गंभीर बीमारी से पीड़ित महिला को रक्त दे कर बचाई जान
सम्भल। कहावत है कि मारने वाले से बचाने वाला बड़ा होता है प्रत्येक मनुष्य को समय-समय पर रक्तदान अवश्य करना चाहिए। कहा जाता है कि सभी दानों से बढ़कर यह महादान होता है जिसको कहा जाता है रक्तदान। ऐसा ही एक प्रकरण चंदौसी से सामने आया जहां पर एक महिला मधु निवासी दवतरा बदायूं को बी निगेटिव रक्त की जरूरत थी जो कि बहुत दुर्लभ होता है रक्त कही नही मिल रहा था और महिला मरीज का हीमोग्लोबिन मात्र 5 .2 रह गया और प्लेटलेट्स भी बहुत कम हो गयी थी।
मरीज के तीमारदारों को दुर्लभ रक्त समूह होने की बजह से कही भी रक्त नही मिल पा रहा था जिसकी बजह से महिला का जीवन खतरे में था तभी सोशल मीडिया के माध्यम से जीवन रक्तदाता संस्था के अनुज वार्ष्णेय अन्नू से सम्पर्क किया अनुज वार्ष्णेय अन्नू ने तुरंत रक्तवीर पवन गुप्ता अजमेर को बुला कर महिला को रक्त दिलवाकर जान बचाई और एक मानवता की मिसाल पेश की ।अनुज वार्ष्णेय अन्नू ने कहा प्रत्येक स्वस्थ व्यक्ति को प्रत्येक तीन महीने बाद रक्तदान करना चाहिए। नियमित रक्तदान करने से रक्त का धक्का नही जमता है और कोलैस्ट्रॉल भी कंट्रोल रहता है।
Jun 25 2024, 18:53