गया में मोहर्रम को लेकर SSP के नेतृत्व में निकला फ्लैग मार्च, शांति बनाए रखने की अपील की

गया। मुहर्रम पर्व शांति एवं सौहार्दपूर्ण वातावरण में मनाने के लिए गया जिले के सभी थानों में शांति समिति की बैठक की गयी। मुहर्रम को भाईचारा के साथ मनाने के लिए जिला पुलिस द्वारा सुरक्षा के मुकम्मल व्यवस्था की गयी है। इसी सिलसिले में मंगलवार को एसएसपी आशीष भारती के नेतृत्व में शहरी क्षेत्र में फ्लैग मार्च निकाला गया।

फ्लैग मार्च एसएसपी कार्यालय से शुरू हुआ जो पूरा शहरी क्षेत्र घूमा। फ्लैग मार्च रामपुर थाना, मगध मेडिकल थाना, डेल्हा थाना, सिविल लाइन थाना, कोतवाली थाना, विष्णुपद थाना, महिला थाना के थानाध्यक्ष एवं डायल 112 के पुलिस जवान रहे।

इस बार ड्रोन कैमरा को भी फ्लैग मार्च में शामिल किया गया है जो असमाजिक तत्वों पर नजर रखेगी। वहीं, एसएसपी आशीष भारती ने कहा कि मुहर्रम पर्व को लेकर सारी तैयारियां कर ली गई है। सभी थानों में भी शांति समिति की बैठक की गई और असामाजिक तत्वों को चिन्हित कर कार्रवाई की गई है। पुलिस मुख्यालय बल से अतिरिक्त पुलिस बल जवानों को भी मुहर्रम पर्व के ड्यूटी में लगाया गया है। सभी पुलिस जवानों की छुट्टी को कैंसिल भी कर दिया गया है। एसएसपी ने जवानों को मुस्तैद रहने का निर्देश दिया है। कुछ भी संदिग्ध दिखे तो कार्रवाई करें। एसएसपी ने लोगों से शांतिपूर्ण तरीके से त्योहार मनाने की अपील की है।

रिपोर्ट: मनीष कुमार।

बिजली विभाग के कार्यो की जिलाधिकारी ने की समीक्षा, दिए कई जरुरी निर्देश

गया : समाहरणालय सभागार में जिलाधिकारी डॉ० त्यागराजन एसएम की अध्यक्षता में बिजली विभाग के कार्यो की समीक्षा की गई। समीक्षा में अधीक्षण अभियंता बिजली विभाग द्वारा बताया गया कि शहरी क्षेत्र में 23 घंटा एव ग्रामीण क्षेत्र में 20 घंटा बिजली सप्लाई दी जा रही है।

कृषि फीडर के संबंध में बताया गया कि ज़िले में 84 कृषि फीडर बनना है, उसमे 52 फीडर में काम चल रहा है। खेतो में निजी बोरींग के सर्वे के आधार पर अब तक 30 हजार आवेदन कनेक्शन के लिये प्राप्त हुए हैं। सर्वे अभी लगातार चल रहा है। अगले 2 माह तक सर्वे का काम पूर्ण कर ली जाएगी। उन्होंने बताया कि पूर्व से ज़िले में 54529 किसानों को कृषि फीडर से बिजली का उपयोग ले रहे हैं।

बिजली विभाग द्वारा बताया गया कि कृषि फीडर के कनेक्शन को अलग करने से काफी सुविधा होगा। वर्तमान में कुछ स्थानों पर डोमेस्टिक ट्रांसफार्मर से ही किसान अपना खेती कर रहे हैं। डीएम ने निर्देश दिया है कि कृषि फीडर में ट्रांसफार्मर तेजी से लगवाए। वर्तमान में 297 कृषि ट्रांसफार्मर लगाया गया है। 

डीएम ने कहा कि डोमेस्टिक ट्रांसफार्मर कही जलने या खराब होने की सूचना प्राप्त होती है उसके तुरंत बाद ही ट्रांसफार्मर बदलवाना सुनिश्चित करे।

उन्होंने निर्देश दिया कि बिजली विभाग के कोई भी कनिय अभियंता अगर अपने क्षेत्र संबंधित जले हुए ट्रांसफार्मर की सूचना समय पर नही देते हैं, जिसके कारण नया ट्रांसफार्मर लगने में देर होती है, तो संबंधित कनिय अभियंता पर कार्रवाई करे। सभी कनीय अभियंता अपने क्षेत्र में ट्रांसफार्मर जलने की पूरी प्रॉपर जानकारी कार्यपालक अभियंता बिजली को देना सुनिश्चित करे। बैठक में सभी कार्यपालक अभियंता बिजली विभाग भी उपस्थित थे।

रिपोर्ट: मनीष कुमार

सीएम निजी नलकूप योजना के तहत किसानों को सिंचाई हेतु 80% राशि मिलेगा अनुदान, गया जिले में 443 लगेगा नलकूप

गया : बिहार एक कृषि प्रधान राज्य है। जिसकी अधिकांश जनसंख्या कृषि पर निर्भर है तथा कृषि के लिए सिंचाई एक मुख्य कारक है। इस संदर्भ में राज्य सरकार द्वारा असिंचित क्षेत्रों के लिए कृषकों को सिंचाई की सुविधा उपलब्ध कराने हेतु सात निश्चय-2 अन्तर्गत "हर खेत तक सिंचाई का पानी " योजना क्रियान्वित करायी जा रही है। "हर खेत तक सिंचाई का पानी" योजना के तहत पांच विभागों द्वारा संयुक्त रूप से सर्वेक्षण किया गया है, जिसमें असिंचित क्षेत्रों में 21274 स्थलों का चयन किया गया है।

इस सर्वेक्षण के उपरांत निजी नलकूप हेतु 18747, सामुदायिक नलकूपों की मरम्मति हेतु 1646 एवं डगवेल हेतु 881 स्थल चिन्हित किये गये हैं। यह योजना केन्द्रीय भूजल बोर्ड द्वारा चिन्हित अतिदोहित एवं संकटपूर्ण (Over Exploited and Critical) प्रखंड/ पंचायत को छोड़कर असिंचित क्षेत्रों में उस भूमि पर लागू होगी जो भूमि निजी नलकूप अधिष्ठापन के लिए सात निश्चय-2 "हर खेत तक सिंचाई का पानी अन्तर्गत तकनीकी सर्वेक्षण में चिन्हित हो अथवा अनुदेश के अनुरूप उपयुक्त हो।

1. निजी नलकूप योजना की मुख्य विशेषतायें यह है कि

(i) प्रस्तावित योजना के अन्तर्गत कम (शैलो) एवं मध्यम गहराई के 70 मी0 तक के निजी नलकूपों एवं मोटर पम्प के लिए अनुदान का प्रावधान है।

(ii) योजना के मुख्य अवयव हैं कि

4-6 इंच व्यास का कम (शैली) एवं मध्यम गहराई का नलकूप होगा।

2-5 अश्वशक्ति का सबमर्सिबल मोटर पम्प सेन्ट्रीफ्यूगल मोटर पम्प होगा।

2. अनुदान हेतु पात्रता

सात निश्चय -2 "हर खेत तक सिंचाई का पानी अन्तर्गत संयुक्त तकनीकी सर्वेक्षण के उपरांत चिन्हित स्थलों के एवं अन्य असिंचित क्षेत्रों के कृषक इसके पात्र होंगे। 

केन्द्रीय भूजल बोर्ड द्वारा चिन्हित अतिदोहित एवं संकटपूर्ण (Over Exploited and Criticaly) प्रखंड / पंचायतों से प्राप्त आवेदनों को या इनमें चिन्हित स्थलों को नलकूप अधिष्ठापन हेतु विचार नहीं किया जायेगा। वैसे प्रगतिशील एवं इच्छुक कृषक जिनके पास कम से कम 0.40 एकड़ ( 40 डिसमिल ) का भू-खण्ड हो इसके पात्र होंगे, जिसमें लघु व सीमांत कृषकों को प्रथमिकता दी जायेगी।

इस योजना के तहत सामान्य वर्ग के किसानों को 50% अनुदान, पिछड़ा/ अति पिछड़ा वर्ग के किसानों को 70% अनुदान एवं अनुसूचित जाति/ अनुसूचित जनजाति वर्ग के किसानों को 80% अनुदान का लाभ मिलेग  

3. आवेदन की प्राप्ति व जांच

(a) विभागीय मोबाईल एप व वेब पोर्टल पर सात निश्चय - 2 "हर खेत तक सिंचाई का पानी अन्तर्गत तकनीकी दल द्वारा सर्वेक्षित स्थल हेतु आवेदन लघु जल संसाधन विभाग के कनीय अभियंता / सहायक अभियंता द्वारा चिन्हित स्थल पर प्राप्त किया जायेगा, जिसमें विहित प्रपत्र में कृषक के निजी विवरण के साथ फोटो एवं वांछित अभिलेख पोर्टल पर अपलोड करने हेतु लिये जायेंगे।

(b) अन्य असिंचित क्षेत्र हेतु कृषक विभागीय पोर्टल पर आवेदन स्वीकृति हेतु स्वयं अपलोड करेंगे। उन्हें भी वांछित विवरण की प्रविष्टि करनी होगी एवं वांछित अभिलेख पोर्टल पर अपलोड करने होंगे।

(c) आवेदन के साथ संलग्न करने वाले अभिलेख

(i) उक्त स्थल पर पूर्व से बोरिंग न हो तथा उक्त स्थल पर बोरिंग हेतु पूर्व में कृषि विभाग से अनुदान या अन्य संस्था / विभाग से वित्तीय सहायता न ली हो। इस संदर्भ में आवश्यक घोषणा पत्र कृषक को देना होगा।

(ii) आधार (भुगतान आधार आधारित होगा)

(iii) भू-धारकता प्रमाण पत्र

(iv) सक्षम प्राधिकार से निर्गत जाति प्रमाण पत्र

(v) फोटोग्राफ (सर्वेक्षित स्थल पर अक्षांश एवं देशांतर के साथ) जिसमें कनीय अभियंता / सहायक अभियंता कृषि सलाहकार / कृषि समन्वयक / संबंधित लाभुक कृषक एवं उपस्थित ग्रामीण को सम्मिलित किया जाय।

(d) आवेदन स्वीकृति के क्रम में

पूर्व से सर्वेक्षित स्थलों पर आवेदन लेने के लिए जाने वाले कनीय अभियंता / सहायक अभियंता स्थल निरीक्षण एवं आवेदन की जांच की प्रक्रिया करेंगे अन्य प्राप्त आवेदनों पर कार्यपालक अभियंता अपने कनीय अभियंता / सहायक अभियंता से प्रस्तावित स्थल का निरीक्षण एवं आवेदन की जांच करायेंगे। कनीय अभियंता/ सहायक अभियंता जो निरीक्षण व जांच करेंगे उसमें पहले आने वाले आवेदन को प्राथमिकता दी जायेगी तथा प्रतिवेदन विहित प्रपत्र में पोर्टल पर अपलोड किया जायेगा।

4. आवेदन स्वीकृति की प्रक्रिया

● कार्यपालक अभियंता अपने कनीय अभियंता / सहायक अभियंता से प्रस्तावित स्थल का निरीक्षण व आवेदन की जाँच करायेंगे।

● सहायक अभियंता किसान के आवेदन पत्र को कनीय अभियंता की अनुशंसा के आलोक में पोर्टल पर अग्रसारित या अस्वीकृत करेंगे। पूर्व से चिन्हित / सर्वेक्षित क्षेत्रों में अस्वीकृति की स्थिति में सहायक अभियंता स्थल का अवश्य निरीक्षण करेंगे।

 ●कार्यपालक अभियंता द्वारा कनीय अभियंता एवं सहायक अभियंता की अनुशंसा के आलोक में आवेदन की स्वीकृति के उपरांत किसान को System Generated SMS एवं कार्यालय के द्वारा दूरभाष के माध्यम से सूचना दी जायगी। स्वीकृति पत्र विहित प्रपत्र में कम्प्यूटर द्वारा स्व-जनित होगा।

अनुदान की स्वीकृती

कार्यपालक अभियंता द्वारा अनुदान भुगतान हेतु सभी अभिलेखों की यथोचित जांच कर सही पाय जाने पर अनुदान हेतु अनुमोदित कर संबंधित अधीक्षण अभियंता को पोर्टल के माध्यम से अग्रसारित किया जायेगा। अधीक्षण अभियंता पोर्टल के माध्यम से ही मुख्य अभियंता को अग्रसारित करेंगे। मुख्य अभियंता, विभागीय नोडल पदाधिकारी को भुगतान हेतु पोर्टल के माध्यम से अनुशंसा करेंगे। उसके पश्चात् भुगतान की कार्रवाई विभाग द्वारा प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (Direet Benefit Transfer) के माध्यम से सीधे लाभुक के आधार युक्त खाते में की जायेगी। अतः भुगतान आधार आधारित होगा। अनुदान की स्वीकृति के उपरांत संबंधित कृषक को System Generated SMS / दूरभाष के माध्यम से सूचना दी जायेगी।

हर खेत तक सिचाई का पानी कार्यक्रम के अंतर्गत गया जिले में जिला स्तरीय पदाधिकारी द्वारा टीम गठित कर सभी पंचायतो में सर्वे करवाया गया जिसमें अतरी में 9 नलकूप, बाकेबजार में 81, बेला में 1, बोधगया में 4, डोभी में 121, फतेहपुर में 41, गया सदर मे 4, गुरुआ में 83, खिजर सराय में 1, कोच में 14, मोहरा में 45, नीमचक बथानी में 20, परैया में 10, शेरघाटी में 1, टनकुप्पा में 1, टेकारी में 1 एवं वजीरगंज में 6 नलकूप लगाने हेतु सर्वे किया गया है। इसमें कुल 226 निजी नलकूप लगवाए जा रहे हैं, इन सभी का एलपीसी अंचलाधिकारी द्वारा निर्गत कर दी जा चुकी है। इसके पश्चात उक्त एलपीसी को ऑनलाइन सत्यापन किया जाना है। विभागीय पोर्टल पर 193 नलकूप का एलपीसी उपलोड भी किया जा चुका है। आज समाहरणालय सभागार में आयोजित बैठक में ज़िला पदाधिकारी गया डॉ० त्यागराजन एसएम ने कार्यपालक अभियंता लघु सिचाई को निर्देश दिया कि किसानों को जागरूक करते रहे। किसानों को इस योजना के बारे में बताया करे। डीएम ने कहा कि शेष बचे 217 नलकूपों के लिये संबंधित अंचलाधिकारी एलपीसी निर्गत करने में तेजी लाये ताकि अगले 7 दिनों में किसानों के एलपीसी को 100% ऑनलाइन करवाया जा सके। लघु सिंचाई के सभी कनीय अभियंता लगातार फील्ड में रह कर किसानों को जागरूक एव मदद करे। बैठक में अपर समाहर्ता राजस्व, ज़िला पंचायत राज पदाधिकारी, वरीय उप समाहर्ता सुश्री आशना, कार्यपालक अभियंता लघु सिंचाई, सभी सहायक अभियंता लघु सिचाई सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।

गया से मनीष कुमार

गया में बाल रिमांड होम के एक बाल बंदी की मौत, परिजनो ने रिमांड होम के पदाधिकारी पर लगाये गंभीर आरोप

गया : जिले से एक बड़ी खबर सामने आई है। जहां बाल रिमांड होम में रंगदारी मांगने के आरोप में बंद एक बंदी की मौत हो गई है। 

16 वर्षीय बंदी की मौत होने के बाद पारिजनों में चीत्कार मच गई और मेडिकल अस्पताल में परिजन ने हंगामा किया। परिजनों ने बाल रिमांड होम के पदाधिकारी पर गंभीर आरोप लगाए हुए कहा है, कि बाल रिमांड होम में डायरिया फैला है, लेकिन इलाज में काफी कोताही बरती गई, जिससे बाल बंदियों के परिजनों का विश्वास उठ गया है। यही वजह है, कि परिजन मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल में इलाज के बजाय निजी क्लिनिक में इलाज कराना चाहते हैं।

इसी क्रम में एक बाल बंदी की मौत मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल में हो गई है। जानकारी के अनुसार मृतक की पहचान मानपुर के गांधीनगर के रहने वाले नंदू पासवान 16 वर्ष के रूप में हुई है। बीते 7 जनवरी से वह बाल रिमांड होम में रंगदारी मांगने के आरोप में बंद था। 

परिजनों का कहना है, कि उसे रंगदारी के मामले में फंसाया गया था। इस बीच बीते दिन वह बाल रिमांड होम में डायरिया से बीमार हो गया था। इसके बाद हम लोगों के द्वारा उसका इलाज निजी क्लीनिक में बाल रिमांड होम से पुलिसकर्मियों की देखरेख में कराया गया। इलाज करने के बाद वह पूरी तरह से ठीक हो गया था। इसके बाद उसे फिर से बाल रिमांड होम में ले जाया गया था। किंतु, बीते दिन फिर उसकी हालत बिगड़ गई, जिसके बाद बाल रिमांड होम के पुलिसकर्मी उसे मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल में लेकर आए, लेकिन इलाज में कोताही बरतने से आज नंदू पासवान 16 वर्ष की मौत हो गई है।

मृतक की मां श्यामा देवी और भाई चंदन कुमार ने आरोप लगाया है, कि बाल रिमांड होम में ठीक से इलाज और देखरेख नहीं होती है। 

श्यामा देवी ने बताया कि उसका बेटा नंदू पासवान पिछले दिनों डायरिया से पीड़ित था। उसकी हालत बिगड़ी थी, तो उन लोगों के द्वारा निजी क्लीनिक में बाल रिमांड होम के पदाधिकारी की देखरेख में भर्ती कराया गया था। इसके बाद वह ठीक हो गया था। इसके बाद उसे बाल रिमांड होम भेज दिया गया था. किंतु फिर से लापरवाही बरती गई और उसकी हालत बाल रिमांड होम में जाने के बाद बिगड़ गई और फिर उसे भर्ती कराया गया था। किंतु जूविनाइल के पदाधिकारी और मेडिकल में इलाज में बरती गई लापरवाही के कारण नंदू की मौत हो गई।

श्यामा देवी ने आरोप लगाया कि उसे गलत इंजेक्शन देकर मार डाला गया।

वह् मृतक के भाई चंदन कुमार ने बताया कि पिछले कई दिनों से बाल रिमांड होम में डायरिया फैला हुआ है। कोई भी परिजन वहां के इलाज से संतुष्ट नहीं है. यही वजह है कि निजी क्लीनिक में अपने बंदी को ले जाने की कोशिश करते हैं। अभी भी कई डायरिया के बाल बंदी मरीज हैं, जिनका इलाज मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल में चल रहा है। किंतु इलाज में कोताही बरती जा रही है।

बाल रिमांड होम के बंदी की हुई है मौत: थानाध्यक्ष

वही, इस संबंध में रामपुर थानाध्यक्ष रवि कुमार ने बताया कि बाल रिमांड होम के बंदी की मौत हुई है। मृतक की पहचान नंदू पासवान के रूप में हुई है। मामले की जानकारी मिलने के बाद अग्रतर कार्रवाई हो रही है।

रिपोर्ट: मनीष कुमार

शादी कराने की नियत से बहला-फुसलाकर एक स्कूली छात्रा को भगाकर ले जाना पड़ा भारी, दो महिला गिरफ्तार

गया/शेरघाटी। शादी कराने की नियत से बहला-फुसलाकर एक स्कूली छात्रा को भगा कर ले जाने के जुर्म में पुलिस ने दो महिलाओं को गिरफ्तार कर जेल भेजा है।

शेरघाटी थाना के मुताबिक बीते दिन थाना क्षेत्र के गांव अफजलपुर गांव की रहने वाली एक किशोरी को गांव की रहने वाली किरण देवी महिला ने बहला-फुसलाकर भगा ले जाने में कामयाब हो गयी थी।

जिसको लेकर किशोरी के परिजन ने थाने में मुकदमा दर्ज करायी थी। वहीं, पुलिस त्वरीत कारवाई करते किशोरी को बरामद करते हुए किरण देवी एवं उसके सहयोगी को बोधगया थाना क्षेत्र की रहने वाली कालो देवी को गिरफ्तार करते हुए आज जेल भेजा गया है।

रिपोर्ट: अरविंद कुमार सिंह।

गया में पटेल छात्रावास निर्णय ट्रस्ट का एक विशेष बैठक सम्पन्न, पटेल छात्रावास का निर्माण होगा जल्द, तैयारी शुरू

गया। गया शहर के गांधी मंडप में रविवार को पटेल छात्रावास निर्णय ट्रस्ट के बैनर तले एक विशेष बैठक हुई. बैठक की अध्यक्षता ट्रस्ट के अध्यक्ष सह अमनौर के विधायक कृष्ण कुमार उर्फ मंटू सिंह पटेल ने की. 

बैठक में संबोधित करते विधायक श्री पटेल ने कहा कि गया में जल्द से जल्द पटेल छात्रावास का निर्माण किया जायेगा. इसके लिए हर स्तर पर तैयारियां शुरू कर दी गयी है. उन्होंने बताया कि ट्रस्ट द्वारा प्रत्येक मुख्यालय में सरदार पटेल छात्रावास निर्माण के लिए कृत संकल्पित है. यह संभव नहीं है कि प्रत्येक घर से एक सांसद, विधायक, मुखिया इत्यादि बन सकें. लेकिन, प्रत्येक घर से एक डॉक्टर, इंजीनियर, जज, वकील या प्रशासनिक पदाधिकारी बन सकते है.

इसी दिशा में छात्रावास निर्माण करने के लिए नवीन पहल शुरू की गयी है. उन्होंने कहा कि आने वाले समय में लड़ाई शिक्षा से ही होगी. जो परिवार, समाज,गांव, राज्य और देश शिक्षित होगा, वहीं आये रहेगा। इसकी तैयारी हमलोगों को आज से ही करना है.

इस मौके पर नगर प्रखंड के उप प्रमुख सतीश पटेल, गौरव पटेल, नीरज राय, अखिलेंद्र अधिवक्ता, राजेश पटेल,विनोद मंडल, मिथिलेश पटेल, ब्रिजभूषण जी उर्फ कल्लू, सुरेश राव, प्रेम राव, गोपाल जी, अरुण राव, रौशन पटेल, गौतम पटेल, अनिल पटेल, राहुल कुमार सिंह, अमरनाथ राय, विनोद कुमार, सुधीर राव, नीतीश पटेल सहित अन्य लोग शामिल थे।

रिपोर्ट: मनीष कुमार।

गया सेंट्रल जेल में छापेमारी, 3 घंटे तक चला वार्डों में छापेमारी, बंदियों में मचा हड़कंप

गया शहर के गया सेंट्रल जेल में रविवार को अहले सुबह डीएम डॉक्टर त्यागराजन एसएम और एसएसपी आशीष भारती के निर्देश पर छापेमारी की गई। जेल के विभिन्न वार्डों में छापेमारी की गई।

तकरीबन तीन घंटे तक सेंट्रल जेल में चली छापेमारी अभियान में कोई भी आपत्तिजनक सामान नहीं मिला है। छापेमारी में सीटी एसपी प्रेरणा कुमार, टाउन डीएसपी पीएन साहू, सदर एसडीओ किसलय श्रीवास्तव, एडीएम, कोतवाली थाना, सिविल लाइन थानार रामपुर थाना, मगध मेडिकल थाना, चंदौती थाना सहित शहर के कई थानों के पुरुष-महिला पुलिस बलों ने सभी वार्डो में गहन छापेमारी की।

इस दौरान जेल में बंद बंदियों में हड़कंप मचा रहा। दरअसल बता दे कि बीते दिनों सेंट्रल जेल में बंद कोंच के जिला पार्षद के पति विमलेश यादव के द्वारा टेकारी एसडीएम को जान से मारने की कॉल कर धमकी दी थी।

रिपोर्ट: मनीष कुमार।

गया में कौंसिल आफ मगध वूमेन एम्पावरमेंट के द्वारा वृक्षारोपण, संरक्षण एवं जागरूकता पर कार्यक्रम हुआ आयोजित, ₹1000 पौधों का वृक्षारोपण

गया शहर के कुजापी में स्वयंसेवी संस्था कौंसिल आफ मगध वूमेन एम्पावरमेंट के द्वारा वृक्षारोपण, संरक्षण एवं जागरूकता अभियान का कार्यक्रम आयोजित किया गया। यह कार्यक्रम गया शहर के विभिन्न क्षेत्रों में 1000 (एक हजार) पौधों का वृक्षारोपण कर किया गया, जिसमें फलदार के साथ दीर्धकालिक पौधे जैसे अमरूद, जामुन, आंवला, सागवान, बरगद, नीम आदि लगाया गया।

वृक्षारोपण कार्यक्रम में संस्था के संरक्षक प्रवीण रंजन गांधी, सचिव तमकनत, अध्यक्ष नवीन रंजन, जिले के प्रतिष्ठित हड्डी एवं नस रोग विशेषज्ञ डॉ० एम०एस० अली, मधुमेह रोग विशेषज्ञ डॉ० सुनील कुमार, जेनरल फिजिशयन एंड क्रिटिकल केयर डॉ० प्रदीप कुमार, आईआईटी व इंजीनियरिंग विषय के शिक्षक मनीष श्रीवास्तव, ई० विकाश कुमार ने किया।

संस्था के संरक्षण प्रवीण रंजन गांधी ने बताया कि आधुनिक युग में मनुष्यता के लिए वृक्षारोपण ही एकमात्र माध्यम है जिससे ग्लोबल वार्मिंग, गिरते भू-जल के स्तर एवं धरती पर समृद्धि आयेगी l डॉ ० एम०एस० अली ने बताया कि कोविड महामारी ने यह साबित कर दिया कि प्रकृति को संतुलित रखने का एकमात्र विकल्प वृक्षारोपण है। डॉ ० सुनील कुमार ने बताया कि यह संस्था मानवहित के लिए हर पहलुओं पर निरंतर कार्य कर रही है। जिले के सुप्रसिद्ध जेनरल फिजिशयन एंड क्रिटिकल केयर डॉ ० प्रदीप कुमार ने बताया कि ऐसे स्वयंसेवी संस्था से आमजनों एवं अन्य संस्थाओं को सिखना चाहिए एवं सामाजिक कार्यों में चढ़-बढ़कर हिस्सा लें एवं मगध प्रमंडल के आईआईटी व इंजीनियरिंग विषय के शिक्षक मनीष श्रीवास्तव ने बताया कि शुद्ध वातावरण एवं कार्बन-डाई-ऑक्साइड को संतुलित करने का एकमात्र उपाय वृक्षारोपण है। 

मौके पर विद्यालय के शिक्षकगण सतेंद्र कुमार, बिरेंद्र कुमार, डॉ मदन प्रसाद, डॉ0 घनश्याम कुमार, समाजसेवी संजीव कुमार ,सुधीर कुमार, राजेश कुमार, अजित कुमार, रवि, बब्लू जी, टुन्नु जी आदि गण्यमान लोग शामिल हुए।

रिपोर्ट : मनीष कुमार।

दहेज उत्पीड़न मामले में दो को आमस पुलिस ने पकड़कर भेजा जेल

गया/आमस। गया जिला के आमस थाना की पुलिस ने शनिवार को दहेज उत्पीड़न मामले में दो लोग को गिरफ्तार किया है।

एसआई मोनू कुमार ने बताया कि थाना क्षेत्र के बनाही गांव में शनिवार को दहेज उत्पीड़न मामले में एक महिला को गला दबाकर/जहर देकर हत्या कर दी गई है।

जिसमे मृतका के देवर एवं सास को आरोपी बनाते हुए मामला दर्ज किया गया है। जिसमें दोनों को घर पर छापेमारी कर गिरफ्तार कर लिया गया है। जिसका पहचान बनाही गांव निवासी राजदेव चौधरी के पुत्र मुकेश चौधरी एवं पत्नी बेचनी देवी बताया गया है।

रिपोर्ट: धनंजय कुमार।

मुहर्रम को लेकर डोभी एवं बहेरा थाने में शांति समिति की हुई बैठक

गया/डोभी। मुहर्रम को लेकर शुक्रवार को डोभी एवं बहेरा थाना परिसर में शांति समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता डोभी थानाध्यक्ष मुकेश कुमार एवम बहेरा थानाध्यक्ष पवन कुमार ने किया। उन्होंने बताया कि विभिन्न संप्रदाय के सदस्यों के द्वारा सभी तरह के पर्व त्यौहार शांति पूर्वक भाईचारा व सहयोग के साथ मनाने का इस क्षेत्र में इतिहास रहा है।

यदि छोटी-छोटी घटनाएं सामने आती है तो उसे निजात आम जनों एवं जनप्रतिनिधियों के सहयोग से प्रशासन के द्वारा की जाती है। उन्होंने कहा कि पर्व के दौरान हंगामा करने वाले और उधम मचाने वाले के ऊपर पुलिस की कड़ी नजर रहेगी। ऐसे करने वाले को बख्सा नहीं जाएगा।

साथ ही डीजे पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगी पकड़े जाने पर डीजे मालिक के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की जाएगी। इस मौके पर मुखिया भुई यादव, लक्ष्मीलाल उर्फ लल्लू जी, प्रतिनिधि मुनरिक पासवान, सरपंच संघ के अध्यक्ष अशोक प्रसाद, वार्ड 4 के पार्षद प्रतिनिधि कृष्णा कुमार सहित अन्य लोग मौजूद थे।

विभिन्न पंचायत के ताजिया कमेटी के सदस्य उपस्थित रहे। वहीं थानाध्यक्ष ने बताया ताजिया जुलूस के कमेटी को लाइसेंस लेने होंगे और निर्धारित मार्ग पर ही जुलूस निकालने होंगे बिना लाइसेंस के जुलूस निकालने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

रिपोर्ट: महेंद्र कुमार।