतिहासिक है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने जन्माष्टमी कार्यक्रम में पधारे जनप्रतिनिधियों, विशिष्टजन और नागरिकों का हृदय से स्वागत किया। कार्यक्रम का शुभारंभ भगवान श्रीकृष्ण के चित्र पर माल्यार्पण और पूजन से हुआ।

खजुराहो सांसद वी.डी. शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने धर्म और आध्यात्म के क्षेत्र में महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। प्रदेश के प्रत्येक विकास खण्ड में एक बरसाना गांव विकसित कर गौ-पालन, जैविक खेती को बढ़ावा देने और ग्राम में मानवता, सामाजिक एकता और सांस्कृतिक जन-जागरण की गतिविधियों से आदर्श समाज बनाने की पहल की जा रही है। इसके साथ ही नगरों में बुजुर्गों की सेवा और उनके लिए अध्ययन की व्यवस्था के उद्देश्य से गीता भवन बनाने की कल्पना को भी साकार किया जाएगा। प्रदेश में भगवान श्रीराम और भगवान श्रीकृष्ण के जीवन से जुड़े स्थानों को विकसित करने का सराहनीय कार्य किया जा रहा है।

संस्कृति विभाग के प्रमुख सचिव शिव शेखर शुक्ला ने कहा कि प्रदेश में अनेक स्थानों पर श्रीकृष्ण पर्व सम्पन्न हुए। श्रीकृष्ण मंदिरों की स्वच्छता और सुंदरता से कार्यक्रमों के आयोजन अनूठे बने। आम नगारिकों ने कार्यक्रमों में उत्साह से भागीदारी की।

 मलखम्भ प्रदर्शन में किशोरों ने दिखाया कमाल

मुख्यमंत्री निवास में जन्माष्टमी कार्यक्रम में आज उज्जैन के डॉ. आशीष मेहता के निर्देशन में 10 किशोरों ने शानदार मलखम्भ प्रदर्शन किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने मलखम्भ प्रदर्शन में शामिल किशोरों के प्रदर्शन की मुक्त कंठ से प्रशंसा करते हुए उन्हें अंगवस्त्र से सम्मानित किया। सभी उपस्थितों ने एक स्वर से मलखम्भ प्रदर्शन की सराहना की और कहा कि यह कमाल की प्रस्तुति थी।

सांस्कृतिक कार्यक्रमों से जन्माष्टमी पर्व बना विशेष

संस्कृति विभाग के सौजन्य से नृत्य, नृत्य नाटिका, गायन और वादन के अनेक कार्यक्रम हुए। बुंदेलखण्ड के आंचलिक लोक नृत्य बधाई के साथ ही मयूर नृत्य, मथुरा की फूलों की होली और माखन मटकी फोड़ कार्यक्रम हुए। कोलकाता के राज पारिक ने भक्ति गायन, मथुरा की सुश्री जया सक्सेना ने मयूर नृत्य एवं फूलों की होली कार्यक्रम प्रस्तुत किए। नृत्य नाटिका की प्रस्तुति इंदौर की सुश्री हर्षिता शर्मा ने दी। बधाई नृत्य का निर्देशन अभिलाष चौबे ने किया। कार्यक्रम का संचालन कृतिका गुप्ता और विजय मनवाणी ने किया।

कार्यक्रम में हितानंद शर्मा, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी, वरिष्ठ नेता रघुनंदन शर्मा, लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह, खेल एवं युवा कल्याण, सहकारिता मंत्री विश्वास सारंग, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल, पशुपालन एवं डेयरी राज्य मंत्री लखन सिंह पटेल, पिछड़ा वर्ग कल्याण राज्य मंत्री कृष्णा गौर, भोपाल महापौर मालती राय, सांसद आलोक शर्मा, सांसद दर्शन सिंह चौधरी, सांसद संध्या राय, विधायक रामेश्वर शर्मा, भोपाल नगर निगम अध्यक्ष किशन सूर्यवंशी, सुमित पचौरी, मुख्यमंत्री कार्यालय में अपर मुख्य सचिव डॉ. राजेश राजौरा सहित अनेक वरिष्ठ अधिकारी एवं अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित थे। प्रारंभ में प्रमुख सचिव संस्कृति शुक्ला और संचालक संस्कृति एन पी नामदेव ने अतिथियों का स्वागत किया।

भगवान श्रीकृष्ण की मुख्यमंत्री डॉ.यादव ने सांदीपनी आश्रम में की सपत्निक पूजा-अर्चना


श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने उज्जैन में भगवान श्रीकृष्ण की शिक्षास्थली सांदीपनी पहुंचकर भगवान श्रीकृष्ण की सपत्निक पूजा-अर्चना कर अभिषेक किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव श्रीकृष्ण जन्मोत्सव पर आयोजित महाआरती में भी शामिल हुए। पूजा अर्चना आश्रम के पुजारी पंडित रूपम व्यास द्वारा कराई गई। सांदीपनी आश्रम में पुलिस बैंड द्वारा सुमधुर कृष्ण भजनों की प्रस्तुति दी गई। मुख्यमंत्री डॉक्टर यादव ने भी भक्ति में डूब कर "छोटी-छोटी गईया - छोटे छोटे ग्वाल" भजन गया उन्होंने पुलिस बैंड की सुमधुर प्रस्तुति पर प्रोत्साहन स्वरूप प्रत्येक जवान को 10 हजार रुपए देने की घोषणा की।

इस अवसर पर राज्यसभा सांसद बालयोगी उमेशनाथ जी महाराज, विधायक अनिल जैन कालूहेड़ा सहित अन्य जनप्रतिनिधि और वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित रहें।

उज्जैन में हर्षोल्लास से मनाया गया श्रीकृष्ण जन्मोत्सव

मुख्यमंत्री डॉ. यादव की मंशानुरूप पूरे प्रदेश के साथ उज्जैन में भी श्रीकृष्ण जन्मोत्सव पूरे धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। उज्जैन के प्रमुख गोपाल मंदिर, इस्कॉन मंदिर, श्रीकृष्ण मित्रविंदा मंदिर, सांदीपनी आश्रम सहित अन्य भगवान कृष्ण के प्रमुख मंदिरों को आकर्षक ढंग से सजाया गया। प्रमुख मंदिरों में मध्यप्रदेश शासन संस्कृति विभाग द्वारा श्रीकृष्ण पर्व के तहत "श्रीकृष्ण कला की अभिव्यक्तियां" थीम पर लोकप्रिय कलाकरों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। उज्जैन के सभी शासकीय अशासकीय विद्यालयों और महाविद्यालयों में भी भगवान श्रीकृष्ण की जीवन से जुड़े प्रसंग और दर्शन पर परिसंवाद के कार्यक्रम आयोजित हुए। सांदीपनी आश्रम में आयोजित श्रीकृष्ण पर्व में सुप्रसिद्ध भजन गायिका इशिता विश्वकर्मा और साथी कलाकारों द्वारा एक बढ़कर एक सुमधुर भजनों की प्रस्तुति दी।

मुख्यमंत्री ने इंदौर में बारिश में सड़कों पर जल निकासी प्रबंधन के लिए दिये निर्देश

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शनिवार शाम को इंदौर एयरपोर्ट पहुँचते ही जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों से इंदौर में शुक्रवार को हुई तेज बारिश के बाद जल भराव की स्थिति संबंधी जानकारी ली। कलेक्टर आशीष सिंह ने उन्हें अवगत कराया कि अचानक हुई तेज बारिश के बाद कई स्थानों पर जल निकासी बाधित हो गई थी तथा प्रमुख चौराहों पर यातायात जाम की स्थिति निर्मित हुई। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि भविष्य में ऐसी स्थिति निर्मित नहीं हो इसके लिए नगर निगम इंदौर और इंदौर विकास प्राधिकरण उचित एवं स्थायी प्रबंध सुनिश्चित करें। जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, स्थानीय सांसद शंकर लालवानी सहित सभी विधायक, संभागायुक्त दीपक सिंह, पुलिस कमिश्नर राकेश गुप्ता, आयुक्त नगर निगम शिवम वर्मा भी उपस्थित थे।

आधुनिक संसाधनों और तकनीक का उपयोग कर लाएंगे सुशासन: मुख्यमंत्री डॉ. यादव

प्रदेश में सभी वर्गों के उत्थान और विकास कार्य जारी

मुख्यमंत्री संवाद कार्यक्रम में हुए शामिल

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि प्रदेश में युवाओं, महिलाओं, किसानों, गरीबों सहित सभी वर्गों के उत्थान और विकास कार्य जारी हैं। युवाओं के कौशल विकास के लिए राज्य सरकार मिशन मोड में काम कर रही है। युवाओं को प्रशिक्षण दिया जा रहा है, उद्योगों में महिलाओं को रोजगार देने के लिए अवसर बढ़ाए जा रहे हैं। गरीबों के कल्याण के लिए अनेक योजनाएं संचालित की गई हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव कुशाभाऊ ठाकरे इन्टरनेशनल कन्वेंशन सेन्टर में आयोजित संवाद कार्यक्रम में प्रश्नों के उत्तर दे रहे थे।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रदेश में नदी जोड़ो अभियान से किसानों को सिंचाई के क्षेत्र में बहुत अधिक लाभ होगा। उत्पादन के क्षेत्र में मध्यप्रदेश आने वाले समय में पंजाब और हरियाणा को भी पीछे छोड़ देगा। उन्होंने कहा कि खेती के अलावा पशुपालन और दुग्ध उत्पादन को बढ़ाने के प्रयास जारी हैं। प्रदेश में आधुनिक संसाधनों और तकनीक का उपयोग करते हुए सुशासन के क्षेत्र में बेहतर कार्य किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कानून का पालन करना हम सभी का दायित्व है। सेनेटरी पेड और स्वच्छता के क्षेत्र में किए गए कार्य के लिए यूनीसेफ ने मध्यप्रदेश की पहल की सराहना की है।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश से भगवान श्रीकृष्ण का गहरा संबंध है। भगवान श्रीकृष्ण यहां उज्जैन के सांदीपनी आश्रम में शिक्षा ग्रहण करने आए थे। इंदौर के पास जानापाव में भगवान श्रीकृष्ण को परशुराम जी ने सुदर्शन चक्र प्रदान किया था। जन्माष्टमी हमारे लिए सौभाग्य का पर्व है। रक्षाबंधन केवल भाई-बहन का पर्व नहीं है बल्कि सबको साथ लेकर चलने वाला संस्कृति का पर्व है।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि भौगोलिक दृष्टि से उज्जैन का अत्यधिक महत्व है। काल की गणना में उज्जैन अपना महत्वपूर्ण स्थान रखता है। उज्जैन में सिंहस्थ की तैयारी अभी से प्रारंभ कर दी गई है, जिससे श्रद्धालुओं को कोई असुविधा न हो।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रदेश में निवेश बढ़ाने पर ध्यान दिया जा रहा है। प्रदेश के सभी संभागों में रीजनल इन्वेस्टर्स समिट आयोजित कर रहे हैं। देश-विदेश के निवेशकों को प्रदेश में निवेश के लिए आमंत्रित किया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की अर्थ व्यवस्था को तेजी से बढ़ाया है। प्रदेश के बजट को आने वाले पांच साल में दोगुना कर दिया जाएगा। रोजगार के लिए कई बेहतर व्यवस्थाएं की जा रही हैं। रोजगारपरक उद्योगों को बढ़ावा दिया जा रहा है।

उद्योगों को दक्ष मानव संसाधन मुहैया करवाने की प्रमुख संस्था बने क्रिस्प : मुख्यमंत्री डॉ. यादव

वृहद स्तर पर प्रशिक्षण के समयबद्ध कार्यक्रम किए जाएं निर्धारित

मुख्यमंत्री ने क्रिस्प की साधारण सभा की बैठक में दिए निर्देश

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि सेंटर फॉर रिसर्च एंड इंडस्ट्रियल स्टाफ परफॉरमेंस (क्रिस्प) द्वारा प्रदेश में स्थापित हो रही नई औद्योगिक इकाइयों की आवश्यकता के अनुसार बहुमुखी प्रशिक्षण कार्यक्रम संचालित किए जाएं। ये प्रशिक्षण कार्यक्रम रोजगार परक हों। इन प्रशिक्षण कार्यक्रमों का लाभ इंजीनियरिंग कॉलेज और आई.टी.आई के विद्यार्थियों को भी मिले। क्रिस्प, उद्योगों को दक्ष मानव संसाधन मुहैया करवाने की प्रमुख संस्था बने। मुख्यमंत्री डॉ. यादव आज मुख्यमंत्री निवास स्थित समत्व भवन में क्रिस्प संस्था की साधारण सभा की बैठक को संबोधित कर रहे थे।

उच्च शिक्षा एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार, सूक्ष्म,लघु और मध्यम उद्योग मंत्री चेतन्य काश्यप, स्कूल शिक्षा मंत्री उदय प्रताप सिंह, कौशल विकास और रोजगार राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गौतम टेटवाल क्रिस्प के प्रबंध संचालक डॉ. श्रीकांत पाटिल एवं संचालक अमोल वैद्य भी बैठक में उपस्थित थे। पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री प्रहलाद पटेल एवं अनुसूचित जाति कल्याण मंत्री नागर सिंह चौहान बैठक से वर्चुअल जुड़े।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि चयनित विधाओं में क्रिस्प द्वारा ट्रेनिंग दी जाए। ऐसे कोर्स डिजाइन करें जो युवाओं के लिए उपयोगी हों। क्रिस्प एक महत्वपूर्ण संस्था है, जिसने केन्द्र और राज्य सरकार के विभागों के अमले को दक्ष बनाने में योगदान दिया है। क्रिस्प द्वारा राज्य के हित में रोजगारमूलक प्रशिक्षण कार्यक्रमों के संचालन का कार्य किया जाए। फार्मास्युटिकल, मोबाइल रिपेयरिंग सहित अनेक क्षेत्रों में आज प्रशिक्षण कार्यक्रमों की आवश्यकता है, इसकी पूर्ति क्रिस्प के माध्यम से की जानी चाहिए।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि वृहद स्तर पर प्रशिक्षण का समयबद्ध कार्यक्रम तैयार किया जाए। बैठक में सचिव तकनीकी शिक्षा एम.रघुराज ने प्रेजेंटेशन में बताया कि वर्ष 1997 में भारत सरकार एवं जर्मन शासन के सहयोग से तकनीकी शिक्षा, कौशल विकास एवं रोजगार विभाग के अंतर्गत यह स्वायत संस्थान प्रारंभ हुआ। संस्थान द्वारा प्रशिक्षण, कौशल विकास, कंसलटेंसी, ट्रेनिंग कम प्रोडक्शन सेंटर, आईसीटी/सॉफ्टवेयर विकास और ई-गवर्नेंस के क्षेत्र में कार्य किए गए हैं। शासकीय संस्थानों के अधिकारी-कर्मचारियों को प्रशिक्षण के साथ ही भोपाल में श्रमोदय आदर्श आई.टी.आई की स्थापना एवं संचालन में सहयोग दिया गया है। पीएम विश्वकर्मा योजना के अंतर्गत युवाओं को प्रशिक्षित किया गया। देश के प्रमुख औद्योगिक संस्थानों के लिए भी प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए गए।

प्रगति पर है संत शिरोमणि रविदास ग्लोबल स्किल्स पार्क के कार्य

मुख्यमंत्री डॉ. यादव को संत शिरोमणि रविदासग्लोबल स्किल्स पार्क, भोपाल से संबन्धित कार्यों की प्रगति की जानकारी प्रेजेंटेशन द्वारा दी गई। प्रजेंटेशन में बताया गया कि सिविल निर्माण कार्य शत-प्रतिशत से अधिक हो चुके हैं। आवश्यक नियुक्तियां एवं शिक्षकों के प्रशिक्षण की प्रक्रिया पूर्ण की गई है। इंस्टालेशन कार्य पूर्ण हो गए हैं। मशीनों से संबंधित प्रशिक्षण प्रक्रियाधीन है। इसी तरह 10 संभागीय आई.टी.आई. में विभिन्न सुविधाओं का विकास किया गया है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव को इन सभी कार्यों की अद्यतन प्रगति से अवगत करवाया गया। मुख्यमंत्री कार्यालय में अपर मुख्य सचिव डॉ. राजेश राजौरा, प्रमुख सचिव राघवेन्द्र कुमार सिंह सहित वरिष्ठ अधिकारी बैठक में उपस्थित थे।

राज्यपाल मंगुभाई पटेल सिकल सेल एनीमिया जाँच शिविर में हुये शामिल

महिला सरपंचों एवं छात्रों से किया संवाद

प्रधानमंत्री आवास योजना के हितग्राही के घर किया भोजन

राज्यपाल मंगुभाई पटेल का आज जिले के आदिवासी बाहुल्य विकासखण्ड कुंडेश्वर धाम के ग्राम पड़रिया में स्वागत किया गया। राज्यपाल पटेल यहाँ प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में आयोजित सिकल सेल स्क्रीनिंग शिविर में शामिल हुये। उन्होंने शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला में आयोजित जनसंवाद के कार्यक्रम में महिला सरपंचों एवं छात्रों से संवाद भी किया तथा प्रधानमंत्री आवास योजना के हितग्राही सीताराम के निवास पर दोपहर का भोजन किया। राज्यपाल पटेल के साथ इन कार्यक्रमों में विधायक श्री संतोष वरकडे, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती आशा गोंटिया एवं जनपद पंचायत अध्यक्ष सुरेंद्र धुर्वे भी थे।

राज्यपाल मंगुभाई पटेल का पडरिया पहुँचने पर जनजातीय कलाकारों ने पंरपरागत नृत्य से स्वागत किया। उन्हें बैगा पगड़ी पहनाई गई तथा तुलसी का पौधा सौंपा गया। राज्यपाल पटेल पहले पड़रिया स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में आयोजित सिकलसेल एनीमिया स्क्रीनिंग शिविर में शामिल हुये । उन्होंने यहाँ सिकलसेल एनीमिया के कारण, उपचार एवं निदान पर तथा राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों पर लगाई गई प्रद‌र्शनी का अवलोकन किया। राज्यपाल ने स्वास्थ्य विभाग की विभिन्न योजनाओं के तहत हितलाभों का वितरण किया। उन्होंने सिकल सेल एनीमिया से पीड़ितों को पेंशन स्वीकृति पत्र सौंपे, बैगा समूह के हितग्राहियों को आयुष्मान कार्ड तथा क्षय रोगियों एवं गर्भवती महिलाओं को पौष्टिक आहार किट प्रदान किये। शिविर में कलेक्टर दीपक सक्सेना, पुलिस अधीक्षक आदित्य प्रताप सिंह एवं क्षेत्रीय संचालक स्वास्थ्य डॉ संजय मिश्रा भी मौजूद थे।

सिकल सेल एनीमिया जाँच शिविर के बाद राज्यपाल मंगुभाई पटेल शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पडरिया में आयोजित जन संवाद के कार्यक्रम में शामिल हुये और छात्रों के साथ संवाद किया । उन्होंने छात्रों को बेहतर भविष्य के लिये मन लगाकर पढ़ाई करने की सलाह दी ।राज्यपाल ने शाला के विद्यार्थियों द्वारा लगायी प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया। प्रदर्शनी में बच्चों द्वारा भूगोल, विज्ञान और ग्रामीण परिवेश पर आधारित मॉडल प्रदर्शित किये गये थे। पटेल ने प्रदर्शनी के अवलोकन के दौरान बच्चों से संबंधित विषयों पर चर्चा की। उन्होंने क्षेत्र के महिला स्व-सहायता समूहों की गतिविधियों को प्रदर्शित करती इस प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया।

महिला सरपंचो से हर पात्र व्यक्ति तक योजनाओं का लाभ पहुंचाने का किया आग्रह

राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने जनसंवाद के कार्यक्रम में कुंडेश्वरधाम विकासखण्ड की 36 महिला सरपंचो को राज्यपाल पटेल ने पीएम जनमन महाअभियान की चर्चा करते हुये कहा कि यह अभियान अतिविशिष्ट पिछडी जनजातियों के हर पात्र व्यक्ति तक शासन की योजनाओं का लाभ पहुंचाने के लिये समर्पित है। 

राज्यपाल ने बताया प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा करीब एक वर्ष पहले झारखंड से प्रारंभ किये गये पीएम जनमन महाअभियान से दूरस्थ बसाहटों में भी विशेष पिछड़ी जनतातियों तक शासन की योजनाओं का लाभ पहुँच रहा है। इनमें पक्का घर, शुद्ध पेयजल, बिजली, सड़क, स्वास्थ्य, शिक्षा, कौशल विकास, मोबाइल मेडिकल यूनिट, पोषण आहार आदि शामिल हैं । राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने महिला सरपंचो से यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया कि उनके क्षेत्र में प्रत्येक पात्र हितग्राही तक शासन की योजनाओं का लाभ पहुँचे। उन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना, जनधन योजना, उज्जवला योजना, स्वच्छ भारत मिशन, लाडली बहना योजना जैसी योजनाओं का उल्लेख करते हुये कहा कि केंद्र और राज्य शासन की इन योजनाओं से लोगों के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आया है। इन योजनाओं का उद्देश्य सामाजिक कल्याण है और सभी को सामाजिक कल्याण के लिये मिल कर कार्य करना सुनिश्चित करना होगा।

सिकल सेल एनीमिया पर भी की चर्चा

राज्यपाल ने सिकलसेल एनीमिया पर चर्चा करते हुये कहा कि यह एक आनुवांशिक रोग है। जागरूकता के अभाव की वजह से इस रोग का समय से उपचार नहीं हो पाता। पटेल ने कहा कि जनजातीय क्षेत्रों में इस रोग का प्रसार अधिक है । यह रोग रक्त से सम्बंधित होने के कारण गंभीर रूप से प्रभाव दिखाता है। राज्यपाल ने सिकल सेल एनीमिया की रोकथाम के लिये समन्वित प्रयासों की जरूरत बताते हुये कहा कि जनप्रतिनिधियों को भी इस ओर विशेष ध्यान देना होगा। जनप्रतिनिधि अपने क्षेत्र के लोगों को जागरूक करें, अधिक से अधिक सर्वे करवायें तथा प्रभावित लोगों को शासन द्वारा चलायी जा रही निःशुल्क स्वास्थ्य सेवा का लाभ प्रदान करायें, जिससे रोग के प्रसार को बढ़ने से रोका जा सकता है।

भगवान राम एवं कृष्ण से जुड़े मध्यप्रदेश के सभी स्थलों को तीर्थ के रूप में विकसित किया जाएगा - मुख्यमंत्री डॉ. यादव

मुख्यमंत्री ने किया महंत नृत्य गोपाल दास जी महाराज का अभिनंदन

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि भगवान श्रीराम एवं श्रीकृष्ण का मध्यप्रदेश से भी अटूट सम्बंध रहा है। यहां दोनों भगवानों के ऐसे स्थान है जहां पर इनके जीवन से जुड़े हुए अनेक प्रसंग है। उन्होंने कहा कि इन स्थानों को तीर्थ स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव इंदौर में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट अयोध्या एवं श्रीकृष्ण जन्मभूमि न्यास मथुरा के प्रमुख अनंत विभूषित पूज्य महंत नृत्य गोपाल दास जी महाराज के अभिनंदन समारोह में शामिल हुए। उन्होंने महंत नृत्य गोपाल दास जी महाराज का अभिनंदन किया। कार्यक्रम नगर पालिका निगम इंदौर, देव से महादेव वेलफेयर सोसायटी तथा अभिनंदन समिति द्वारा आयोजित किया गया।

सम्मान समारोह में नगरीय विकास एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, सांसद शंकर लालवानी, महापौर पुष्यमित्र भार्गव, विधायक मधु वर्मा तथा गोलू शुक्ला, पूर्व विधायक आकाश विजयवर्गीय, गौरव रणदीवे, चिन्टू वर्मा, महेंद्र दास जी महाराज विशेष रूप से मौजूद थे।

समारोह को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि हर घर राम एवं हर घर रामायण के साथ-साथ अब हर घर कृष्ण एवं गीता भी पहुंचना चाहिए। उन्होंने कहा कि जैसे अयोध्या में श्रीराम मुस्कुरा रहे हैं वैसे ही श्रीकृष्ण भी मथुरा में मुस्कुराना चाहिए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने उज्जैन के सांदीपनि आश्रम में शिक्षा ग्रहण की। उन्होंने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण को सुदर्शन चक्र भी मध्यप्रदेश की भूमि जानापाव से ही मिला। इसी तरह भगवान श्रीराम का चित्रकूट से गहरा नाता रहा है।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने महंत नृत्य गोपाल दास जी महाराज के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हुए कहा कि राम मंदिर आंदोलन में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है। उनके अथक प्रयासों से ही हमें भगवान श्रीराम के विग्रह के दर्शन का अवसर अयोध्या में मिल रहा है। वहां भव्य मंदिर बनकर तैयार है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि ऐसे संतो का अभिनंदन कर हम गौरवान्वित हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने लोकमाता देवी अहिल्याबाई होलकर का जिक्र करते हुए कहा कि वे सनातन धर्म की बड़ी संवाहक रही है।

नगरीय विकास एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि संतों के चरण जहां पड़ते हैं वह स्थल तीर्थ समान होते हैं। संतों के सानिध्य से जीवन सफल होता है। संत सदैव पूजनीय होते हैं। उन्होंने कहा कि महंत नृत्य गोपाल दास जी महाराज त्याग, तपस्या, साधना, सादगी और विनम्रता की प्रतिमूर्ति है। वह विराट व्यक्तित्व के धनी है। ऐसे संत का अभिनंदन कर हम अभिभूत हैं। उन्होंने कहा कि हर घर राम हर घर रामायण का देशव्यापी अभियान आज इंदौर से प्रारंभ किया गया है।

कार्यक्रम में महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने स्वागत भाषण दिया। उन्होंने कहा कि नृत्य गोपाल दास जी महाराज की कुशल रणनीति, संघर्षशीलता एवं तपस्या से राम मंदिर आंदोलन सफल हुआ। कार्यक्रम में महंत नृत्य गोपाल दास जी महाराज का पाद पूजन एवं शाल श्रीफल भेंट कर अभिनंदन किया गया। उन्हें अभिनंदन पत्र भी भेंट किया गया।

मौसम विभाग ने मध्य प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश का अलर्ट किया जारी, रतलाम में रेलवे ट्रैक के नीचे की मिट्टी बही, कई ट्रेनें प्रभावित


रतलाम: मध्य प्रदेश के पश्चिमी हिस्से में सिस्टम सक्रिय होने से दो दिनों से बारिश का दौर जारी है. वहीं, मौसम विभाग ने मालवा और निमाड़ क्षेत्र के एक दर्जन जिलों के लिए भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है. इंदौर संभाग, उज्जैन के रतलाम झाबुआस छिंदवाड़ा, सिवनी सहित 23 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है. इस दौरान जल स्रोतों पर पर्यटन करने वाले पर्यटकों के लिए भी एनडीआरएफ के सचेत पोर्टल और स्थानीय प्रशासन ने एडवाइजरी इशू की है. दो दिनों से हो रही बारिश से क्षेत्र की शिप्रा, चंबल और माही नदियां उफान पर हैं. वहीं, आगामी 24 घंटे में भी भारी बारिश होने का मौसम विभाग का पूर्वानुमान है.

जिले में ऑरेंज और रेड अलर्ट

इंदौर संभाग के देवास, इंदौर, बड़वानी, खरगोन, अलीराजपुर, झाबुआ, धार और उज्जैन संभाग के उज्जैन व रतलाम में भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया है. वहीं, मंदसौर, आगर मालवा, शाहजहांपुर और सीहोर में बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है. मौसम विभाग के द्वारा जारी पुर्वानुमान के अनुसार 25 और 26 अगस्त को पश्चिम मध्य प्रदेश में मानसून का स्ट्रांग सिस्टम बना रहेगा. जिससे इस क्षेत्र में भारी बारिश हो सकती है. 26 अगस्त से यह सिस्टम कमजोर पड़ने लगेगा और आगे बढ़ेगा. मौसम विभाग के अलर्ट के बाद रतलाम मंदसौर और झाबुआ जिलों में स्थानीय प्रशासन ने भी जल स्रोतों एवं जल भराव वाले क्षेत्रों में सतर्कता बरतने के निर्देश जारी किये हैं.

दिल्ली-मुंबई रेल मार्ग पर ट्रैक के नीचे की मिट्टी बही

रतलाम रेल मंडल के दिल्ली मुंबई रेलमार्ग पर शनिवार रात तेज बारिश में रेलवे ट्रेक के नीचे से मिट्टी बह गई. जिससे रात भर करीब 6 घंटे तक दिल्ली मुंबई रेल मार्ग की अपलाइन बंद रही. इस दौरान करीब 15 पैसेंजर ट्रेन प्रभावित हुईं. हालांकि इस दौरान डाउन ट्रेक से यात्री गाड़ियों का आवागमन चालू था. गोधरा खंड में मंगलमहुडी-लिमखेड़ा स्टेशनों के मध्य तेज बारिश के कारण अप लाइन पर रात्रि लगभग 10.00 बजे ट्रेक प्रभावित हुआ.

अपलाइन प्रभावित होने से कई गाड़ियां प्रभावित

दरअसल बीती रात गोधरा क्षेत्र में हो रही तेज बारिश की वजह से ट्रक के नीचे की मिट्टी बह गई जिस वजह से रेलवे ट्रैक परिचालन योग्य नहीं रहा. ट्रैक पर पेट्रोलिंग कर रहे नाइट पेट्रोल मैन ने इसकी सूचना तत्काल दी. गनीमत रही कि इस रेलवे ट्रैक पर से कोई यात्री गाड़ी नहीं गुजरी. अन्यथा हादसा हो सकता था. दिल्ली मुंबई मार्ग पर अपलाइन प्रभावित होने से यात्री गाड़ियां भी प्रभावित हुई. इस खंड की महत्ता को देखते हुए मंगलमहुडी-लिमखेड़ा स्टेशनों के मध्य सिंगल लाइन वर्किंग चालू कर संबंधित लोकेशन पर युद्धस्तर पर मरम्मत कार्य शुरू किया गया.

6 घंटे में हुई ट्रैक की मरम्मत

रेलवे की ट्रैक मेंटेनेंस टीम ने युद्ध स्तर पर कार्य चलकर 6 घंटे में ही इस ट्रैक को सुबह 4:00 बजे फिट कर दिया. मरम्मत किए गए रेल खंड पर गति प्रतिबंधों के साथ ट्रेनों का आवागमन भी शुरू कर दिया गया है. गौरतलब है कि बीते वर्ष भी इसराइल खंड में तेज बारिश की वजह से ट्रैक के नीचे की मिट्टी बह गई थी जिससे दिल्ली मुंबई रेल मार्ग पर यातायात प्रभावित हुआ था. बहरहाल रतलाम रेल मंडल में बारिश पूर्व की गई तैयारी काम आई है और 6 घंटे में ही रेलवे ट्रैक को फिट कर ट्रेनों का संचालन शुरू किया गया है।

मध्य प्रदेश में इस बार जन्‍माष्‍टमी पर नहीं रहेगी स्‍कूलों की छुट्टी, सरकार ने जारी किए निर्देश


भोपाल:- मध्‍य प्रदेश में इस बार जन्माष्टमी पर स्कूलों में छुट्टी नहीं रहेगी। जन्माष्टमी मनाये जाने के लिए प्रदेश के सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए गए। 

हर साल की तरह इस बार जन्माष्टमी पर प्रदेश के सरकारी व निजी स्कूलों में जन्माष्टमी पर छुट्टी नहीं रहेगी।इस बार मप्र में 26 अगस्त को जन्माष्टमी के अवसर पर बच्चों व शिक्षकों को छुट्टी नहीं मिलेगी। 

इस संबंध में लोक शिक्षण संचालनालय (डीपीआई) ने आदेश जारी किए हैं।जारी आदेश में सभी जिला शिक्षा अधिकारियों (डीईओ) को निर्देशित किया गया है कि जन्माष्टमी के अवसर पर स्कूलों में छुट्टी नहीं रहेगी, बल्कि त्योहार को समारोह पूर्वक धूमधाम से मनाया जाएगा।

इसके लिए स्कूलों में निर्देशित किया गया है कि भगवान श्रीकृष्ण की शिक्षा एवं मित्रता के प्रसंग और जीवन दर्शन पर आधारित विभिन्न विषयों पर विद्वानों के माध्यम से सभी सरकारी एवं निजी स्कूलों में व्याख्यान सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित कराए जाएं।

साथ ही जन्माष्टमी के अवसर पर सभी सरकारी एवं निजी स्कूलों में भारतीय विशिष्ट परंपराओं व योग आदि पर व्याख्यान एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित कराए जाएं। सभी स्कूलों में जन्माष्टमी पर कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।

बैगा, भारिया एवं सहरिया जनजाति के पढ़े-लिखे युवाओं की करें सीधी भर्ती : जनजातीय कार्य मंत्री डॉ. शाह

जनजातीय कार्य, लोक परिसम्पत्ति प्रबंधन तथा भोपाल गैस त्रासदी राहत एवं पुनर्वास मंत्री डॉ. कुंवर विजय शाह ने गुरूवार को गैस राहत संचालनालय के सभाकक्ष में विभागीय समीक्षा बैठक ली। डॉ. शाह ने प्रधानमंत्री जनजातीय आदिवासी न्याय महाअभियान (पीएम जन-मन) की प्रगति की जानकारी ली। बताया गया कि पीएम जन-मन के क्रियान्वयन में मध्यप्रदेश पूरे देश में अव्वल स्थान पर है।

पीएम जन-मन में मध्यप्रदेश की विशेष पिछड़ी जनजातीय बहुल 24 जिलों में चल रहें विभिन्न श्रेणी के विकास कार्य में तेज गति से कार्य किया जा रहा है। अब तक करीब 80 प्रतिशत मंजूर कार्य पूरे हो चुके है। जनजातीय कार्य मंत्री ने पीएम जन-मन की प्रगति पर संतोष जताया।

उन्होंने कहा कि प्रदेश की विशेष पिछड़ी जनजाति बैगा, भारिया एवं सहरिया के पढ़े-लिखे युवाओं को शासन के नियमानुसार शासकीय सेवाओं में सीधी भर्ती के लिये अभियान चलायें। इन जनजातियों की बहुलता वाले हर जिले में पांच-पांच गांव आदर्श ग्राम के रूप में विकसित किये जायें। इन गांवों में हर जरूरी विकास कार्य करायें जायें। बच्चों को विशेष पोषण आहार एवं देखभाल के लिये इन गांवों में मॉडल आंगनवाड़ियाँ भी तैयार की जायें।

जनजातीय कार्य मंत्री डॉ. शाह ने कहा कि पीएम जन मन के तहत मंजूर सभी प्रकार के विकास, कौशल उन्नयन एवं अधोसंरचात्मक निर्माण कार्य 31 अक्टूबर तक पूरे करने का प्रयास करें। इस योजना में सरकार 'गांव-गांव तक सड़क' बनाकर 'सबको पक्का घर' एवं 'हर-घर बिजली' पहुँचाने के लिये प्रयास कर रही है।

पीएम जन-मन के तहत प्रदेश में विशेष पिछड़ी जनजाति की 11 लाख 42 हजार 719 आबादी के समग्र विकास के लिये केन्द्र एवं राज्य सरकार मिलकर प्रयास कर रही है। इनके गांवों में हितग्राहीमूलक एवं सामुदायिक विकास कार्य कराये जा रहे हैं। योजना की प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा रेगुलर मॉनिटरिंग की जा रही है। इन जनजातियों के स्वास्थ्य उपचार एवं जांच के लिये प्रदेश में 66 मोबाईल हेल्थ वेन शीघ्र ही कार्यशील हो जायेंगी।

बैठक में प्रमुख सचिव जनजातीय कार्य विभाग डॉ. ई. रमेश कुमार, उप सचिव मीनाक्षी सिंह, जनजातीय क्षेत्र विकास योजना (टीएडीपी) की डायरेक्टर रीता सिंह सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।

बैठक में जनजातीय कार्य मंत्री डॉ. शाह ने कहा कि पीएम जनमन के तहत विशेष पिछड़ी जनजाति के विकास के लिये 24 जिलों एवं प्रदेश के 89 आदिवासी विकासखण्ड के एक-एक गांव में नवाचारी प्रयास किये जायें। इसके तहत यहां चुने गये एक-एक गांव में ऐसी चौपालें विकसित की जायें, जहां राज्य एवं केन्द्र सरकार की सभी योजनाओं का प्रदर्शन हो। चौपालों में एलईडी टीवी, बैठक व्यवस्था, सीसीटीवी कैमरा और सौर ऊर्जा से संचालित पेड़(सोलर ट्री) स्थापित किया जायें। सौर ऊर्जा पेड़ देखकर ग्रामीण सौर ऊर्जा के अधिकाधिक उपयोग के लिये जागरूक एवं प्रेरित होंगे। साथ ही इन गांवों में सौर ऊर्जा से चलित वाटर एटीएम लगाने के प्रयास भी किये जायें।

मंत्री डॉ. शाह ने कहा कि आदिवासी विकासखण्डों में सीएम राईज स्कूलों की स्थापना के दूसरे चरण में छात्रावास सुविधा की अनुमति भी ली जाये। इससे विद्यार्थियों को एक ही परिसर में रहने खाने और पढ़ाई की सुविधा मिल सकेगी।

परियोजना सलाहकार मंडलों का जल्द से जल्द करें गठन

बैठक में जनजातीय कार्य मंत्री ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि जल्द से जल्द सभी परियोजना सलाहकार मंडलों का गठन कर लिया जाये। उन्होंने कहा कि जनजातीय कार्य विभाग की हर सप्ताह समीक्षा की जायेगी। संभागीय समीक्षा बैठकें भी होंगी। हर माह तीन से चार दिन जिलों के प्रवास पर रहकर जनजातीय कार्य विभाग की योजनाओं एवं अन्य गतिविधियों की वे स्वयं समीक्षा करेंगे।

गैस पीड़ित परिवारों के एक हजार युवाओं को देंगे रोजगारोन्मुखी प्रशिक्षण

गैस राहत विभाग की समीक्षा

जनजातीय कार्य, लोक परिसम्पत्ति प्रबंधन तथा भोपाल गैस त्रासदी राहत एवं पुनर्वास मंत्री डॉ. कुंवर विजय शाह ने भोपाल गैस राहत त्रासदी व पुनर्वास विभाग के कार्यों की समीक्षा भी की। उन्होंने कहा कि गैस पीड़ित परिवारों के एक हजार युवाओं को जनजातीय कार्य विभाग के अधीन प्रशिक्षण संस्था मध्यप्रदेश रोजगार एवं प्रशिक्षण परिषद (मैपसेट) के माध्यम से रोजगारोन्मुखी प्रशिक्षण दिया जायेगा, ताकि वे आत्मनिर्भर बन सकें। प्रशिक्षण के लिये जरूरी राशि गैस राहत विभाग वहन करेगा। उन्होंने कहा कि गैस पीड़ित परिवार के युवाओं को कम्प्यूटर कोर्सेस के अलावा पैरा मेडिकल कोर्सेस भी कराये जायेंगे। गैस पीड़ितों के बेहतर पुनर्वास के लिये विभाग द्वारा अब बड़े कदम उठायें जायेंगे।

बैठक में प्रमुख सचिव जनजातीय कार्य विभाग डॉ. ई. रमेश कुमार, प्रमुख लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण तथा भोपाल गैस त्रासदी राहत एवं पुनर्वास संदीप यादव, आई जी भोपाल हरिनारायण चारी मिश्रा, कमिश्नर भोपाल संजीव सिंह, संचालक भोपाल गैस त्रासदी राहत एवं पुनर्वास एवं कल्याण स्वतंत्र कुमार सिंह सहित गैस राहत के अन्य सभी विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।

मंत्री डॉ. शाह ने गैस राहत संचालनालय के समीप नाला निर्माण कराने और परिसर की समुचित सफाई कराने के निर्देश दिये। उन्होंने जिला प्रशासन भोपाल के अधिकारियों को भोपाल शहर में मौजूद गैस राहत विभाग के स्वामित्व वाली भूमि व परिसरों (शेड) पर अतिक्रमण हटाकर कब्जा पुन: भोपाल गैस राहत विभाग को दिलाने के लिए निर्देशित किया।