छुट्टी में घर आ रहे झारखण्ड निवासी सीमा सुरक्षा बल के जवान अमित शुक्ला की सड़क हादसे में मौत, चचरे भाई के शादी में पालमू आ रहे थे


झा. डेस्क 

छुट्टी में घर आ रहे जवान अमित शुक्ला की सड़क हादसे में मौत हो गयी। घटना जम्मू कश्मीर के उधमपुर जिले की है।

 चेनानी-नाशरी सुरंग के अंदर एक कैब पलट जाने से बीएसएफ जवान अमित कुमार शुक्ला (30) की जान चली गई। अधिकारियों ने बताया कि अमित शुक्ला जो जम्मू-कश्मीर में तैनात थे। वह छुट्टी पर झारखंड स्थित अपने घर पलामू आ रहे थे। 

जानकारी के मुताबिक बीएसएफ जवान अमित शुक्ला ( 30) सदर प्रखंड के सिंगरा निवासी उपेंद्र शुक्ला के पुत्र थे। अमित शुक्ला के घर में चचेरे भाई की शादी है। इसी शादी में शामिल होने के लिए वह घर पर ड्यूटी से छुट्टी लेकर आ रहे थे। 

काश्मीर के छिंदवाड़ा में एक साल पहले उनकी पोस्टिंग हुई थी। रात दस बजे छिंदवाड़ा कैंप से जम्मू रेलवे स्टेशन जाने के लिए जाइलो वाहन से निकले थे। 

इसमें सीमा सुरक्षा बल के 26 वीं वाहिनी के आठ जवान सवार थे। सभी अपने घर छुट्टी में जाने के लिए स्टेशन से ट्रेन पकड़ने निकले थे। शनिवार की अहले सुबह करीब चार बजे जम्मू के चिनैनी नाशरी टनल में तेज रफ्तार जाइलो पलट गई।

देवघर में हुआ बड़ा हादसा, तीन मंजिला इमारत गिरी, एक की मौत,निशिकांत दुबे पहुंचे मौके पर

झारखण्ड डेस्क 

देवघर :शहर में रविवार को सुबह-सुबह बड़ा हादसा हो गया। एक तीन मंजिली इमारत ढह गई, जिसमें दस से बारह लोग फंसे गए। सीता होटल के पास गिरी इमारत के मलबे से अब तक दो लोगों को निकाला गया है। इनमें से एक मनीष दत्त की मृत्यु हो गई। 

जेसीबी और मजदूरों को बुलाकर गिरी हुई इमारत का मालवा हटवाया जा रहा है।

पहला रेस्क्यू सुबह 8:30 बजे हुआ। एनडीआरएफ टीम ने अनुपमा देवी को बाहर निकाला। दूसरा रेस्क्यू 9:35 बजे हुआ। अनुपमा के पति मनीष दत्त को निकालकर एनडीआरएफ टीम ने सदर अस्पताल भेजा, जहां ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर ने जांच के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया।

  सीता होटल के समीप बमबम बाबा पथ हंसकुप मुहल्ले में जिस वक्त हादसा हुआ, भवन में तीन परिवार की तीन महिला समेत कुल नौ लोग अंदर में थे। मुहल्ले वालों ने दो लड़कियों सुभानी कुमारी और पीहू कुमारी को निकाला, लेकिन तीन महिला सहित सात लोग फंसे रह गए।

 दिनेश वर्णवाल, दिनेश की पत्नी अनुपमा देवी, सुनील कुमार यादव, सुनील की पत्नी सोनी देवी व सुनील का पुत्र सत्यम कुमार मलबे में फंसा है। सभी को निकालने में एनडीआरएफ की टीम जुटी है। इस हादसे की सूचना मिलते ही गोड्डा के सांसद डॉ. निशिकांत दुबे घटनास्थल पर पहुंच गए। उन्होंने कहा कि सुबह 6 बजे सूचना मिली कि एक इमारत गिर गई है।

 लोग परेशान हैं। सभी लोग आ गए, लेकिन रेस्क्यू टीम एक घंटे बाद पहुंची।

झारखंड के विधायक का जब्त नकद और मोबाइल फोन कलकत्ता हाईकोर्ट ने वापस करने का दिया निर्देश दिया है। आइए जानते हैं पूरा मामला…

झा. डेस्क 

पश्चिम बंगाल में हावड़ा ग्रामीण पुलिस ने विशेष नाका चेकिंग के दौरान झारखंड के विधायक के पास से करीब 55 लाख रुपये नकद बरामद किये थे। घटना के समय झारखंड के दो और विधायक राजेश कच्छप, नमन विक्सल सहित कुल पांच लोग मौजूद थे।

पुलिस ने इस मामले में वहां से बरामद नकद राशि के साथ-साथ विधायक इरफान अंसारी का मोबाइल फोन जब्त कर लिया था। वहीं, हाईकोर्ट ने विधायक को जमानत देते वक्त उनका पासपोर्ट निचली अदालत में जमा करने का निर्देश दिया था।

विधायक इरफान अंसारी ने नकद, मोबाइल फोन व पासपोर्ट वापस पाने के लिए कलकत्ता हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी, जिस पर शुक्रवार को सुनवाई करते हुए कलकत्ता हाईकोर्ट की न्यायाधीश अमृता सिन्हा की एकल पीठ ने महत्वपूर्ण फैसला सुनाया है।

शुक्रवार को मामले की सुनवाई करते हुए न्यायाधीश अमृता सिन्हा ने राज्य प्रशासन को एक सप्ताह के अंदर विधायक इरफान अंसारी से जब्त किये नकद 55 लाख रुपये व मोबाइल फोन को वापस लौटाने का निर्देश दिया है।

शुक्रवार को मामले की सुनवाई के दौरान राज्य सरकार के अधिवक्ता ने अदालत में बताया कि विधायक का मोबाइल फोन पांचला थाने में जब्त कर रखा गया है और नकद राशि को राज्य सरकार के ट्रेजरी में रखा गया है। इसलिए नकद रुपये की वापसी के लिए अलग से संबंधित विभाग के समक्ष आवेदन करना होगा।

हाइकोर्ट ने इस प्रक्रिया को एक सप्ताह के अंदर पूरा करने का निर्देश दिया। वहीं, न्यायाधीश ने विधायकों को पासपोर्ट वापस लौटाने का भी निर्देश दिया है और इसके लिए विधायक इरफान अंसारी को निचली अदालत में आवेदन करने का परामर्श दिया है।

बता दें कि, इससे पहले साल्टलेक स्थित एमपी एमएलए कोर्ट ने राज्य सरकार को विधायक के पास से जब्त किये गये नकद, मोबाइल फोन व पासपोर्ट को वापस लौटाने का निर्देश दिया था।

लेकिन राज्य प्रशासन ने इसे नहीं लौटाया था, इसलिए विधायक ने कलकत्ता हाइकोर्ट का रूख किया था, जिस पर शुक्रवार को सुनवाई करते हुए एकल पीठ की न्यायाधीश अमृता सिन्हा ने एक सप्ताह के अंदर विधायक के पास से जब्त किये नकद व मोबाइल फोन को लौटाने का आदेश दिया।

रांची में सोने की कीमत में बड़ी उछाल, ₹710 बढ़कर ₹73,800 पर पहुंचा, ₹78 हजार तक पहुंचने के आसार गोल्ड


रांची : भारत में सोने की खरीदारी करना सबसे शुभ माना जाता है। खासकर, शादी-ब्याह में सोने के गहनों का सबसे अधिक इस्तेमाल होता है। शादी का सीजन शुरू हो चुका है जेसे में महज 10 दिनों में झारखंड की राजधानी रांची में सोने की कीमत में काफी तेज उछाल आया है। 

सोने के साथ साथ चांदी की कीमतों में भी आज यानी 6 जुलाई को तेजी आई है। 10 ग्राम 24 कैरेट सोना 710 रुपए बढ़कर 73,800 रुपए पर पहुंच गया है। 5 जुलाई को इसकी कीमत 73,090 रुपए प्रति दस ग्राम था। जो 710 रुपए की बढ़ी, एक्सपर्ट्स के अनुसार इस साल के आखिर तक सोना 78 हजार रुपए तक जा सकता है।

रांची में इन्हीं 10 दिनों के दौरान 22 कैरेट सोना 750 रुपये बढ़कर 68,700 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर पहुंच गया है। 25 जून 2024 को रांची शहर में 22 कैरेट सोने की कीमत 67,950 रुपये थी।अंतरराष्ट्रीय बाजारों में मजबूती की वजह से दिल्ली के सर्राफा बाजार में शुक्रवार 5 जुलाई 2024 को सोने की कीमत 200 रुपये की तेजी के साथ 73,310 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर पहुंच गई थी। 

 4 महानगरों में सोने की कीमत

• दिल्ली: 10 ग्राम 22 कैरेट सोने की कीमत 67,800 रुपए और 10 ग्राम 24 कैरेट सोने की कीमत 73,950 रुपए है।

• मुंबई: 10 ग्राम 22 कैरेट सोने की कीमत 67,650 रुपए और 10 ग्राम 24 कैरेट सोने की कीमत 73,800 रुपए है।

• कोलकाता: 10 ग्राम 22 कैरेट गोल्ड की कीमत 67,650 रुपए और 24 कैरेट 10 ग्राम सोने की कीमत 73,800 रुपए है।

• चेन्नई: 10 ग्राम 22 कैरेट सोने की कीमत 68,200 रुपए और 10 ग्राम 24 कैरेट सोने की कीमत 74,400 रुपए है।

दुखद घटना: प्रातः आवाज के सहयोगी दीपक कुमार कश्यप की दुर्घटना में मौत,आवाज के प्रिंटिंग प्रबंधक के रूप में दिया था योगदान


झा. डेस्क 

 प्रातः आवाज की मशीन लगने से लेकर उसके लिए सारे इंतज़ाम करने वाले हंसमुख दीपक कुमार कश्यप की सड़क दुर्घटना में मौत हो गयी.

प्रातः आवाज प्रिंटिंग यूनिट के मैनेजर का पद संभालने वाले दीपक जी से आखिरी बात 3 जुलाई को रातः 8.50 बजे हुई, देवघर पेज का pdf भेजने को लेकर। एक घंटे बाद वे सर्कुलेशन मैनेजर ओमप्रकाश के साथ निकले और खुद उनकी मोटरसाइकिल चलाने लगे, उन्हें पीछे बिठाकर निकल गए चानो से ओरिया होते हुए सिंघानी मोड़ जाने के लिये। एक तो बिल्कुल टूटा फूटा रास्ता, दूसरा रिमझिम बारिश और गड्ढों में भरा पानी, इसी में एक ट्रक ने चपेट में ले लिया, 

 दीपक जी ट्रक की ओर गिरे और हेलमेट समेत उनका सिर ट्रक की चपेट में आ गया। घटनास्थल पर ही उनकी मौत हो गई। दूसरी ओर गिरे ओमप्रकाश ने शोर मचाया तो पीछे से आ रहे युवकों में ट्रक जेएच 02 एयू 3169 को पकड़ लिया पर चालक फरार हो गया। ट्रक चालक की लापरवाही ने एक माता पिता से उनकी एकलौती संतान छीन ली और दो मासूम बेटियों से उनके पिता। 

आज उन्हें अपने घर साड़म, गोमिया जाना था। भांजी के लिए लैपटॉप लेकर पहुंचे थे प्लांट, पर होनी को कुछ और मंजूर था। एक मेहनती, हँसमुख और ईमानदार व्यक्ति से हमलोगों का साथ छोड़ दिया, प्रातः आवाज परिवार को बड़ी क्षति।

हेमंत सोरेन द्वारा सीआरपीसी की धारा 205 के तहत छूट के लिए दायर याचिका पर आज होंगी सुनवाई


झारखंड डेस्क 

हेमंत सोरेन की ओर से अदालत में अपनी उपस्थिति से छूट के लिए सीआरपीसी की धारा 205 की याचिका दाखिल की है। उनके आवेदन पर छह जुलाई यानी आज कोर्ट में सुनवाई होगी। दरअसल मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन रांची एमपी एमएलए की विशेष न्यायिक दंडाधिकारी सार्थक शर्मा की अदालत में ईडी के समन का अवहेलना करने मामले में छठी बार भी पेश नहीं हुए थे। 

आपको बता दें कि ईडी की ओर से हेमंत सोरेन की उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए उनके प्रोडक्शन का आवेदन दिया गया, जिस पर सुनवाई लंबित है। पूर्व में ही सीजेएम कोर्ट ने यह मामला एमपी एमएलए कोर्ट को ट्रांसफर कर दिया था। मामले सीजेएम कोर्ट के मामले में संज्ञान लिए जाने के बावजूद भी हेमंत सोरेन सीजेएम कोर्ट में पेश नहीं हुए थे। अब हेमंत सोरेन की ओर से निचली अदालत के समन आदेश को हाई कोर्ट में चुनौती दी गई है।

हाई कोर्ट में यह मामला अभी लंबित है। 

ईडी की ओर से बताया गया है कि हेमंत को ईडी ने जमीन घोटाला मामला में दस समन किया था, जिसमें से मात्र दो समन पर ही हेमंत सोरेन ईडी के समक्ष उपस्थित हुए थे। यह ईडी के समन की अवहेलना है। 

सुनवाई के दौरान ईडी की ओर से कहा गया कि दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के समन मामले में ईडी ने दिल्ली में सीजेएम कोर्ट में शिकायतवाद दर्ज कराया था। उसी आधार पर यहां पर भी हेमंत सोरेन के खिलाफ शिकायतवाद दर्ज कराई गई है।

सीएम हेमंत सोरेन को मिला अनंत अंबानी की शादी का कार्ड

झारखंड डेस्क 

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को रिलाइंस इंडस्ट्री के चेयरमैन मुकेश अंबानी के पुत्र अनंत अंबानी के शादी समारोह में सम्मिलित होने हेतु आमंत्रित किया गया है। 

मुख्यमंत्री से एसोसिएट वाइस प्रेसिडेंट रिलायंस इंडस्ट्रीज झारखण्ड ने मुलाकात कर विवाह निमंत्रण पत्र भेंट किया।

राज्यपाल ने विधानसभा का विशेष सत्र आहूत करने की दी मंजूरी

राजपाल सीपी राधाकृष्णन ने झारखंड विधानसभा का विशेष सत्र आठ जुलाई को आहूत करने के लिए मंजूरी दे दी है।

विधानसभा का विशेष सत्र पूर्वाह्न 11 बजे शुरू होगा। इस दिन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन बहुमत साबित करेंगे। एक दिन चलने वाले विशेष सत्र के संबंध में मंत्रिमंडल सचिवालय एवं समन्वय विभाग ने शुक्रवार को अधिसूचना जारी कर दी है।

न्यायमूर्ति विद्युत रंजन सारंगी ने झारखंड हाईकोर्ट के 15 वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ ली।



रांची : न्यायमूर्ति विद्युत रंजन सारंगी ने शुक्रवार को झारखंड उच्च न्यायालय के 15वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ ली। शपथ ग्रहण समारोह में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और विधानसभा अध्यक्ष रवींद्र नाथ महतो के अलावा कई न्यायाधीश और वरिष्ठ सरकारी अधिकारी शामिल हुए।*

झारखंड अलग राज्य बनने के बाद अब तक सिर्फ रघुवर दास ने किया झारखंड में अपना 5 साल का कार्यकाल पूरा


झा डेस्क 

झारखंड अलग राज्य 2000 में अस्तित्व में आने के बाद झारखंड में तमाम सियासी उथल-पुथल के बीच अब तक 12 बार मुख्यमंत्री पद की शपथ हो चुकी है।

4 जुलाई को 13 वीं बार शपथ ग्रहण समारोह हुई है। हेमंत सोरेन राज्य के 13वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लिए 

यह ध्यान देने लायक महत्वपूर्ण बात है कि BJP नेता और वर्तमान में ओडिशा के राज्यपाल रघुवर दास को छोड़कर झारखंड में किसी भी मुख्यमंत्री ने अपना पूरा कार्यकाल नहीं कर पाए । राज्य में हमेशा से सत्ता परिवर्तन का दौर चलता रहा है।

अब तक ये बनें झारखंड के मुख्मंत्री

अब प्रारंभ से जरा सिलसिलेवार चर्चा। 15 नवंबर 2000 को BJP के बाबूलाल मरांडी राज्य के पहले मुख्यमंत्री बने। इनकी सरकार लगभग ढाई साल तक रही।

इसके बाद अर्जुन मुंडा को मुख्यमंत्री बनाया गया। वह लगभग दो साल तक मुख्यमंत्री रहे।

इसके बाद शिबू सोरेन ने 12 दिन के लिए मुख्यमंत्री बने। 12 मार्च 2005 को फिर से अर्जुन मुंडा लगभग डेढ़ साल के लिए मुख्यमंत्री बने।

इसके बाद निर्दलीय विधायक मधु कोड़ा मुख्यमंत्री बने।

राष्ट्रपति शासन की स्थिति

28 अगस्त 2008 को शिबू सोरेन दूसरी बार मुख्यमंत्री बने। इनका कार्यकाल सिर्फ छह माह का रहा। 

इसके बाद 19 जनवरी 2009 को राज्य में पहली बार राष्ट्रपति शासन लगा।

30 दिसंबर 2009 को तीसरी बार शिबू सोरेन छह माह के लिए मुख्यमंत्री बने।

1 जून 2010 को दूसरी बार राष्ट्रपति शासन लगा। 11 सितंबर 2010 को अर्जुन मुंडा तीसरी बार मुख्यमंत्री बने,

 लेकिन उन्हें लगभग ढ़ाई वर्ष में मुख्यमंत्री का पद छोड़ना पड़ा।

18 जनवरी 2013 को तीसरी बार राज्य में राष्ट्रपति शासन लगा। इसके बाद 13 जुलाई 2013 को हेमंत सोरेन पहली बार मुख्यमंत्री बने, लेकिन इनका कार्यकाल भी डेढ़ साल का ही रहा।

BJP की पूर्ण बहुमत की सरकार

28 दिसंबर 2014 को भाजपा की पूर्ण बहुमत की सरकार में रघुवर दास मुख्यमंत्री बने, जिन्होंने अपना पांच वर्ष का कार्यकाल पूरा किया।

2019 के चुनाव में JMM, कांग्रेस और RJD गठबंधन की सरकार को पूर्ण बहुमत मिली और 29 दिसंबर 2019 को हेमंत सोरेन दूसरी बार मुख्यमंत्री बने।

ED की कार्रवाई की वजह से इन्हें 31 जनवरी 2024 को इस्तीफा सौंपना पड़ा। हेमंत सोरेन के इस्तीफा देने के बाद चंपाई सोरेन को नया मुख्यमंत्री बनाया गया।

चंपाई सोरेन ने 2 फरवरी 2024 को 12वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। अब हेमंत सोरेन के जेल से बाहर आने के बाद 3 जुलाई को उन्हें अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा।

हेमंत तीसरी बार और राज्य के 13वें मुख्यमंत्री के रूप में 4 जुलाई को शपथ लिए ।