समोसा और पनीर खाने से एक भाई-बहन की चली गई जान

उत्तर प्रदेश के गोरखपुर से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया जहां एक घर में रक्षा बंधन की खुशियां मातम में बदल गईं. यहां एक भाई बहन को राखी के त्योहार पर समोसा और पनीर खाना इतना भारी पड़ गया कि उनकी जान चली गई. बाजार से लाया पनीर और समोसा खाने से दोनों की हालत बिगड़ गई जिसके बाद उनकी मौत हो गई. हादसे के बाद भाई-बहन का रो-रोकर बुरा हाल है.

सिकरीगंज थाना क्षेत्र के कटघरा गांव में करीब 19 साल पहले सीमा दूधनाथ से शादी हुई थी. शादी के बाद से ही दोनों में विवाद था जिसके बाद 15 साल से महिला पति से अलग रह रही थी.

 ऐसे में उसने अपने तीनों बच्चों के भरण पोषण के लिए गीडा की एक फैक्ट्री में दिन रात काम किया और पास के कस्बे बांसपार में किराए का मकान लेकर रहती थी. उसने अपनी बड़ी बेटी की शादी करीब सात साल पहले कर दी थी. दूसरे नंबर की बेटी की शादी भी एक साल पहले छितौनी के रहने वाले महेंद्र गुप्ता से हुई थी. 

उसका पति दिल्ली में काम करता है. छोटी बेटी पूजा सावन महीने की शुरुआत में ही मां और भाई के पास आ गई थी. घर में हंसी-खुशी का माहौल था.

समोसा-पनीर खाने के बाद बिगड़ी हालत

मां और भाई के कहने पर पूजा राखी के त्योहार के लिए मायके में ही रुक गई थी. इसी दौरान मां ने बड़ी बेटी को भी फोन कर रक्षाबंधन पर आने के लिए कहा था, 

लेकिन उसने बाद में आने के लिए कहा था. देखते ही देखते रक्षा बंधन का त्योहार भी आ गया. भाई विकास और बहन पूजा ने राखी बांधने की रस्म निभाई लेकिन उन दोनों ने शायद सपने में भी नहीं सोचा होगा कि यह दोनों के लिए आखिरी रक्षाबंधन होगा. भाई शाम को बहन की खुशी के लिए पिपरौली बाजार से समोसा और पनीर लाया. दोनों ने साथ मिलकर समोसा खाया, लेकिन इसके बाद दोनों के पेट में दर्द होने लगा.

पेट दर्द के बाद अस्पताल लेकर गई मां

हालांकि दोनों ने इस बात पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया और पूजा बाजार से लाए गए पनीर की सब्जी बनाने लगी. सब्जी बनी और दोनों ने पनीर भी खा लिया. इसके बाद दोनों का पेट और ज्यादा दर्द करने लगा और दोनों की हालत और ज्यादा खराब हो गई. उसी समय, मां सीमा ड्यूटी करके आई थी. फिर वह तुरंत दोनों बच्चों को लेकर पास में स्थित बंगाली डॉक्टर के पास लेकर गई. बंगाली डॉक्टर ने दोनों को इंजेक्शन लगाकर घर भेज दिया, लेकिन घर जाने पर तबीयत और भी ज्यादा खराब हो गई.

पुलिस ने शुरू की जांच

ऐसे में मां ने आसपास के लोगों की मदद से दोनों को झुंगिया स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया, जहां हालत बिगड़ने पर बेटे विकास को जिला अस्पताल भेजा गया. वहां इलाज के दौरान ही उसने दम तोड़ दिया. पूजा को भी हालत खराब होने पर जिला अस्पताल लाया गया जहां उसने भी दम तोड़ दिया. दोनों बच्चों की मौत से मां सीमा का रो-रोकर बुरा हाल है. घटना के संबंध मैं एसडीएम विकास गुप्ता ने बताया कि जिस दुकान से पनीर और समोसा लाया गया था, वहां से घर लाए गए सामान के बचे हुए नमूने लिए गए हैं. दुकान में लगी सीसीटीवी फुटेज को पुलिस ने कब्जे में ले लिया है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.

ज्यादा आइसक्रीम खाने से हार्ट अटैक का खतरा,हो सकती है हार्ट से जुड़ी कई सारी गंभीर बीमारियां

आइसक्रीम खाने से हार्ट की बीमारी का खतरा काफी ज्यादा बढ़ता है. सिर्फ इतना ही नहीं सर्दी-खांसी की समस्या भी काफी ज्यादा रहती है. आमतौर पर हम बच्चों को आइसक्रीम खाने से मना कर देते हैं लेकिन सिर्फ बच्चों को ही नहीं बड़ों को भी सोच-समझकर ही आइसक्रीम खाना चाहिए. आइए जानें बच्चों पर इसका कितना असर होता है. हद से ज्यादा आइसक्रीम खाने से आपको बीमारी कर सकता है. इसलिए खाने से पहले आपको हेल्थ एक्सपर्ट की राय जरूर लेना चाहिए. 

हार्ट अटैक का खतरा

इंडियन एक्सप्रेस में छपी खबर के मुताबिक अगर आपको हद से ज्यादा आइसक्रीम खाने की लत है तो यह आपको हॉस्पिटल तक पहुंचा सकती है क्योंकि इससे हार्ट अटैक का खतरा काफी ज्यादा बढ़ता है. आइसक्रीम में सैचुरेटेड फैट होता है. इसमें सैचुरेटेड फैटी एसिड होता है. यह कंपाउंड हेल्थ पर असर पड़ता है. दूसरी ओर आइसक्रीम में चीनी की मात्रा काफी ज्यादा होती है. यह दोनों कॉम्बिनेशन हार्ट हेल्थ के लिए सही नहीं है. आइसक्रीम ज्यादा खाने से सिर्फ मोटापा और टाइप 2 डायबिटीज का भी खतरा काफी ज्यादा बढ़ता है. 

दिल के लिए अच्छे नहीं होते हैं ये फूड आइटम

दूध, पनीर और दही दिल के लिए स्वस्थ आहार योजना का हिस्सा हो सकते हैं, लेकिन मक्खन, क्रीम और आइसक्रीम उच्च वसा वाले डेयरी उत्पाद हैं जो दिल के लिए अच्छे नहीं हैं. उच्च वसा वाले डेयरी उत्पादों में संतृप्त वसा होती है जो खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ाती है और दिल की बीमारी के जोखिम को बढ़ाती है.

ब्लड शुगर वाले संभलकर रहें

जिन लोगों का ब्लड शुगर कम होता है. उनमें उच्च कार्बोहाइड्रेट या चीनी वाले खाद्य पदार्थ, जैसे ब्रेड, पास्ता, कैंडीज, केक या आइसक्रीम खाने से हृदय की धड़कन बढ़ने का जोखिम अधिक होता है. क्योंकि इनसे रक्त शर्करा के स्तर में अचानक वृद्धि हो सकती है.

चॉकलेट, लॉली, आइसक्रीम और कस्टर्ड जैसे उच्च चीनी वाले फूड आइटम न खाएं. तले हुए या बेक्ड फूड आइटम खासकर चिप्स, बिस्कुट, केक और अन्य बेक्ड प्रोडक्ट लिमिट मात्रा में खाएं. हमेशा पहले पानी पिएं और चीनी वाले मीठे पेय पदार्थों से बचें. चाय और कॉफी लिमिट मात्रा में खाएं. 

बिहार से पांच महीने पहले लापता हुई तीन लड़कियों को पुलिस ने दिल्ली से किया बरामद,तीनों एक बंद कमरे में मिलीं

बिहार से तीन नाबालिग लड़कियों को प्रलोभन देकन भगा ले जाने वाले बदमाश को कैमूर पुलिस ने दिल्ली से गिरफ्तार किया है. तीनों लड़कियों को भी एक बंद कमरे से बरामद कर लिया गया है. सदर अस्पताल में उनका स्वास्थ्य परीक्षण कराया गया है. कोर्ट में पुलिस उनका बयान भी कराएगी.

एसडीपीओ ने बताया कि गिरफ्तार सतेंद्र यादव उर्फ राज कुदरा थाना क्षेत्र के अजगरी गांव निवासी विरेंद्र कुमार सिंह का बेटा है. उसके पास से मोबाइल बरामद किया गया है, जिसमें कई लड़कियों की तस्वीरों मिली है. डीएसपी ने बताया कि इस तस्वीर के बारे में सतेंद्र से पूछताछ की जा रही है. यह भी जानकारी हासिल की जा रही है कि कहीं वो लड़कियों को बेचने या गलत काम में तो नहीं लगाता था?

पुलिस ने कहा- अगर आरोपी किसी रैकेट से जुड़ा होगा, तो इसे भी उजागर किया जाएगा. डीएसपी ने बताया कि वो तीनों लड़कियों को पांच-छह महीने से दिल्ली के एक बंद कमरे में रखे हुए था. लड़कियों को जब बरामद किया गया तो उनकी हालत काफी खराब थी. लड़कियों का मेडिकल करवाया गया है. सतेंद्र से तीनों लड़कियों की मुलाकात भभुआ के सीटी पार्क में हुई थी. उसके आपराधिक इतिहास को खंगाला जा रहा है.

मां ने करवाई FIR दर्ज

पांच महीने पहले भगाई गईं दो युवतियों के मामले में पांच महीने बाद भभुआ थाने में एफआईआर सोमवार को दर्ज कराई गई थी. यूपी के मिर्जापुर जिला के जमालपुर के एक गांव की रहने वाली महिला ने अपनी 17 वर्षीय बेटी और भभुआ थाना क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली उसकी सहेली को 29 फरवरी 2024 को भगा ले जाने का केस करवाया था. इस मामले में कुदरा थाना क्षेत्र के अजगरी गांव के एक युवक को नामजद किया गया. पुलिस ने जब मामले की जांच शुरू की तो उन्होंने दिल्ली से दो की जगह तीन लड़कियां बरामद कीं. तीनों को आरोपी ने कमरे में बंद रखा था.

आरोपी के मोबाइल को खंगाला गया तो पुलिस भी हैरान रह गई. उसके मोबाइल में न जाने कितनी लड़कियों के फोटो रखे हुए थे. अब पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि आखिर आरोपी का मकसद क्या था और जिन लड़कियों की तस्वीरें उसके मोबाइल से मिली हैं, वो कौन हैं? फिलहाल मामले में जांच जारी है.

कोलकाता कांड पर बोले पीड़िता के वकील बिकास रंजन

कोलकाता में डॉक्टर से रेप और हत्या के मामले में पीड़िता के वकील बिकास रंजन भट्टाचार्य ने ममता सरकार पर हमला बोला है. उन्होंने राज्य सरकार का करप्ट बताया है. इसके साथ-साथ घटना में कॉलेज के प्रिंसिपल की भूमिका पर सवाल खड़े करते हुए संदेहास्पद बताया है और कहा है कि उसकी अच्छे से जांच होनी चाहिए. मुझे उम्मीद है कि सीबीआई सही जांच कर पाएगी.

वकील ने बताया कि कोर्ट में पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर हमने कहा है कि पीड़िता के शरीर की जो हालत थी उससे ये बिल्कुल नहीं लगता है कि किसी एक शख्स वैसा कर सकता है. शरीर पर मल्टीपल एटेम्पट हुए हैं. राज्य सरकार ने रेप विक्टिम्स का रेट चार्ट तय कर रखा है. इस सरकार में ये देखा जाता है कि कौन सी महिला के साथ कितनी बार रेप हुआ है, उस आधार पर उसे पैसा दिया जाता है.

वहीं, कॉलेज के प्रिंसिपल को लेकर भट्टाचार्य ने कहा कि घटना में संदीप घोष की भूमिका संदिग्ध है. इस घटना के पीछे कोई न कोई प्रभावशाली लोग हैं, जिन्हें ममता सरकार बचाना चाह रही है. घटनास्थल वाली जगह के बगल में कंस्ट्रक्शन क्यों कराया गया, घटना की जानकारी देने में क्यों देरी हुई, डिपार्टमेंट ने कुछ जवाब क्यों नहीं दिया, ऐसे तमाम बिंदु हैं. इस मामले में बुधवार को सीबीआई अपनी रिपोर्ट सबमिट करेगी. जहां तक डीएनए प्रोफाइलिंग की बात है तो उसकी रिपोर्ट अभी तक सामने नहीं आई है.

संभव है कि कुछ खुलासा करना चाहती थी पीड़िता

वकील ने दावा किया है कि 2011 से जब से ममता सरकार बनी है उसके बाद से इस राज्य में कई सारे ऐसे घोटाले हुए हैं. जिसमें शिक्षा घोटाला, राशन घोटाला और तमाम तरह के घोटाले हैं. इस अस्पताल में भी संभव है कुछ ऐसा चल रहा था जिसे वह लड़की बताना चाहती थी और उसे बताने नहीं दिया गया. कई सारे ऐसे पहलू हैं जिसकी जांच होनी चाहिए और मुझे ऐसा लगता है कि सीबीआई जांच में सारी चीजें निकल कर सामने आएगी.

घटना को किसी एक व्यक्ति ने नहीं दिया अंजाम

उन्होंने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट मैंने नहीं देखा है, लेकिन पीएम करने वाले डॉक्टरों से बात करने के बाद मैं यह दावा कर सकता हूं कि इस घटना को किसी एक व्यक्ति ने अंजाम नहीं दिया है. सवाल यह भी उठता है कि आनन-फानन में पीड़िता की लाश का अंतिम संस्कार क्यों कर दिया गया? पीड़िता के पिता जो कह रहे हैं वो बिल्कुल सही कह रहे हैं.

मामले में पीड़िता के पिता से कई सारे तथ्य छिपाए गए. सिर्फ और सिर्फ पुलिस और प्रशासन यह चाह रही थी कि किसी भी तरीके से लोगों को वहां पहुंचने नहीं दिया जाए. यही वजह है कि उन्होंने लाश को नहीं बल्कि एविडेंस को ही जला दिया है.

रक्षाबंधन पर पुलिस का स्पेशल गिफ्ट,बहनों का नहीं कटेगा चालान

सोमवार को रक्षाबंधन का पर्व बड़े ही उत्साह के साथ मनाया जा रहा है. बहनें अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांध रही हैं तो वहीं भाई उन्हें आशीर्वाद के साथ गिफ्ट दे रहे हैं. इस पावन पर्व पर एनसीआर की नोएडा ट्रैफिक पुलिस ने बहनों के लिए खास पहल की है. ट्रैफिक पुलिस ने आज यानी रक्षाबंधन के दिन महिलाओं का चालान न काटने का निर्णय लिया है.इतना ही नहीं जागरूकता के लिए महिलाओं को ट्रैफिक पुलिस हेलमेट भी बाटेंगी. इस दिन को ‘नो चालान डे’ घोषित किया है.

ट्रैफिक पुलिस के एक अधिकारी के मुताबिक, रक्षाबंधन पर्व के दिन कोई भी महिला दोपहिया या चार पहिया वाहन पर सफर कर रही है तो उस वाहन का चालान नहीं काटा जाएगा. उन्होंने बताया कि ट्रैफिक पुलिस नोएडा के अलग-अलग चौराहों पर सघन रक्षा अभियान चलाएगी, जिसमे ट्रैफिक पुलिस भाई की तरह महिलाओं की रक्षा के लिए हेलमेट वितरण करेगी. इसके अलावा ट्रैफिक पुलिस के तरफ से आज महिलाओं का चालान भी नही किया जायेगा ताकि महिलाएं अपने भाई को बिना चालान के राखी बांध सकें.

पुलिस अधिकारी ने बताया कि रक्षाबंधन के दिन किसी भी महिला की गाड़ी का चालान नहीं काटा जाएगा. इसके लिए विभाग के सभी एडिशनल एसपी, ट्रैफिक निरीक्षक, उप निरीक्षक के अलावा शहर के चेकिंग पॉइंट पर डयूटी में तैनात ट्रैफिक कर्मियों को आवश्यक निर्देशित किया गया है. साथ ही सड़कों पर हुडदंग मचाने वाले अराजकतत्वों पर विशेष नजर रखी जा रही है.

रक्षाबंधन पर यूपी रोडवेज ने महिलाओं को तोहफा दिया है. सीएम योगी ने महिलाओं को निःशुल्क यात्रा उपलब्ध कराने के साथ ही उनकी सुविधाओं का भी ख्याल रखा है. इसके लिए परिवहन निगम द्वारा सुरक्षित एवं सुगम यात्रा के लिए अतिरिक्त बसों को भी उतारा गया है. महिलाएं इस फ्री बस सेवा का लाभ सोमवार रात 12 बजे तक उठा सकती हैं. महिलाएं त्योहार के दिन फ्री बस यात्रा से काफी खुश हैं.

कोलकाता डॉक्टर रेप केस,CBI की 5 दिन की जांच में क्या-क्या हुआ? जाने

कोलकाता रेप मर्डर केस मामले में CBI ने घटनास्थल की 3D मैपिंग की. वहीं, कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष से CBI ने 10 घंटे तक पूछताछ की. आरोपी संजय रॉय का साइकोलॉजिकल टेस्ट हुआ, जो आज फिर होगा. कोलकाता पुलिस ने मेडिकल कॉलेज के पास धारा 163 लागू कर दी है, जिसके बाद कॉलेज के पास धरना-प्रदर्शन पर रोक लग गई है.

बीते दिन इस केस के मुख्य आरोपी संजय रॉय का रविवार को साइकोमेट्रिक टेस्ट किया गया. खबर है कि आज फिर से संजय रॉय को साइकोमेट्रिक टेस्ट के लिए बुलाया गया है. हालांकि सीबीआई की टीम ने अब तक की जांच के बारे में कोई जानकारी नहीं दी है. उसकी फोरेंसिक टीम ने कल एक बार फिर आरजी कर हॉस्पिटल में जांच की और स्पॉट पर 3 घंटों तक 3D लेजर मैपिंग की.

सीबीआई की कई टीमें एक साथ जांच में जुटी हैं, लेकिन कोलकाता और दिल्ली में इंसाफ की आवाजें लगातार उठ रही हैं. रात में भी डॉक्टरों का प्रदर्शन जारी रहा. कई ट्रेनी डॉक्टरों ने हाथ पर काली पट्टी लगा रखी थी और सुरक्षा की मांग की. इस बीच बंगाल के राज्यपाल डॉ सीवी आनंद बोस आज दिल्ली आ रहे हैं. सूत्रों के अनुसार, गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के लिए राजभवन ने समय भी मांगा है. राज्यपाल गृह मंत्री को राज्य की मौजूदा परिस्थिति को लेकर अपनी रिपोर्ट सौंप सकते हैं.

सीबीआई ने अब तक क्या-क्या किया?

कलकत्ता हाई कोर्ट ने 13 अगस्त को यह मामला केंद्रीय जांच ब्यूरो को सौंपा.

हाई कोर्ट का ये फैसला पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के पीड़ित परिवार से मुलाकात करने के एक दिन बाद आया.

सीबीआई अपनी जांच के सिलसिले में कोलकाता पुलिस के कुछ अधिकारियों सहित 20 से अधिक लोगों से पूछताछ कर चुकी है.

CBI ने घटनास्थल की 3D मैपिंग की.

CBI ने आरजी कर कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल से तीसरे दिन भी पूछताछ की.

संदीप घोष से CBI ने 10 घंटे तक पूछताछ की.

अब तक संदीप घोष से 36 घंटे की पूछताछ हो चुकी है

CBI ने संदीप घोष की कॉल डिटेल और चैट की जांच की.

आरोपी संजय रॉय का आज फिर होगा साइकोलॉजिकल टेस्ट.

मेडिकल कॉलेज के पास धारा 163 लागू.

24 अगस्त तक कॉलेज के पास धरना-प्रदर्शन पर रोक.

राखी बांधने के लिए बहनों को मिलेगा बस इतना समय

आज रक्षाबंधन का त्योहार है. इस त्योहार की हिंदू धर्म में बहुत महत्ता है और ये भाई-बहन के बीच अटूट रिश्ते का प्रतीक है. जब भी राखी का त्योहार आता है इस बात की चर्चा शुरू हो जाती है कि राखी बांधने का शुभ मुहूर्त कब है. राखी के त्योहार में सारा खेल ही शुभ मुहूर्त का है. 

बाकी समय का आज के दिन कोई विशेष महत्व नहीं. तो आइये जानते हैं कि इस बार बहनों को भाई की कलाई में राखी बांधने के लिए कितना वक्त मिलेगा और किन-किन शुभ मुहूर्त में आज राखी बांधी जा सकती है.

ये हैं दो शुभ मुहूर्त

साल 2024 रक्षाबंधन में राखी बांधने का पहला शुभ मुहूर्त दोपहर में शुरू होगा. तब तक बहनों को भाई की कलाई में राखी बांधने के लिए इंतजार करना होगा. इस बार भद्रकाल का समय रात 2 बजकर 21 मिनट से शुरू होगा जो दोपहर 1 बजकर 30 मिनट तक चलेगा. ये वो समय है जब राखी बांधना अशुभ माना जाता है. 1 बजकर 46 मिनट पर पहला शुभ मुहूर्त शुरू होगा. ये मुहूर्त शाम को 4 बजकर 19 मिनट तक रहेगा. इस लिहाज से देखा जाए तो इस बार राखी बांधने के लिए बहनों को 2 घंटा 33 मिनट का समय मिलेगा. इसके अलावा दूसरा शुभ मुहूर्त शाम को प्रदोष काल में बन रहा है. शाम को 6 बजकर 55 मिनट पर प्रदोष काल शुरू होगा जो शाम को 9 बजकर 07 मिनट तक रहेगा. ये भी राखी बांधने का शुभ मुहूर्त माना जाता है.

रक्षाबंधन की परंपरा

रक्षाबंधन का त्योहार भारत में काफी समय से मनाया जाता रहा है. महाभारत की कथा के अनुसार द्रौपदी ने कृष्ण की चोट को ठीक करने के लिए अपने वस्त्र से कपड़ा फाड़कर बांधा था. इस बात से कृष्ण काफी खुश हुए थे और उन्होंने द्रौपदी की रक्षा की जिम्मेदारी ले ली थी. तभी से रक्षाबंधन का त्योहार मनाने की परंपरा शुरू हुई. एक कथा राजा बलि और भगवान विष्णु से जुड़ी हुई है. इसके अलावा और भी कई सारी मान्यताएं रक्षाबंधन को लेकर रही हैं.

बीते 300 साल से इस गांव में नही मनाया गया रक्षाबंधन का पर्व,जाने

देश में सोमवार को रक्षाबंधन का त्योहार मनाया जाएगा. उत्तर प्रदेश का एक गांव ऐसा है जहां इस पावन पर्व पर कोई भी बहन अपने भाई की कलाई पर राखी नहीं बांधेगी. यह परंपरा 300 सालों से चली आ रही है.

पूरे देश में सोमवार को रक्षाबंधन का त्योहार मनाया जाएगा. इस दिन बहन अपने भाइयों की कलाई पर रक्षा सूत्र के तौर पर राखी बांधेंगी. भाई अपनी बहनों को उनकी रक्षा के वचन के साथ उन्हें उपहार भी देंगे. लेकिन उत्तर प्रदेश का एक गांव ऐसा भी है जहां इस पवित्र त्योहार को नहीं मनाया जाता. इसकी वजह बहन के द्वारा भाई से मांगा गया उपहार है.

यूपी के संभल जिले का गांव बेनीपुर के भाइयों की कलाई हर वर्ष रक्षाबंधन पर सूनी रहती है. गांव में इस इस दिन राखी का त्यौहार नहीं मनाया जाता. इसके पीछे 300 साल पहले एक बहन का भाइयों से राखी बांधने के बाद मांगा गया उपहार बताया जाता है. गांव में यादव समाज के परिवार रहते हैं. हर वर्ष रक्षाबंधन का त्योहार आता है लेकिन गांव में कोई भी इसका जिक्र तक नहीं करता.

गांव में थे यादव और ठाकुर परिवार

संभल के गांव बेनीपुर चक के लोग 300 साल पहले पलायन करके इस गांव में आए थे. गांव के ग्रामीणों ने मुताबिक, उनके पूर्वज पहले यूपी के अलीगढ़ जिले के अतरौली थाना क्षेत्र के गांव सेमरी में रहते थे. गांव में यादव और ठाकुर समाज के परिवार बसे हुए थे. दोनों परिवारों में अपार प्रेम था. यादव परिवार की लड़कियां ठाकुर परिवार के लड़कों और ठाकुर परिवार की लड़कियां यादव परिवार के लड़कों को रक्षाबंधन के पर्व पर राखी बांधा करती थीं.

बहनों ने मांग लिए उपहार

एक बार रक्षाबंधन त्योहार पर यादव परिवार की लड़की ने अपने ठाकुर भाई से राखी की नेग के बदले घोड़ी मांग ली. भाई ने अपनी बहन की मांग को पूरा कर दिया. ग्रामीणों ने बताया कि उसके अगले साल जब फिर से रक्षाबंधन का पर्व आया तो इस बार पर ठाकुर परिवार की लड़की ने अपने यादव भाई से पूरे का पूरा गांव ही मांग लिया. बहन के नेग को पूरा करने के लिए सेमरी गांव मे रहने वाले यादव परिवार के लोगों ने गांव की अपनी सारी संपत्ति बहन को उपहार में दे दी और गांव छोड़ दिया.

300 साल से कलाइयां सूनी

वह सभी संभल जिले के कई गांवों मे आकर बस गए. उस दिन से आज तक कई पीढ़ियां गुजरने के बाद भी यादव परिवार के लोग रक्षाबंधन नही मनाते. उनका मानना है कि कहीं फिर कोई बहन उनसे उनकी जांगीर मांगकर उन्हें घर से बेघर न कर दे. बेनीपुर चक गांव के अलावा भी कई गांवों में बसे यादव परिवार रक्षाबंधन का त्योहार नही मानते हैं.

दुल्हनों को भी निभाई पड़ती है परंपरा

गांव के जबर सिंह ने बताया कि उनके गांव में दूसरे गांव की शादी कर जो दुल्हन आती है, वह भी अपने घर रक्षाबंधन मनाने नहीं जाती. उनका कहना है कि वह अपने पूर्वजों की परंपरा को निभाते आ रहे हैं. अब वो चाहे इस गांव की बेटी हो या दुल्हन यह परंपरा सभी को निभानी पड़ती है. गांव की महिलाओं का कहना है कि हर रक्षाबंधन पर उनका अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधने की ख्वाहिश होती है. लेकिन वह वर्षों से बुजुर्गों की चली आ रही परंपरा से बंधी हुई हैं.

रक्षाबंधन पर उत्तर भारत के 10 राज्यों में कैसा रहेगा मौसम का हाल, जाने

देश में मौसम फिर बदलने लगा है. बीते दिनों से जारी बारिश का सिलसिला अब थमता नजर आ रहा है. लेकिन मध्यम बारिश का दौर बने रहने की संभावना बनी हुई है. कई राज्यों में रक्षाबंधन पर बारिश होने की आशंका जताई गई है. दिल्ली में बारिश को लेकर येलो अलर्ट जारी किया गया है. उत्तर प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश हो सकती है. इनके अलावा पंजाब, हरियाणा-चंडीगढ़, बिहार, झारखंड, राजस्थान, मध्य प्रदेश, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में भी मौसम विभाग ने बारिश की संभावना जताई है.

शनिवार को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के कुछ इलाकों में बारिश हुई लेकिन बाकी इलाके सूखे नजर आए. हालांकि ठंडी हवाओं से मौसम में राहत रही. दिल्ली-एनसीआर में कहीं रिमझिम तो कहीं तेज बारिश का दौर जारी है. आईएमडी के आंकड़ों के मुताबिक, दिल्ली में 1 अगस्त से 15 तक हर दिन बारिश रिकॉर्ड की गई. मौसम विभाग ने रक्षाबंधन पर हल्की बारिश, 20 और 21 अगस्त को भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है.

उत्तर प्रदेश में ऐसा रहेगा मौसम

उत्तर प्रदेश में बारिश न होने से एक बार फिर से लोगों को उमस भरी गर्मी का सामना करना पड़ रहा है. इन सबके बीच मौसम विभाग ने रविवार और सोमवार को यूपी में अच्छी बारिश होने की संभावना जताई है. इसके अलावा 17 अगस्त से 23 के दौरान पूर्वी उत्तर प्रदेश और 19 अगस्त से 23 के दौरान पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हल्की बारिश होने की संभावना है. बीते दिनों हई बारिश से प्रदेश के किसान काफी खुश हैं. उन्होंने धान, मक्का, बाजरा जैसी फसलों के लिए बारिश को काफी मुफीद बताया.

राजस्थान, हिमाचल और उत्तराखंड, पंजाब- हरियाणा-चंडीगढ़ का मौसम

राजस्थान में जारी बारिश के बीच मौसम विभाग ने राहत की बात कही है. रविवार को कई जिलों में बारिश थमने की संभावना जताई है. 18 अगस्त से 22 तक कई जिलों में आसमान साफ रहेगा. 22 और 23 अगस्त को पूर्वी राजस्थान में बारिश हो सकती है. उत्तर-पश्चिम भारत की बात करें तो हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में व्यापक रूप से हल्की/मध्यम वर्षा होने की संभावना है. 18 से 23 अगस्त के दौरान हिमाचल प्रदेश 19, 21, 22 और 23 अगस्त के दौरान उत्तराखंड, 20 से 21 को पंजाब, हरियाणा-चंडीगढ़ में बारिश होने की संभावना जताई गई है.

मध्य भारत का मौसम

मौसम विभाग ने मध्य भारत में बहुत व्यापक से लेकर हल्की/मध्यम वर्षा होने की संभावना जताई है. 18-20 अगस्त के दौरान छत्तीसगढ़, 20-23 अगस्त के दौरान पश्चिम मध्य प्रदेश, 18-23 अगस्त के दौरान पूर्वी मध्य प्रदेश, 19 और 20 अगस्त को मध्य महाराष्ट्र तथा 21 एवं 22 अगस्त को गुजरात क्षेत्र में हल्की या मध्यम बारिश होगी.

यहां होगी भारी बारिश

20 और 21 अगस्त को पश्चिम बंगाल के गंगा तटीय क्षेत्रों में भारी वर्षा होने की संभावना है. 18-20 अगस्त के दौरान ओडिशा, 18, 20 और 21 अगस्त को झारखंड, 18-22 अगस्त के दौरान बिहार, 20-22 अगस्त के दौरान उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, 18 और 23 अगस्त को असम और मेघालय, 18-21 अगस्त के दौरान नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में भारी बारिश होने की संभावना मौसम विभाग ने जताई है.

कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर से रेप और मर्डर के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे फुटबॉल समर्थकों पर पुलिस ने किया लाठीचार्ज,कई घायल

कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर से रेप और मर्डर के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे फुटबॉल समर्थकों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया है. इससे कई लोगों के घायल होने की आशंका है. ट्रेनी डॉक्टर के रेप और मर्डर के खिलाफ विरोध प्रदर्शन और हड़ताल हो रहे हैं. इस बीच, कोलकाता पुलिस ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के पास धारा 144 लागू कर जुलूस और प्रदर्शन कर दिया था. इस बीच, आरजी कर मेडिकल कॉलेज से सटे क्षेत्र के बाद इस बार ईएम बाईपास, बेलियाघाटा कोलकाता पुलिस क्षेत्र, कोलकाता पुलिस आयुक्त द्वारा धारा 163 (पहले 144) नोटिस जारी किया गया है.

उसके बाद रविवार को साल्टलेक स्थित युवा भारती क्रीड़ागन में पुलिस ने ईस्ट बंगाल और मोहन बागान के होने वाले डर्वी फुटबॉल मैच को रद्द कर दिया था. किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए पुलिस ने यह फैसला लिया था.

विधाननगर कमिश्नरेट का दावा है कि समर्थकों के विरोध जुलूस में बड़े शोर-शराबे का खतरा हो सकता था, लेकिन इसके बावजूद बड़ी संख्या में इनके समर्थक पहुंचे और विरोध प्रदर्शन करना शुरू कर दिया. पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया और समर्थकों को गिरफ्तार कर रही है.

फुटबॉल समर्थकों ने किया प्रदर्शन

यह मैच 18 अगस्त को होना था, लेकिन एक दिन पहले ही पुलिस ने सुरक्षा कारणों से मैच रद्द करने की घोषणा कर दी. उस मैच में, ईस्ट बंगाल और मोहन बागान समर्थकों ने आरजी कर अस्पताल बलात्कार-हत्या मामले में न्याय की मांग करते हुए गैलरी में एक साथ विरोध प्रदर्शन किया, चूंकि विरोध प्रदर्शन मैदान में नहीं हो सकता था. इसलिए इसे मैदान के बाहर करने का फैसला किया गया, लेकिन जब फुटबॉल समर्थक जमा हुए और प्रदर्शन करने लगे तो पुलिस ने उनके खिलाफ बल प्रयोग करना शुरू कर दिया.

समर्थकों पर लाठीचार्ज से गुस्सा

इस बीच,एआईएफएफ के अध्यक्ष कल्याण चौबे ने धरना में शामिल होकर अपना गुस्सा जाहिर किया. उन्होंने सवाल उठाया कि फुटबॉल देखते समय खेल प्रेमियों को क्यों गिरफ्तार किया गया? 100 साल पुराने दो क्लबों के बीच मैच देखने जाने वाले खेल प्रशंसकों को क्यों प्रताड़ित किया जाना चाहिए? साथ ही बीजेपी नेता कल्याण ने कहा कि जिन पांच लोगों को डर्बी में अशांति फैलाने के डर से गिरफ्तार किया गया है, उन्हें तुरंत रिहा किया जाना चाहिए. हालांकि बाद में पुलिस ने उनकी मांग पर गिरफ्तार समर्थकों को रिहा कर दिया.