वर्तमान पत्रकारिता और समाज" विषय पर संगोष्ठी व सम्मान समारोह का हुआ आयोजन
गोरखपुर। सीमांचल प्रहरी समाचार पत्र के प्रकाशन के प्रथम वर्षगांठ पर "वर्तमान पत्रकारिता और समाज" विषय पर एक संगोष्ठी व सम्मान समारोह का आयोजन गोरखपुर जर्नलिस्ट्स प्रेस क्लब के सभागार में किया गया।
कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि न्यायमूर्ति उमेश चंद्र शर्मा (सेवानिवृत्त) उच्च न्यायालय, इलाहाबाद, विशिष्ट अतिथियों में एस एन भट्ट, चीफ टेक्निकल ऑफीसर, वरुण बेवरेज लिमिटेड (पेप्सीको), मार्कण्डेय मणि त्रिपाठी, अध्यक्ष गोरखपुर जर्नलिस्ट्स प्रेस क्लब, मुख्य वक्ता चन्द्र किशोर शर्मा, वरिष्ठ पत्रकार, विशिष्ट वक्ता पंकज कुमार सिंह मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पूर्वोत्तर रेलवे, विद्यानंद, प्रधान महाप्रबंधक, भारतीय संचार दूर निगम लिमिटेड,
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे सीमांचल प्रहरी के प्रधान संपादक श्याम नारायण भट्ट, ने मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
सीमांचल प्रहरी के संपादक विनय कुमार शर्मा ने स्वागत संबोधन एवं विषय प्रवर्तन करते हुए कहा कि पत्रकारिता आधुनिक सभ्यता का एक प्रमुख व्यवसाय है, जिसमें समाचारों का एकत्रीकरण, लिखना, जानकारी एकत्रित करके पहुँचाना, सम्पादित करना और सम्यक प्रस्तुतीकरण आदि सम्मिलित हैं। बदलते वक्त के साथ बाजारवाद और पत्रकारिता के अन्तर्सम्बन्धों ने पत्रकारिता की विषय-वस्तु तथा प्रस्तुति शैली में व्यापक परिवर्तन किए।
वर्तमान में पत्रकारिता सरकारी गजट या नोटिफ़िकेशन बनकर रह गई है। इक्कीसवीं सदी में दुनिया विज्ञान और टेक्नोलॉजी पर बात कर रही है परन्तु मीडिया धर्म, जातिवाद, मन्दिर मस्जिद की तथाकथित राजनीति से आगे नहीं बढ़ पा रही हैं। इस तरह की पत्रकारिता भारतीय समाज में अन्धविश्वास, धार्मिक उन्माद, सामाजिक विघटन ही पैदा करेगी। वर्तमान समय में मीडिया की नजरों में सेक्युलर, उदारवादी या संविधानवादी होना स्वयं में एक गाली हो गया है। यह पत्रकारों के लिए बहुत बड़ी चुनौती है।
इसके लिए कहीं ना कहीं समाज भी जिम्मेदार है। बतौर मुख्य अतिथि न्यायमूर्ति उमेश चंद्र शर्मा ने कहा कि सामाजिक सरोकारों तथा सार्वजनिक हित से जुड़कर ही पत्रकारिता सार्थक बनती है। सामाजिक सरोकारों को व्यवस्था की दहलीज तक पहुँचाने और प्रशासन की जनहितकारी नीतियों तथा योजनाओं को समाज के सबसे निचले तबके तक ले जाने के दायित्व का निर्वाह ही सार्थक पत्रकारिता है। जो आज की पत्रकारिता में बहुत ही काम देखने को मिलता है।
विशिष्ट अतिथि मार्कंडेय मणि त्रिपाठी ने कहा कि वर्तमान पत्रकारिता पर पूंजी हावी हो गई है जो पत्रकारों के लिए एक चुनौती है। वर्तमान पत्रकारिता सत्ता के इर्द-गिर्द ही घूमती रहती है। मुख्य वक्ता चंद्र किशोर शर्मा ने कहा कि पत्रकारिता को लोकतन्त्र का चौथा स्तम्भ भी कहा जाता है। पत्रकारिता ने लोकतन्त्र में यह महत्त्वपूर्ण स्थान अपने आप नहीं प्राप्त किया है बल्कि सामाजिक सरोकारों के प्रति पत्रकारिता के दायित्वों के महत्त्व को देखते हुए समाज ने ही दर्जा दिया है। कोई भी लोकतन्त्र तभी सशक्त है जब पत्रकारिता सामाजिक सरोकारों के प्रति अपनी सार्थक भूमिका निभाती रहे। सार्थक पत्रकारिता का उद्देश्य ही यह होना चाहिए कि वह प्रशासन और समाज के बीच एक महत्त्वपूर्ण कड़ी की भूमिका अपनाये।
विशिष्ट वक्ता मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह ने कहा कि आज की पत्रकारिता को बहुआयामी और अनन्त बना दिया है। आज कोई भी जानकारी पलक झपकते उपलब्ध की और कराई जा सकती है। मीडिया आज बहुत सशक्त, स्वतन्त्र और प्रभावकारी हो गया है। पत्रकारिता की पहुँच और आभिव्यक्ति की स्वतन्त्रता का व्यापक इस्तेमाल आमतौर पर सामाजिक सरोकारों और भलाई से ही जुड़ा है, किन्तु कभी कभार इसका दुरपयोग भी होने लगा है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता श्याम नारायण भट्ट एवं संचालन डॉक्टर प्रेम नारायण भट्ट ने किया। अंत में अतिथियों व आगंतुकों के प्रति समाचार पत्र की प्रकाशिका अनीता भट्ट ने आभार व्यक्त किया।उत्कृष्ट कार्य करने वाले विभूतियों को किया गया सम्मानित कार्यक्रम के दौरान शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले प्रोफेसर रामनरेश चौधरी, गोरख लाल श्रीवास्तव, चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में डॉ राहुल राय, के के पांडे, संस्कृत साहित्य के क्षेत्र में पंडित अमरनाथ शर्मा, समाज सेवा के क्षेत्र में पुष्प दंत जैन, पंडित राजेश शर्मा,बृजेश राम त्रिपाठी, रणजीत सिंह, मनीष जैन, उत्तम जायसवाल शिव शंकर शर्मा, पत्रकारिता के क्षेत्र में मार्कंडेय मेडिकल त्रिपाठी, चिकित्सा के क्षेत्र में डॉक्टर अश्विनी अग्रवाल, डॉक्टर विजय प्रताप सिंह, अभियांत्रिकी के क्षेत्र में इंजीनियर आशुतोष द्विवेदी, उत्तरीय, सम्मान पत्र वह मोमेंटो को देखकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर सैकड़ो की संख्या में पत्रकार, साहित्यकार, चिकित्सक, रंगकर्मी, अधिवक्ता आदि उपस्थित रहें।
Jul 16 2024, 10:13