चोरों के आतंक से परेशान पुलिस और पब्लिक

खजनी गोरखपुर।बीते दिनों इलाके में हुई एक साथ कई बड़ी चोरियों ने पब्लिक के साथ ही पुलिस का सरदर्द भी बेतहाशा बढ़ा दिया है। एक तरफ रातों में जाग कर इलाके में गश्त करते हुए पुलिस चोरों की तलाश में जुटी हुई है वहीं दूसरी ओर अब गांवों और कस्बों में लोग रात में जाग कर पहरेदारी करने में लगे हुए हैं।

किंतु बेखौफ शातिर चोर झांसा देकर लगातार घटनाओं को अंजाम देने में लगे हुए हैं। हालांकि पुलिस और पब्लिक की सक्रियता से बीते एक सप्ताह से चोरी की बड़ी घटनाओं में कमी आई है।

स्थानीय मीडिया से जुड़े पत्रकारों से शिष्टाचार मुलाकात के दौरान थानाध्यक्ष खजनी शैलेन्द्र कुमार शुक्ला ने चोरी की घटनाओं से निबटने के लिए सहयोग और सुझाव मांगे उन्होंने 24×7 पुलिस की सक्रियता का भरोसा दिलाया। वहीं क्षेत्राधिकारी खजनी ओंकारदत्त तिवारी ने सिकरीगंज खजनी और बेलघाट थाना क्षेत्रों में सभी बीपीओ (बीट पुलिस आॅफिसरों) को क्षेत्र में सक्रियता बढ़ाने और गांवों तथा कस्बों में रात्रि गश्त के लिए टोलियां बनाने और ग्राम सुरक्षा समिति गठित करने का निर्देश दिया है।

उनवल नगर पंचायत क्षेत्र में बीते दो दिनों से चौकी इंचार्ज सोनेंद्र सिंह और पुलिस टीम के साथ नगर पंचायत क्षेत्र के लगभग एक दर्जन युवाओं ने रात में घूम कर कस्बे के विभिन्न वार्डों में पहरेदारी की इस दौरान रात में घूम रहे दो संदिग्ध नाबालिग किशोर बच्चों को पूछताछ के लिए चौकी पर ले जाया गया।

स्थानीय लोगों में मनोज कुमार, अजय मौर्या, अनिल तिवारी,श्रवण कुमार, बबलू प्रजापति, अशोक पाल, नंदकिशोर यादव, विनोद आदि ने बताया कि चोरी की घटनाओं से इलाके में दहशत का माहौल है। लोगों ने बताया कि पहले गुलाबी ठंड के मौसम में चोरी की घटनाएं बढ़ जाती थीं किन्तु ऐसा पहली बार हो रहा है कि गर्मी के मौसम में चोरियां हो रही हैं।

हेलेन केलर हम सभी के लिए प्रेरणा स्रोत हैं: डॉ राम यश यादव

गोरखपुर। बीआरडी मेडिकल कॉलेज नेत्र रोग विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ राम यश यादव ने सीआरसी गोरखपुर द्वारा आयोजित हेलेन केलर दिवस के आयोजन के दौरान कही। डॉ यादव सीआरसी गोरखपुर द्वारा आयोजित संगोष्ठी में बतौर मुख्य वक्ता बोल रहे थे। सीआरसी गोरखपुर ने हेलेन केलर दिवस के अवसर पर जन-जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया था।

इस अवसर पर अपनी बात रखते हुए सीआरसी गोरखपुर के निदेशक जितेंद्र यादव ने कहा कि हेलेन केलर बधिरांध होने के बावजूद भी जीवन के हर क्षेत्र में सफलता को प्राप्त किया। इस अवसर पर सीआरसी गोरखपुर के प्रवक्ता विजय कुमार गुप्ता और पुनर्वास अधिकारी राजेश कुमार यादव ने भी अपने विचार व्यक्त किये। कार्यक्रम समन्वयक नागेंद्र पांडे और अरविंद पांडे ने कार्यक्रम के आयोजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस अवसर पर दिव्यांगजन और उनके अभिभावक गण सहित सीआरसी गोरखपुर के सभी अधिकारी और कर्मचारी गण उपस्थित रहे।

क्षत्रिय भवन प्रताप सभागार में पतंजलि योग परिवार द्वारा निशुल्क योग कक्षा का हुआ शुभारंभ

गोरखपुर। क्षत्रिय भवन प्रताप सभागार (तारामंडल रोड) में हवन यज्ञ एवं दीप प्रज्वलन के साथ पतंजलि योग परिवार द्वारा निशुल्क योग कक्षा का शुभारंभ किया गया।प्रातः 5 बजे क्षत्रिय भवन का परिसर वैदिक मंत्रोच्चार से गूंजने लगा और इसी के साथ ही इंद्रजीत सिंह चंदेल (महानगर महामंत्री)ने दीप प्रज्वलित करके योग की कक्षा का शुभारंभ किया।

हवन-यज्ञ करके वातावरण को शुद्ध किया गया एवं पतंजलि योग परिवार द्वारा योग की कक्षा प्रारंभ की गई। इस अवसर पर भारी संख्या में उपस्थित योग साधकों को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि इंद्रजीत सिंह चंदेल ने कहा कि, योग भारतीय संस्कृति की अमूल्य देन है किसी अन्य संस्कृति कीकोई भी अन्य विद्या इसकी समतुल्य या नजदीक भी नहीं पहुंच पाई है। पतंजलि योगपीठ हरिद्वार द्वारा अपनी निशुल्क योग कक्षाओं के माध्यम से जन-जन तक योग को पहुंचाने का पुण्य कार्य किया जा रहा है। एक योगाभ्यासी व्यक्ति जहां परमात्मा से जुड़ता है वहीं पर अपनी संस्कृति और देश के प्रति भी अनुराग रखता है। व्यक्ति यदि निरोगी काया का स्वामी ना रहे तो उसे जीवन के अन्य पुरुषार्थ भी प्राप्त होने में बहुत ही कठिनाई होती है।भाग दौड़ की जीवन शैली में प्रत्येक व्यक्ति को कुछ समय स्वयं के लिए और इसी निशुल्क योग कक्षाओं के माध्यम से समाज के लिए अवश्य निकालना चाहिए। उन्होंने शुभकामना देते हुए कहा हमें आशा है कि आपकी योग्य कक्षा सफल कक्षाओं में होगी और अधिक से अधिक लोग इस कक्षा से लाभ प्राप्त कर सकेंगे।

आज के कार्यक्रम एवं योगकक्षा का संचालन हरि नारायण धर दूबे (जिला प्रभारी) द्वारा किया गया।

इस अवसर पर राजेंद्र प्रसाद यादव (प्रान्तीय कार्यकारिणी सदस्य), प्रमोद कुमार (प्रान्तीय कार्यकारिणी सदस्य), दीपक कुमार (जिला प्रभारी युवा), हर्ष तिवारी, गोविंद राम तिवारी ,अस्मिता तिवारी, माधुरी तिवारी, किरन यादव, सोनी पाण्डेय, पुनम यादव, सुमन, क्रिति सिंह, वन्दना त्रिपाठी, मनोरमा, प्रमिला, सुषमा, अतुल आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे

जन स्वास्थ्य है शासन की प्राथमिकता, अभियानों और कार्यक्रमों को समन्वित प्रयासों से सुदृढ़ करें

गोरखपुर, जिला स्वास्थ्य समिति (डीएचएस) की बैठक मुख्य विकास अधिकारी संजय कुमार मीणा की अध्यक्षता में विकास भवन सभागार में बुधवार की देर शाम तक चली । इस दौरान विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान, दस्तक अभियान, विटामिन ए सम्पूरण माह, विश्व जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा और स्टॉप डायरिया कैंपेन के बारे में विस्तार से चर्चा हुई । साथ ही नियमित टीकाकरण, मातृ शिशु स्वास्थ्य व पोषण कार्यक्रमों और राष्ट्रीय कार्यक्रमों की भी समीक्षा की गयी। इस मौके पर मुख्य विकास अधिकारी ने निर्देश दिया कि जन स्वास्थ्य शासन की प्राथमिकता है, इसके प्रति कोई भी लापरवाही नहीं होनी चाहिए। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि अभियानों और कार्यक्रमों को समन्वित प्रयासों से सुदृढ़ बनाया जाए।

मुख्य विकास अधिकारी ने निर्देश दिया कि हाई ग्रेड फीवर के रोगियों को ईटीसी में भर्ती कराया जाए और उनकी जांच रिपोर्ट को यूडीएसपी पोर्टल पर अवश्य डाला जाए। जिला महिला अस्पताल के एसएनसीयू में समुदाय स्तर से नवजात का रेफरल सुनिश्चित हो । जननी सुरक्षा योजना के लाभार्थियों का आधार सत्यापन किया जाए, मंत्रा एप पर प्रत्येक प्रसव को फीड किया जाए और जिले में होने वाली प्रत्येक मातृ शिशु मृत्यु की रिपोर्टिंग के साथ साथ उनका आॅडिट भी हो। स्टेट रिसोर्स सेंटर फॉर न्यूट्रिशन व एम्स को सहयोग कर पोषण के मामले में गोरखपुर जिले को रोल मॉडल बनाने का प्रयास होना चाहिए। यूविन पोर्टल पर सभी आशा कार्यकतार्ओं की आईडी रहे ताकि सभी सत्रों को आॅनलाइन संचालित किया जा सके और आशा कार्यकर्ता को बतौर मोबिलाइजर मिलने वाली धनराशि उनके खाते में जा सके। इसके जरिये अभिभावक खुद टीकाकरण का स्लॉट आॅनलाइन बुक करके अपने पाल्यों का टीकाकरण करवा सकते हैं।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आशुतोष कुमार दूबे ने बताया कि डीएचएस में यह भी तय हुआ कि जो बच्चे एमआर टीके की दूसरी डोज से छूट गये हैं उन्हें ढूंढ कर शत प्रतिशत टीकाकरण किया जाए । जहां भी मिजल्स बीमारी के संभावित मामले निकलें उनकी रिपोर्टिंग और वहां बचाव की कार्रवाई की जाए। नियमित टीकाकरण के प्रति उदासीन परिवारों के मन में बैठी भ्रांति को दूर कर टीकाकरण करवाएं। छाया ग्राम स्वास्थ्य स्वच्छता एवं पोषण दिवस (छाया वीएचएसएनडी) पर आवश्यक उपकरणों व दवाओं और बच्चों के वजन की जांच की व्यवस्था उपलब्ध रहे। सभी आयुष्मान आरोग्य मंदिरों में परिवार नियोजन की कम से कम पांच आवश्यक सेवाएं दी जाएं। सरकारी अस्पतालों पर संस्थागत प्रसव को बढ़ावा दिया जाए और उच्च जोखिम गर्भावस्था की पहचान कर प्रबंधन पर विशेष जोर होना चाहिए। सभी चिकित्सक टेलीकंसल्टेशन जरूर करें और जिनका प्रदर्शन लगातार खराब हो रहा हो उन पर आवश्यक कार्रवाई की जाए।

इस अवसर पर जिला अस्पताल के प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ राजेंद्र ठाकुर, एसीएमओ डॉ एके चौधरी, डॉ नंदलाल कुशवाहा, डॉ गणेश यादव, जिला कार्यक्रम अधिकारी डॉ अभिनव कुमार मिश्र, जिला मलेरिया अधिकारी अंगद सिंह, जिला महिला अस्पताल से डॉ कमलेश, जिला अस्पताल से डॉ मुकुल, डीडीएचईआईओ सुनीता पटेल, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन से डीपीएम पंकज आनंद, डीसीपीएम रिपुंजय पांडेय, डीडीएम पवन गुप्ता, क्वालिटी सहायक विजय कुमार श्रीवास्तव, सहायक आदिल फखर, डब्ल्यूएचओ, यूनिसेफ, चाई, यूपीटीएसयू और यूएनडीपी संस्थाओं के प्रतिनिगण समेत स्वास्थ्य और सहयोगी विभागों के अधिकारी व प्रतिनिधि मौजूद रहे।

मिल कर बढ़ाएं टीबी जांच की दर

डीएचएस के दौरान डीटीओ डॉ गणेश यादव ने जिले में संभावित टीबी मरीजों की अधिकाधिक जांच की बात रखी। सीडीओ ने सभी चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश दिया कि टीबी मुक्त पंचायत कार्यक्रम और टीबी उन्मूलन में समय से जांच और इलाज का विशेष ध्यान रखा जाए। हर ब्लॉक में इसकी समीक्षा की जाए और लक्षण वाले मरीजों की जांच अवश्य की जाए।

पुरुष प्रतिभागिता पर दें ध्यान

सीएमओ डॉ दूबे ने बताया कि जनसंख्या स्थिरता पखवाड़े के दौरान परिवार नियोजन कार्यक्रमों में पुरुष प्रतिभागिता बढ़ाने पर जोर दिया गया । सभी ब्लॉक से कहा गया कि पुरुषों के परामर्श पर विशेष ध्यान दें और इच्छुक पुरूष को नसबंदी की सुविधा के बारे में जानकारी दें।

वर्षों से जलनिकासी का प्रबंध नहीं लोगों में आक्रोश

खजनी गोरखपुर।तेज धूप और गर्मी से बेहाल लोग आसमान में बादल घिरते देख कर बारिश होने और मौसम बदलने की आस में प्रसन्न होकर दुआ करते हैं कि कुछ राहत मिलेगी। किंतु खजनी कस्बे के लोग बादल घिरते देखकर भयभीत हो जाते हैं। और दुआ करते हैं कि तेज बारिश न हो।यह सिलसिला वर्षों से चल रहा है। किंतु स्थानीय प्रशासन और जन प्रतिनिधियों द्वारा इस गंभीर जनसमस्या की ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। कोरे आश्वासनों से कस्बे के लोग ऊब चुके हैं।

ऐसा इसलिए है कि लगभग 3 किमी के दायरे में सिकरीगंज और बांसगांव- माल्हनपार मार्ग पर बसे खजनी कस्बे में जलनिकासी का कोई प्रबंध नहीं है। कस्बे के मुख्य रोड की ऊंचाई तथा चौंडाई 10 मीटर बढने के बाद कस्बे में बने मकान और दुकानें सडक से नीचे हैं, और पटरियों के पास तक लोग काबिज हैं। नाली न होने से बारिश होने पर घरों और दुकानों के बाहर जलभराव हो जाता है।साथ ही कस्बे तक आने वाले सभी संपर्क मार्गों तथा कई लोगों के घरों और दुकानों में पानी भर जाता है।

स्थानीय लोगों ने बताया कि कम्हरिया घाट तक जुडने वाली खजनी कस्बे की मुख्य सडक की चौंडाई अभी और बढाने की योजना प्रस्तावित है। लोकनिर्माण विभाग द्वारा सडक की दोनों पटरियों के किनारे बने मकानों पर मार्क (चिन्ह) लगाया गया है साथ ही नोटिस भी मिल चुकी है। ऐसे में लोग इंतजार कर रहे हैं कि सडक का निर्माण हो जाए और सडक कहां तक बनेगी यह निश्चित हो जाए तब अपने घरों और दुकानों के निर्माण और सुरक्षा का उपाय करें।लेकिन सडक का निर्माण अभी प्रारंभ नहीं हुआ है इस बीच एक बार फिर बारिश शुरू हो चुकी है। जलनिकासी का प्रबंध नहीं होने से लोगों में चिंता,भय के साथ ही आक्रोश भी बढ रहा है।

अनिल पांडेय, दीनानाथ मोदनवाल,प्रितम पटवा,गणेश मोदनवाल,अशोक गौड़,संतोष वर्मा, दिवाकर वर्मा,सोनू मद्धेशिया,संजय वर्मा,गोपाल गुप्ता आदि ने बताया कि विगत 5 वर्षों से इस समस्या को कई बार स्थानीय जनप्रतिनिधियों और प्रशासन को बताया जा चुका है लेकिन कोई ध्यान नहीं देता है। घरों के सीवर का पानी हो या एक ग्लास और बाल्टी का पानी लोग सडक पर लाकर फेंकते हैं।

ऐश्प्रा फाउंडेशन द्वारा जिला कारागार के पास शक्ति रसोई कक्ष एवं निःशुल्क आरओ, चिल्ड वाटर प्लांट का हुआ लोकार्पण

गोरखपुर, गुरुवार को ऐश्प्रा फाउंडेशन द्वारा गोरखपुर के जिला कारागार के निकट स्थापित शक्ति रसोई कक्ष एवं निःशुल्क आरओ और चिल्ड वाटर प्लांट का शुभारंभ किया गया। ऐश्प्रा फाउंडेशन हरी प्रसाद गोपी कृष्ण सराफ प्रा. लि. द्वारा स्थापित लोक परोपकारी संस्था है। यह लोकार्पण गोरखपुर के जिला कारागार के निकट किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में तेज प्रताप तिवारी, जनपद न्यायाधीश, गोरखपुर ने लोकार्पण किया।

इस कार्यक्रम में कृष्णा करुणेश (आईएएस), जिलाधिकारी, गोरखपुर; डॉ. गौरव ग्रोवर (आईपीएस), वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, गोरखपुर, दिलीप कुमार पाण्डेय, जेल अधीक्षक, गोरखपुर, ऐश्प्रा समूह के अतुल सराफ, अनूप सराफ, वैभव सराफ, सौमित्र सराफ, शांतनु सराफ तथा इनके साथ ऐश्प्रा समूह के अधिकारी भी उपस्थित थे।

तेज प्रताप तिवारी, जनपद न्यायाधीश, गोरखपुर ने इस अवसर पर कहा मैं ऐश्प्रा फाउंडेशन के इस प्रयास की सराहना करता हूं। स्वच्छ पेयजल आज के समय की एक बुनियादी आवश्यकता है, और यह आरओ और चिल्ड वाटर प्लांट स्थानीय समुदाय के लिए अत्यंत लाभकारी सिद्ध होगा। यह पहल समाज के कमजोर वर्गों को स्वच्छ और सुरक्षित पेयजल उपलब्ध कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।"

जिलाधिकारी (आईएएस) कृष्णा करुणेश, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक गोरखपुर (आईपीएस) डॉ. गौरव ग्रोवर तथा जेल अधीक्षक गोरखपुर दिलीप कुमार पाण्डेय ने संयुक्त रूप से कहा यह आरओ और चिल्ड वाटर प्लांट स्थानीय समुदाय के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे न केवल लोगों को शुद्ध पेयजल मिलेगा बल्कि जलजनित बीमारियों की रोकथाम में भी सहायता मिलेगी। ऐश्प्रा फाउंडेशन की यह पहल सराहनीय है और हम उम्मीद करते हैं कि भविष्य में भी ऐसी जनहितकारी योजनाएं चलती रहेंगी। समाज के कमजोर वर्गों को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराना एक महत्वपूर्ण प्रयास है, जिससे उनकी सेहत और जीवन स्तर में सुधार होगा।

अतुल सराफ ने कहा हमारा उद्देश्य समाज के हर वर्ग को स्वच्छ और सुरक्षित पेयजल उपलब्ध कराना है। इस आरओ और चिल्ड वाटर प्लांट की स्थापना से हम इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठा रहे हैं। हमें गर्व है कि ऐश्प्रा फाउंडेशन इस पहल के माध्यम से समाज की सेवा कर रहा है। स्वच्छ पेयजल की कमी के कारण अनेक लोग बीमारियों से ग्रस्त हो जाते हैं। हमारा यह प्रयास है कि कोई भी व्यक्ति इस सुविधा से वंचित न रहे। हम इस पहल को सफल बनाने के लिए सभी का सहयोग और समर्थन चाहते हैं। इस आरओ और चिल्ड वाटर प्लांट लाभ कैदियों के परिजनों को भी मिलेगा | भविष्य में भी हम इसी तरह के और भी जनहितकारी प्रोजेक्ट्स पर काम करते रहेंगे।

नौशढ़ चौराहा के पास बंद रेगुलेटर को ज्वाइंट मजिस्ट्रेट ने खुलवाया जल जमाव से मिला निजात

गोरखपुर। राप्ती नदी की बाढ़ के पानी को शहर में प्रवेश करने से रोकने के लिए नौशढ़ चौराहा से पश्चिम उत्तर मलौनी बंधे के पथरा पर लगे रेगुलेटर को सुबह ज्वाइंट मजिस्ट्रेट/ एसडीएम सदर मृणाली अविनाश जोशी ने बंद रेगुलेटर को अपने कर्मचारियों से खुलवाया। राप्ती नदी में बाढ़ आने के दौरान मलौनी बंधे पर बने रेगुलेटर को बंद कर दिया गया था।

जिससे बाढ़ का पानी शहर के अंदर ना आने पाए लेकिन बाढ़ खंड विभाग ने नौशढ़ चौराहा से पश्चिम उत्तर मलौनी बंधे के पथरा पर लगे रेगुलेटर को बंद ही रखा बाढ़ खंड विभाग को यह नहीं मालूम की बरसात का पानी शहर में भरने के बाद कैसे निकलेगा लेकिन ज्वाइंट मजिस्ट्रेट/ एसडीएम सदर मृणाली अविनाश जोशी ने सुबह बरसात में ही बांधों का निरीक्षण करने पहुंच गए तो देखा कि नौशढ़ चौराहा से पश्चिम उत्तर मलौनी बंधे के पथरा पर लगे रेगुलेटर बंद था जिससे शहर का पानी निकासी नहीं हो रहा था और शहर में जल जमाव की स्थिति उत्पन्न हो गई थी।

जिसको तत्काल अपने कर्मचारियों के द्वारा बंद फाटक को तत्काल खुलवाया जिससे शहर का पानी राप्ती नदी में चला गया और जल जमाव की स्थिति समाप्त हुई। अगर समय रहते जॉइन माय स्टेट में फाटक नहीं खुलवाया होता तो शहर वासियों को जल जमाव से निजात नहीं मिल पाता।फाटक बंद होने से शहर के नालों के पानी की निकासी पूरी तरह से बंद हो गई थी। कई मोहल्लों में नालों का पानी फैल गया था फाटक खुलने से पानी का निकासी हो सका।

सड़क पर मौत बन कर लटक रहा हाईटेंशन बिजली का पोल, सांसे रोक कर गुजरते हैं इस मार्ग के यात्री

खजनी गोरखपुर। कस्बे से जाने वाले रामपुर पांडेय मार्ग पर पल्हीपार बाबू गांव के नेटुआन डेरा मोड के समीप सड़क के किनारे सूखे पेड़ के बगल में और नीचे खेत में गड़े दो तिरछे लटकते हाई वोल्टेज वाले बिजली के पोल इस मार्ग से होकर गुजरने वाले यात्रियों के लिए अनचाही मौत का सामान बने हुए हैं। लटकते बिजली के पोल देख कर सड़क से गुजरने वाले यात्रियों की सांसें थम जाती हैं, और लोग ईश्वर से प्रार्थना करते हुए निकलते हैं।

किंतु बिजली विभाग इस गंभीर समस्या के प्रति लापरवाह बना हुआ है। स्थानीय लोगों ने बताया कि यह समस्या पिछले कई महीनों से बनी हुई है। अब बारिश भी शुरू हो गई है जमीन गीली होने के बाद तेज हवाओं और बारिश होने पर पोल गिरने की संभावना बनी हुई है। मार्ग से होकर गुजरने वाले शशीकांत, रामसेवक, मनोज, संजय, सुशील, ओंकार, मयंक आदि ने बताया कि सड़क पर लटकता बिजली का पोल किसी बड़े हादसे को दावत दे रहा है। बिजली विभाग के अधिकारी कर्मचारी लटकते बिजली के पोल को ठीक कराने में कोई दिलचस्पी नहीं ले रहे हैं।

इस संदर्भ में अवर अभियंता राजेश कुमार कन्नौजिया ने बताया कि जानकारी नहीं है, जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी।

पेट्रोल पंप पर ग्राहकों को मिला पानी, बढ़ी परेशानी

गोरखपुर। गोलघर काली मंदिर स्थित गणेश दास रामगोपाल इंडियन पेट्रोल पंप का है पूरा मामला. बीती रात मूसलाधार बारिश की वजह से पेट्रोल टंकी में पानी जाने की बात कह रहे कर्मचारी. दर्जनों की संख्या में पहुंचे ग्राहकों ने जमकर काटा बवाल. मौके पर पहुंचे सप्लाई ऑफिस के अधिकारियों ने संभाला मोर्चा. ग्राहकों की शिकायत पर सप्लाई विभाग व इंडियन ऑयल जांच में जुटा. ग्राहकों ने कहा पहले भी इस पेट्रोल पंप पर शिकायत मिलने पर हुई थी कार्रवाई. हाथों में बोतल धाम पेट्रोल पंप पहुंचे ग्राहक. कर्मचारी हुए रफू चक्कर शहर में बना चर्चा का विषय।

नौ माह से पांच साल तक बच्चों के लिए नौ बार विटामिन ए की खुराक अनिवार्य

गोरखपुर। ह्यह्यनौ माह से पांच साल तक के बच्चों को कुल नौ बार विटामिन ए की खुराक लेना अनिवार्य है। इसकी पहली खुराक नौ से बारह माह की उम्र में एमआर टीके के प्रथम डोज के साथ आधा चम्मच दी जाती है। दूसरी खुराक सोलह से चौबीस माह की उम्र के बीच एक पूरा चम्मच एमआर टीके के दूसरी डोज के साथ दी जाती है । साथ ही दो वर्ष से पांच वर्ष की उम्र तक के बच्चों को हर छह माह पर पूरा चम्मच दवा पिलाना अनिवार्य है। एक पूरा चम्मच दो मिलीलीटर का होता है, जबकि आधा चम्मच एक मिलीलीटर का होता है।

इस अपील के साथ जिले भर में बुधवार से विटामिन ए सम्पूरण माह की शुरूआत की गयी, जिसके तहत एक माह के भीतर 5.76 लाख बच्चों को दवा पिलायी जाएगी । दवा की यह खुराक नियमित टीकाकरण के साथ ही दी जाएगी। पिछले साल दिसम्बर में चले अभियान में करीब 92 फीसदी बच्चों को यह दवा पिलायी गयी थी। अभियान का शुभारंभ मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आशुतोष कुमार दूबे और जिला महिला अस्पताल के प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ जय कुमार ने जिला महिला अस्पताल के ओपीडी ब्लॉक से किया । वहां एक दर्जन बच्चों को दवा पिलाई गई और उन्हें खिलौने भी दिये गये।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने इस अवसर पर बताया कि विटामिन ए की खुराक बच्चों को कुपोषण, मिजल्स, डायरिया और रतौंधी से बचाती है । यह बच्चे के विकास में मददगार है। इसके सेवन से निमोनिया और डायरिया का खतरा कम हो जाता है। शरीर में विटामिन ए की कमी से रोग प्रतिरोधक क्षमता घटती है। आंख कमजोर होने की आशंका होती है। इसकी कमी से बच्चे के शरीर बढ़ने में भी कमी आ सकती है। बच्चे को कमजोरी महसूस होती है। उन्होंने बताया कि प्रत्येक बुधवार और शनिवार को नियमित टीकाकरण और छाया ग्राम स्वास्थ्य स्वच्छता व पोषण दिवस के सत्र स्थल पर बच्चों को विटामिन ए की खुराक दी जाएगी । आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ऐसे बच्चों को उनके अभिभावकों के साथ सत्र स्थल पर लेकर आएंगी। हर छह माह पर बच्चों को दवा पिलाई जा सके, इसी वजह से यह अभियान प्रत्येक छह माह के अंतराल पर चलाया जाता है।

इस मौके पर जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ नंदलाल कुशवाहा ने बताया कि जिन गांवो में मिजल्स का कोई भी केस निकलता है वहां लक्षणयुक्त बच्चों को विटामिन ए की दो अतिरिक्त खुराक पिलाई जाती है। इस बीमारी से बचाव में विटामिन ए की महत्वपूर्ण भूमिका है । यह दवा शिशु मृत्यु दर को कम करने में सहयोगी है। यह दवा मिजल्स होने की स्थिति में मृत्यु दर और जटिलता को कम करती है।

डॉ कुशवाहा ने बताया कि इस बार के अभियान में नौ माह से बारह माह तक के 65000 बच्चों, एक से दो वर्ष तक एक लाख तेईस हजार बच्चों और दो वर्ष से पांच वर्ष तक के तीन लाख अठासी हजार बच्चों को गोरखपुर जिले में दवा पिलाई जाएगी।

इस अवसर पर बाल रोग विशेषज्ञ डॉ अजय देवकुलियार, जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी केएन बरनवाल, सहायक शोध अधिकारी अजीत सिंह, क्वालिटी मैनेजर डॉ कमलेश, मैट्रन सीके वर्मा, यूनीसेफ के डीएमसी डॉ हसन फहीम, डब्ल्यूएचओ के सर्विलांस मेडिकल आॅफिसर डॉ विनय शंकर, यूएनडीपी संस्था के प्रतिनिधि पवन कुमार सिंह और यूपीटीएसयू व जेएसआई संस्थाओं के प्रतिनिधिगण एवं एनएचएम से आदिल फखर मौजूद रहे।

सुरक्षित है यह दवा

जिला महिला अस्पताल में दवा का सेवन करने वाले दो वर्षीय विवांश अग्रहरी की मां पूजा अग्रहरि ने बताया कि वह बच्चे का नियमित टीकाकरण जिला महिला अस्पताल में ही करवाती हैं। महानगर के बिछिया क्षेत्र की रहने वाली पूजा का कहना है कि विवांश का जन्म इसी अस्पताल में हुआ था और उन्हें अस्पताल के स्टॉफ नर्सेज द्वारा बताया गया था कि यहां टीकाकरण की अच्छी सुविधा है। वह बुधवार को भी बच्चे के टीकाकरण के लिए आई थीं । उन्हें बताया गया कि विटामिन ए की दवा भी पिलाई जाएगी। इस दवा से बच्चे की रोग प्रतिरोधक क्षमता का विकास होता है और कई बीमारियों से बचाव भी होता है। यह दवा पहले भी विवांश को पिलाई जा चुकी है। यह सुरक्षित और असरदार है।