भू माफियाओं के दबदबे से प्रशासन मौन, पीड़ित धरना व आत्मदाह करने पे मजबूर

गोरखपुर । जनपद में दिन प्रतिदिन भू माफियाओं की सूचना सुर्खियों में छाए रहती है। इन माफियाओं के दबदबा से प्रशासन मौन हो जाती है। मुख्यमंत्री जी के नीतियों पे प्रशासन द्वारा पानी फेरा जा रहा। प्रशासन के ढीलेपन के कारण दिन प्रतिदिन इन माफियाओं की तादात बढ़ती जा रही है। और शासन और प्रशासन मौन साधी, मामला योगीजी के गृह जनपद तहसील गोला व थाना बड़हलगंज क्षेत्र के गांव मरवटिया निवासी प्रार्थी अखिलेश यादव ने उपजिलाधिकारी महोदय गोला को प्रार्थना पत्र देते हुए कहा की हम प्रार्थी के भूमिधरी मौजा मरवटिया के अ. सं. 10 व 13 में विपक्षी रमेश पुत्र रामकिशन आदि द्वारा जबरजस्ती निर्माण कार्य करने के संबंध में उप जिलाधिकारी व थाना प्रभारी बड़हलगंज को कई बार प्रार्थना पत्र देने के बावजूद कोई उचित कार्यवाही नही हुई है। इस लिए हम प्रार्थी सपरिवार कल दिनांक 11/07/2024 को समय 11 बजे दिन में आपके कार्यालय के मुख्य द्वार पर धरना प्रदर्शन करेंगे और यदि न्याय नहीं मिला तो सपरिवार आत्मदाह भी करेंगे। इसके लिए उप जिलाधिकारी महोदय को प्रार्थना पत्र सौंपा।

गोला में आयोजित हुआ मतदाता अभिनंदन समारोह

गोला गोरखपुर । उपनगर गोला के सुन्दरम लान में भाजपा द्वारा आयोजित मतदाता अभिनंदन समारोह में बांसगांव सांसद एवं केंद्रीय राज्य मंत्री कमलेश पासवान ने कार्यकर्ताओ को संबोधित करते हुए कहा कि हम पीएम नरेन्द्र मोदी के शुक्रगुजार हैं जिन्होने हमें टिकट दिया और अपनी सरकार में मंत्री बनाया।पीएम के जनकल्याणकारी योजनाओ की बदौलत जनता द्वारा बांसगांव से चौथी बार सांसद चुनने के लिए बांसगांववासियों को धन्यवाद देता हूं।

उन्होने कहा कि चुनाव में चिल्लूपार में नौ हजार कम वोट मिलने का जिक्र करते हुए कार्यकर्ताओ से बीती बातें भूल कर आगामी चुनाव के लिए अभी से लगने को कहा। क्षेत्रीय अध्यक्ष सहजानंद राय ने कहा कि पीएम मोदी की आयुष्मान कार्ड योजना,गरीबों को आवास,सौभाग्य योजना जैसी तमाम जनकल्याणकारी योजनाओं के कारण जनता ने तीसरी बार केंद्र में भाजपा सरकार चुनी। चिल्लूपार विधायक राजेश त्रिपाठी ने कहा कि पूरे चुनाव में विपक्षियों ने झूठ और संविधान को बदलने का जनता के बीच भ्रम फैलाया जिसे हम सब समझ नहीं पाये फिर भी नाकाम रहे।इसके पूर्व चिल्लूपार के पांचों मंडल अध्यक्ष अखंड प्रताप शाही देवेश निषाद संतोष तिवारी सुनील सिंह अमित चंद पांडेय को अतिथियों ने अंगवस्त्र प्रदान कर सम्मानित किया। साथ ही भाजपा जिला कोषाध्यक्ष शत्रुघ्न कसौधन ने मंत्री जी सहित क्षेत्रीय अध्यक्ष जिलाध्यक्ष व विधायक जी को अंगवस्त्र स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया।

कार्यक्रम में सभी सम्मानित मतदाताओं को अतिथि गणों ने पुष्प वर्षा कर स्वागत और अभिनंदन किया।समारोह की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष युधिष्ठिर सिंह व संचालन जिला मंत्री स्वतंत्र सिंह तथा कार्यक्रम संयोजक शबल सिंह पालीवाल ने आभार प्रकट किया।समारोह में वरिष्ठ भाजपा नेता नित्यानंद मिश्र ब्लाक प्रमुख राम आशीष राय रतन प्रकाश दूबे जिपंस मायाशंकर शुक्ला योगेन्द्र नाथ सिंह ब्लॉक प्रमुख कुसुमावती देवी महेश उमर मुराली प्रसाद श्यामनारायण दूबे प्रशांत शाही नवीन सिंह राजकपूर सिंह नवनीत राय विनोद तिवारी डॉ बृजभूषण मिश्र सत्यव्रत तिवारी अशोक कुमार वर्मा रामपुरन गुप्ता संजय राय अजय राजभर ऋषि साहनी दीपक जायसवाल बलवंत यादव रमाशंकर सदन प्रसाद इमरान अंसारी रिंकू चौधरी डॉ राजेश सोमनाथ गुप्ता सच्चिदानंद राय संतलाल जायसवाल जयशंकर तिवारी सुरेश सिंह सुरेंद्र यादव नन्हे लाल यादव डॉ बृजभूषण मिश्र डॉ देवानंद रजक सदानंद मझवार अमित दूबे दिनेश सिंह मार्कण्डेय उमर उदय शंकर गुप्ता ऋषिकेश साहनी वीरेंद्र मालाकार संजय मद्धेशिया आकाश जायसवाल जगदीश निगम रविंद्र मौर्य शुभम तिवारी तिलकधारी सीताराम मद्धेशिया राम ललित तिवारी अशोक कुमार यादव गोपाल यादव आदि शामिल थे।

युद्ध स्तर पर तटबंधो पर हुए रेन कट्स का भराव कराएं: डीएम

गोरखपुर। जिलाधिकारी कृष्णा करुणेश द्वारा नदियों के बढ़ते जलस्तर के दृष्टिगत नगरी क्षेत्र से आच्छादित तटबंधों, तरकुलानी रेगुलेटर, बहरामपुर आदि क्षेत्रों का निरीक्षण किया गया।

निरीक्षण के दौरान उपस्थित बाढ़ खंड एवं सिंचाई विभाग की अभियंताओं को निर्देशित किया गया कि तरकुलानी रेगुलेटर तक आने वाले नालों का ड्रेजिंग करवा लिया जाए और निरंतर जल निकासी की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।

जिलाधिकारी ने मलोनी तटबंध के 22वें किलोमीटर पर बने स्पर का निरीक्षण किया और निर्देशित किया की नदी डाइवर्जन हेतु निर्मित स्पर का सुरक्षित होना आवश्यक है। जनपद में निर्मित सभी स्पर का निरीक्षण हमेशा करते रहे और जो भी व्यक्ति रेगुलेटर या पंपिंग सेट के साथ छेड़छाड़ करता है तो उसके विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराए।

जिलाधिकारी ने मलौनी तटबंध पर हुए रेन कट्स का निरीक्षण किया और निर्देशित किया कि युद्ध स्तर पर रेन केट्स को भरवाए और साथ ही तटबंध की सुरक्षा हेतु पर्याप्त संसाधनों की व्यवस्था बनाए रखें।

जिलाधिकारी ने बहरामपुर आच्छादित क्षेत्र का निरीक्षण किया। रामघाट पर तैनात 26 वाहिनी पीएसी की टीम को विगत दिनों किए गए राहत बचाव कार्यों के लिए प्रोत्साहित किया।

जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि नदी जल स्तर में वृद्धि से प्रभावित ग्रामों में टैंकर के माध्यम से शुद्ध पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। पुरुषों और विशेष कर महिलाओं और किशोरियों के लिए पोर्टेबल शौचालय स्थापित किए जाएं। छोटी नाव का प्रयोग ना करते हुए मझौली और बड़ी नाव लगाई जाए। नदी के जलस्तर में वृद्धि के साथ ही राहत शिविर को भी क्रियाशील कर दिया जाए। जो विद्यालय बाढ़ के पानी में जलमग्न है वहां के विद्यार्थियों के लिए वैकल्पिक शिक्षा केंद्र संचालित किए जाएं। प्रत्येक ग्राम में स्वास्थ्य कैंप और पशु कैंप आयोजित कराया जाए।

निरीक्षण के दौरान विनीत कुमार सिंह अपर जिलाधिकारी (वित्त/राजस्व)/प्रभारी अधिकारी (आपदा), बिपिन बिहारी सिंह अधिशासी अभियंता बाढ़ खंड, गौतम गुप्ता जिला आपदा विशेषज्ञ तथा अन्य अधिकारीगण व अभियंता मौजूद रहे।

दंपति का विश्वास जीत परिवार नियोजन में मददगार बन रहीं आशा कार्यकर्ता

गोरखपुर, परिवार नियोजन के कई उपयोगी साधन मिथक और भ्रांतियों के कारण दंपति अपनाने से हिचकते हैं, लेकिन सही समय पर उचित सलाह मिल जाए तो काम बन जाता है। यह साबित कर दिखाया है जिले की तीन अलग अलग आशा कार्यकर्ता ने।

उन्होंने दंपति को पूरी जानकारी देकर उनका विश्वास जीता और फिर परिवार नियोजन में उनकी मददगार बन गयीं । पिपराईच ब्लॉक के सिधावल उपकेंद्र की आशा कार्यकर्ता नीता शर्मा ने महिला नसबंदी, सहजनवां ब्लॉक के बघौरा उपकेंद्र की आशा कार्यकर्ता नीलम गुप्ता ने त्रैमासिक अंतरा इंजेक्शन और चरगांवा ब्लॉक के रामपुर चक उपकेंद्र की आशा कार्यकर्ता पूनम ने पीपीआईयूसीडी की सेवा में पिछले वर्ष जिले में कीर्तिमान स्थापित किया है।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आशुतोष कुमार दूबे ने इन तीनों कार्यकर्ता को बधाई देते हुए जनपद की सभी अग्रिम पंक्ति कार्यकर्ताओं से अपील की है कि वह 11 से 31 जुलाई तक प्रस्तावित विश्व जनसंख्या स्थिरता पखवाड़े को सफल बनाएं। उन्होंने बताया कि इस साल पखवाड़े की थीम है-दो बच्चों में पर्याप्त अंतर से होगी मां की सेहत की पूरी देखभाल। इसके अलावा इस साल विश्व जनसंख्या दिवस का स्लोगन है-विकसित भारत की नई पहचान, परिवार नियोजन हर दंपति की शान। डॉ दूबे ने कहा कि यह थीम और स्लोगन तब तक सार्थक नहीं होंगे, जब तक कि प्रत्येक आशा कार्यकर्ता, एएनएम और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता समर्पित भाव से दंपति को सेवाओं के बारे में परामर्श नहीं देंगी और साधन की उपलब्धता नहीं कराएंगी।

अपना उदाहरण देकर छोटे परिवार का महत्व बताती हैं पूनम

चरगांवा ब्लॉक के रामपुर चक उपकेंद्र की आशा कार्यकर्ता पूनम ने वर्ष 2006 से काम शुरू किया था। उनकी उम्र 36 वर्ष और उन्होंने खुद ही दो बच्चों के बाद परिवार नियोजन अपना लिया । वह बताती हैं कि दंपति को परिवार नियोजन के सभी साधनों की जानकारी दी जाती है। खासतौर से जो गर्भवती होती हैं उनके प्रसव पूर्व जांच के दौरान ही परामर्श दिया जाता है ताकि प्रसव के बाद वह उचित साधन का चुनाव कर सकें। उन्हें बताया जाता है कि यह उनकी व बच्चे की सेहत के लिए बहुत जरूरी है। खुद के छोटे और नियोजित परिवार का उदाहरण देकर समझाना पड़ता हैं। ज्यादातर महिलाएं प्रसव पश्चात आईयूसीडी (पीपीआईयूसीडी) के लिए तैयार हो जाती हैं। जिन लोगों के परिजनों के मन में डर होता है कि कहीं खून की कमी न हो जाए या अन्य कोई नुकसान न हो, तो उनके परिजनों को ब्लॉक के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ धनंजय कुशवाहा और एचईओ मनोज कुमार से परामर्श दिलवाया जाता है। इस तरह पिछले साल वह 34 महिलाओं को पीपीआईयूसीडी की सेवा दिलवाने में सफल हो सकीं।

दंपति की परेशानी समझ कर सलाह देती हैं नीलम

वर्ष 2008 से आशा कार्यकर्ता के रूप में सहजनवां ब्लॉक के बघौरा उपकेंद्र पर कार्य करने वाली नीलम गुप्ता (35) बताती हैं कि परिवार नियोजन के लिए कंडोम या गोलियों का इस्तेमाल करने वाले दंपति की समस्या को वह ध्यान से सुनती हैं। ज्यादातर महिलाओं की समस्या होती है कि वह गोली खाना भूल जाती हैं । कई बार दंपति कंडोम का इस्तेमाल भी नहीं कर पाते हैं और अनचाहे गर्भ का खतरा बना रहता है। ऐसी दिक्कतों का सामना कर रहे दंपति को वह त्रैमासिक अंतरा इंजेक्शन के बारे में बताती हैं। महिलाओं को साथ ले जाकर चिकित्सक से परामर्श दिलवाती हैं। जो महिलाएं जांच के बाद त्रैमासिक अंतरा के लिए फिट पाई जाती हैं और यह साधन अपनाने की इच्छुक होती हैं, उन्हें यह सेवा दी जाती है। इस तरह वह पिछले वर्ष अपने क्षेत्र में करीब 30 से 40 महिलाओं को त्रैमासिक अंतरा इंजेक्शन की 66 डोज लगवा चुकी हैं। वह बताती हैं कि इंजेक्शन लगने के बाद जिन महिलाओं का मासिक चंक्र हार्मोनल बदलाव के कारण प्रभावित होता है, उनके डर को दूर करने के लिए परिवार नियोजन परामर्शदाता से बात कराती हैं। उन्हें समझाती हैं कि यह सामान्य बदलाव है जो अपने आप ठीक हो जाएगा, इससे घबराने की आवश्यकता नहीं है। दूसरी महिलाओं को उदाहरण देती हैं और इस तरह उनके क्षेत्र में त्रैमासिक अंतरा इंजेक्शन पहली पसंद बन रहा है।

संस्थागत प्रसव नीता के लिए बना मददगार

पिपराईच ब्लॉक के सिधावल उपकेंद्र की आशा कार्यकर्ता नीता का जोर अधिकाधिक महिलाओं का सरकारी अस्पताल पर सुरक्षित संस्थागत प्रसव के लिए होता है। इसकी वजह से उनके क्षेत्र में लोग उन पर बहुत अधिक भरोसा करते हैं। 30 वर्षीय नीता ने वर्ष 2006 से आशा के रूप में कार्य करना शुरू किया। वह बताती हैं कि गांव में गर्भवती को एंबुलेंस से अस्पताल ले जाना और सुरक्षित प्रसव करवाना उनके लिए लोगों के मन में सम्मान पैदा करता है । ऐसे में जब वह परिवार नियोजन के बारे में किसी भी दंपति से बात करती हैं तब न तो पति की तरफ से कोई बाधा आती है और न ही सास की तरफ से। पिछले वर्ष नीता ने 40 महिलाओं का संस्थागत प्रसव करवाया। गांव के लोगों के बीच भरोसा उनके लिए काम आया और एक ही वर्ष में वह जिले में सर्वाधिक 21 महिला नसबंदी करवाने में कामयाब हो सकीं। वह महिलाओं की नसबंदी के बाद भी गृह भ्रमण कर उनका हालचाल लेती हैं। टांका कटवाने में मदद करती हैं। इससे दूसरी दंपति भी उनके जरिये सेवा लेने के लिए उत्साहित रहते हैं।

क्षतिग्रस्त हो चुके मार्ग की मरम्मत के लिए ग्रामीणों ने किया धरना प्रदर्शन

बेलघाट गोरखपुरI जनपद के दक्षिणांचल छोर पर स्थित विकासखंड बेलघाट के अंतर्गत आने वाले शंकरपुर के मुख्य चौराहे पर क्षेत्रीय युवाओं के साथ ग्रामीणों ने धरना प्रदर्शन किया। धरना प्रदर्शन का नेतृत्व का पिपरसंडी गांव के निवासी रौनक सिंह ने किया।

मौक़े पर मौजुद लोगों ने बताया कि बहादुरपुर से कुरी बाजार तक का रोड पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुका है। वहीं धरना प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे रौनक सिंह ने बताया कि समस्या को लेकर कई बार जिले के उच्चाधिकारियों से की गई लेकिन मामला जस का तस बना रहा। वहीं स्थानीय लखुआपाकड़ के निवासी अभय यादव ने बताया कि इसकी शिकायत उपजिलाधिकारी खजनी शिवम सिंह से भी की गई थी।

धरना प्रदर्शन की जानकारी होते ही स्थानीय कुरी बाजार चौकी व बेलघाट थाने की पुलिस मौके पर पहुँच गई और धरने पर बैठे लोगों को हटाने का प्रयास किया लेकिन बात नहीं बनी। वहीं सूचना के बाद मौके पर नायब तहसीलदार हरीश यादव पहुँच गए। जिनके आश्वासन के बाद युवाओं ने धरना प्रदर्शन को खत्म किया। हरीश यादव ने बताया कि तीन महीने में रोड के टू लेन का कार्य शुरू हो जाएगा। वहीं नायब तहसीलदार ने बताया तब तक स्थानीय लोगों के आवागमन के लिए रोड के मरम्मत का कार्य शुरू कर दिया गया है।

मौक़े पर सुनील यादव, सजीवन मौर्य, रूपवती बेलदार, सूरज, पंकज, गौरव, सत्यम, अभय, हर्ष, निखिल, अतुल, सूरज, रोशन, मोनू, वरुण, रोहन, अमित, शिवेश, रवि, गिरधारी, आदर्श, शानु, व प्रिंस सहित सैकड़ों की संख्या में कई अन्य लोग भी मौजुद रहे।

बाल संसद का गठन, स्कूली बच्चों ने पढ़ाया राजनीति का पाठ

गोरखपुर। रेकिट इंडिया एवं प्लान इंडिया के संयुक्त तत्वाधान में डिटॉल बनेगा स्वस्थ इंडिया अभियान के अंतर्गत स्वच्छता शिक्षा कार्यक्रम के तहत विकासखंड पिपरौली के कंपोजिट विद्यालय जीतपुर में नामांकित बच्चों में से चुनाव प्रक्रिया के द्वारा बाल संसद के सदस्यों का चुनाव किया गया।

जिसमें प्रधानमंत्री, उप प्रधानमंत्री के अलावा बाल संसद के 12 मंत्रीयो का चुनाव विद्यालय के प्रधानाध्यापिका एवं शिक्षकों के उपस्थित में किया गया। कार्यक्रम के जिला लीड रंजीत कुमार ने बताया कि बाल संसद छात्रों में जीवन कौशल का विकास करने, नेतृत्व एवं निर्णय लेने की क्षमता विकसित करने, विद्यालय गतिविधियों एवं प्रबंधन में भागीदारी सुनिश्चित करने, विद्यालय को आनंददायी, सुरक्षित और साफ-सुथरा रखने के लिए बाल संसद का गठन किया जाता है। बाल संसद विद्यालय बच्चों का एक ऐसा मंच है, जहां वे अपने विद्यालय, समाज, परिवार, स्वास्थ्य-शिक्षा और अपने अधिकारों की बात खुलकर कर सकते हैं।

इस दौरान उन्होंने बाल संसद सदस्यों को प्रशिक्षण प्रदान कर उन्हें उनके अधिकार एवं कर्तव्यों की जानकारी दी गई। स्कूल मोबिलाइज कृष्ण कुमार पांडे द्वारा सभी बाल संसद के सदस्यों को शपथ ग्रहण करायें।

मौके पर बाल संसद के अलावा प्रधानाध्यापिका चंद्रकांति सिंह, अर्तिका शुक्ला, अंकिता सिंह, फरहीन, आलिया ममता, निशात अफरोज, कंचन बाला त्रिपाठी

सहित अन्य शिक्षिका उपस्थित थे।

बाबा के बुलडोजर पर निकली बारात, गाना बजा.. "घुस जालें बिलिया में सांप बिच्छू गोजर, चलेला जब चांप के बाबा के बुलडोजर"

खजनी गोरखपुर। तहसील क्षेत्र के नगर पंचायत उनवल के वार्ड संख्या-10 के निवासी मेहिन वर्मा के बेटे कृष्णा वर्मा के विवाह के लिए आज जब बारात बुलडोजर पर निकली तो सड़क के दोनों तरफ तमाशबीनों की भीड़ लग गई।बताया जाता है कि शादी तय होने के बाद खलीलाबाद के ससुराल पक्ष के लोगों ने जब दुल्हे को ताना मारा कि इस बार तो बाबा जी की पार्टी खलीलाबाद संतकबीरनगर में हार गई।

यह बात दूल्हे को इतनी नागवार गुजरी कि उसने कहा कि बाबा जी हमारे उनवल की आन बान शान हैं। घर पहुंचने पर उसने बारात में दुल्हे को ले जाने के लिए कोई महंगी एयरकंडीशनर कार नहीं बल्कि बुलडोजर को चुना। परिवार के लोगों ने और संबंधियों ने उसे समझाया कि इससे वह हंसी और मजाक का पात्र बन जाएगा, लेकिन कृष्णा वर्मा और जिद पर आ गए। आखिरकार आज जब बुलडोजर पर बारात निकली और परछावन शुरू हुआ तो नगर क्षेत्र के लोगों ने उस पर फूल बरसाए।इस दौरान डीजे पर बज रहा गीत"घुस जालें बिलिया में सांप बिच्छू गोजर, चलेला जब चांप के बाबा के बुलडोजर" लोग झूम कर नाचे। इलाके में बुलडोजर पर निकली बारात चर्चा का विषय बनी हुई है।

भटवली बाजार पहुंची एबीवीपी की रथयात्रा का भव्य स्वागत

खजनी गोरखपुर।छात्रों की उपस्थिति दर परिसरों में लगातार कम हो रही है इसको लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में 2 जुलाई से 9 जुलाई तक गोरक्षप्रांत के सभी 17 संगठनात्मक जिलों में रथयात्रा के द्वारा "परिसर चलो" अभियान चला रही है।

यह रथ यात्रा आज उनवल नगर इकाई में पहुंची, जिसका कार्यकर्ताओं ने और इंटरमीडिएट कालेज भटवली बाजार, बालिका इंटरमीडिएट काॅलेज व आइडियल पब्लिक स्कूल के विद्यार्थियों ने रथ यात्रा का जोरदार एवं भव्य स्वागत किया।

इस परिसर चलो रथयात्रा का शुभारंभ बस्ती के हरैया से चल कर 16वें संगठनिक जिले में पहुंचा।

इस अवसर पर प्रांतमंत्री मयंक राय ने कहा,अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद अपने स्थापना काल से ही अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद राष्ट्र के पुनर्निर्माण के लिए प्रतिबद्ध है, हम राष्ट्रीय पुनर्निर्माण के व्यापक संदर्भ में शैक्षिक परिवार की अवधारणा पर दृढ़ विश्वास रखकर संस्कारित छात्र शक्ति का निर्माण कर देश समाज में होने वाले सकारात्मक परिवर्तनों में अपनी भूमिका पूर्ण कर रहे है। इन्हीं सैद्धांतिक भूमिका के साथ परिषद 1949 से निरंतर अपना कार्य कर रही है।

इस अवसर पर अभाविप गोरखपुर के जिला संगठन मंत्री (उत्तरी व दक्षिणी) रंजीत सिंह ने कहा, परिसरों में विद्यार्थियों की उपस्थिति कम हो रही है जो अत्यंत ही चिंताजनक है, जिसका कारण कोरोना काल में ऑनलाइन शिक्षा का प्रचलन, बेतरतीब बढ़ती फीस वृद्धि,शिक्षकों की कमी और शिक्षा का व्यवसायीकरण है।

परिसरों के प्रति विद्यार्थियों की घटती रुचि उनके सर्वांगीण विकास में बाधक बन रही है, इसलिए अभाविप ने परिसर चलो रथ यात्रा का शुभारंभ किया, जिससे विद्यार्थियों का विश्वास परिसरों पर बढ़े और वो पुनः परिसरों के तरफ प्रस्थान करें।

अभाविप गोरखपुर उत्तरी के जिला संयोजक जयवीर सिंह ने कहा कि विद्यार्थी परिषद सदैव रचनात्मक कार्य करती हैं, विद्यार्थी परिषद की स्थापना के पीछे राष्ट्र के पुनर्निर्माण का उद्देश्य है। समाज का उत्थान विद्यार्थियों के द्वारा ही किया जा सकता है।

विद्यार्थी परिषद का कार्य प्रत्येक शैक्षिक परिसर में विभिन्न प्रकार के गतिविधियों व कार्यक्रमों के माध्यम से होता है। शिक्षण संस्थानों की कक्षाओं में विद्यार्थियों की कम उपस्थिति चिंताजनक है। रथयात्रा के संयोजक अर्पित कसौधन,गोरखपुर दक्षिणी के जिला प्रमुख डॉ०रविसेन प्रताप सिंह,जिला संयोजक शिवेंद्र ध्वज सिंह, संयोजक निहाल सिंह, नगर सहमंत्री अतुल राय, संयोजक सतीश प्रजापति आदि मौजूद रहे।

उफान पर आई आमी नदी पानी में डूबे खेत

खजनी गोरखपुर।लगातार बारिश से क्षेत्र में नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। इलाके में आमी नदी का जलस्तर भी बीते 2 दिनों से तेज़ी से बढ़ रहा है। नदी के किनारे बसे गांवों में किसानों के खेतों में पानी भर गया है और खरीफ की फसलें जलमग्न हो गई हैं।

जलस्तर बढ़ने से बाढ़ का पानी आमी नदी के किनारे बसे कूंड़ा भरत, लमतीं, मखानी, रतसहीं, शहीदाबाद,कुंईंकोल,कटकां,धुवहां, विनायका,छताईं पांडेयपुरा, इटैली आदि गांवों में संपर्क मार्गों के समीप पानी पहुंचने लगा है, और निचले इलाकों में खेतों में जलभराव हो गया है।

विद्यालय में निकला अजगर

गोला गोरखपुर।गोला विकास खंड के प्राथमिक विद्यालय बेलपार में आठ फीट का विशाल अजगर खिड़की के रास्ते विद्यालय के कार्यालय में घुसने की कोशिश कर रहा था।ज्ञात हो भारी बरसात के कारण विद्यालय चार दिन से बंद था।

आज सुबह विद्यालय पर जब शिक्षक पहुंचे तो अजगर को देख कर घबरा गए। विद्यालय के शिक्षकों द्वारा खिड़की खोला गया तो अजगर कार्यालय के अंदर रखी कुर्सी पर जाकर बैठ गया।बड़ी मसक्कत से शिक्षकों द्वारा बाहर निकाला गया। और उसे विद्यालय के बाहर ले जाकर छोड़ दिया गया।