लोग डॉक्टर को भगवान का दर्जा दिए है परंतु यहाँ डॉक्टर- शैतान का रूप में है देखिए
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18वीं लोकसभा का हंगामेदार आगाज, INDIA गठबंधन के सांसदों ने संविधान की प्रति लेकर किया विरोध प्रदर्शन
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18वीं लोकसभा का पहला सत्र शुरू हो गया है। जैसा की आशंका जताई जा रही थी, वैसे ही सत्र की हंगामेदार शुरूआत हुई है।विपक्ष का संसद भवन में विरोध प्रदर्शन देखने को मिला। उसने सरकार पर संविधान तोड़ने का आरोप लगाया।18वीं लोकसभा के पहले सत्र के पहले दिन सोमवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और कैबिनेट मंत्रियों के बाद राज्य मंत्रियों ने सदन की सदस्यता की शपथ ग्रहण की।
प्रोटेम स्पीकर की शपथ के बाद 10 बजकर 30 मिनट पर सदन की कार्रवाई शुरू हुई। सबसे पहले सांसदों की शपथ का कार्यक्रम शुरू हुआ। पीएम मोदी ने सदन के नेता के तौर पर सबसे पहले शपथ लेने पहुंचे। इसके बाद राजनाथ सिंह, अमित शाह और अन्य केंद्रीय मंत्री एक-एक शपथ लेने पहुंचे। जब केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान शपथ के लिए पहुंचे तो विपक्ष ने नीट, नीट, नीट और शेम शेम शेम बोलते हुए नारेबाजी की। सभी विपक्षी सांसदों ने उनका जमकर विरोध किया।
इससे पहले विपक्ष के सभी सांसदों ने हाथों में संविधान की काॅपी लेकर विरोध किया। संसद सत्र शुरू होने से पहले इंडिया गठबंधन के सभी सांसद संसद भवन में गांधी प्रतिमा के सामने एकत्रित हुए और उन्होंने संविधान की कॉपी लेकर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान कांग्रेस की दिग्गज नेता सोनिया गांधी भी विरोध प्रदर्शन में मौजूद थीं और उन्होंने भी संविधान की कॉपी लहराई। उन्होंने कहा कि संसद में संविधान बोलेगा। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि लोकतांत्रिक परंपरा को खत्म किया जा रहा है। इस विरोध प्रदर्शन में समाजवादी पार्टी भी शामिल हुई।
वहीं, संसद सत्र की शुरुआत से पहले पीएम मोदी ने कांग्रेस पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि कल आपातकाल के 50 साल पूरे हो जाएंगे। इस दिन लोकतंत्र पर काला धब्बा लगा था। इमरजेंसी में देश को जेलखाना बना दिया था। इसके साथ ही उन्होंने विपक्ष पर कड़े प्रहार किए। पीएम मोदी ने कहा कि देश को अच्छे विपक्ष की आवश्यकता है। उम्मीद है विपक्ष इस बार सार्थक चर्चा करेगा और लोकतंत्र की गरिमा बनाए रखेगा। हम जनता का विश्वास और मजबूत करेंगे। हमारे पास दो बार सरकार चलाने का अनुभव है। लोग नहीं चाहते कि संसद में नखरे और ड्रामा हो। पीएम ने कहा कि माननीय सभी सांसदों से देश को बहुत अपेक्षाएं हैं. मैं उनसे अपील करूंगा कि वे जनहित के मुद्दे उठाएं।
कई राज्यों में बारिश से भारी तबाही, अरुणाचल में फटा बादल, असम में बाढ़ से लाखों लोग प्रभावित, 37 लोगों की मौत
पूर्वोत्तर के राज्यों में बारिश ने तबाही मचाई हुई है। असम में बाढ़ के कारण 10 जिलों में एक लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हैं। वहीं, अरुणाचल प्रदेश के ईटानगर में रविवार को बादल फटने से कई स्थानों पर भूस्खलन हुआ और बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। असम की बाढ़ को लेकर राज्य के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा है कि राज्य में बाढ़ की स्थिति लगातार गंभीर बनी हुई है और 10 जिलों में 1.17 लाख से अधिक आबादी प्रभावित है। इस साल बाढ़ और लैंडस्लाइड से मरने वालों का आंकड़ा 37 हो गया है। बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए सरकार ने 100 रिलीफ कैंप लगाए हैं। राहत सामग्री देने के लिए 125 सेंटर बनाए हैं।
उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि इन जिलों के 27 राजस्व क्षेत्र के 968 गांव बाढ़ से जलमग्न हो गए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि अधिकारी वर्तमान में 134 राहत शिविर और 94 राहत वितरण केंद्र संचालित कर रहे हैं, जहां कुल 17,661 लोगों ने शरण ले रखी है। असम राज्य के आपदा प्रबंधन प्राधिकारी (एएसडीएमए) के अनुसार, हालांकि दो लोगों की मौत हो गई, लेकिन शनिवार को बाढ़ प्रभावितों की संख्या घटने के साथ स्थिति में मामूली सुधार हुआ है।
वहीं, अरुणाचल प्रदेश के ईटानगर में रविवार को बादल फटा है। जिसके बाद भूस्खलन हुआ और बाढ़ जैसे हालात बन गए। प्रदेश में पिछले कुछ हफ्तों से भारी बारिश हो रही है, लेकिन पिछले दो दिनों में स्थिति में सुधार हुआ है।अधिकारियों ने बताया कि रविवार को बारिश का कोई पूर्वानुमान नहीं जताया गया था।
आपदा प्रबंधन विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि सुबह करीब साढ़े दस बजे बादल फटने की घटना के बाद ईटानगर के कई हिस्सों में और उसके आसपास के इलाकों से भूस्खलन की खबरें हैं। राष्ट्रीय राजमार्ग 415 के कई हिस्सों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। भारी बारिश के कारण ‘एनर्जी पार्क’ और बैंक तिनाली इलाकों के पास के घरों में पानी भर गया। जिला प्रशासन ने लोगों को नदियों या भूस्खलन संभावित क्षेत्रों के पास न जाने की सलाह दी है और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी गई है।
देश के लगभग आधे से ज्यादा राज्यों में मॉनसून की एंट्री हो चुकी है। वहीं कुछ राज्यों में प्री-मॉनसून गतिविधियां शुरू हो गई हैं, जिससे लोगों को चिलचिलाती गर्मी और लू से राहत मिली है। मौसम विभाग की मानें तो आज यानी 24 जून को कर्नाटक, तमिलनाडु, गुजरात, महाराष्ट्र और गोवा में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। वहीं बिहार और झारखंड में 25 जून को अति भारी वर्षा का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इसके अलावा पंजाब, हरियाणा और राजस्थान कुछ हिस्सों में अभी भी हीटवेव का प्रकोप जारी है।
प्रोटेम स्पीकर की नियुक्ति पर भाजपा सांसद संबित पात्रा ने कहा -ब्यान-कहा यह नियुक्ति एक परंपरा के तहत हुई है
, "प्रोटेम स्पीकर की नियुक्ति को लेकर चल रही विवाद पर भाजपा सांसद संबित पात्रा ने कहा कि -"प्रोटेम स्पीकर की नियुक्ति एक परंपरा के तहत होती है, कानून के जरिए नहीं... यह भारत में आजादी के बाद से चली आ रही एक लंबी परंपरा है।
अब कांग्रेस इस प्रक्रिया को बाधित करने की कोशिश कर रही है। भर्तृहरि महताब लगातार सातवीं बार सांसद के रूप में काम कर रहे हैं। परंपरा के अनुसार सबसे लंबे समय तक लगातार सेवा देने वाले सांसद को प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किया जा सकता है। इसलिए, इस 18वीं लोकसभा में भर्तृहरि महताब प्रोटेम स्पीकर बनने के योग्य हैं।
जहां तक (कांग्रेस सांसद) के सुरेश का सवाल है, वे लगातार 8 बार सांसद रह चुके हैं। सुरेश का यह लगातार चौथा कार्यकाल है। हालांकि, भर्तृहरि महताब का यह लगातार सातवां कार्यकाल है। इसलिए, परंपरा का कोई उल्लंघन नहीं हुआ है।"
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कई राज्यों में बारिश से भारी तबाही, अरुणाचल में फटा बादल, असम में बाढ़ से लाखों लोग प्रभावित, 37 लोगों की मौत
पूर्वोत्तर के राज्यों में बारिश ने तबाही मचाई हुई है। असम में बाढ़ के कारण 10 जिलों में एक लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हैं। वहीं, अरुणाचल प्रदेश के ईटानगर में रविवार को बादल फटने से कई स्थानों पर भूस्खलन हुआ और बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। असम की बाढ़ को लेकर राज्य के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा है कि राज्य में बाढ़ की स्थिति लगातार गंभीर बनी हुई है और 10 जिलों में 1.17 लाख से अधिक आबादी प्रभावित है। इस साल बाढ़ और लैंडस्लाइड से मरने वालों का आंकड़ा 37 हो गया है। बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए सरकार ने 100 रिलीफ कैंप लगाए हैं। राहत सामग्री देने के लिए 125 सेंटर बनाए हैं।
उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि इन जिलों के 27 राजस्व क्षेत्र के 968 गांव बाढ़ से जलमग्न हो गए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि अधिकारी वर्तमान में 134 राहत शिविर और 94 राहत वितरण केंद्र संचालित कर रहे हैं, जहां कुल 17,661 लोगों ने शरण ले रखी है। असम राज्य के आपदा प्रबंधन प्राधिकारी (एएसडीएमए) के अनुसार, हालांकि दो लोगों की मौत हो गई, लेकिन शनिवार को बाढ़ प्रभावितों की संख्या घटने के साथ स्थिति में मामूली सुधार हुआ है।
वहीं, अरुणाचल प्रदेश के ईटानगर में रविवार को बादल फटा है। जिसके बाद भूस्खलन हुआ और बाढ़ जैसे हालात बन गए। प्रदेश में पिछले कुछ हफ्तों से भारी बारिश हो रही है, लेकिन पिछले दो दिनों में स्थिति में सुधार हुआ है।अधिकारियों ने बताया कि रविवार को बारिश का कोई पूर्वानुमान नहीं जताया गया था।
आपदा प्रबंधन विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि सुबह करीब साढ़े दस बजे बादल फटने की घटना के बाद ईटानगर के कई हिस्सों में और उसके आसपास के इलाकों से भूस्खलन की खबरें हैं। राष्ट्रीय राजमार्ग 415 के कई हिस्सों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। भारी बारिश के कारण ‘एनर्जी पार्क’ और बैंक तिनाली इलाकों के पास के घरों में पानी भर गया। जिला प्रशासन ने लोगों को नदियों या भूस्खलन संभावित क्षेत्रों के पास न जाने की सलाह दी है और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी गई है।
देश के लगभग आधे से ज्यादा राज्यों में मॉनसून की एंट्री हो चुकी है। वहीं कुछ राज्यों में प्री-मॉनसून गतिविधियां शुरू हो गई हैं, जिससे लोगों को चिलचिलाती गर्मी और लू से राहत मिली है। मौसम विभाग की मानें तो आज यानी 24 जून को कर्नाटक, तमिलनाडु, गुजरात, महाराष्ट्र और गोवा में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। वहीं बिहार और झारखंड में 25 जून को अति भारी वर्षा का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इसके अलावा पंजाब, हरियाणा और राजस्थान कुछ हिस्सों में अभी भी हीटवेव का प्रकोप जारी है।
बड़ी खबर: जोधपुर में भड़की हिंसा पर पुलिस की कड़ी नजर, दंगाइयों की पहचान के लिए ड्रोन कैमरा से किया जा रहा निगरानी
जोधपुर में पिछले 21 जून को भड़की हिंसा के बाद स्थिति नियंत्रण में है.स्थिति पर नज़र रखने के लिए तथा दंगाइयों की पहचान करने और छतों पर रखे पत्थरों का पता लगाने के लिए ड्रोन से निगरानी किया जा रहा है. कट्टरपंथियों ने हनुमान मंदिर के सामने ईदगाह का दूसरा गेट खोलने की कोशिश की थी।
इस पुरे घटनाक्रम में एक हिंदू महिला की एक आंख की रोशनी चली गई है।
हिंसा के दौरान एक दुकान और एक ट्रैक्टर को आग के हवाले कर दिया गया। कई पुलिस अधिकारी भी घायल हुए।
तीसरे कार्यकाल में 3 गुना काम करेंगे, देश को एक अच्छे विपक्ष की अपेक्षा...PM मोदी ने 15 दिन में आज दूसरी बार ली शपथ
लोकसभा चुनाव के नतीजों के ऐलान के बाद भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने लगातार तीसरी बार सरकार बनाई। नरेंद्र मोदी ने 9 जून को लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री के रूप में पद और गोपनीयता की शपथ ली थी। नरेंद्र मोदी ने अब 16 दिन के भीतर दूसरी बार शपथ ली है। अंतर इतना है कि 9 जून को नरेंद्र मोदी लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली थी और अब 24 जून को यानि आज उन्होंने लगातार तीसरी बार संसद सदस्य के रूप में शपथ ली।
18वीं लोकसभा का पहला सत्र शुरू हो गया है। सबसे पहले सदन में राष्ट्रगान हुआ, उसके बाद पिछले सदन के दिवंगत सदस्यों को श्रद्धांजलि दी गई। इसके बाद पीएम मोदी ने लोकसभा सदस्य की शपथ ली। पीएम मोदी ने लोकसभा सत्र को लेकर कहा कि लोगों ने हमारी सरकार को तीसरे कार्यकाल के लिए जनादेश दिया है, हमारी नीतियों, इरादों पर सहमति की मुहर लगायी है। हम हमेशा सभी को साथ लेकर चलने, देश की सेवा करने के लिए आम सहमति बनाने, लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करने का प्रयास करेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को संबोधित किया। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि संसदीय लोकतंत्र के लिए आज का दिन गौरव का दिन है। विकसित भारत के संकल्प के साथ आज से संसद के सत्र का आगाज हो रहा है। देश की जनता ने लगातार तीसरी बार किसी सरकार पर भरोसा किया है। आजादी के बाद दूसरी बार ऐसा हुआ है। इसका मतलब है कि उन्होंने सरकार की नीति और नीयत पर मुहर लगाई है। मैं इसके लिए हृदय से आभार व्यक्त करता हूं।
पीएम मोदी ने कहा कि सरकार चलाने के लिए बहुमत जरूरी है, लेकिन देश चलाने के लिए आम सहमति जरूरी है। हर किसी की सहमति से देश को आगे लेकर चलना है। उन्होंने कहा कि तीसरे कार्यकाल में तीन गुना ज्यादा काम करेंगे। देश को अच्छे विपक्ष की आवश्यकता है। उम्मीद है विपक्ष इस बार सार्थक चर्चा करेगा और लोकतंत्र की गरिमा बनाए रखेगा। हम जनता का विश्वास और मजबूत करेंगे। हमारे पास दो बार सरकार चलाने का अनुभव है. लोग नहीं चाहते कि संसद में नखरे और ड्रामा हो।
शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान का नाम जब शपथ के लिए बुलाया गया तो विपक्ष ने NEET-NEET, शेम-शेम बोलना शुरू कर दिया। विपक्ष NEET पेपर धांधली में उनके इस्तीफे की भी मांग कर चुका है। जानकारी के लिए आपको बता दें कि, संसद में आज और कल नए सांसद शपथ लेंगे। इससे पहले भाजपा सांसद भर्तुहरि महताब को सोमवार सुबह 10 बजे राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने प्रोटेम स्पीकर की शपथ दिलाई। इस दौरान संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू राष्ट्रपति भवन में मौजूद थे।
नौ महीने में पूरी तरह से बनकर तैयार हो जाएगा श्रीराम मंदिर, रोजाना 1 लाख लोग कर रहे प्रभु श्री राम के दर्शन
अयोध्या के राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र ने रविवार को मंदिर निर्माण के कार्यों की समीक्षा की। चल रहे कार्यों का निरीक्षण भी किया। इसके बाद पत्रकारों को बताया कि राम मंदिर के प्रथम तल का निर्माण 90 फीसदी पूरा हो चुका है। आगामी जुलाई तक प्रथम तल पूरी तरह तैयार हो जाएगा। इसके बाद प्रथम तल पर राम दरबार की स्थापना की जाएगी। मार्च 2025 तक परकोटे समेत राम मंदिर का निर्माण पूरा कर लिया जाएगा। मार्च तक निर्मार्ण का कोई काम बाकी नहीं रह जाएगा।
नृपेंद्र ने बताया कि प्रथम तल पर स्थापित होने वाले राम दरबार की मूर्तियां संगमरमर की होंगी। इसके लिए राजस्थान के चार मूर्तिकारों से बात हुई है। टेंडर भी निकाला जा चुका है। इसी माह के अंत तक टेंडर खुल जाएगा। फिर मूर्ति निर्माण के लिए मूर्तिकार का चयन होगा। भीषण गर्मी के बावजूद रामलला के दरबार में भक्तों की भीड़ उमड़ रही है। रामजन्मभूमि पथ से लेकर मंदिर परिसर तक भक्तों के लिए विभिन्न सुविधाएं विकसित की गई हैं। इस समय रामलला के दरबार में रोजाना एक लाख भक्त दर्शन कर रहे हैं। प्राण प्रतिष्ठा के बाद अब तक करीब दो करोड़ लोग रामलला के दरबार में हाजिरी लगा चुके हैं। पहले दिन की बैठक में राममंदिर निर्माण की प्रगति की समीक्षा व संग्रहालय निर्माण पर मंथन हुआ है।
राम मंदिर में चंदन टीका लगाने व चरणामृत देने पर लगी रोक संबंधित खबर वायरल होने के बाद ट्रस्ट ने इसका खंडन किया है। शनिवार को पहले राम मंदिर ट्रस्ट के सदस्य डॉ. अनिल मिश्र ने वायरल खबर का खंडन किया था। साफ कहा था कि राम मंदिर में चंदन टीका व चरणामृत देने पर कोई रोक नही लगाई गई है। अब मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र ने भी इसको लेकर बयान जारी किया है।
राम मंदिर निर्माण समिति की बैठक में शामिल होने अयोध्या पहुंचे निर्माण समिति के चेयरमैन नृपेंद्र मिश्र ने रविवार को कहा कि चंदन टीका और चरणामृत नहीं दिया जाना है, यह भ्रामक बात है। किसी प्रकार की रोक नहीं लगाई गई है। सबसे सामान व्यवहार किया जा रहा है। पहले भी श्रद्धालुओं को चंदन टीका व चरणामृत नहीं दिया जाता रहा है, क्योंकि यह संभव नहीं है। केवल कुछ विशेष लोगों को जो वीआईपी मार्ग से दर्शन करने आते थे, उनको टीका लगा दिया जाता था। टीका व भगवान का जल यानी चरणामृत नहीं दिया जा रहा है, यह कहना पूरी तरह भ्रामक है। किसी प्रकार की नई रोक नहीं लगाई गई है।
रात में कमरे में बुलाते हैं इंस्पेक्टर, कहते हैं मेरे साथ...महिला SI ने इंस्पेक्टर पर लगाए गंभीर आरोप, पुलिस विभाग में मचा हड़कंप
एक इंस्पेक्टर पर महिला एसआई ने गंभीर आरोप लगाया है। महिला दारोगा का कहना है कि रात में इंस्पेक्टर मुझे बुलाते हैं और कहते हैं कि बहुत गर्मी है आज मेरे साथ सो जाओ, विरोध करने पर धमकी देते हैं। आरोप लगने के बाद पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया है। आरोपों की जांच में प्रथमदृष्टया मामला सही पाया गया है। इंस्पेक्टर को निलंबित कर दिया गया है। पूरा मामला उत्तर प्रदेश के आगरा का है। आगरा शहर के एत्माद्दौला थाना प्रभारी दुर्गेश कुमार मिश्र पर ट्रेनी महिला दरोगा ने गंभीर आरोप लगाए। आरोप है कि इंस्पेक्टर साहब एसी वाले कमरे पर बुलाते है। कहते है कि गर्मी बहुत है। यही मेरे कमरे पर सोया करो। महिला ट्रेनी महिला दरोगा का आरोप है कि थाना में 17 मार्च को आमद कराई जिसके बाद से ही इंस्पेक्टर लगातार अश्लील कमेंट करते रहते थे। अपने ऑफिस में बैठाकर अश्लील बाते करते है और विरोध करने पर धमकी देते है। आरोप है कि मोबाइल फोन पर अश्लील मैसेज करते है। ट्रेनी महिला दरोगा ने आखिरकार तंग आकर आगरा पुलिस कमिश्नर जे रविंद्र गौड़ से शिकायत की। ट्रेनी महिला दरोगा का आरोप है इंस्पेक्टर रात में कॉल करके कमरे में बुलाते हैं। वहीं ट्रेनी महिला का कहना है कि होली पर तो इंस्पेक्टर ने तो सारी हदें पार कर दी। होली पर अपने ऑफिस में बैठाया और फिर अश्लील बातें करने लगे और फिर पास आ गए। आराेप है कि जबरदस्ती अश्लील हरकतें करने लगे। जिसका विरोध किया तो धमकी देने लगे कहा कि अगर मेरी बात नहीं मानी तो रिपोर्ट लगा दूंगा। नई नौकरी लगी है छूट जाएगी। किसी कुछ भी बताना नहीं। अपने घरवालों से शादी की मना कर दो। मैं तुमसे शादी करना चाहता हूं जब ट्रेनी महिला दरोगा को छुट्टी पर अपने घर जाना था तो छुट्टी पर भी जाने से मना कर दिया। मेरे मोबाइल की गलत तरीके से लोकेशन निकाली गई। डीसीपी सिटी सूरज कुमार राय ने बताया कि प्रशिक्षु महिला दारोगा ने एत्मादउद्दौला थाना के इंस्पेक्टर पर गंभीर आरोप लगाए हैं। जिसकी लिखित शिकायत भी की गई है। इस शिकायत से पहले महिला दरोगा की भी एक शिकायत मिली थी। दोनों प्रकरण की एसीपी एत्मादपुर सुकन्या शर्मा जांच कर रही हैं। उन्हें दो दिन में रिपोर्ट देनी हैं। एसीपी एत्मादपुर सुकन्या शर्मा की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट पर इंस्पेक्टर और थाने के एक एसआई को निलंबित कर दिया है।
Jun 24 2024, 15:28