मंत्री मिथिलेश ठाकुर द्वारा गढ़देवी मंदिर के तोरण द्वार पर अपने माता-पिता का नाम लिखने पर पूर्व विधायक सत्येंद्र नाथ तिवारी ने किया विरोध
गढ़वा:- गढ़वा के पूर्व विधायक सत्येंद्र नाथ तिवारी ने कहा कि गढ़देवी मंदिर जो झारखंड ही नहीं, अन्य राज्यों में भी विख्यात और प्रसिद्ध मंदिर है। यह मंदिर हिंदू भावनाओं से जुड़ा हुआ है तथा गढ़वा वासियों के आस्था का प्रमुख केंद्र है।
लेकिन मंत्री मिथलेश ठाकुर गढ़देवी मंदिर के तोरण द्वार पर अपने माता-पिता का नाम इस तरह से लिखे हैं जैसे उनके माता-पिता ही गढ़ देवी मंदिर की स्थापना किए हैं।
मंत्री जी ने उस गेट पर (तोरण द्वार) शब्द लिखना भी मुनासिब नहीं समझा।
वहीं पूर्व विधायक ने कहा कि मैंने पहले भी कई अवसरों पर बोला है कि ये आक्रमणकारी है। ये ईस्ट इंडिया कंपनी के तर्ज पर पूर्व मंत्री गिरीनाथ सिंह के सहयोग से जमीन माफियागिरी करने के साथ-साथ अब यहां के देवी-देवताओं को भी हड़पने का असफल प्रयास कर रहे हैं, जिसे कभी किसी कीमत पर गढ़वावासी बर्दाश्त नहीं करेंगे।सत्येंद्र नाथ तिवारी ने कहा कि राज्य से बाहर होने की स्थिति में मैं समस्त गढ़वा वासियों से विनम्र आग्रह करता हूं कि इस तरीके के जनप्रतिनिधि जो ईस्ट इंडिया कंपनी के तर्ज पर यहां की संप्रभुता पर आक्रमण करे, उसके विरुद्ध बड़ी लड़ाई लड़ने की भी आवश्यकता पड़े तो हमें लड़कर अपने मान सम्मान की रक्षा करनी चाहिए। सभी गढ़वावासी के सहयोग से मंत्री जी के इस कुकृत्य को मैं सफल नहीं होने दूंगा।
उन्होंने कहा कि इसके पूर्व भी मंत्री जी ने मुझे मानहानि सहित तीन मुकदमा में गलत तरीका से फंसा कर मेरी आवाज को दबाने का नाकामयाब प्रयास किया है। पर मैं जब तक जिंदा रहूंगा, गढ़वा के मान सम्मान की रक्षा के लिए अपनी जान देने से भी पीछे नहीं हटूंगा। मैं जैसे ही गढ़वा वापस आऊंगा, आप सभी गढ़वावासी से मोरल सपोर्ट की आवश्यकता है। बाकी जरूरत पड़ा तो मंत्री के घर पर भी हमला करके गढ़वा के अस्मत की रक्षा करने का काम करूंगा।
इसके लिए अगर कोई सबसे ज्यादा जिम्मेवार है तो वह गिरिनाथ सिंह है। जिन्होंने चंद रुपए के स्वार्थ में साढ़े चार वर्ष तक मंत्री के काली कमाई में कमीशन लेकर मंत्री के खिलाफ एक शब्द भी बोलने का साहस नहीं किया और अब मंत्री के इशारे पर दोबारा लोगों को दिग्भ्रमित करते घूम रहे हैं। मंत्री जी से मोटी कमीशन लेने के बदले साढ़े चार वर्ष तक ये धृतराष्ट्र की भूमिका में रहे। जुबान पर जाब लगा रहा और अब यह भी बोलते हैं कि मंत्री जी भ्रष्ट हैं, जो उनके मुंह से शोभा नहीं देता है।
पूर्व विधायक सत्येंद्र नाथ तिवारी जी ने कहा कि आज आम जनों को पता है कि गिरिनाथ सिंह ने ही अपने स्वार्थ में चंद्र रूपए पैसे की लालच में मंत्री को यहां स्थापित कर गढ़वा के अस्मत के साथ खिलवाड़ कराने का काम किया है। उन्हें भी कभी गढ़वा की जनता माफ नहीं करेगी। मैं मंत्री जी से भी कहना चाहता हूं गढ़वा वासी ने आपको वोट देकर यहां का जनप्रतिनिधि इसलिए बनाया था कि आप उनके मान-सम्मान की रक्षा करेंगे लेकिन आपने किया ठीक विपरीत। इन गढ़वा वासियों का क्या दोष है?
तिवारी ने यह भी कहा कि मैं तो अभी भी आपको एक सलाह देता हूं कि आप गढ़देवी मंदिर के तोरण द्वारा से अपने माता-पिता का नाम अपने हाथों जाकर मिटाएं, जिससे गढ़वा वासी की आत्मा को ठंडक एवं शांति मिले। ऐसा करके आपके सानो शौकत पर असर नहीं पड़ेगा। आज पूरा गढ़वा ही नहीं झारखंड भी मान लिया है आप बहुत ही दबंग नेता के रूप में अपने को स्थापित कर चुके हैं। पर आमजन आपके दबंगई को खाक में मिलाने का काम करेगा। जब रावण जैसे सामंती दबंग और व्यभिचारी का नाश हो सकता है तो आप किस खेत के मूली हैं।
Aug 06 2024, 21:53