पुलिस का व्यवहार और दृष्टिकोण जनता के प्रति रहे संवेदनशील - राज्यपाल पटेल

पुलिस का व्यवहार और दृष्टिकोण जनता के प्रति रहे संवेदनशील - राज्यपाल पटेल

राज्यपाल ने राष्ट्रपति पुलिस पदक से सम्मानित अधिकारियों-कर्मचारियों को दी शुभकामनाएं

राजभवन के सांदीपनि सभागार में आयोजित हुआ कार्यक्रम

राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा है कि जनता की सेवा में पुलिस का व्यवहार और दृष्टिकोण महत्वपूर्ण है। पुलिस का व्यवहार जनता के प्रति संवेदनशील होना चाहिए। पुलिस का संवेदनशील व्यवहार जनता के मन में पुलिस के प्रति सम्मान को बढ़ाता है साथ ही पुलिस की छवि को जन हितैषी बनाता है। राज्यपाल पटेल “राष्ट्रपति पुलिस पदक से सम्मानित अधिकारी-कर्मचरियों से भेंट” कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने मध्यप्रदेश पुलिस, जेल और होम गार्ड के पदक प्राप्तकर्ताओं एवं उनके परिजनों को बधाई व शुभकामनाएं दीं। इस वर्ष प्रदेश पुलिस के कुल 69 पुलिस अधिकारी-कर्मचारी राष्ट्रपति के पुलिस पदक से सम्मानित हुए हैं। यह सम्मान वीरता, विशिष्ट सेवा और सराहनीय सेवा के लिए प्रदान किया गया। कार्यक्रम राजभवन के सांदपनि सभागार में आयोजित हुआ।

राज्यपाल पटेल ने कहा कि मध्यप्रदेश पुलिस ने कानून एवं व्यवस्था के उत्तरदायित्वों के साथ पर्यावरण संरक्षण की दिशा में सराहनीय कार्य किया है। पुलिस ने “एक पेड़-माँ के नाम” अभियान में एक दिन में सवा लाख पौधे लगाए हैं। राज्यपाल पटेल ने मध्यप्रदेश पुलिस बल को इस सफलता के लिए बधाई दीं। उन्होंने प्रदेश पुलिस से आह्वान भी किया कि रोपे गए पौधों की भविष्य में देख-भाल की जिम्मेदारी भी तत्परतापूर्वक निभाएं।

सायबर जागरूकता में पुलिस की भूमिका महत्वपूर्ण

राज्यपाल पटेल ने कहा कि सूचना प्रौद्योगिकी के दौर में सायबर अपराधों की प्रकृति बदली है। सायबर अपराधों का शिकार अधिकांशत: बच्चे, महिलाएं, ग्रामीण और वंचित वर्ग के लोग हो रहे हैं।पुलिस को सायबर जागरूकता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाना होगा। पुलिस को तकनीकी और कानूनी रूप से दक्ष होकर, संवेदनशील विवेचना कर, सायबर अपराधियों के विरुद्ध दण्डात्मक कार्रवाई करनी होगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश पुलिस का हर अधिकारी-कर्मचारी अपने कर्तव्यों का संपूर्ण निष्ठा और प्रतिबद्धता के साथ पालन करें।

अब रिएक्टिव पुलिसिंग से प्रिडिक्टिव पुलिसिंग की जरूरत

राज्यपाल पटेल ने कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था में सक्रिय पुलिस सशक्त और स्वस्थ समाज का आधार होती है। समाज के विकास के लिए सुरक्षा जरूरी है, सुरक्षा के लिए पुलिस जरूरी है। पुलिस को समय के अनुसार स्वयं को अपडेट रखना होगा। अब रिएक्टिव पुलिसिंग से प्रिडिक्टिव पुलिसिंग की जरूरत है। राज्यपाल पटेल ने कहा कि विगत 6 माह में पुलिस द्वारा नक्सल गतिविधियों पर कड़ाई के साथ निरंतर कार्रवाई की गई है। 4 हार्डकोर नक्सलियों को मार कर, नक्सल गतिविधियों पर काफ़ी हद तक नियंत्रण पाया है। राज्यपाल पटेल ने कहा कि प्रदेश पुलिस ने असामाजिक तत्वों, राष्ट्रविरोधी ताकतों का कठोरता से दमन और गौ-वंश के अवैध परिवहन रोकने की प्रभावी कार्रवाई भी की है।

राज्यपाल पटेल का समारोह में पुलिस महानिदेशक सुधीर कुमार सक्सेना ने पुष्प-गुच्छ भेंट कर स्वागत किया। डीजीपी सक्सेना ने स्वागत उद्बोधन दिया। उन्होंने पदक प्राप्तकर्ताओं, प्रदेश की कानून-व्यवस्था और पुलिस के सामाजिक सरोकारों पर आधारित कार्यों की जानकारी दी। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक साजिद फरीद शापू ने आभार व्यक्त किया। महानिदेशक जेल गोविंद प्रताप सिंह, महानिदेशक होमगार्ड अरविंद कुमार, राज्यपाल के प्रमुख सचिव मुकेश चंद गुप्ता, मध्यप्रदेश पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी, मध्यप्रदेश पुलिस, होमगार्ड और जेल विभाग के पदक प्राप्तकर्ता और उनके परिजन उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने 78वें स्वतंत्रता दिवस पर भोपाल के लाल परेड मैदान पर आयोजित राज्य स्तरीय परेड में उल्लेखनीय सेवाओं के लिये पुलिस अधि

वीरता के लिये पुलिस पदक

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने पुलिस अधीक्षक राजगढ़ आदित्य मिश्रा, निरीक्षक पीटीएस तिघरा अंशुमान सिंह चौहान, निरीक्षक हॉक फोर्स बालाघाट रामपदम शर्मा, उप निरीक्षक हॉक फोर्स बालाघाट आशीष शर्मा, उप निरीक्षक हॉक फोर्स बालाघाट अतुल कुमार शुक्ला, उप निरीक्षक हॉक फोर्स बालाघाट मनोज कुमार कापसे और प्रधान आरक्षक हॉक फोर्स बालाघाट रमेश विश्वकर्मा को वीरता के लिये पुलिस पदक प्रदान किया हैा।

विशिष्ट सेवा के लिये राष्ट्रपति पुलिस पदक

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने आशुतोष रॉय अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक अग्निशमन सेवा भोपाल, ए. साईं मनोहर ओएसडी मध्यप्रदेश भवन नई दिल्ली, योगेश चौधरी अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक लोकायुक्त भोपाल, मोहम्मद शाहिद अबसार अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक ई.ओ.डब्ल्यू. भोपाल, मनीष कपूरिया पुलिस महानिरीक्षक कानून और व्यवस्था इंदौर (सेवानिवृत्त), भारत भूषण राय उप सेनानी 7वीं वाहिनी विसबल भोपाल (सेवानिवृत्त), शारदा प्रसाद चौधरी मानसेवी उप पुलिस अधीक्षक विशेष शाखा जबलपुर और अशोक कुमार रघुवंशी कार्यवाहक निरीक्षक पीटीसी, इंदौर को विशिष्ट सेवा के लिये राष्ट्रपति का पुलिस पदक प्रदान किया गया है।

नागरिक सुरक्षा विशिष्ट सेवा के लिये राष्ट्रपति पदक

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने नगर सेना तथा नागरिक सुरक्षा विशिष्ट सेवा के लिये भूपेन्द्र सिंह ठाकुर कार्यवाहक डिस्ट्रिक्ट कमाण्डेन्ट होमगार्ड छतरपुर को राष्ट्रपति पदक प्रदान किया है।

सराहनीय सेवा के लिये पुलिस पदक

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने लाल परेड मैदान में हुए स्वतंत्रता दिवस समारोह में सराहनीय सेवा के लिये पुलिस पदक भी प्रदान किये। जिन पुलिसकर्मियों को यह पदक प्राप्त हुए उनमें अभय सिंह पुलिस महानिरीक्षक देहात जोन-अतिरिक्त प्रभार पुलिस महानिरीक्षक विसबल भोपाल रेंज भोपाल, सुशांत कुमार सक्सेना पुलिस महानिरीक्षक चम्बल जोन मुरैना, डॉ आशीष पुलिस महानिरीक्षक इंटेलीजेंस पुलिस मुख्यालय भोपाल, मनोज कुमार श्रीवास्तव अतिरिक्त पुलिस आयुक्त क्राइम मुख्यालय इंदौर, सत्येन्द्र कुमार शुक्ला उप पुलिस महानिरीक्षक प्रशासन पुलिस मुख्यालय भोपाल, प्रशांत खरे उप पुलिस महानिरीक्षक नर्मदापुरम, अतुल सिंह उप पुलिस महानिरीक्षक खरगौन रेंज, पंकज कुमार पाण्डेय पुलिस उपायुक्त जोन-3 (शहर) जिला इंदौर, सुरेन्द्र कुमार जैन पुलिस अधीक्षक पीटीएस रीवा, मलय जैन सहायक पुलिस महानिरीक्षक प्रशिक्षण पुलिस मुख्यालय भोपाल, मनीषा पाठक सोनी अतिरिक्त. पुलिस अधीक्षक रेल इंदौर, सुमन गुर्जर पुलिस अधीक्षक पीटीएस, तिघरा ग्वालियर, दिनेश कुमार कौशल पुलिस अधीक्षक पीटीएस सागर, प्रणय कुमार नागवंशी पुलिस अधीक्षक एटीएस मुख्यालय भोपाल, रामेश्वर सिंह यादव पुलिस अधीक्षक लोकायुक्त ग्वालियर, संदेश कुमार जैन स्टॉफ ऑफिसर टू डीजीपी पुलिस मुख्यालय भोपाल, वेदान्त शर्मा सहायक सेनानी आरएपीटीसी इंदौर और अजय कैथवास उप पुलिस अधीक्षक ई.ओ.डब्ल्यू, उज्जैन शामिल हैं।

इसी तरह सराहनीय सेवा के लिये जिन पुलिसकर्मियों को पुलिस पदक प्राप्त हुए हैं, उनमें सुनील कुमार तालान उप पुलिस अधीक्षक लोकायुक्त उज्जैन, तिलकराज प्रधान कार्यवाहक उप पुलिस अधीक्षक मध्यप्रदेश पुलिस अकादमी भौंरी भोपाल, सुनील कुमार राय कार्यवाहक निरीक्षक (एम) विशेष शाखा पुलिस मुख्यालय भोपाल, सैयद अशफाक अली कार्यवाहक निरीक्षक प्रेस पुलिस मुख्यालय भोपाल, राम कुमार मोरन्दानी कार्यवाहक सूबेदार (एम) ई.ओ.डब्लयू भोपाल, डी.पी. सक्सेना कार्यवाहक सूबेदार (अ), कार्यालय उमनि, (ग्रामीण) भोपाल, विष्णु प्रसाद व्यास, कार्यवाहक सूबेदार (अ) जिला शाजापुर, रेवाधर पंत सूबेदार (अ) 23वीं वाहिनी विसबल भोपाल, भंवरलाल जायसवाल उप निरीक्षक (रेडियो) पी.आर.टी.एस. इंदौर, सी.डी. डैनियल, कार्यवाहक सहायक उप निरीक्षक (चालक) एम.टी. पूल भोपाल (सेवानिवृत्त), केशव राव इंगले कार्यवाहक सहायक उप निरीक्षक छिन्दवाड़ा, नन्दकिशोर कोसरकर कार्यवाहक सउनि डीपीओ बालाघाट, अशोक सिंह भदौरिया प्रधान आरक्षक पुलिस लाईन ग्वालियर, राम रतन नन्देड़ा प्रधान आरक्षक 731 32वीं वाहिनी विसबल उज्जैन, अमरनाथ यादव प्रधान आरक्षक आरएपीटीसी इंदौर, रामचन्द्र सिंह प्रधान आरक्षक 580 7वीं वाहिनी विसबल भोपाल, मोहनलाल सिंह तिवारी कार्यवाहक प्रधान आरक्षक 307 आरएपीटीसी इंदौर और रमेश जोशी कार्यवाहक प्रधान आरक्षक 374, 10वीं वाहिनी विसबल सागर शामिल हैं।

जेल विभाग में सराहनीय सेवा के लिये पदक

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने 78वें स्वतंत्रता दिवस पर जेल विभाग के कर्मियों को भी सराहनीय सेवा के लिये पदक प्रदान किये है। जिन कर्मियों को पदक प्रदान किये हैं, उनमें राकेश कुमार भांगरे जेल अधीक्षक केन्द्रीय जेल भोपाल, महेश शर्मा सहायक जेल अधीक्षक सब जेल डबरा ग्वालियर,अनिल कुमार पाठक सहायक जेल अधीक्षक सब जेल लवकुशनगर, शोभल सिंह ठाकुर शिक्षक जिला जेल देवास, गीता रायकवार शिक्षक केन्द्रीय जेल सागर सूरज सिंह रांणा प्रमुख मुख्य प्रहरी केन्द्रीय जेल भोपाल, करुणेन्द्र सिंह परिहार कार्यवाहक प्रमुख मुख्य प्रहरी सब जेल रहली, चंद्रभान सिंह नामदेव मुख्य प्रहरी सब जेल करैरा और जगदीश पाटीदार प्रहरी जिला जेल खरगौन शामिल हैं।

नगर सेना तथा नागरिक सुरक्षा सराहनीय सेवा के लिये पदक

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने स्वतंत्रता दिवस समारोह में नगर सेना तथानागरिक सुरक्षा सराहनीय सेवा के लिये पदक प्रदान किये। जिन कर्मियों को यह पदक प्रदान किये गये हैं, उनमें मधु राजेश तिवारी डिस्ट्रिक्ट कमाण्डेन्ट होमगार्ड देवास, पंजाबराव बारस्कर सहायक उप निरीक्षक (एम) होमगार्ड बैतूल, राकेश कुमार श्रीवास्तव हवलदार आरमोरर होमगार्ड जबलपुर (सेवानिवृत्त), राम शंकर तिवारी वाहन चालक एसडीईआरएफ जबलपुर, मुकेश चौरसिया डिवीजनल वार्डन सिविल डिफेन्स जबलपुर, श्याम लाल यादव स्वयंसेवी नायक क्रं. 246, होमगार्ड नर्मदापुरम, शोभाराम सोलंकी स्वयंसेवी सैनिक क्रं. 314, होमगार्ड इंदौर और मधु बाला बिलवाल स्वयंसेवी महिला सैनिक क्रं. 550, होमगार्ड इंदौर शामिल है।

पुलिस बैंड की टुकड़ी रही आकर्षण का केन्द्र

प्रदेश में 78वें स्वतंत्रता दिवस पर आयोजित परेड में पुलिस बैंड की टुकड़ी आकर्षण का केन्द्र रही। प्रदेश के 53 जिला मुख्यालयों में हुई परेड में पहली बार पुलिस बैंड की टुकड़ी शामिल हुई। पुलिस बैंड के प्रदर्शन ने अपनी सुरम्‍य धूनों से नागरिकों का दिल जीत लिया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने स्वतंत्रता दिवस पर जिला मुख्यालय पर हुई परेड में पुलिस बैंड की टुकड़ी को भी शामिल करने के निर्देश दिये थे।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शैक्षिक डिजिटल बस का किया शुभारंभ

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान भोपाल के लाल परेड ग्राउंड से शैक्षिक डिजिटल बस का शुभारंभ किया और हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री डॉ.यादव ने डिजिटल बस की कार्यप्रणाली को जाना और छात्रों से संवाद भी किया। उन्होंने कहा कि वर्तमान शिक्षा प्रणाली में डिजिटल बस छात्रों के लिये उपयोगी साबित होगी।

राज्य शिक्षा केंद्र की सहयोगी संस्था एसआरएफ फाउंडेशन द्वारा संचालित डिजिटल बस में 20 कम्प्यूटर के साथ इंटरनेट की सुविधा भी है। डिजिटल बस विद्यालयीन छात्रों को स्मार्ट शिक्षा कार्यक्रम के तहत विषय आधारित जानकारी उपलब्ध करायेगी। छात्रों को स्मार्ट शिक्षा प्रदान करने डिजिटल बस राजधानी भोपाल के चयनित विद्यालयों में निरंतर भ्रमण करेगी। डिजिटल बस शुभारंभ अवसर पर शिक्षा विभाग के अधिकारी एसआरएफ फाउंडेशन के पदाधिकारी और विद्यार्थी मजूद रहे।

म.प्र केश शिल्पी बोर्ड और सिलाई कला बोर्ड के कार्यालय में हुआ झंडा वंदन

अच्छे अंक लाने वाले छात्रों सहित समाज सेवियों का हुआ सम्मान

भोपाल। देश की आज़ादी के महोत्सव में मध्यप्रदेश भी तिरंगे रंग में रंगा हुआ नजर आया, राजधानी भोपाल की बात करें तो यहां जनप्रतिनिधियों, समाजसेवियों सहित समाज के हर वर्ग ने स्वतंत्रता दिवस को हर्षोल्लास के साथ मनाया। 78वें स्वाधीनता दिवस के उपलक्ष्य में अनेकों जगह ध्वजारोहण किया गया और मिठाइयां बांटी गई। मध्यप्रदेश शासन के केश शिल्पी बोर्ड, सिलाई कला बोर्ड एवं स्वर्ण कला बोर्ड के अध्यक्षों द्वारा केश शिल्पी बोर्ड के कार्यालय में ध्वजारोहण किया गया। मंत्री दर्जा प्राप्त तीनो अध्यक्षों द्वारा भारत माता के सामने दीप प्रजवलित कर पुष्पानजलि की गई। तत्पश्चात ध्वजारोहण कर राष्ट्रीय ध्वज को सलामी देकर राष्ट्रगान हुआ, मंच का संचालन कर रहे हीरालाल श्रीवास ने सभी अथितियों का स्वागत करते हुए स्वतंत्रता की आवश्यकता पर प्रकाश डाला। केश शिल्पी बोर्ड द्वारा सेन समाज के युवाओं का वार्षिक परीक्षा में अच्छे अंक लाने पर प्रशस्ति पत्र देकर सम्मान किया गया, इस मौके पर केश शिल्पी बोर्ड के अध्यक्ष कैबिनेट मंत्री दर्जा नंदकिशोर वर्मा ने कहा की समाज का युवा आगे बड़े और समाज का नाम रोशन करें। उसकी राह में आने वाले रोड़ों से लड़ने के लिए हम उसके साथ खड़े है और आने वाले समय में हम समाज के चतुर्दिक उत्थान के लिए नए अवसर खोज रहे है। ताकि उन्हें हर स्तर पर मदद कर सकें !

*स्वतंत्रता दिवस पर सीएमएचओ कार्यालय में डॉ प्रभाकर तिवारी ने ध्वजारोहण किया*

*स्वास्थ्य सेवाओं में उत्कृष्ट कार्य करने वाले अधिकारी एवं कर्मचारी सम्मानित हुए* स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय भोपाल में सीएमएचओ डॉ प्रभाकर तिवारी द्वारा ध्वजारोहण किया गया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में चिकित्सक, पैरामेडिकल स्टाफ एवं कर्मचारी उपस्थित रहे। कार्यक्रम में स्वास्थ्य सेवाओं में उत्कृष्ट कार्य करने वाले चिकित्सा अधिकारियों , पैरामेडिकल स्टाफ, आशा कार्यकर्ताओं , सुपरवाइजर एवं अन्य स्वास्थ्य कर्मियों को प्रशस्ति पत्र प्रदान किए गए । इस अवसर पर देश में सर्वाधिक अंकों के साथ नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस स्टैंडर्ड्स सर्टिफिकेट पाने वाली कोलुआ कलां संस्था की टीम को सम्मानित किया गया। इसी तरह हरदा अग्नि कांड में 40 से अधिक मरीजों को भोपाल लाकर उपचार करवाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली 108 एम्बुलेंस टीम को पुरस्कृत किया गया। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी भोपाल डॉ प्रभाकर तिवारी ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग 24x7 काम करने वाला विभाग है। देश के इस गरिमामयी दिवस पर हमें और अधिक समर्पण एवं ईमानदारी से कार्य करने का संकल्प लेना चाहिए। *ये हुए सम्मानित* *चिकित्सा अधिकारी* -डॉ प्रांजल खरे , डॉ जेम्स वर्गीज, डॉ राकेश वर्मा, डॉ राकेश बजाज , डॉ विजय पाटीदार *नर्सिंग ऑफिसर* शैली शाह, प्रियंका यादव, सरिता अहिरवार *सुपरवाइजर* उमाशंकर नामदेव, सुनील पाराशर *एएनएम* - गुड्डी देवी अहिरवार , दुर्गेश पटेरिया , गायत्री सुरमा, इंद्रभान पटेल , रेखा बडोले , सुनीता मोहनानी, संध्या पाल *कोल्ड चेन हैंडलर* - सुरभि अग्रवाल ,अंकित साहू *आशा कार्यकर्ता*-शबनम खान, किश्वर अली सी एच ओ भूपेंद्र वैद्य , मलेरिया वर्कर रामनारायण नाविक , पब्लिक हेल्थ मैनेजर अखिलेश जोशी सपोर्ट स्टाफ शत्रुघ्न बेले
राष्ट्रीय बजरंग दल ने पाकिस्तान का पुतला दहन कर जताया आक्रोश प्रांतीय पदाधिकारियों सहित सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद रहे

भोपाल। अंतर्राष्ट्रीय हिंदू परिषद राष्ट्रीय बजरंग दल भोपाल महानगर द्वारा अखंड भारत संकल्प दिवस पर मशाल जुलूस निकालकर और पाकिस्तान का पुतला फूंक कर देश विभाजन पर आक्रोश जताया गया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अतुल राठौर काका ने देश विभाजन के समय की परिस्थितियों पर बोलते हुए कहा कि खंड खंड भारत को अखंड बनाने के संकल्प को साकार करने के हर संभव प्रयास संगठन द्वारा किया जाएगा। आयोजन में अपने संबोधन के दौरान भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता डॉक्टर दुर्गेश केसवानी ने कहा कि विभाजन के समय से भारत में रहने वाले अल्पसंख्यक समुदाय का निरंतर विकास हुआ है, जबकि पड़ोसी देशों में आज भी हिन्दू समुदाय पर हो रहे हैं। कार्यक्रम डीआईजी बंगला चौराहे पर संपन्न हुआ, जिसमें संगठन के मध्यप्रदेश छत्तीसगढ़ के क्षेत्रीय अध्यक्ष अतुल राठौर काका, भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता डॉक्टर दुर्गेश केसवानी, मध्यभारत प्रांत उपाध्यक्ष सुनील जैन, व्यापारी परिषद अध्यक्ष जीतेंद्र शिवहरे, महानगर अध्यक्ष राजा भैया, कैलाश गौड़, मनोज अहिरवार, धर्मेंद्र अहिरवार, नारायण सिंह चंदेल, पंडित राजीव द्विवेदी, विवेक पांडे, सूरज यादव, कुलवंत सिंह ठाकुर, गोलू गोस्वामी, दीपक राणा, दीपक सोना, जगदीश कुचबंदिया सहित सैकड़ो कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने किया ध्वजारोहण*
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*प्रदेश कार्यालय में संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा सहित कई नेता मौजूद रहे* भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व खजुराहो सांसद विष्णुदत्त शर्मा एवं प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा ने स्वतंत्रता दिवस पर गुरूवार को भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश कार्यालय में ध्वजारोहण किया। ध्वजारोहण समारोह में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव एवं प्रदेश अध्यक्ष वी डी शर्मा ने प्रदेशवासियों और पार्टी कार्यकर्ताओं को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं दीं। मुख्यमंत्री, प्रदेश अध्यक्ष व प्रदेश संगठन महामंत्री ने एक दूसरे को मिष्ठान्न खिलाकर पार्टी पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं बधाई दी। 29वीं बटालियन दतिया की ‘बी’ कंपनी के एएसआई उदयवीर सिंह, आरक्षक कल्याण सिंह, राणा सिंह, नीतिन जाटव, अखिलेश गिरी ने राष्ट्रीय ध्वज को सलामी दी। *हमारे पूर्वजों के बलिदान के बाद मिली आजादी - मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव* मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव ने स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि एक लंबी लड़ाई और क्रांतिकारियों के बलिदान से हमें आजादी मिली है। आज का यह पावन पर्व सबसे बड़ा त्योहार है। मुझे इस बात का गर्व है कि दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के मजबूत हाथों में है। दुनिया में भारत का डंका बज रहा और दुनिया नए भारत का नया रुप देख रही है। भारत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में विकसित भारत की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। 14 अगस्त को विभाजन विभीषिका दिवस था। हमारे पूर्वजों ने इसकी कीमत चुकाई है। हमारी आजादी के एक दिन पहले जो देश का बंटवारा हुआ था, अगर नहीं हुआ होता तो भारत की स्थिती आज और बेहतर होती। हम प्रदेश को विकसित मध्यप्रदेश बनाने की दिशा में हर आवश्यक कदम उठा रहे हैं, ताकि प्रदेश को देश का सबसे अग्रणी राज्य बनाया जा सके। *विकसित भारत और स्वर्णीम प्रदेश के सकल्प के साथ आगे बढ रहे - विष्णुदत्त शर्मा* भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व खजुराहो सासंद विष्णुदत्त शर्मा ने स्वतंत्रता दिवस पर प्रदेशवासियों और पार्टी कार्यकताओं को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हम विकसित भारत के संकल्प को पूरा करने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ पूरे देश ने 14 अगस्त को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस मनाकर लाखों बलिदान देने वाले शहिदों को सच्ची श्रद्धांजलि दी है। प्रदेश में मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव के नेतृत्व में प्रदेश को देश का अग्रणी राज्य बनने के संकल्प के साथ हम निरंतर आगे बढ़ रहे है। आज इस पावन पर्व पर देश की आजादी को अक्षुण बनाए रखने का पार्टी के कार्यकर्ताओं से लेकर सभी प्रदेशवासियों ने सकल्प लिया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में 2047 में भारत माता परम वैभव पर पहुचेगी और भारत दुनिया का सिरमोर बनेगा। ध्वजारोहण समारोह में भूल सांसद आलोक शर्मा, विधायक भगवानदास सबनानी, पार्टी के वरिष्ठ नेता माखन सिंह चौहान, पूर्व सांसद रधुनंदन शर्मा, पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुरेश पचौरी, वरिष्ठ नेता तपन भौमिक, विजय दुबे, पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष पंकज जोशी, श्रीमती सीमा सिंह जादौन, प्रदेश महामंत्री रणवीर सिंह रावत, सांसद महेन्द्र सिंह सोलकी, प्रदेश मंत्री लोकेन्द्र पाराशर, प्रदेश कार्यालय मंत्री डॉ. राघवेन्द्र शर्मा, प्रदेश मीडिया प्रभारी आशीष उषा अग्रवाल, अजजा मोर्चा अध्यक्ष डॉ. कैलाश जाटवा, भोपाल जिला अध्यक्ष सुमित पचौरी, निगम अध्यक्ष किशन सूर्यवंशी, प्रदेश प्रवक्ता डॉ. हितेष वाजपेयी, सुश्री नेहा बग्गा, कैलाश मिश्रा, राजेन्द्र सिंह, हिरेन्द्र बहादुर सिंह, भगत सिंह कुशवाह, एस एस उप्पल, पेनालिस्ट शिवम शुक्ला, सुश्री सरीता देशपाण्डे, कामेश्वर सिंह, सुरजीत सिंह चौहान, श्री अजय यादव, पवन दुबे, सतीश विश्वकर्मा, सुनील पाण्डे, अनिल अग्रवाल, प्रयाग रधुवशी, उमंकात दीक्षित, श्रीमती वृजला सचान, सुश्री बिलकीस जहां, श्रीमती भावना सिंह, सुरज खरे सहित प्रदेश कार्यालय परिवार के सदस्य एवं कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
ज्ञान ही 21वीं सदी की अर्थव्यवस्था का है आधार : मुख्यमंत्री डॉ. यादव


प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में शोध, अनुसंधान और नवाचार को मिल रहा है प्रोत्साहन राज्य सरकार उच्च शिक्षा और कौशल विकास के क्षेत्र में निजी भागीदारी को भी कर रही है प्रोत्साहित वर्ष 2047 तक ऊर्जा क्षेत्र में देश को आत्मनिर्भर बनाना हमारा उद्देश्य: केंद्रीय वित्त मंत्री सीतारमण भारतीय विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान भोपाल का 11 वाँ दीक्षांत समारोह मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि संपूर्ण विश्व तेजी से ज्ञान आधारित अर्थव्यवस्था में परिवर्तित हो रहा है। पेट्रोल, औद्योगिक क्रांति की धुरी रहा है, परंतु नॉलेज अर्थात ज्ञान ही 21वीं सदी की अर्थव्यवस्था का आधार है। ऐतिहासिक रूप से भारतीय ज्ञान परंपरा बहुत समृद्ध रही है। इसी का परिणाम रहा कि आक्रांताओं ने हमेशा हमारे ज्ञान के केन्द्रों को निशाना बनाया और उन्हें नष्ट करने की कोशिश की। भारत अपनी ज्ञान परंपरा का अनुसरण करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में विश्व गुरु बनने के मार्ग पर अग्रसर है। विज्ञान शिक्षा के प्रसार के साथ-साथ शोध, अनुसंधान और नवाचार को भी देश में बहुत महत्व दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि अकादमिक क्षेत्र में मध्य प्रदेश में आईआईटी, आईआईएम, आईसर, ट्रिपल आईटी, एनआईटी और आईआईएफएम जैसे राष्ट्रीय महत्व के संस्थान विद्यमान है। भोपाल में स्थापित हो रहा राष्ट्रीय फॉरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी का परिसर राष्ट्रीय महत्व का है। भारतीय विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान की भोपाल में उपस्थिति प्रदेश के लिए गौरव का विषय है। राज्य सरकार उच्च शिक्षा और कौशल विकास के क्षेत्र में अपने स्तर पर प्रयास करने के साथ-साथ निजी भागीदारी को भी प्रोत्साहित कर रही है। प्रदेश में आरंभ हुए पीएम कॉलेज ऑफ़ एक्सीलेंस निश्चित ही उच्च शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने भारतीय विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान (आइसर) भोपाल के 11वें दीक्षांत समारोह के शुभारंभ अवसर पर यह विचार व्यक्त किए। युवा शिक्षा और प्रशिक्षण का अधिक से अधिक उपयोग देश और समाज हित में करें मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि भारत के पास टेलेंट, टेक्नालॉजी, प्रबंधन और नेतृत्व का अनूठा संगम है। भारतीय विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान जैसे केंद्रों के माध्यम से देश युवा शक्ति को श्रेष्ठतम शिक्षा उपलब्ध करा रहा है। इन संस्थानों से मिलने वाली डिग्री युवाओं की प्रतिभाओं का बड़ा सम्मान है। इससे समाज में उनकी विशेष पहचान स्थापित होती है। युवाओं का यह कर्तव्य है कि प्राप्त शिक्षा और प्रशिक्षण का अधिक से अधिक उपयोग देश और समाज के हित में हो। मध्यप्रदेश ज्ञान-विज्ञान के क्षेत्र में देश के लक्ष्य के अनुरूप कदम से कदम मिलाकर आगे बढ़ रहा है। प्रदेश के युवाओं को इंडस्ट्री रेडी बनाने के लिए 6 ग्लोबल स्किल पार्क स्थापित किए जा रहे हैं। आईआईटी गांधी नगर के साथ मिलकर विज्ञान के लोकव्यापीकरण के लिए नवीन कार्यक्रम आरंभ किया गया है। आईआईटी इंदौर के माध्यम से उज्जैन में भी सेटेलाइट टाऊन की स्थापना की गई है। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश निरंतर प्रगति कर रहा है और यह विश्वास है कि हम विश्व के विकसित देश के रूप में अपना स्थान स्थापित करेंगे। अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर स्थापित हो भारतीय विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान की पहचान : केंद्रीय मंत्री केंद्रीय वित्त मंत्री श्रीमती सीतारमण ने भारतीय विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान के विद्यार्थियों को दीक्षांत समारोह में पदक और उपाधियां प्राप्त करने के लिए बधाई और शुभकामनाएँ दी। उन्होंने कहा कि भारत में जिज्ञासा, शोध और सीखने की संस्कृति और प्रवृति के परिणाम स्वरूप ही देश के विभिन्न राज्यों के विद्यार्थी इस प्रतिष्ठित संस्थान में अध्ययनरत हैं। संस्थान ने विज्ञान शिक्षा में देश ही नहीं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान स्थापित की है। यह सुनिश्चित करना आवश्यक है कि विद्यार्थियों के अध्ययन, शोध और अनुसंधान का अधिकतम लाभ देश के लोगों के कल्याण में हो। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, ग्रीन हाइड्रोजन, सेमी-कंडक्टर और स्पेस सेक्टर को दिया जा रहा है प्रोत्साहन केंद्रीय मंत्री सीतारमण ने फॉसिल फ्यूल के उपयोग को घटाकर नवकरणीय ऊर्जा के उत्पादन और उसके भांडाण के लिए शोध को प्रोत्साहन देने की आवश्यकता बताते हुए कहा कि भारत सरकार इस दिशा में विशेष प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि विज्ञान को विभिन्न भागों में बांट कर देखने की बजाए समग्र मानव कल्याण की दृष्टि से देखना आवश्यक है। भारत को-2047 तक विकसित भारत के रूप में स्थापित करने के लिए नवाचार करने होंगे। हमारी सरकार शोध और अनुसंधान के लिए अधिक संसाधन उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है। भारत सरकार ने इंडिया आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मिशन को अनुमोदन प्रदान किया है और इसके लिए 10 हजार 300 करोड़ रुपए बजट का प्रावधान भी किया गया है। भारत को ग्रीन हाइड्रोजन उत्पादन के हब के रूप में भी विकसित किए जाने की योजना है। देश को वर्ष 2047 तक ऊर्जा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाना हमारा उद्देश्य है। भारत का सेमी-कंडक्टर मिशन-2021 में आरंभ किया गया था। भारत में इस क्षेत्र में तीन इकाइयां स्थापित की जा चुकी हैं। स्पेस सेक्टर को निजी क्षेत्र के लिए खोलना बड़ी पहल है। उन्होंने कहा कि नवाचार,शोध और विकास को प्रोत्साहित करने केन्द्र सरकार अपना दायित्व मानती है। छात्रों को किया सम्मानित मुख्यमंत्री डॉ. यादव और केंद्रीय वित्त मंत्री सीतारमण ने भारतीय विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान परिसर में शैक्षणिक भवन और व्याख्यान कक्ष का शिलान्यास किया तथा संस्थान की शैक्षणिक शोभा यात्रा में शामिल हुए। संस्थान का 11वां दीक्षांत समारोह सरस्वती वंदना के साथ आरंभ हुआ। संस्थान के निदेशक प्रो. गोवर्धन दास ने अतिथियों का स्वागत एवं अभिवादन अंग वस्त्रम और स्मृति चिन्ह भेंट कर किया। संस्थान के निदेशक डॉ. गोवर्धन दास ने संस्थान की रिपोर्ट प्रस्तुत की। मुख्यमंत्री डॉ. यादव और केंद्रीय मंत्री सीतारमण ने राष्ट्रपति स्वर्ण पदक, निदेशक स्वर्ण पदक, प्रवीणता पदक और सर्वश्रेष्ठ थीसिस के लिए छात्रों को सम्मानित किया। भोपाल सांसद आलोक शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी के आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को पूरा करने के लिए विद्यार्थी अपनी उपाधियों का उपयोग सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. यादव के नेतृत्व में प्रदेश विज्ञान, शिक्षा सहित विकास और जनकल्याण के क्षेत्र में तेजी से अग्रसर है।
भगवान श्रीराम का व्यक्तित्व विराट और मर्यादाओं से परिपूर्ण : मुख्यमंत्री डॉ. यादव

मंदाकिनी दीदी ने अपने प्रवचनों से बनाई अलग पहचान

पद्मभूषण युगतुलसी पंडित श्रीरामकिंकर उपाध्याय, राष्ट्रीय पुरस्कार 2024 का अलंकरण समारोह हुआ

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि भगवान श्रीराम के विराट व्यक्तित्व और उनके जीवन ने मर्यादाओं का पालन करने का पाठ पढ़ाया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में राष्ट्रीय शिक्षा नीति: 2020 लागू की गई है। इसमें प्रदेश के विभिन्न विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों में अध्यात्म एवं संस्कृति से जुड़े पाठ्यक्रमों का संचालन प्रारंभ किया गया है। उन्होंने दीदी मंदाकिनी को साधना के 25 वर्ष पूर्ण करने के लिए बधाई दी। उन्होंने भगवान श्रीराम के कृतित्व और व्यक्तित्व की व्याख्या की है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव तुलसी मानस प्रतिष्ठान एवं संस्कृति विभाग द्वारा मानस भवन में आयोजित पद्मभूषण युगतुलसी पंडित श्रीरामकिंकर उपाध्याय, राष्ट्रीय पुरस्कार-2024 अलंकरण समारोह को संबांधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने शॉल, श्रीफल, सम्मान पट्टिका और दो लाख रुपए की राशि का चेक प्रदान कर दीदी मंदाकिनी को राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया। उन्होंने तुलसी मानस भारती पुस्तिका का विमोचन किया।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने रामायण के हनुमान, सुग्रीव, माता कैकयी, राजा दशरथ सहित विभिन्न पात्रों से संबंधित प्रसंग सुनाए। उन्होंने कहा कि दीदी मंदाकिनी को सम्मानित करने से राज्य सरकार का मान बढ़ा है। मंदाकिनी दीदी ने अपने प्रवचनों से अलग पहचान बनाई है। मेरी ओर से उनको बहुत बहुत बधाई।

दीदी मंदाकिनी ने कहा कि पंडित श्रीरामकिंकर उपाध्याय महाराजश्री ने अध्यात्म के क्षेत्र में अभूतपूर्व कार्य किया। वे ब्रह्मलीन होकर भी मानस के माध्यम से हमेशा हमारे बीच बने रहेंगे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. यादव प्रदेश में निरंतर संस्कृति एवं अध्यात्म के क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए प्रयास कर रहे हैं। दीदी मंदाकिनी ने मुख्यमंत्री डॉ. यादव से प्रदेश में अध्यात्म विश्वविद्यालय की स्थापना करने की मांग की। उन्होंने कहा कि आज के दौर में आध्यात्मिकता की बहुत जरूरत है।

संस्कृति राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) धर्मेद्र सिंह लोधी ने कहा कि पंडित श्रीरामकिंकर उपाध्याय ने सनातन संस्कृति में अत्यंत महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उन्होंने 49 वर्षों तक रामचरित मानस पर प्रवचन दिए हैं। वे मानस मर्मज्ञ, कथावाचक एवं हिन्दी के श्रेष्ठ साहित्यकार थे। उन्होंने जो उपदेश दिए वे सदियों तक मार्गदर्शन देते रहेगें। उनकी स्मृति में मुख्यमंत्री डॉ. यादव के कर-कमलों द्वारा राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान किया जाना सराहनीय है।

तुलसी मानस प्रतिष्ठान के कार्यकारी अध्यक्ष रघुनंदन शर्मा ने स्वागत उद्बोधन में कहा कि तुलसी मानस प्रतिष्ठान लगातार विभिन्न धार्मिक एवं सांस्कृतिक गतिविधियों का आयोजन करता रहता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सनातन संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए मुख्यमंत्री डॉ. यादव का प्रयास अतुलनीय है। संचालक संस्कृति श्री अदिति कुमार त्रिपाठी ने प्रशस्ति-पत्र का वाचन किया। प्रमुख सचिव संस्कृति शिवशेखर शुक्ला ने आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में सांची विश्वविद्यालय के कुलगुरू प्रो. वैद्यनाथ लाभ, प्राचार्य नूतन महाविद्यालय प्रो. सुरेंद्र बिहारी गोस्वामी, पत्रकार, छात्र-छात्राएं तथा अध्यात्म और संस्कृति से जुड़े नागरिक उपस्थित थे।

नागपंचमी पर उज्जैन में उमड़ेगा भक्तों का सैलाब, सालभर में सिर्फ 24 घंटे ही खुलते हैं पट


श्री महाकालेश्वर मंदिर उज्जैन के द्वितीय तल पर श्री नागचन्द्रेश्ववर मंदिर के पट आज रात्रि 12:00 बजे साल में एक बार 24 घंटे सिर्फ नागपंचमी के दिन ही खुलते है। महाकाल मंदिर के गर्भगृह के उपर ओंकरेश्वर मंदिर और उसके भी शीर्ष पर श्री नागचन्द्रेश्वर का मंदिर प्रतिष्ठापित है। श्री नागचन्द्रेश्वर मंदिर में ११ वीं शताब्दीं की एक अद्भुत प्रतिमा स्थापित है, प्रतिमा में नागचन्द्रेश्वर स्वयं अपने सात फनों से सुशोभित हो रहे है। साथ में शिव पार्वती के दोनों वाहन नंदी एवं सिंह भी विराजित है। मूर्ति में श्री गणेश की ललितासन मूर्ति, उमा के दांयी ओर श्री कार्तिकेय की मूर्ति व उपर की ओर सूर्य-चन्द्रमां भी अंकित है। इस प्रकार श्री नागचन्द्रेश्वर की मूर्ति अपने आप में भव्य एवं कलात्मकता का उदहारण है। भगवान के गले और भुजाओं में भुजंग लिपटे हुए है। कहते हैं कि यह प्रतिमा नेपाल से यहां लाई गई थी। ऐसी मान्यता है कि, उज्जैन के अलावा दुनिया में कहीं भी ऐसी प्रतिमा नहीं है। इस प्रतिमा के दर्शन के उपरांत अंदर प्रवेश करने पर श्री नागचन्द्रेश्वर की मुख्य प्रतिमा (शिवलिंग) के दर्शन होते है। 08 अगस्त गुरुवार की रात्रि 12 बजे श्री नागचन्द्रेश्वर भगवान के पट खुलेंगे। पट खुलने के बाद विशेष पूजा -अर्चना होगी। श्री नागचन्द्रेश्वर भगवान की होगी त्रिकाल पूजा... नागपंचमी पर्व पर भगवान श्री नागचन्द्रेश्वर की त्रिकाल पूजा होगी। गुरुवार 08 अगस्त की रात्रि १२ बजे पट खुलने के पश्चात श्री पंचायती महानिर्वाणी अखाडे के महंत विनीत गिरी जी एवं कलेक्टर एवं अध्यक्ष श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति द्वारा प्रथम पूजन व अभिषेक किया‍ जावेगा। शुक्रवार 09 अगस्त को अपरान्ह्: १२ बजे अखाडे द्वारा पूजन होगा। श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति द्वारा 09 अगस्त को श्री महाकालेश्वर भगवान की सायं आरती के पश्चात श्री नागचन्द्रेश्वर भगवान की पूजन आरती श्री महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी एवं पुरोहितों द्वारा की जावेगी। पूजन के बाद मंदिर के पट रात्रि 12 बजे बंद होंगे। इस प्रकार 08अगस्त की रात्रि 01से 09 अगस्त‍ की रात्रि 12 बजे तक श्री नागचन्द्रेश्वर के पट 24 घण्टे खुले रहेंगे।