मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री ने नक्सल हमले में शहीद जवान भरत लाल साहू को पुष्पचक्र अर्पित कर दी श्रद्धांजलि

रायपुर-   मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने आज चौथी बटालियन माना पहुंचकर गत दिवस बीजापुर जिले के तर्रेम में माओवादियों द्वारा किये आईईडी ब्लास्ट में शहीद हुए जवान भरत लाल साहू के पार्थिव शरीर पर पुष्पचक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री ने शहीद जवान के पार्थिव शरीर को कंधा देकर ससम्मान निवास रायपुर के सड्डू के लिए रवाना किया।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने इस मौके पर कहा कि बीजापुर जिले के तर्रेम में हुए आइईडी ब्लास्ट में हमारे वीर जवानो ने अपना सर्वोच्च बलिदान दिया है। हमारी सरकार बनते ही हमने माओवादियों के खिलाफ अपनी लड़ाई तेज कर दी है और हम निर्णायक लड़ाई लड़ रहे है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे जवानों की शहादत बेकार नहीं जाएगी। मुख्यमंत्री श्री साय ने इस दौरान शहीद जवान भरत लाल साहू के परिजनों से मुलाकात कर उन्हें ढांढस बंधाया।

गौरतलब है कि एसटीएफ के शहीद आरक्षक भरत लाल साहू रायपुर जिले के रहने वाले थे। पिछले 17 जुलाई को बीजापुर जिले के तर्रेम में एसटीएफ का बल नक्सल विरोधी अभियान के लिए रवाना हुआ था। अभियान के दौरान माओवादियों द्वारा लगाए गये आईईडी ब्लास्ट में सुरक्षाबल के दो जवान शहीद और 4 जवान घायल हुए।

इस मौके पर वनमंत्री केदार कश्यप, राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा, विधायक मोतीलाल साहू, डीजीपी अशोक जुनेजा सहित वरिष्ठ पुलिस अधिकारी और शहीद जवान के परिजन मौजूद थे।

नया ट्रांसफार्मर लगने से रौशन हुआ बारो गांव, सीएम कैंप कार्यालय बगिया की पहल पर ग्रामीणों को मिली अंधेरे से मुक्ति

रायपुर- जशपुर जिले के फरसाबहार विकासखण्ड के ग्राम पंचायत बारो के उरांव पारा के ग्रामीणों को अब अंधेरे से मुक्ति मिल गई है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कैम्प कार्यालय को निर्देशित किया था कि नया ट्रांसफार्मर लगाना सुनिश्चित करें। सीएम कैंप कार्यालय बगिया के निर्देश पर वहां के खराब ट्रांसफार्मर को बदलकर नया ट्रांसफार्मर लगा दिया गया है।

उरांव पारा का ट्रांसफार्मर बीते 9 जुलाई को खराब हो गया था, जिससे ग्रामीणों को कई प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था। चूंकि फरसाबहार क्षेत्र नागलोक के नाम से विख्यात है, ऐसे में रात को घर में अंधेरा होने से हमेशा जहरीले सांपों व अन्य जीव जंतुओं का खतरा बना रहता है। इस परेशानी को लेकर गांव के लोग सीएम कैंप कार्यालय बगिया में जाकर आवेदन दिए थे। सीएम कैंप कार्यालय से विद्युत विभाग के अधिकारियों को समस्या का समाधान करने के निर्देश दिए गए थे। जिसके बाद विभाग ने बारो पंचायत के उरांव पारा में नया ट्रांसफार्मर लगा दिया है। ट्रांसफार्मर के लगने और विद्युत की समस्या का समाधान हो जाने से ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का आभार जताया है।

उल्लेखनीय है कि प्रतिदिन मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय बगिया में सुबह 10 बजे से 3 बजे तक जनदर्शन लगाकर ग्रामीणों की समस्या सुनी जा रही है और उसका त्वरित समाधान भी किया जा रहा है। जिससे सीएम कैंप कार्यालय लोगों की आस का केंद्र बन चुका है और लोग बड़ी संख्या में वहां पहुंचकर अपनी समस्याएं रख रहे हैं।

कांग्रेस ने बनाई 24 जुलाई को विधानसभा घेराव की रणनीति, बैज ने कहा- ऐतिहासिक होगा आंदोलन…

रायपुर-  24 जुलाई को विधानसभा घेराव करने की रणनीति बनाने कांग्रेस नेताओं-कार्यकर्ताओं की कांग्रेस भवन में बैठक हुई. पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज ने 20 हजार से अधिक भीड़ जुटाने का लक्ष्य रखा.

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने मीडिया से चर्चा में कहा कि प्रदेश में कानून-व्यवस्था बदहाल है. जनता सड़क पर उतर प्रदर्शन करेगी. मंडी गेट में आमसभा के बाद विधानसभा घेराव के लिए निकलेंगे. कांग्रेस का आंदोलन ऐतिहासिक होगा.

इस दौरान डॉ. खूबचंद बघेल के नाम की योजना बदले जाने को लेकर दीपक बैज ने कहा कि योजना का नाम बदलना ठीक नहीं है. समाज ही नहीं प्रदेश के लोगों में भी इसे लेकर नाराजगी है. भाजपा सरकार समाज को बांटने का काम कर रही है.

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का निर्देश, स्वास्थ्य मामलों में न हो कोई लापरवाही

रायपुर-      बारिश की मौसम में बीमारियों का प्रकोप रहता है। इसे देखते हुए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा है कि स्वास्थ्य के मामले में कोई भी लापरवाही नहीं होनी चाहिए। श्री साय ने सभी अधिकारियों को संवेदनशील गांवों का भ्रमण कर हालत पर नजर रखने और जरूरी कदम उठाने के निर्देश दिए हैं।

इसी कड़ी में बिलासपुर जिले के कलेक्टर अवनीश शरण ने कोटा विकासखण्ड के मलेरिया प्रभावित कुरदर, छुईहा, टेंगनमाड़ा सहित अनेक ग्रामों का दौरा किया। कलेक्टर ने बारिश के कारण कीचड़ एवं दलदल से सने छुईहा एवं चिखलाडबरी सड़क मार्ग का बाईक में सवार होकर निरीक्षण किया और गांव के पहुंच मार्ग को तुरंत दुरुस्त करने के निर्देश भी दिए हैं। कलेक्टर ने कुरदर में मलेरिया चौपाल लगाकर वहां के हालात की समीक्षा की। उन्होंने गांव के चौक पर मलेरिया चौपाल लगाकर स्वयं मितानिन से मलेरिया जांच कराकर परीक्षण किया।

इस दौरान कलेक्टर ने ग्रामीणों और स्वास्थ्य विभाग के मैदानी कर्मचारियों से हालात की जानकारी ली। कुरदर के सरपंच राजकुमार पैकरा से भी चर्चा की। उन्होंने स्वास्थ्य अमले को रोज शाम को जनचौपाल लगाकर लोगों में जागरूकता फैलाने को कहा है। उन्होंने एक बाईक एम्बुलैंस को कुरदर में चौबीसों घण्टे रखने के निर्देश दिए। सभी चिकित्सकों एवं स्वास्थ्य कर्मचारियों को मुख्यालय में रहने को कहा है। कैंदा अस्पताल को एक 108 वाहन उपलब्ध कराने एवं कुरदर में पानी एवं बिजली की समस्या के निदान करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए।

उन्होंने टेंगनमाड़ा प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र का भी निरीक्षण किया। उन्होंने निर्देश दिया है कि यदि फेल्सिफेरम मलेरिया कन्फर्म होती है तो स्थानीय स्तर पर इलाज न करके सीधे जिला अस्पताल अथवा सिम्स में भर्ती के लिए रिफर किया जाये। उन्होंने कहा कि स्कूलों में प्रार्थना के उपरांत बच्चों को डायरिया एवं मलेरिया से बचने के उपाय बताएं। कलेक्टर ने निर्देश दिया है कि एक अलग कर्मचारी की ड्यूटी लगाकर मरीजों के घर का फोन नम्बर लेकर लगातार बीमारी की मॉनीटरिंग की जाये।

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के निर्देश पर दो दिव्यांग को मिला बैटरी चलित ट्राई सायकल

रायपुर-     मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के निर्देश पर जिला प्रशासन द्वारा दिव्यांग को बैटरी चलित मोटराइज्ड ट्राई सायकिल उपलब्ध कराया गया है। बैटरी चलित ट्राई सायकिल पाकर दिव्यांग टिकेश्वर और गौरी ने मुख्यमंत्री श्री साय और जिला प्रशासन का आभार जताया है।

महासमुंद जिले के पिथौरा विकासखण्ड के ग्राम अठारहगुड़ी के रहने वाले 34 वर्षीय दिव्यांग टिकेश्वर पटेल और ग्राम रेमडा निवासी 30 वर्षीय गौरी खंडेल कलेक्टर प्रभात मिलक के हाथों ट्राई साइकिल पाकर वे दोनों बहुत खुश हैं। दोनों दिव्यांगों को पहले आने-जाने के लिए परिजन या किसी व्यक्ति का सहारा लेना पड़ता था। मोटराईज्ड ट्रायसायकल मिल जाने से अब उन्हें गांव या गांव से बाहर आने-जाने में आसानी होगी। दिव्यांग टिकेश्वर पटेल ने बताया कि अब उन्हें अपने व्यवसाय के द्वारा आर्थिक स्थिति में और सुधार करने का मौका मिलेगा। इसी तरह गौरी खंडेल ने कहा कि मोटराइज्ड ट्राई साइकिल मिलने से मुझे अपने पैरों पर खड़ा होने का अवसर मिला है।

समाज कल्याण विभाग के उप संचालक संगीता सिंह ने बताया कि दोनों 80 प्रतिशत से अधिक दिव्यांग हैं, इसलिए ऑटोमेटिक ट्राई साइकिल समाज कल्याण विभाग द्वारा दी गई है। ताकि वे अपने रोजमर्रा के काम सरलता से कर सके तथा स्व रोजगार से अपना जीवन यापन कर सकें।

माओवादी आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में पूरी मजबूती के साथ डटे हुए हैं हमारे जवान : मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय

रायपुर-    मुख्यमंत्री विष्णु देव साय अपने दिल्ली दौरे से लौटने के तुरंत बाद बीजापुर जिले के तर्रेम क्षेत्र में माओवादियों द्वारा किए गए IED ब्लास्ट में घायल एसटीएफ के 4 जवानों को देखने रामकृष्ण केयर हॉस्पिटल पहुंचे। इस दौरान उपमुख्यमंत्री अरूण साव और विजय शर्मा भी साथ थे।

मुख्यमंत्री श्री साय ने घायल जवानों का हाल- चाल जाना और उनका हौसला बढ़ाया। उन्होंने डॉक्टरों को बेहतर इलाज के निर्देश भी दिए। मुख्यमंत्री ने जवानों के जल्द स्वस्थ होने की कामना भी की। इस दौरान मुख्यमंत्री श्री साय ने IED ब्लास्ट में शहीद हुए दो जवानों को नमन करते हुए कहा की हम माओवाद के खिलाफ लड़ाई में पूरी मजबूती के साथ डटे हुए हैं। उन्होंने घायल जवानों के अदम्य साहस की प्रशंसा की और उनका मनोबल बढ़ाया।

उल्लेखनीय है कि बीजापुर जिले के तर्रेम क्षेत्र में माओवादियों द्वारा किए गए IED ब्लास्ट में एसटीएफ के 2 जवान शहीद और 4 जवान घायल हो गए थे। घायल जवानों को उनके बेहतर इलाज के लिए एयरलिफ्ट कर रायपुर लाया गया है ।

डॉ. खूबचंद बघेल की 124वीं जयंती समारोह में शामिल हुए मुख्यमंत्री विष्णु देव साय

रायपुर।    मुख्यमंत्री विष्णु देव साय आज राजधानी रायपुर के डॉ. खूबचंद बघेल व्यावसायिक परिसर, फूल चौक में आयोजित डॉ. खूबचंद बघेल की 124वीं जयंती समारोह में शामिल हुए। उन्होंने डॉ. खूबचंद बघेल की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया। इस मौके पर कैबिनेट मंत्री टंकराम वर्मा और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी मौजूद रहे।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने डॉ. खूबचंद बघेल का पुण्य स्मरण करते हुए कहा कि वे छत्तीसगढ़ के स्वप्नदृष्टा थे। एक अच्छे डॉक्टर और साहित्यकार के रूप में उनकी अलग पहचान थी। मुख्यमंत्री श्री साय ने देश के पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी को याद करते हुए कहा कि उन्होंने छत्तीसगढ़ राज्य का निर्माण कर हमारे पुरखों का सपना पूरा किया। हम सभी अटल जी के आभारी हैं। अब इस राज्य को संवारने की जिम्मेदारी हम सभी की है।

मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि आप सभी के आशीर्वाद से सरकार के मुखिया का दायित्व मुझे मिला है। हमारी सरकार ने प्रदेश में 7 माह पूरे किए हैं और सरकार बनने के दूसरे ही दिन हमने 18 लाख गरीब परिवारों को आवास देने का काम किया। किसानों से 3100 रुपए प्रति क्विंटल के भाव से और 21 क्विंटल प्रति एकड़ के मान से धान की खरीदी की। 13 लाख किसानों को दो साल के बकाया धान बोनस का अंतरण, महतारी वंदन योजना के अंतर्गत 70 लाख से अधिक माताओं-बहनों को हर महीने एक-एक हजार रुपए सालाना 12 हजार रूपए की सहायता राशि के साथ ही तेन्दूपत्ता संग्राहकों के लिए संग्रहण दर 4 हजार रुपए से बढ़ाकर 5 हजार 500 रुपए प्रति मानक बोरा करने जैसे कई अहम निर्णय लिए हैं।

उन्होंने कहा कि हमारे पुरखों ने जिस छत्तीसगढ़ का सपना देखा है, उसे आकार देने के लिए हम सभी कार्य कर रहे हैं। हमारे पास खनिज संपदा भरपूर मात्रा में है। हमारे पास कोयला, आयरन, बॉक्साइट, गोल्ड, डायमंड जैसे खनिज उपलब्ध हैं। मिनरल्स के क्षेत्र में भी हमारा छत्तीसगढ़ बहुत समृद्ध है। तरह-तरह के वनोपज हमारे छत्तीसगढ़ की शोभा बढ़ाते हैं, जिनके वैल्यू एडिशन से हम वनवासी भाइयों-बहनों के जीवन को आर्थिक रूप से सशक्त और समृद्ध बना रहे हैं।

राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा ने उपस्थित लोगों से आग्रह करते हुए कहा कि हम समाज और प्रदेश के विकास में सकारात्मक भूमिका निभाएं । डॉ. खूबचंद बघेल ने समाज में भेदभाव को मिटाने के लिए और गरीब तबके को ऊपर उठाने के लिए जीवन भर संघर्ष किया। उन्होंने समाज में सामाजिक समरसता को बढ़ावा देने का काम किया।

छत्तीसगढ़ मनवा कुर्मी क्षत्रिय समाज के कार्यकारी अध्यक्ष के के नायक ने डॉ. खूबचंद बघेल के प्रारंभिक जीवन, स्वतंत्रता संग्राम में उनकी भूमिका और सामाजिक उत्थान के लिए उनके योगदानों के बारे में विस्तार से बताया। इस मौके पर रघुनंदन वर्मा, दशरथ वर्मा सहित छत्तीसगढ़ मनवा कुर्मी क्षत्रिय समाज के पदाधिकारीगण और जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।

सरकार राज्य में समान नागरिक संहिता लागु करेगी – उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा

रायपुर-    छत्तीसगढ़ के उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कहा है कि राज्य में समान नागरिक संहिता (यूसीसी) लागू किया जाएगा. इसे लागू करने के लिए हमारे सामने कोई चुनौती नहीं है. दिल्ली दौरे के दौरान एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने यह बयान दिया है.

राज्य की पिछली सरकार समान नागरिक संहिता का विरोध करती रही है. उप मुख्यमंत्री के इस बयान के बाद समान नागरिक संहिता को लेकर राज्य में एक बार फिर बहस शुरू हो गई है. पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि समान नागरिक संहिता के नाम पर आदिवासियों को बरगलाने का काम न करे. यह कब लागू होगा इसकी तारीख बताएं?

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने नई दिल्ली में केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से भी मुलाकात की. छत्तीसगढ़ की चार प्रमुख रेल परियोजनाओं पर चर्चा की. इन परियोजनाओं में धर्मजयगढ़-पत्थलगांव, लोहरदगा नई लाइन परियोजना, अंबिकापुर-बरवाडीह नई लाइन परियोजना, खरसिया-नया रायपुर-परमलकसा नई रेल लाइन परियोजना और रावघाट-जगदलपुर नई रेल लाइन परियोजना शामिल है. मुख्यमंत्री साय ने इन परियोजनाओं को शीघ्र शुरू करने का आग्रह किया, जिससे राज्य का सामाजिक और आर्थिक विकास होगा. केंद्रीय रेल मंत्री ने इन परियोजनाओं पर तेजी से कार्य का आश्वासन दिया.

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने मशहूर रंग निर्देशक और आकाशवाणी के वरिष्ठ उदघोषक मिर्ज़ा मसूद के निधन पर किया शोक व्यक्त

रायपुर-    मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने मशहूर रंग निर्देशक और आकाशवाणी के वरिष्ठ उदघोषक मिर्ज़ा मसूद के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि मिर्ज़ा मसूद ने अपना पूरा जीवन रंगमंच को समर्पित कर दिया। उनका निधन कला जगत के लिए एक अपूरणीय क्षति है।

मुख्यमंत्री श्री साय ने अपने शोक संदेश में कहा, "मिर्ज़ा मसूद की करिश्माई आवाज़ और अंदाज उन्हें अद्वितीय बनाते थे। उन्होंने कई अंतरराष्ट्रीय खेल प्रतियोगिताओं में हिंदी ब्रॉडकास्ट कमेंटेटर के रूप में भी अपनी विशेष पहचान बनाई। छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा 2019 में उन्हें चक्रधर सम्मान से नवाज़ा गया था।" मिर्ज़ा मसूद के कला और संस्कृति के क्षेत्र में योगदान को सदैव स्मरण किया जाएगा ।

नहीं रहे मिर्जा मसूद, आकाशवाणी की कभी हुआ करते थे आवाज…

रायपुर- प्रसिद्ध रंगकर्मी और आकाशवाणी में वरिष्ठ उद्घोषक मिर्जा मसूद का निधन हो गया. 80 वर्षीय ने रात 3 बजे मध्यप्रदेश के इंदौर शहर में अंतिम सांस ली. उनके निधन की खबर से कला एवं साहित्य जगत में शोक की लहर दौड़ गई. 

आकाशवाणी उद्घोषक के तौर पर लंबा कार्यकाल व्यतीत करने वाले मिर्जा मसूद को छत्‍तीसगढ़ सरकार की ओर से चक्रधर सम्मान और चिन्हारी सम्मान प्रदान किया गया था. उनकी कला और रंगमंच के क्षेत्र में छत्‍तीसगढ़ को अलग पहचान दिलाने में अहम भूमिका थी. उनके योगदान को देखते हुए दिल्ली के राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय (एनएसडी) में भी विशेष सम्मान प्रदान किया गया था.