एक पेड़ मां के नाम’’ - मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने जशपुर में किया पौधरोपण महाभियान का शुभारंभ

रायपुर-  मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने ‘‘एक पेड़ मां के नाम’’ अभियान के तहत जशपुर जिले में पौधरोपण महाभियान का शुभारंभ किया। उन्होंने दुलदुला में आयोजित कार्यक्रम में महतारी वंदन योजना की 10 हितग्राही महिलाओं को अमरूद का पौधा व संदेश पत्र भेंट किया।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि जीवनदायिनी धरती माता के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करने और आने वाली पीढियों को अनुकूल वातावरण देने के उद्देश्य से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रेरणादायी अभियान, ‘‘एक पेड़ माँ के नाम’’ की शुरुआत की है। हमारी सभी माताओं-बहनों को एक पौधा भेंट कर रहा हूँ। यह पौधा प्रकृति के प्रति हमारी जिम्मेदारी के साथ ही उससे हमारे अटूट संबंध को दर्शाएगा। उन्होंने कहा कि पौधे से हमें प्राण वायु मिलता है। जो हमारे जीवन के लिए आवश्यक है। पौधरोपण से पर्यावरण में सुधार होता है और मानव जीवन के लिए ऑक्सीजन मिलता है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने हितग्राही अनिता लकड़ा को अमरूद का पौधा सौंपते हुए पूछा कि पौधा कहां पर लगाएंगे। अनिता ने बताया कि इसे अपने आंगन में लगाऊंगी। मुख्यमंत्री श्री साय ने हितग्राहियों को पौधे वितरित किए और उन्होेंने कहा कि इन पौधों को रोपित कर उन्हें अपने बच्चों की तरह देख-भाल करें। ताकि भविष्य में आने वाले पीढ़ी को इन पौधरोपण का लाभ मिल सके। इस अवसर पर सांसद रायगढ़ राधेश्याम राठिया, विधायक जशपुर रायमुनि भगत, विधायक पत्थलगांव गोमती साय सहित अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।

उल्लेखनीय है कि ‘‘एक पेड़ माँ के नाम’’ मुहिम के तहत इस पौध वितरण महाभियान के तहत महतारी वंदन की हितग्राही महिलाओं को जशपुर जिले में 2 लाख से अधिक पौधे वितरित किए जायेंगे। जिला प्रशासन ने इसके लिए पंचायत स्तर पर तैयारी कर ली है।

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने किया ”संकल्प जशपुर” कार्यक्रम का शुभारंभ

रायपुर- मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने आज जशपुर जिले के दुलदुला में सामाजिक जागरूकता व्यवहार परिवर्तन के लिए संचालित ”संकल्प जशपुर” कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस कार्यक्रम के माध्यम से जिले में महिलाओं को जागरूक करने बाल विवाह रोकथाम, टीकाकरण, सिकलसेल, सर्पदंश की रोकथाम के लिए जनजागरूकता अभियान चलाया जा रहा है।

जिला प्रशासन और यूनिसेफ के माध्यम से महिला एवं बाल विकास विभाग, स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग, एनआरएलएम के सहयोग से वॉलिंटियर्स द्वारा 160 से अधिक पंचायतों में जनप्रतिनिधियों और आम नागरिकों के लिए जनजागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। जनजागरूकता अभियान के तहत नुक्कड़ नाटक के जरिए कार्यक्रम प्रस्तुत कर सिकलसेल एनीमिया, सर्पदंश से सुरक्षा, जच्चा-बच्चा टीकाकरण, स्कूल चलो अभियान, पौधरोपण के अलावा स्वास्थ्य और जलजनित बीमारी की रोकथाम और बचाव के उपाय की जानकारी को प्रदर्शित की जा रही है, ताकि आम जनता इससे सीख ले सके। मुख्यमंत्री श्री साय ने संकल्प कार्यक्रम अंतर्गत वीडियो, कटआउट का विमोचन किया गया। इस अवसर पर जनप्रतिनिधिगण यूनीसेफ के जिला समन्वयक तेजराम सारथी एवं उनकी टीम, जिला प्रशासन और गणमान्य नागरिक बड़ी संख्या में उपस्थित थे।

छत्तीसगढ़ के विभूति” पुस्तक का राजस्व मंत्री टंक राम वर्मा ने किया विमोचन

रायपुर-   राजस्व मंत्री टंक राम वर्मा ने आज आनंद समाज लाईब्रेरी कंकालीपारा रायपुर में आयोजित कार्यक्रम में ”छत्तीसगढ़ के विभूति” पुस्तक का विमोचन किया। इस पुस्तक के लेखक जागेश्वर प्रसाद है।

कार्यक्रम में राजस्व मंत्री श्री वर्मा ने पुस्तक के लेखक जागेश्वर प्रसाद को बधाई देते हुए कहा कि इस पुस्तक से लोगों को छत्तीसगढ़ के पुरोधाओं के बारे में विस्तृत जानकारी मिलेगा। छत्तीसगढ़ में ऐसे अनेक महान विभूति हैं, जिनका उल्लेख और संस्मरण छत्तीसगढ़ के इतिहास में नहीं है। ऐसे महान विभूतियों के बारे में जानकारी संकलित करना बहुत ही प्रशंसनीय है।

नेशनल लोक अदालत ने 8.31 लाख से ज्यादा प्रकरण हुए निराकृत

रायपुर-  छत्तीसगढ़ राज्य में द्वितीय नेशनल लोक अदालत का आयोजन उच्च न्यायालय से लेकर तालुका स्तर के न्यायालयों के साथ साथ राजस्व न्यायालयों में 13 जुलाई को आयोजित नेशनल लोक अदालत हेतु गठित कुल 605 खंडपीठों द्वारा प्रेषित अंतिम आंकड़ो में 7 लाख 66 हजार 639 प्री- लिटिगेशन प्रकरण तथा 65 हजार 139 लंबित मामलों को मिलाकर कुल 8 लाख 31 हजार 848 प्रकरणों का निराकरण करते हुए कुल 230 करोड़ 09 लाख 55 हजार 219 रूपये के अवार्ड पारित किए गए।

छत्तीसगढ़ राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण से प्राप्त जानकारी के अनुसार न्यायमूर्ति रमेश सिन्हा, मुख्य न्यायाधिपति, छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय-सह- मुख्य संरक्षक, छत्तीसगढ़ राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा राज्य के सभी 23 जिला एवं सत्र न्यायालयों से वर्चुअल मोड के माध्यम जुड़कर लोक अदालत की कार्यवाहियों का निरीक्षण किया गया और सभी जिलों के प्रधान जिला न्यायाधीशों व अन्य खण्डपीठ के पीठासीन अधिकारियों से संवाद व चर्चा की गई और लोक अदालत की प्रगति का जायजा लिया गया। उन्होंने निर्देश दिए कि अधिक से अधिक प्रकरणों के निराकरण के लिए मार्गदर्शन करते हुए प्रोत्साहित करें।

वर्चुअल मोड में निरीक्षण के दौरान मुख्य न्यायाधिपति ने जिला न्यायलय रायगढ़ के एक प्रकरण में जहां एक उम्रदराज पति-पत्नी के मध्य घरेलु हिंसा का विवाद था और वे अलग अलग रह रहे थे और लोक अदालत के दौरान उनका समझौता हुआ और वे एक साथ रहने के लिये तैयार हो गये। मुख्य न्यायाधिपति द्वारा पक्षकारों के प्रयासों की सराहना की गई और दम्पत्ति को भविष्य के खुशहाल जीवन के लिए शुभकामनाएं दी गई ।

मुख्य न्यायाधिपति के द्वारा उच्च न्यायालय बिलासपुर में नेशनल लोक अदालत के संबंध में गठित दो खण्डपीठों का भी अवलोकन किया गया और लोक अदालत कार्यवाहियों का जायजा लेते हुए अधिवक्ताओं एवं पक्षकारों को लोक अदालत के माध्यम से प्रकरणों को निराकृत कराये जाने की बात कही।

गौरतलब है कि मुख्य न्यायाधिपति की पहल पर छत्तीसगढ़ राज्य के इतिहास में पहली बार माननीय उच्च न्यायालय के सभी न्यायमूर्तिगणों द्वारा भी अपने पोर्टफोलियो जिलों में भ्रमण कर नेशनल लोक अदालत की कार्यवाहियों का निरीक्षण किया गया और लोक अदालत के पीठासीन अधिकारियों, सदस्यों व पक्षकारों को अधिक से अधिक प्रकरण निराकृत करने के लिये प्रोत्साहित किया गया। उच्च न्यायालय के न्यायाधीश गणों के द्वारा नेशनल लोक अदालत के दिन अपने पोर्टफोलियो जिले में उपस्थित रहना लोक अदालत व्यवस्था की विश्वसनीयता को पारदर्शी व विश्वसनीय बनायेगा और इसे एक नई उंचाई प्रदान करने वाला सिद्ध होगा ।

मुख्य न्यायाधिपति द्वारा सभी 23 जिलों का वर्चुअल मोड से निरीक्षण जहां आधुनिक तकनीक का न्यायालयीन कार्यवाहियों में उपयोग को दर्शाता है, वहीं मुख्य न्यायाधिपति की यह पहल लोक अदालत के पीठासीन अधिकारियों, सदस्यों व पक्षकारों को प्रोत्साहित करने के साथ साथ पक्षकारों में विश्वास सृजित करेगा और लोक अदालत को और विश्वसनीयता और प्रमाणिकता प्रदान करेगा।

मुख्य न्यायाधिपति न्यायमूर्ति रमेश सिन्हा ने उच्च न्यायालय के सभी न्यायमूर्तिगण जो लोक अदालत को सफल बनाने के लिए अपने पोर्टफोलियो के जिलों में लोक अदालत के अवसर पर गए थे, उनका विशेष धन्यवाद ज्ञापित किया है, साथ-ही-साथ मुख्य न्यायाधिपति महोदय द्वारा उच्च न्यायालय में गठित लोक अदालत की दो खण्डपीठों के पीठासीन अधिकारी न्यायमूर्तिगण व सदस्यों का धन्यवाद ज्ञापित किया है। मुख्य न्यायाधिपति द्वारा राज्य के सभी सम्मानित प्रधान जिला न्यायाधीशगणों और नेशनल लोक अदालत के संबंध में राज्य में गठित सभी खण्डपीठों के पीठासीन अधिकारियों और खण्डपीठ के सदस्यों, सभी न्यायालयीन कर्मचारियों के साथ-साथ सभी पैरालीगल वालेण्टियर, अन्य विभागों के अधिकारियों और कर्मचारियों तथा पक्षकारों तथा सभी लोगों जिन्होंने प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से इस नेशनल लोक अदालत को ऐतिहासिक रूप से सफल बनाने में योगदान दिया है, को धन्यवाद ज्ञापित किया है। मुख्य न्यायाधिपति द्वारा प्रिंट व इलेक्ट्रानिक मीडिया को भी धन्यवाद ज्ञापित किया गया है, जिन्होनें इस लोक अदालत के प्रचार-प्रसार व लोगों के मध्य जागरूकता फैलाने में विशेष योगदान दिया।

राजधानी में फायरिंग के आरोपियों को जल्द पकड़ने का सीएम साय ने दिलाया भरोसा, पुलिस के पिछले बार की मुस्तैदी का किया जिक्र…

रायपुर-   मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने राजधानी में कोयला कारोबारी के कार्यालय पर फायरिंग की घटना में संलिप्त आरोपियों को जल्द पकड़ने का भरोसा दिलाया है. उन्होंने कहा कि जिस मुस्तादी के साथ पिछली बार अमन साहू गैंग के लोगों को पकड़ा था. इस बार भी बहुत जल्दी पुलिस आरोपियों को पकड़ लेगी.

जशपुर में आयोजित मतदाता अभिनंदन कार्यक्रम के लिए रवाना होने से पहले मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने मीडिया से चर्चा में कहा कि आज हमारे विधानसभा क्षेत्र कुनकुरी में मतदाता का अभिनंदन कार्यक्रम में शामिल होने जा रहे हैं. वहीं शनिवार को मंत्रिमंडल के साथ अयोध्या में रामलला के दर्शन कर लौटे मुख्यमंत्री साय ने बताया कि अयोध्या में पूरे मंत्रिमंडल के साथ भगवान राम के दर्शन किए. पूजा-अर्चना कर छत्तीसगढ़ की खुशहाली के लिए प्रार्थना की. हनुमानगढ़ी में भी दर्शन कर पूजा-अर्चना किए. सरयू नदी भी गए थे, वहां भी पूजा पाठ किया.

7 राज्यों में हुए विधानसभा उपचुनाव में इंडिया ब्लॉक ने 13 में से 10 सीट में जीत हासिल की है, वहीं भाजपा को दो सीटों पर सफलता मिली है. इस पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि अलग-अलग परिस्थितियां होती हैं. चुनाव में जनता के हाथ में निर्णय होता है. भाजपा का प्रदर्शन समीक्षा का विषय है.

मलेरिया, डायरिया, जनजनित बीमारियों की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य शिविर लगाएं : मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय

रायपुर-  संवेदनशील मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने मौसमी बीमारियों की रोेकथाम और बचाव के लिए जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश स्वास्थ्य महकमा और संबंधित विभागीय अधिकारियों को दिए। उन्होंने कहा है कि प्रदेश के किसी भी क्षेत्र में मलेरिया, डायरिया, जनजनित बीमारी सहित मौसमी बीमारियों की जानकारी मिलने पर त्वरित रूप से स्वास्थ्य अमला स्वास्थ्य शिविर लगाकर प्रभावितों का उपचार करना सुनिश्चित करें। श्री साय ने निर्देश दिए है कि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए है कि मलेरिया, डायरिया सहित मौसमी बीमारियों की रोकथाम के लिए सभी आवश्यक जीवन रक्षक दवाओं का पर्याप्त भण्डारण सुनिश्चित कर सूचना मिलने पर प्रभावित क्षेत्रों को आवश्यक दवाओं के साथ त्वरित रूप से रवाना कर उपचार सुनिश्चित करे, जिससे संभावित जनहानि को बचाया जा सके।

मुख्यमंत्री श्री साय के निर्देशानुसार उपमुख्यमंत्री एवं गृह मंत्री विजय शर्मा गत दिवस कबीरधाम जिले के बोड़ला विकासखण्ड के सुदूर वनांचल ग्राम चिल्फी, झलमला और तरेगांव जंगल, सोनवाही का भ्रमण कर स्वास्थ्य संबंधी जानकारी ली। उन्होंने ग्राम सोनवाही पहुंचकर ग्रामीणों सहित डायरिया पीड़ित परिवार के परिजनों से मुलाकात की और राज्य शासन से हर संभव दिलाने के लिए भरोसा दिलाया। उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा ने ग्राम सोनवाही में गत दिवस हुई दो ग्रामीणों की आकस्मिक मृत्यु पर अपनी गहरी संवेदना प्रकट की। उन्होंने ग्राम सोनवाही के आदिवासी बालक छात्रावास में बनाएं गए अस्थाई स्वास्थ्य शिविर का निरीक्षण किया और मरीजों से चर्चा की। उन्होंने चिकित्सकों को बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने निर्देश दिए। उपमुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन को निर्देशित किया कि वनांचल सहित मैदानी क्षेत्रों में मौसमी बीमारी, डायरिया, उल्टी दस्त और जलजनित बीमारियों का संक्रमण ना हो इसके लिए प्रभावी कार्य योजना बनाने की जरूरत है। उन्होंने कलेक्टर को वनांचल क्षेत्रों में स्वास्थ्य शिविर लगाने और और मलेरिया, डायरिया सहित मौसमी बीमारियों के बचाव के लिए जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश दिए।

उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा ने सुदूर वनांचल क्षेत्र चिल्फी, झलमला और तरेगांव जंगल के शासकीय अस्पताल में सोनोग्राफी मशीन डीएमफ़ से शीघ्र क्रय करने के निर्देश दिए। उन्होंने वनांचल के सभी गांवो में स्वास्थ्य शिविर, जल स्त्रोतो का क्लोनिएशन कराने के निर्देश दिए।

कलेक्टर जनमेजय महोबे ने बताया कि बोड़ला एसडीएम और सीएमएचओ को घर-घर पहुंच कर सर्वें करने के निर्देश दिए गए थे। सोनवाही में पांच ग्रामीणों की मौत अलग-अलग कारणों से और अलग-अलग जगह में हुई है।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ बीएल राज ने बताया कि सोनवाही में डायरिया की सूचना मिली। सूचना मिलते ही पास के ही सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र झलमला के चिकित्सक और स्वास्थ्य अमला 10 जुलाई को पहुंचकर गांव के आदिवासी बालक आश्रम छात्रावास में अस्थायी रूप से स्वास्थ्य शिविर लगाकर ग्रामीणों का स्वास्थ्य परीक्षण का काम शुरू किया गया। दूसरे दिन 11 जुलाई को कलेक्टर के निर्देश पर जिला स्तर और चिल्फी के और अतिरिक्त स्वास्थ्य टीम को भेजकर ग्राम सोनवाही में तैनात किया गया।

सीएमएचओ डॉ राज ने बताया कि सोनसिंह अपने खेत से काम कर घर लौटा था, उन्होने अपने तबियत खराब होने की जानकारी अपने घर वालो को दी। इसके बाद उन्होने उल्टियां शुरू हुई और तीन से चार घंटे के दौरान उनकी घर पर ही मृत्यु हो गई। ग्रामीणों के मुताबिक इसी प्रकार महिला फूलबाई की मृत्यु भी उल्टी से हुई। दो ग्रामीणों की अकास्मिक मृत्यु के बारे में ग्रामीणों से चर्चा की गई। जांच और पूछताछ के प्रथम दृष्टयता जहरीले मशरूम खाने की बात सामने आई है। पोस्टमार्टम की रिपोर्ट अभी नहीं आई है, रिपोर्ट आने के बाद कारण स्पष्ट हो जाएगी।

उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने अस्थाई स्वास्थ्य शिविर का निरीक्षण किया और उपचार कराने आए मरीजों से चर्चा की। कलेक्टर जनमेजय महोबे ने बताया कि ग्राम सोनवाही में 194 घर है, जिसकी कुल आबादी 580 है। इस गांव में 12 कुंआ और 02 हैंडपंप है। एक मितानिन भी कार्यरत है। उन्होंने बताया कि बीमारी के लक्षण मिलने पर गांव में लोगों का लगातार स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है। 11 जुलाई को 194 लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया था, जिसमें 08 लोगों का स्वास्थ्य खराब होने के कारण उप स्वास्थ्य केन्द्र में भर्ती किया गया, इनमें 07 लोगों को मौसमी बुखार के लक्षण और 01 को उल्टी हो रही थी। इसी प्रकार 12 जुलाई को 144 लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया, जिसमें 12 को मौसमी, सर्दी बुखार के लक्षण पाएं गए है, जिनकों सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र झलमला में भर्ती कराया गया है। उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा ने सभी मरीजों का बेहतर स्वास्थ्य उपचार करने के निर्देश दिए।

कांग्रेस के आरोप पर उप मुख्यमंत्री अरुण साव का पलटवार, कहा- सात महीनों में अपराध में आई कमी…

रायपुर- रायपुर गोली कांड के हवाले से कांग्रेस के कानून-व्यवस्था को लेकर सवाल उठाने जाने पर उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने 5 साल में छत्तीसगढ़ की दुर्दशा की थी. वहीं पिछले 7 महीनों का आंकड़ा देखेंगे तो स्पष्ट होगा कि अपराध में कमी आई है. आने वाले समय में शक्ति से और मजबूती से कार्रवाई होगी, और छत्तीसगढ़ में कानून का राज होगा.

उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने मीडिया से चर्चा में राजधानी में अमन साहू गैंग के सक्रिय होने को लेकर कहा कि मामले को बहुत गंभीरता से लिया गया है. उच्च अधिकारी इस मामले से संपर्क में हैं. जांच हो रही है, और जांच में जो भी इसके पीछे पाया जाएगा, उसके ऊपर सख्त से सख्त कार्रवाई होगी.

डायरिया से हो रही मौतों पर कांग्रेस की जांच कमेटी पर टिप्पणी करते हुए अरुण साव ने कहा कि यह तो राजनीति करने वाले लोग हैं. बलौदा बाजार की घटना में स्वयं उपस्थित होकर राजनीति की. अब डायरिया के नाम पर यह राजनीति कर रहे हैं. सरकार सजग है, लगातार विभाग के अधिकारियों को मौसमी बीमारियों के बचाव के लिए पूर्व से तैयारी करने के लिए निर्देशित किया है. यह मौसमी बीमारी आई है, उप मुख्यमंत्री खुद गए थे, उन परिवारों से मिले हैं. उनकी जो समस्या उसका समाधान हो रहा है.

वहीं विधानसभा के मानसून सत्र को लेकर अरुण साव ने कहा कि विधानसभा का सत्र आने वाला है. सरकार विपक्ष के हर प्रश्न का उत्तर देने के लिए तैयार है. हर मुद्दे पर हम बहस करने के लिए तैयार है. सरकार भी पूरी तैयारी है.

वहीं सड़क चौड़ीकरण को लेकर रायपुर महापौर एजाज ढेबर के राज्यपाल के पास जाने पर उप मुख्यमंत्री ने तंज कसते हुए कहा कि 5 साल में जब प्रदेश में उनकी सरकार थी, खुद महापौर थे. क्यों तब कुछ नहीं बोले. दरअसल, रायपुर शहर की दुर्दशा करने का काम उन्होंने किया था. 5 सालों में सड़कों का निर्माण नहीं हुआ. अब चुनाव को नजदीक आते देखकर वह राजनीति कर रहे हैं. रायपुर की जनता इस बात को बखूबी जानती है कि कौन राजनीति कर रहा है, और कौन विकास कर रहा है.

वहीं मतदाता अभिनंदन कार्यक्रम को लेकर उपमुख्यमंत्री ने कहा कि क्षेत्र और प्रदेश के मतदाताओं ने विधानसभा और लोकसभा चुनाव में ऐतिहासिक जीत दिलाई. मतदाताओं का सम्मान हो, इसके लिए पार्टी ने योजना बनाई है. उसी योजना के तहत हम सब मतदाता अभिनंदन समारोह विधानसभाओं में कर रहे हैं. आज लोरमी और मुंगेली विधानसभा में कार्यक्रम में शामिल होंगे. मुख्यमंत्री और दूसरे नेता भी क्षेत्र में मतदाता अभिनंदन कार्यक्रम करेंगे.

पुष्पा के हौंसलों को मिली उड़ान, लखपति दीदी बनने का सपना हुआ साकार, कभी स्कूटी नहीं चला पाती थी पुष्पा, अब ड्रोन उड़ाकर खेतों में कर रही स्प्रे

रायपुर- मजबूत इरादे और भरपूर आत्मविश्वास से ग्रामीण महिलाओं के लखपति दीदी बनने का सपना साकार हो रहा है। एक समय था जब मेरे लिए स्कूटी चलाना भी संभव नहीं था, घर के कामकाज तक ही सीमित थी, लेकिन मुझे ड्रोन चलाने के लिए चयन किया गया। यकीनन मेरे के लिए एक बड़ा अवसर था, मैने यह कभी नहीं सोचा था कि ऐसा कोई काम कर पाउंगी, लेकिन प्रशिक्षण के बाद अब मैं ड्रोन चलाने के लिए प्रशिक्षित हो गई हूं। यह कहना है आरंग के ग्राम गुल्लू की पुष्पा यादव का।

श्रीमती यादव कहती है कि गांवों के खेतों में फसलों के ऊपर ड्रोन चलाकर कीटनाशक का छिड़काव कर रही हूं। अप्रैल माह में 20 दिनों का ड्रोन पायलेट का प्रशिक्षण पूरा करने के बाद श्रीमती यादव ने यह कार्य प्रारंभ किया है। वह कहती है कि प्रति एकड़ कीटनाशक के छिड़काव करने पर उन्हें 300 रूपए की आय होती है। विगत डेढ़ माह में ही वह 26 हजार रूपए की आय अर्जित कर चुकी है। वे कहती है कि केंद्र सरकार की योजना एन.आर.एल.एम बिहान की सदस्य हूं। साथ ही महिला किसान भी हूं। खेती-बाड़ी कार्य कर अपना जीवन यापन कर रही हूं। बिहान योजना इफ्को के सहयोग से ड्रोन पायलेट का सफल प्रशिक्षण के बाद ग्रामीण किसानों को सेवा प्रदाता के रूप में अपनी सेवाएं दे रही हूं। वे कहती है कि स्वयं की खेती, पशुपालन, नरेगा मैट, ड्रोन पायलेट का कार्य कर सालभर में 1 लाख 50 हजार रूपए से अधिक कमा रही हूं। श्रीमती यादव कहती है कि यह योजना ग्रामीण महिलाओं के लिए कारगर है और मेरे जैसी कई गरीब महिलाओं के लखपति दीदी बनने का सपना भी साकार हो रहा है। इसके लिए श्रीमती यादव ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं मुख्यमंत्री विष्णु देव साय को धन्यवाद देते हुए आभार प्रकट किया।

मुख्य न्यायाधिपति रमेश सिन्हा नेे नेशनल लोक अदालत के अवसर पर राज्य के सभी 23 जिलों का वर्चुअल मोड के माध्यम से किया निरीक्षण


रायपुर-   छत्तीसगढ़ राज्य में द्वितीय नेशनल लोक अदालत का आयोजन किया गया। इस अवसर पर न्यायमूर्ति रमेश सिन्हा, मुख्य न्यायाधिपति छत्तीसगढ उच्च न्यायालय-सह- मुख्य संरक्षक, छत्तीसगढ़ राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा राज्य के सभी 23 जिला एवं सत्र न्यायालयों से वर्चुअल मोड के माध्यम जुडकर लोक अदालत की कार्यवाहियों का निरीक्षण किया गया। सभी जिलों के प्रधान जिला न्यायाधीशों व अन्य खण्डपीठ के पीठासीन अधिकारियों से संवाद व चर्चा की गई और लोक अदालत की प्रगति का जायजा लिया। मुख्य न्यायाधीश ने उन्हें अधिक से अधिक प्रकरणों के निराकरण के लिए मार्गदर्शन करते हुए प्रोत्साहित किया।

मुख्य न्यायाधिपति श्री सिन्हा द्वारा लोक अदालत का वर्चुअल मोड में निरीक्षण के दौरान जिला न्यायालय रायगढ़ के एक प्रकरण में जहां एक उम्रदराज पति पत्नी के मध्य घरेलु हिंसा का विवाद था और वे अलग अलग रह रहे थे और लोक अदालत के दौरान उनका समझौता हुआ और वे एक साथ रहने के लिये तैयार हो गये। मुख्य न्यायाधिपति द्वारा पक्षकारों के प्रयासों की सराहना की गई और दम्पत्ति को भविष्य के खुशहाल जीवन के लिए शुभकामनाएं दी गई।

मुख्य न्यायाधिपति के द्वारा उच्च न्यायालय बिलासपुर में नेशनल लोक अदालत के संबंध में गठित दो खण्डपीठों का भी भ्रमण किया गया और लोक अदालत कार्यवाहियों का जायजा लेते हुए अधिवक्ताओं एवं पक्षकारों को लोक अदालत के माध्यम से प्रकरणों को निराकृत कराये जाने की बात कही गई।

गौरतलब है कि मुख्य न्यायाधिपति की पहल पर छत्तीसगढ़ राज्य के इतिहास में पहली बार उच्च न्यायालय के सभी न्यायमूर्तिगणों द्वारा भी अपने पोर्टफोलियो जिलों में भ्रमण कर नेशनल लोक अदालत की कार्यवाहियों का निरीक्षण किया गया और लोक अदालत के पीठासीन अधिकारियों, सदस्यों व पक्षकारों को अधिक से अधिक मामले निपटाने के लिये प्रोत्साहित किया गया। उच्च न्यायालय के न्यायाधीश गणों के द्वारा नेशनल लोक अदालत के दिन अपने पोर्टफोलियो जिले में उपस्थित रहना लोक अदालत व्यवस्था की विश्वसनीयता को पारदर्शी व विश्वसनीय बनायेगा और इसे एक नई उंचाई प्रदान करने वाला होगा।

मुख्य न्यायाधिपति श्री सिन्हा द्वारा सभी 23 जिलों का वर्चुअल मोड से निरीक्षण जहां आधुनिक तकनीक का न्यायालयीन कार्यवाहियों में उपयोग को दर्शाता है। वहीं मुख्य न्यायाधिपति की यह पहल लोक अदालत के पीठासीन अधिकारियों, सदस्यों व पक्षकारों को प्रोत्साहित करने के साथ साथ पक्षकारों में विश्वास सृजित करेगा और लोक अदालत को और विश्वसनीयता और प्रमाणिकता प्रदान करेगा।

छत्तीसगढ़ राज्य में उच्च न्यायालय से लेकर तालुका स्तर न्यायालयों के साथ साथ राजस्व न्यायालयों में आज 13 जुलाई को आयोजित नेशनल लोक अदालत में सात लाख तिहत्तर हजार से अधिक प्री-लिटिगेशन प्रकरण तथा चौंसठ हजार पांच सौ से अधिक लंबित मामलों सहित लगभग आठ लाख से अधिक मामलों का निराकरण करते हुए लगभग 199 करोड़ रूपये का अवार्ड पारित किया।

मुख्य न्यायाधिपति न्यायमूर्ति रमेश सिन्हा ने उच्च न्यायालय के सभी न्यायमूर्तिगण जो लोक अदालत को सफल बनाने के लिए अपने पोर्टफोलियो के जिलों में लोक अदालत के अवसर पर गए थे, उनका विशेष धन्यवाद ज्ञापित किया है। साथ-ही-साथ मुख्य न्यायाधिपति द्वारा उच्च न्यायालय में गठित लोक अदालत की दो खण्डपीठों के पीठासीन अधिकारी न्यायमूर्तिगण व सदस्यों का धन्यवाद ज्ञापित किया है। मुख्य न्यायाधिपति द्वारा राज्य के सभी सम्मानित प्रधान जिला न्यायाधीशगणों और नेशनल लोक अदालत के संबंध में राज्य में गठित सभी खण्डपीठों के पीठासीन अधिकारियों और खण्डपीठ के सदस्यों सभी न्यायालयीन कर्मचारियों के साथ-साथ सभी पैरालीगल वालेण्टियर, अन्य विभागों के अधिकारियों और कर्मचारियों तथा पक्षकारों तथा अन्य सभी लोगों जिन्होंने प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से इस नेशनल लोक अदालत को एतिहासिक रूप से सफल बनाने में योगदान दिया है, को धन्यवाद ज्ञापित किया है। मुख्य न्यायाधिपति द्वारा प्रिंट व इलेक्ट्रानिक मीडिया को भी धन्यवाद ज्ञापित किया गया है, जिन्होनें इस लोक अदालत के प्रचार-प्रसार व लोगों के मध्य जागरूकता फैलाने में विशेष योगदान दिया।

रामलला के दर्शन कर लौटा साय मंत्रिमंडल, कांग्रेस के सवाल पर मंत्रियों ने कहा- कांग्रेस ने प्रभु राम के अस्तित्व को ही नकारा, इसके लिए पहले देश

रायपुर- मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय आज अपने मंत्रिमंडल के साथ अयोध्या पहुंचे, जहां हनुमानगढ़ी मंदिर में पूजा-अर्चना के बाद रामलला के दर्शन किए. मुख्मयंत्री साय ने रामलला के दर्शन कर भगवान राम को बेर की पोटली अर्पित की. दर्शन करके राजधानी रायपुर लौटने पर पत्रकारों से चर्चा के दौरान कैबिनेट मंत्री केदार कश्यप ने कहा आज मुख्यमंत्री के नेतृत्व में हम सब मंत्रिमंडल के साथी भगवान श्रीराम के दर्शन करने गए थे. उन्होंने कहा कि अयोध्या में भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर का निर्माण हुआ है. हम प्रधानमंत्री को बधाई और धन्यवाद देते हैं. मंत्री कश्यप ने कांग्रेस के उठाए सवाल का जवाब दिया और कहा कि कांग्रेस को देश से माफी मांगनी चाहिए, क्योंकि कांग्रेस ने श्रीराम के अस्तित्व को ही नकार दिया था.

मंत्री कश्यप ने कहा कि छत्तीगसढ़ प्रभु श्रीराम का ननिहाल है. भगवान राम का वनवास का अधिकतम समय छत्तीसगढ़ के वनों में बीता है. हमारा प्रभु श्रीराम के साथ आत्मीय संबंध है. भांजा के रूप में मानते हैं. पैर पखारते हैं. मंत्री कश्यप ने कहा कि हम यहां से बेर, चिरौंजी, महुआ लेकर गए थे और प्रभु श्रीराम को भेंट किए हैं.

उन्होंने कहा कि 500 साल के बाद पूर्वजों ने तपस्या, बलिदान और संघर्ष किया, लंबी लड़ाई लड़ी उसके पश्चात प्रभु श्रीराम का मंदिर बन पाया. छत्तीसगढ़ के लोगों के लिए रामलला दर्शन योजना बनाई हैं. आम जनता भी इसका ज्यादा ज्यादा लाभ लेगी. प्रभु श्रीराम का आशीर्वाद और कृपा हम सब पर बनी रहे.

कांग्रेस की ओर से उठाए गए सवाल कि अयोध्या से पहले चंदखुरी जाकर माता कौशल्या के मंदिर दर्शन के जवाब में मंत्री कश्यप ने कहा कि कांग्रेस को पहले देश से माफी मांगनी चाहिए, क्योंकि कांग्रेस ने श्रीराम के अस्तित्व को ही नकार दिया था. यहीं कांग्रेस ने मंदिर के शुभारंभ कार्यक्रम का भी बहिष्कार किया था. इसका जवाब कांग्रेस को देना चाहिए.

वहीं रामविचार नेताम ने कहा अयोध्या धाम को इतिहास के पन्नों से गायब करने का काम पूर्व की सरकारों ने किया था. आज वही सब गायब हो गए. विरासत को बचाने उसे लौटाने का काम भाजपा ने किया. हमारी सनातन संस्कृति और परंपरा को पुर्नजीवित करने का काम किया. पीएम नरेंद्र मोदी का हम सब आभार जताते हैं कि उन्होंने भगवान श्रीराम मंदिर का भव्य मंदिर निर्माण कराने का किया है. हम सबके लिए गौरव की बात.

वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने कहा कि हम सबने रामलला का आशीर्वाद लिया है. कांग्रेस के मित्रों से दो सवालों का जवाब चाहता हूं. पहला, कांग्रेस के लोगों ने प्रभु श्रीराम के अस्तित्व को नकारने का काम किया, इस पर क्या कहेंगे ? दूसरा, श्रीराम मंदिर के लोकार्पण समारोह का बहिष्कार करके क्या मैसेज दिया ?. इन दो सवालों का जवाब कांग्रेस पहले दे फिर सवाल करे?.