अब तक 160 मिमी बारिश, किसानों को सूखे का भय
नितेश श्रीवास्तव ,भदोही। बारिश के सीजन में तापमान 35 से लेकर 37 डिग्री के पार पहुंच गया है। अच्छी बारिश न होने से सूखे की आशंका बढ़ गई है। जून और जुलाई में अब तक औसत से 55 फीसदी कम बारिश हुई है। इससे धान की रोपाई से लेकर खरीफ सीजन की फसलों की किसानों को चिंता है। माना जा रहा है कि यही स्थिति बनी रही तो धान की पैदावार प्रभावित होगी।
अगस्त में बारिश नहीं हुई तो स्थिति विकट हो जाएगी। देश के कुछ हिस्सों में मूसलाधार बारिश से जहां बाढ़ के हालात बने हुए हैं, वहीं जिले में बारिश की बूंदें भी नसीब नहीं हो रही है। जुलाई का अंतिम सप्ताह खत्म होने को है , लेकिन बारिश औसत से बहुत कम हुआ है। सुबह से लेकर शाम तक तेज धूप और उसम से हर कोई बेहाल है। जिस समय धान के खेतों में एक फीट तक पानी होना चहिए। उस समय खेतों में दरारें है। कृषि विभाग के आंकड़ों पर गौर किए जाएं तो बारिश के सीजन में औसतन 988 मिमी बारिश होनी चाहिए, लेकिन जिले में अब तक 30 फीसदी से भी कम बारिश हुई है। वह भी ज्यादातर जुलाई में हुई है।
सितंबर के पहले पखवाड़े के बाद बारिश का दौर भी गुजर जाता है। जून - जुलाई में करीब 190 से 400 मिमी बारिश होनी चाहिए। लेकिन अब तक मात्र 160 से 170 मिमी बारिश दर्ज की गई है। इस सीजन में एक जुलाई को 46 और 11 जुलाई को 64 मिमी बारिश अधिकतम दर्ज की गई है। जिला कृषि अधिकारी रत्नेश कुमार सिंह ने कहा कि औसतन बारिश न होने से धान की पैदावार प्रभावित होगी। इससे पत्ती छेदक खैरा रोग समेत कई रोग धान में लग सकते हैं। सूखा घोषित करने में प्रशासन की ओर से क?ई मानक तय होते हैं
मोटे अनाज की खेती करें किसान
जिला कृषि अधिकारी रत्नेश कुमार सिंह ने कहा कि बारिश न होने से धान की रोपाई नहीं हो पा रही है। किसानों की सुविधा के लिए शासन की ओर से मोटे अनाज खा बीज भेजा गया है। रागी,कादो, बाजरा समेत अन्य फसलों के बीच राजकीय बीज गोदामों पर आ चुके हैं। किसान निशुल्क बीज लाकर खाली पड़े खेतों में बोआई कर सकते हैं?।
Jul 30 2024, 18:27