Gorakhpur

Jun 29 2024, 10:00

गोरखपुर के अजीम ओ शान शक्सियत 96 साल की उमर में सादगी से अलविदा कह गए सबको

गोरखपुर- शहर में फतवे लिखना, दारुलकज़ा के सारे विवादों को मुस्कराते हुए निपटाना, सरकारी अभिलेखों का हिंदी में रूपांतरण करने के लिए अगर कोई नाम जुबां पर आता है, तो वे हैं शहर-ए-क़ाज़ी मुफ़्ती मौलाना वलीउल्ला हैं। जिन्हें एक नहीं सात भाषाओं का ज्ञान है। पिछले 14 वर्षों से वे दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर यूनिवर्सिटी के पर्सियन (फ़ारसी) विषय परास्नातक और स्नातक के तकरीबन 700 छात्र-छात्राओं को प्रतिवर्ष शिक्षा देकर उन्हें बेहतर बनाने का प्रयास कर रहे हैं। हैरत की बात तो यह है कि यूनिवर्सिटी प्रशासन ने इन्हें आज तक एक भी पैसा पारिश्रमिक के तौर पर नहीं दिया है।

एक शिक्षक के भरोसे चल रहा यूनिवर्सिटी का उर्दू विभाग
यूनिवर्सिटी का उर्दू विभाग वर्षों से एक ही शिक्षक के भरोसे चल रहा है। इन पर बीए, एमए और छात्रों को पीएचडी कराने की भी जिम्मेदारी है। इससे पहले के वर्ष 2000 में यूनिवर्सिटी के विभागाध्यक्ष ने मौलाना के बारे में जानकारी हासिल की और उनसे बच्चों को तालीम देने के लिए सहयोग मांगा, मुफ़्ती मौलाना वलीउल्लाह सहर्ष तैयार हो गए। न तो विश्वविद्यालय  प्रशासन ने वेतन की बात की और ना ही इन्होंने कभी विश्वविद्यालय प्रशासन से वेतन के बारे मे कहा।

*फैज़ाबाद के टांडा के मूल निवासी क़ाज़ी*
फैज़ाबाद जिले की टांडा तहसील के मीरानपुरा गांव निवासी मुफ़्ती मौलाना वलीउल्लाह 1968 में गोरखपुर आए और अपने परिवार के साथ महानगर के तुर्कमानपुर मोहल्ले में स्थित अंजुमन के भवन में किराए पर रहने लगे। अंजुमन इस्लामिया कॉलेज के छात्रों को वे अरबी और पर्सियन की तालीम देने लगे। यहां वे 1993 में स्थायी शिक्षक बने और 2000 में सेवानिवृत्त हो गए। महज सात साल की सरकारी सेवा होने के कारण इन्हें पेंशन भी नहीं मिलती है।

तालीमशुदा इनके चार बेटे खर्च में इनकी मदद करते हैं। मौलाना वलीउल्लाह बेहद ही शालीनता के साथ रहते हैं और सादगी के साथ अपना जीवन गुजर-बसर करते हैं। बुजुर्ग होने के बावजूद वे आज भी साइकिल से ही चलते हैं। स्थानीय लोग बताते हैं कि कुछ समय पहले उन्होंने अपने गुजारे के लिए बॉक्स बनाने की एक छोटी सी दूकान खोल रखी थी।

मुस्लिम पर्सनल लॉ के वजूद में आने के बाद उसके सदस्यों ने 1984 में उन्हें शहर-ए-काजी चुन लिया। तब महराजगंज गोरखपुर जनपद का ही हिस्सा था। अब तक मुफ्ती मौलाना वलीउल्लाह दोनों जनपदों में मजहबी फैसले करते रहे।

Gorakhpur

Jun 29 2024, 09:59

गर्मी की छुट्टियों के बाद स्कूल पहुंचे बच्चों का स्वागत, खिलाया गया हलवा

गोरखपुर- गर्मी की छुट्टियां समाप्त होने के बाद नए शैक्षणिक सत्र वर्ष 2024-25 में आज कम्पोजिट उच्च प्राथमिक विद्यालय भिउरी बांसगांव में पहुंचे बच्चों का स्वागत अभिनन्दन करते हुए छुट्टी के दौरान उन्होंने क्या किया, कहां गए और छुट्टीयों में उन्होंने क्या सीखा इस विषय पर परिचर्चा का आयोजन किया गया। जिसमें हिस्सा लेते हुए बच्चों ने शिक्षकों और ग्राम प्रबंध समिति के अध्यक्ष एवं सदस्यों के समक्ष अपने अनुभव साझा किए।

बच्चों के रोचक अनुभव की जानकारी मिलने पर उपस्थित शिक्षकों एवं ग्राम प्रबंध समिति के सदस्यों ने तालियां बजा कर उनका उत्साह वर्धन किया। इस दौरान ग्राम प्रबंध समिति के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष एवं सदस्यों की उपस्थिति में सभी बच्चों को हलवा खिला कर उनका मुंह मीठा कराया गया। साथ ही सभी बच्चों को सोमवार से 8 बजे प्रातः से अपराह्न 2 बजे तक नियमित स्कूल में उपस्थित रहने की जानकारी दी गई।

इस दौरान अध्यक्ष बैजू प्रसाद प्रधानाचार्य चंद्रप्रकाश पांडेय सहित वंदना सिंह, दिव्या पाण्डेय, संगीता देवी, माया देवी, पुष्पा देवी किरन देवी, असर्फी देवी, मीना देवी, सुमित्रा देवी, तीर्था देवी, मंशा, उजाला, प्रीती, अजीत कुमार और अंगद कुमार सिंह आदि उपस्थित रहे।

Gorakhpur

Jun 29 2024, 09:58

बाल विकास परियोजना की आंगनबाड़ियों ने बांटे पुष्टाहार
गोरखपुर- तहसील क्षेत्र के नगर पंचायत उनवल के वार्ड 3 टेकवार में शासन के निर्देशानुसार बच्चों तथा धात्री,गर्भवती महिलाओं और स्कूल जाने वाली किशोरियों का कुपोषण दूर करने के लिए आंगनवाड़ी कार्यकर्तीयों सिरजावती यादव के नेतृत्व में प्रत्येक को एक किग्रा चना दाल, दलिया, रिफाइन का तेल, 7 माह से 3 वर्ष के बच्चों को एक किग्रा दाल, दलिया ,1/2 किग्रा रिफाइन तेल, 3 वर्ष से 6 वर्ष के बच्चों को 1/2 किग्रा दाल, दलिया गर्भवती एवं धात्री को एक किलो दाल, डेढ़ किग्रा दलिया आधा किलो रिफाइन तेल तथा कुपोषित बच्चों को 2 किलो दाल, डेढ़ किलो दलिया तथा एक पैकेट तेल दिया गया।

इस दौरान दर्जनों लाभार्थियों को सरकार की महत्वाकांक्षी योजना का लाभ प्राप्त हुआ। इस दौरान आँगनवाड़ी सहायिका मुन्नी देवी, सुधा, मोमिना खातून, प्रियंका, काजल, वंदना, अंजनी, दिव्या समेत आदित्य, आरबी, ऋषि, आर्यन, आस्तिक, आयंसी, कार्तिक आदि लाभार्थी मौजूद रहे।

Gorakhpur

Jun 28 2024, 19:18

घर से निकलने का रास्ता रोक रहे पड़ोसी, 2 वर्ष से न्याय की गुहार लगा रही महिला

खजनी गोरखपुर। समस्याओं से पीड़ित लोग अपने हक के लिए अधिकारियों से गुहार लगाते हैं। बड़े और संवेदनशील अधिकारियों द्वारा तत्काल उनकी समस्या के समाधान हेतु अधिनस्थ अधिकारियों को आदेशित किया जाता है, किंतु लापरवाह अधिकारी आदेश नहीं मानते। ऐसा ही मामला खजनी तहसील के लालमनपुरा गांव की निवासी महिलाओं शालू विश्वकर्मा और सुनीता यादव का है। जिन्हें उनके पड़ोसी सोमनाथ यादव अपने घरों से बाहर निकलने का रास्ता नहीं दे रहें। सार्वजनिक रास्ते में दीवार बना कर, नाबदान का गंदा पानी बहा कर तथा अपने पशुओं गाय, भैंस, घोड़ा बांधकर पड़ोसियों को घरों से बाहर नहीं निकलने दे रहे हैं।

पीड़ित महिलाएं बीते 2 वर्षों से सीएम योगी जनता दरबार से लगायत उप जिलाधिकारी खजनी से न्याय की गुहार लगा रही हैं। मामले में क्रमश: 13 जून और 19 जून को नायब तहसीलदार बेलघाट हरीश यादव की अध्यक्षता में राजस्व निरीक्षक देवनरायण मिश्रा लेखपाल राधेश्याम सिंह, संजय सिंह और मुनेंद्र कैम की संयुक्त टीम बना कर सिकरीगंज पुलिस के साथ मौके पर पहुंच कर समस्या का निस्तारण कराने का स्पष्ट आदेश दिया गया है। किंतु लापरवाह अधिकारी एसडीएम के आदेश को ताक पर रख कर टालमटोल कर रहे हैं।

बीते 9 दिनों से महिलाएं रोज खजनी तहसील मुख्यालय का चक्कर लगा रही हैं। पीड़ित महिलाओं शालू विश्वकर्मा को अपनी 19 वर्ष पुरानी रजिस्ट्री बैनामे की जमीन में घर से बाहर निकलने का तथा सुनीता यादव को अपनी ही पैतृक जमीन में रास्ता नहीं मिल रहा है। उक्त मामले में एसडीएम खजनी शिवम सिंह ने कहा कि आदेश की प्रति हमें व्हाट्स एप पर भेजें तत्काल कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।

Gorakhpur

Jun 28 2024, 19:17

एनक्वास सर्टिफाइड हुये जनपद के तीन आयुष्मान आरोग्य मंदिर

गोरखपुर। गोरखपुर जिले के तीन आयुष्मान आरोग्य मंदिरों का नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस सर्टिफिकेट (एनक्वास) प्रमाणन हुआ है। इसमें आकांक्षी ब्लॉक ब्रह्मपुर का राजधानी और राघो पट्टी व खोराबार का लहसड़ी आयुष्मान आरोग्य मंदिर शामिल है । इन्हें 1.26 लाख रुपये की पुरस्कार राशि मिलेगी, जिसे यह मरीजों की सुविधाओं के लिए व्यवस्था सुदृढ़ीकरण और कर्मचारियों के प्रोत्साहन व पुरस्कार के लिए खर्च कर सकते हैं।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आशुतोष कुमार दूबे ने बताया कि जनपद में अब एनक्वास सर्टिफाइड आयुष्मान आरोग्य मंदिरों की संख्या पांच हो गयी है। हाल ही में पिपरौली ब्लॉक का कालेसर आयुष्मान आरोग्य मंदिर भी प्रमाणित हुआ है । इससे पहले भटहट ब्लॉक का जैनपुर आयुष्मान आरोग्य मंदिर भी एनक्वास सर्टिफाइड हो चुका है।

डॉ दूबे ने बताया कि इस समय जिले में 460 सक्रिय आयुष्मान आरोग्य मंदिर समुदाय को प्राथमिक स्वास्थ्य सुविधा प्रदान कर रहे हैं। वहां बीमारियों की स्क्रीनिंग, टेलीकंसल्टेशन से चिकित्सकों से परामर्श और दवा उपलब्ध कराना, मातृ शिशु स्वास्थ्य जांच की सुविधा प्रदान करना, गैर संचारी बीमारियों की स्क्रीनिंग और संचारी रोगों की रोकथाम के कार्य किये जा रहे हैं। कुछ केंद्रों पर संस्थागत प्रसव भी होते हैं। जनसमुदाय को स्वास्थ्य देने में इन केंद्रों की अहम भूमिका है और इनका एनक्वास प्रमाणीकरण गुणवत्तापूर्ण सेवा की गारंटी है।

सीएमओ ने बताया कि इस प्रमाण पत्र को हासिल करने में वहां के स्थानीय ग्राम प्रधान, सीएचओ, एएनएम, आशा, अधीक्षक व प्रभारी चिकित्सा अधिकारी, नोडल अधिकारी डॉ एके चौधरी और जिला व ब्लॉक कार्यक्रम प्रबन्धन इकाई और जिला व मंडलीय क्वालिटी टीम एवं कंसल्टेंट ने प्रमुख भूमिका निभाई है। क्वालिटी कार्यक्रम के प्रमुख सहयोगी विजय श्रीवास्तव का भी सबसे अहम योगदान रहा है । जिले में क्वालिटी एश्योरेंस कंसल्टेंट का पद खाली है और इन विपरीत परिस्थितियों में भी इन इकाइयों का सहयोग कर उन्हें प्रमाणन दिलवाने में उन्होंने भरपूर मदद की।

एनएचआरसी के पत्र से मिली जानकारी

मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्रणाली संसाधन केंद्र (एनएचआरसी) के कार्यकारी निदेशक मेजर जनरल प्रोफेसर अतुल कोटवाल की तरफ से जारी पत्र में एनक्वास सर्टिफिकेशन की जानकारी दी गयी है। पत्र के मुताबिक ब्रह्मपुर ब्लॉक के राजधानी आयुष्मान आरोग्य मंदिर को 87.3 फीसदी, जबकि राघो पट्टी आयुष्मान आरोग्य मंदिर को 86.79 फीसदी अंक मिले हैं। इन दोनों का राष्ट्रीय स्तर का मूल्यांकन इसी साल मई में हुआ था। खोराबार ब्लॉक के लहसड़ी आयुष्मान आरोग्य मंदिर को 83 फीसदी अंकों के साथ सशर्त प्रमाणन मिला है। इसका मूल्यांकन फरवरी 2024 में हुआ था। इन केंद्रों को जो पुरस्कार मिलेंगे उनकी 75 फीसदी रकम अस्पताल में गुणात्मक सेवा देने के उपायों पर खर्च करनी है, जबकि 25 फीसदी की धनराशि कर्मचारियों के प्रोत्साहन व पुरस्कार में खर्च करने का प्रावधान है।

इन सात सेवाओं का हुआ मूल्यांकन

- गर्भावस्था एवं प्रसव के दौरान देखभाल

- नवजात और शिशु स्वास्थ्य देखभाल सेवाएं

-बाल और किशोर स्वास्थ्य देखभाल सेवाएं

- परिवार नियोजन, गर्भनिरोधक सेवाएं एवं अन्य प्रजनन देखभाल सेवाएं

- संचारी रोगों का प्रबंधन (राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रम)

- सामान्य संक्रामक रोगों का प्रबन्धन और तीव्र साधारण बीमारियों और छोटी बीमारियों के लिए सामान्य बाह्य रोगी देखभाल

-गैर संचारी रोगों और टीबी व कुष्ठ रोग जैसी दीर्घकालिक संचारी बीमारियों की जांच, रोकथाम, प्रबन्धन और नियंत्रण

Gorakhpur

Jun 27 2024, 19:50

चोरों के आतंक से परेशान पुलिस और पब्लिक

खजनी गोरखपुर।बीते दिनों इलाके में हुई एक साथ कई बड़ी चोरियों ने पब्लिक के साथ ही पुलिस का सरदर्द भी बेतहाशा बढ़ा दिया है। एक तरफ रातों में जाग कर इलाके में गश्त करते हुए पुलिस चोरों की तलाश में जुटी हुई है वहीं दूसरी ओर अब गांवों और कस्बों में लोग रात में जाग कर पहरेदारी करने में लगे हुए हैं।

किंतु बेखौफ शातिर चोर झांसा देकर लगातार घटनाओं को अंजाम देने में लगे हुए हैं। हालांकि पुलिस और पब्लिक की सक्रियता से बीते एक सप्ताह से चोरी की बड़ी घटनाओं में कमी आई है।

स्थानीय मीडिया से जुड़े पत्रकारों से शिष्टाचार मुलाकात के दौरान थानाध्यक्ष खजनी शैलेन्द्र कुमार शुक्ला ने चोरी की घटनाओं से निबटने के लिए सहयोग और सुझाव मांगे उन्होंने 24×7 पुलिस की सक्रियता का भरोसा दिलाया। वहीं क्षेत्राधिकारी खजनी ओंकारदत्त तिवारी ने सिकरीगंज खजनी और बेलघाट थाना क्षेत्रों में सभी बीपीओ (बीट पुलिस आॅफिसरों) को क्षेत्र में सक्रियता बढ़ाने और गांवों तथा कस्बों में रात्रि गश्त के लिए टोलियां बनाने और ग्राम सुरक्षा समिति गठित करने का निर्देश दिया है।

उनवल नगर पंचायत क्षेत्र में बीते दो दिनों से चौकी इंचार्ज सोनेंद्र सिंह और पुलिस टीम के साथ नगर पंचायत क्षेत्र के लगभग एक दर्जन युवाओं ने रात में घूम कर कस्बे के विभिन्न वार्डों में पहरेदारी की इस दौरान रात में घूम रहे दो संदिग्ध नाबालिग किशोर बच्चों को पूछताछ के लिए चौकी पर ले जाया गया।

स्थानीय लोगों में मनोज कुमार, अजय मौर्या, अनिल तिवारी,श्रवण कुमार, बबलू प्रजापति, अशोक पाल, नंदकिशोर यादव, विनोद आदि ने बताया कि चोरी की घटनाओं से इलाके में दहशत का माहौल है। लोगों ने बताया कि पहले गुलाबी ठंड के मौसम में चोरी की घटनाएं बढ़ जाती थीं किन्तु ऐसा पहली बार हो रहा है कि गर्मी के मौसम में चोरियां हो रही हैं।

Gorakhpur

Jun 27 2024, 19:01

हेलेन केलर हम सभी के लिए प्रेरणा स्रोत हैं: डॉ राम यश यादव

गोरखपुर। बीआरडी मेडिकल कॉलेज नेत्र रोग विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ राम यश यादव ने सीआरसी गोरखपुर द्वारा आयोजित हेलेन केलर दिवस के आयोजन के दौरान कही। डॉ यादव सीआरसी गोरखपुर द्वारा आयोजित संगोष्ठी में बतौर मुख्य वक्ता बोल रहे थे। सीआरसी गोरखपुर ने हेलेन केलर दिवस के अवसर पर जन-जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया था।

इस अवसर पर अपनी बात रखते हुए सीआरसी गोरखपुर के निदेशक जितेंद्र यादव ने कहा कि हेलेन केलर बधिरांध होने के बावजूद भी जीवन के हर क्षेत्र में सफलता को प्राप्त किया। इस अवसर पर सीआरसी गोरखपुर के प्रवक्ता विजय कुमार गुप्ता और पुनर्वास अधिकारी राजेश कुमार यादव ने भी अपने विचार व्यक्त किये। कार्यक्रम समन्वयक नागेंद्र पांडे और अरविंद पांडे ने कार्यक्रम के आयोजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस अवसर पर दिव्यांगजन और उनके अभिभावक गण सहित सीआरसी गोरखपुर के सभी अधिकारी और कर्मचारी गण उपस्थित रहे।

Gorakhpur

Jun 27 2024, 19:00

क्षत्रिय भवन प्रताप सभागार में पतंजलि योग परिवार द्वारा निशुल्क योग कक्षा का हुआ शुभारंभ

गोरखपुर। क्षत्रिय भवन प्रताप सभागार (तारामंडल रोड) में हवन यज्ञ एवं दीप प्रज्वलन के साथ पतंजलि योग परिवार द्वारा निशुल्क योग कक्षा का शुभारंभ किया गया।प्रातः 5 बजे क्षत्रिय भवन का परिसर वैदिक मंत्रोच्चार से गूंजने लगा और इसी के साथ ही इंद्रजीत सिंह चंदेल (महानगर महामंत्री)ने दीप प्रज्वलित करके योग की कक्षा का शुभारंभ किया।

हवन-यज्ञ करके वातावरण को शुद्ध किया गया एवं पतंजलि योग परिवार द्वारा योग की कक्षा प्रारंभ की गई। इस अवसर पर भारी संख्या में उपस्थित योग साधकों को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि इंद्रजीत सिंह चंदेल ने कहा कि, योग भारतीय संस्कृति की अमूल्य देन है किसी अन्य संस्कृति कीकोई भी अन्य विद्या इसकी समतुल्य या नजदीक भी नहीं पहुंच पाई है। पतंजलि योगपीठ हरिद्वार द्वारा अपनी निशुल्क योग कक्षाओं के माध्यम से जन-जन तक योग को पहुंचाने का पुण्य कार्य किया जा रहा है। एक योगाभ्यासी व्यक्ति जहां परमात्मा से जुड़ता है वहीं पर अपनी संस्कृति और देश के प्रति भी अनुराग रखता है। व्यक्ति यदि निरोगी काया का स्वामी ना रहे तो उसे जीवन के अन्य पुरुषार्थ भी प्राप्त होने में बहुत ही कठिनाई होती है।भाग दौड़ की जीवन शैली में प्रत्येक व्यक्ति को कुछ समय स्वयं के लिए और इसी निशुल्क योग कक्षाओं के माध्यम से समाज के लिए अवश्य निकालना चाहिए। उन्होंने शुभकामना देते हुए कहा हमें आशा है कि आपकी योग्य कक्षा सफल कक्षाओं में होगी और अधिक से अधिक लोग इस कक्षा से लाभ प्राप्त कर सकेंगे।

आज के कार्यक्रम एवं योगकक्षा का संचालन हरि नारायण धर दूबे (जिला प्रभारी) द्वारा किया गया।

इस अवसर पर राजेंद्र प्रसाद यादव (प्रान्तीय कार्यकारिणी सदस्य), प्रमोद कुमार (प्रान्तीय कार्यकारिणी सदस्य), दीपक कुमार (जिला प्रभारी युवा), हर्ष तिवारी, गोविंद राम तिवारी ,अस्मिता तिवारी, माधुरी तिवारी, किरन यादव, सोनी पाण्डेय, पुनम यादव, सुमन, क्रिति सिंह, वन्दना त्रिपाठी, मनोरमा, प्रमिला, सुषमा, अतुल आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे

Gorakhpur

Jun 27 2024, 18:58

जन स्वास्थ्य है शासन की प्राथमिकता, अभियानों और कार्यक्रमों को समन्वित प्रयासों से सुदृढ़ करें

गोरखपुर, जिला स्वास्थ्य समिति (डीएचएस) की बैठक मुख्य विकास अधिकारी संजय कुमार मीणा की अध्यक्षता में विकास भवन सभागार में बुधवार की देर शाम तक चली । इस दौरान विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान, दस्तक अभियान, विटामिन ए सम्पूरण माह, विश्व जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा और स्टॉप डायरिया कैंपेन के बारे में विस्तार से चर्चा हुई । साथ ही नियमित टीकाकरण, मातृ शिशु स्वास्थ्य व पोषण कार्यक्रमों और राष्ट्रीय कार्यक्रमों की भी समीक्षा की गयी। इस मौके पर मुख्य विकास अधिकारी ने निर्देश दिया कि जन स्वास्थ्य शासन की प्राथमिकता है, इसके प्रति कोई भी लापरवाही नहीं होनी चाहिए। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि अभियानों और कार्यक्रमों को समन्वित प्रयासों से सुदृढ़ बनाया जाए।

मुख्य विकास अधिकारी ने निर्देश दिया कि हाई ग्रेड फीवर के रोगियों को ईटीसी में भर्ती कराया जाए और उनकी जांच रिपोर्ट को यूडीएसपी पोर्टल पर अवश्य डाला जाए। जिला महिला अस्पताल के एसएनसीयू में समुदाय स्तर से नवजात का रेफरल सुनिश्चित हो । जननी सुरक्षा योजना के लाभार्थियों का आधार सत्यापन किया जाए, मंत्रा एप पर प्रत्येक प्रसव को फीड किया जाए और जिले में होने वाली प्रत्येक मातृ शिशु मृत्यु की रिपोर्टिंग के साथ साथ उनका आॅडिट भी हो। स्टेट रिसोर्स सेंटर फॉर न्यूट्रिशन व एम्स को सहयोग कर पोषण के मामले में गोरखपुर जिले को रोल मॉडल बनाने का प्रयास होना चाहिए। यूविन पोर्टल पर सभी आशा कार्यकतार्ओं की आईडी रहे ताकि सभी सत्रों को आॅनलाइन संचालित किया जा सके और आशा कार्यकर्ता को बतौर मोबिलाइजर मिलने वाली धनराशि उनके खाते में जा सके। इसके जरिये अभिभावक खुद टीकाकरण का स्लॉट आॅनलाइन बुक करके अपने पाल्यों का टीकाकरण करवा सकते हैं।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आशुतोष कुमार दूबे ने बताया कि डीएचएस में यह भी तय हुआ कि जो बच्चे एमआर टीके की दूसरी डोज से छूट गये हैं उन्हें ढूंढ कर शत प्रतिशत टीकाकरण किया जाए । जहां भी मिजल्स बीमारी के संभावित मामले निकलें उनकी रिपोर्टिंग और वहां बचाव की कार्रवाई की जाए। नियमित टीकाकरण के प्रति उदासीन परिवारों के मन में बैठी भ्रांति को दूर कर टीकाकरण करवाएं। छाया ग्राम स्वास्थ्य स्वच्छता एवं पोषण दिवस (छाया वीएचएसएनडी) पर आवश्यक उपकरणों व दवाओं और बच्चों के वजन की जांच की व्यवस्था उपलब्ध रहे। सभी आयुष्मान आरोग्य मंदिरों में परिवार नियोजन की कम से कम पांच आवश्यक सेवाएं दी जाएं। सरकारी अस्पतालों पर संस्थागत प्रसव को बढ़ावा दिया जाए और उच्च जोखिम गर्भावस्था की पहचान कर प्रबंधन पर विशेष जोर होना चाहिए। सभी चिकित्सक टेलीकंसल्टेशन जरूर करें और जिनका प्रदर्शन लगातार खराब हो रहा हो उन पर आवश्यक कार्रवाई की जाए।

इस अवसर पर जिला अस्पताल के प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ राजेंद्र ठाकुर, एसीएमओ डॉ एके चौधरी, डॉ नंदलाल कुशवाहा, डॉ गणेश यादव, जिला कार्यक्रम अधिकारी डॉ अभिनव कुमार मिश्र, जिला मलेरिया अधिकारी अंगद सिंह, जिला महिला अस्पताल से डॉ कमलेश, जिला अस्पताल से डॉ मुकुल, डीडीएचईआईओ सुनीता पटेल, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन से डीपीएम पंकज आनंद, डीसीपीएम रिपुंजय पांडेय, डीडीएम पवन गुप्ता, क्वालिटी सहायक विजय कुमार श्रीवास्तव, सहायक आदिल फखर, डब्ल्यूएचओ, यूनिसेफ, चाई, यूपीटीएसयू और यूएनडीपी संस्थाओं के प्रतिनिगण समेत स्वास्थ्य और सहयोगी विभागों के अधिकारी व प्रतिनिधि मौजूद रहे।

मिल कर बढ़ाएं टीबी जांच की दर

डीएचएस के दौरान डीटीओ डॉ गणेश यादव ने जिले में संभावित टीबी मरीजों की अधिकाधिक जांच की बात रखी। सीडीओ ने सभी चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश दिया कि टीबी मुक्त पंचायत कार्यक्रम और टीबी उन्मूलन में समय से जांच और इलाज का विशेष ध्यान रखा जाए। हर ब्लॉक में इसकी समीक्षा की जाए और लक्षण वाले मरीजों की जांच अवश्य की जाए।

पुरुष प्रतिभागिता पर दें ध्यान

सीएमओ डॉ दूबे ने बताया कि जनसंख्या स्थिरता पखवाड़े के दौरान परिवार नियोजन कार्यक्रमों में पुरुष प्रतिभागिता बढ़ाने पर जोर दिया गया । सभी ब्लॉक से कहा गया कि पुरुषों के परामर्श पर विशेष ध्यान दें और इच्छुक पुरूष को नसबंदी की सुविधा के बारे में जानकारी दें।

Gorakhpur

Jun 27 2024, 18:57

वर्षों से जलनिकासी का प्रबंध नहीं लोगों में आक्रोश

खजनी गोरखपुर।तेज धूप और गर्मी से बेहाल लोग आसमान में बादल घिरते देख कर बारिश होने और मौसम बदलने की आस में प्रसन्न होकर दुआ करते हैं कि कुछ राहत मिलेगी। किंतु खजनी कस्बे के लोग बादल घिरते देखकर भयभीत हो जाते हैं। और दुआ करते हैं कि तेज बारिश न हो।यह सिलसिला वर्षों से चल रहा है। किंतु स्थानीय प्रशासन और जन प्रतिनिधियों द्वारा इस गंभीर जनसमस्या की ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। कोरे आश्वासनों से कस्बे के लोग ऊब चुके हैं।

ऐसा इसलिए है कि लगभग 3 किमी के दायरे में सिकरीगंज और बांसगांव- माल्हनपार मार्ग पर बसे खजनी कस्बे में जलनिकासी का कोई प्रबंध नहीं है। कस्बे के मुख्य रोड की ऊंचाई तथा चौंडाई 10 मीटर बढने के बाद कस्बे में बने मकान और दुकानें सडक से नीचे हैं, और पटरियों के पास तक लोग काबिज हैं। नाली न होने से बारिश होने पर घरों और दुकानों के बाहर जलभराव हो जाता है।साथ ही कस्बे तक आने वाले सभी संपर्क मार्गों तथा कई लोगों के घरों और दुकानों में पानी भर जाता है।

स्थानीय लोगों ने बताया कि कम्हरिया घाट तक जुडने वाली खजनी कस्बे की मुख्य सडक की चौंडाई अभी और बढाने की योजना प्रस्तावित है। लोकनिर्माण विभाग द्वारा सडक की दोनों पटरियों के किनारे बने मकानों पर मार्क (चिन्ह) लगाया गया है साथ ही नोटिस भी मिल चुकी है। ऐसे में लोग इंतजार कर रहे हैं कि सडक का निर्माण हो जाए और सडक कहां तक बनेगी यह निश्चित हो जाए तब अपने घरों और दुकानों के निर्माण और सुरक्षा का उपाय करें।लेकिन सडक का निर्माण अभी प्रारंभ नहीं हुआ है इस बीच एक बार फिर बारिश शुरू हो चुकी है। जलनिकासी का प्रबंध नहीं होने से लोगों में चिंता,भय के साथ ही आक्रोश भी बढ रहा है।

अनिल पांडेय, दीनानाथ मोदनवाल,प्रितम पटवा,गणेश मोदनवाल,अशोक गौड़,संतोष वर्मा, दिवाकर वर्मा,सोनू मद्धेशिया,संजय वर्मा,गोपाल गुप्ता आदि ने बताया कि विगत 5 वर्षों से इस समस्या को कई बार स्थानीय जनप्रतिनिधियों और प्रशासन को बताया जा चुका है लेकिन कोई ध्यान नहीं देता है। घरों के सीवर का पानी हो या एक ग्लास और बाल्टी का पानी लोग सडक पर लाकर फेंकते हैं।