आज का इतिहास:आज ही के दिन भारत की खोज करने निकला था कोलंबस, कांगों में हुआ था भीषण रेल हादसा


नयी दिल्ली : तीन अगस्त का दिन बहुत सी घटनाओं का चश्मदीद गवाह रहा है। समुद्र के रास्ते भारत की खोज पर निकले इटली के नाविक क्रिस्टोफर कोलंबस ने आज ही दिन भारत की खोज पर निकले थे। इसके साथ ही आज ही दिन लोकतांत्रिक गणराज्य कांगो में एक ट्रेन दुर्घटना में 100 लोगों की मृत्यु हुई थी।

यह तो हम आप सभी जानते हैं कि इटली के नाबिक क्रिस्टोफर कोलंबस यूरोप से समुद्र मार्ग से भारत के रास्ते की खोज करने निकले थे, लेकिन यह बात बहुत कम लोगों को पता है कि उन्होंने अपनी यह यात्रा 1492 में तीन अगस्त के दिन ही शुरू की थी। इसके अलावा दुनिया को बेहतर बनाने के काम में जुटे लोगों के लिए भी आज का दिन महत्वपूर्ण है। 

दरअसल बाबा आम्टे को 1985 में आज के दिन ही जनसेवा के लिए रेमन मैगसेसे पुरस्कार प्रदान किया गया था।

1108 : लुई षष्ठम फ्रांस का सम्राट बना।

1492 : यूरोपीय देश स्पेन से सभी यहूदियों को बाहर निकाला गया।

1492 : इटली का नाविक क्रिस्टोफर कोलंबस तीन पोत के साथ भारत की खोज के लिए रवाना हुआ।

1678 : राबर्ट लासैले ने अमेरिका में पहले जहाज का निर्माण किया।

1780 : मेहर पोफम के तहत कैप्टन ब्रूस ने ग्वालियर पर कब्जा किया।

1886 : हिंदी के विद्वान मैथिली शरण गुप्त का जन्म।

1900 : फर्स्ट वन टायर एंड रबर कंपनी की स्थापना।

1914 : पहला समुद्री जहाज पनामा नहर से गुजरा।

1925 : अमेरिका की अंतिम सैन्य टुकड़ी ने निकारागुआ छोड़ा।

1957 : अब्दुल रहमान को मलेशिया का नया नेता चुन लिया गया। उनके नेतृत्व में ब्रिटेन से मलेशिया को आजादी मिली थी।

1960 : पश्चिम अफ्रीकी देश नाइजर ने फ्रांस से स्वतंत्रता हासिल की।

1985 : बाबा आम्टे को जनसेवा के लिए रेमन मैगसेसे पुरस्कार प्रदान किया गया।

2003 : अमेरिका के एंग्लिकन चर्च में एक समलैंगिक को बिशप बनाने का फ़ैसला किया गया। न्यू हैंम्पशायर के जेन रॉबिंसन को एपिस्कोपल चर्च के हाउस ऑफ़ डेपुटीज़ ने भारी बहुमत से बिशप बनाया।

2004 : अमेरिकी अंतरिक्ष यान मैसेंजर बुध ग्रह के लिए रवाना।

2007 : इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन के लिए रवाना हुआ रूसी अंतरिक्ष यान प्रोग्रेस एम-61 सफलतापूर्वक अपनी कक्षा में पहुँचा।

2007 : लोकतांत्रिक गणराज्य कांगो में एक ट्रेन दुर्घटना में 100 लोगों की मृत्यु।

3 अगस्त को जन्मे प्रसिद्ध व्यक्ति

1966 में आज ही के दिन अभिनेता फैज़ल ख़ान का जन्म हुआ था।

1960 में आज ही के दिन भारतीय क्रिकेटर गोपाल शर्मा का जन्म हुआ था।

1939 में 3 अगस्त के दिन ही बांग्ला साहित्य के एक प्रमुख कवि उत्पलकुमार बसु का जन्म हुआ।

1939 में आज ही के दिन भारतीय क्रिकेटर अपूर्व सेनगुप्ता का जन्म हुआ था।

1936 में 3 अगस्त के दिन ही भारतीय शास्त्रीय गायक छन्नूलाल मिश्रा का जन्म हुआ था।

1919 में आज ही के दिन भारतीय संगीतकार और बाल अभिनेता जयदेव का जन्म हुआ था।

1916 में 3 अगस्त के दिन ही भारतीय गीतकार और शायर शकील बदायूंनी का जन्म हुआ था।

1886 में आज ही के दिन कालजयी रचनाओं के कवि मैथलीशरण गुप्त का जन्‍म हुआ था।

3 अगस्त को हुए निधन

1993 में 3 अगस्त के दिन ही हिंदुस्तान रिपब्लिकन एसोसिएशन के प्रमुख सदस्य प्रेमकृष्ण खन्ना का निधन हुआ था।

1990 में आज ही के दिन स्वतंत्रता सेनानी व उड़ीसा और मध्य प्रदेश के राज्यपाल रहे सी. एम. पुनाचा का निधन हुआ था।

3 अगस्त को प्रमुख उत्सव

हृदय प्रत्यारोपण दिवस (भारत)

दुखद : ऐसे में तो कमजोर हो जाएगी बुढ़ापे की लाठी ! रिटायरमेंट के पैसे पर बढ़ा 40 % का बोझ


नई दिल्‍ली : इनकम टैक्‍स का यह सामान्‍य नियम है कि इसे हमेशा आगे की योजनाओं पर लागू किया जाता है. आपने कोई निवेश पहले किया है तो उस पर लागू नहीं किया जाना चाहिए, लेकिन 23 जुलाई को पेश किए गए बजट 2024 में सरकार ने सभी तरह के कैपिटल गेन पर डंडेक्‍सेशन यानी महंगाई के सापेक्ष मिलने वाली छूट को समाप्‍त कर दिया.

बजट के बाद ज्‍यादा विपक्ष ने भी इस पर हो-हल्‍ला मचाया, लेकिन ज्‍यादातर बातें प्रॉपर्टी के इर्द-गिर्द ही होती रहीं. लेकिन, क्‍या आपको पता है कि इस नए नियम से आपकी बुढ़ापे की लाठी भी कमजोर हो जाएगी. क्‍यों और कैसे, चलिए आपको बहुत ही साधारण भाषा और कैलकुलेशन के साथ समझाते हैं.

पहले आपको याद दिला दें कि सरकार ने कैपिटल गेन पर बदला क्‍या है. इसके लिए एक साल पीछे ले चलते हैं. साल 2023 में सरकार ने रिटायरमेंट के लिए सबसे ज्‍यादा पसंद की जाने वाली म्‍यूचुअल फंड कैटेगरी पर इंडेक्‍सेशन का लाभ खत्‍म किया था।

हम बात कर रहे हैं डेट म्‍यूचुअल फंड की, जिस पर आपको मुश्किल से 7 से 8 या बहुत हो गया तो 9 फीसदी तक रिटर्न मिलता है. इसका मतलब है कि इस फंड पर आपको 10 फीसदी का सालाना रिटर्न शायद ही मिले. बावजूद इसके कम्‍पाउंडिंग की ताकत के भरोसे यह फंड लांग टर्म में अच्‍छा खास कॉपर्स तैयार करने की क्षमता रखता है. यही कारण है कि ज्‍यादातर लोग अपना रिटायरमेंट फंड तैयार करने के लिए डेट म्‍यूचुअल फंड को पसंद करते थे.

क्‍या हुआ था बदलाव

डेट म्‍यूचुअल फंड को पसंद का सिलसिला साल 2023 तक था, लेकिन पिछले साल के बजट में सरकार ने इस कैटेगरी पर इंडेक्‍सेशन का लाभ खत्‍म कर दिया. इसका मतलब हुआ कि लोगों के रिटायरमेंट बचत पर सीधे चोट लगी. इससे पहले तक इस कैटेगरी के म्‍यूचुअल फंड पर लांग टर्म में मिले रिटर्न पर 20 फीसदी टैक्‍स लगता था, लेकिन महंगाई के सापेक्ष रिटर्न पर छूट भी मिलती थी. जिससे प्रभावी टैक्‍स काफी कम रह जाती थी. सरकार ने कहा था कि साल 2023 के बाद इस कैटेगरी में निवेश किया तो इंडेक्‍सेशन का लाभ नहीं मिलेगा. इसका मतलब सीधे तौर पर 20 फीसदी लांग टर्म कैपिटल गेन टैक्‍स चुकाना होगा. चलो, यहां तक तो ठीक था कि भाई अब हम आगे इसमें पैसे ही नहीं लगाएंगे. लेकिन, असली समस्‍या अब शुरू हुई.

2024 में क्‍या किया

बीते एक साल में लोगों ने मन बना लिया कि चलो भाई यहां पैसे ही नहीं लगाते हैं. लेकिन, 2024 वाले बजट में सरकार ने सभी तरह के कैपिटल गेन वाले निवेश पर इंडेक्‍सेशन खत्‍म कर लांग टर्म कैपिटल गेन टैक्‍स 20 फीसदी से घटाकर 12.5 फीसदी कर दिया. इसका असर 1 अप्रैल, 2023 से पहले इस फंड में लगाए पैसों पर भी पड़ेगा.

देखने में तो आपको लग रहा है कि सरकार ने टैक्‍स की दर घटा दी है, लेकिन जब आप इंडेक्‍सेशन के साथ इसे देखेंगे तो होश उड़ जाएगा. कैसे, बस यह कैलकुलेशन देख लीजिए.

होश उड़ा देगा कैलकुलेशन

मान लेते हैं आपने 31 मार्च, 2023 को डेट म्‍यूचुअल फंड में 10 लाख रुपये का निवेश किया कि इससे रिटायरमेंट तक मोटा कॉपर्स तैयार कर लेंगे. हम आपको रिटायरमेंट तक ले जाने के बजाए सिर्फ 3 साल आगे यानी साल 2026 तक ले चलते हैं. इस दौरान आपको सिर्फ 7 फीसदी का भी रिटर्न मिला तो कंपाउंड के साथ आपकी रकम बढ़कर 12,25,043 रुपये हो जाएगी. इसका मतलब आपने 2,25,043 रुपये का कैपिटल गेन यानी रिटर्न कमाया.

इस दौरान महंगाई 4 फीसदी की दर से बढ़ी तो इंडेक्‍सेशन के साथ आपके पास वास्‍तव में टैक्‍स चुकाने लायक रिटर्न सिर्फ 1,00,179 रुपये होगा. इस पर आप 20 फीसदी सीधा लांग टर्म कैपिटल गेन टैक्‍स यानी 20,035.80 रुपये का टैक्‍स चुका दीजिए.

लेकिन, बजट 2024 में इंडेक्‍सेशन खत्‍म किए जाने के बाद आपको 12.5 फीसदी टैक्‍स पूरे कैपिटल गेन पर चुकाना होगा. इसका मतलब हुआ कि 2,25,043 रुपये 12.5 फीसदी टैक्‍स जो होगा 28,130 रुपये. आपके ऊपर जो बढ़ा हुआ टैक्‍स आया, उसकी रकम होगी 8,095 रुपये. अब इसे फीसदी में बदलकर देखें तो टैक्‍स का बोझ सीधे 40 फीसदी बढ़ गया है. यह गणित सिर्फ 3 साल निवेश के बाद है, जरा अंदाजा लगाइये कि आपने 30 साल का रिटायरमेंट फंड तैयार किया तो क्‍या होगा. हो गई न बुढ़ाने की लाठी कमजोर!

कहते है ना सब्र का फल मीठा होता है इस वाक्य को साबित की हैं गाजियाबाद की इस महिला ने 7 करोड़ की प्लाट महिला को मिला सिर्फ 4 लाख में।


दिल्ली:- दिल्ली एनसीआर में फ्लैट खरीदना तो जैसे आम लोगों के लिए एक सपना हो गया है, ऐसे में आपको पता चले कि सिर्फ 4 लाख रुपये में किसी को 500 वर्ग मीटर का प्लॉट मिल जाए तो कैसा लगेगा? जी हां ऐसा ही हुआ है एक 70 साल की महिला के साथ.

उन्हें इंदिरापुरम जैसे पॉश इलाके में 500 वर्ग मीटर का प्लॉट सिर्फ 4 लाख रुपये में मिला है जिसकी वर्तमान में कीमत करीब 7 करोड़ रुपये है.

एक कहावत है कि सब्र का फल मीठा होता है, कुछ ऐसा ही असल जीवन में देखने को मिला है. जहां एक महिला ने लगातार तीन दशकों तक कानून की लड़ाई लड़ी और जीडीए को आखिरकार हरा दिया.

महिला का नाम लता जैन है जिन्होंने 16 अगस्त 1988 को नर्सिंग होम बनाने के लिए पटेल नगर में एक 500 वर्ग मीटर का प्लॉट बुक किया था. प्लॉट बुक करने के लिए लता जैन ने जीडीए (गाजियाबाद डेवलपमेंट अथॉरिटी) को 50 हजार रुपये बुकिंग अमाउंट भी दिया था.

कंज्यूमर फॉरम ने सुनाया फैसला

कुछ दिन बाद जीडीए ने प्लॉट को विवादित बताते हुए लता जैन को उनकी बुकिंग अमाउंट का रिफंड ऑफर कर दिया. बुकिंग अमाउंट को लता ने लेने से इनकार कर दिया और वह कंज्यूमर फॉरम चली गईं.

कंज्यूमर फॉरम के सामने जीडीए ने कहा कि लता ने बिना अलॉटमेंट के ही प्लॉट किसी दूसरी पार्टी को बेच दिया था. लेकिन, इस आरोप को जीडीए साबित नहीं कर पाया और कंज्यूमर फॉरम ने लता के हित में फैसला दिया.

2009 में कंज्यूमर फॉरम ने लता के पक्ष में फैसला सुनाया था. इसके 1 साल बाद जीडीए ने इलाहाबाद हाई कोर्ट का रुख किया. जीडीए ने इस केस में हाई कोर्ट में अर्जी दाखिल की.

1988 के रेट से ही मिले प्लॉट

इलाहाबाद हाई कोर्ट ने भी कंज्यूमर फॉरम का फैसला बरकरार रखा और लता के पक्ष के फैसला सुनाया. इसके बाद 2010 में जीडीए ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया.

सुप्रीम कोर्ट में यह केस करीब 14 साल और चला. जिसके बाद अब जाकर लता को न्याय मिला है. 5 अप्रैल 2024 को लता के पक्ष में सुप्रीम कोर्ट ने भी फैसला सुनाया है. सुप्रीम कोर्ट ने जीडीए को आदेश दिया है कि महिला को इंदिरापुरम में न्याय खंड 1 में 500 वर्ग मीटर का प्लॉट अलॉट किया जाए. सुप्रीम कोर्ट ने इस दौरान कहा कि महिला को 1988 के रेट पर ही प्लॉट अलॉट किया जाए.

क्या है जमीन का भाव

1988 में इस जगह पर प्लॉट की कीमत 350 रुपये वर्ग मीटर के हिसाब से मिल रही थी. जो कि 2024 में करीब 1.35 लाख रुपये वर्ग मीटर हो गई है. इस हिसाब से महिला को करीब 7 करोड़ रुपये का प्लॉट महज 3.75 लाख रुपये मिल रहा है. लेकिन इसके पीछे करीब 36 सालों का लंबा इंतजार भी है. महिला के रिश्तेदार ने एक अखबार से चर्चा करते हुए बताया है कि महिला इस प्लॉट पर नर्सिंग होम खोलना चाहती थी लेकिन अब वह 70 साल से ज्यादा की उम्र की हैं.

इस उम्र में वह नर्सिंग होम खोलेंगी यह तो नहीं पता लेकिन वह एक लंबी कानूनी जंग लड़कर यहां पहुंची हैं.

सोशल मीडिया में इन दिनों ऋतिक रोशन के हमशक्ल का वीडियो जूस बेचते वायरल हो रहा है,वीडियो देख फैंस हुए हैरान।


नई दिल्ली:- सोशल मीडिया पर अक्सर वीडियो वायरल होते रहते हैं। जिन्हे देख कभी हंसते- हंसते लोट-पोट हो जाते हैं तो कभी हैरान रह जाते है कि ऐसा भी हो सकता है। वही ऋतिक रोशन का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। जिसे देख आप हैरान हो जाएंगे।

एक शक्ल के कई लोग होते हैं ये तो हम सभी जानते हैं लेकिन उन्हें देख पाना या मिल पाना मुश्किल होता है मगर सोशल मीडिया ने अब वो भी आसान बना दिया है. सोशल मीडिया पर अब ऋतिक रोशन के हमशक्ल का वीडियो वायरल हो रहा है. इसे देखकर एक बार आप भी चौंक जाएंगे कि ये कहीं असली वाले ऋतिक तो नहीं हैं.

ऋतिक रोशन का मिला हमशक्ल

ऋतिक रोशन का ये हमशक्ल तासगांव का रहने वाला है. ये एक जूस सेंटर पर काम करता है. जिसे देखने के बाद एक बार तो हर कोई उसके साथ सेल्फी लेता ही है क्योंकि उसकी शक्ल, आंखें हूबहू ऋतिक से मिलती हैं. उसे देखने के बाद हर किसी के मुंह से निकल रहा है अरे ऋतिक रोशन. इस शख्स की वीडियो देखने के बाद हर कोई वीडियो पर ढेर सारे कमेंट कर रहे हैं.

लोग हुए हैरान

ऋतिक रोशन के हमशक्ल के वीडियो पर लोग कमेंट करते नहीं रुक रहे हैं. एक ने लिखा- ऋतिक रोशन के हाथ से कौन जूस नहीं पीना चाहेगा. वहीं दूसरे ने लिखा- कोई ना एक दिन ऋतिक आएगा आपके पास. एक ने लिखा- कोरियन ग्लास ट्रीटमेंट करा ले भाई 2-3 साल में रियल से भी ज्यादा आगे होगा. 

इन वीडियो को लोग खूब शेयर भी कर रहे हैं. बता दें ये पहली बार नहीं हुआ है कि किसी सेलेब के हमशक्ल का वीडियो वायरल हुआ हो. पहले भी कई सितारों के हमशक्ल की वीडियोज वायरल हो चुके हैं.

दुर्लभ संयोग में श्रावण शिवरात्रि आज,जानें शुभ मुहूर्त, पूजा विधि, जल चढ़ाने का समय और शिव आरती


नयी दिल्ली : आज यानी 02 अगस्त के दिन सावन शिवरात्रि का पर्व मनाया जा रहा है। ये दिन शिव जी की पूजा करने के लिए सबसे शुभ माना जाता है। मान्यता है कि सावन शिवरात्रि पर महादेव की पूजा के साथ-साथ शिवलिंग का जलाभिषेक करने पर मनोवांछित फलों की प्राप्ति होती हैं। साथ ही सुख-समृद्धि का आशीर्वाद भी प्राप्त होता है। 

सावन शिवरात्रि के खास दिन पर सर्वार्थ सिद्धि योग का निर्माण हो रहा है। इस योग का समय सुबह 10:59 से लेकर 3 अगस्त सुबह 6 बजकर 2 मिनट तक रहने वाला है। ऐसे में भगवान शिव की अर्चना करने से तरक्की के योग का निर्माण होता है। इस दिन व्रत रखने का भी विधान है।

वहीं 22 जुलाई से शुरू हुई कांवड़ यात्रा का समापन सावन शिवरात्रि यानी आज होगा। 

इस दौरान सभी कांवड़िए गंगा तट से लाए हुए जल को शिवलिंग पर अर्पित करेंगे। इस दौरान पूजा करने से यात्रा का संपूर्ण फल प्राप्त होता है। वहीं कुछ लोग घर या मंदिरों में शिव जी की पूजा करते हैं। ऐसे में आइए महादेव की पूजा विधि के बारे में जान लेते हैं।

सावन शिवरात्रि शुभ मुहूर्त 

ब्रह्म मुहूर्त – सुबह 4 बजकर 31 मिनट से 5 बजकर 15 मिनट तक रहेगा।

विजय मुहूर्त – दोपहर 2 बजकर 45 मिनट से 3 बजकर 37 मिनट तक रहने वाला है।

गोधूलि मुहूर्त – शाम 07 बजकर 08 मिनट से 08 बजकर 13 मिनट तक होगा।

निशिता मुहूर्त – रात 12 बजकर 12 मिनट से 12 बजकर 55 मिनट तक रहेगा।

सर्वार्थ सिद्धि योग – 2 अगस्त 2024 सुबह 10 बजकर 59 मिनट से 3 अगस्त 2024 को सुबह 6 बजकर 2 मिनट तक रहेगा।

सावन शिवरात्रि पूजा सामग्री

भगवान शिव की पूजा में बेलपत्र, धतूरा, भांग, बेर, गुलाल और सफेद चंदन को शामिल करें। साथ ही दूध दही, कपूर, धूप, दीप, रूई, शहद, घी,पंच फल, गन्ने का रस, गंगाजल, और श्रृंगार की सामग्री को भी रखें। माना जाता है कि इन सामग्रियों से पूजा करने पर महादेव प्रसन्न होते हैं। 

जलाभिषेक विधि

सावन शिवरात्रि पर यदि आप महादेव का जलाभिषेक करते हैं, तो सबसे पहले शिवलिंग का दूध, दही, शहद, घी, शक्कर, गन्ने के रस से अभिषेक करें। इसके बाद एक लोटे में गंगाजल लें। जल में काला तिल मिलाकर रख लें। फिर शिव जी के मंत्र का जाप करें। अब इस जल को शिवलिंग पर अर्पित कर दें। इसके बाद आप फूल, फल और मिठाई आदि चीजों को अर्पि करें।

रुद्राभिषेक विधि

रुद्राभिषेक करने के लिए पहले शिवलिंग पर जल, दूध, दही, घी, शहद, शक्कर और गंगाजल से अभिषेक करें। इसके बाद रुद्राभिषेक मंत्र का जाप करें। फिर शिवलिंग पर चावल चढ़ाएं। इस दौरान फूल, बेलपत्र, धतूरा, और भांग भी अर्पित करते रहें। बाद में आरती करते हुए शंखनाद करें।

महादेव पूजन विधि

सावन शिवरात्रि पर सुबह ही स्नान कर लें। फिर पूजा स्थल पर सभी सामग्रियों को एकत्रित करते हुए, पूजा की तैयारी शुरू करें। घर या मंदिर जहां भी पूजा करनी है, वहां पर अपना स्थान लें। सबसे पहले शिवलिंग का अभिषेक करें। इसके बाद शिव जी को बेलपत्र, धतूरा और गंगाजल चढ़ाएं। फिर महादेव को आक का फूल अर्पित करें। अंत में शिव चालीसा का पाठ करें।

भगवान शिव के प्रभावशाली मंत्र

ओम साधो जातये नम:।। ओम वाम देवाय नम:।।

ओम अघोराय नम:।। ओम तत्पुरूषाय नम:।।

ओम ईशानाय नम:।। ॐ ह्रीं ह्रौं नमः शिवाय।।

शिव जी की आरती

ओम जय शिव ओंकारा, स्वामी जय शिव ओंकारा।

ब्रह्मा, विष्णु, सदाशिव अर्द्धांगी धारा।।

ओम जय शिव ओंकारा।।

एकानन चतुरानन पञ्चानन राजे। हंसानन गरूड़ासन

वृषवाहन साजे।।

ओम जय शिव ओंकारा।।

दो भुज चार चतुर्भुज दसभुज अति सोहे।

त्रिगुण रूप निरखते त्रिभुवन जन मोहे।।

ओम जय शिव ओंकारा।।

अक्षमाला वनमाला मुण्डमालाधारी।

त्रिपुरारी कंसारी कर माला धारी।।

ओम जय शिव ओंकारा।।

श्वेताम्बर पीताम्बर बाघम्बर अंगे।

सनकादिक गरुड़ादिक भूतादिक संगे।।

ओम जय शिव ओंकारा।।

ब्रह्मा विष्णु सदाशिव जानत अविवेका।

मधु कैटव दोउ मारे, सुर भयहीन करे।।

ओम जय शिव ओंकारा।।

लक्ष्मी, सावित्री पार्वती संगा।

पार्वती अर्द्धांगी, शिवलहरी गंगा।।

ओम जय शिव ओंकारा।।

पर्वत सोहें पार्वतू, शंकर कैलासा।

भांग धतूर का भोजन, भस्मी में वासा।।

ओम जय शिव ओंकारा।।

जया में गंग बहत है, गल मुण्ड माला।

शेषनाग लिपटावत, ओढ़त मृगछाला।।

ओम जय शिव ओंकारा।।

काशी में विराजे विश्वनाथ, नन्दी ब्रह्मचारी।

नित उठ दर्शन पावत, महिमा अति भारी।।

ओम जय शिव ओंकारा।।

त्रिगुणस्वामी जी की आरति जो कोई नर गावे।

कहत शिवानन्द स्वामी मनवान्छित फल पावे।।

ओम जय शिव ओंकारा।। ओम जय शिव ओंकारा।।

आज का इतिहास:1878 में आज ही के दिन नेशनल फ्लैग ‘तिरंगा’ की रचना करने वाले पिंगली वेंकैया का हुआ था जन्म,जाने 2 अगस्त की महत्वपूर्ण घटनाएं।


नयी दिल्ली : 2 अगस्त का इतिहास काफी महत्वपूर्ण माना जाता है क्योंकि 1878 में आज ही के दिन इंडिया के नेशनल फ्लैग तिरंगे की रचना करने वाले पिंगली वेंकैया का जन्म हुआ था। 1955 में 2 अगस्त के दिन ही सोवियत संघ ने परमाणु परीक्षण किया था।

1987 में आज ही के दिन फिलिपींस में आयोजित विश्व जूनियर शतरंज चैंपियनशिप में भारत के विश्वनाथन आनंद ने जीत हासिल की थी। 2001 में 2 अगस्त को ही पाकिस्तान से भारत से चीनी आयात को मंजूरी दी थी।

2012 में आज ही के दिन लंदन ओलंपिक में इंडिया ने 6 मेडल जीते थे और इसमें 2 रजत और 4 कांस्य शामिल थे।

2001 में 2 अगस्त को ही पाकिस्तान ने भारत से चीनी आयात को मंजूरी दी थी।

1999 में 2 अगस्त को ही ब्रह्मपुत्र मेल गैसल में अवध-असम एक्सप्रेस से टकराई थीं।

1990 में आज ही के दिन इराक ने कुवैत पर हमला किया था। बता दें कि यह हमला फारस की खाड़ी में तनाव बढ़ने के कारण किया गया था।

1984 में आज ही के दिन यूरोप की मानवाधिकार अदालत ने ब्रिटेन के 1 नागरिक की फोन टैपिंग को यूरोपीय संधि का उल्लंघन बताया था।

1987 में 2 अगस्त को ही विश्वनाथ आनंद ने विश्व जूनियर शतरंज चैंपियनशिप में जीत हासिल की थी।

1955 में 2 अगस्त को ही सोवियत संघ ने परमाणु परीक्षण किया था।

1944 में आज ही के दिन तुर्की ने जर्मनी के साथ राजनयिक संबंध तोड़े थे।

1870 में 2 अगस्त को ही लंदन में वर्ल्ड का पहला भूमिगत ट्यूब रेलवे टावर सबवे स्टार्ट हुआ था।

1831 में आज ही के दिन नीदरलैंड की सेना ने 10 दिन के अभियान के बाद बेल्जियम पर कब्जा कर लिया था।

1790 में 2 अगस्त को ही अमेरिका में पहली बार जनगणना हुई थी।

2 अगस्त को जन्में प्रसिद्ध व्यक्ति

1878 में आज ही के दिन इंडिया के नेशनल फ्लैग तिरंगे की रचना करने वाले पिंगली वेंकैया का जन्म हुआ था।

1877 में 2 अगस्त के दिन ही मध्य प्रदेश के प्रथम मुख्यमंत्री पंडित रवि शंकर शुक्ल का जन्म हुआ था। 

1861 में आज ही के दिन भारत के प्रसिद्ध वैज्ञानिक और रसायन विज्ञान के जनक माने जाने वाले प्रफुल्ल चंद्र राय का जन्म हुआ था।

1970 में आज ही के दिन पश्चिम भारतीय क्रिकेटर फिलो वालेस का जन्म हुआ था।

1966 में 2 अगस्त के दिन ही भारतीय क्रिकेटर एमवी श्रीधर का जन्म हुआ था।

1956 में आज ही के दिन गुजरात के मुख्यमंत्री रहे विजय रूपाणी का जन्म हुआ था।

1922 में 2 अगस्त के दिन ही भारत के प्रसिद्ध उद्यमियों में से एक जीपी बिड़ला का जन्म हुआ था।

2 अगस्त को हुए निधन

2009 में आज ही के दिन कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और गुजरात के राज्यपाल रहे देवेन्द्र नाथ द्विवेदी का निधन हुआ था।

1980 में 2 अगस्त के दिन ही पद्म भूषण से सम्मानित प्रसिद्ध मूर्तिकार रामकिंकर बैज का निधन हुआ था।

1979 में आज ही के दिन हिंदी चलचित्र अभिनेता और गायक करन दीवान का निधन हुआ था।

1714 में 2 अगस्त के दिन ही स्टीम इंजन के आविष्कारक डेनिस पापेन का निधन हुआ था।

2 अगस्त को प्रमुख उत्सव

* मैत्री दिवस

* दादरा एवं नगर हवेली मुक्ति दिवस।

दिल्ली- एनसीआर में मौसम ने ली अचानक करवट हुई तेज बारिश,झमाझम बारिश से कई जगहो पर जलभराव


दिल्ली-एनसीआर में बुधवार शाम को अचानक मौसम ने करवट बदली। बारिश होने से उमस और पसीने से बेहाल लोगों को राहत मिली है। बीते दिनों से न के बराबर बारिश नहीं होने के कारण तापमान में भी लगातार इजाफा हो रहा था।

बुधवार सुबह से ही आसमान में बादलों की लुकाछिपी जारी थी। शाम होते-होते अचानक मौसम बदला और झमाझम बारिश शुरू हो गई, मौसम सुहाना होने से लोग बारिश का लुत्फ उठाते नजर आए। 

वहीं कुछ देर की ही बारिश में दिल्ली-एनसीआर के कई इलाकों में जलभराव से लोग हलाकान हैं। शाम का समय होने से लोग घरों की ओर नहीं जा पा रहे। जहां-तहां लोग फंस गए हैं। वहीं बारिश हल्की होने पर जब लोग एक साथ निकले तो जगह-जगह जाम जैसे हालात बन गए। 

बारिश के चलते सड़कों पर लगा जाम:

भारी बारिश के कारण नई दिल्ली के साउथ एक्सटेंशन इलाके में भयंकर ट्रैफिक जाम हो गया है। वाहन रेंगते हुए नजर आए। इसी तरह दिल्ली और नोएडा के भी अलग-अलग इलाकों के रास्तों पर जाम जैसे हालात रहे।

दिल्ली- एनसीआर में मौसम ने ली अचानक करवट हुई तेज बारिश,झमाझम बारिश से कई जगहो पर जलभराव


दिल्ली-एनसीआर में बुधवार शाम को अचानक मौसम ने करवट बदली। बारिश होने से उमस और पसीने से बेहाल लोगों को राहत मिली है। बीते दिनों से न के बराबर बारिश नहीं होने के कारण तापमान में भी लगातार इजाफा हो रहा था।

बुधवार सुबह से ही आसमान में बादलों की लुकाछिपी जारी थी। शाम होते-होते अचानक मौसम बदला और झमाझम बारिश शुरू हो गई, मौसम सुहाना होने से लोग बारिश का लुत्फ उठाते नजर आए। 

वहीं कुछ देर की ही बारिश में दिल्ली-एनसीआर के कई इलाकों में जलभराव से लोग हलाकान हैं। शाम का समय होने से लोग घरों की ओर नहीं जा पा रहे। जहां-तहां लोग फंस गए हैं। वहीं बारिश हल्की होने पर जब लोग एक साथ निकले तो जगह-जगह जाम जैसे हालात बन गए। 

बारिश के चलते सड़कों पर लगा जाम:

भारी बारिश के कारण नई दिल्ली के साउथ एक्सटेंशन इलाके में भयंकर ट्रैफिक जाम हो गया है। वाहन रेंगते हुए नजर आए। इसी तरह दिल्ली और नोएडा के भी अलग-अलग इलाकों के रास्तों पर जाम जैसे हालात रहे।

अनिद्रा से परेशान है तो शुरू कर दे ये योगासन आएगी अच्छी और गहरी नींद


अगर नींद नहीं आने की समस्या से परेशान हैं तो योगासन एक प्रभावी उपाय हो सकता है। योगासन न केवल शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार करता है, बल्कि मानसिक शांति और संतुलन भी प्रदान करता है। निम्नलिखित योगासन आपकी नींद की गुणवत्ता में सुधार करने में मदद कर सकते हैं:

1. शवासन (Corpse Pose)

शवासन एक गहरे विश्राम का आसन है जो तनाव और चिंता को कम करने में मदद करता है।

विधि: पीठ के बल लेट जाएं, पैरों और हाथों को आरामदायक दूरी पर फैलाएं। आंखें बंद करें और गहरी सांस लें।

लाभ: मन को शांति मिलती है और मस्तिष्क शांत होता है, जिससे नींद में सुधार होता है।

2. बालासन

बालासन तनाव और थकान को दूर करने में मदद करता है।

विधि: घुटनों के बल बैठें और आगे झुकें, माथे को जमीन पर रखें और हाथों को आगे की ओर फैलाएं।

लाभ: यह आसन मस्तिष्क को शांत करता है और तनाव को कम करता है।

3. विपरीत करणी

 ;(Legs-Up-the-Wall Pose)

यह आसन रक्त प्रवाह को सुधारने और थकान को कम करने में मदद करता है।

विधि: दीवार के पास बैठें, फिर पीठ के बल लेटें और पैरों को दीवार के सहारे ऊपर उठाएं।

लाभ: यह आसन तंत्रिका तंत्र को शांत करता है और शरीर को आराम प्रदान करता है।

4. भ्रामरी प्राणायाम

भ्रामरी प्राणायाम मानसिक शांति और तनाव को कम करने में मदद करता है।

विधि: आरामदायक स्थिति में बैठें, आंखें बंद करें और गहरी सांस लें। फिर नाक से "हमिंग" ध्वनि निकालें।

लाभ: यह प्राणायाम मस्तिष्क को शांत करता है और नींद में सुधार करता है।

5.अधोमुखश्वानासन

यह आसन शारीरिक और मानसिक तनाव को कम करने में मदद करता है।

विधि: अपने हाथों और घुटनों पर आएं, फिर अपने कूल्हों को ऊपर उठाएं, शरीर को एक उल्टे "V" के आकार में लाएं।

लाभ: यह आसन रक्त संचार को सुधारता है और तंत्रिका तंत्र को शांत करता है।

6. जानुशीर्षासन

यह आसन मन को शांति और शरीर को आराम देता है।

विधि: पैरों को फैलाकर बैठें, एक पैर को मोड़ें और दूसरे पैर की ओर झुकें।

लाभ: यह आसन शरीर को खींचता है और तंत्रिका तंत्र को शांत करता है।

योगासन को नियमित रूप से करने से आप न केवल नींद की गुणवत्ता में सुधार कर सकते हैं, बल्कि समग्र स्वास्थ्य में भी सुधार कर सकते हैं। ध्यान रहे कि किसी भी योगासन को शुरू करने से पहले एक योग्य योग प्रशिक्षक से परामर्श अवश्य करें।

कलम के जादूगर मुंशी प्रेमचंद की आज 114 वी जयंती,आइए जानते है उनके अनमोल विचार


दिल्ली :- मुंशी प्रेमचंद, जिन्हें हिंदी और उर्दू साहित्य में कालजयी लेखक माना जाता है, का जन्म 31 जुलाई 1880 को वाराणसी के पास लमही गाँव में हुआ था। उनका असली नाम धनपत राय श्रीवास्तव था। उन्होंने अपने साहित्यिक करियर में सामाजिक मुद्दों, गरीबी, ग्रामीण जीवन और शोषण जैसे विषयों को प्रमुखता से उठाया।

प्रेमचंद ने अपने लेखन में भारतीय समाज के यथार्थ को सजीव रूप में प्रस्तुत किया। उनकी प्रमुख कृतियों में 'गोदान', 'गबन', 'सेवासदन', 'निर्मला', और 'रंगभूमि' शामिल हैं। उन्होंने लगभग 300 कहानियाँ लिखीं, जिनमें 'कफन', 'पूस की रात', 'ईदगाह', और 'बड़े भाई साहब' जैसी प्रसिद्ध कहानियाँ शामिल हैं।

मुंशी प्रेमचंद का साहित्यिक योगदान इतना महत्वपूर्ण है कि उन्हें 'उपन्यास सम्राट' की उपाधि से नवाजा गया। उन्होंने अपनी लेखनी के माध्यम से सामाजिक न्याय और सुधार की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान दिया। उनकी रचनाएँ आज भी प्रासंगिक और प्रेरणादायक मानी जाती हैं।

आइए जानते है मुंशी प्रेमचंद के 25 अनमोल विचार- 

मुंशी प्रेमचंद के अमूल्य वचन- 

 

1. आशा उत्साह की जननी है। आशा में तेज है, बल है, जीवन है। आशा ही संसार की संचालक शक्ति है।

 

2. आदमी का सबसे बड़ा शत्रु उसका अहंकार है।

 

3. आत्मसम्मान की रक्षा हमारा सबसे पहला धर्म ओर अधिकार है।

 

 

4. निराशा संभव को अससंभव बना देती है।

 

5. सोने और खाने का नाम जिंदगी नहीं है, आगे बढ़ते रहने की लगन का नाम ही जिंदगी हैं।

6. कुल की प्रतिष्ठा भी सदव्यवहार और विनम्रता से होती है, हेकड़ी और रौब दिखाने से नहीं।

 

7. आकाश में उड़ने वाले पंछी को भी अपना घर याद आता है।

 

8. अन्याय होने पर चुप रहना, अन्याय करने के ही समान है।

 

9. दौलतमंद आदमी को जो सम्मान मिलता है, वह उसका नहीं, उसकी दौलत का सम्मान है।

10. जीवन का सुख दूसरों को सुखी करने में है, उनको लूटने में नहीं।

 

11. न्याय और नीति सब लक्ष्मी के ही खिलौने हैं। इन्हें वह जैसे चाहती है, नचाती है।

12. संतान वह सबसे कठिन परीक्षा है जो ईश्वर ने मनुष्य को परखने के लिए गढ़ी है।

 

13. आलोचना और दूसरों की बुराइयां करने में बहुत फर्क है। आलोचना करीब लाती है और बुराई दूर करती है।

 

14. क्रोध मौन सहन नहीं कर सकता हैं। मौन के आगे क्रोध की शक्ति असफल हो जाती है। 

 

15. प्रेम एक बीज है, जो एक बार जमकर फिर बड़ी मुश्किल से उखड़ता है।

 

16. स्वार्थ में मनुष्य बावला हो जाता है।

 

17. कार्यकुशल व्यक्ति की सभी जगह जरूरत पड़ती है।

 

18. कुल की प्रतिष्ठा भी विनम्रता और सद्‍व्यवहार से होती है, हेकड़ी और रुआब दिखाने से नहीं।

19. विलासियों द्वारा देश का उद्धार नहीं हो सकता। उसके लिए सच्चा त्यागी होना पड़ेगा।

 

20. घर सेवा की सीढ़ी का पहला डंडा है। इसे छोड़कर तुम ऊपर नहीं जा सकते।

 

21. जीवन का वास्तविक सुख, दूसरों को सुख देने में है; उनका सुख छीनने में नहीं।

 

22. उपहास और विरोध तो किसी भी सुधारक के लिए पुरस्कार जैसे हैं।

 

23. अधिकार में स्वयं एक आनंद है, जो उपयोगिता की परवाह नहीं करता।

 

24. धन खोकर अगर हम अपनी आत्मा को पा सकें तो यह कोई महंगा सौदा नहीं।

25. गलती करना उतना गलत नहीं, जितना उसे दोहराना है।

मुंशी प्रेमचंद की 114वीं जयंती के अवसर पर, हम उनके अद्वितीय साहित्यिक योगदान को सलाम करते हैं और उनके जीवन और कृतियों से प्रेरणा लेते हैं।