देहरादून आईएसबीटी पर खड़ी रोडवेज बस में किशोरी से सामूहिक दुष्कर्म, दो बस ड्राइवर समेत पांच लोग गिरफ्तार

डेस्क: देहरादून आईएसबीटी पर किशोरी के साथ हुए सामूहिक दुष्कर्म के मामले में पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। एसएसपी अजय सिंह ने प्रेसवार्ता कर बताया कि बस के कर्मचारी किशोरी को दिल्ली से देहरादून लेकर आये थे। इसी बस में पांच लाेगों ने किशोरी के साथ दुष्कर्म किया। 

आरोपी दो बस ड्राइवर, एक कंडक्टर, एक कैशियर और एक सफाई कर्मचरी को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने उत्तराखंड से अनुबंधित बस को भी बरामद कर कब्जे में ले लिया है।

आरोपियों में धर्मेंद्र कुमार(32) पुत्र यशपाल सिंह, निवासी ग्राम बंजारा वाला ग्रांट, थाना बुग्गा वाला, हरिद्वार, देवेंद्र(52) पुत्र फूलचंद निवासी चुड़ियाला, भगवानपुर, हरिद्वार, रवि कुमार(34) पुत्र दयाराम निवासी ग्राम सिला, थाना - नवाबगंज, जिला फर्रुखाबाद, यूपी, राजपाल(57) पुत्र स्व. किशन सिंह निवासी बंजारावाला ग्रांट, थाना बुग्गावाला, हरिद्वार और राजेश कुमार सोनकर(38) पुत्र लाल चंद्र सोनकर निवासी माजरा, पटेलनगर, देहरादून शामिल हैं।

बता दें कि आईएसबीटी पर किशोरी 13 अगस्त की शाम को बदहवास हालत में मिली थी। सहमी किशोरी ने मौके पर कुछ नहीं बताया। इसके बाद उसकी काउंसलिंग कराई गई, तो घटना का खुलासा हुआ। काउंसलिंग में पता चला कि किशोरी के साथ बस में सामूहिक दुष्कर्म किया गया है। किशोरी पंजाब की रहने वाली है। वह उस समय पंजाब से दिल्ली फिर मुरादाबाद ओर फिर देहरादून पहुंची थी। पटेलनगर इंस्पेक्टर केके लुंठी ने बताया कि मामले में अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।

कुवैत के क्राउन प्रिंस से मिले डॉ. एस जयशंकर, फोटो शेयर कर लिखी खास बात

डेस्क : विदेश मंत्री एस जयशंकर रविवार को एक दिवसीय यात्रा पर कुवैत पहुंचे और इस दौरान वह भारत-कुवैत द्विपक्षीय संबंधों के विभिन्न पहलुओं पर कुवैत के नेतृत्व के साथ बातचीत करेंगे। जयशंकर के देश में आगमन पर कुवैत के विदेश मंत्री अब्दुल्ला अली अल-याह्या ने उनका स्वागत किया। जयशंकर ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट करके कहा, ‘‘नमस्ते कुवैत। गर्मजोशी के साथ स्वागत करने के लिए विदेश मंत्री अब्दुल्ला अली अल-याह्या का धन्यवाद करता हूं।

 

आज कुवैती नेतृत्व के साथ अपनी मुलाकातों का बेसब्री से इंतजार है।’’ विदेश मंत्रालय ने यात्रा से पहले एक बयान में कहा कि उनकी यात्रा से दोनों देशों को राजनीतिक मसलों, व्यापार, निवेश, ऊर्जा, सुरक्षा, सांस्कृतिक, वाणिज्य दूतावास समेत भारत-कुवैत द्विपक्षीय संबंधों के विभिन्न पहलुओं पर बातचीत करने का मौका मिलेगा और आपसी हितों के जुड़े क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान भी होगा।

करीब 2 माह पहले कुवैत की एक इमारत में लगी भीषण आग लग गई थी। इस दुर्घटना में 45 भारतीयों की मौत की घटना के करीब दो माह बाद विदेश मंत्री यहां की यात्रा पर आये हैं। कुवैत के मंगाफ में जून में सात मंजिला इमारत में आग लगने से कम से कम 49 विदेशी कामगार मारे गए थे और 50 अन्य घायल हो गए थे।

विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने लिखा, "कुवैत राज्य के क्राउन प्रिंस महामहिम शेख सबा अल-खालिद अल-सबा अल-हमद अल-मुबारक अल-सबा से मुलाकात कर सम्मानित महसूस कर रहा हूं।

राष्ट्रपति और प्रधान मंत्री की शुभकामनाएं दीं।" भारत और कुवैत के बीच सदियों पुराना सद्भावना और मित्रता का बंधन है। हमारी समकालीन साझेदारी लगातार बढ़ रही है। हमारे संबंधों को उच्च स्तर पर ले जाने के लिए उनके मार्गदर्शन और अंतर्दृष्टि के लिए उन्हें धन्यवाद।"

झारखंड में सियासी हलचल, तीन विधायकों के साथ दिल्ली पहुंचे चंपई सोरेन, बोले-मैं तो निजी काम से आया हूं

डेस्क: झारखंड में कुछ ही दिनों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं उससे पहले वहां सियासी हलचल तेज हो गई है। पूर्व सीएम और जेएमएम नेता चंपई सोरेन के भाजपा ज्वाइन करने की बात सामने आ रही है। चंपई सोरेन तीन विधायकों के साथ दिल्ली पहुंच गए हैं। वे एयर इंडिया की फ्लाइट से कोलकाता होते हुए दिल्ली आए हैं। दिल्ली पहुंचने के बाद उन्होंने कहा कि मैं तो दिल्ली अपने निजी काम से आया हूं। मेरा तो दिल्ली आना-जाना लगा रहता है। उन्होंने ये भी कहा कि कोलकाता में मेरी किसी से मुलाकात नहीं हुई है। चंपई ने कहा कि मैं जहां था, अभी तो वहीं हूं।

चंपई सोरेन पहले से ही भाजपा के बड़े नेताओं के संपर्क में हैं और कहा जा रहा है कि वे किसी भी वक्त भाजपा ज्वाइन कर सकते हैं। हालांकि चंपई सोरेन ने ना तो ये कहा है कि वे भाजपा ज्वाइन करने वाले हैं और ना ही इसे सिरे से नकारा है। उनसे जब ये सवाल पूछा गया था तो उन्होंने हंसकर बात टाल दी थी और कहा कि देखिये क्या होता है। 

बता दें कि चंपई सोरेन अगर तीन विधायकों के साथ भाजपा में शामिल होते हैं तो इससे हेेमंत सोरेन की पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा को बड़ा झटका लगेगा।

भाजपा की लॉकेट चटर्जी पर कोलकाता कांड पर गलत सूचना फैलाने का आरोप, आज होगी पूछताछ

कोलकाता पुलिस ने बीजेपी नेता लॉकेट चटर्जी और डॉक्टर कुणाल सरकार और सुबर्नो गोस्वामी को पूछताछ के लिए बुलाया है। आरजी कर मेडिकल कॉलेज में एक प्रशिक्षु डॉक्टर के बलात्कार और हत्या के बारे में कथित तौर पर गलत सूचना फैलाने के लिए तीनों की जांच की जा रही है। एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस ने उन्हें रविवार दोपहर 3 बजे से पहले पुलिस स्टेशन में पेश होने के लिए कहा है।

डॉ. गोस्वामी ने मीडिया साक्षात्कारों में कई दावे किए, उन्होंने आरोप लगाया कि उन्होंने कोलकाता के डॉक्टर की पोस्टमार्टम रिपोर्ट देखी थी और उसमें 150 ग्राम वीर्य, ​​टूटी पेल्विक हड्डी और सामूहिक बलात्कार के सबूत जैसे विवरण पाए गए थे। हालांकि, कोलकाता पुलिस ने इन दावों को झूठा बताया है। उन्होंने पुष्टि की कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में ऐसे निष्कर्ष नहीं हैं और कहा कि ये दावे भ्रामक और असत्य थे। इसके अलावा, चटर्जी से कथित तौर पर पीड़िता का नाम और फोटो सोशल मीडिया पर साझा करने के मामले में भी पूछताछ की जा सकती है।

सीबीआई की सहायता पर ध्यान दें: लॉकेट चटर्जी का विरोध

भाजपा नेता लॉकेट चटर्जी ने सोशल मीडिया पर कोलकाता पुलिस और ममता बनर्जी सरकार की आलोचना की और उन पर आरजी कर मामले की पीड़िता को न्याय दिलाने के बजाय सोशल मीडिया पोस्ट की निगरानी पर ध्यान केंद्रित करने का आरोप लगाया।

हर दिन राज्य भर में लोगों से उनके पोस्ट के बारे में पूछताछ की जा रही है, लेकिन उन सभी को हिरासत में लेने की कोई जगह नहीं है। इस बीच, विरोध प्रदर्शन और मार्च जारी है और प्रशासन उदासीन दिखाई दे रहा है।” उन्होंने प्रशासन से सोशल मीडिया पोस्ट पर सवाल उठाने के बजाय पीड़िता के लिए न्याय को प्राथमिकता देने का आग्रह किया। “सीबीआई की सहायता करने और सबूतों के साथ छेड़छाड़ से बचने पर ध्यान दें। पीड़ित का परिवार न्याय प्रणाली पर भरोसा कर रहा है, ”उन्होंने कहा।

9 अगस्त को आरजी कर मेडिकल कॉलेज में एक स्नातकोत्तर प्रशिक्षु डॉक्टर को मृत पाया गया, जिससे व्यापक आक्रोश फैल गया। 14 अगस्त को, एक भीड़ आरजी कर अस्पताल परिसर में घुस गई और विरोध स्थल, वाहनों और सार्वजनिक संपत्ति में तोड़फोड़ की, जिसके बाद सुरक्षा अधिकारियों ने भीड़ को तितर-बितर कर दिया। देश भर में आक्रोश है और सभी न्याय की मांग कर रहे हैं।

कोलकाता रेप-मर्डर केस में आरोपी का होगा साइकोलॉजिकल टेस्ट, क्या खुलेगा उस दिन राज?

डेस्क: कोलकाता के एमजे कर अस्पताल में एक ट्रेनी डॉक्टर के साथ हुई वीभत्स दुष्कर्म और हत्या के मामले की जांच सीबीआई अपने तरीके से कर रही है। महिला डॉक्टर से रेप और ह्त्या के आरोपी संजय रॉय का सीबीआई ने साइकोलॉजी टेस्ट शुरू किया है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक सीबीआई के सीएफएसएल के पांच एक्सपर्ट की टीम संजय रॉय का साइकोलॉजीकल टेस्ट कर रही है। 

तो क्या सीबीआई के साइकोलॉजीकल टेस्ट से खुल जाएगा एमजे कर अस्पताल के सेमिनार हॉल के उस 35 मिनट का राज खुल जाएगा। क्या संजय रॉय उगलेगा साइकोलॉजीकल टेस्ट से वारदात का पूरा सच?

दरअसल इस टेस्ट को साइकोलॉजीकल ऑटोप्सी यानी कf अपराधी के दिमाग का साइकोलॉजीकल पोस्टमार्टम करना कहते हैं, जो पांच डॉक्टरों की सीबीआई की सीएफएसएल की टीम ये टेस्ट करने कल कोलकाता पहुंची थी और वो संजय रॉय से इस शर्मनाक घटना से जुड़ी कुछ सवाल करेगी, जिसके लिए बाकायदा सवालों की एक फेहरिस्त तैयार की गई है। इस टेस्ट में संजय रॉय के दिमाग का अध्ययन या यूं कहें कि उसके दिमाग का मनोवैज्ञानिक तरीके से पोस्टमार्टम किया जाएगा।

इस टेस्ट के लिए सीबीआई को किसी तरह से कोर्ट की परमिशन की जरुरत नहीं पड़ती है लेकिन महत्वपूर्ण बात यह है कि इस टेस्ट के जरिए और इस टेस्ट के निष्कर्ष के बाद आरोपी का कोर्ट की परमिशन से रूरत के हिसाब से ब्रेन मैपिंग, लाई डिडेक्टर, नार्को टेस्ट करवाया जा सकता है।

इस जांच में सीबीआई झूठ पकड़ने के लिए एक उपकरण, लेयर्ड वॉइस एनेलिसिस के जरिए संजय रॉय की आवाज को डाल सकती है और उस वॉइस के जरिये यह पता चल सकता कि आरोपी से जो सवाल पूछे गए उनके जवाब देते वक्त उसकी आवाज इस उपकरण में डालने के बाद बदली, इससे पता चल जाएगा कि क्या वाकई में वो सच बोल रहा है या नही।

वाराणसी से निकली साबरमती एक्सप्रेस के 22 डब्बे पटरी से उतरे, आधी रात को यात्रियों में मचा हड़कंप

वाराणसी से साबरमती जा रही साबरमती एक्सप्रेस के 22 डिब्बे आज शनिवार (17 अगस्त) रात उत्तर प्रदेश के कानपुर के पास पटरी से उतर गए, जिससे यात्रियों में दहशत फैल गई। यह हादसा ट्रेन के कानपुर से रवाना होने के कुछ ही देर बाद हुआ, और भीमसेन के पास पटरी से उतरने की घटना हुई। उत्तर मध्य रेलवे (NCR) के वरिष्ठ जनसंपर्क अधिकारी शशिकांत त्रिपाठी ने बताया कि यह घटना रात 2:30 बजे हुई। तेज आवाज के बाद जब ट्रेन रुकी तो यात्री सो रहे थे। पुलिस और प्रशासनिक कर्मियों सहित आपातकालीन टीमें घटनास्थल पर मौजूद हैं। सभी यात्रियों को सुरक्षित निकाल लिया गया और किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा, "साबरमती एक्सप्रेस (वाराणसी से अहमदाबाद) का इंजन ट्रैक पर रखी किसी वस्तु से टकराया और आज सुबह 02:35 बजे कानपुर के पास पटरी से उतर गया। तेज चोट के निशान देखे गए हैं। साक्ष्य सुरक्षित हैं। आईबी और यूपी पुलिस भी इस पर काम कर रही है।" हालांकि, इस रूट को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। यह सेक्शन कानपुर से मुंबई की ओर जाने वाली ट्रेनों के लिए अहम रूट है। यात्रियों में से एक विकास ने बताया कि, "कानपुर रेलवे स्टेशन से ट्रेन के रवाना होने के कुछ ही देर बाद हमने तेज आवाज सुनी और कोच हिलने लगा। मैं बहुत डर गया, लेकिन ट्रेन रुक गई।" रेलवे ने बताया कि दुर्घटना के कारण सात रेलगाड़ियां रद्द कर दी गई हैं तथा तीन के मार्ग में परिवर्तन किया गया है। भारतीय रेलवे ने कानपुर जाने वाले यात्रियों की सुविधा के लिए बसें भेज दी हैं। रेलवे के अनुसार, साबरमती एक्सप्रेस 19168 एक चट्टान से टकराने के बाद पटरी से उतर गई, जिससे इंजन के कैटल गार्ड को काफी नुकसान पहुंचा। भारतीय रेलवे फिलहाल इस घटना की जांच कर रहा है। इस बीच, रेलवे ने संबंधित स्टेशनों के लिए आपातकालीन हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं: वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी जंक्शन पर 0510-2440787 या 0510-2440790 पर संपर्क किया जा सकता है। उरई के लिए संपर्क नंबर 05162-252206 है। बांदा के लिए 05192-227543 और ललितपुर जंक्शन के लिए 07897992404 पर संपर्क किया जा सकता है।
400 स्वदेशी हॉवित्जर तोपें खरीदने के लिए भारतीय सेना ने जारी किया टेंडर, 6500 करोड़ की है डील

रक्षा उपकरणों के संबंध में अपनी प्रमुख आधुनिकीकरण योजना के तहत, भारतीय सेना ने शुक्रवार (16 अगस्त) को 400 नए हॉवित्जर (तोपखाने) खरीदने के लिए लगभग 6,500 करोड़ रुपये का टेंडर जारी किया। जारी निविदा के अनुसार, सेना स्वदेशी रूप से डिजाइन, विकसित और निर्मित (IDDM) श्रेणी की तोपें भारतीय फर्मों से खरीदेगी। शीर्ष रक्षा सूत्रों ने इंडिया टुडे को बताया कि इस खरीद से रक्षा क्षेत्र में घरेलू कंपनियों को बड़ा बढ़ावा मिलेगा। पिछले दशक में सेना द्वारा अनेक नई हॉवित्जर तोपें खरीदी गई हैं, जिनमें धनुष, शारंग, अल्ट्रा लाइट हॉवित्जर (ULH) और के-9 वज्र स्व-चालित तोपें जैसी तोप प्रणालियां शामिल हैं। धनुष तोपें बोफोर्स तोपों का इलेक्ट्रॉनिक अपग्रेड हैं, जबकि शारंग तोपों को 130 मिमी से 155 मिमी कैलिबर में अपग्रेड किया गया है। सातवीं और पांचवीं रेजिमेंट को पहले से ही स्व-चालित तोपों से सुसज्जित किया जा चुका है। 155 मिमी भविष्य में सभी तोपों का मानक कैलिबर होगा, जिसमें स्वचालित सिस्टम और असेंबली होंगी। सूत्रों ने बताया कि दृष्टि प्रणालियों, गोला-बारूद निर्माण, धातु विज्ञान और तोपों की नेटवर्किंग में नई तकनीकों के विकास पर जोर दिया जा रहा है।
'इच्छा हो तो पढ़ो और नहीं तो मत...', कॉलेजों की लाइब्रेरी में RSS विचारकों की पुस्तकों को रखने के विवाद पर बोले CM मोहन

मध्य प्रदेश में कॉलेजों की लाइब्रेरी में RSS विचारकों की पुस्तकों को रखने के विवाद पर सीएम मोहन यादव ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा है कि वाचनालय और ग्रंथालयों में सिर्फ RSS ही नहीं, बल्कि सभी विचारकों की पुस्तकें सम्मिलित की जाएंगी। सीएम यादव ने भोपाल के सप्रे संग्रहालय में भारतीय भाषा महोत्सव का उद्घाटन करते हुए इस मुद्दे पर कहा कि अभी तक पाठ्यक्रम का निर्धारण नहीं हुआ है। कोर्स को अंतिम रूप देने का कार्य एक विशेष समिति द्वारा किया जाएगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि लाइब्रेरी में विभिन्न विचारों के लेखकों की पुस्तकें रखी जाएंगी, चाहे वे RSS से संबंधित हों या अन्य किसी से। उन्होंने कहा, “लाइब्रेरी में पुस्तकें न रखें तो क्या करें? पढ़ना आपकी मर्जी है, न पढ़ना भी आपकी मर्जी है।” आगे सीएम मोहन यादव ने कहा कि ज्ञान का प्रवाह किसी एक दिशा से नहीं आना चाहिए, बल्कि दसों दिशाओं से आना चाहिए। यही भारत की विशेषता है और यही वजह है कि देश प्रगति कर रहा है। उन्होंने जोर दिया कि वाचनालय और ग्रंथालय ज्ञान के आदान-प्रदान के महत्वपूर्ण स्थान होते हैं, और वहां विभिन्न विचारों की किताबें होनी चाहिए। इससे पहले, मध्य प्रदेश के पर्यटन मंत्री धर्मेंद्र लोधी ने भी इस विवाद पर कहा था कि RSS का नाम सुनकर कांग्रेस को हमेशा से परेशानी होती है। उन्होंने कांग्रेस पर वामपंथी इतिहासकारों के साथ मिलकर शिक्षा को प्रभावित करने का आरोप लगाया तथा कहा कि नई शिक्षा नीति के तहत भारतीय परंपराओं को पढ़ाने में क्या आपत्ति हो सकती है? गौरतलब है कि मध्य प्रदेश के कॉलेजों में नई पुस्तकों की खरीद को लेकर विवाद उठ खड़ा हुआ है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत भारतीय ज्ञान परंपरा प्रकोष्ठ के लिए ये पुस्तकें खरीदी जानी हैं। ये किताबें पाठ्यक्रम का हिस्सा नहीं होंगी, बल्कि लाइब्रेरी में उपलब्ध रहेंगी। इनमें कुछ पुस्तकों के लेखक RSS विचारक भी हैं। मध्य प्रदेश उच्च शिक्षा विभाग के अफसर डॉ. धीरेंद्र शुक्ला ने सभी सरकारी एवं प्राइवेट कॉलेजों के प्राचार्यों को 88 पुस्तकों का सेट खरीदने का निर्देश दिया है। इन पुस्तकों में प्रमुख RSS विचारकों जैसे सुरेश सोनी, दीनानाथ बत्रा, अतुल कोठारी, देवेंद्र राव देशमुख और संदीप वासलेकर की किताबें शामिल हैं। ये लेखक RSS की शैक्षिक शाखा विद्या भारती से जुड़े हैं। विभाग ने कॉलेजों से जल्द ही इन पुस्तकों को खरीदने के निर्देश दिए हैं।
उज्जैन में काल भैरव मंदिर में मचा बवाल, सुरक्षा गार्ड्स ने लाइन में लगे भक्त को लात और बेल्ट से पीटा

धार्मिक नगरी उज्जैन में बाबा महाकाल के दर्शन के लिए प्रतिदिन श्रद्धालुओं की लंबी लाइनें लगती हैं। इसी प्रकार काल भैरव के दरबार में भी प्रतिदिन हजारों भक्त भगवान के दर्शन के लिए पहुंचते हैं। हालांकि, इस मंदिर में श्रद्धालुओं के लिए विशेष व्यवस्था नहीं है, और सर्दी, गर्मी या बरसात से बचाव की कोई सुविधा नहीं है। श्रद्धालु घंटों तक बैरिकेड में खड़े रहते हैं, तब जाकर उन्हें भगवान के दर्शन होते हैं। इस के चलते यदि कोई समस्या होती है तो सुरक्षा व्यवस्था संभाल रहे गार्ड भक्तों के साथ बदसलूकी कर सकते हैं। काल भैरव मंदिर का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें आधा दर्जन सुरक्षा गार्ड एक श्रद्धालु के साथ मारपीट करते नजर आ रहे हैं। महाकालेश्वर मंदिर की भांति ही काल भैरव मंदिर की दर्शन व्यवस्था को भी सरल और सुगम बनाने के उद्देश्य से क्रिस्टल एजेंसी को सुरक्षा का जिम्मा सौंपा गया था। लेकिन, इस एजेंसी के सुरक्षा गार्ड किस तरह से अपने कर्तव्यों का पालन कर रहे हैं, यह हाल ही में वायरल हुए एक वीडियो से स्पष्ट हो गया है। इस वीडियो में सुरक्षा गार्ड एक श्रद्धालु की बेरहमी से धुनाई करते नज़र आ रहे हैं। आमतौर पर ऐसे दृश्य यहां देखने को मिल जाते हैं, विशेषकर बाहर से आने वाले भक्तों को जब असुविधाओं का सामना करना पड़ता है और घंटों लाइन में खड़ा रहना पड़ता है। यह वही क्रिस्टल एजेंसी है, जिसे महाकालेश्वर मंदिर की सुरक्षा का जिम्मा भी सौंपा गया है। कुछ दिनों पहले, इस एजेंसी के सुरक्षा गार्ड्स द्वारा मंदिर में दर्शन करने आए भक्तों के साथ मारपीट का एक वीडियो वायरल हुआ था। इस वीडियो के सामने आने के पश्चात् जिम्मेदार अफसरों ने इसे गंभीरता से लिया और क्रिस्टल एजेंसी के सुरक्षा गार्ड्स पर कार्रवाई की थी। इसके बावजूद, गार्ड्स का व्यवहार भक्तों के प्रति ठीक नहीं हुआ है। इस मामले पर जब कलेक्टर नीरज कुमार सिंह से बात की गई, तो उन्होंने कहा कि वायरल हो रहे वीडियो को संबंधित SDM को भेजकर इस मामले की जांच कराई जाएगी और उचित कार्रवाई की जाएगी। नोट-स्ट्रीट बज वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं करता।
उदयपुर के बाद जयपुर में भी बवाल, मुस्लिम युवकों ने स्कूटी सवार को पीट-पीटकर मार डाला, सड़क पर उतरे हिन्दू संगठन

राजस्थान में हाल ही में जयपुर और उदयपुर में तनावपूर्ण घटनाएं सामने आई हैं। जयपुर में शास्त्री नगर इलाके की स्वामी बस्ती में एक ई-रिक्शा सवार युवकों ने स्कूटी सवार दिनेश स्वामी की बेरहमी से पिटाई कर दी, जिससे उसकी मौत हो गई। यह घटना देर रात हुई, जब दिनेश अपनी स्कूटी पर जा रहा था और अचानक उसे कुछ युवकों ने रोककर विवाद शुरू कर दिया। पिटाई के बाद दिनेश को अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इस घटना से नाराज स्थानीय लोग धरने पर बैठ गए और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और एक आरोपी युवक को गिरफ्तार किया। पुलिस ने लोगों से शांति बनाए रखने और अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है। उदयपुर में भी एक घटना ने शहर में तनाव बढ़ा दिया। वहां के सरकारी स्कूल में दो छात्रों के बीच झगड़ा हो गया, जिसमें एक मुस्लिम छात्र ने देवराज नामक छात्र पर चाकू से हमला कर उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया। देवराज को महाराणा भूपाल सिंह हॉस्पिटल के ICU में भर्ती कराया गया। इस घटना के बाद हिंदू संगठनों ने विरोध जताते हुए कार्रवाई की मांग की, लेकिन मुस्लिम समुदाय के लोगों ने भी इसका विरोध किया और सड़कों पर पथराव शुरू कर दिया। पुलिस ने हालात को नियंत्रित करने के लिए लाठीचार्ज किया और प्रदर्शनकारियों को खदेड़ दिया। प्रशासन ने शहर में धारा-144 लागू कर दी और संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया। यह घटना सूरजपोल थाना क्षेत्र में सुबह 10:30 बजे हुई। स्कूल के बाहर लंच के दौरान दोनों छात्रों के बीच झगड़ा हुआ, जिसमें एक छात्र ने दूसरे की जांघ में चाकू से वार किया। घायल छात्र को तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उसका इलाज जारी है। इस घटना के बाद हिंदू संगठनों ने शहर के विभिन्न हिस्सों में विरोध प्रदर्शन किया और दुकानें बंद करवाईं। प्रशासन ने नाबालिग आरोपी छात्र को हिरासत में ले लिया है और उसके पिता को भी गिरफ्तार किया गया है। पुलिस स्थिति पर नजर रख रही है और किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए सतर्क है।