अकबरनगर में ढहायी गयी आखिरी मस्जिद, मुस्लिम क्षेत्रों में छा गए मातम

लखनऊ। लखनऊ में अकबर नगर का नाम अब इतिहास के पन्नो में दर्ज हो गया। कुकरैल नदी की जमीन पर बसाये गये अकबर नगर को उजाड़ने का काम अंतिम दौर में पहुंचा तो वहां बची हुई आखिरी मस्जिद भी बीती देर रात ढहा दी गयी।एलडीए के अधिकारियों ने मंगलवार की रात दो बजे के करीब आखिरी मस्जिद के ढहाने के काम को पूरा कराया। आखिरी मस्जिद के गिरते ही आसपास के मुस्लिम क्षेत्रों में मातम छा गया।

बीते अड़तालीस घंटों में दो मस्जिदें और एक मंदिर को तोड़ा गया

नजदीक की दूसरी मस्जिदों में सुबह के वक्त हुई नमाज के बाद अकबर नगर की मोहम्मदी मस्जिद गिराये जाने का मसला चर्चा में बना रहा।अकबर नगर में बीते अड़तालीस घंटों में दो मस्जिदें और एक मंदिर को तोड़ा गया। जेसीबी के माध्यम से पहली मस्जिद को गिराया गया तो दूसरी मस्जिद के लिए बुलडोजर लगाना पड़ा। मंदिर का आकार बेहद छोटा था तो उसे मशीन के माध्यम से उखाड़कर मूर्तियों को हटाया गया।

पुलिसकर्मियों ने अपने तैनाती के स्थान को नहीं छोड़ा

मस्जिदों को ढहाये जाने के कारण अकबर नगर की ओर जाने वाले मार्गों पर पुलिस टीमों को तैनात किया गया था। कुछ मिनटों के लिए भी पुलिसकर्मियों ने अपने तैनाती के स्थान को नहीं छोड़ा। अकबर नगर के मसले में मौलाना कौसर हयात के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर दिये गये बयान के बाद लखनऊ पुलिस ने समूचे इलाके में और भी एहतियात रखा।

अवैध रूप से बने ग्यारह सौ उन्नहत्तर मकानों, एक सौ एक वाणिज्य भवनों के अवैध निर्माण को ध्वस्त कर अकबर नगर को समतल भूमि में बदला गया। कुकरैल नदी के किनारे बनने वाले रिवरफ्रंट के लिए जमीन को खाली कराया गया। सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट के आदेश पर एलडीए ने पूरा अभियान अपने हाथों में ले रखा है।

बाबा की आय में भी 33 फीसदी की हुई वृद्धि,पांच महीने में 2.86 करोड़ भक्तों ने बाबा के दरबार में लगाई हाजिरी

लखनऊ।  श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में साल दर साल श्रद्धालुओं की संख्या और आय में रिकॉर्ड वृद्धि होती जा रही है। श्री बाबा विश्वनाथ के दरबार में सुगमता से दर्शन और सुविधाओं के कारण श्रद्धालुओं की संख्या में निरंतर वृद्धि हो रही है। अन्य शहरों से अच्छी कनेक्टिविटी ने भी काशी का समग्र विकास करते हुए धार्मिक पर्यटन को बढ़ाया है। जनवरी से मई 2023 (पांच महीने) के सापेक्ष 2024 में इस अवधि में शिव भक्तों की संख्या में 48.23 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। वहीं इस अवधि के दौरान बाबा की आय में भी 33 फीसदी का इजाफा हुआ है।

बाबा की आय में भी हुई 33 फीसदी की वृद्धि

श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के दिव्य और भव्य निर्माण के बाद श्रद्धालुओं की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्वभूषण मिश्र ने बताया कि 1 जनवरी से 31 मई 2023 तक 1,93,32,791 ( एक करोड़ तिरानवे लाख बत्तीस हजार सात सौ इक्यानबे) श्रद्धालुओं ने बाबा का दर्शन किया था, जबकि वर्ष 2024 में 1 जनवरी से 31 मई तक कुल 2,86,57,473 (दो करोड़ छियासी लाख सत्तावन हजार चार सौ तिहत्तर) श्रद्धालु श्री काशी विश्वनाथ धाम में बाबा के चौखट पर हाजिरी लगाने पहुंचे। 2023 के मुकाबले वर्ष 2024 में 9,324,682 ( तिरानबे लाख चौबीस हजार छह सौ बयासी) श्रद्धालु अधिक पहुंचे। मिश्र के मुताबिक इस अवधि के दौरान बाबा की आय में भी 33 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।

अब तक 16.46 करोड़ भक्तों ने किए बाबा के दर्शन

13 दिसंबर 2021 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्री काशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण किया था। इसके बाद से 16 जून तक 16.46 करोड़ भक्त श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में शीश नवा चुके हैं। योगी सरकार के निर्देश पर श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में ठंड,गर्मी और बरसात में श्रद्धालुओं की सुविधा का विशेष ध्यान रखा जाता है। काशी में बढ़ी श्रद्धालुओं की संख्या के पीछे डबल इंजन की सरकार में यहां का अनवरत विकास भी शामिल है। अच्छी सड़क, सफाई और सुरक्षा ने पर्यटकों की वाराणसी आने की सभी मुश्किलों को दूर किया है।
बॉक्स

जनवरी से मई 2023 तक श्रद्धालुओं की संख्या - 1, 93,32,791

जनवरी - 4229590
फरवरी - 4004807
मार्च - 3711060
अप्रैल - 4231858
मई - 3155476

जनवरी से मई 2024 तक श्रद्धालुओं की संख्या- 2,86,57,473

जनवरी -  4650272
फरवरी - 3267772
मार्च -  9563432
अप्रैल -  4988040
मई - 618795
लखनऊ एसपीजीआई में तैनात महिला डॉक्टर की मौत
लखनऊ । एसपीजीआई में तैनात महिला डॉक्टर राजोशी घोराई (30) की संदिग्ध अवस्था में मौत हो गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने परिवार को घटना की जानकारी देते हुए शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। थाना प्रभारी बृजेश चन्द्र त्रिपाठी ने बताया कि महिला डॉक्टर के सहयोगियों से पूछताछ की। उनसे पता चला है कि महिला डॉक्टर राजोशी घोराई मूलरूप से पश्चिम बंगाल की रहने वाली थी। सोमवार को राजोशी जब हॉस्टल में थी तभी उनकी अचानक तबीयत खराब हो गई। उन्हें एसपीजीआई में भर्ती कराया और उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई है। फिलहाल इस घटना के बारे में डॉक्टर के परिवार को सूचना दे दी है।
बेकाबू कार एक्सप्रेस वे से नीचे जा गिरी, एक मासूम समेत दो की मौत

लखनऊ। गोसाईगंज थाना क्षेत्र में मंगलवार को एक बेकाबू कार एक्सप्रेस-वे से नीचे जा गिरी। हादसे में एक मासूम बच्चे समेत दो लोगों की मौत हो गई और दो लोग घायल हैं। सूचना पर पहुंची पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी। गोसाईगंज थाना क्षेत्र स्थित देहरामऊ गांव के पास पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर तेज रफ्तार कार बेकाबू होकर नीचे गिरकर पलट गयी।

हादसे में आजमगढ़ निवासी आत्माराम (75) और आदर्श (10) की मौत हो गई। जबकि कार चला रहे विवेक उनकी माता भानमती घायल हो गयी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम भेजकर घायलों को अस्पताल पहुंचाया। विवेक से पता चला है कि इलाज के लिए पीजीआई आ रहे थे तभी यह हादसा हो गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
सब इंस्पेक्टर की बेटी ने पेड़ पर फांसी लगाकर की आत्महत्या
लखनऊ । फिरोजाबाद थाना लाइनपार क्षेत्र में एक युवती ने पार्क में पेड़ पर फांसी लगाकर जान दे दी। युवती की मंगलवार को शिनाख्त अलीगढ़ में तैनात सब इंस्पेक्टर की बेटी के रूप में हुई है। युवती ने फांसी क्यों लगाई पुलिस इसकी जांच कर रही है।


थाना लाइनपार क्षेत्र के मोहल्ला निवासी साक्षी यादव (20) पुत्री प्रमोद यादव ने पार्क में फांसी लगाकर जान दे दी। उसके पिता अलीगढ़ के लोधा थाने में सब इंस्पेक्टर हैं। दीनदयाल पार्क में लोग मंगलवार की सुबह टहलने के लिए पहुंचे तो शव देखकर चौंक गए। शुरुआत में पुलिस और आसपास के लोग उसकी पहचान नहीं कर पाए थे।


फारेंसिक टीम ने पहुंचकर युवती के शव की जांच की और साक्ष्य एकत्रित किए। शव को जिला अस्पताल भिजवाया। बाद में युवती की शिनाख्त पुलिसकर्मी की बेटी के रूप में हुई तो परिवार में चीख पुकार मच गई। पिता को अलीगढ़ में सूचना दी गई तो वह फिरोजाबाद आए।इंस्पेक्टर ऋषि कुमार ने बताया कि युवती के शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया गया है। एसपी सिटी सर्वेश मिश्र ने बताया कि युवती ने आत्महत्या क्यों की इसकी जांच की जा रही है। बेटी के डिप्रेशन में होने की बात परिवार ने बताई है।
पछुआ हवाओं से भीषण लू बरकरार, 20 जून से बारिश के आसार


कानपुर। सूरज की आग उगलती लपटें और पछुआ हवाओं से उत्तर प्रदेश में भीषण लू का प्रकोप बरकरार है। हालत यह है कि सुबह 10 बजे के बाद लोग घरों से बाहर निकलने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं।मौसम विभाग का कहना है कि मानसून की गतिविधियां अनुकूल होती दिखाई दे रही हैं और 20 जून से पूर्वी उत्तर प्रदेश में बारिश के आसार बन रहे हैं। इस बीच प्रयागराज से लेकर बुन्देलखण्ड और मध्य उत्तर प्रदेश में मेघ गर्जन व आकाशीय बिजली चमकने के साथ तेज धूल भरी आंधी चलेगी, हालांकि स्थानीय स्तर पर बौछारें भी पड़ सकती हैं।


चन्द्रशेखर आजाद कृषि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ. एस एन सुनील पाण्डेय ने मंगलवार को बताया कि अगले 24 घंटों के दौरान असम, मेघालय और अरुणाचल प्रदेश में मध्यम से भारी बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश संभव है। दक्षिणी मध्य प्रदेश, विदर्भ, तेलंगाना, सिक्किम, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, दक्षिणी ओडिशा और छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्सों, तटीय कर्नाटक और केरल में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश संभव है।


कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, आंतरिक कर्नाटक, दक्षिण गुजरात, उत्तरी छत्तीसगढ़, झारखंड के कुछ हिस्सों, जम्मू कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश संभव है। उत्तराखंड, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, रायलसीमा, मराठवाड़ा और दक्षिणपूर्व राजस्थान में हल्की बारिश हो सकती है। पंजाब, हरियाणा, उत्तर-पश्चिमी उत्तर प्रदेश और उत्तर-पश्चिमी राजस्थान में छिटपुट बारिश, आंधी और धूल भरी आंधी संभव है। कानपुर मंडल सहित उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा और दिल्ली में लू से भीषण लू की स्थिति संभव है। मध्य प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और कानपुर मंडल सहित उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में गर्म रातें भी संभव है।


उन्होंने बताया कि कानपुर में अधिकतम तापमान 45.2 और न्यूनतम तापमान 31.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सुबह की सापेक्षिक आर्द्रता 48 और दोपहर की सापेक्षिक आर्द्रता 20 प्रतिशत रही। हवाओं की दिशाएं उत्तर पश्चिम रहीं जिनकी औसत गति 13.8 किमी प्रति घंटा रही। मौसम पूर्वानुमान के अनुसार कानपुर में अगले पांच दिनों में हल्के बादल छाए रहने के आसार हैं किन्तु वर्षा की कोई संभावना नहीं है। दिन और रात के तापमान सामान्य से अधिक रहने के आसार हैं। इसके साथ ही अभी गर्मी और लू की स्थित बनी रह सकती है।
भावी पीढ़ी को नशे से बचाने के लिए यूपी में चलेगा नशा मुक्ति विशेष अभियान

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र की अध्यक्षता में एनकॉर्ड की राज्य स्तरीय समिति की बैठक आयोजित की गई।अपने संबोधन में मुख्य सचिव ने प्रदेश के सभी जनपदों को नशा मुक्त बनाने के लिये विशेष अभियान चलाकर अधिक से अधिक कार्रवाई करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि हॉट-स्पॉट चिन्हित कर जनपद में अवैध मादक पदार्थों के सेवन व क्रय-विक्रय करने वालों के विरुद्ध कार्रवाई की जाये।

उन्होंने कहा कि भावी पीढ़ी को नशे से बचाने के लिए निरन्तर कार्रवाई की जाये। नशे के विरुद्ध स्कूल, कॉलेज एवं शिक्षण संस्थानों में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किये जायें। सार्वजनिक स्थानों पर नशे के दुष्परिणामें पर आधारित वॉल पेंटिंग्स करायी जाये और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से भी लोगों को जागरूक किया जाये। एनकॉर्ड की बैठक जिलाधिकारी के स्तर पर हर महीने एक बैठक निश्चित तौर पर अवश्य होनी चाहिए।

*मादक पदार्थ की बरामदी में यूपी चौथे स्थान पर*

बैठक में बताया गया कि वर्ष 2023 में देश में अवैध मादक पदार्थों के विरुद्ध सर्वाधिक कार्रवाई/बरामदगी वाले राज्यों में उत्तर प्रदेश का चौथा स्थान रहा है। वर्ष 2024 में उत्तर प्रदेश में मई तक 3657 अभियोग पंजीकृत, 4548 व्यक्तियों की गिरफ्तारी तथा 24,529.24 किग्रा मादक पदार्थों की बरामदगी की गई है। इसी प्रकार एएनटीएफ द्वारा 159 अभियोग पंजीकृत, 413 अभियुक्तों को गिरफ्तार, 17714.99 किग्रा मादक पदार्थों की बरामदगी की गई है। कोडिन युक्त कप सिरप की बिक्री पर रोक लगाते हुए निरोधात्मक कार्यवाही की जा रही है।

*12 से 26 जून तक चलाया जा रहा नशा विरोधी जागरूकता अभियान*

एफएसडीए द्वारा 4 अभियोग पंजीकृत किये गये हैं और नौ लोगों को गिरफ्तार किया गया है। 12 से 26 जून, 2024 तक नशा विरोधी जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है।बैठक में प्रमुख सचिव समाज कल्याण हरि ओम, प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा महेन्द्र प्रसाद अग्रवाल, सचिव गृह डॉ0 संजीव गुप्ता, एडीजी एसके भगत, आईजी एएनटीएफ अब्दुल हमीद, आईजी एसएसबी रतन संजय, डीआईजी एसएसबी महेश कुमार सहित सम्बन्धित विभागों के अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण आदि उपस्थित थे।
किसानों के लिए खुशखबरी: कृषक उत्पादक सेल गठित करेगी यूपी सरकार
लखनऊ। प्रदेश के अन्नदाता किसानों को सभी सरकारी योजनाओं का लाभ और किसान उत्पादक संगठनों (एफपीओ) की प्रगति व प्रशस्ति का मार्ग सुनिश्चित कर रही राज्य सरकार अगले तीन महीने मिशन मोड में अभियान चलाने जा रही है।प्रदेश सरकार के एक प्रवक्ता ने  बताया कि प्रदेश में सक्रिय एफपीओ के ऑनलाइन पंजीयन, ऑनलाइन मार्केटिंग प्लैटफॉर्म से जोड़ने व लाइसेंसिंग तथा इक्विटी ग्रांट समेत तमाम प्रक्रियाओं के सरलीकरण की प्रक्रिया को क्रियान्वित कर दिया गया है। इसके अतिरिक्त, कृषक उत्पादक सेल का भी गठन किया जाएगा।


*3,240 एफपीओ योजना के अंतर्गत पंजीकृत*

राज्य सरकार ने कृषि विभाग को सक्रिय किसान उत्पादक संगठनों को सुदृढ़ करने और उन्हें ओएनडीसी तथा ई-नाम से जोड़ने की प्रक्रिया को गति देने का निर्देश दिया गया है। इन कार्यों को बढ़ावा देने के लिए कृषक उत्पादक सेल का गठन किया जाएगा जो इम्पलिमेंटिंग एजेंसी के तौर पर कार्य करेगा। उल्लेखनीय है कि प्रदेश में 3,240 एफपीओ आत्मनिर्भर कृषक समन्वित विकास योजना के अंतर्गत कार्यरत हैं जिनको शक्ति पोर्टल पर पंजीकृत किया गया है।


*संतृप्तीकरण अभियान के जरिए कई लक्ष्यों की होगी पूर्ति*

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा अनुरूप तैयार की गई विस्तृत कार्ययोजना के जरिए प्रदेश में एफपीओ को सुदृढ़ बनाने का जो फ्रेमवर्क निर्धारित किया गया है। उसमें प्रमोशन, पारदर्शी कृषि बाजार का निर्माण, इनपुट लाइसेंसिंग प्रक्रिया (खाद, बीज, कीटनाशक), मण्डी लाइसेंस, जीएसटी लाइसेंस, एफएसएसआई लाइसेंस तथा मार्केट लिंकेज के लिए ओएनडीसी प्लैटफॉर्म पर ऑनबोर्ड कराना शामिल है।इस प्रक्रिया को ओएनडीसी तथा ई-नाम पोर्टल से जोड़कर पूरा कराया जाएगा। इसके अलावा, इक्विटी ग्रांट, इनपुट लाइसेंस, बीज लाइसेंस सीड डीलरशिप लाइसेंस तथा उर्वरक लाइसेंस जैसी तमाम महत्वपूर्ण प्रक्रियाओं को पूर्ण करने में मदद मिलेगी।


*कृषक उत्पादक संगठन सेल का होगा गठन*

प्रदेश में एफपीओ फ्रेमवर्क को बढ़ावा देने के लिए अगले तीन महीने वृहद स्तर पर अभियान चलाया जाएगा। इस क्रम में, कृषक उत्पादक सेल का गठन किया जाएगा जो इम्पलिमेंटिंग एजेंसी के तौर पर कार्य करेगा। एफपीओ को प्रोत्साहित करने के लिए इम्पिलेंटिंग एजेंसी शासन के साथ विभिन्न स्तरों की बैठकों का आयोजन करेगी और पूरे अभियान की रूपरेखा समेत विस्तृत प्रगति रिपोर्ट भी तैयार करेगी।इस रिपोर्ट की विभिन्न स्तर पर मॉनिटरिंग संभव हो सकेगी जिससे पारदर्शिता के साथ ही कार्य की प्रगति की वस्तुस्थिति स्पष्ट हो सकेगी। राज्य सलाहकार समिति (एसएलसीसी) व जिला स्तरीय मॉनिटरिंग कमेटी (डीएमसी) प्रक्रिया से संबंधित अभियान के कार्यों का पर्यवेक्षण करेगी।
पहली बार देश की राजनीति के एजेंडे का हिस्सा बना अन्नदाता : योगी
लखनऊ। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आजादी के बाद 2014 में पहली बार अन्नदाता किसान देश की राजनीति के एजेंडे का हिस्सा बना। स्वायल हेल्थ कार्ड से लेकर प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि तक अनेक योजनाओं के जरिए किसानों के जीवन में परिवर्तन कर उनकी आमदनी को कई गुना बढ़ाने की दिशा में जो प्रयास प्रारंभ हुए, आज उसके परिणाम देखने को मिल रहे हैं।

उन्होंने कहा कि नरेन्द्र मोदी ने जब तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली तो सबसे पहले अन्नदाता किसानों के लिए समर्पित फाइल पर हस्ताक्षर किया और पीएम मोदी के द्वारा आज करोड़ों किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की सौगात मिल रही है। मुख्यमंत्री मंगलवार को वाराणसी मेहंदीगंज में आयोजित किसान सम्मेलन को सम्बोधित कर रहे थे। कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 9.26 करोड़ किसानों के खाते में पीएम किसान सम्मान निधि की 17वीं किस्त (20 हजार करोड़ रुपये से अधिक) का आॅनलाइन हस्तांतरण किया। साथ ही कृषि सखियों को प्रमाण पत्र वितरित किया।

सीएम योगी ने पीएम मोदी को अंगवस्त्र व स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम में प्रधानमंत्री का स्वागत कर मुख्यमंत्री ने कहा कि 62 वर्ष के बाद पहली बार यह अवसर आया है,जब देश के किसी राजनेता ने अपने कार्यों के बल पर प्रत्येक तबके के जीवन में व्यापक परिवर्तन किया और लोकप्रियता के आधार पर लगातार तीसरी बार विजय प्राप्त कर प्रधानमंत्री पद की शपथ ली। मां गंगा के यशस्वी पुत्र नरेंद्र मोदी ने अपने कार्यों के माध्यम से भारत को दुनिया के अंदर नई पहचान दिलाई है।

उनके नेतृत्व में एक तरफ हम नए भारत का दर्शन कर रहे हैं तो दूसरी तरफ उत्तर प्रदेश देश की अग्रणी अर्थव्यवस्था के रूप में आगे बढ़ते हुए कार्य कर रहा है। उन्होंने अपने कार्यों के माध्यम से भारत को दुनिया में नई पहचान दिलाई है। सम्मेलन में राज्यपाल आनंदी बेन पटेल,केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, ब्रजेश पाठक, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चौधरी भूपेंद्र सिंह, प्रदेश सरकार के मंत्री सूर्य प्रताप शाही, अनिल राजभर, जयवीर सिंह, रवींद्र जायसवाल, डॉ.दयाशंकर मिश्र 'दयालु', बलदेव सिंह औलख आदि भी मौजूद रहे।
प्रधानमंत्री मोदी काशी की भव्य गंगा आरती में शामिल हुए, मां गंगा का किया पूजन अर्चन
लखनऊ। केन्द्र में लगातार तीसरी बार सत्तारूढ़ होने के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मंगलवार शाम को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में आभार यात्रा पर आए। मेहंदीगंज में पचास हजार से अधिक किसानों से संवाद के बाद प्रधानमंत्री सीधे दशाश्वमेध घाट पर मां गंगा के तट पर पहुंचे। दुल्हन की तरह फूलों से सजे घाट पर गंगा सेवा निधि के विश्व प्रसिद्ध गंगा आरती में शामिल होने के पूर्व प्रधानमंत्री ने घाट पर बने जेटी से वैदिक मंत्रोच्चार के बीच मां गंगा का आचमन किया। विधि विधान से मां गंगा का पूजन कर उनकी आरती उतारी और पूरे देश को जल सरंक्षण का बड़ा संदेश दिया। इसके बाद प्रधानमंत्री गंगा सेवा निधि के गंगा आरती में शामिल हुए।

डमरू और घंटियों की धुन के बीच पांचवीं बार गंगा आरती में शामिल प्रधानमंत्री ने मां गंगा के प्रति अपार श्रद्धा दिखाई। मां गंगा की विशेष महाआरती, लयबद्ध भजन गायन के बीच परंपरागत वेशभूषा में नौ अर्चकों को मां गंगा की आरती और 18 कन्याओं को ऋद्धि-सिद्धि के रूप में मां को चवंर डुलाते देख प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आह्लादित नजर आये। खास बात यह रही कि मां गंगा के भजनों को प्रधानमंत्री भी गुनगुनाते दिखे। लगभग 55 मिनट तक प्रधानमंत्री विशेष आरती के साथ घाट पर गंगा स्त्रोत, शिव तांडव का विहंगम गान पूरे श्रद्धाभाव से हाथ जोड़ कर सुनते रहे। इस दौरान घाट पर अध्यात्म की नैर्सगिक सुंदरता देखते ही बन रही थी। फूलों के वन्दनवार से दुल्हन की तरह सजे घाट की मढ़ियों पर रखी कुर्सियों पर प्रधानमंत्री मोदी के साथ प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी बैठे रहे। गंगा आरती ज्योतिषाचार्य पं. चंद्रमौलि उपाध्याय के देखरेख में हुई।

इसके पहले घाट पर जैसे ही प्रधानमंत्री मोदी पहुंचे वहां पहले से मौजूद हजारों श्रद्धालुओं ने हर-हर महादेव के परम्परागत गगनभेदी उद्घोष से स्वागत किया। प्रधानमंत्री ने भी लोगों का हाथ जोड़कर अभिवादन किया। लोगों का अपने प्रति प्यार देख प्रधानमंत्री अभिभूत दिखे। फूलों की सजावट, रेड कारपेट और रात के अंधेरे में भी सुबह जैसी रोशनी से दमकते घाट पर इस दौरान सुरक्षा का व्यापक प्रबंध किया गया था। इस दौरान गंगा घाट दीपावली पर्व की जगह जगमगाती नजर आई। घाट को 10 क्विंटल से अधिक फूलों सूरजमुखी, रजनीगंधा, बेला और गेंदा की माला से सजाया गया था।