बहराइच: गेरुआ नदी में इस वजह से जलीय जीवों के जीवन पर संकट, सांसद ने केंद्रीय वन मंत्री से की सिल्ट सफाई की मांग

महेश चंद्र गुप्ता ,बहराइच जिले के कतर्निया घाट वन्य जीव प्रभाग में स्थित गेरुआ नदी में नेपाल से बहकर आया सिल्ट जमा हो गया है। इसके चलते जलीय जीवों के जीवन पर संकट मंडरा रहा है। नदी में पानी निकासी खराब होने पर बाढ़ की स्थिति भी बन रही है। कतर्नियाघाट वन्य जीव प्रभाग 551 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है। जंगल के बीच में ही गेरुआ और कौड़ियाला नदी है।

इस नदी में दुर्लभ जलीय जीव पाए जाते हैं। इनमें डॉल्फिन घड़ियाल, मगरमच्छ और कछुआ शामिल है। नदी के आसपास बेहतर प्राकृतिक वास होने के चलते प्रवासी पक्षियों का भी डेरा रहता है। लेकिन नेपाल से आने वाली सिल्ट बैराज के होने के चलते गेरुआ नदी में जमा हो जाती है। नदी में सिल्ट जमा होने के चलते जलीय जीवों के जीवन पर संकट आ गया है।

लेकिन वन विभाग या अन्य किसी के द्वारा गेरुआ नदी में जमे सिल्ट की सफाई नहीं करवाई जा रही है। इसको देखते हुए बहराइच सांसद डॉक्टर आनंद कुमार ने केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री को पत्र देकर नदी के सिल्ट की सफाई की मांग की है। उनका कहना है कि सेंट सफाई से जलीय जीवों की स्थिति बेहतर हो जाएगी। साथ ही गेरुआ नदी अपने पुराने स्थिति में आ जाएगी।

बाढ़ भी उत्पन्न कर रही सिल्ट

कतर्निया घाट वन्य जीव प्रभाव में स्थित गेरुआ नदी में नेपाल से आने वाला सीट गिरिजापुरी बैराज के चलते आगे नहीं जा पता है। जिसके चलते पानी के निकासी भी नहीं हो पा रही है। यही पानी नदियों को उफान पर लाकर बाढ़ में परिवर्तित हो जाता है। इसका खमियाजा जनता को उठाना पड़ता है।

टोल प्लाजा का भी उठाया मुद्दा

सांसद डॉक्टर आनंद कुमार ने नगर पालिका परिषद में स्थित टोल प्लाजा का मुद्दा सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से उठाया। उन्होंने कहा कि नगर पालिका क्षेत्र में आसाम रोड पर स्थित टोल प्लाजा से शहर और उसके आसपास से आने जाने वाले लोगों को बार-बार टोल टैक्स देना पड़ता है ऐसे में इसे डेढ़ किलोमीटर दूर या पहले स्थापित किया जाए, जिससे आम लोगों को समस्या न हो।

ग्राम चौपाल में अनुपस्थित रहे चार अधिकारियों को डीएम ने जारी किया नोटिस

गोण्डा । जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने जनपद के चार जिला स्तरीय अधिकारियों को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है। डीएम की अध्यक्षता में शुक्रवार को आयोजित ग्राम चौपाल में अनुपस्थित रहने पर यह कार्यवाही की गई है। इस चौपाल का आयोजन हलधरमऊ ब्लॉक में किया गया था। इन चार अधिकारियों में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अतुल तिवारी, जिला विद्यालय निरीक्षक डॉ. रामचन्द्र, अधिशासी अभियंता ग्रामीण अभियंत्रण विभाग जेबी सिंह और अधिशासी अभियंता लोक निर्माण विभाग निर्माण खंड 2 वीके त्रिपाठी शामिल हैं। इन अधिकारियों द्वारा ग्राम चौपाल में अनुपस्थित होने के संबंध में पूर्व में भी किसी प्रकार की जानकारी प्रदान नहीं की गई थी।

गांव की समस्या का गांव में ही समाधान के उद्देश्य से जिलाधिकारी नेहा शर्मा की ओर से जनपद में ग्राम चौपाल का आयोजन किया जा रहा है। डीएम की अध्यक्षता में आयोजित इन ग्राम चौपालों में सभी जनपद स्तरीय अधिकारियों की उपस्थिति अनिवार्य की गई है। ताकि, चौपाल के दौरान ही ग्रामीणों की समस्याओं का समाधान सुनिश्चित किया जा सके। शुक्रवार को विकासखंड हलधरमऊ की ग्राम पंचायत- बालपुर हजारी पूर्व माध्यमिक विद्यालय, ग्राम पंचायत हरसिंहपुर पूर्व माध्यमिक विद्यालय, ग्राम पंचायत चौरी कम्पोजिट विद्यालय, ग्राम पंचायत गुरसड़ा कम्पोजिट विद्यालय तथा ग्राम पंचायत कोंचा कासिमपुर पूर्व माध्यमिक विद्यालय में ग्राम चौपाल का आयोजन किया गया था। इसमें, अनुपस्थित चार जिला स्तरीय अधिकारियों से जवाब तलब किया गया है।

जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने कहा कि जनशिकायतों का निस्तारण शासन की प्राथमिकता है। शिकायतों के त्वरित निस्तारण हेतु जिला प्रशासन प्रतिबद्ध है। इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही स्वीकार्य नहीं की जाएगी। बिना सूचना के अनुपस्थिति खेदजनक है। सभी संबंधित अधिकारियों से अनुपस्थिति के संबंध में स्पष्टीकरण मांगा गया है।ग्राम चौपाल में अनुपस्थित रहे चार अधिकारियों को डीएम ने जारी किया नोटिस

बीएसए, डीआईओएस समेत चार अधिकारियों से जवाब तलब

जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने जनपद के चार जिला स्तरीय अधिकारियों को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है। डीएम की अध्यक्षता में शुक्रवार को आयोजित ग्राम चौपाल में अनुपस्थित रहने पर यह कार्यवाही की गई है। इस चौपाल का आयोजन हलधरमऊ ब्लॉक में किया गया था। इन चार अधिकारियों में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अतुल तिवारी, जिला विद्यालय निरीक्षक डॉ. रामचन्द्र, अधिशासी अभियंता ग्रामीण अभियंत्रण विभाग जेबी सिंह और अधिशासी अभियंता लोक निर्माण विभाग निर्माण खंड 2 वीके त्रिपाठी शामिल हैं। इन अधिकारियों द्वारा ग्राम चौपाल में अनुपस्थित होने के संबंध में पूर्व में भी किसी प्रकार की जानकारी प्रदान नहीं की गई थी।

गांव की समस्या का गांव में ही समाधान के उद्देश्य से जिलाधिकारी नेहा शर्मा की ओर से जनपद में ग्राम चौपाल का आयोजन किया जा रहा है। डीएम की अध्यक्षता में आयोजित इन ग्राम चौपालों में सभी जनपद स्तरीय अधिकारियों की उपस्थिति अनिवार्य की गई है। ताकि, चौपाल के दौरान ही ग्रामीणों की समस्याओं का समाधान सुनिश्चित किया जा सके। शुक्रवार को विकासखंड हलधरमऊ की ग्राम पंचायत- बालपुर हजारी पूर्व माध्यमिक विद्यालय, ग्राम पंचायत हरसिंहपुर पूर्व माध्यमिक विद्यालय, ग्राम पंचायत चौरी कम्पोजिट विद्यालय, ग्राम पंचायत गुरसड़ा कम्पोजिट विद्यालय तथा ग्राम पंचायत कोंचा कासिमपुर पूर्व माध्यमिक विद्यालय में ग्राम चौपाल का आयोजन किया गया था। इसमें, अनुपस्थित चार जिला स्तरीय अधिकारियों से जवाब तलब किया गया है।

जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने कहा कि जनशिकायतों का निस्तारण शासन की प्राथमिकता है। शिकायतों के त्वरित निस्तारण हेतु जिला प्रशासन प्रतिबद्ध है। इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही स्वीकार्य नहीं की जाएगी। बिना सूचना के अनुपस्थिति खेदजनक है। सभी संबंधित अधिकारियों से अनुपस्थिति के संबंध में स्पष्टीकरण मांगा गया है।

शासन से बाढ़ पीड़ितों को राहत देने की सपा ने उठाई मांग

गोण्डा। तरबगंज विधानसभा क्षेत्र से समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता व पूर्व जिला पंचायत सदस्य मनोज चौबे ने शुक्रवार को पूर्वाह्न पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ एसडीएम विशाल कुमार से मिलकर तहसील क्षेत्र में बाढ़ से पीड़ित किसानों व नागरिकों को मुआवजा दिलाने की मांग को लेकर मुख्यमंत्री को संबोधित सात सूत्रीय मांग पत्र सौंपा।

ज्ञापन में मुख्यमंत्री से मांग किया गया है कि पिछले दिनों लगातार हुई तेज बारिश से तरबगंज तहसील क्षेत्र के दर्जनों ग्राम पंचायतों के अनेक मजरे सरयू नदी में आए बाढ़ से प्रभावित हो गये हैं जिससे बाढ़ ग्रस्त क्षेत्र के किसानों मजदूरों की समस्याएं बढ़ गई हैं। किसानों की फसलें नष्ट हो गई हैं और मवेशियों के चारे की समस्या बढ़ गई है।

आवागमन के लिए सड़क रास्ते क्षतिग्रस्त हो जाने से नागरिकों को भारी दुश्वारियां उठानी पड़ रही हैं।

बाढ़ से ढेमवाघाट सम्पर्क मार्ग क्षतिग्रस्त हो गया है। जिससे इस सड़क मार्ग से लाखों लोगों को आवागमन रुक गया है।इस सम्पर्क मार्ग का तत्काल पुनर्निर्माण कराने की व्यवस्था की जाए। जल के समुचित निकास के लिए पुलिया की व्यवस्था भी की जाए बाढ़ग्रस्त क्षेत्र की जनता में निःशुल्क खाद्यान्न का वितरण एवं किसानों को फसल की हुई नुकसान के लिए समुचित मुआवजा दिए जाएं। बाढ़ग्रस्त क्षेत्र में विद्युत की समुचित आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। ट्रांसफार्मर की देखभाल के साथ सायंकालीन कटौती बंद की जाए।

तहसील क्षेत्र के प्राथमिक व जूनियर विद्यालयों में बच्चों की पढ़ाई सुनिश्चित करने के लिए ड्रेस का अनुदान अविलम्ब खातों में भेजी जाए।मांग पत्र में मुख्यमंत्री से अनुरोध किया गया है कि बाढ़ग्रस्त क्षेत्र की जनता के सहायतार्थ जनहित में उठाए गए मांग पर तत्काल राहत कार्यवाही सुनिश्चित की जाए।

मांगपत्र प्रस्तुत करने वालों में देवमणि तिवारी, अंकुर तिवारी,रिंटू सिंह, दिलीप पांडे,रमेश चौबे, अंकित पांडे, बबलू चौबे आदि पार्टी कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

घरेलू विवाद में हुई मारपीट के दौरान गंभीर रूप से घायल हुई महिला की इलाज के दौरान मौत

नवाबगंज (गोंडा)। घरेलू विवाद में हुई मारपीट के दौरान गंभीर रूप से घायल हुई महिला की इलाज के दौरान हुई मौत।

थाना क्षेत्र के नवाबगंज गिर्द गांव के घूसे तिवारी पुरवा में बुधवार की रात में रामू यादव और उसके छोटे भाई श्यामू उर्फ रामनरायन यादव के बीच जमीन-जायदाद के बंटवारे को लेकर बहस हो गई थी। दोनों भाईयों में चल रही झड़प के दौरान अचानक रामू यादव ने उग्र होकर श्याम नरायन यादव के परिवार के ऊपर धारदार हथियार से हमला कर दिया।

जिससे श्याम नारायण तथा उनकी पत्नी मायावती उम्र करीब 45 वर्ष तथा श्याम नारायण का बेटा संजय घायल हो गया।

परिजनों ने सभी घायलों को अयोध्या जिला अस्पताल में भर्ती कराया जहां पर इलाज के दौरान श्याम नारायण की पत्नी मायावती की मौत हो गई। श्याम नारायण तथा उनके बेटे संजय को प्राथमिक उपचार के बाद घर भेज दिया। प्रभारी निरीक्षक निर्भय नारायण सिंह ने बताया कि घटना की जानकारी मिली है। महिला की अयोध्या जनपद में मौत की सूचना मिली है। तहरीर मिलने पर मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जायेगी।

मृतिका के पति श्याम नारायण छः भाईयों में दूसरे नंबर है। श्याम नारायण हाल ही में सेना से रिटायर होकर घर आए थे। आरोपी रामू अपने भाइयों में सबसे बड़ा और मनबढ किस्म का है। कुछ समय पहले उसने मामूली बात पर अपने ससुर के ऊपर भी जानलेवा हमला किया था जिसमें उनकी भी मौत हो गई थी।उसके बाद उसकी पत्नी छोड़कर चली गई।

यह सभी लोग मूलरुप से थाना क्षेत्र के तुलसीपुर माझा के निवासी हैं। नवाबगंज गिर्द के घूसे तिवारी पुरवा घर बना कर रहते हैं। फिलहाल परिवार वाले पारिवारिक मामला बता कर मामले दबाने में लगे हैं। परिवार के लोग महिला के मौत की पुष्टि कर रहे हैं लेकिन उनका कहना है कि झगड़े के दौरान वह गिर पड़ी जिससे सरिया लगने से घायल हो गई थी और बाद में मौत हो गई।

शाम को महिला का शव पोस्टमार्टम के बाद घर पंहुचा, जिसके बाद अयोध्या में मृतक महिला का अंतिम संस्कार कर दिया गया।

जिलाधिकारी के आदेश के बाद दुबारा पोस्टमार्टम के लिए कब्र से निकाली गई गुठिल्ले की लाश

नवाबगंज (गोण्डा)। थाना क्षेत्र के नवाबगंज गिर्द गांव के हतवा मजरा निवासी मृतक आनंद निषाद उर्फ गुठिल्ले के शव को दुबारा पोस्टमार्टम के लिए गुरुवार को उसकी कब्र से निकाला गया।

नवाबगंज गिर्द के हतवा मजरा निवासी आनंद निषाद उर्फ गुठिल्ले की लाश बीते 11 जुलाई की रात में पुलिस ने स्थानीय गोताखोरों की मदद से टेढी नदी से बरामद की थी जिसके बाद ही रात में ही परिजनों ने साजिश कर हत्या करने के बाद लाश नदी में फेंकने का आरोप गांव के ही 04 लोगों पर लगाते हुए हंगामा खड़ा कर दिया गया था।

मौके पर तत्कालीन प्रभारी निरीक्षक मनोज कुमार राय ने परिजनों को समझाकर शांत कराया और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था। अगले ही दिन 12 जुलाई को लाश के पोस्टमार्टम से वापस आने के बाद परिजनों ने दुबारा थाने चौराहे पर घंटो तक शव रखकर प्रदर्शन किया और मुकदमा दर्ज करने की मांग पर अड़ गए थे।

प्रभारी निरीक्षक ने मुकदमा दर्ज करने का आश्वासन देकर शव को परिजनों द्वारा मिट्टी दिला दी थी। 13 जुलाई को मृतक की पत्नी गीता देवी की तहरीर गांव के ही 04 सगे भाईयों रमई, सोमई, दद्दन और भोला पुत्र गण मोहन लाल के विरूद्ध हत्या का मुकदमा दर्ज कर जांच भी पुलिस ने शुरू कर दी थी।

इन सभी नाटकीय घटनाक्रम के बाद एक बार फिर मृतक की पत्नी और असंतुष्ट परिजनों जिलाधिकारी गोंडा नेहा शर्मा से मिलकर दोबारा डाक्टरों का पैनल बनाकर पोस्टमार्टम कराने की मांग की थी। गुरुवार को जिलाधिकारी के आदेश के बाद कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच नायब तहसीलदार रंजन वर्मा, क्षेत्राधिकारी तरबगंज विनय कुमार सिंह ने अपनी निगरानी में गुठिल्ले की लाश को कब्र से निकलवा कर पोस्टमार्टम के लिए गोंडा भेजा।

अज्ञात वाहन की टक्कर से बाइक सवार की दर्दनाक मौत, दो अन्य घायल

नवाबगंज (गोंडा) । वजीरगंज थाना क्षेत्र के बालेश्वरगंज रौजा के हठीले शाह के मजार का दर्शन लौट रहे युवक को एक अज्ञात कार ने ठोकर मार दिया जिससे बाइक पर बीच मे बैठे युवक की खोपड़ी फट गई,साथ ही बाइक पर सवार भाभी और चालक जो भी गंभीर चोटे आइ है।

स्थानीय लोगो ने घटना स्थल पर पहुंच कर पुलिस और एम्बुलेंस को फोन किया मौक़े पर पहुंची एम्बुलेंस व वज़ीर गंज पुलिस ने घायलों को एम्बुलेंस से अस्पताल पहुंचाया। अस्पताल पहुंचने पर चिकित्सकों ने मेराज (35) को मृत्यु घोषित कर दिया। बाइक पर सवार दो अन्य का मृतक की भाभी शाबिया और चाचा समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर रियाज़ का इलाज चल रहा है।

बेलसर भटपुरवा  थाना तरबगंज निवासी मेराज (35) अपनी भाभी शाबिया व गांव के चाचा रियाज के साथ बाइक से बालेश्वरगंज कस्बे के रौजा मजार का दर्शन कर वापस आ रहे थे।

उनके तरबगंज-डुमरियाडीह मार्ग के सोनबरसा मोड़  के निकट पहुंचने पर अज्ञात कार ने साइड से जोरदार टक्कर मार दी। जिससे तीनों लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। सूचना पर पहुंचे थानाध्यक्ष अभय सिंह ने तीनों लोगों को सीएचसी भेजा।

 जहां पर चिकित्सक ने मेराज को मृत घोषित कर दिया।

 वहीं पर साबिया और रियाज का इलाज चल रहा है। थानाध्यक्ष अभय सिंह ने बताया कि शव को कब्जे में लेकर अंत्य परीक्षण के लिए भेजा जा रहा है। वाहन चालक वाहन लेकर मौक़े से फरार है जिसकी तलाश की जा रही है।

दिव्यांग जन सशक्तिकरण शिविर का आयोजन

नवाबगंज(गोंडा)। खंड विकासकार्यालय के सभाकक्ष में गुरूवार को दिव्यांग जन सशक्तिकरण विभाग द्वारा शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर में क्षेत्र के 25 दिव्यांगो का चिन्हांकन एवं पंजीकरण किया गया।

विभाग के वरिष्ठ सहायक वसीम अकरम ने बताया कि जनपद के प्रत्येक ब्लाक में इस शिविर का आयोजन किया जा रहा है। शिविर में दिव्यांग का चिन्हांकन कर पंजीकरण किया जा रहा है जिससे उन्हें उनकी जरूरत के अनुसार ट्राई साइकिल, मोटराइज्ड ट्राई साइकिल, बैशाखी, शारीरिक रुप से दक्ष बनाने के उपकरण दिए जाएंगे। इसके अतिरिक्त दिव्यांगो को सशक्त और स्वावलंबी बनाने के लिए विभाग विभिन्न योजनाओं के माध्यम से उनकी मदद करेगा।

ब्लाक मुख्यालय पर आयोजित कार्यक्रम में क्षेत्र के 25 दिव्यांग जनों का पंजीकरण किया गया है। इस दौरान मनोचिकित्सक डीके सिंह एंव सहायक किशन साहू मौजूद रहे।

अध्यक्ष के रिक्त पदों के लिए मांगे गए आवेदन

गोण्डा । द्वितीय अपर जिला जज सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण गोण्डा दानिश हसनैन ने बताया कि उत्तर प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण लखनऊ के द्वारा 19 जनपदों में स्थायी लोक अदालत के रिक्त अध्यक्षों के पदों पर नियुक्ति हेतु आवेदन मांगे गए हैं। ये आवेदन 27 जुलाई से 31अगस्त तक मांगे गए हैं। अतः उक्त पद हेतु सभी शर्तों को पूरा करने वाले अभ्यर्थी अपना आवेदन उत्तर प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण लखनऊ को प्रेषित कर सकते हैं। अधिक जानकारी के लिए जिला विधिक सेवा प्राधिकरण गोण्डा के कार्यालय में संपर्क किया जा सकता है।

थाना उमरीबेगमगंज पुलिस द्वारा नाबालिग लड़की के साथ सामूहिक दुराचार करने के आरोपी अभियुक्तों को किया गया गिरफ्तार

गोण्डा । अपर पुलिस अधीक्षक पश्चिमी राधेश्याम राय के पर्यवेक्षण व क्षेत्राधिकारी तरबगंज विनय कुमार सिंह के नेतृत्व में थाना उमरीबेगमगंज पुलिस टीम द्वारा थाना स्थानीय पर पंजीकृत मु0अ0सं0-222/2024, धारा 70(1), 351, 352 बीएनएस, 3/4 पाक्सो एक्ट से सम्बन्धित वांछित अभियुक्तों-01. हरिपाल यादव, 02. कृष्ण कुमार यादव को सर्जुइया नाला से दिउहार जाने वाले रास्ते से गिरफ्तार कर लिया गया।

घटना का संक्षिप्त विवरण-

दिनांक 24.07.2024 को थाना उमरीबेगमगंज क्षेत्र के रहने वाले एक महिला द्वारा थाना उमरीबेगमगंज में लिखित सूचना दी गयी कि विपक्षी कृष्ण कुमार यादव व हरिपाल यादव द्वारा मेरी नाबालिग बेटी को रोपाई का पैसे देने के बहाने गन्ने के खेत में ले जाकर सामुहिक दुराचार किया गया है। उक्त सूचना पर थाना उमरीबेगमगंज में मु0अ0सं0-222/2024, धारा 70(1), 351, 352 बीएनएस, 3/4 पाक्सो एक्ट बनाम हरिपाल यादव व कृष्ण कुमार यादव के विरूद्ध अभियोग पंजीकृत हुआ था । घटना को संज्ञान में लेकर पुलिस अधीक्षक गोण्डा विनीत जायसवाल द्वारा आरोपी अभियुक्तों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी करने हेतु क्षेत्राधिकारी तरबगंज के नेतृत्व में पुलिस टीमों का गठन किया गया था।

आज दिनांक 25.07.2024 को उमरीबेगमगंज पुलिस टीम द्वारा आरोपी अभियुक्तों 01. हरिपाल यादव व 02. कृष्ण कुमार यादव को सर्जुइया नाला से दिउहार जाने वाले रास्ते से गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तार अभियुक्तों के विरूद्ध थाना उमरीबेगमगंज पुलिस द्वारा विधिक कार्यवाही कर न्यायालय रवाना किया गया।

बाढ़ आपदा से बचाने के लिए मॉकड्रिल जागरूक का किया गया आयोजन

   गोण्डा । गुरूवार को पसका घाट सरयू नदी के किनारे में बाढ़ से बचाव और राहत कार्यों का मॉक ड्रिल के माध्यम से अभ्यास किया गया। मॉकड्रिल के दौरान नदी में डूब रहे लोगों और उनके मवेशियों को पीएसी के जवानों द्वारा रेस्क्यू किया गया और उन्हें नदी से निकालकर उपचार हेतु एम्बुलेंस से स्वास्थ्य कैम्प भेजा गया। पूरे मॉकड्रिल का जिलाधिकारी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, अपर जिलाधिकारी व अपर पुलिस अधीक्षक द्वारा मौके पर देखा गया। 

    इसके साथ ही जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने वहां मौजूद बाढ़ राहत कैम्प, पशु बाढ़ राहत केंद्र, प्लानिंग सेक्शन, रिस्पांसिबल ऑफिसर कैंप, सुरक्षा ऑफिसर कैम्प, लॉजिस्टिक सेक्शन कैंप, ऑपरेशन सेक्शन कैम्प, बाढ़ चौकी व अन्य कैम्पों का निरीक्षण किया एवं तैयारियों की जानकारी ली। इस मौके डीएम ने बताया कि संभावित बाढ़ को देखते हुए यह अभ्यास किया गया है जिससे कि सभी संबंधित विभाग पहले से तैयारी बना सकें और बाढ़ आने पर और अच्छी तरह से लोगों को राहत पहुंचा सकें। उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि वह अपने विभाग से संबंधित सभी तैयारियों को पूरा रखें। बाढ़ किसी भी समय आ सकती है उन्होंने पुलिस विभाग, स्वास्थ्य विभाग, पशुपालन विभाग, सिंचाई विभाग, पंचायती राज विभाग आदि महत्वपूर्ण विभागों को विशेष तौर पर तैयार रहने को कहा। 

      उन्होंने सभी विभागों को निर्देश दिए कि सभी विभाग बाढ़ के दौरान पूरी निष्पक्षता के साथ कार्य करेंगे। उन्होंने सांकेतिक रूप से कुछ ग्रामीणों को बाढ़ राहत किट एवं पशु पालकों को दवा भी वितरित की।

 साथ ही सभी पशु पालकों एवं वहां पर उपस्थित अन्य लोगों को विस्तृत जानकारी दी गई। वहीं कार्यक्रम के अंत में जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने सभी संबंधित विभाग के अधिकारियों को बाढ़ से पूर्व सभी तैयारियां पूर्ण करने के निर्देश दिये हैं।

          इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा० रश्मि वर्मा, अपर जिलाधिकारी आलोक कुमार, अपर पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार रावत, नगर मजिस्ट्रेट विजय शर्मा, उपजिलाधिकारी करनैलगंज भारत भार्गव, उपजिलाधिकारी तरबगंज विशाल कुमार, परियोजना निदेशक डीआरडीए चन्द्र शेखर, तहसीलदार मनीष कुमार करनैलगंज, जिला पंचायत राज अधिकारी लालजी दूबे, जिला पूर्ति अधिकारी कृष्ण गोपाल पाण्डेय, एआरटीओ प्रर्वतन शैलेंद्र त्रिपाठी, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी टीजे पाण्डेय, खण्ड विकास अधिकारी परसपुर जेएन राव, बीएसए, जिला आपदा विशेषज्ञ राजेश श्रीवास्तव, सीएचसी अधीक्षक परसपुर, एसओ परसपुर, ग्राम पंचायत सचिव, लेखपाल, तथा ग्राम प्रधान सहित सभी संबंधित विभाग के अधिकारी रहे।