अपडेट न्यूज़ :सदन में हेमंत सरकार को विश्वास मत हासिल करने के बाद, नेता विपक्ष ने अपने सम्बोधन में भ्रष्टाचार के साथ उठाया कानून व्यवस्था पर सवाल


रांची : सोमवार 8 जुलाई को झारखंड विधानसभा के एक दिवसीय विशेष सत्र में हेमंत सोरेन की सरकार ने विश्वास मत जीत लिया। सरकार के पक्ष में 45 विधायकों ने वोट किया। विपक्ष में 0 वोट पड़े। विपक्ष ने सदन का बहिष्कार करते हुए बाहर निकल आए। 

सरकार के विश्वास मत हासिल करने के बाद स्पीकर रवींद्र नाथ महतो ने सदन की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी। इससे पहले विश्वास प्रस्ताव पर बहस में सत्ता पक्ष और विपक्ष के सदस्यों ने भाग लिया। फिर हेमंत सोरेन ने उसका जवाब दिया। तब मतविभाजन कराया गया।

स्पीकर रवींद्रनाथ महतो ने नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी को बहस की शुरुआत करने के लिए कहा. अमर बाउरी ने सरकार पर तमाम गंभीर आरोप लगाए हेमंत सोरेन सरकार पर भ्रष्टाचार के भी आरोप लगाए। और राज्य में लचर कानून व्यवस्था पर भी सरकार को घेरा।

सदन की पूरी कार्रवाई के दौरान सत्ता पक्ष और विपक्ष लगातार एक दूसरे पर आरोप लगाते नजर आए। वही इस पर सबसे बड़ा सवाल यह उठा की महेश 3 महीने ही विधानसभा चुनाव के बचे हैं ऐसे में हेमंत सोरेन ने फिर से मुख्यमंत्री की कुर्सी संभाली आखिर ऐसा क्यों? क्या हेमंत सोरेन को कुर्सी का लालच आ गया या फिर 2024 विधानसभा चुनाव में जितने की तैयारी,,, इस पर भाजपा के विधायक विरींची नारायण ने कहा की हेमंत सोरेन सत्ता में आकर अपने पुराने सबूत को मिटाना चाहते हैं। एक ऐसा मुख्यमंत्री जो जेल गए और बिल में बाहर आए तो ऐसे मुख्यमंत्री का भाषण सुनने का कोई मतलब नहीं है इसलिए हम लोगों ने सदन का बहिष्कार करते हुए बाहर निकल आए।

 वही झामुमो के विधायक मिथिलेश ठाकुर ने कहा कि भाजपा पहले अपने घर को झांक ले हमारे घर में झांकने का कोई मतलब नहीं है। जहां तक जमानत की बात है तो कोर्ट ने साफ कह दिया है कि ईडी के पास कोई पुख्ता सबूत नहीं है।

झारखंड विधानसभा में हेमंत सोरेन पेश किया विश्वास प्रस्ताव, भाजपा सदन के बाहर किया हंगामा, कहा सोरेन परिवार सत्ता की भूखी है

 रांची : झारखंड विधानसभा का आज विशेष सत्र चल रहा है। सीएम हेमंत सोरेन ने विश्वास मत का प्रस्ताव सदन में पेश किया। इस पर सदन में चर्चा हो रही है। इसके बाद वोटिंग होगी।

सदन शुरू होने से पहले भाजपा ने सदन के बाहर जमकर बवाल काटा। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के जमानत होने के बाद पुनः एक बार मुख्यमंत्री पद के शपथ ग्रहण को लेकर भाजपा ने कहा सोरेन परिवार को सत्ता की भूख लगी है। वही सत्ता पक्ष के विधायक ने कहा कि हमलोगो ने 2019 में हेमंत सोरेन के नेतृत्व में ही चुनाव लड़ा था और जबकि अब वह जेल से बाहर आ गया है तो हम एक बार फिर अपने नेता हेमंत सोरेन को ही सत्ता में रखेंगे। 

इससे पहले मुख्यमंत्री खुद ड्राइव कर विधानसभा पहुंचे, उनके साथ उनकी पत्नी और गांडेय विधायक कल्पना सोरेन भी सदन पहुंचीं। विश्वास मत पर चर्चा के दौरान नेचा प्रतिपक्ष अमर बाउरी ने बेरोजगारी और अपराध के मुद्दे को उठाया। बता दें कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन आज चौथी बार विश्वास प्रस्ताव पेश करेंगे। इससे पहले उन्होंने सितंबर 2010 और जुलाई 2013 में बतौर उपमुख्यमंत्री और सितंबर 2022 में बतौर सीएम सदन में विश्वास प्रस्ताव जीता था।

इस शक्ति परीक्षण के दौरान सदन में तीन विधायक भाजपा विधायक जेपी पटेल, झामुमो से निष्कासित लोबिन हेंब्रम और निलंबित चमरा लिंडा किसका साथ देंगे इस पर सबकी निगाह रहेगी।

ब्रेकिंग:रांची के धुर्वा थाना क्षेत्र में निवर्तमान पार्षद वेद प्रकाश पर अपराधियों ने चलाई गोली,अस्पताल में चल रहा इलाज,समर्थकों ने किया सड़क जाम


रांची : झारखंड की राजधानी रांची में रविवार देर शाम अपराधियों ने पूर्व पार्षद वेद प्रकाश सिंह को गोली मार दी। घटना के संबंध में मिली जानकारी के अनुसार वेद प्रकाश हर दिन की तरह शाम में अपने सहयोगियों के साथ धुर्वा बस स्टैंड के निकट स्थित चाय की दुकान में बैठे थे। इसी दौरान दो-तीन युवक पहुंचे और वेद प्रकाश के ऊपर फायरिंग शुरू कर दी। गोली लगने ही वेद प्रकाश अपनी कुर्सी से गिर गए। इसके बाद उन्हें अनाएनडीएफ आनंद में पारस हॉस्पिटल ले जाया गया जहां अभी उनके इलाज चल रही है और स्थिति गंभीर बताई जा रहा है। 

एक ओर जहां आज धुर्वा इलाके में ही प्रसिद्ध रथ यात्रा मैं लोग खुशियां मना रहे थे वहीं दूसरी और अपराधियों ने इस घटना को अंजाम दिया अब पुलिस के लिए यह बड़ी चुनौती बन गई है। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। मामले में सभी बिन्दुओं को ध्यान में रखकर पुलिस जांच कर रही है। वहीं आसपास के लगे सीसीटवी फुटेज को खंगाला जा रहा है। अपराधी एक पिस्टल भी छोड़कर फरार हुआ है। आशंका जताई जा रही है कि पुरानी रंजिश में इस वारदात को अंजाम दिया गया।

घटना के बाद बड़ी संख्या में आसपास के लोग एचईसी पारस अस्पताल के बाहर इकट्ठा हो गए। आक्रोशित लोगों ने टायर जलाकर सड़क को जाम कर दिया। प्रदर्शनकारी आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं।

हेमंत सोरेन 8 जुलाई को करेंगे विश्वास प्रस्ताव, इसी दिन हेमंत कैबिनेट का विस्तार हो सकता है, दो नए चेहरे भी होंगे मंत्रिमंडल में

रांची : सीएम हेमंत सोरेन 8 जुलाई सोमवार को चौथी बार झारखंड विधानसभा में विश्वास प्रस्ताव हासिल करेंगे। वे अब तक कुल तीन बार यानी दो बार उपमुख्यमंत्री और एक बार मुख्यमंत्री के रूप में विश्वास प्रस्ताव ला चुके हैं। इससे पहले सियासी उथल-पुथल के बीच उन्होंने पांच सितंबर 2022 को मुख्यमंत्री रहते विधानसभा का विशेष सत्र बुलाकर विश्वास मत हासिल किया था। झारखंड विधानसभा में अब तक लाए गए विश्वास प्रस्ताव की बात करें, तो अब तक यहां 12 बार अविश्वास प्रस्ताव आ चुका है। इस तरह सबसे अधिक बार विश्वास प्रस्ताव लाने का श्रेय हेमंत सोरेन के नाम है।

आठ जुलाई को विधानसभा में विश्वास मत हाशिल करने के बाद कैबिनेट का विस्तार किया जाना लगभग तय माना जा रहा है। ऐसे में पुराने चेहरे के साथ मंत्रिमंडल में दो नए चेहरे शामिल करने की चर्चा है। मंत्रिमंडल विस्तार में सभी विधायकों को खुश रखना भी एक चुनौती रहेगी हेमंत सोरेन के लिए। जिस तरह पूर्व में चंपई सोरेन की सरकार में कई विधायको की नाराजगी देखने को मिली थी। ऐसे में अब हेमंत सोरेन वापस से सत्ता में आए है तो देखना है कि आखिर कौन कौन पुराने चेहरे और कौन नए शामिल होंगे।

अंदर खाने से खबर यह आ रही है कि हेमंत कैबिनेट में दो नए चेहरे को शामिल किया जा सकता है। कांग्रेस कोटे से एक और झामुमो कोटे से एक विधायक को शामिल किया जा सकता है। झामुमो कोटे से लातेहार विधायक बैद्धनाथ राम का नाम तय माना जा रहा है। सीनियर विधायक के साथ साथ काम का भी अनुभव है। पूर्व में मंत्री रह चुके है। इसके अलावा कांग्रेस से आलमगीर आलम के जगह इरफान अंसारी के नाम पर मुहर लग सकती है। वह अल्पसंख्यक कोटे से भी आते हैं।

रांची के जगन्नाथपुर से आज निकलेगा रथ यात्रा, भाई बलभद्र बहन सुभद्रा के साथ रथ पर सवार होकर जायेंगे मौसीबाड़ी

रांची : राजधानी रांची के ऐतिहासिक जगन्नाथपुर मंदिर में भगवान जगन्नाथ का विधि विधान के साथ नेत्रदान अनुष्ठान शनिवार को संपन्न हो गया। आज 8 जुलाई भगवान जगन्नाथ अपने भाई बलराम और बहन सुभद्रा के साथ भव्य रथ में सवार होकर अपने मौसी के घर जाएंगे। 

7 जुलाई को सुबह 4 बजे से ही भक्त भगवान की पूजा व दर्शन करने के लिए कतारबद्ध होकर मुख्य मंदिर पहुंचे। दोपहर 2 बजे के बाद भगवान जगन्नाथ, भैया बलभद्र और बहन सुभद्रा को बारी-बारी से रथ पर बैठाया जाएगा। रथ पर ही भगवान के सभी विग्रहों का शृंगार होगा। इस दौरान विष्णु सहस्रनाम अर्चना और मंगल आरती होगी। जिसके बाद शाम 5 बजे भव्य रथ यात्रा निकाली जाएगी। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन भी रांची के जगन्नाथ मंदिर में आयोजित रथयात्रा में शामिल होने की संभावना है।

रथ यात्रा शुरू होते ही सभी भक्त रथ की रस्सी खींचकर रथ को मौसीबाड़ी तक ले जाएंगे। मौसीबाड़ी में महिलाएं रथ पर भगवान की पूजा करेंगी। शाम 7 बजे तक सभी विग्रहों को मौसीबाड़ी में रखा जायेगा। आरती और भोग निवेदन किया जायेगा। रात आठ बजे भगवान का पट बंद कर दिया जायेगा।

रांची के जगन्नाथपुर मंदिर का पुरी से जुड़ी क्या है रहस्य

रांची का जगन्नाथपुर मंदिर पुरी की तरह ही रथ यात्रा के लिए प्रसिद्ध है। जगन्नाथपुर मंदिर की स्थापना 1691 में बड़कागढ़ में नागवंशी राजा ठाकुर एनीनाथ शाहदेव ने रांची में धुर्वा के पास भगवान जगन्नाथ मंदिर का निर्माण कराया था। बताया जाता है कि ठाकुर एनीनाथ शाहदेव अपने नौकर के साथ पुरी गये थे। उनका नौकर भगवान जगन्नाथ का भक्त था। एक रात्रि वह भूख से व्याकुल हो उठा। उसकी भूख मिटाने के लिए भगवान जगन्नाथ ने रूप बदल कर अपनी भोगवाली थाली में खाना लाकर उसे खिलाय। नौकर ने यह घटना ठाकुर साहब को सुनायी। उसी रात भगवान ने ठाकुर को स्वप्न में आए और कहा कि यहां से लौटकर मेरे विग्रह की स्थापना कर पूजा-अर्चना करो। पुरी से लौटने के बाद एनीनाथ ने पुरी मंदिर की तर्ज पर रांची में मंदिर की स्थापना की थी। इसके बाद से पुरी के तर्ज पर ही यहां पर भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा निकाली जाती है।

JSSC : PGT शिक्षक नियुक्ति मामले में अभ्यर्थियों की बढी चिंता, पहुंचे कांग्रेस कार्यालय

 नियुक्ति मामले में सीएमओ से क्यों लगा रोक,जाने पूरी रिपोर्ट

रांची : 2022-23 में 3120 प्लस टू शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया शुरू की गई थी, जिसमें 4विषयों का पहले चरण में करीब 1000 शिक्षकों को इसी साल मार्च में नियुक्ति पत्र दिया गया था। दूसरे चरण में 1500 शिक्षकों को नियुक्ति पत्र दिया जाना था। 

अभ्यर्थी इस परीक्षा में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार की शिकायत कर रहे थे। अभ्यर्थी पिछले 17 दिनों से राजभवन के सामने धरने पर बैठे थे। इसके बाद मीडिया में खबरें आई। स्ट्रीट बज ने भी इस खबर को दिखाया, खबरों का असर यह हुआ कि सरकार बची हुए 7 विषयों का रिजल भी जारी कर देती है। लेकिन अब नियुक्ति के नाम पर इन्हें फिर से दौड़या जा रहा है। 3 जुलाई को 1500 पीजीटी शिक्षकों को धुर्वा स्थित प्रभात तारा मैदान में नियुक्ति पत्र कार्यक्रम होना था। 

लेकिन JSSC PGT शिक्षक नियुक्ति मामले में ऐसा क्या हुआ कि सीएमओ ने बड़ी कार्रवाई करते हुए नियुक्ति पत्र देने पर रोक लगा दी है।

इन्हीं सब सवालों को लेकर आज पीजीटी के अभ्यर्थी कांग्रेस प्रदेश कार्यालय में पहुंचे और वार्ता की। जहां कांग्रेस के प्रतिनिधि अमूल नीरज खलखो से उनकी बात हुई बात होने के बाद खलखो ने कहा कि मुख्यमंत्री के बदलाव के कारण व्यवस्था में परिवर्तन हुआ है लेकिन उनकी नियुक्ति जरूर होगी। 

वही अभ्यर्थियों ने कहा कि कांग्रेस के प्रतिनिधि से बात हुई उन्होंने हमें आश्वासन दिया है कि आपकी नियुक्ति जरूर होगी।

JSSC : PGT शिक्षक नियुक्ति मामले में अभ्यर्थियों की बढी चिंता, पहुंचे कांग्रेस कार्यालय, नियुक्ति मामले में सीएमओ से क्यों लगा रोक जाने पूरी रिप


रांची : 2022-23 में 3120 प्लस टू शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया शुरू की गई थी, जिसमें 4विषयों का पहले चरण में करीब 1000 शिक्षकों को इसी साल मार्च में नियुक्ति पत्र दिया गया था। दूसरे चरण में 1500 शिक्षकों को नियुक्ति पत्र दिया जाना था। अभ्यर्थी इस परीक्षा में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार की शिकायत कर रहे थे। अभ्यर्थी पिछले 17 दिनों से राजभवन के सामने धरने पर बैठे थे। इसके बाद मीडिया में खबरें आई।

स्ट्रीट बज ने भी इस खबर को दिखाया, खबरों का असर यह हुआ कि सरकार बची हुए 7 विषयों का रिजल भी जारी कर देती है। लेकिन अब नियुक्ति के नाम पर इन्हें फिर से दौड़या जा रहा है। 3 जुलाई को 1500 पीजीटी शिक्षकों को धुर्वा स्थित प्रभात तारा मैदान में नियुक्ति पत्र कार्यक्रम होना था। लेकिन JSSC PGT शिक्षक नियुक्ति मामले में ऐसा क्या हुआ कि सीएमओ ने बड़ी कार्रवाई करते हुए नियुक्ति पत्र देने पर रोक लगा दी है।

इन्हीं सब सवालों को लेकर आज पीजीटी के अभ्यर्थी कांग्रेस प्रदेश कार्यालय में पहुंचे और वार्ता की। जहां कांग्रेस के प्रतिनिधि अमूल नीरज खलखो से उनकी बात हुई बात होने के बाद खलखो ने कहा कि मुख्यमंत्री के बदलाव के कारण व्यवस्था में परिवर्तन हुआ है लेकिन उनकी नियुक्ति जरूर होगी। 

वही अभ्यर्थियों ने कहा कि कांग्रेस के प्रतिनिधि से बात हुई उन्होंने हमें आश्वासन दिया है कि आपकी नियुक्ति जरूर होगी।

जमानत मिलने के बाद हेमंत सोरेन आभार यात्रा निकालने की तैयारी, झारखंड की जनता को बोलेंगे थैंक यू


रांची : जमानत पर जेल से बाहर आने और फिर से सीएम पद की शपथ लेने के बाद झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जनता के बीच जाकर उनका आभार व्यक्त करने वाले हैं। यात्रा निकालने को लेकर जेएमएम ने अपनी योजना बनाई है जिसका साथ देगी इंडिया गंठबंधन।

 इस यात्रा को उन्होंने नाम दिया है आभार यात्रा। इस आभार यात्रा को लेकर झारखंड की राजनीतिक गलियारों में बयान बाजी तेज हो गई है। 

कांग्रेस प्रवक्ता सोनल तिवारी ने बताया कि इस आभार यात्रा के जरिए सीएम हेमंत सोरेन लोगों के बीच जाकर उन्हें बताएंगे कि कैसे भाजपा के इशारे पर ईडी ने उन्हें बिना किसी सबूत के पांच महीने तक जेल में रखा। उनकी अनुपस्थिति के बावजूद राज्य की पांचों अनुसूचित जनजाति आरक्षित सीटों पर भाजपा की हार और इंडिया ब्लॉक की जीत के लिए भी जनता का आभार जताएंगे। इससे पहले हेमंत सोरेन आपकी सरकार आपके द्वार और झारखंडी जोहार यात्रा कर चुके हैं। संभावित आभार यात्रा शुरू होने की तिथि अभी तय नहीं हुई है। 

वहीं, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की संभावित आभार यात्रा की तैयारियों पर तीखा प्रहार करते हुए प्रदेश भाजपा के मीडिया प्रभारी शिवपूजन पाठक ने कहा कि हेमंत सोरेन 4 वर्षों तक जनता को लूटते रहे और अब एक अच्छे सीएम को हटाकर खुद गद्दी पर बैठ गए। उनके शासनकाल में लूट की सरकार, खराब कानून व्यवस्था, महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराध, युवाओं को रोजगार नहीं देने के लिए आभार नहीं बल्कि प्रायश्चित करना चाहिए।

बता दें कि राजनीति में यात्रा का बहुत महत्व होता है। जब कोई राज्य चुनाव की दहलीज पर खड़ा हो और मुख्यमंत्री लोगों का आभार व्यक्त करने निकल पड़े तो निश्चित रूप से ऐसी यात्रा का उद्देश्य विपक्ष को परास्त करना होता है। झारखंड में देखा जाए तो इस यात्रा को लेकर विपक्ष भी नजर बनाए हुए है।

मुआवजा नहीं सम्मान चाहिए अग्नि वीर को - हिरद्यानंद यादव

झारखंड प्रदेश कांग्रेस के चेयरमैन व कारगिल योद्धा हृदयानंद यादव मोदी सरकार के द्वारा लागू की गई अग्नि वीर योजना पर जमकर प्रहार किया। उन्होंने कहा कि आज ज्यादातर अग्नि वीर सैनिक शहीद हो रहे और आत्महत्या कर रहे हैं इससे यह जाहिर होता है कि सैना की नई पॉलिसी कहीं ना कहीं उनके हितकारी नहीं है अब तक 14 अग्नि वीर के सैनिक शहीद हुए हैं। जिनको भारत सरकार और रक्षा मंत्री विभाग के द्वारा कोई सम्मान नहीं मिल पाया है।

उन्होंने सरकार को इस और ध्यान आकृष्ट करते हुए कहा कि एक शहीद को सम्मान और उनके परिवार को सरकारी सुविधा मिलनी चाहिए। भारत सरकार इन्हें अनदेखी कर रही है रक्षा मंत्री से अनुरोध है कि वैसे अग्नि वीर सैनिकों को विश्वास दिलाना चाहिए कि वह बॉर्डर पर निर्भय तरीके से देश की सेवा कर पाए। लेकिन भारतीय जनता पार्टी की नई पॉलिसी में कहीं ना कहीं सैन्य व्यवस्था को कमजोर कर दो भागों में बाटा जा रहा है। आज सैनिक पूरी तरीके से डरे हुए हैं। उनको डर यह सता रहा है कि हमारे ना रहने पर हमारे पीछे वाले परिवार का क्या होगा।

यहां गंठबंधन की सरकार झारखंड को तबाह और बर्बाद कर रही है - शिवराज सिंह चौहान


झारखंड में भाजपा के कार्यकर्ता पार्टी को विधानसभा चुनाव में जीत दिलाने के लिए संकल्पित और समर्पित - शिवराज सिंह चौहान

रांची : बीजेपी प्रदेश विधानसभा चुनाव प्रभारी और केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान प्रदेश कार्यालय में एक महत्वपूर्ण बैठक किया। जिसमे प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी, संगठन महामंत्री कर्मवीर सिंह, नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी, पूर्व केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा के साथ प्रदेश के पदाधिकारी और विधायक शामिल हुए। बैठक के बाद उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि हेमंत सोरेन का फिर से मुख्यमंत्री बनना यह बताता है कि झामुमो परिवारवाद और भ्रष्टाचार से बाहर नहीं निकल पा रही है।

चौहान ने कहा कि जब चार ही महीने बाद चुनाव होना है तो चंपई सोरेन को झामुमो ने किस अपराध में मुख्यमंत्री के पद से हटा दिया। सोरेन परिवार का एक ही मंत्र मैं ही रहूंगा और कोई नहीं। शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि यहां की गठबंधन सरकार झारखंड को तबाह और बर्बाद कर देगी। 

आने वाले विधानसभा चुनाव में भाजपा के कार्यकर्ता चुनाव जीताने के संकल्पित है। आगामी विधानसभा चुनाव में राज्य में बीजेपी की ही सरकार बनेगी। बीजेपी कार्यकर्ता राज्य से अराजकता का माहौल खत्म करेंगे इसके लिए 81 विधानसभा क्षेत्रों में कई कार्यक्रम आयोजित भी किये जायेंगे।