दो और आईपीएस अधिकारियों का हुआ तबादला
लखनऊ । प्रदेश में तबादलों का दौर जारी है। सोमवार की सुबह दो आईपीएस अधिकारियों का तबादला हुआ। आजमगढ़ के पुलिस महानिरीक्षक अखिलेश कुमार को पुलिस महानिरीक्षक लखनऊ ईओडब्लू के पद पर तैनाती मिली है। इसी तरह पुलिस उपमहानिरीक्षक लखनऊ वैभव कृष्णा को पुलिस उपमहानिरीक्षक आजमगढ़ बनाया गया है। इन दोनों अधिकारियों को तत्काल कार्यभार ग्रहण कराने के निर्देश दिए गए हैं। 

शनिवार को हुए थे 16 तबादले

शनिवार को प्रदेश सरकार ने 16 वरिष्ठ अधिकारियों का तबादला कर दिया है। साथ ही तीन आईएएस अधिकारियों का भी तबादला हुआ है।  करीब दो साल से तैनात लखनऊ के पुलिस कमिश्नर एसबी शिराडकर और प्रयागराज के कमिश्नर रमित शर्मा समेत कुल 16 आईपीएस अधिकारियों का तबादला किया गया है। इनमें एडीजी और आईजी स्तर के कई अधिकारी शामिल हैं। लखनऊ जोन के एडीजी अमरेन्द्र सेंगर को शिराडकर के स्थान पर पुलिस कमिश्नर और शिराडकर को सेंगर के स्थान पर एडीजी लखनऊ जोन बनाया गया है। इसी तरह लखनऊ रेंज के आईजी तरुण गाबा को प्रयागराज का नया पुलिस कमिश्नर बनाया गया है।

पुलिस मुख्यालय की ओर से जारी आदेश के मुताबिक रमित शर्मा को बरेली जोन का एडीजी नियुक्त किया गया है। रमित शर्मा पहले बरेली में आईजी रह चुके हैं। यहां से प्रयागराज कमिश्नरी के गठन के बाद रमित शर्मा को वहां का पहला पुलिस कमिश्नर बनाया गया था। तभी से वह जमे थे। वहीं, प्रेम चंद्र मीना को एडीजी बरेली जोन से हटाकर एडीजी व सीएमडी पुलिस आवास निगम बनाया गया है। जबकि हाल में केन्द्रीय प्रतिनियुक्ति से लौटे विनोद कुमार सिंह को एडीजी साइबर क्राइम की जिम्मेदारी सौंपी गई है। वहीं, एडीजी रेलवे के पद से जयनारायण सिंह को हटाकर पीटीसी सीतापुर भेजा गया है। उनके स्थान पर एडीजी व सीएमडी पुलिस आवास निगम रहे प्रकाश डी को एडीजी रेलवे बनाया गया है।



एडीजी विशेष सुरक्षा बल एलवी एंटनी देव कुमार को एडीजी सीबीसीआईडी की जिम्मेदारी दी गई है। जबकि एडीजी सुरक्षा रघुबीर लाल को एडीजी विशेष सुरक्षा बल का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। एडीजी सीबीसीआईडी रहे के सत्यानारायण को एडीजी यातायात एवं सड़क सुरक्षा बनाया गया है और इस पद पर तैनात बीडी पॉल्सन प्रशिक्षण निदेशालय में एडीजी बनाया गया है ।



तीन आईएएस अफसरों का तबादला
प्रदेश सरकार ने शनिवार को तीन आईएएस अधिकारियों का तबादला कर दिया। अपर महानिदेशक कारागार चित्रलेखा सिंह को विशेष सचिव, कृषि उत्पादन आयुक्त शाखा बनाया गया है। विशेष सचिव वित्त समीर को अपर महानिदेशक कारागार बनाया गया है। विशेष सचिव, कृषि उत्पादन आयुक्त शाखा अमरनाथ उपाध्याय को राजस्व परिषद में सदस्य न्यायिक की जिम्मेदारी दी गई है।
अग्निवीर बनने के लिए सुनहरा मौका, आज से इन जिलों में भर्ती शुरू
लखनऊ । यदि आप अग्निवीर बनना चाहते हैं तो यह खबर आपके काम की है। मुख्यालय भर्ती क्षेत्र लखनऊ के तत्वावधान में सोमवार से अयोध्या के डोगरा रेजिमेंटल सेंटर ग्राउंड पर अग्निवीर भर्ती रैली आयोजित की जाएगी, जो दो जुलाई तक चलेगी। रैली की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।



मध्य कमान के जनसंपर्क अधिकारी शांतनु प्रताप सिंह ने बताया कि रैली में फिजिकल फिटनेस टेस्ट होगा, जिसमें 1.6 किमी दौड़, जिगजैग बैलेंस, नौ फीट कूद और बीम शामिल रहेगा। इस टेस्ट को पास करने वालों का शारीरिक माप परीक्षण होगा, जिसमें उम्मीदवारों की ऊंचाई, वजन व सीने की चौड़ाई मापी जाएगी। इस टेस्ट में पास होने के बाद दस्तावेजों को चेक किया जाएगा, जिनके दस्तावेज सही मिलेंगे, वे अगले दिन मेडिकल जांच के लिए भेजे जाएंगे।

यह है शेड्यूल
- 24 जूनः अग्निवीर ट्रेड्समैन(10वीं पास) और अग्निवीर ट्रेड्समैन(आठवीं पास) की श्रेणी के लिए अंबेडकरनगर, अमेठी, अयोध्या, बस्ती, कौशांबी, कुशीनगर, महाराजगंज, प्रयागराज, रायबरेली, प्रतापगढ़, सुल्तानपुर, संतकबीरनगर और सिद्धार्थनगर।



-25 जूनः अग्निवीर कार्यालय सहायक-एसकेटी अग्निवीर तकनीकी श्रेणी के लिए अंबेडकरनगर, अमेठी, अयोध्या, बस्ती, कौशांबी, कुशीनगर, महाराजगंज, प्रयागराज, रायबरेली, प्रतापगढ़, सुल्तानपुर, संतकबीरनगर और सिद्धार्थनगर।



-26 जूनः अम्बेडकरनगर, बस्ती व महराजगंज जिलों के लिए अग्निवीर जनरल ड्यूटी के लिए भर्ती रैली।

-27 जूनः कुशीनगर, कौशांबी, संतकबीरनगर और सिद्धार्थनगर जिलों के लिए अग्निवीर जनरल ड्यूटी की भर्ती।

-28 जूनः सुल्तानपुर और प्रयागराज के लिए अग्निवीर जनरल ड्यूटी की भर्ती।

-29 जूनः प्रतापगढ़ और अमेठी के लिए अग्निवीर जनरल ड्यूटी की भर्ती।

-30 जूनः अयोध्या व रायबरेली के लिए अग्निवीर जनरल ड्यूटी की भर्ती रैली।

- एक व दो जुलाईः मेडिकल परीक्षण।
लखनऊ जोन की कानून व्यवस्था में अब  दिखेगा सुधार, एसबी शिरडकर के चार्ज लेते ही अधिकारियों में खलबली
लखनऊ । लखनऊ जोन की कानून व्यवस्था में आपको सुधार देखने को जल्द मिलने लगेगा। क्योंकि लखनऊ के तेज तर्रार व ईमानदार पुलिस कमिश्नर एसबी शिरडकर को लखनऊ जोन का अपर पुलिस महानिदेशक बनाया गया है। साथ ही उनके स्थान पर नये कमिश्नर के रूप में अमरेन्द्र कुमार सेंगर की तैनात की गई है। रविवार को दोनों ही आईपीएस अधिकारियों ने चार्ज ग्रहण कर लिया। इसमें सबसे चौकाने वाली बात यह है कि एसबी शिरडकर के चार्ज लेते ही लखनऊ जोन के पुलिस अधिकारियों में खलबली मच गई है। चूंकि जोन के अधिकारी एसबी शिरडकर के कार्य शैली से भलि भांति परिचत है।

*993 बैच के आईपीएस अफसर हैं शिरडकर*

जानकारी के लिए बता दें कि एसबी शिरडकर लखनऊ पुलिस कमिश्नर के पद पर करीब दो साल तक रहे हैं। ये 1993 बैच के आईपीएस अफसर हैं। इन्हें तीन अगस्त, 2022 में लखनऊ का पुलिस कमिश्नर बनाया गया था। अब इनकी नवीन तैनाती लखनऊ जोन के अपर पुलिस महानिदेशक पद पर कर दी गई है। अब इनके कार्यकाल की बात की जाए तो यह सख्त कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिए जाने जाते रहे। कार्यकाल के दौरान केवल सच्चाई को साथ दिया। इसीलिए खासकर नेताओं से कम बनती रहीं। चूंकि किसी की शिफारस का इनके ऊपर असर नहीं पड़ता था। इसीलिए जब कभी जरूरत पड़ी तो कड़ा फैसला लेने से पीछे नहीं रहे।

*पीड़ित का न्याय दिलाना इनकी प्राथमिकता में रहा*

इनकी खासियत रही कि सोशल मीडिया पर पैनी नजर बनाये रहते थे। जैसे ही कोई पीड़ित लखनऊ पुलिस के हैंडिल पर ट्वीट करता था तो तुरंत उस पर एक्शन लेने का काम करते थे। अपराधियों और बेहतर यातायात व्यवस्था, महिला अपराध को प्राथमिकता पर लेकर बहुत सारे कार्य किया है। इसके अलावा लापरवाह थानेदारों पर लगातार लगाम कसने का काम किया। साथ ही पीड़ित का न्याय दिलाना इनकी प्राथमिकता में रहा।

*बेहतर कानून व्यवस्था के लिए सीएम योगी ने भी सराहा था*

इनके कार्यकाल की सबसे बड़ी खासियत यह रही कि लखनऊ में किसी प्रकार का कोई बड़ा दंगा नहीं हुआ। इतना ही नहीं  जब अयोध्या में रामलला में प्राण प्रतिष्ठा हो रही थी उस दौरान लखनऊ में बेहतर कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने  सराहा था। कानून व्यवस्था का कड़ाई से पालन कराने की वजह से अब जब शिरडकर ने लखनऊ जाने का अपर पुलिस महानिदेशक पद  पर चार्ज ग्रहण किया जोन के अधिकारियों में उनके कार्यो को लेकर चर्चा शुरू हो गई है।
समीक्षा अधिकारी व सहायक समीक्षा अधिकारी का प्रश्नपत्र प्रिटिंग प्रेस से लीक कराने वाले गैंग का पर्दाफाश, छह गिरफ्तार


लखनऊ । एसटीएफ यूपी को उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा  11 फरवरी 2024 को आयोजित समीक्षा अधिकारी/सहायक समीक्षा अधिकारी (प्रारम्भिक) परीक्षा-2024 का प्रश्नपत्र प्रिन्टिग प्रेस से लीक कराने वाले गैंग का पर्दाफाश करते हुये प्रिटिंग प्रेस के सम्बन्धित कर्मचारी सहित गैंग के छह सदस्यों को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त हुई है। इन्हें थाना कीडगंज जनपद प्रयागराज क्षेत्रान्तर्गत परेड ग्राउण्ड से मिण्टो पार्क की तरफ जाने वाले मार्ग से रविवार को गिरफ्तार किया गया।

इन्हें एसटीएम ने किया गिरफ्तार

गिरफ्तार अभियुक्तों का नाम -सुनील रघुवंशी पुत्र रामबाबू रघुवंशी निवासी 39/04 कन्हैया आनन्द नगर अमझीरा थाना  बिलखिरिया भोपाल (म.प्र.) (प्रिटिंग प्रेस कर्मी), सुभाष प्रकाश पुत्र योगेन्द्र पंडित निवासी बैरा जयनगर थाना जयनगर मधुबनी(बिहार), विशाल दूबे पुत्र अरूण कुमार दूबे निवासी ऊॅचडीह बाजार थाना मेंजा  प्रयागराज, संदीप पाण्डेय पुत्र हरिशंकर पाण्डेय निवासी पनासा थाना करछना  प्रयागराज, अमरजीत शर्मा पुत्र बलेश्वर शर्मा निवासी कस्बा व थाना फतेहपुर गया (बिहार), विवेक उपाध्याय पुत्र स्व0 रामायण उपाध्याय निवासी सोनबरसा थाना बैरिया  बलिया है। इनके कब्जे से एक लैपटॉप, छह मोबाइल फोन, मूल शैक्षणिक प्रमाण पत्र, पांच ब्लैक बैंक चेक बरामद किया है।

11 फरवरी को विभिन्न केंद्रों पर आयोजित हुई थी परीक्षा

उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग प्रयागराज द्वारा समीक्षा अधिकारी/सहायक समीक्षा अधिकारी (प्रारम्भिक) परीक्षा-2023 ग्यारह फरवरी 2024 को प्रदेश के विभिन्न परीक्षा केन्द्रों पर आयोजित किया गया था। उक्त परीक्षा प्रारम्भ होने से पूर्व ही प्रश्नपत्र सोशल मीडिया पर वायरल होने की शिकायत मिलने पर यूपी शासन द्वारा उक्त परीक्षा को निरस्त करते हुये प्रश्नपत्र लीक प्रकरण की सम्पूर्ण जांच एसटीएफ यूपी को आवंटित की गयी। जिसके क्रम में एसटीएफ यूपी के उच्चाधिकारीगण द्वारा कमेटी गठित कर प्रश्नपत्र लीक प्रकरण का अनावरण करने हेतु आवश्यक निर्देश दिये गये थे।

प्रयागराज से आऊट हुआ था प्रश्नपत्र

इसी क्रम में एसटीएफ यूपी की गठित कमेटी पड़ताल में जुट गई। टीमों द्वारा धरातलीय एवं इलेक्ट्रानिक अभिसूचना संकलन से प्रथम दृष्टया पाया गया कि उक्त परीक्षा का प्रश्नपत्र 11 फरवरी को सुबह परीक्षा प्रारम्भ होने से पूर्व ही परीक्षा केन्द्र विशप जॉन्सन गर्ल्स स्कूल एण्ड कॉलेज  प्रयागराज से आऊट करा लिया गया था। एसटीएफ द्वारा इस गैंग का पर्दाफाश करते हुये परीक्षा केन्द्र विशप जान्सन गर्ल्स स्कूल एण्ड कॉलेज  प्रयागराज में परीक्षा का कार्य देखने वाले अर्पित विनीत यशवंत जिसने प्रश्नपत्र आऊट कर गैंग को उपलब्ध कराया था, के साथ-साथ गैंग के अन्य सदस्यों को एसटीएफ  द्वारा पूर्व में विभिन्न तिथियों में गिरफ्तार कर जेल भेजा गया और विशप जॉन्सन गर्ल्स स्कूल एण्ड कॉलेज जनपद प्रयागराज के प्रबन्धक एवं प्रधानाचार्य की भूमिका के संबंध में भी जांच की जा रही है। 
            
प्रिटिंग प्रेस से पेपर आउट कराये जाने की संभावना पर शुरू हुई पड़ताल

उक्त प्रकरण में अभिसूचना संकलन हेतु निरीक्षक अमित श्रीवास्तव एसटीएफ फील्ड इकाई वाराणसी के नेतृत्व में गठित टीम द्वारा अभिसूचना संकलन की कार्यवाही की जा रही थी। धरातलीय अभिसूचना संकलन एवं डेटा विश्लेषण से ज्ञात हुआ कि उक्त परीक्षा का प्रश्नपत्र परीक्षा केन्द्र से ही नहीं अपितु प्रिन्टिग प्रेस से भी आऊट कराये जाने की संभावना है। तब इस संबंध में जानकारी करने पर ज्ञात हुआ कि उक्त परीक्षा का प्रश्नपत्र यूपी लोक सेवा आयोग द्वारा प्रिटिंग प्रेस भोपाल में छपवाया गया था तथा एसटीएफ द्वारा पूर्व में गिरफ्तार किये गये  आरक्षी पुलिस भर्ती का पेपर आऊट कराने वाले मास्टर माइण्ड राजीव नयन मिश्रा भी अपने गैंग के कुछ सदस्यों के साथ तत्समय भोपाल (म.प्र.) में ही रह रहा था।

दो तरीके से प्रश्न पत्र को कराया गया लीक

इस संबंध में जॉंचोपरान्त प्रकाश में आये प्रश्नपत्र लीक कराने में सम्मिलित उपरोक्त अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार अभियुक्तों से की गयी पूछताछ में पाया गया कि उक्त परीक्षा के प्रश्नपत्र को दो तरीके से लीक कराया गया। पहला यह प्रश्नपत्र प्रयागराज स्थित बिसप जान्सन गर्ल्स स्कूल एण्ड कॉलेज प्रयागराज के परीक्षा कार्य देखने वाले अर्पित विनीत यशवंत को मिलाकर कमलेश कुमार पाल उर्फ केके, डा. शरद सिंह पटेल, सौरभ शुक्ला व अरूण सिंह ने प्रश्नपत्र को परीक्षा के दिन  11-02-2024 को परीक्षा प्रारम्भ होने के पूर्व ही प्रातः लगभग 06.30 बजे परीक्षा केन्द्र से ही मोबाइल फोन से स्कैन कर आऊट करा लिया गया गया था। उक्त संदर्भ में अर्पित विनीत यशवंत, कमलेश कुमार पाल उर्फ केके, डा. शरद सिंह पटेल, सौरभ शुक्ला, अरूण सिंह आदि लोगों को एसटीएफ द्वारा गिरफ्तार कर पूर्व में जेल भेजा जा चुका है।


प्रिटिंग प्रेस से आऊट कराया गया था प्रश्न पत्र

दूसरा उक्त प्रश्नपत्र प्रिटिंग प्रेस के कर्मी सुनील रघुवंशी को मिलाकर प्रिटिंग प्रेस से आऊट कराया गया था। इस संबंध में छानबीन से पाया गया कि राजीव नयन मिश्रा, सुभाष प्रकाश, विशाल दूबे एवं सुनील रघुवंशी (प्रिटिंग प्रेस कर्मी) अलग-अलग प्राइवेट इंजिनियरिंग कॉलेज में पढते थे। विशाल दूबे और सुनील रघुवंशी वर्ष 2014 से 2017 तक इंजिनियरिंग कॉलेज में एक साथ पढे़ थे। सुनील रघुवंशी प्रिन्टिग प्रेस में मैकेनिकल इंजिनियर के पद पर नौकरी करने लगा तथा सुभाष प्रकाश प्राइवेट इंजिनियरिंग कॉलेज में नौकरी करने लगा। विशाल दूबे और राजीव नयन मिश्रा प्राइवेट इंजिनियरिंग कॉलेजों में इच्छुक छात्रों का एडमिशन कराने का काम करते थे। इसी सिलसिले में इन दोनों की सुभाष प्रकाश से जान-पहचान एवं दोस्ती हो गयी थी।

प्रिटिंग प्रेस में काम करने वाले कर्मचारी को किया सेट

विशाल दूबे को जब पता चला कि उसके साथ का पढ़ा हुआ सुनील रघुवंशी प्रिन्टिग प्रेस में नौकरी करता है तो यह बात विशाल दूबे ने मास्टरमाइन्ड राजीव नयन मिश्रा उर्फ राहुल एवं सुभाष प्रकाश को बतायी। इस पर राजीव नयन मिश्रा उर्फ राहुल ने इन दोनों से कहा कि तुम लोग सुनील रघुवंशी के सम्पर्क में रहो और उत्तर प्रदेश में होने वाली किसी परीक्षा का प्रश्नपत्र छपने के लिये आता है तो इस बारे में बताने और प्रश्नपत्र को आऊट कराने के लिये सुनील रघुवंशी को तैयार करो। विशाल दूबे ने सुनील रघुवंशी को पैसे का लालच देते हुये कहे कि यूपी में होने वाली किसी भी परीक्षा का प्रश्नपत्र छपने के लिये आता है तो तुरन्त बताना।

पैसे के लालच में प्रेस में काम करने वाला कर्मचारी हो गया तैयार

पैसे के लालच में आकर सुनील रघुवंशी तैयार हो गया। कुछ समय के उपरान्त सुनील रघुवंशी ने अपने साथी विशाल दूबे को बताया कि प्रिन्टिग प्रेस में एक प्रश्नपत्र छपने के लिये आया है, जिसमें से एक प्रश्नपत्र में 140 प्रश्न है तथा दूसरे प्रश्नपत्र में 40 प्रश्न हैं। इसकी चर्चा विशाल दूबे ने अपने पूर्व परिचित राजीव नयन मिश्रा और सुभाष प्रकाश से किया। चूंकि समीक्षा अधिकारी/सहायक समीक्षा अधिकारी के पदों पर भर्ती हेतु परीक्षा की प्रक्रिया चल रही थी और पूर्व के पैटर्न के अनुसार इस परीक्षा के एक प्रश्नपत्र में 140 व दूसरे में 40 प्रश्न ही पूछे जाते हैं।

इस आधार पर राजीव नयन मिश्रा और विशाल दूबे ने सुभाष प्रकाश व सुनील रघुवंशी को बताया कि यह समीक्षा अधिकारी/सहायक समीक्षा अधिकारी की परीक्षा से संबंधित प्रश्नपत्र छपने के लिये आया हुआ है। राजीव नयन मिश्रा, विशाल दूबे एवं सुभाष प्रकाश ने इस प्रश्नपत्र को आऊट कराने के लिये सुनील रघुवंशी को तैयार कर लिया। सुनील रघुवंशी उक्त प्रश्नपत्र को उपलब्ध कराने के लिये 10 लाख रूपये की मांग करते हुये अभ्यर्थियों को उक्त प्रश्नपत्र भोपाल में अपने सामने पढ़वाये जाने की शर्त रखी, ताकि व्यापक रूप से प्रश्नपत्र वायरल न होने पाये, जिसपर राजीव नयन मिश्रा, विशाल दूबे और सुभाष प्रकाश तैयार हो गये।

इस तरह प्रश्न पत्र आउट करने की तैयार की योजना
   
उक्त प्रश्नपत्र को आऊट कराने की योजना तैयार हो जाने के उपरान्त सुनील रघुवंशी प्रश्नपत्र की छपाई पर नजर रखने लगा तथा प्रिन्टिग प्रेस के मशीन की मरम्मत के नाम पर प्रिन्टिग प्रेस मशीन के आस-पास रहकर सही व सुरक्षित समय का इन्तजार करने लगा। प्रिन्टिग के दौरान यदि कोई प्रश्नपत्र स्याही आदि के कारण थोडा बहुत खराब हो जाता है, तो उसे छांट कर अलग रखा जाता है और जिसे बाद में कटर मशीन में नष्ट कर दिया जाता है।  03-02-2024 को सुनील रघुवंशी मशीन की मरम्मत के नाम पर मौजूद था और मौका देखकर प्रिन्टिग प्रेस मशीन के एक पार्ट को बाहर ठीक कराने के नाम पर अपने पीने के पानी के बोतल के साथ लेकर प्रेस से आ गया।

प्रति अभ्यर्थी से 12-12 लाख रुपये तय किया गया था

इन्हीं में प्रश्नपत्र छुपाकर बाहर लाया था। प्रश्नपत्र को अपने घर पर ले जाकर रख दिया। इसकी जानकारी विशाल दूबे को दिया और विशाल दूबे ने राजीव नयन मिश्रा उर्फ राहुल व सुभाष प्रकाश को बताया। इसके उपरान्त इन लोगों द्वारा आपस में तय किया गया कि  08-02-2024 को अभ्यर्थियों तथा सॉल्वर को लेकर कोमल होटल में इकठ्ठा होगें। होटल में ही सॉल्वरों से प्रश्नपत्र को हल कराकर अभ्यर्थियों को पढ़वा दिया जायेगा। राजीव नयन मिश्रा उर्फ राहुल व उसके गैंग के सदस्यों द्वारा प्रति अभ्यर्थी से 12-12 लाख रूपया तय किया गया था।

पेपर हल करवाने के बाद मौजूद अभ्यर्थियों को पढ़ाया गया

आठ फरवरी 2024 को पूर्व नियोजित योजना के तहत कोमल होटल पर सबसे पहले विशाल दूबे अपने साथ संदीप पाण्डेय को लेकर पहुंचा। इसके बाद सुनील रघुवंशी प्रश्नपत्र की 6-6 फोटो कापी कराकर वहां पहुंचा। सुभाष प्रकाश ने गाइड व मोबाइल फोन से प्रश्नपत्रों को हल कराया तथा वहां मौजूद अभ्यर्थियों को पढ़ाया गया। विवेक उपाध्याय और अमरजीत शर्मा अभ्यर्थियों को लेकर कोमल होटल पहुंचे थे, जिन्हें हल प्रश्नपत्र वहां पढ़ाया गया था। यहां यह उल्लेखनीय है कि गैंग के प्रमुख सदस्य सुभाष प्रकाश स्वयं भी समीक्षा अधिकारी/सहायक समीक्षा अधिकारी की परीक्षा का फार्म भरा था। इसी दौरान विशाल दूबे व सुभाष प्रकाश ने अपने मोबाइल फोन से प्रश्नपत्र की फोटो खिंचकर राजीव नयन मिश्रा उर्फ राहुल को भेज दिया।

अधिक पैसा कमाने के चक्कर में आकर किया यह काम

सुभाष प्रकाश के पास से बरामद आई-फोन को खोलवाकर देखने पर पाया गया है कि सुभाष प्रकाश द्वारा प्रश्नपत्रों का फोटो खींचकर 09-02-2024 को ही रात्रि समय 10.31 बजे सामान्य हिन्दी का प्रश्नपत्र क्रमांक 4131167 और 10.32 बजे सामान्य अध्ययन का प्रश्नपत्र क्रमांक 1398546 अपने गैंग के सदस्यों को व्हाट्सटप किया गया है। उल्लेखनीय है कि यह दोनों उसी क्रमांक वाले प्रश्नपत्र हैं, जो सोशल मीडिया में वायरल हुये थे। इसके बाद राजीव नयन मिश्रा उर्फ राहुल ज्यादा से ज्यादा पैसा कमाने के लालच में वह प्रश्नपत्र अपने गैंग के सदस्यों डा. शरद सिंह पटेल, सौरभ शुक्ला, अमित सिंह, अरूण कुमार सिंह, कामेश्वर, रवि अत्री व पुष्कर आदि के साथ-साथ अपने अन्य एजेण्टों को भेजकर पढ़वाया और इस तरह से यह प्रश्नपत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।

राजीव नयन मिश्रा के पैसों के लेन देन का काम शिवानी देखती थी

यहां यह भी उल्लेखनीय है कि पेपर आऊट कराकर नकल कराने वाले उपरोक्त अपराधियों का एक संगठित गैंग है। इस गैंग में सरगना राजीव नयन मिश्रा उर्फ राहुल की परिचित शिवानी भी सम्मिलित है। शिवानी ही राजीव नयन मिश्रा उर्फ राहुल के पैसों के लेन देन का काम देखती थी। उक्त प्रश्नपत्र के आऊट होने में और लोगों की संलिप्तता के संबंध में अभी जांच एवं विवेचना एसटीएफ यूपी द्वारा प्रचलित है। जांच एवं विवेचना के उपरान्त आवश्यक विधिक कार्रवाई की जायेगी। गिरफ्तार अभियुक्तों को प्रयागराज के थाना सिविल लाइन्स पर पंजीकृत मु0अ0सं0  74/2024 धारा 419, 420, 465, 467, 468, 471, 34/120बी/201 आई0पी0सी0 व 3/4/9/10 उ0प्र0 सार्वजनिक परीक्षा अधिनियम 1998 व 66 आईटी एक्ट में दाखिल किया गया। अग्रिम विधिक कार्रवाई तद्नुसार की जायेगी।


जेल में निरूद्ध अभियुक्तों का विवरण

राजीव नयन मिश्रा उर्फ राहुल पुत्र स्व0 दीनानाथ मिश्रा निवासी बरवा शुकुलपुर थाना मेंजा प्रयागराज, सौरभ शुक्ला पुत्र प्रदीप कुमार शुक्ला निवासी एल-1/75 सेक्टर एफ थाना आशियाना  लखनऊ मूल पता शिवचरन का पुरवा मजरा नरियॉंवा थाना महेशगंज प्रतापगढ़, अरूण कुमार सिंह पुत्र फतेहबहादुर सिंह निवासी खरगापुर प्लॉट नं0 246 एबी थाना गोमतीनगर विस्तार लखनऊ मूल पता गोपालपुर थाना अन्तू जनपद प्रतापगढ़, डा. शरद सिंह पटेल पुत्र नन्दलाल सिंह पटेल निवासी कैलाहट थाना चुनार जनपद मिर्जापुर हाल पता- फ्लैट नं0 905 लवनेस्ट अपार्टमेण्ट वृन्दावन जनपद लखनऊ। 

अमित सिंह पुत्र शिवभूषण सिंह निवासी डी-21/73 इन्दिरानगर थाना गाजीपुर जनपद  लखनऊ मूल पता पांडे चौरा पूरे वैश्यपुरवा थाना करनैलगंज गोण्डा। अर्पित विनीत यशवंत पुत्र स्व. सुशील कुमार यशवंत निवासी 54/148बी म्योराबाद थाना कैण्ट प्रयागराज,अभिषेक शुक्ला पुत्र संदीप शुक्ला निवासी 232/30 मक्का बाग राजा बाजार चौक लखनऊ, कमलेश कुमार पाल उर्फ केके पुत्र राम दुलार पाल निवासी चकचुरावन कमलदीपुर थाना झूंसी  प्रयागराज, रवि अत्री पुत्र गोरख सिंह निवासी नीमका जेवर  गौतमबुद्धनगर, विक्रम पहल पुत्र कंवर सिंह निवासी बराह खुर्द थाना कोतवाली जींद जनपद जींद हरियाणा।
नये पुलिस कमिश्नर ने पदभार किया ग्रहण, बोले - महिला संबंधी अपराधों का त्वरित किया जाएगा निवारण

लखनऊ । नवागंतुक पुलिस कमिश्नर, लखनऊ अमरेन्द्र कुमार सेंगर द्वारा रविवार को पद भार ग्रहण कर लिया गया। अमरेन्द्र कुमार सेंगर का गृह जनपद छपरा, राज्य बिहार है। श्री सेंगर 1995 बैच के उत्तर प्रदेश कैडर के आईपीएस अधिकारी हैं। उन्होंने पूर्व में यूपी के नौ विभिन्न जनपदों में बतौर पुलिस अधीक्षक एवं गोरखपुर, बस्ती, मुरादाबाद में डीआईजी रेंज तथा वाराणसी व लखनऊ जोन के साथ-साथ प्रदेश के कानून एवं व्यवस्था आईजी पद का नेतृत्व किया है।

पदभार ग्रहण करने के बाद पुलिस लाइन परिसर में मीडिया से औपचारिक भेंटवार्ता में कमिश्नर द्वारा बताया गया कि- लखनऊ जनपद में यातायात समस्या पर ज्यादा फोकस रखते हुये अन्य विभागों से समन्वय बनाते हुए सीमावती जनपदों के साथ मिलकर इस पर काम किया जायेगा। ई- रिक्शा व वेंडिंग जोन की वजह से होने वाली समस्याओं की वजह ट्रैफिक संचालन में होने वाली समस्या पर कार्रवाई करते हुए सुगम यातायात व्यवस्था प्राथमिकता रहेगी। महिला संबंधी अपराधों को प्राथमिकता देते हुए समस्याओं का त्वरित निवारण किया जायेगा।

महिलाओं के लिए यूपी सरकार द्वारा चलायी जा रही । विभिन्न योजनाओं एवं अभियानों का बेहतर तरीके से लागू व क्रियान्यवन कराने के प्रयास करते हुये समस्याओं का सामाधान किया जायेगा।

साइबर क्राइम पर और बेहतर तरीके से काम करते हुये लोगों को जागरूक करने के साथ ही इसमें कमी लाने को प्रयास रहेगा। पुलिस और मीडिया एक साथ मिलकर एक उद्देश्य जनता की समस्याओं के समाधान के लिए कार्यरत है। मीडिया जनता की समस्याओं को पुलिस के संज्ञान में लाती है और पुलिस उन समस्याओं के त्वरित व समुचित निवारण हेतु प्रतिबद्ध है। सूचनाओं का आदान प्रदान होता रहा है जिसमें उत्तरोत्तर सुधार करते हुए घटनाओं व लखनऊ पुलिस द्वारा किये गये गुड वर्क का और बेहतर अदान प्रदान किया जायेगा। समस्त सम्मानित मीड़िया बंधुओं से अनुरोध है कि कानून एवं व्यवस्था, अपराध, यातायात आदि संबंधी अन्य समस्याओं पर सुझाव व सहयोग करें।

सीएम योगी ने डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस पर उनकी प्रतिमा पर की पुष्पांजलि



लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भारतीय जनसंघ के संस्थापक अध्यक्ष डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस पर रविवार को सिविल अस्पताल परिसर हजरतगंज स्थित प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की। सीएम ने डॉ. मुखर्जी को भारत माता का महान सपूत, प्रख्यात स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, अखंड भारत का स्वप्नदृष्टा बताया।

मुखर्जी ने 23 जून 1953 को अपना बलिदान दिया था

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि एक देश में एक प्रधान, एक विधान, एक निशान के मुद्दे और भारत की अखंडता को लेकर डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने 23 जून 1953 को अपना बलिदान दिया था। देश 1947 में आजाद हुआ और 1950 में संविधान लागू किया गया। इसके बाद तत्कालीन कांग्रेस नेतृत्व की सरकार ने देश के संविधान में धारा-370 जोड़कर राष्ट्रीय अखंडता को गंभीर चोट पहुंचाने का कुत्सित प्रयास किया था। उन्होंने कहा कि डॉ. मुखर्जी उस समय उद्योग व खाद्य मंत्री के रूप में देश की सेवा कर रहे थे लेकिन सरकार की मंशा को ध्यान में रखकर उन्होंने पद छोड़ दिया और देश की प्रतिष्ठा व अखंडता के लिए कश्मीर से धारा-370 हटाने के लिए व्यापक आंदोलन प्रारंभ किया।

मोदी के नेतृत्व में एनडीए सरकार ने हटाई धारा-370

सीएम योगी ने कहा कि उन्होंने भारतीय जनसंघ के हजारों कार्यकर्ताओं के साथ कश्मीर सत्याग्रह के लिए अभियान प्रारंभ किया, इसके लिए उन्हें प्राण भी त्यागना पड़ा। कश्मीर में धारा-370 समाप्त कर एक देश में एक प्रधान, एक विधान, एक निशान की भावनाओं को सम्मान करने का कार्य प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा की एनडीए सरकार ने किया है।

यह कश्मीर, देश की अखंडता और सीमा की सुरक्षा के लिए बलिदान देने वालों के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि है।इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, पूर्व उप मुख्यमंत्री व राज्यसभा सांसद दिनेश शर्मा, कैबिनेट मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, महापौर सुषमा खर्कवाल, विधायक योगेश शुक्ल, विधान परिषद सदस्य डॉ. महेंद्र सिंह, रामचंद्र प्रधान, लालजी निर्मल, इंजी. अवनीश सिंह, मुकेश शर्मा आदि मौजूद रहे।


राष्ट्रवादियों के मार्गदर्शक थे डॉ. मुखर्जी

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने ऑफिशियल सोशल मीडिया अकाउंट 'एक्स' पर भी डॉ. मुखर्जी को श्रद्धांजलि दी। सीएम योगी ने लिखा कि महान राष्ट्रभक्त, भारतीय जनसंघ के संस्थापक अध्यक्ष, उत्कृष्ट शिक्षाविद, राष्ट्रवादियों के मार्गदर्शक, श्रद्धेय डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि ! भारत की एकात्मता और अखंडता के लिए समर्पित उनका सम्पूर्ण जीवन एवं बलिदान देशवासियों के लिए महान प्रेरणा है।
मायावती ने लोस चुनाव में हार की समीक्षा के लिए की बड़ी बैठक, बसपा सुप्रीमो का पैर छू कर आकाश आनंद ने लिया आशीर्वाद

लखनऊ। लोकसभा चुनाव में अकेले दम पर मैदान में उतरी बहुजन समाज पार्टी को करारी हार का सामना करना पड़ा। इसकी समीक्षा के लिए पार्टी की मुखिया एवं पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने रविवार को बैठक बुलाई। इसमें उनके भतीजे आकाश आनंद भी शामिल हुए। आकाश ने अपनी बुआ मायावती के पैर छुए तो उन्होंने उनके सिर पर हाथ रखकर आशीर्वाद दिया। इससे यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि मायावती की भतीजे आकाश से नाराजगी दूर हो गई है।


मायावती ने पार्टी कार्यालय में लोकसभा चुनाव की समीक्षा को लेकर राष्ट्रीय स्तर पर एक बैठक बुलाई। इसमें सभी जिलों के पदाधिकारी, नेशनल कोआर्डिनेटर और वरिष्ठ कार्यकर्ता मौजूद रहे। भतीजे आकाश भी मौजूद रहे। झारखंड, जम्मू-कश्मीर, महाराष्ट्र व हरियाणा में निकट भविष्य में विधानसभा चुनाव को देखते हुए मायावती पार्टी में बड़े फेरबदल कर सकती हैं। इसी को देखते हुए शनिवार को ही पार्टी ने आकाश को स्टार प्रचारक बनाया था।


इससे यह उम्मीद जगी है कि मायावती ने भतीजे को माफ कर दिया है। आकाश ने लोकसभा चुनाव में कई रैलियां करके सरकार विरोधी भाषण दिए थे। सीतापुर की रैली में दिए गये बयान पर उनके खिलाफ मुकदमा भी दर्ज हुआ था। इसके बाद मायावती ने उन्हें सभी पदों से कार्य मुक्त कर दिया था। रविवार को जिस तरह से मायावती ने भतीजे के सिर पर हाथ रखा है, उससे यह चर्चा है कि आकाश ही मायावती के उत्ताराधिकारी रहेंगे। उन्हें सभी पदों की जिम्मेदारी वापस की गयी है।

दूसरी तरफ पार्टी को विस्तार देने के लिए मायावती ने कई निर्णय लिए हैं। इसमें अहम निर्णय है बसपा की सदस्यता शुल्क घटाना। बसपा ने सदस्यता शुल्क एक चौथाई कर दी है। अब सिर्फ़ 50 रुपये में नये सदस्य बनेंगे, अभी तक 200 रुपये शुल्क था। माना जा रहा है कि पार्टी सदस्यों की संख्या बढ़ाकर संगठन को मजबूत करेगी। यही कुछ सोच विचार कर हाईकमान द्वारा यह फैसला लिया गया है।
भूपेन्द्र सिंह चौधरी ने डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी को किया नमन

लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी ने जनसंघ के संस्थापक डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस पर रविवार को उन्हें स्मरण करते हुए नमन किया। प्रदेश अध्यक्ष ने सोशल मीडिया एकाउंट एक्स पर लिखा कि भारत की एकता और अखंडता के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर करने वाले अभिजात देशभक्त व भारतीय जनसंघ के संस्थापक डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस पर उन्हें कोटि-कोटि नमन। देश की एकता-अखंडता की रक्षा हेतु आपके द्वारा किया गया अद्भुत कार्य हम सभी के लिए अप्रतिम प्रेरणा है।



भाजपा के प्रदेश महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह ने एक्स पर लिखा कि भारत की एकता व अखंडता के लिए अपना सम्पूर्ण जीवन समर्पित करने वाले, भारतीय जनसंघ के संस्थापक, महान शिक्षाविद् व प्रखर राष्ट्रवादी विचारक डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि।
आशिक मिजाजी में छिन गया स्टार, सीओ से बनाये गए सिपाही , जानिए डिमोशन की पूरी कहानी
लखनऊ। कहते हैं अय्याशी में पूरी सल्तनत चली जाती है और बड़े से बड़े लोग भी भीख मांगने को मजबूर हो जाते हैं। कुछ ऐसी ही कहानी है उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले के डिप्टी एसपी कृपा शंकर कनौजिया की।

यह कहानी है वर्ष 2021 की जब कृपा शंकर कनौजिया उन्नाव जिले के बीघापुर में डिप्टी एसपी के पद पर तैनात थे।  6 जुलाई 2021 को इन्होंने घर के काम के लिए कप्तान से छुट्टी मांगी और छुट्टी लेकर घर के लिए रवानगी भी कर ली लेकिन यह अपने घर नहीं गए बल्कि एक महिला सिपाही के साथ कानपुर के एक होटल में आकर ठहर गए और मौजमस्ती में डूब गए। इनकी रंगरेलियों में कोई बाधा न आये इसलिए सरकारी और अपना निजी दोनों मोबाइल बंद कर रखा था। लगातार फोन बंद जाने के कारण पत्नी ने जब जानकारी की तब मालूम हुआ कि वह तो छुट्टी लेकर घर जा चुके हैं । एक तरफ कई दिन बाद भी घर न पहुंचना, दूसरी तरफ मोबाइल का बंद जाना पत्नी किसी अनहोनी की आशंका से डर गई और उसने जिले के कप्तान से पति को ढूंढ़ने की गुहार लगाई। चूँकि मामला एक पुलिस अधिकारी से संबंधित था इसलिए पुलिस तत्काल हरकत में आ गई और फिर मोबाइल लोकेशन ट्रैक करते हुए पुलिस कानपुर के उस होटल में पहुंच गई जहां सीओ महिला सिपाही के साथ रूम नंबर 201 में रंगरेलियाँ मना रहे थे।

उक्त घटना के बाद सीओ को सस्पेंड करके जांच बिठा दी गई थी। जाँच में आचरण नियमावली का दोषी पाए जाने पर सीओ कृपा शंकर कनौजिया को सजा मिली और उन्हें उनके प्रथम नियुक्ति (आरक्षी/सिपाही) पद पर प्रत्यावर्तित करने का आदेश पारित किया गया है। सीओ कृपा शंकर कनौजिया मूलतः देवरिया जिले के हैं और वर्तमान समय में वह गोरखपुर की 26वीं वाहिनी पीएसी में तैनात हैं जहां उन्हें डिमोशन करके अधिकारी से सिपाही बना दिया गया है। सीओ कृपा शंकर कनौजिया  उन्नाव से पूर्व गोंडा जिले के कर्नलगंज सर्किल में भी तैनात रहे हैं।

बसपा में फिर बढ़ा आकाश आनंद का सियासी कद,उत्तराखंड राज्य में होने वाले उपचुनाव में स्टार प्रचारक बनाया गया
लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने उत्तराखंड राज्य में होने वाले उपचुनाव में भतीजे आकाश आनंद को स्टार प्रचारक बनाया है। इससे यह कयास लगाया जाने लगा है कि भतीजे आकाश आनंद की पार्टी में सक्रियता के साथ वापसी लगभग तय है। फिलहाल आकाश आनंद किसी पद पर नहीं हैं। पार्टी सूत्रों से यह भी पता चला है कि आकाश सिर्फ उत्तराखंड में हो रहे उपचुनाव में स्टार प्रचारक हैं। वह उत्तर प्रदेश के मामलों से दूर रहेंगे।

लोकसभा चुनाव में सरकार विरोधी जमकर की थी बयानबाजी

जानकारी के लिए बता दें कि  बीते लोकसभा चुनाव में पार्टी के प्रचार के दौरान बसपा नेता आकाश आनंद को जोशीले अंदाज दिखे। उन्होंने सरकार विरोधी जमकर बयानबाजी भी की। सीतापुर में सरकार के खिलाफ दिए गये बयान में संबंधित थाना में मुकदमा दर्ज हुआ था। इसी के बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष ने उन्हें पार्टी के सभी जिम्मेदारियों से मुक्त कर दिया था। इसके बाद आकाश ने पार्टी हित में कोई भी प्रचार नहीं किया और शांत हो गये थे। वहीं, लोकसभा चुनाव में पार्टी को बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद थी। लेकिन एक भी सीट न आने से पार्टी को बहुत नुकसान हुआ था।

जारी सूची में आकाश आनंद का नाम दूसरे नम्बर पर

अब जब पंजाब और उत्तराखंड राज्य में विधानसभा उप चुनाव होने हैं तो ऐसे में पार्टी के हाईकमान की ओर से जारी किए गए स्टार प्रचारकों की सूची में आकाश आनंद का भी नाम सामने आया है। इन राज्यों की विधानसभा उपचुनाव के लिए जारी सूची में आकाश आनंद का नाम दूसरे नम्बर पर है। पहले नम्बर पर राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती का नाम है। इसका मतलब साफ है कि बसपा में आकाश आनंद एक बार फिर से दूसरे नंबर के नेता बन गए हैं।