भिंड के गोरमी में प्राकृतिक आपदा से दो लोगों की मौत मंत्री राकेश शुक्ला पहुंचे घटनास्थल

भिंड/भोपाल। भिंड जिले के गोरमी कस्बे में प्राकृतिक आपदा के चलते दो अलग-अलग स्थानो पर मकान का छज्जा और दीवाल गिरने से दो लोगों की मौत हो गई। घटना की सूचना मिलते ही प्रदेश सरकार के नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा मंत्री राकेश शुक्ला अपनी गृह विधानसभा के गोरमी पहुंचे। मंत्री राकेश शुक्ला ने घटनास्थल का मौका मुआयना करते हुए भविष्य में इस प्रकार की दुर्घटना न हो।संबंधित अधिकारियों को सख्त दिशा-निर्देश देते हुए मृत परिवारों के परिजनों से मिलकर उन को सांत्वना दी। मंत्री शुक्ला ने कहा कि घटना बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है दुख की इस घड़ी में मैं और मेरी पूरी सरकार पीड़ित परिवारों के साथ खड़ी हुई है। उन्हें घबराने की जरूरत नहीं है।*तत्पश्चात मंत्री राकेश शुक्ला ने मौजूद पार्टी कार्यकर्ताओं के मृत आत्माओं की शांति के लिए 2 मिनट का मौन रखा। गौरतलब है कि इस दुखद घटना में अभिषेक सिंह पुत्र सरदार सिंह उम्र 18 वर्ष, वार्ड क्रमांक 3 और कलावती पत्नी रामवीर यादव उम्र 55 वर्ष, वार्ड क्रमांक 7 की मृत्यु हो गई थी।
शोध कार्य को बढ़ावा दें, शैक्षणिक गुणवत्ता के स्तर को उत्कृष्ट करें: उप-मुख्यमंत्री शुक्ल

गाँधी मेडिकल कॉलेज भोपाल की सामान्य सभा की बैठक में हुए शामिल उप-मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने कहा है कि मेडिकल कॉलेज में शोध कार्यों को बढ़ावा देने के प्रयास किए जायें। शोध कार्य के लिए आवश्यक फंड की उपलब्धता सुनिश्चित की जायेगी। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं को सशक्त और स्वास्थ्य संबंधी नवीन चुनौतियों का सामना करने के लिए शोध कार्य अहम है। उन्होंने विद्यार्थियों को उत्कृष्ट शिक्षा प्रदाय के लिए सदैव प्रयासरत रहने के निर्देश दिये। उप-मुख्यमंत्री शुक्ल ने कहा कि मेडिकल कॉलेज से शिक्षा प्राप्त चिकित्सक ऐसे हों कि उनकी प्रतिभा देश-विदेश में स्थापित हो। उप-मुख्यमंत्री गाँधी मेडिकल कॉलेज भोपाल की सामान्य सभा की बैठक में शामिल हुए। सहजता से एवं समय पर जाँच सुविधा की उपलब्धता सुनिश्चित की जाये उप-मुख्यमंत्री शुक्ल ने गाँधी मेडिकल कॉलेज स्वशासी समिति भोपाल के विगत वित्तीय वर्ष (2023-24) के आय-व्यय की समीक्षा की। उन्होंने छात्रावासों के उन्नयन और आवश्यकतानुसार नवनिर्माण का प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिये। उप-मुख्यमंत्री ने कहा कि मेडिकल कॉलेज में अत्याधुनिक जाँच सुविधाओं के लिए बजट में आवश्यक प्रावधान किए गये हैं। नागरिकों को सहजता से एवं समय पर जाँच सुविधा की उपलब्धता सुनिश्चित की जाये। कैथलैब शिफ्टिंग कार्य में हुए विलंब पर नाराज़गी उप-मुख्यमंत्री शुक्ल ने हमीदिया चिकित्सालय में कैथलैब शिफ्टिंग कार्य में हुए विलंब पर नाराज़गी व्यक्त की। उन्होंने निर्देश दिये कि अविलंब शिफ्टिंग का कार्य पूर्ण किया जाये तथा मरीज़ों को असुविधा न हो यह सुनिश्चित करें। संबंधित विभागीय अधिकारी ने बताया कि समस्त औपचारिकताएँ एवं सक्षम अनुमतियाँ (जिनमें एईआरबी की अनुमति भी शामिल है) प्राप्त कर ली गई हैं, शिफ्टिंग कार्य 3 माह के अंदर पूर्ण कर लिया जायेगा। उप-मुख्यमंत्री शुक्ल ने परिसर में प्रगतिरत एवं प्रस्तावित नवीन ओपीडी ब्लॉक, मल्टी लेवल पार्किंग, गर्ल्स हॉस्टल निर्माण आदि की प्रगति की समीक्षा की। कैंसर उपचार के लिए अत्याधुनिक लायनैक मशीन हमीदिया में शीघ्र होगी स्थापित उप-मुख्यमंत्री शुक्ल ने कहा कि हमीदिया हॉस्पिटल प्रदेश का महत्वपूर्ण चिकित्सालय है यहाँ पर पूरे प्रदेश से मरीज़ स्वास्थ्य सेवाओं के लिए आते हैं, इसलिए आवश्यक है कि यहाँ अत्याधुनिक स्वास्थ्य सेवाएँ उपलब्ध हों। उन्होंने कहा कि हमीदिया हॉस्पिटल में कैंसर के उपचार के लिए अत्याधुनिक लायनैक मशीन स्वीकृत की गयी है। इस मशीन के समयबद्ध इंस्टालेशन के लिए आवश्यक कार्य समय से पूर्ण कर लिए जायें। उप-मुख्यमंत्री शुक्ल ने हमीदिया चिकित्सालय में सहायक चिकित्सकीय एवं अन्य सहयोगी स्टाफ की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। समस्त उपस्थितों ने अंगदान करने और अन्य लोगों को अंगदान के लिए प्रेरित करने की शपथ ली। उल्लेखनीय है विगत वित्तीय वर्ष (2023-24) में गाँधी मेडिकल कॉलेज स्वशासी समिति को 28 करोड़ 30 लाख रुपये की राशि प्राप्त हुई और 28 करोड़ 97 लाख रुपये का व्यय किया गया है। समिति द्वारा वर्तमान वित्तीय वर्ष (2024-25) में 29 करोड़ 7 लाख की प्राप्तियों का आंकलन किया गया है और 30 करोड़ 65 लाख के व्यय के प्रावधान का प्रस्ताव किया गया है। विधायक भगवान दास सबनानी, महापौर भोपाल मालती राय, कमिश्नर भोपाल पवन कुमार शर्मा, अपर आयुक्त चिकित्सा शिक्षा डॉ पंकज जैन, डीन गाँधी मेडिकल कॉलेज भोपाल डॉ कविता सिंह, संचालक चिकित्सा शिक्षा डॉ अरुण श्रीवास्तव, अधीक्षक हमीदिया हॉस्पिटल डॉ सुनीत टंडन सहित स्वशासी समिति के सदस्य, मेडिकल कॉलेज के विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष, विभागीय अधिकारी निर्माण एजेंसियों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।
ग्लोबल कैपेबिलिटी सेंटर्स को स्थापित एवं विकसित करने मिलेगी हर संभव मदद और सुविधा : मुख्यमंत्री डॉ. यादव

मुख्यमंत्री ने इन्वेस्ट मध्यप्रदेश रोड-शो में जीसीसी पर राउंडटेबल मीटिंग में उद्योगपतियों से किया संवाद जीसीसी के लिए संवाद का क्रम लगातार रहेगा जारी मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि प्रदेश में ग्लोबल कैपेबिलिटी सेंटर्स (जीसीसी) को स्थापित एवं विकसित करने के लिए हर संभव मदद और सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव बेंगलुरु में इन्वेस्ट मध्यप्रदेश रोड-शो के दौरान जीसीसी पर राउंडटेबल मीटिंग को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने उद्योगपतियों और इन्वेस्टर्स को आश्वस्त किया कि बेंगलूरू जैसे टियर-1 शहर की सभी आवश्यकताएं एवं अनुकूलता प्रदेश के विभिन्न शहरों में विकसित की जाएगी। जीसीसी एवं उसके लिए आवश्यक सभी क्षेत्रों में समान रूप में अधोसंरचना और सुविधाओं का विकास किया जाएगा, जिससे कि प्रदेश के जीसीसी को स्थापित होने के लिए अनुकूल इको-सिस्टम मिल सकें। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि जीसीसी को प्रदेश में स्थापित करने के लिए उद्योगपतियों से लगातार संवाद का क्रम जारी रहेगा। राउंडटेबल मीटिंग में जीसीसी की स्थापना, अनुकूलता, संभावना और निवेश पर विस्तृत चर्चा की गई। बेंगलुरु एवं देशभर से प्रसिद्ध जीसीसी कंपनी के प्रतिनिधियों ने जीसीसी के लिए आवश्यक टैलेंट बिल्डिंग, अधोसंरचना, निवेश, इको सिस्टम, कोलेब्रशन, कनेक्टिविटी, रोजगार के अवसर विकसित करने संबंधी विचार रखे और आवश्यक सुझाव दिए। मीटिंग में विभिन्न उद्योगपतियों सहित प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित रहें।
उद्योगों के सहयोग से मध्यप्रदेश और देश सभी क्षेत्रों में बढ़ेगा आगे : मुख्यमंत्री डॉ. यादव

बेंगलुरू में हुआ "राउंड टेबल सेशन ऑन इन्वेस्टमेंट ऑपर्च्युनिटी इन मध्यप्रदेश" मध्यप्रदेश में उद्योग के अवसर संभावनाओं और नीतियों पर हुई विस्तृत चर्चा मुख्यमंत्री ने उद्योगपतियों के साथ किया नेटवर्किंग डिनर बेंगलुरू में पहला दिन मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मध्यप्रदेश निवेश प्रोत्साहन के लिये बेंगलुरु में आयोजित "राउंड टेबल सेशन ऑन इन्वेस्टमेंट ऑपर्च्युनिटी इन मध्यप्रदेश" में उद्योगपतियों से संवाद करते हुए कहा कि उद्योगों की स्थापना और उद्यमियों को प्रोत्साहन से मध्यप्रदेश सभी क्षेत्रों में आगे बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने दुनिया में अपनी अलग पहचान बनाई है। इसमें उद्योगों का अहम योगदान रहा है। उद्योगों के सहयोग से ही मध्यप्रदेश और भारत प्रधानमंत्री मोदी के आत्मनिर्भर और विकसित भारत की संकल्पना का साकार करेगा। बेंगलुरू में राउंड टेबल सेशन में मध्यप्रदेश में उद्योगों के लिये अवसर, संभावनाओं और नीतियों पर उद्योगपतियों के साथ विस्तृत चर्चा हुई, जिसमें उद्योगपतियों ने अपने अनुभव साझा किये। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने उद्योगपतियों के साथ नेटवर्किंग डिनर भी किया। राउंड टेबल सेशन में चेयरमैन नैसकॉम और सीईओ कॉग्निजेंट राजेश नांबियार ने कहा कि मध्यप्रदेश में उद्योगों के लिए पर्याप्त अवसर मौजूद हैं। सुकून और शांति के टापू मध्यप्रदेश में उनकी कंपनी निश्चित ही उद्योग स्थापित करेंगी। इंफोसिस की ग्लोबल डिलीवरी हेड सुश्री बिंदिया राज ने कहा कि प्रदेश के लोकल टेलेंट को निखारने और रोजगार देने के लिए मध्यप्रदेश में एआई सेंटर ऑफ एक्सीलेंस स्थापित किया जाएगा। राकुटेन सिंफनी के एमडी राहुल अत्री ने कहा कि इंदौर क्लीनेस्ट सिटी होने के साथ ही उत्पादन हब बनने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। राउंड टेबल सेशन में शामिल उद्योगपतियों ने मुख्यमंत्री डॉ. यादव को आश्वस्त किया कि वे सभी मध्यप्रदेश में उद्योग स्थापित करने में सकारात्मक रूप से आगे बढ़ रहे हैं। जल्द ही प्रदेश में उनकी कम्पनियाँ विभिन्न क्षेत्रों में उद्योग स्थापित करेगी। उद्योगपतियों ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. यादव के नेतृत्व में वर्तमान में उद्योगों विस्तारित करने, उद्योगों को लगाने में प्रशासनिक तौर पर सहयोग देने, उद्योग लगाने में आने वाली दिक्कतों को दूर करने के लिये सरकार की तत्परता को देखते हुए उद्योग लगाने के लिये मध्यप्रदेश में अनुकूल माहौल बना है। उद्योगपतियों ने राउंड टेबल सेशन में अधोसंरचना, इको सिस्टम, इंजीनियरिंग, रिसर्च, स्किल डेवलेपमेंट आदि विषयों पर विचार रखें और सुझाव भी दिए।
मृत्यु के बाद जलाने के लिए छत नहीं, तेज बारिश में तिरपाल ऊपर कर जलाई लाश*


*खरगोन!* जिले के महेश्वर क्षेत्र के ग्राम पंचायत कवड़िया में एक ऐसा मामला सामने आया है जहां किसी इंसान की मृत्यु होने पर जलाने के लिए छत नसीब नहीं हो रही है। शनिवार को ग्राम कवड़िया के स्थानीय निवासी कैलाश जाटव के आकस्मिक निधन के बाद उनको ग्राम कवड़िया के शमशान घाट ले जाया गया जहां मृत शरीर को शवदाह गृह में रखने के साथ ही तेज बारिश होने लग गई इसके साथ ही छत नहीं होने से मृतक शरीर को प्लास्टिक पन्नी हाथ से ऊपर कर जलाया गया। जैसा की वीडियो में साफ दिखाई दे रहा है शवदाह ग्रह का निर्माण तक दिखाई नहीं दे रहा है। ग्रामीणों से प्राप्त जानकारी अनुसार पिछले वर्ष आंधी तूफान में शवदाह ग्रह की छत पूरी तरह से गिर गई पर पंचायत ने अब तक इसका निर्माण नही कराया । ग्रामीणों ने बताया की बारिश के समय शमशान घाट में किसी भी प्रकार की कोई व्यवस्था नहीं है जिम्मेदार कोई ध्यान नहीं दे रहें हैं। जल्द से जल्द शवदाह गृह का निर्माण होना चाहिए ताकि इन दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़े ।