कार्य में कोताही बरतने वाले पदाधिकारियों पर सख्त हुआ राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग, 400 सीओ समेत 37 जिलों के इन पदाधिकारियों को शोकॉज नोटिस

डेस्क : बिहार का राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग कार्य में कोताही बरतने वाले पदाधिकारियों के खिलाफ सख्ती शुरु कर दिया है। विभाग ने योजनाओं का सही तरीके से क्रियान्वयन नहीं करने वाले सीओ समेत संबंधित पदाधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है। जमीन से संबंधित दस्तावेज और अभिलेख की ऑनलाइन कॉपी मुहैया कराने को लेकर डिजिटल हस्ताक्षर करने में लापरवाही बतरने वाले 400 सीओ और 37 जिलों के जिला अभिलेखागार पदाधिकारी को विभाग ने शोकॉज किया गया है। इन्हें 15 दिनों में इसका कारण बताने का निर्देश दिया गया है।

हाल ही विभागीय मंत्री डॉ. दिलीप कुमार जायसवाल की अध्यक्षता में हुई बैठक में कार्रवाई करने का निर्णय लिया गया। इसके बाद सचिव जय सिंह के स्तर से इससे संबंधित आदेश जारी किया गया है। 

गौरतलब है कि राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने जमीन से संबंधित दस्तावेज या अभिलेखों की स्कैन कॉपी ऑनलाइन मुहैया कराने की योजना शुरू कर रखी है। दस्तावेजों की श्रेणी के आधार पर जिला अभिलेखागार पदाधिकारी और सीओ (अंचलाधिकारी) का डिजिटल हस्ताक्षर अनिवार्य है, तभी यह दस्तावेज वैध माना जाता है। मगर इसमें लापरवाही बरतने के मामले उजागर हुए हैं। 

विभागीय समीक्षा में यह बात सामने आई कि जमीन दस्तावेजों की ऑनलाइन कॉपी जारी करने से संबंधित अब तक 14 हजार 495 आवेदन आए हैं। इनमें 4 हजार 888 आवेदन डिजिटल हस्ताक्षर करके सीओ और संबंधित जिला अभिलेखागार पदाधिकारी ने जारी किए। मगर 9 हजार 408 मामले ऐसे हैं, जो 90 दिनों यानी 3 महीने से अधिक समय से लंबित पड़े हैं। इसके मद्देनजर सभी संबंधित पदाधिकारियों से कारण पूछा गया है। ऑनलाइन दस्तावेज जारी करने वाली इस योजना में सीओ समेत संबंधित पदाधिकारी के पास आवेदनों को रद्द करने का अधिकार नहीं होता है।

इस कारण इनके पास ये सभी आवेदन लंबित दिख रहे हैं। पदाधिकारियों को नियमानुसार, दो से तीन दिन में इन्हें जारी कर देना होता है।

कल 15 अगस्त को राजधानी पटना की बदली रहेगी यातायात व्यवस्था, घर से निकलने से पहले जान ले पूरा रुट

डेस्क : कल गुरुवार 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के मौके पर पटना के एतिहासिक गांधी मैदान में राजकीय समारोह का आयोजन होगा। जिसमें सीएम नीतीश कुमार सहित कई वीवीआईपी शिरकत करेंगे। सुरक्षा के मद्देनजर स्वतंत्रता दिवस के दिन राजधानी पटना के यातायात व्यवस्था में बदलाव किया गया है। गांधी मैदान और आसपास की सड़कों पर आम वाहन नहीं चलेंगे। सुबह सात बजे से समारोह की समाप्ति तक कई मार्ग बंद रहेंगे।

ट्रैफिक एसपी अशोक कुमार चौधरी ने बताया कि मुख्य सड़कों पर वाहनों की पार्किंग पर भी प्रतिबंधित रहेगा। व्यावसायिक वाहनों के आवागमन पर भी रोक रहेगी। इन वाहनों को परिवर्तित मार्ग से गंतव्य के लिए भेजा जाएगा। ऐसा करने वालों के खिलाफ कार्रवाई के साथ ही पुलिस उनके वाहन जब्त करेगी।

यातायात पुलिस के अधिकारी ने बताया कि गांधी मैदान में मुख्यमंत्री सुबह नौ बजे तिरंगा फहराएंगे। फ्रेजर रोड पर डाकबंगला चौराहा से जेपी गोलम्बर के रास्ते मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री सहित वीवीआईपी का कारकेड गांधी मैदान में आएगा। वीवीआईपी के आवागमन में कोई बाधा उत्पन्न ना हो और सुरक्षा को लेकर 15 अगस्त की सुबह सात बजे से समारोह की समाप्ति तक गांधी मैदान और आसपास की सड़कों पर आम वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध रहेगा। वीवीआईपी और आपातकालीन वाहनों को छोड़कर किसी भी वाहन को न्यू डाकबंगला रोड से एसपी वर्मा रोड में प्रवेश नहीं दिया जाएगा।

सिटी बसें, ऑटो और व्यावसायिक वाहन वैकल्पिक मार्ग से चलेंगे। चिरैयाटाड़ दुर्गा मंदिर के ऊपर और नीचे से गोरिया टोली की तरफ और जीपीओ गोलंबर से मालवाहक का परिचालन बुद्ध मार्ग में नहीं होगा। आर ब्लॉक गोलंबर आयकर गोलंबर की और इन वाहनों के चलने पर रोक रहेगी। नेहरू पथ पर डुमरा चौकी से भट्टाचार्या चौराहा तक व पुलिस लाइन तिराहा से व्यावसायिक वाहन पूरब गांधी मैदान की ओर नहीं जएंगे। इंजीनियरिंग कॉलेज से सिटी बसें गांधी चौराहा, मछुआटोली दरियापुर तिराहा से नाला रोड-पीरमुहानी-सीडीए बिल्डिंग गोलंबर-गोरियाटोली होते हुए पटना जंक्शन जायेंगी एवं इसी मार्ग से आ सकेंगी। सिटी की ओर से आने वाले ऑटो / ई-रिक्शा मुसल्लहपुर हाट होते हुए बारी पथ में खजांची रोड तक आएंगे।

भाजपा युवा मोर्चा ने निकाला तिरंगा यात्रा, पूर्व मंत्री सुरेश शर्मा ने हरी झंडी दिखा किया रवाना


मुजफ्फरपुर : जिले में भाजपा युवा मोर्चा प्रदेश महामंत्री शशिरंजन के नेतृत्व में सर्वसमाज की ओर से स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर कलेक्ट्रेट स्थित भारत माता स्मारक स्थल पर पुष्प अर्पित किया गया। इसके बाद खुदीराम बोस स्मारक से तिरंगा यात्रा निकाला गया। 

यह तिरंगा यात्रा कंपनीबाग होते हुए इमलीचट्टी, माड़ीपुर, गोबरसही, खबड़ा, माधोपुर सुस्ता शहीद प्रमोद स्मारक स्थल पर जाकर समाप्त हुई। 

इससे पहले तिरंगा यात्रा को पूर्व मंत्री सुरेश शर्मा ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। शहीद प्रमोद स्मारक स्थल पर जल शक्ति राज्यमंत्री डॉ. राजभूषण चौधरी भी शामिल हुए।

मुजफ्फरपुर से संतोष तिवारी

मुजफ्फरपुर शहर के दो नामी हॉस्पिटल का कारनामा : मरीज का डॉक्टर ने काटा पैर, जिला उपभोक्ता आयोग ने जारी किया नोटिस

मुजफ्फरपुर :- जिले के अहियापुर थाना क्षेत्र के पैगंबरपुर कोल्हुआ निवासी दिल मोहम्मद के पुत्र मो. समीर सड़क दुर्घटना में 18 अप्रैल को घायल हो गया, जिसे ग्रीन डायमंड इमरजेंसी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया, जहाँ चिकित्सकों ने उसके पैर का ऑपरेशन कर स्टील रड लगाया। लेकिन उसके हालत में सुधार के बदले और ही खराब हो गया। 

आनन-फानन में परिजनों ने उसे बेहतर ईलाज के लिए ब्रह्मपुरा स्थित डॉ. शशि आर्थो एंड ट्रॉमा हॉस्पिटल में भर्ती कराया, जहाँ पर चिकित्सक ने ईलाज करने के बदले पैर को ही काट कर हटा दिया। तत्पश्चात शिकायतकर्ता दिल मोहम्मद ने अपने अधिवक्ता एस.के.झा के माध्यम से जिला उपभोक्ता आयोग के समक्ष 2 जुलाई को मुकदमा दायर किया। 

मुकदमे की सुनवाई आयोग के अध्यक्ष पियूष कमल दीक्षित और सदस्य सुनील कुमार तिवारी के द्वारा किया गया। सुनवाई के पश्चात आयोग ने ग्रीन डायमंड इमरजेंसी हॉस्पिटल एवं डॉ. शशि ऑर्थो एंड ट्रामा हॉस्पिटल को नोटिस भेजा है, जिसमें दोनों अस्पताल के प्रबंध निदेशक को 9 अक्टूबर को आयोग के समक्ष उपस्थित होने का आदेश दिया गया है। 

पूरे मामले के सम्बंध में मानवाधिकार मामलों के अधिवक्ता एस.के.झा ने बताया कि यह पूरा मामला उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम के अंतर्गत सेवा में कमी की कोटि का मामला है। चूँकि परिवादी के पुत्र का दाहिना पैर ही काट कर हटा दिया गया है, यह चिकित्सकीय लापरवाही को प्रदर्शित करता है। परिवादी ने विपक्षीगणों पर कुल 45 लाख 30 हजार रूपये के हर्जाना का दावा किया है।

मुजफ्फरपुर से संतोष तिवारी

राष्ट्र की उन्नति के लिए ऊर्जावान बने युवा : विकाश मिश्रा

मुजफ्फरपुर : राष्ट्र के निर्माण में युवाओं की भागीदारी महत्वपूर्ण है। युवा ही देश को बदल सकता है। बशर्ते युवाओं को सकारात्मक सोच के साथ अपनी प्रतिभा का उपयोग करना होगा। आज की युवा पीढ़ी ऊर्जा से भरी हुई है। 

समाजसेवी डिजिटल एंटरप्रेन्योर विकाश मिश्रा मुद्ग़ल ने कहा कि हालांकि युवाओं का सही मार्गदर्शन होना भी जरूरी है। आज का युवा तनावग्रस्त, चिंता और अत्यधिक दबाव के कारण दिशाविहीन हो जाता है। युवाओं का मार्गदर्शन करने के लिए कई महापुरुषों ने अनमोल विचार दिए। स्वामी विवेकानंद समेत कई महापुरुष हुए, जिनका आचरण, संपूर्ण जीवन और कथन युवाओं के लिए प्रेरणा बन गया ।

युवा अपनी सोच का विस्तार करे और अपने हित के साथ देश हित की भी सोचे तो हमारा देश दुनिया में अपनी पताका फहरायेगा।

मुजफ्फरपुर से संतोष तिवारी

बांग्लेदेश में हिंदूओं पर हो रहे अत्याचार के विरोध मे राष्ट्रवादी संघर्ष मोर्चा ने किया प्रदर्शन

मुजफ्फरपुर : आज रविवार को शहिद खुदीराम बोस स्मारक स्थल से राष्ट्रवादी संघर्ष मोर्चा द्वारा बग्लादेश के हिंदुओ पर हो रहे अत्याचार के विरोध प्रदर्शन किया। लोगो ने शांतिपूर्ण ढंग से हिंदूवादी नेता वैभव मिश्रा के नेतित्व में पैदल मार्च निकाल कर हजारो की संख्या में युवाओं ने अपना आक्रोश व्यक्त किया।

भाजपा नेता साकेत शुभम् ने नरेन्द्र मोदी से आग्रह करते हुए कहा कि देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने पहले जो गलती किया वो गलती आप न करे और अखंड भारत को साकार करने और हिंदुओ को बचाने के लिए भारत सरकार कदम बढ़ायें। उन्होने भारत सरकार से यह मांग किया की बंग्लादेशी हिन्दुओं की कदम उठाए और भारत घुसपैठियों को बाहर कर हिंदुओ को सुरक्षित करने का काम करें।

इस मौके पर मुख्य रूप से चंद्रकिशोर पररार, विकास चौबे, राहुल ठाकुर, राहुल सिंह परामर, योगी अभिषेक राज, अनमोल ठाकुर, हरिमोहन चौधरी, मंजीत सिंह, अनमोल वर्मा, अनील कुमार, सुरजीत गुप्ता, रुपेश राजपुत, इत्यादी मौजूद रहें।

मुजफ्फरपुर से संतोष तिवारी

केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ. राजभूषण निषाद और वैशाली सांसद वीणा देवी पहुंची गायघाट के केवटसा हाई स्कूल, बीजेपी कार्यकर्ताओं ने किया भव्य स्वागत

मुजफ्फरपुर : सांसद सह केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ राजभूषण चौधरी निषाद और वैशाली सांसद वीणा देवी जीत के बाद पहली बार गायघाट पहुंचे। जहां गायघाट के भाजपा नेता और कार्यकर्ताओ ने केवटसा हाई स्कूल में अभिनंदन समारोह का आयोजन कर भव्य स्वागत किया। 

वही मंत्री डॉ राजभूषण चौधरी निषाद और सांसद वीना देवी ने केवटसा हाई स्कूल परिसर में पौधारौपन किया।

इस कार्यक्रम में गायघाट के भाजपा नेता अशोक सिंह, विजय कुंवर, शशांक शेखर, प्रखंड प्रमुख श्रवण सिंह, बीजेपी प्रखंड अध्यक्ष पूर्वी, पश्चिमी सहित सैंकड़ों भाजपा कार्यकर्ता और नेता मौजूद रहे।

मुजफ्फरपुर से संतोष तिवारी

सावन के पावन माह में सभी शिवालियों में विराजमान रहते हैं भगवान शंकर : अजीत

मुजफ्फरपुर: बिहार के पूर्व मंत्री व भाजपा के वरिष्ठ नेता अजीत कुमार ने रविवार को मधौल गांव में पावर ग्रिड के पास ब्रह्म सेवा समिति के द्वारा कांवरिया सेवा के लिए लगाए गए सेवा शिविर का दीप प्रज्वलित एवं भगवान शंकर के प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उद्घाटन किया। उद्घाटन समारोह की अध्यक्षता सेवा समिति के अध्यक्ष अमन ठाकुर ने किया।

      

इस अवसर पर उन्होंने कांवरिया भाइयों ,बहनों एवं आयोजक मंडल के सदस्यों को संबोधित करते हुए कहा कि सावन का पावन महीना न केवल शिव भक्तों के लिए बल्कि सनातन धर्म में विश्वास रखने वाले एक-एक हिंदू भाइयों के लिए महत्वपूर्ण है । इस माह में देवों के देव महादेव भगवान शंकर शिवालियों में विराजमान होकर शिव भक्तों पर दया बरसते हैं। 

उन्होंने कहा कि गरीब बाबा हमारे शहर का गौरव हैं,जहां देश-विदेश के लाखों शिव भक्त जल अर्पण कर परिवार , समाज, देश प्रदेश के उन्नति के लिए आराधना करते हैं। 

      

इस मौके पर शिव भक्तों के सेवा में क्रमशःसुजीत कुमार ठाकुर, विनीत कुमार ठाकुर, अविनाश कुमार, दीपक कुमार, गुलशन कुमार अंकित भारद्वाज गौरव शाही, आदि प पूरी तरह सेवा व समर्पण के भाव से लगे थे।

मुजफ्फरपुर से संतोष तिवारी

अंतरजिला बाइक चोर गिरोह का पर्दाफाश, पुलिस ने कई शातिरों को दबोचा

मुजफ्फरपुर में बाइक चोरी की घटना आए दिन सामने आती रहती है, इसी आलोक में वरीय पुलिस अधिकारियों के निर्देश पर एक टीम का गठन किया गया, जिस आधार पर पुलिस ने कई शातिर चोरों को रंगे हाथों दबोचा.

दरअसल पुलिस ने मोटरसाइकल चोर गिरोह पर लगाम लगाने को लेकर टीम गठित कर सीसीटीवी फुटेज और तकनीकी सहायता की मदद से चोरी की गई बाईकों की जांच पड़ताल शुरू कर दी.

 इसी दौरान बेला थाना की पुलिस ने सूचना के आधार थाना क्षेत्र से चोरी की बाइक की खरीद बिक्री कर रहे पांच शातिर चोरों को गिरफ्तार किया साथ ही पुलिस ने पांच चोरी की गई बाइक को भी बरामद किया. 

मामले की जानकारी एएसपी टाउन भानु प्रताप सिंह ने प्रेसवार्ता कर दी.

क्रीमी लेयर पर सरकार ने सुप्रीम कोर्ट को दिया जवाब, जानें क्या कहा था

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अनुसूचित जातियों (एससी) और अनुसूचित जनजातियों (एसटी) के रिजर्वेशन को लेकर नरेंद्र मोदी कैबिनेट ने बड़ा फैसला लिया है।एससी-एसटी) को मिलने वाले आरक्षण के अंदर सब कोटा बनाने के सुप्रीम कोर्ट के फैसले का केंद्र सरकार ने विरोध किया है। सरकार ने साफ-साफ लफ्जों में बता दिया है कि आरक्षण में क्रीमी लेयर को आई सुप्रीम कोर्ट की सिफारिश को लागू नहीं किया जाएगा।

बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में दिए गए एक फैसले में अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति वर्ग में उप वर्गीकरण और पिछड़ों में भी अति पिछड़ों के हक की बात कही और इसी आधार पर राज्यों को आरक्षण के कोटे में कोटा तय करने का सुझाव दिया। लेकिन कोटे में कोटे का यह मामला सियासी तौर पर इतना संवेदनशील है कि सरकार ने संविधान का हवाला देते हुए क्रीमी लेयर से किनारा कर लिया है।

इस मामले पर शुक्रवार शाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अध्यक्षता में कैबिनेट की बैठक हुई। कैबिनेट मीटिंग खत्म होने के बाद केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में एससी/एसटी आरक्षण में क्रीमी लेयर का विरोध किया। उन्होंने भीम राव आंबेडकर के दिए संविधान का हवाला देते हुए कहा कि वहां एससी/एसटी आरक्षण में क्रीमी लेयर का कोई प्रावधान नहीं है। यहां क्रीमी लेयर का मतलब उन लोगों और परिवारों से है जो उच्च आय वर्ग में आते हैं।

मोदी सरकार के पीछे कोई राजनीतिक मजबूरी?

अश्विनी वैष्णव भले ही एससी/एसटी आरक्षण पर आंबेडकर के संविधान का हवाला दे रहे हैं, लेकिन सियासी जानकार इस विरोध के पीछे राजनीतिक मजबूरी को भी एक बड़ी वजह मान रहे हैं। दरअसल, सरकार में शामिल तेलगू देशम पार्टी, एनडीए का हिस्सा केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी के अलावा बीजेपी के कई सांसदों ने सुप्रीम कोर्ट के सुझाव का स्वागत किया है लेकिन पार्टी के ही करीब सौ एससी-एसटी सांसदों ने इसका विरोध किया है। ये सांसद पीएम मोदी से मिले और सुप्रीम कोर्ट के सुझाव लागू नहीं करने की मांग की। एनडीए में शामिल लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रमुख और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान भी कोर्ट के सुझाव से सहमत नहीं हैं।

क्या है सुप्मी कोर्ट का फैसला

सुप्रीम कोर्ट ने एक अगस्त को अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति वर्ग के कोटे में कोटा दिए जाने को मंजूरी दी थी। कोर्ट ने कहा था कि एसटी-एससी कैटेगरी के भीतर नई सब कैटेगरी बना सकते हैं और इसके तहत अति पिछड़े तबके को अलग से रिजर्वेशन दे सकते हैं। ये फैसला चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ की अगुवाई में सात जजों की संविधान पीठ ने सुनाया था। इस बेंच में चीफ जस्टिस के अलावा जस्टिस बी आर गवई, जस्टिस विक्रम नाथ, जस्टिस बेला एम त्रिवेदी, जस्टिस पंकज मिथल, जस्टिस मनोज मिश्रा और जस्टिस सतीश चंद्र शर्मा शामिल थे। जस्टिस बेला त्रिवेदी ने बहुमत के फैसले से असहमति जताई थी. सुप्रीम कोर्ट की बेंच इस बात की जांच कर रही थी कि क्या ईवी चिन्नैया बनाम आंध्र प्रदेश राज्य मामले में 2004 के उसके फैसले पर पुनर्विचार की जरूरत है, जिसमें यह माना गया था कि अनुसूचित जातियां एक समरूप समूह हैं और इसलिए उनके बीच कोई सब कैटेगरी नहीं हो सकती है।

सुप्रीम कोर्ट ने 8 फरवरी 2024 को अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था और कहा था कि सब कैटेगरी की अनुमति न देने से ऐसी स्थिति पैदा होगी, जहां क्रीमी लेयर के लोग सभी लाभों को हड़प लेंगे। इस संबंध में सुप्रीम कोर्ट 2004 के उस फैसले की जांच कर रहा था, जिसमें पांच जजों की पीठ ने कहा था कि केवल राष्ट्रपति ही यह अधिसूचित कर सकते हैं कि संविधान के अनुच्छेद 341 के अनुसार कौन से समुदाय आरक्षण का लाभ प्राप्त कर सकते हैं और राज्यों के पास इसके साथ छेड़छाड़ करने का अधिकार नहीं है।