आइए जानते हैं रिलेशनशिप को मजबूत बनाने के लिए क्या करे


आइए जानते हैं रिलेशनशिप को मजबूत बनाने के लिए क्या करें

रिलेशनशिप को मजबूत और स्वस्थ बनाना एक निरंतर प्रयास है। हर रिश्ता अनोखा होता है, लेकिन कुछ सामान्य सिद्धांत होते हैं जो किसी भी रिश्ते को मजबूत बनाने में मदद कर सकते हैं। यहाँ कुछ महत्वपूर्ण उपाय दिए गए हैं जो आपकी रिलेशनशिप को और भी गहरा बना सकते हैं।

1. खुली और ईमानदार बातचीत

संचार किसी भी रिश्ते की नींव होती है। अपने साथी से खुलकर बात करें, अपनी भावनाओं और विचारों को स्पष्ट रूप से साझा करें। गलतफहमियों से बचने के लिए ईमानदार और साफ-सुथरी बातचीत बहुत जरूरी है।

2. एक-दूसरे का सम्मान करें

किसी भी रिश्ते में सम्मान का विशेष महत्व होता है। एक-दूसरे की भावनाओं, विचारों और सीमाओं का सम्मान करें। इससे रिश्ता और मजबूत बनता है और आप दोनों के बीच का विश्वास बढ़ता है।

3. समय बिताना और ध्यान देना

व्यस्त जीवन में एक-दूसरे के लिए समय निकालना बहुत जरूरी है। एक साथ समय बिताने से आपसी समझ और गहराई बढ़ती है। एक-दूसरे पर ध्यान दें और उनकी जरूरतों को समझें।

4. विश्वास बनाए रखें

एक सफल रिश्ते की नींव में विश्वास का बड़ा योगदान होता है। एक-दूसरे पर विश्वास करें और यह सुनिश्चित करें कि आप अपने साथी के साथ ईमानदार हैं। धोखा या बेईमानी से बचें क्योंकि यह रिश्ते को कमजोर कर सकता है।

5. छोटी-छोटी बातों का ख्याल रखें

छोटे-छोटे इशारों से भी प्यार जताया जा सकता है, जैसे कि सरप्राइज गिफ्ट, तारीफ, या सिर्फ एक प्यारा सा मैसेज। ये छोटे-छोटे इशारे रिश्ते को जीवंत और रोमांचक बनाए रखते हैं।

6. समझौता करना सीखें

हर रिश्ते में कभी-कभी मतभेद होते हैं। समझौता करने और अपने साथी के दृष्टिकोण को समझने की क्षमता रिश्ते को बनाए रखने में मदद करती है। अपने अहंकार को पीछे छोड़कर समझदारी से समस्याओं का समाधान करें।

7. साथ में लक्ष्य तय करें

जब आप और आपका साथी जीवन के लक्ष्यों पर साथ मिलकर काम करते हैं, तो इससे रिश्ते में गहराई और मजबूती आती है। एक-दूसरे के सपनों और महत्वाकांक्षाओं का समर्थन करें और मिलकर उन्हें पूरा करने की कोशिश करें।

8. समय-समय पर रोमांस को पुनर्जीवित करें

समय के साथ रिश्तों में एकरूपता आ सकती है, लेकिन रोमांस को बनाए रखना बहुत जरूरी है। कभी-कभी डेट पर जाना, साथ में यात्रा करना या कुछ नया करने की कोशिश करना रिश्ते को ताजगी देता है।

9. स्वस्थ स्पेस देना

रिश्ते में स्वतंत्रता और स्पेस का भी महत्व होता है। अपने साथी को उनकी व्यक्तिगत जगह दें और उन पर विश्वास बनाए रखें। स्वस्थ सीमाओं का पालन करने से आप दोनों की व्यक्तिगत पहचान भी बनी रहती है।

10. एक-दूसरे को स्वीकार करें

हर इंसान की कुछ खामियां होती हैं, और रिश्ते में यह समझना जरूरी है कि आप एक-दूसरे को उसी रूप में स्वीकार करें। बदलाव की कोशिश करने के बजाय, साथी की अच्छाइयों को महत्व दें और उनकी कमजोरियों को समझें।

निष्कर्ष

रिलेशनशिप को मजबूत और स्वस्थ बनाए रखने के लिए यह जरूरी है कि आप इन बातों का ध्यान रखें और अपने साथी के साथ एक सकारात्मक और संतुलित रिश्ता बनाए रखें। प्यार, सम्मान, और समझदारी से हर रिश्ता और भी खूबसूरत बनता है।

पोकेमोन की मिस्टी और जेसी को आवाज देने वाली अभिनेत्री, मियावकी ईनोउ, का ब्रेस्ट कैंसर से हुआ निधन,याद में बनेगा मेमोरियल



पोकेमोन की मिस्टी और जेसी को आवाज देने वाली अभिनेत्री, मियावकी ईनोउ, का हाल ही में ब्रेस्ट कैंसर के कारण निधन हो गया। मियावकी ने अपनी आवाज से इन पात्रों को जीवन दिया था, और उनकी अद्वितीय कला और योगदान के कारण उन्हें व्यापक प्रशंसा मिली थी। उनकी याद में एक मेमोरियल का आयोजन किया जाएगा ताकि उनके फैंस और साथी कलाकार उन्हें श्रद्धांजलि दे सकें। उनका काम और उनकी आवाज हमेशा फैंस के दिलों में जीवित रहेगी।

बता दे की लंबे समय से रेचेल ब्रेस्ट कैंसर से जूझ रही थीं। आखिर 46 साल की उम्र में उन्होंने इस बीमारी से जंग हार ली और इस दुनिया को अलविदा कह दिया। उनके निधन की जानकारी दोस्त वेरोनिका टेलर ने सोशल मीडिया पर की है। इस दुखद खबर के आते ही मनोरंजन जगत में शोक की लहर दौड़ गई। लोग रेचेल लिलिस को श्रद्धांजलि दे रहे हैं। जाहिर है कि पोकेमॉन: द फर्स्ट मूवी में ब्रॉक, ऐश केचम, पिकाचु और मिस्टी जैसे कैरेक्टर्स को काफी पसंद किया जाता है। वहीं मिस्टी और जेसी को आवाज रेचेल लिलिस ने दी थी। अब उनके निधन के बाद कौन इन कैरेक्टर्स को आवाज देगा यह जानकारी फिलहाल सामने नहीं आई है।

दोस्त ने शेयर की इमोशनल पोस्ट

एक्ट्रेस रेचेल लिलिस की दोस्त वेरोनिका टेलर ने सोशल मीडिया पर जानकारी देते हुए लिखा, 'हम सभी रेचेल लिलिस को उनके निभाए गए शानदार कैरेक्टर्स के लिए जानते हैं। वो अपनी खूबसूरत आवाज, आपनी शानदार कॉमिक टाइमिंग और अपने उल्लेखनीय अभिनय कौशल से हमारे शनिवार की सुबह और स्कूल के पहले और बाद के घंटों को सुकून से भर देती थीं।' वेरोनिका ने रेचेल लिलिस को 'असाधारण प्रतिभा' के रूप में याद करते हुए श्रद्धांजलि दी। इसके अलावा एक उज्ज्वल प्रकाश जो बोले या गाते हुए रेचेल की आवाज से चमकता था, उसे याद किया।

एनिमेटेड भूमिकाओं के लिए किया याद

वेरोनिका टेलर ने रेचेल लिलिस को उनकी कई एनिमेटेड भूमिकाओं के लिए श्रद्धांजलि दी। उन्होंने लिखा, 'रेचेल उस उदार प्रेम और समर्थन के लिए बहुत आभारी थीं जो उन्हें उस वक्त मिला जब वो कैंसर जैसी घातक बीमारी से जंग लड़ रही थीं। उनके नकारात्मक सफर को प्यार और सपोर्ट ने सकारात्मकता में बदला है। उनका परिवार भी उनके फैंस को धन्यवाद देना चाहता है। फिलहाल वो निजी तौर पर शोक मना रहे हैं। आगे चलकर रेचेल लिलिस के लिए एक स्मारक बनवाने की योजना बनाई जा रही है।'

फैंस दे रहे श्रद्धांजलि

उधर, रेचेल लिलिस के निधन की खबर से उनके फैंस का दिल टूट गया है। उनके दोस्त और फैंस उन्हें सोशल मीडिया पर श्रद्धांजलि दे रहे हैं। इस बीच एक यूजर ने लिखा, 'अलविदा और बचपन की यादों के लिए आपका धन्यवाद रेचेल लिलिस।' दूसरे यूजर ने लिखा, 'यह दुर्भाग्यपूर्ण है.. आपकी मौत से बहुत बुरा लगा है। हमें खेद है। आपके परिवार को हमारी तरफ से शोक संवेदनाएं।' गौरतलब है कि रेचेल लिलिस ने अपने 20 साल के करियर में 120 से ज्यादा कैरेक्टर प्ले किए थे। उन्होंने पोकेमॉन, हंटर x हंटर, रिवोल्यूशनरी गर्ल यूटेना, बर्सर्क, सोनिक एक्स और सुपर स्मैश ब्रदर्स जैसे शोज में अपनी आवाज दी थी।

आइए जानते है कौन सा योगासन करने से फेफड़े से बलगम निकलते हैं।

फेफड़ों से बलगम निकालने के लिए कुछ योगासन बहुत प्रभावी साबित हो सकते हैं। ये आसन न केवल फेफड़ों को साफ करने में मदद करते हैं, बल्कि श्वसन प्रणाली को भी मजबूत बनाते हैं। यहाँ कुछ ऐसे योगासन हैं जो बलगम निकालने में सहायक होते हैं:

1. भुजंगासन (Cobra Pose)

भुजंगासन फेफड़ों की कार्यक्षमता को बढ़ाने में मदद करता है। यह छाती को फैलाता है, जिससे फेफड़ों में हवा का प्रवाह बढ़ता है और बलगम को बाहर निकालने में आसानी होती है।

विधि:

पेट के बल लेट जाएं।

हाथों को कंधों के नीचे रखें और धीरे-धीरे शरीर के ऊपरी हिस्से को उठाएं।

सिर को ऊपर की ओर रखें और छाती को आगे की ओर खींचें।

इस स्थिति में कुछ सेकंड रुकें और गहरी सांस लें।

2. अर्ध मत्स्येन्द्रासन (Half Spinal Twist Pose)

यह आसन छाती को खोलता है और फेफड़ों की सफाई में मदद करता है। यह आसन फेफड़ों में जमा बलगम को निकालने के लिए बहुत उपयोगी है।

विधि:

दंडासन में बैठ जाएं और बाएं पैर को मोड़ें।

दाहिने पैर को बाएं घुटने के बाहर रखें।

बाएं हाथ को दाहिने पैर के घुटने पर रखें और दाहिने हाथ को पीछे की ओर रखें।

गहरी सांस लेते हुए शरीर को दाईं ओर मोड़ें।

इस स्थिति को कुछ समय के लिए बनाए रखें और फिर विपरीत दिशा में दोहराएं।

3. कपालभाति प्राणायाम (Skull Shining Breathing Technique)

 

कपालभाति एक प्रमुख प्राणायाम है जो फेफड़ों से बलगम निकालने में मदद करता है। यह श्वसन प्रणाली को साफ करता है और बलगम को फेफड़ों से बाहर निकालने में प्रभावी है।

विधि:

सीधे बैठें और गहरी सांस लें।

नाक से तेजी से सांस छोड़ें, जैसे पेट को अंदर की ओर खींच रहे हों।

यह प्रक्रिया तेजी से और बार-बार करें, शुरुआत में 30 बार और धीरे-धीरे इसे बढ़ाएं।

4. पश्चिमोत्तानासन (Seated Forward Bend)

यह आसन फेफड़ों की सफाई के लिए अच्छा माना जाता है। यह फेफड़ों पर दबाव डालता है जिससे बलगम को बाहर निकालने में सहायता मिलती है।

विधि:

सीधे बैठें और पैर सामने की ओर फैलाएं।

गहरी सांस लेते हुए हाथों को ऊपर उठाएं और धीरे-धीरे आगे की ओर झुकें।

हाथों से पैरों को पकड़ें और सिर को घुटनों की ओर लाने का प्रयास करें।

इस स्थिति में कुछ समय तक रहें और धीरे-धीरे सामान्य स्थिति में वापस आएं।

5. उत्तानासन (Standing Forward Bend)

यह आसन फेफड़ों को शक्ति प्रदान करता है और बलगम को बाहर निकालने में मदद करता है।

विधि:

सीधे खड़े हो जाएं और गहरी सांस लें।

सांस छोड़ते हुए कमर से झुकें और हाथों को जमीन की ओर लाएं।

सिर को ढीला छोड़ दें और इस स्थिति में कुछ समय तक बने रहें।

निष्कर्ष

उपरोक्त योगासनों का नियमित अभ्यास फेफड़ों को स्वस्थ रखने और बलगम निकालने में सहायक हो सकता है। इसके साथ ही, गहरी सांस लेने की तकनीकें और प्राणायाम भी श्वसन प्रणाली की सफाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। किसी भी योगासन को करने से पहले अपने डॉक्टर या योग प्रशिक्षक से सलाह लेना महत्वपूर्ण है, खासकर अगर आपको कोई स्वास्थ्य समस्या है।

सरायकेला : सीएम हेमंत के फुफुरे भाई कपूर बागी हालचाल जानने पहँचे विधायक सबिता

सरायकेला : राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के फुफेरे भाई और पूर्व मुख्यमंत्री दिशोम गुरु शिबू सोरेन के भांजा सामाजिक कार्यकर्ता कपूर टुडू उर्फ कपूर बागी की कुछ दिन पहले तबीयत बिगड़ने से जमशेदपुर के टीएमएच अस्पताल में इलाज चल रहा था । 

दो दिन पहले स्वास्थ में सुधार होने से अस्पताल से छुट्टी मिलने से बर्तमान अपने निवास चाकूलिया में है।

 सूचना पर झामुमो के ईचागढ़ विधायक सविता महतो उनके आवास दलमा सेंचुरी की तराई में बसे चिलगु पंचायत के चाकूलिया स्थित कन्याडुवा पहुंच कर काफी समय उनके परिवार से मिलकर बतचीत किया और कपूर बाघी की बर्तमान स्वास्थ्य की जानकारी ली।

 उनकी जल्द स्वस्थ होने की कामना की है । इस दौरान केंद्रीय सदस्य काबलू महतो,चांडिल मध्य के जिला पूर्व जिला पार्षद ओम प्रकाश लायेक, झामुमो के चांडिल प्रखंड अध्यक्ष कृष्ण किशोर महतो मौजूद थे। बतादे की कपूर बाघी लंबे समय से रक्तचाप की बीमारी से ग्रसित हैं।

 चिकित्सकों ने बताया कि रक्तचाप बढ़ने के कारण उनके किडनी में अशर पड़ा है. जिसके कारण उन्हें एक वार ब्रह्मानंद अस्पताल में डायलिसिस भी किया गया है। 

 कि़डनी की बीमारी से दो भाई की हो चुकी है मौत 

विदित हो कि कपूर बागी के छोटे भाई अनुप टुडू का 24 जून की रात इलाज के दौरान मृत्यु हो गयी थी. वे भी लम्बे समय से किडनी की बीमारी जुँझ रहे थे। उनका भी डायलिसिस चल रहा था । 

 इसके दो वर्ष पूर्व उनके मंझले भाई किशोर टुडू की भी किडनी की बीमारी के कारण देहांत हो चुका है ।तीन भाईयों में कपूर बागी सबसे बड़े हैं। आज भी जमीदारी होने के बाबजूद साधारण जीवन यापन करने में उनकी रुचि हे।खेतीबाड़ी करके अपने परिवार के साथ खुश रहते हे।बागी परिवार । 

कभी भी राज्य में मंत्री होने के बाबजूद किसी के सामने बड़पपन नही करते हे।

ईचागढ़ बीडीओ को आजसू कार्यकर्ताओं ने क्षेत्र को सूखाग्रस्त घोषित करने समेत 10 सूत्री मांगों के समर्थन में सौंपा मांगपत्र


सरायकेला : आजसू पार्टी के ईचागढ़ प्रखंड अध्यक्ष गोपेश कुमार महतो के नेतृत्व में मंगलवार को कार्यकर्ताओं ने प्रखंड विकास पदाधिकारी कीकू महतो को मांगपत्र सौंपा। 10 सूत्री मांगों के समर्थन में सौंपे गए मांगपत्र में उल्लेख समस्याओं के जल्द निराकरण करने की मांग की गई हैं। 

आजसू कार्यकर्ताओं ने अपने मांगपत्र में कहा है कि ईचागढ़ प्रखंड क्षेत्र के जनता के सुझावों तथा जनसाधारण के पक्ष में ध्यानाकर्षण कराते हुए समस्याओं के निराकरण मांग करते हैं।  

मांगपत्र के माध्यम से ईचागढ़ प्रखंड को सूखाग्रस्त घोषित करने तथा तथा किसानों को सूखा राहत मुआवजा राशि भुगतान करने, छात्र - छात्राओं की समस्याओं को देखते हुए आय, आवासीय, जाति प्रमाण पत्र 24 घंटे के भीतर निर्गत करने, किसानों को मुफ्त बीज एवं खाद मुहैया कराने की मांग है। 

इसके अलावा प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र समेत सभी स्वास्थ्य उपकेंद्र में पर्याप्त डॉक्टर एवं कर्मचारियों और सभी प्रकार के दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने, इस वर्ष विलंब से तथा अल्प बारिश के कारण मत्स्य पालन करने वाले किसानों को काफी नुकसान पहुंचा है, इसलिए मत्स्य पालन करने वाले कृषकों को आर्थिक सहायता प्रदान करने, प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत जिन सड़क का निर्माण तथा मरम्मत कार्य चल रहा है, उनमें जगह - जगह मिट्टी डालकर छोड़ दिया गया है, जिसके कारण ग्रामीणों को आवाजाही में काफी परेशानी हो रही हैं। 

उस मिट्टी को तत्काल हटाकर निर्माण/मरम्मत कार्य को पूरा किया करने की मांग रखी है। साथ ही जब तक सुवर्णरेखा परियोजना द्वारा संपूर्ण मुआवजा राशि भुगतान नहीं हो जाता है तब तक चांडिल डैम का जलस्तर 179 मीटर पर स्थिर रखने की मांग है, क्योंकि इससे ज्यादा जलभण्डार करने से ईचागढ़ प्रखंड के अनेकों गांव डूब जाते हैं, जिससे ग्रामीणों को काफी परेशानी होती हैं। 

आजसू ने प्रखंड क्षेत्र के बेरोजगार युवाओं को केंद्र तथा राज्य सरकार द्वारा संचालित योजनाओं के साथ जोड़कर स्वरोजगार प्रदान करने में जोर देने की मांग रखी है। इसके साथ साथ जर्जर टीकर पुल की मरम्मत करने तथा कांची वीयर योजना के तहत आदारडीह शाखा कैनाल में पानी छोड़ने की मांग रखा है। 

मौके पर प्रखंड अध्यक्ष गोपेश कुमार महतो ने कहा कि पार्टी के केंद्रीय महासचिव हरेलाल महतो के निर्देश पर ईचागढ़ बीडीओ को 10 सूत्री मांगपत्र सौंपा गया। आजसू पार्टी ही एकमात्र संगठन है जो क्षेत्र के जनसमस्याओं के लिए हमेशा आंदोलन किया है और उसे अधिकारियों तक पहुंचाने का काम किया है। जनता के हर समस्या के निराकरण के लिए आजसू पार्टी का एक एक कार्यकर्ता तत्परता से काम कर रहा है। इस मौके पर जिला उपाध्यक्ष जितुराम महतो, सरत महतो, तुलसी महतो, भगत सिंह मुंडा, विजय दास, बीरबल गोप, साब्बीर अंसारी, निर्मल महतो, रवीन्द्र नाथ महतो, वासुदेव दास आदि उपस्थित थे ।

नहीं थम रहा है ट्रास्कर हाथी का आतंक,हर दिन भोजन के तलाश में पहुंचा रहा है लोगों का नुकशान

सरायकेला : चांडिल वन क्षेत्र में झुंड से अलग घूम रहा ट्रास्कर हाथी की आतंक रोकने की नाम ही नहीं ले रहा है । प्रत्येक दिन रात हाथी किसी ना किसी क्षेत्र में भोजन की तलाश में मकान तोड़ कर और फसलों को नुकसान पहुंचा कर अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहा है । 

चांडिल बन क्षेत्र में तोड़फोड़ करने के बाद सोमवार को हाथी नीमडीह प्रखंड क्षेत्र में प्रवेश कर गया । सोमवार की रात्रि नीमडीह प्रखंड के रामनगर टोला मुदीडीह निवासी रवींद्रनाथ महतो के घर की चहारदीवारी तोड़कर आम के लगे पौधे और मकई की फसल को निवाला बनाया गया। 

हाथी ने काशीनाथ महतो के घर का दरवाजा भी तोड़ दिया। वही गांव में जंगली हाथी ने भगवान महतो के घर का दरवाजा तोड़कर अंदर रखे चावल को अपना निवाला बनाया । पीड़ितों ने बताया कि हाथी करीब एक क्विंटल चावल खा गया और जमीन पर गिराकर नष्ट कर दिया। इसके साथ ही ट्रास्कर हाथी ने नीमडीह प्रखंड क्षेत्र की सीमा गांव में बादल प्रमाणिक के मकान का दो लोहे का दरवाजा तोड़ दिया ।

इस क्षेत्र के लिए बन गई हाथी बड़ी समस्या।

चांडिल अनुमंडल क्षेत्र में जंगली ट्रास्कर हाथी बड़ी समस्या बन गया है । जंगली हाथियों झुंड की उत्पात रोकने के लिए अब तक किए गए सभी उपाय विफल हो गए हैं और हाथियों का आबादी वाले क्षेत्रों में उत्पात मचाना जारी है । गजराजों के आतंक से समूचा इलाका थर्राया हुआ है। ग्रामीण की जानकारों का कहना है कि अमूमन हाथी अपनी राह चलते हैं. वे तभी किसी को नुकसान पहुंचाते हैं, जब उनके रास्ते कोई रूकावट पैदा करता है या हाथी के लिए जब कोई खतरा बनता है।

कुछ बर्ष पहले तक हाथी ना उत्पात मचाते थे और ना हिंसक थे, जबकि दलमा वन्य जीव आश्रयणी क्षेत्र में कई गांव अवस्थित हैं, जहां लोग हाथियों के बीच रहकर जीवन यापन करते हे ।अब सवाल यह उठता है कि हाथियों के रास्ते में रूकावट किसने डाला, उसके लिए खतरा कौन बना। पहले इसका पता लगाया जाना चाहिए कि किसकी गलती के कारण ग्रामीण हाथियों का आतंक झेल रहे हैं. ग्रामीणों ने वन विभाग से हाथी की समस्या का स्थायी समाधान निकालने का आग्रह किया है ।प्रत्येक बर्ष गजराजों की संरक्षण के लिए वन एब पर्यावरण विभाग को केंद्र सरकार एब राज्य सरकार द्वारा करोड़ों रुपया मुहैया करते हे। फिर भी गजराज की झुंड सेंचुरी से पलायन क्यू करते हे। आम नागरिक जानना चाहते है ।गज परियोजना सेंचुरी से गज पलायन करने के पीछे राज्य क्या हे।

सरायकेला : गजों की आतंक से परेशान चांडिल अनुमंडल वासी, दलमा वाइल्ड लाइफ सेंचुरी में मनाया विश्व एलिफेंट दिवस

सरायकेला : जिला के चांडिल दलमा वाइल्ड लाइफ सेंचुरी के गज परियोजना से गजों की आतंक से परेशान है. दूसरी ओर दलमा वाइल्ड सेंचुरी के मकुल कोचा चेकनाका स्थित रजनी हाथी की विश्व एलिफेंट दिवस के अवसर पर केक काटकर मनाया गया । 

वही गज परियोजना की गजों द्वारा चांडिल अनुमंडल वासियों के लिए हाथी एक समस्या बन गयी ।आए दिन हथियों की झुंड सेंचुरी से पलायन करके चांडिल ईचागढ़ कुकड़ू क्षेत्र में डेरा डाले हुए है । शाम ढलते ही गजों की झुंड गांव और शहरी क्षेत्र में रात्रि में विचरण करते देखे जाते हैं । 

बीते रविवार की रात्रि दलमा वन्य प्राणी आश्रयणी के एक विशाल ट्रास्कर रात्रि एक से दो बजे के आसपास भोजन की तलाश में चांडिल मस्जिद मोहल्ला से माठिया गली आदि जगहों पर घंटो भर उपद्रव करने के प्रश्चात गांगोडीह जंगल की तरफ चला गया । हाथियों की शरारत सीसी टीवी में कैद हुआ।

आज दलमा वाइल्ड लाइफ सेंचुरी में विश्व हाथी दिवस के रूप में मनाया गया। आज उत्क्रमित मध्य विद्यालय चाकुलिया से मकुलाकोचा फॉरेस्ट नाका तक प्रभात फेरी स्कूली बच्चो एवं वनविभाग के सभी वन कर्मी के साथ किया गया। जिसमें हाथी का संरक्षण एवं पर्यावरण जागरूकता ग्रामीणों को दी गई साथ में वृक्ष रोपण किया गया। 

शुभ अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में दलमा वन क्षेत्र पदाधिकारी रेंजर दिनेश चंद्रा और सभी बनकर्मी तथा ईको विकास समिति के अध्यक्ष गण उपस्थित थे।

अनइंप्लॉयमेंट यूथ स्ट्रगल कमिटि (AIUYSC) की ओर से चांडिल में केंद्र सरकार के विरोध प्रदर्शन किया गया।

सरायकेला : सोमवार को अनइंप्लॉयमेंट यूथ स्ट्रगल कमिटि (AIUYSC) की ओर से चांडिल चौक बाजार में राज्य एवं केंद्र सरकार के विरोध प्रदर्शन किया गया।

इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए हाराधन महतो ने कहा पूरे देश भर में बेरोजगार युवाओं की भीड़ उमड़ रही है।

 हर साल सरकार वादा करती है कि रोजगार देगें बोलकर परंतु हर बार युवा ठगा है।

 रोजगार तो दूर की बात है बेरोजगारी भत्ता भी राज्य एवं केंद्र सरकार वादा खिलाफी की।

डाक विभाग में करीब एक लाख से अधिक पद खाली है l उच्च शिक्षा के क्षेत्र में भी हजारों पद खाली पड़े हैंl कुल मिलाकर लगभग 30 लाख से अधिक सरकारी पद रिक्त पड़े हैं l आज पूरे देश भर में हर 2 घंटे में तीन नौजवान आत्महत्या करने को विवश है ल

अभी देश में बेरोजगारी दर 9.3 हो गई है जो आजादी के बाद सबसे ज्यादा है।

अगर बेरोजगारी की यही स्थिति रही तो आने वाले समय में यह आंकड़ा और भी बढ़ जाएगाl

इस कार्यक्रम के दौरान मुख्य मांगे:- 1.रेलवे सहित केंद्र और राज्य सरकारों के सभी विभागों में रिक्त पदों को तत्काल भरा जाएल

2.ठेका प्रथा को समाप्त कर सभी को स्थाई रोजगार दिया जाएल

3.बेरोजगारों को सम्मानजनक जीवन जीने के लिए बेरोजगारी भत्ता दिया जाए।

साथी इस कार्यक्रम में उपस्थित

बलराम बेरा, हाराधन महतो, असीम मंडल, रंजीत कुमार, राहुल गोराई, फूलचंद गोराई, दिनेश महतो आदि युवा साथी उपस्थित थे।

आज झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ द्वारा सरायकेला जिला में नव पदस्थापित जिला शिक्षा अधीक्षक का किया गया स्वागत

सरायकेला : आज झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ के द्वारा सरायकेला जिला में नव पदस्थापित जिला शिक्षा अधीक्षक महोदय को संगठन के जिला अध्यक्ष श्री मानिक हांसदा के अगुवाई में पुष्प गुच्छ एवं जगन्नाथ महाप्रभु की विग्रह प्रतिमा देकर स्वागत किया गया। 

आज के स्वागत कार्यक्रम में प्रदेश उपाध्यक्ष सह जिला प्रधान सचिव अमित कुमार महतो, वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्री अजीत गोराई, उपाध्यक्ष सह राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त शिक्षिका श्रीमती संध्या प्रधान जी, उपाध्यक्ष श्री आनंद मांझी , संयुक्त सचिव दाखिन हेंब्रम, सचिव अजीत कुमार गिरी,चांडिल प्रखंड अध्यक्ष धर्म सिंह उरांव, प्रखंड सचिव जवाहर लाल महतो, परमेश्वर सिंह सरदार, नवीन प्रमाणिक, श्रवण कुमार सिंहा, उदित कुमार गोराई, कुचाई प्रखंड के प्रखंड अध्यक्ष दीनबंधु सिंह जी, सरायकेला प्रखंड से सुशील कुमार, सामू माझी, राजनगर प्रखंड के प्रखंड अध्यक्ष फुदान चंद्र सचिव बलराम टुडू, हराधन मांडी ईचागढ़ प्रखंड अध्यक्ष भानु प्रताप माझी, आदि संगठन के पदाधिकारी गण उपस्थित थे।

झारखंड मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना के तहत संचालित कार्य का उपायुक्त नें किया समीक्षा

सरायकेला:- राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजना "झारखंड मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना" का लाभ प्रत्येक योग्य लाभुक को उपलब्ध कराने को लेकर जिलेभर में शिविर आयोजित कर तीव्र गति से कार्य किया जा रहा है। योजना के सफल क्रियान्वयन तथा पंचायत स्तर पर आयोजित शिविर में जिला स्तरीय पदाधिकारी एवं प्रखंड के लिए चिन्हित वरीय पदाधिकारी द्वारा शिविरों का निरिक्षण कर सभी लाभुकों से आवेदन प्राप्त किया जा रहा है। 

योजना के तहत प्रखंड एवं पंचायत स्तर पर संचालित कार्यों के सफल क्रियान्वयन को लेकर आज उपायुक्त श्री रवि शंकर शुक्ला की अध्यक्षता में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया।

बैठक के दौरान उपायुक्त ने "झारखंड मुख्यमंत्री मइंया सम्मान योजना" अंतर्गत प्रखंडवार प्राप्त आवेदन, आवेदनों की पोर्टल पर एंट्री, लंबित आवेदनों की संख्या तथा पंचायतवार आयोजित शिविर आदि कार्यो की समीक्षा करते हुए सभी संबंधित अधिकारियों को प्राथमिकता के तहत मिशन मोड में कार्य करनें के निर्देश दिए। इस दौरान उपायुक्त नें सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचलधिकारी तथा जिला समाज कल्याण पदाधिकारी को विभिन्न माध्यम से पंचायत स्तर पर योजना का व्यापक प्रचार प्रसार सुनिश्चित कर लक्ष्य निर्धारित कर छूटे हुए लाभुकों का आवेदन प्राप्त करने के निर्देश दिए।

 बैठक के दौरान उपायुक्त नें कहा कि सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं अंचलधिकारी अपने-अपने क्षेत्र अंतर्गत संचालित शिविर का निरिक्षण कर जायजा ले तथा नियमानुसार तिव्रगति से प्राप्त आवेदनों का पोर्टल पर एंट्री एवं अनुमोदन सुनिश्चित करें। साथ ही SHG दीदियों के माध्यम से हाउस टू हाउस वेरिफिकेशन करा छूटे हुए शत प्रतिशत लाभुकों का आवेदन प्राप्त करें। 

बैठक के दौरान उपायुक्त नें कहा कि योजना अंतर्गत संचालित कार्य मे किसी भी प्रकार से लापरवाही या अनियमित्ता बर्दास्त नही की जायेगी, अतः पूरी तत्परता एवं ईमानदारी पूर्वक अपने कर्तव्य का निर्वाहन करें। योजना अंतर्गत प्राप्त दिशा निर्देशों का अनुपालन कर सभी योग्य लाभुकों को लाभ प्रदान करने की दिशा मे कार्य करें।

बैठक मे उपायुक्त के साथ उप विकास आयुक्त श्री प्रभात कुमार बर्दियार, प्रशिक्षु आईएएस श्री कुमार रजत, अपर उपायुक्त श्री संजय कुमार दास, अनुमंडल पदाधिकारी सरायकेला श्री सुनील कुमार प्रजापति, अनुमंडल पदाधिकारी चांडिल श्रीमती शुभ्रा रानी, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी, सहायक निदेशक समाजिक सुरक्षा एवं अन्य सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, सभी अंचलधिकारी एवं अन्य सम्बन्धित विभाग के वरीय पदाधिकारी उपस्थित रहें।