प्रदेश के 19 जिलों में बारिश का ऑरेंज अलर्ट, सभी संभागों में भारी बारिश की संभावना
रायपुर-    छत्तीसगढ़ के सभी संभागों में मानसून एक बार फिर सक्रीय हो रहा है. मौसम विभाग ने आज सरगुजा, बिलासपुर और रायपुर संभाग के कई स्थानों पर गरज-चमक के साथ भारी बारिश की संभावना जताई है. वहीं अगले 3 घंटे के लिए 19 जिलों में गरज-चमक के साथ बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश में नया सिस्टम बन रहा है, जिससे आगामी दिनों में सभी संभागों में अच्छी बारिश की संभावना है.

इन जिलों में बारिश का अलर्ट जारी:

बालोद, बलौदाबाजार, बलरामपुर, बेमेतरा, बिलासपुर, धमतरी, दुर्ग, गरियाबंद, जीपीएम, केसीजी, कोरबा, कोरिया, महासमुंद, एमसीबी, मोहला मानपुर अंबागढ़ चौकी, मुंगेली, रायपुर, राजनांदगांव और सूरजपुर में अलग-अलग स्थानों पर गरज-चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है.

24 अगस्त से बढ़ेगी मानसूनी गतिविधियां

मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, छत्तीसगढ़ में नया सिस्टम बन रहा है, जिसकी चलते 24 अगस्त से प्रदेश में मानसूनी गतिविधियों में बढ़ोतरी होने की संभावना जताई है.

बीते दिन ऐसा रहा प्रदेश का मौसम

राजधानी रायपुर में दिनभर धूप की चुभन महसूस होने के बाद शाम से शुरू हुई बारिश ने लोगों को ठंडक पहुंचाई. कई अन्य जिलों में भी हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई. हालांकि प्रदेश में बीते दिन मानसून गतिविधियां सामान्य से कम रही. सबसे अधिक बारिश बिलासपुर के रतनपुर में 8 से.मी. दर्ज की गई.

ऐसा रहा प्रदेश का तापमान

प्रदेश में बुधवार को दिन का सर्वाधिक तापमान राजधानी रायपुर में 35 डिग्री सेल्सियल और रात का न्यूनतम तापमान नारायणपुर में 21.3 डिग्री सेल्सियल दर्ज की गई.

ED दफ्तर के बाहर कांग्रेस का प्रदर्शन: मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल बोले- कांग्रेस को देश की संस्थाओं पर विश्वास नहीं

रायपुर-    ईडी के दुरूपयोग और विपक्ष के नेताओं को फंसाने के षड्यंत्र के विरोध में आज कांग्रेस ईडी दफ्तर के बाहर प्रदर्शन करेगी. कांग्रेस के इस प्रदर्शन पर स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि इस देश में संविधान और कानून सबके लिए बराबर है. कोई भी कितना भी शक्तिशाली व्यक्ति क्यों न हो जांच होती है और कार्रवाई भी होती है. कांग्रेस को देश की संस्थाओं पर विश्वास ही नहीं है. इसके साथ ही उन्होंने मीडिया से बात करते हुए अन्य मुद्दों पर भी जवाब दिया.

कांग्रेस के प्रदर्शन पर मंत्री श्याम बिहारी का पलटवार

कांग्रेस आज ईडी दफ्तर के बाहर विरोध प्रदर्शन करेगी इसपर स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा कि इस देश में संविधान और कानून सबके लिए बराबर है. कोई भी कितना भी शक्तिशाली व्यक्ति क्यों न हो मामले की जांच होती है और कार्रवाई भी निश्चित रूप से होती है. ईडी एक स्वतंत्र एजेंसी है जो भ्रष्टाचार करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करती है. पुलिस भी अपना काम करती है. कांग्रेस को देश की संस्थाओं पर विश्वास ही नहीं है.

कांग्रेस हमेशा करती है प्रेशर पॉलिटिक्स

विधायक देवेंद्र यादव की गिरफ्तारी के खिलाफ कांग्रेस 24 अगस्त को करेगी प्रदर्शन इसपर मंत्री जायसवाल ने कहा कि बलौदाबाजार घटना के जो वीडियो और फुटेज सामने आए हैं. उसमें सभी ने देखा कि किस तरह से कांग्रेस के लोगों ने भड़काऊ भाषण दिया और बयानबाजी की, जिसके बाद इतनी बड़ी घटना छत्तीसगढ़ के इतिहास में पहली बार घटी. कांग्रेस को प्रेशर पॉलिटिक्स न करके इस पर सहयोग करना चाहिए. प्रेशर पॉलिटिक्स कांग्रेस हमेशा से करती आई है जो आगे चलके देश और समाज के लिए नुक़सान देह होगा. गुरु घासीदास की धरती पर ऐसी घटना प्रदेश के सम्मान को घटाने वाला है. प्रदेश की जनता हमारी सरकार से खुश है. कांग्रेस मुद्दा विहीन पार्टी है सिर्फ धरना और विरोध प्रदर्शन कर अपनी ओर ध्यान आकर्षित करने का प्रयास करती है.

रायगढ़ सामूहिक दुष्कर्म मामले पर मंत्री जायसवाल का बयान

रायगढ़ में हुए सामूहिक दुष्कर्म की घटना पर कांग्रेस ने गठित की जांच समिति पर मंत्री श्याम बिहारी ने कहा कि प्रदेश में कोई भी आपराधिक कानून की नजर से नहीं बचेगा. अपराधियों की गिरफ्तारी तत्काल और कठोर कार्रवाई कर होती है. कांग्रेस विपक्ष में है उनको अधिकार है यह विरोध प्रदर्शन कर सकती है लेकिन यह कहा जा सकता है कि छत्तीसगढ़ में कोई भी आपराधिक तत्व हमारे माता और बहनों के खिलाफ बुरी दृष्टि रखेगा तो उनके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई होगी. गृह मंत्री विजय शर्मा के नेतृत्व में काम चल रहा है. अपराधियों के हौसले पस्त है. कांग्रेस मुद्दा विहीन पार्टी है, वो किस दिशा में जा रहे उन्हें ही नहीं पता, ऐसे विषयों में राजनीति नहीं करनी चाहिए.

छत्तीसगढ़ से अमित शाह का विशेष स्नेह

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के दौरे को लेकर मंत्री जायसवाल ने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह का दौरा समय-समय पर विभिन्न राज्यों में होता है. छत्तीसगढ़ से विशेष स्नेह उनका है, उनका यहां स्वागत है. प्रदेश में विगत 7 महीना में नक्सली उन्मूलन की ओर बड़े कदम उठाए गए हैं, बड़ी सफलता मिली, आम जनता में सरकार के प्रति विश्वास बढ़ा है. प्रदेश के लिए अमित शाह का दौरा अच्छा होगा.

नगरीय प्रशासन विभाग में 166 अधिकारियों-कर्मचारियों के तबादले
रायपुर- राज्य शासन के नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग ने 166 अधिकारियों और कर्मचारियों की नवीन पदस्थापना के आदेश जारी किए हैं। विभाग द्वारा मंत्रालय से इस संबंध में चार अलग-अलग आदेश जारी किए गए हैं। स्थानांतरित अधिकारियों में मुख्य नगर पालिका अधिकारी से लेकर मुख्य अभियंता, अधीक्षण अभियंता, कार्यपालन अभियंता, सहायक अभियंता, उप अभियंता, मुख्य स्वच्छता निरीक्षक, वरिष्ठ स्वच्छता निरीक्षक, स्वच्छता निरीक्षक, राजस्व निरीक्षक, राजस्व उप निरीक्षक, सहायक राजस्व निरीक्षक, लेखापाल, सहायक ग्रेड-2, कैशियर, सफाई दरोगा, वाहन चालक, पंप अटेंडेंट और सफाई कामगार शामिल हैं।
स्कूल में फैला करंट, मचा हड़कंप, शिक्षकों ने बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाला, शिक्षा विभाग के अधिकारी मौके पर

दुर्ग- छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले से बड़ी खबर सामने आई है. यहां तितुरडीह स्थित स्वामी आत्मानन्द इंग्लिश मीडियम स्कूल में आज करंट फैलने की घटना सामने आई, जिससे हड़कंप मच गया. घटना के समय स्कूल में प्राइमरी के 300 से अधिक बच्चे पढ़ाई कर रहे थे. करंट फैलने पर शिक्षकों ने सूझबूझ से सभी बच्चों को सुरक्षित रूप से स्कूल ग्राउंड में बाहर निकाला. वहीं घटना की जानकारी मिलते ही जिला शिक्षा विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे.

तितुरडीह के स्वामी आत्मानन्द इंग्लिश मीडियम स्कूल में हर दिन की तरह आज भी क्लास लगी. इस दौरान मॉर्निंग स्कूल में 300 से अधिक बच्चे पढ़ाई कर रहे थे. तभी स्कूल में अचानक करंट फैल गया. वहीं शिक्षकों ने तुरंत प्रतिक्रिया देते हुए सभी बच्चों को स्कूल ग्राउंड में बाहर निकाला. सभी बच्चे खतरे से बाहर हैं.

परिजनों ने इस घटना पर चिंता जताते हुए स्कूल प्रबंधन से जवाब मांगा तो शिक्षकों ने कहा कि मुख्य स्विच ऑफ कर दिया गया है और स्थिति अब नियंत्रण में है. इस घटना की जानकारी लगते ही शिक्षा विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे हुए और घटना की जानकारी ले रहे हैं. वहीं करंट फैलने के कारणों की जांच की जा रही है.

सरकारी स्कूल में शिक्षकों की कमी को लेकर ग्रामीणों में भारी आक्रोश, बच्चों के भविष्य के लिए धरने पर बैठे पालक
बेमेतरा- छत्तीसगढ़ के बेमेतरा जिला के अंतर्गत ग्राम पंचायत चरगवा के सरकारी हाई स्कूल में में शिक्षकों की भारी कमी को लेकर आक्रोशित ग्रामीण आज प्रदर्शन पर उतर आए हैं. स्कूल में अध्ययन कर रहे विद्यार्थियों के पालक समेत ग्रामीण शिक्षकों की कमी को लेकर स्कूल के बाहर धरना दे रहे हैं. उनका विभागीय अधिकारीयों पर आरोप है कि कई बार मामले में शिकायत के बावजूद भी समस्या का हल नहीं किया गया है, जिससे वहां पढ़ने वाले विद्यार्थियों का भविष्य अंधकार में जा रहा है.

स्कूल का वर्तमान हाल

चरगवा ग्राम पंचायत के सरकारी स्कूल में 6 गांवों के 200 से अधिक बच्चे अध्ययनरत हैं, जो कक्षा छठवीं से कक्षा दसवीं तक पढ़ते हैं, लेकिन स्कूल में केवल 4 शिक्षक उपलब्ध हैं. शिक्षकों की कमी के कारण सभी कक्षाओं में पढ़ रहे बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है.

शिक्षा पर पड़ रहा असर

शिक्षकों की कमी के कारण बच्चों की पढ़ाई पर सीधा असर हो रहा है. ग्रामीण और पालक लगातार समस्या का समाधान निकालने के लिए प्रयासरत हैं और अधिकारियों से शीघ्र कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. यदि इस समस्या का शीघ्र समाधान नहीं हुआ, तो बच्चों की शिक्षा पर इसका गंभीर असर पड़ सकता है.

प्रदेश के सबसे बड़े अस्पतालों का औचक निरीक्षण करने निकले स्वास्थ्य मंत्री जायसवाल, बंगले में बुलाई अधिकारियों की बैठक, लगेगी क्लास

रायपुर-    लगातार मिल रही शिकायतों के बाद राज्य के स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल आज प्रदेश के सबसे बड़े अस्पतालों का औचक निरीक्षण करने निकले. शिकायतों में डॉक्टरों और अन्य स्टाफ के समय पर अस्पताल नहीं पहुंचने और सफाई व्यवस्था की कमी की बात सामने आई थी।

मंत्री जायसवाल ने सबसे पहले मेकाहारा अस्पताल का निरीक्षण किया, जहां उन्होंने मरीजों से बातचीत कर उनकी समस्याओं को सुना और सफाई व्यवस्था का जायजा लिया. सफाई में लापरवाही पाए जाने पर उन्होंने “कॉल मी सर्विस” सफाई कंपनी को नोटिस जारी करने का निर्देश दिया. इसके बाद, स्वास्थ्य मंत्री दाऊ कल्याण सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, जिला अस्पताल पंडरी, और प्रसव हॉस्पिटल काली बाड़ी का भी निरीक्षण करने निकले. इस दौरान उन्होंने अस्पतालों में सफाई, सुरक्षा और मरीजों की सुविधाओं का जायजा लिया. निरीक्षण के दौरान मंत्री जायसवाल ने सफाई, सुरक्षा, किचन खाना, ड्यूटी टाइमिंग को लेकर जानकारी ली. वहीं हॉस्टल में सुविधा बढ़ाने के लिए PWD के अधिकारियों को निर्देश दिए.

निरीक्षण के बाद स्वास्थ्य मंत्री जायसवाल ने अस्पतालों के संबंधित अधिकारियों को अपने बंगले पर बैठक के लिए बुलाया है. इस बैठक में मेकाहारा के अधीक्षक, मेडिकल कॉलेज के डीन, हॉस्टल अधीक्षक, PWD के अधिकारी, और अन्य संबंधित अधिकारी शामिल होंगे, जहां मंत्री अधिकारियों की क्लास लेंगे.

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि अस्पताल में तैनात स्टाफ की सुरक्षा उनकी प्राथमिकता है. हर जगह CCTV कैमरे लगाए गए हैं, जहां नहीं है वहां लगाने के निर्देश दे रहे हैं. अस्पतालों में सुरक्षा बढ़ाने के लिए सेना से रिटायर्ड जवानों को तैनात किया जाएगा और बंदूकधारी सुरक्षाकर्मियों को भी नियुक्त किया जाएगा.

न्यायाधीश की कार्यशैली पारदर्शी और निष्पक्ष होनी चाहिए : चीफ जस्टिस रमेश सिन्हा

बिलासपुर- छत्तीसगढ़ हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस रमेश सिन्हा ने कहा कि न्यायाधीश की कार्यशैली पारदर्शी और निष्पक्ष होनी चाहिए। यह सिर्फ कहने के लिए नहीं बल्कि न्यायाधीशों का यह गुण फैसला सुनाते समय उनके आदेश और निर्णयों में भी परिलक्षित होने चाहिए। सीजे ने कहा कि ईमानदारी और निष्ठा को न्यायाधीशों के महत्वपूर्ण गुणों के रूप में सामने आता है। जिसे किसी के द्वारा सिखाया नहीं जा सकता बल्कि वह व्यक्तित्व में समाहित होता है। न्यायदान की प्रक्रिया में आप अपने व्यक्तित्व व विशेष गुणों का परिचय दें।

चीफ जस्टिस सिन्हा बुधवार को छत्तीसगढ़ राज्य न्यायिक अकादमी द्वारा नव-पदोन्नत जिला जज (प्रवेश स्तर) के ओरिएंटेशन ट्रेनिंग प्रोग्राम और नव-नियुक्त सिविल जज वर्ग- दो (प्रवेश स्तर) के इंडक्शन ट्रेनिंग प्रोग्राम का उद्घाटन कर रहे थे। इस अवसर पर उपस्थित ज्यूडिशियल अफसरों को संबाेधित करते हुए कहा कि प्रशिक्षण कार्यक्रम इस प्रकार तैयार किया गया है जिससे न्यायाधीशों को कानूनों को व्यावहारिक रूप से लागू करने के लिए आवश्यक कौशल और ज्ञान प्राप्त हो। चीफ जस्टिस सिन्हा ने न्यायाधीशों की भूमिका की महत्वपूर्णता पर जोर दिया, जो विधि का शासन बनाए रखने तथा सभी नागरिकों को न्याय प्राप्त हो सुनिश्चित करने के संबंध में निभाई जाती है। उन्होंने नव-पदोन्नत जिला जजों और नव- नियुक्त सिविल जजों को उनकी नवीन भूमिकाओं के लिए बधाई दी तथा न्यायपालिका में उनके पद के महत्व पर प्रकाश डाला।

महिला जजों को दी बधाई

महिलाओं की न्यायपालिका में बढ़ती भागीदारी को देखते हुए सीजे सिन्हा ने विशेष रूप से महिला न्यायिक अधिकारियों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि न्यायपालिका में महिलाओं की बढ़ती भागीदारी एक सकारात्मक और प्रगतिशील न्यायपालिका का सूचक है। यह तथ्य न्यायपालिका की समावेशिता, विविधता और लैंगिक समानता के प्रति प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है। न्यायिक अधिकारियों को तकनीकी दक्षता हासिल करने और कानून के लगातार बदलते पहलुओं के साथ चलने के लिए निरंतर शिक्षा की आवश्यकता पर भी जोर दिया।

जस्टिस संजय के, अग्रवाल ने न्यायाधीशों की नवीन भूमिकाओं के साथ जुड़े दायित्वों की गंभीरता पर बल दिया। उन्होंने नव-पदोन्नत और नव-नियुक्त न्यायाधीशों से हमेशा निष्पक्षता, ईमानदारी तथा सहानुभूति के साथ कर्तव्य निर्वहन करने पर जोर दिया। उनके द्वारा न्यायाधीशगण से यह भी अपेक्षा की गई कि वे निरंतर शिक्षा के मूल्यों को बनाये रखें। जस्टिस संजय के. अग्रवाल ने न्यायिक आचरण के उच्चतम मानकों को बनाए रखने की आवश्यकता को उजागर किया और न्यायाधीशों को न्याय के सिद्धांतों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को अडिग बनाए रखने के लिए प्रेरित किया। इस अवसर पर जस्टिस सचिन सिंह राजपूत, जस्टिस अरविंद कुमार वर्मा उपस्थित थे।

जस्टिस संजय के, अग्रवाल ने न्यायाधीशों की नवीन भूमिकाओं के साथ जुड़े दायित्वों की गंभीरता पर बल दिया। उन्होंने नव-पदोन्नत और नव-नियुक्त न्यायाधीशों से हमेशा निष्पक्षता, ईमानदारी तथा सहानुभूति के साथ कर्तव्य निर्वहन करने पर जोर दिया। उनके द्वारा न्यायाधीशगण से यह भी अपेक्षा की गई कि वे निरंतर शिक्षा के मूल्यों को बनाये रखें। जस्टिस संजय के. अग्रवाल ने न्यायिक आचरण के उच्चतम मानकों को बनाए रखने की आवश्यकता को उजागर किया और न्यायाधीशों को न्याय के सिद्धांतों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को अडिग बनाए रखने के लिए प्रेरित किया। इस अवसर पर जस्टिस सचिन सिंह राजपूत, जस्टिस अरविंद कुमार वर्मा उपस्थित थे।

इस पर रहा फोकस

- न्यायिक प्रशिक्षण कार्यक्रमः न्याय, ईमानदारी और समावेशिता के प्रति प्रतिबद्धता

- नव-पदोन्नत और नव-नियुक्त न्यायाधीशों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन

- न्यायपालिका की उत्कृष्टता न्यायिक प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ

- न्यायिक अधिकारियों की नई यात्राः प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन समारोह

- न्यायपालिका में विविधता और उत्कृष्टता को प्रोत्साहित करने वाला प्रशिक्षण कार्यक्रम

- न्यायिक प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन ईमानदारी, समावेशिता और उत्कृष्टता की प्रतिबद्धता

सफलता की कहानी - पहाड़ी कोरवा छतकुंवर अब बन गई शिक्षिका

रायपुर-     विशेष पिछड़ी जनजाति पहाड़ी कोरवा से ताल्लुक रखने वाली छतकुंवर की पहचान अब शिक्षिका के रूप में होगी। छत्तीसगढ़ के संवेदनशील मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के निर्देश पर जिला प्रशासन कोरबा द्वारा छतकुंवर को सहायक शिक्षक के रूप में नौकरी दे दी गई है। विशेष पिछड़ी जनजाति की होने के बावजूद छतकुंवर ने पोस्ट ग्रेजुएशन तक शिक्षा हासिल करने के साथ कम्प्यूटर में डिप्लोमा भी की है। छतकुंवर के उच्च शिक्षा हासिल करने के पीछे तत्कालीन कलेक्टर पी. दयानंद की विशेष प्रेरणा रही है।

कोरबा में कलेक्टर रहने के दौरान पी. दयानंद एक बार दौरे में कोरबा ब्लॉक के आंछीमार गांव पहुंचे थे। इस दौरान गांव में सबसे ज्यादा पढ़ी-लिखी पहाड़ी कोरवा जनजाति की छात्रा छतकुंवर से मुलाकात हुई थी। कलेक्टर ने छतकुंवर को उच्च शिक्षा हासिल करने के लिए प्रोत्साहित करते हुए कहा था कि उसे नौकरी हासिल करने के लिए आगे की पढ़ाई पूरी करनी होगी।

पोस्ट ग्रेजुएट छतकुंवर आज सहायक शिक्षिका के रूप में करतला ब्लॉक के शासकीय माध्यमिक शाला नोनबिर्रा में अपने दायित्वों का बखूबी निर्वहन कर रही है। विषम परिस्थिति में एक गरीब परिवार में पली-बढ़ी वह कहती है कि उन्हें खुशी है कि तत्कालीन कलेक्टर पी. दयानंद ने उन्हें पढ़ाई के लिए प्रेरित किया था। उनकी प्रेरणा का ही परिणाम है कि वह पोस्ट ग्रेजुएट तक शिक्षा हासिल कर शिक्षक बन गई हैं।

छतकुवंर का कहना है कि पहाड़ी कोरवा समाज अभी भी बहुत पिछड़ा हुआ है। समाज के कुछ लोग ही शिक्षा हासिल कर पाये हैं। उन्हें नौकरी दिए जाने से जो पिछड़े हुए हैं उन्हें भी प्रेरणा मिल रही है। वे लोग भी पढ़ाई करने स्कूल जा रहे हैं। छतकुंवर चाहती है कि अन्य समाज की तरह उनके समाज के सभी लोग शिक्षा से जुड़ पाएं और एक सामान्य जीवनयापन कर सकें। छतकुंवर ने उन्हें और उनके समाज के बेरोजगारों को नौकरी से जोड़ने आर्थिक रूप से सक्षम बनाकर विकास से जोड़ने के लिए शासन-प्रशासन को धन्यवाद दिया और बताया कि नौकरी मिलने के बाद घर की आर्थिक हालात तेजी से बदल रहे हैं। उन्होंने बताया कि पहाड़ी कोरवा समाज के अनेक घरों में आज भी जीवनयापन सामान्य नहीं है। गरीबी की वजह से ही वे पीछे हैं। उनका कहना है कि उन्होंने शिक्षा से नाता जोड़ लिया, आज इसी का परिणाम है कि जिला प्रशासन ने उन्हें नौकरी देकर बहुत पिछड़े हुए समाज को अन्य समाज के साथ मुख्यधारा में लाने और बेहतर भविष्य बनाने की दिशा में कदम उठाया है। छतकुंवर बताती है कि उनके समाज में युवा ज्यादा पढ़ाई नहीं किये थे, इसलिए आठवीं पास सजातीय युवक से विवाह हो गया। इस बीच उन्हें 12वीं तक पढ़ाने में मदद की। अभी उनके पति की नौकरी भी भृत्य के पद पर लग गई है और परिवार खुश है।

जल एवं पर्यावरण संरक्षण के लिए सामुदायिक सहभागिता जरूरी : राज्यपाल रमेन डेका
रायपुर- राज्यपाल रमेन डेका ने जल एवं पर्यावरण संरक्षण के लिए सामुदायिक सहभागिता पर जोर देते हुए पर्यावरण संवर्धन के लिए सभी से एक पेड़ लगाने का आह्वान किया है। राज्यपाल श्री डेका ने दुर्ग जिले में आयोजित प्रशासनिक अधिकारियों की बैठक में उक्त आशय के विचार व्यक्त किए।

राज्यपाल ने जिले में विभिन्न केंद्रीय योजनाओं के क्रियान्वयन की जानकारी ली। उन्होंने केंद्र व प्रदेश सरकार की विभिन्न योजनाओं के अलावा सामाजिक हितों के लिए जिले में किए जा रहे कार्यों की भी जानकारी ली। राज्यपाल श्री डेका ने कहा कि सरकार की योजनाओं का सफल क्रियान्वयन अधिकारियों व कर्मचारियों द्वारा सुनिश्चित किया जाता है। कल्याणकारी योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन से इसका लाभ जन-जन तक पहुंचता है। उन्होंने अधिकारियों को दायित्वों का निर्वहन कर्तव्यनिष्ठा, ईमानदारी और समर्पण की भावना से करने कहा।

राज्यपाल श्री डेका ने अधिकारियों से एजेण्डावार 20 विषयों पर विचार-विमर्श किया। साथ ही इस पर प्रशासनिक अधिकारियों से सुझाव आमंत्रित किए। कलेक्टर ऋचा प्रकाश चौधरी ने जिले की योजनाओं के संबंध में पॉवर पांइट प्रेसेन्टेशन दिया। बैठक में संभागायुक्त एस.एन. राठौर, पुलिस महानिरीक्षक रामगोपाल गर्ग, पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र शुक्ला, सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित थे।

राज्यपाल रमेन डेका से मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने सपरिवार भेंट की
रायपुर-   राज्यपाल रमेन डेका से आज यहां राजभवन में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने सपरिवार सौजन्य भेंट की। इस अवसर पर राज्य की प्रथम महिला रानी डेका काकोटी, मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी कौशल्या साय एवं परिजन उपस्थित थे।