मोदी सरकार में विदेशी निवेशकों को रिझाने की कोशिश, जानें चीन को कैसे झटका लगेगा ?

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केंद्र सरकार ने वित्त वर्ष 2024-25 के लिए बजट घोषणा कर दी है। बजट में सरकार ने विदेशी कंपनियों के कॉरपोरेट टैक्स को कम करने का प्रस्ताव रखा है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट भाषण के दौरान कहा कि देश की जरुरत के हिसाब से विदेशी पूंजी को आकर्षित करने के लिए विदेशी कंपनियों पर कॉर्पोरेट टैक्स को 40 फीसदी से घटाकर 35 फीसदी करने का प्रस्ताव रखा जाता है। सरकार के इस फैसले को स्ट्रैटिजिक तौर पर बड़ा कदम माना जा रहा है। ये फैसला विदेशी कंपनियों को भारत की ओर आकर्षित करेगा। वहीं भारत को चीन का विकल्प बनने में मदद करेगा।

उम्मीद की जा रही है कि ये बजट सरकार के 5 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी के टारगेट को हासिल करने में काफी मददगार साबित हो सकता है। साथ ही विदेशी कंपनियों के लिए टैक्स कटौती से इस प्रयास में काफी मदद मिल सकती है। यह बजट भारत को ग्लोबल इकोनॉमिक प्लेयर बनने में मदद करेगा, जिसमें एफडीआई को आकर्षित करने पर जोर दिया गया है। खुद को ग्लोबल फैक्ट्री या यूं कहें कि ग्लोबल मैन्युफैक्चरिंग सेंटर के रूप में स्थापित करके, भारत न केवल अपने लोकल मार्केट्स के लिए उत्पादन करना चाहता है बल्कि दुनिया के लिए भी प्रोडक्शन करना चाहता है।

जब पूरी दुनिया की नजर दक्षिण एशिया पर टिकी हुई है। साथ ही दुनिया की बड़ी कंपनियां चीन का विकल्प तलाश करने में जुटी हुई हैं। ऐसे में भारत अपने आपको दुनिया के सामने चीन का ऑप्शन बताने का प्रयास कर रहा है। सरकार का लक्ष्य अगले सात सालों में सालाना 110 अरब डॉलर का एफडीआई आकर्षित करना है, जबकि पिछले पांच वर्षों में यह औसतन 70 अरब डॉलर से अधिक है। बजट में अधिक विदेशी धन आकर्षित करने, प्राथमिकता तय करने और विदेशी निवेश के लिए करेंसी के रूप में भारतीय रुपए का उपयोग करने के अवसरों को बढ़ावा देने के लिए एफडीआई के लिए रूल्स और रेगुलेशन को आसान बनाने का प्रयास किया गया है।

भारत ने हाल ही में एपल और फॉक्सकॉन से लेकर विनफास्ट और स्टेलेंटिस जैसी कई कंपनियों को भारत में अपनी निवेश घोषणाओं को करने के लिए मजबूर किया है। वहीं दूसरी ओर टेस्ला और दुनिया की बाकी बड़ी कंपनियों को भी रिझाने का प्रयास कर रही हैं। वहीं दूसरी ओर इन कंपनियों को भी पता है कि मौजूदा समय में भारत ही चीन का दूसरा सबसे बड़ा विकल्प है। जहां पर आबादी के साथ—साथ खर्च करने की क्षमता भी है। फॉक्सकॉन भारत में निवेश और व्यापार साझेदारी को दोगुना कर रहा है। कंपनी अब चीन से बाहर अपनी सप्लाई चेन को बढ़ाने के बारे में सोच रही है। जिसके लिए कंपनी ने इस साल की शुरुआत में चेन्नई इंडस्ट्रियल पार्क में लगभग 550,000 वर्ग फुट वेयरहाउसिंग की जगह 10 साल के लिए लीज पर ली है। इसे एपल प्रोडक्ट्स के लिए निर्माण के लिए भारत में सबसे बड़ी यूनिट में से एक कहा जा सकता है।

बजट से पहले सोमवार (22 जुलाई) को पेश इकोनॉमिक सर्वे 2023-24 में चीन के साथ तनावपूर्ण संबंधों के बावजूद लोकल मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देने और निर्यात बाजार का फायदा उठाने के लिए चीन से एफडीआई को बढ़ाने की बात कही गई थी। इकोनॉमिक सर्वे में कहा गया है कि अमेरिका और यूरोप के देश चीन से अपनी मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स को हटा रहे हैं, लिहाजा चीनी कंपनियों का भारत में निवेश करना और फिर प्रोडक्ट्स का इन बाजारों में निर्यात करना ज्यादा कारगर हो सकता है।

खामी के पर्याप्त सबूत नहीं...दोबारा नहीं होगी NEET परीक्षा, आ गया सुप्रीम कोर्ट का फाइनल फैसला

NEET केस की सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट ने दोबारा परीक्षा कराने का आदेश देने से इनकार कर दिया है. नीट पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आ गया है. सीजेआई की बेंच ने फैसला सुनाते हुए कहा है कि दोबारा परीक्षा आयोजित नहीं की जाएगी. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि यह दिखाने के लिए पर्याप्त सबूत नहीं हैं कि परीक्षा की पवित्रता का उल्लंघन किया गया था. 

चीफ जस्ट‍िस की बेंच ने फैसला सुरक्ष‍ित करते हुए कहा था कि इन मामलों में इस न्यायालय के समक्ष उठाया जा रहा मुख्य मुद्दा यह है कि इस आधार पर पुनः परीक्षण (Re-Test) आयोजित करने का निर्देश जारी किया जाए कि प्रश्नपत्र लीक हुआ था और परीक्षा के संचालन में प्रणालीगत खामियां थी. नीट यूजी परीक्षा 571 शहरों के 4750 केंद्रों के अलावा 14 विदेशी शहरों में आयोजित की गई थी. 

सीजेआई ने आदेश की शुरुआत में मामले के तथ्यों और दोनों पक्षों की व्यापक दलीलें दर्ज कीं. उन्होंने कहा कि 1,08,000 सीटों के लिए 24 लाख छात्र प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं. अदालत को इस तथ्य से अवगत कराया गया है कि 50 प्रतिशत कट ऑफ का प्रतिशत दर्शाता है. परीक्षा में 180 प्रश्न होते हैं, जिनके कुल अंक 720 होते हैं और गलत उत्तर के लिए एक नकारात्मक अंक होता है. यह प्रस्तुत किया गया कि पेपरलीक प्रकृति में प्रणालीगत था और संरचनात्मक कमियों के साथ मिलकर कार्रवाई का एकमात्र स्वीकार्य तरीका री-टेस्ट करना होगा. लेकिन, परीक्षा की पव‍ित्रता भंग होने के पर्याप्त सबूत नहीं हैं.

NEET का 4 जून को रिजल्ट आने के बाद से पेपर लीक को लेकर छात्रो का आक्रोश सामने आया था. सबसे पहले इस परीक्षा में बिहार में पेपर लीक की खबर ने तूल पकड़ा था. उसके बाद रिजल्ट आने पर परीक्षा में 67 टॉपर और एक ही परीक्षा केंद्र से कई टॉपर आना, एक सवाल के दो उत्तर, ग्रेस मार्क्स जैसे प्वाइंट्स किसी को हजम नहीं हो रहे थे. उसी दौरान नेशनल टेस्ट‍िंंग एजेंसी पर भड़के छात्रों ने पूरे देश में रिजल्ट में हेरफेर और पेपरलीक को लेकर प्रदर्शन किया. 

परीक्षा में पेपर लीक के संदेह पर देशभर के हाईकोर्ट में दोबारा परीक्षा कराने की मांग को लेकर याचिकाओं का सिलस‍िला शुरू हुआ. इसके बाद सुप्रीम कोर्ट में एक साथ सभी याचिकाओं को सुनने की कार्यवाही शुरू हुई. इस सुनवाई में बिहार पेपर लीक से लेकर हजारीबाग, सीकर और गोधरा तक के मामलों की जांच, एक सवाल के दो उत्तर, सीबीआई जांच जैसे सभी मुद्दों पर बहस हुई. सर्वोच्च अदालत की बेंच ने सभी पहलुओं पर बहस सुनने के बाद यह तय किया कि इस पर जल्द से जल्द फैसला देना होगा, क्योंकि छात्रों को किसी भी हाल में लटकाकर नहीं रख सकते. इसी को ध्यान में रखते हुए सुप्रीम कोर्ट ने आज फैसला सुना दिया है.

मालदीव को भारत ने बजट में दिया बड़ा झटका, पैकेज में 370 करोड़ कम किए

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मोदी 3.0 सरकार में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को बजट पेश किया। इसमें विदेश मंत्रालय को 22 हजार 154 करोड़ रुपए दिए गए हैं। यह 2023-24 के बजट से करीब 24% यानी कम है। पिछले साल विदेश मंत्रालय को 29 हजार 121 करोड़ रुपए दिए गए थे। इसमें 6,967 हजार करोड़ की कटौती की गई है।इस बार के बजट में सरकार ने मालदीव को झटका द‍िया है। मालदीव को आवंट‍ित की जाने वाली राश‍ि में कटौती की गई है।

विदेश मंत्रालय के बजट में 'नेबर्स फर्स्ट पॉलिसी' और 'सागर मिशन' के तहत भारत के पड़ोसी और मित्र देशों को आर्थिक मदद के लिए राशि आवंटित की गई है। इनमें भूटान, अफगानिस्तान, बांग्लादेश, श्रीलंका और मालदीव समेत 10 देश शामिल हैं। इसके अलावा कई अफ्रीकी, लैटिन अमेरिकी और यूरोएशियाई देशों के लिए भी एड का प्रावधान है। केंद्र सरकार इस वित्तीय वर्ष सबसे अधिक भूटान के विकास पर खर्च करेगा। भूटान के लिए 2 हजार 68 करोड़ का पैकेज रखा गया है। हालांकि, यह पिछले साल से करीब 400 करोड़ कम है। 

मालदीव को मिलने वाले बजट पर केंद्र सरकार ने कैंची चलाई है। पिछले साल के मुकाबले इस वर्ष केंद्र सरकार ने 400 करोड़ रुपये का आवंटन किया है।मालदीव को आंवटित की जाने वाली राशि में कटौती ऐसे समय में की गई है जब चीन के प्रति झुकाव रखने वाले मोहम्मद मुइज्जू के द्विपीय देश का राष्ट्रपति बनने के बाद से दोनों देशों के संबंधों में तनाव आया गया है।

इस साल के बजट में मालदीव के ल‍िए 400 करोड़ रुपये का आवंटन क‍िया गया है। इससे पहले वित्त वर्ष 2023-2024 के लिए यह राश‍ि 770.90 करोड़ थी, ज‍िसे 370 करोड़ रुपये घटा द‍िया गया है।बजट में सबसे ज्यादा कटौती चीन समर्थक मालदीव के पैकेज में की गई है। 2023 में मालदीव के लिए आर्थिक मदद को 183 करोड़ से बढ़ाकर 770 करोड़ किया गया था। वहीं इस साल इसे 400 करोड़ कर दिया गया है। 

दरअसल, पिछले साल नवंबर में मालदीव में 'इंडिया आउट' कैंपेन चलाने वाले मोहम्मद मुइज्जू की सरकार आने के बाद से दोनों देशों में तनाव है।सरकार बनाते ही मुइज्जू ने भारतीय सैनिकों को मालदीव से निकालने की घोषणा की थी। इस साल मई में सभी 88 सैनिक भारत लौट आए। इसके अलावा 4 जनवरी को PM मोदी के लक्षदीप दौरे के बाद मालदीव के मंत्रियों ने मोदी पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। उन्होंने कहा था कि भारत सर्विस के मामले में मालदीव का मुकाबला नहीं कर सकता। इस विवाद के बाद भारत से मालदीव जाने वाले पर्यटकों की संख्या में बड़ी गिरावट आई। दोनों देशों में तनाव के बीच राष्ट्रपति मुइज्जू ने भारत के साथ हाइड्रोग्राफिक सर्वे एग्रीमेंट भी खत्म कर दिया था।

बजट पर राज्यसभा में खूब गरजे खरगे, बोले- बस दो राज्यों की थाली में पकौड़ा और जलेबी

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संसद के मानसून सत्र का आज तीसरा दिन है। कल यानी बीते मंगलवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का पहला बजट पेश किया। आज संसद के दोनों सदनों लोकसभा और राज्यसभा में बजट पर चर्चा होनी है। आज संसद के दोनों सदनों में इस मुद्दे पर जमकर हंगामा हुआ। विपक्षी दलों के सदस्यों ने आम बजट 2024-25 में बिहार और आंध्र प्रदेश को छोड़कर अन्य राज्यों की अनदेखी करने का आरोप लगाते हुए बुधवार को राज्यसभा से वॉकआउट कर दिया। 

इससे पहले उच्च सदन की कार्यवाही आरंभ होने के कुछ देर बाद विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने बजट पर केन्द्र सरकार पर जमकर निशाना साधा। बजट का जिक्र करते हुए खरगे ने कहा, ‘‘इसमें किसी भी राज्य को कुछ नहीं मिला। सबकी थाली खाली और दो की थाली में पकौड़े और जलेबी।’’

खरगे ने कहा कि न तमिलनाडु को कुछ मिला, न केरल, न कर्नाटक, न महाराष्ट्र, न पंजाब, न हरियाणा, न छत्तीसगढ़... दिल्ली और ओडिशा को भी कुछ नहीं दिया। ये सिर्फ कुर्सी बचाने के लिए, किसी को खुश करने के लिए हुआ है। हम इसकी निंदा करते हैं। उनका इशारा एनडीए सरकार में शामिल घटक दल जेडीयू और टीडीपी की तरफ था।

जिस जगह ने नकार, उसे कुछ नहीं मिला-खरगे

कांग्रेस अध्यक्ष ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पर तंज कसते हुए कहा कि वह कर्नाटक से (राज्यसभा में) आई हैं। मेरी तो अपेक्षा यही थी कि सबसे ज्यादा मुझे ही मिलेगा लेकिन हमको तो कुछ नहीं मिला। हम इसके खिलाफ प्रोटेस्ट करेंगे। कन्याकुमारी से लेकर कश्मीर तक करेंगे। खरगे ने आगे कहा कि जिस-जिस जगह विपक्षी पार्टी चुनकर आ गई, जिस जगह आपको नकार दिया गया उस जगह कुछ नहीं मिला। अगर आप ऐसा करते गए, अगर बैलेंस नहीं होगा तो गवर्नेंस कैसे होगा।

खरगे के आरोपों का वित्त मंत्री ने दिया जवाब

वहीं, खरगे के आरोपों का वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने जवाब दिया। उन्होंने कहा,"हर बजट में आपको इस देश के हर राज्य का नाम लेने का मौका नहीं मिलता। कैबिनेट ने वडवन पर एक बंदरगाह स्थापित करने का निर्णय लिया था। लेकिन कल बजट में महाराष्ट्र का नाम नहीं लिया गया। क्या इसका मतलब यह है कि महाराष्ट्र उपेक्षित महसूस करता है?

वित्त मंत्री ने आगे कहा कि यदि भाषण में किसी विशेष राज्य का नाम लिया जाता है, तो क्या इसका मतलब यह है कि भारत सरकार के कार्यक्रम इन राज्यों में नहीं जाते हैं? यह कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्ष का जानबूझकर लोगों को यह आभास देने का प्रयास है कि हमारे राज्यों को कुछ भी नहीं दिया गया है। यह एक अपमानजनक आरोप है।"

नेपाल में बड़ा विमान हादसा, काठमांडू के त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर क्रैश हुआ विमान, 18 लोगों की मौत

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नेपाल में काठमांडू के त्रिभुवन इंटरनेशनल एयर पोर्ट पर बुधवार को टेकऑफ के दौरान सौर्य एयरलाइंस का एक प्लेन क्रैश हो गया है। इस हादसे में 18 लोगों की जान चली गई। प्लेन में क्रू समेत 19 लोग सवार बताए जा रहे हैं। द काठमांडू पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक क्रैश साइट से 18 शवों को बरामद किया गया है। 

त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के प्रवक्ता प्रेमनाथ ठाकुर ने बताया है कि पोखरा जा रहे विमान में विमान चालक दल सहित 19 लोग सवार थे, जो सुबह करीब 11 बजे दुर्घटनाग्रस्त हो गया। एयरलाइंस के विमान संख्या एमपी सीआरजे 200 ने रनवे 2 से पोखरा के लिए उड़ान भरा था, लेकिन तकनीकी खराबी की वजह से टेक ऑफ करने के कुछ देर के बाद ही विमान में आग लग गई और तेज धुंए के गुब्बार के साथ जमीन पर आ गिरा। हादसे के बाद पूरे एयरपोर्ट पर अफरा-तफरी मच गई।

काठमांडू पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, राजधानी के त्रिभुवन अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे पर सौर्या एयरलाइंस के विमान में आग लगने से ये दुखद घटना हुई है। हवाईअड्डे के सूत्रों के अनुसार उड़ान भरने के दौरान विमान रनवे से फिसल गया, जिसके नतीजे में ये दुर्घटना हुई। ये विमान काठमांडू से पोखरा जा रहा था और इसमें कुल 19 लोग प्लेन में सवार थे। 37 वर्षीय कैप्टन एमआर शाक्य को मलबे से बचा कर इलाज के लिए सिनामंगल स्थित केएमसी अस्पताल ले जाया गया है।

नेपाल विमान दुर्घटना: सौर्य एयरलाइंस का विमान उड़ान भरने के दौरान हुआ दुर्घटनाग्रस्त

नेपाल विमान दुर्घटना अपडेट: बुधवार को नेपाल के काठमांडू में त्रिभुवन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उड़ान भरने के दौरान सौर्य एयरलाइंस का एक विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। रिपोर्ट्स के अनुसार पोखरा जाने वाले विमान में एयरक्रू सहित उन्नीस लोग सवार थे, जो सुबह करीब 11 बजे दुर्घटनाग्रस्त हो गया। पुलिस और दमकलकर्मी दुर्घटनास्थल पर बचाव अभियान चला रहे हैं।

नेपाल में औसतन हर साल एक उड़ान दुर्घटना होती है। 2010 से, हिमालयी गंतव्य ने कम से कम 12 घातक विमान दुर्घटनाओं को देखा है, जिसमें नवीनतम भी शामिल है। जनवरी 2023 में, एक दुखद दुर्घटना हुई जब यति एयरलाइंस का एक विमान पोखरा के केंद्रीय शहर के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस घटना में यात्रियों और चालक दल के सदस्यों सहित विमान में सवार सभी 72 लोगों की जान चली गई। पोखरा के पास पहुंचते ही विमान एक गहरी खाई में गिर गया, जिसके टुकड़े-टुकड़े हो गए और उसमें आग लग गई।

29 मई, 2022 को, तारा एयर का एक विमान मस्तंग जिले में दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसके परिणामस्वरूप उसमें सवार सभी 22 लोगों की मौत हो गई।

2018 में, काठमांडू के त्रिभुवन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के पास एक दुखद दुर्घटना हुई जिसमें यूएस-बांग्ला एयरलाइंस की उड़ान शामिल थी। विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिससे 51 लोगों की मौत हो गई, जबकि 20 अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए।

पुलिस जांच और रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है, अभी घटना से हुई मौत और घायल लोगों की फुख़ता जानकारी सामने नहीं आई है। आगे की अपडेट स के लिए फॉलो करे streetbuzz app को।

इस साल गर्मी ने तोड़े सारे रिकॉर्ड, 21 जुलाई बना इतिहास का सबसे गर्म दिन

#july_21_was_world_s_hottest_day_in_at_least_84_years 

ग्लोबल वॉर्मिंग का भयानक असर देखा जाने लगा है। पिछले एक या दो शताब्दियों में ग्लोबल वॉर्मिंग ने पृथ्वी के जलवायु पैटर्न को बिगाड़ दिया है। दुनियाभर में भीषण गर्मी, बाढ़, बेमौसम बरसात जैसी घटनाएं आम हो चुकी हैं। इस बीच वैश्विक स्तर पर तापमान के परिवर्तन पर नजर रखने वाली एजेंसी ने झुलसा देने वाली गर्मी को लेकर आंकड़े जारी किए। यूरोपीय पर्यावरण एजेंसी कॉपरनिकस क्लाइमेट चेंज सर्विस (C3S) के अनुसार, पृथ्वी ने 21 जुलाई को पृथ्वी के हाल का इतिहास का सबसे गर्म दिन महसूस किया गया है।

कॉपरनिकस एजेंसी के आंकड़े बताते हैं कि रविवार को पृथ्वी की सतह पर वायुमंडल का औसत तापमान 17.09 सेल्सियस (62.67 फॉरेनहाइट) पर पहुंच गया, जो साल 1940 के बाद से सबसे ज्यादा है। यह पिछले साल जुलाई में रिकॉर्ड किए गए 17.08 सेल्सियम के पिछले रिकॉर्ड से थोड़ा अधिक है। पिछले साल 6 जुलाई को साल की सबसे भीषण गर्मी पड़ी थी, जिसे 21 जुलाई के इस तापमान ने तोड़ दिया है, हालांकि दोनों तापमानों में थोड़ा अंतर है, 6 जुलाई को पृथ्वी का तापमान 17.08 डिग्री सेल्सियस (62.74 डिग्री फारेनहाइट) था।

कोपरनिकस क्लाइमेट चेंज सर्विस के आंकड़ों के मुताबिक, इस साल का जून का महीना लगातार 13वां सबसे गर्म महीना रहा है, इस महीने पृथ्वी का तापमान रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया। यह आंकड़ा पिछले एक साल के तापमान के आधार पर बताया गया है। कॉपरनिकस सेवा के निदेशक कार्लो बुआनटेम्पो ने कहा कि 'यह संभव है कि इस सप्ताह रविवार का रिकॉर्ड भी टूट जाए, क्योंकि दुनिया भर में गर्मी का कहर जारी है।'

कोपरनिक्स के अनुसार जून 2023 से लेकर लगातार 13 महीने की बात करें तो पर्यावरण में तेजी से बदलाव देखने को मिले हैं। उत्तरी गोलार्ध में गर्मी का प्रकोप अधिक देखने को मिला है। 21 जुलाई ग्रह पर सबसे गर्म दिन रहा है। वैज्ञानिकों ने आशंका जताई है कि पिछले साल के बाद टूटा ये रिकॉर्ड अंतिम नहीं हो सकता। अभी जुलाई के कई दिन बाकी हैं। यह रिकॉर्ड भी टूट सकता है।

रिपोर्ट में कहा गया कि पिछले सप्ताह संयुक्त राज्य अमेरिका, यूरोप और रूस के बड़े हिस्से में भीषण गर्मी का प्रकोप देखा गया। रूस के उन इलाकों में भी लोगों के पसीने निकल रहे थे, जहां ठंड होती है।

दुनिया बड़े पैमाने पर जलवायु परिवर्तन के संकट को टालने के लिए विशेषज्ञों द्वारा निर्धारित 1.5 डिग्री सेल्सियस की सीमा को पार करने के कगार पर खड़ी है। जुलाई इस तय सीमा के करीब पहुंचने का लगातार 13वां महीना है। सी3एस के वैज्ञानिकों के मुताबिक, पिछले साल जून के बाद से हर महीना रिकॉर्ड पर सबसे गर्म महीना रहा है।

जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़, एनकाउंटर में एक दहशतगर्द ढेर

#jammu_and_kashmir_one_terrorist_killed_in_encounter_in_kupwara 

उत्तरी कश्मीर के सीमावर्ती जिले कुपवाड़ा में सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ जारी है।एनकाउंटर के बीच सुरक्षाबलों के जवानों ने एक आतंकी को मार गिराया है।मुठभेड़ में सेना का एक जवान भी घायल है।

भारतीय सेना की चिनार कोर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर ऑपरेशन की जानकारी शेयर की। इससे पहले उत्तरी कश्मीर के सीमांत जिले कुपवाड़ा के लोलाब में मंगलवार को सुरक्षाबलों की आतंकियों के साथ मुठभेड़ हुई। सुरक्षाबल इलाके की घेराबंदी कर तलाशी अभियान चलाया है।

भारतीय सेना की चिनार कोर ने बताया कि सामान्य क्षेत्र कोवुत, कुपवाड़ा में आतंकवादियों की उपस्थिति के बारे में इनपुट के आधार पर भारतीय सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस द्वारा 23 जुलाई को एक संयुक्त खोज अभियान शुरू किया गया था। 24 जुलाई को सैनिकों ने संदिग्ध गतिविधि देखी। जिसके बाद दोनों तरफ से गोलीबारी शुरू हो गई। एनकांउटर में एक आतंकवादी को मार गिराया गया है। जबकि एक एनसीओ घायल हो गया।

एक अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि लोलाब के त्रिमुखा टॉप क्षेत्र में सुरक्षाबलों को आतंकियों की मूवमेंट की सूचना मिली थी। इसके आधार पर कुपवाड़ा पुलिस ने सेना की 28 और 22 राष्ट्रीय राइफल्स के जवानों के साथ मिलकर इलाके की घेराबंदी कर साझा तलाशी अभियान चलाया। घेरा सख्त होता देख आतंकियों ने जवानों पर फायरिंग कर मौके से भागने की कोशिश की।

एक दिन पहले ही 23 जुलाई को पुंछ के बट्टल सेक्टर में सुरक्षाबलों ने आतंकियों को बैकफुट पर ला दिया था।हालांकि, भारी गोलीबारी में सेना का एक जवान घायल हो गया था, जो इलाज के दौरान शहीद हो गया।

हाल ही में 17 जुलाई को भी जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में मुठभेड़ हुई थी, जिसमें दो आतंकी ढेर हो गए थे। एनकाउंटर नॉर्थ कश्मीर के कुपवाड़ा के केरन सेक्टर के नजदीक एलओसी के पास हुआ था।

पेरिस में ऑस्ट्रेलिया से आई महिला के साथ दरिंदगी, पाँच प्रवासियों ने बनाया निशाना*
#australian_women_gangraped_by_migrant_men_in_peris फ्रांस की राजधानी पेरिस में एक ऑस्ट्रेलियाई महिला के साथ क्रूरतापूर्वक बलात्कार किए जाने का मामला सामने आया है। पर्यटक महिला ने पुलिस में इसकी शिकायत की। ऑस्ट्रेलिया की महिला टूरिस्ट ने पांच लोगों के खिलाफ गैंगरेप का आरोप लगाया है। पेरिस ओलंपिक 2024 का कुछ ही दिन बाद आयोजन होना है। ऐसे में पुलिस मामले की गहनता से जांच कर रही है। वारदात के बाद की एक सीसीटीवी फुटेज सामने आई है। फुटेज में महिला कबाब की दुकान में नजर आ रही है। जो अपने लिए मदद की भीख मांग रही है। दुकान मालिक के अनुसार महिला रो रही थी। फ्रांस की पुलिस महिला के आरोपों की जांच कर रही है। महिला ने आरोप लगाया था कि मौलिन रूज कैबरे के आसपास के क्लबों में शुक्रवार रात को उसने ड्रिंक की थी। लौटते समय अज्ञात लोगों ने उसे दबोच लिया और सेंट्रल पेरिस की किसी सुनसान जगह पर ले गए। यहां आरोपियों ने उससे गैंगरेप कर मारपीट की। पेरिस घूमने आई महिला ने पुलिस को बताया कि उसे इन पाँचों ने तब निशाना बनाया जब वह फ्रेंच नहीं बोल पाई और हड़बड़ी में दिखी। इसके बाद पाँचों ने उसे निशाना बनाया और गैंगरेप किया। पाँचों आरोपित अफ्रीकाई प्रवासी बताए जा रहे हैं, हालाँकि उनकी पहचान सामने नहीं आई है। वहीं ऑस्ट्रेलिया की सरकार ने इस मामले में एक्शन लिया है। फ्रांस में स्थित ऑस्ट्रेलियाई दूतावास ने महिला को राजनयिक मदद देने की बात कही है। दूतावास ने कहा है कि उसने महिला पर हमले की जानकारी के बाद फ़्रांस के अधिकारियों को तलब किया है।
पेरिस में ऑस्ट्रेलिया से आई महिला के साथ दरिंदगी, पाँच प्रवासियों ने बनाया निशाना

#australian_women_gangraped_by_migrant_men_in_peris 

फ्रांस की राजधानी पेरिस में एक ऑस्ट्रेलियाई महिला के साथ क्रूरतापूर्वक बलात्कार किए जाने का मामला सामने आया है। पर्यटक महिला ने पुलिस में इसकी शिकायत की। ऑस्ट्रेलिया की महिला टूरिस्ट ने पांच लोगों के खिलाफ गैंगरेप का आरोप लगाया है। पेरिस ओलंपिक 2024 का कुछ ही दिन बाद आयोजन होना है। ऐसे में पुलिस मामले की गहनता से जांच कर रही है। 

वारदात के बाद की एक सीसीटीवी फुटेज सामने आई है। फुटेज में महिला कबाब की दुकान में नजर आ रही है। जो अपने लिए मदद की भीख मांग रही है। दुकान मालिक के अनुसार महिला रो रही थी। फ्रांस की पुलिस महिला के आरोपों की जांच कर रही है। महिला ने आरोप लगाया था कि मौलिन रूज कैबरे के आसपास के क्लबों में शुक्रवार रात को उसने ड्रिंक की थी। लौटते समय अज्ञात लोगों ने उसे दबोच लिया और सेंट्रल पेरिस की किसी सुनसान जगह पर ले गए। यहां आरोपियों ने उससे गैंगरेप कर मारपीट की। 

पेरिस घूमने आई महिला ने पुलिस को बताया कि उसे इन पाँचों ने तब निशाना बनाया जब वह फ्रेंच नहीं बोल पाई और हड़बड़ी में दिखी। इसके बाद पाँचों ने उसे निशाना बनाया और गैंगरेप किया। पाँचों आरोपित अफ्रीकाई प्रवासी बताए जा रहे हैं, हालाँकि उनकी पहचान सामने नहीं आई है।

वहीं ऑस्ट्रेलिया की सरकार ने इस मामले में एक्शन लिया है। फ्रांस में स्थित ऑस्ट्रेलियाई दूतावास ने महिला को राजनयिक मदद देने की बात कही है। दूतावास ने कहा है कि उसने महिला पर हमले की जानकारी के बाद फ़्रांस के अधिकारियों को तलब किया है।