सीएम नीतीश कुमार ने प्रदेश और देशवासियों को बकरीद की दी बधाई एवं शुभकामनाएं*


डेस्क : आज मुस्लिम समुदाय के बड़े त्योहार में शामिल कुर्बानी का त्यौहार ईद उल अजहा मनाया जा रहा है। 17 से 19 जून तक कुर्बानी चलेगी। कुर्बानी 17, 18 और 19 जून को होगी। ईद उल अजहा की नमाज सुबह 10 बजे पटना के गांधी मैदान में होगी। इसकी तैयारी पूरी कर ली है। ईदगाह में सफाई और टेंट का इंतजाम किया गया इसके अलावा गर्मी को देखते हुए पानी की व्यवस्था भी ज्यादा की गई है। ईदगाह परिसर और उसके आसपास भी सफाई कराई गई है। वहीं बकरीद को लेकर राजधानी पटना में प्रशासन चौकस है। सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए है। वहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ईद-उल-अजहा (बकरीद) के मौके पर प्रदेश और देशवासियों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी है। उन्होंने कहा है कि ईद-उल-अजहा असीम आस्था का त्योहार है। खुदा के हुक्म पर बड़ी-से-बड़ी कुर्बानी के लिए तैयार रहना इस त्योहार का आदर्श है। उन्होंने इस त्योहार को आपसी भाईचारा एवं सदभाव से मनाने की अपील की है। उन्होंने कहा है कि त्योहारों को आपसी भाईचारे के साथ मनाने से आनंद और बढ़ जाता है।
कुर्बानी का त्यौहार ईद उल अजहा आज, राजधानी पटना के गांधी मैदान में 10 बजे अदा की जाएगी बकरीद की नमाज

डेस्क : आज मुस्लिम समुदाय के बड़े त्योहार में शामिल कुर्बानी का त्यौहार ईद उल अजहा मनाया जा रहा है। 17 से 19 जून तक कुर्बानी चलेगी। कुर्बानी 17, 18 और 19 जून को होगी। ईद उल अजहा की नमाज सुबह 10 बजे पटना के गांधी मैदान में होगी। इसकी तैयारी पूरी कर ली है। ईदगाह में सफाई और टेंट का इंतजाम किया गया इसके अलावा गर्मी को देखते हुए पानी की व्यवस्था भी ज्यादा की गई है। ईदगाह परिसर और उसके आसपास भी सफाई कराई गई है। वहीं बकरीद को लेकर राजधानी पटना में प्रशासन चौकस है। सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए है।

 राजधानी पटना सहित प्रदेश की ईदगाहों और मस्जिदों में इसकी नमाज अदा की जा रही है। इसमें काफी संख्या में मुसलमान परवरदिगार की बारगाह में सजदा अदा कर रहे हैं। ईदु उल अजहा का त्यौहार दो नबियों इब्राहीम और उनके बेटे इस्माइल की याद में मनाया जाता है। मुस्लिम समाज के लोग इस खास दिन पर खुदा की राह में कुर्बानी पेश करते आ रहे हैं।

ऐसी मान्यता है कि हजरत इब्राहीम का खुदा में पूरा भरोसा थाय़ एक बार उन्हें सपना आया कि वह अपने बेटे की कुर्बानी दे रहे हैं। इसे उन्होंने अल्लाह का संदेश मान लिया। इसके बाद उन्होंने खुदा के लिए बच्चे की कुर्बानी का फैसला ले लिया। उनकी इबादत पर खुदा को रहम आ गया। इसके बाद खुदा ने बेटे की जगह जानवर की कुर्बानी की बात कही। इब्राहीम ने इस पर अमल किया। उन्होंने अपने खास मेमने की कुर्बानी दी। तब से बकरीद पर कुर्बानी का चलन हो गया इसीलिए बकरीद मनाई जाती है।

कुर्बानी का त्यौहार ईद उल अजहा आज, राजधानी पटना के गांधी मैदान में 10 बजे अदा की जाएगी बकरीद की नमाज*

डेस्क : आज मुस्लिम समुदाय के बड़े त्योहार में शामिल कुर्बानी का त्यौहार ईद उल अजहा मनाया जा रहा है। 17 से 19 जून तक कुर्बानी चलेगी। कुर्बानी 17, 18 और 19 जून को होगी। ईद उल अजहा की नमाज सुबह 10 बजे पटना के गांधी मैदान में होगी। इसकी तैयारी पूरी कर ली है। ईदगाह में सफाई और टेंट का इंतजाम किया गया इसके अलावा गर्मी को देखते हुए पानी की व्यवस्था भी ज्यादा की गई है। ईदगाह परिसर और उसके आसपास भी सफाई कराई गई है। वहीं बकरीद को लेकर राजधानी पटना में प्रशासन चौकस है। सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए है। राजधानी पटना सहित प्रदेश की ईदगाहों और मस्जिदों में इसकी नमाज अदा की जा रही है। इसमें काफी संख्या में मुसलमान परवरदिगार की बारगाह में सजदा अदा कर रहे हैं। ईदु उल अजहा का त्यौहार दो नबियों इब्राहीम और उनके बेटे इस्माइल की याद में मनाया जाता है। मुस्लिम समाज के लोग इस खास दिन पर खुदा की राह में कुर्बानी पेश करते आ रहे हैं। ऐसी मान्यता है कि हजरत इब्राहीम का खुदा में पूरा भरोसा थाय़ एक बार उन्हें सपना आया कि वह अपने बेटे की कुर्बानी दे रहे हैं। इसे उन्होंने अल्लाह का संदेश मान लिया। इसके बाद उन्होंने खुदा के लिए बच्चे की कुर्बानी का फैसला ले लिया। उनकी इबादत पर खुदा को रहम आ गया। इसके बाद खुदा ने बेटे की जगह जानवर की कुर्बानी की बात कही। इब्राहीम ने इस पर अमल किया। उन्होंने अपने खास मेमने की कुर्बानी दी। तब से बकरीद पर कुर्बानी का चलन हो गया इसीलिए बकरीद मनाई जाती है।
राहुल गांधी द्वारा ईवीएम पर उठाए गए सवाल पर जदयू वरिष्ठ नेता व मंत्री विजय चौधरी ने किया पलटवार, कही यह बात

डेस्क ; लोकसभा चुनाव के बाद विपक्ष लगातार ईवीएम पर सवाल खड़ा कर रहा है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व सांसद राहुल गांधी ने भी ईवीएम पर सवाल उठाते हुए इस ब्लैक बॉक्स करार दिया हैं। 

राहुल गांधी ने अपने एक पोस्ट में कहा है कि "भारत में ईवीएम एक "ब्लैक बॉक्स" है, और किसी को भी उनकी जांच करने की अनुमति नहीं है। हमारी चुनावी प्रक्रिया में पारदर्शिता को लेकर गंभीर चिंताएं जताई जा रही हैं। जब संस्थाओं में जवाबदेही का अभाव होता है तो लोकतंत्र दिखावा बन जाता है और धोखाधड़ी की संभावना बढ़ जाती है।" 

वही इस पोस्ट में राहुल गाँधी ने शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) के मुंबई उत्तर पश्चिम लोकसभा सीट से 48 वोटों से चुनाव जीते रविंद्र वायकर से जुडी उस खबर को भी साझा किया है जिसमें रवींद्र वायकर के रिश्तेदार का मोबाइल फोन EVM से जुड़ा होने को लेकर पुलिस के बयान हैं। दरअसल, 4 जून को मुंबई उत्तर पश्चिम लोकसभा सीट के लिए वोटों की गिनती के दौरान नेस्को सेंटर के अंदर हुई। रविंद्र वायकर ने शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) और महाविकास अघाड़ी के उम्मीदवार अमोल कीर्तिकर को महज 48 वोट से हराया था। इस सीट पर पहले कीर्तिकर को एक वोट से विजयी घोषित किया गया था, लेकिन रीकाउंटिंग करने पर वायकर 48 वोट से जीत गए। रविंद्र वायकर को 4 लाख 52 हजार 644 वोट मिले हैं। वहीं उद्धव गुट के उम्मीदवार अमोल कीर्तिकर को 4 लाख 52 हजार 596 वोट मिले हैं।

इधर राहुल गांधी के इस पोस्ट को लेकर जदयू के वरिष्ठ नेता व बिहार सरकार के मंत्री विजय चौधरी ने पलटवार किया है। विजय चौधरी ने कहा कि, यह पहली दफा थोड़े ही है राहुल गांधी तो पहले भी सवाल उठा चुके हैं और चुनाव आयोग हमेशा चुनौती देता है। इसमें क्या गड़बड़ी होती है या कोई गड़बड़ी कर करके कोई दिखाए। वह बुलाता है, निमंत्रण देता है, क्या गड़बड़ी हो सकता है बता दीजिए, तो कभी जाते नहीं है। 

विजय चौधरी ने कहा कि हार का ठीकरा किसी मशीन पर नहीं थोपना चाहिए। चुनाव में हार-जीत जनता के समर्थन और नापसंद से होती है। जब तक जनता उनको पसंद नहीं करेगी ईवीएम उनको नहीं जीता सकता है।

बकरीद की खरीदारी को लेकर बाजारों में छाई रौनक, कपड़े, सौंदर्य प्रसाधन सामग्री सहित किराना के सामान की हो रही जमकर खरीदारी

डेस्क : कल यानि 17 जून सोमवार को काफी अकीदत के साथ ईदुल-अजहा यानि बकरीद का पर्व मनाया जाएगा। इसको लेकर मुस्लिम धर्मावलंबी जोर-शोर से तैयारी कर रहे हैं। वहीं बकरीद की खरीदारी को लेकर बाजारों में रौनक छायी हुई है। बकरीद के अवसर पर कपड़े, सौंदर्य प्रसाधन सामग्री सहित किराना के सामान की खरीदारी को लेकर शनिवार को भी बाजारों में ग्राहकों की भीड़ उमड़ पड़ी। 

राजधानी पटना के शहरी व ग्रामीण इलाके के बाजार ग्राहकों से गुलजार रहे। भीषण गर्मी व तेज धूप से बचने के लिए अधिकांश ग्राहक शाम के समय में ही बाजारों में खरीदारी करने पहुंचे। शहर के बाजारो में सबसे अधिक भीड़ कॉस्मेटिक, कपड़ा, रेडीमेड, इत्र आदि की दुकानों पर भीड़ दिखी। यहां पर महिलाओं ने लेटेस्ट रेंज की कुर्तियां, डिजाइनर सूट, सेमी गरारा लुक वाले सूट व गाउन, मैक्सी गाउन, कॉटन से लेकर नेट, शिफॉन, जार्जेट, सैंडल, मैचिंग चूड़ियां, ईयर रिंग, झुमके, कंगन, जूते चप्पल, आभूषण व सौंदर्य प्रसाधन सामग्री की खरीदारी की। जबकि, पुरुष वर्ग ने शेरवानी, कुर्ता पायजामा, पठानी कुर्ता, जिंस, टी-शर्ट व शर्ट की खरीदारी की।

सेवई व ड्राई फ्रूट्स की भी हुई बिक्री 

बकरीद के अवसर पर दिन से लेकर रात तक दावतों का दौर चलेगा। जिसमें घर के सभी सदस्यों के साथ-साथ मेहमान तरह-तरह के व्यंजनों का स्वाद चखेंगे। घरों में सेवई सहित तरह-तरह के शाकाहारी व मांसाहारी पकवान बनेंगे और मेहमानों को परोसे जाएंगे। जिसमें मुख्य रूप से मटन व चिकन बिरयानी, मटन-चिकन करी, पोलाव व मिष्ठान्न शामिल रहेंगे।

दावत के लिए मेहमानों को आमंत्रित भी किया गया है। इसको लेकर अकीदतमंद जरूरी सामान की खरीदारी कर रहे हैं। कुर्बानी के बकरे की खरीदारी के साथ-साथ सेवई और ड्राई फ्रूट्स की खरीदारी की जा रही है।

पटना में बड़ा हादसा : गंगा में पलटी नाव, 11 लोग बचाए गए 6 लापता

डेस्क : बिहार से एक बड़ी खबर सामने आई है। जहां पटना जिले के बाढ़ अनुमंडल में बड़ा हादसा हुआ है। बाढ़ में गंगा नदी में नाव पलट गई है। जिसमें सवार आधा दर्जन लोग लापता है। जिनकी तलाश की जा रही है। 

मिली जानकारी के अनुसार नाव पर 16 लोग सवार थे। नाव के पलटते ही सभी लोग नदी में डूबने लगे। किसी तरह 11 लोगों को बचा लिया गया है। वहीं छह लोग अब भी लापता है। 

बताया जा रहा है कि गंगा दशहरा के मौके पर बाढ़ के उमानाथ घाट पर लोग स्नान करने के लिए जुटे थे। सुबह से हीं लोग गंगा में डुबकी लगा रहे थे। वही कुछ लोग नाव से गंगा नदी के दूसरी तरफ जा रहे थे तभी नाव बीच नदी में असंतुलित हो गई और डूबने लगी। नाव पर 16 लोग सवार थे। जिनमें से मौके पर उपस्थित लोगों द्वारा 11 लोगों को बचा लिया लेकिन छह लोग अभी भी लापता है। 

घटना की सूचना मिलते ही पुलिस की टीम वहां पहुंची और रेस्क्यू शुरू कर दिया। एसडीआरएफ की टीम लगातार छह लापता लोगों को गंगा नदी में खोज रही है। 

मौके पर पहुंचे एसडीएम ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि गंगा नदी में नाव डूब गई है। नाव में 16 लोगों सवार थे, 11 लोग तैर कर बाहर निकल आए वहीं 6 लोग लापता हैं। एसडीआरएफ की टीम लोगों की तलाश कर रही है।

राज्य में 88 नई औद्योगिक इकाइयां लगेंगी, तकरीबन छह हजार कामगारों को मिलेगा रोजगार*

डेस्क : बिहार में 88 नई औद्योगिक इकाइयां लगेंगी। इससे 916 करोड़ रुपये का निवेश होगा। राज्य निवेश प्रोत्साहन पर्षद की बैठक में इन इकाइयों के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई है। इन इकाइयों के लगने से करीब छह हजार कामगारों को रोजगार मिलने का अनुमान है। जिन इकाइयों को मंजूरी मिली है उसमें दो करोड़ रुपये से कम लागत वाली 37 और दो करोड़ रुपये से अधिक लागत वाली 51 इकाइयां हैं। 37 इकाइयों में 36 करोड़ 22 लाख रुपये का पूंजी निवेश होगा। वहीं, 51 इकाइयों में 880 करोड़ रुपये का पूंजी निवेश होगा।

विकास आयुक्त चैतन्य प्रसाद की अध्यक्षता में 7 जून को राज्य निवेश प्रोत्साहन पर्षद की बैठक हुई। बैठक में वित्तीय प्रोत्साहन क्लियरेंस के लिए आए 65 अन्य प्रस्तावों को स्वीकृति दी गई है। 13 प्रस्ताव 14 करोड़ 50 लाख रुपये के निवेश के और 52 प्रस्ताव 629 करोड़ 88 लाख रुपये के निवेश के हैं। बैठक में निर्णय लिया गया कि पर्यटन नीति 2023 के दायरे में आने वाले प्रस्तावों को किसी अन्य नीति का लाभ नहीं दिया जाएगा। इस संबंध में आए प्रस्तावों पर उद्योग विभाग अपर मुख्य सचिव और पर्यटन सचिव की बैठक में निर्णय लिए जाएंगे। 

वैसे औद्योगिक क्षेत्र जहां पर पीएनजी (पाइप्ड नेचुरल गैस) की सुविधा उपलब्ध है। वहां कोयला एवं फर्नेश ऑयल से चलने वाली इकाइयों को पीएनजी से चलाने के निर्देश दिए गए हैं। इस संबंध में आ रही कठिनाइयों को दूर करने के लिए वाणिज्य कर विभाग के समक्ष इकाइयां आवेदन देंगी। बैठक में उद्योग विभाग के अपर मुख्य सचिव संदीप पौंडरिक और उद्योग निदेशक पंकज दीक्षित भी मौजूद रहे।

वस्त्रत्त् उद्योग में सबसे ज्यादा रोजगार: निवेश से सबसे ज्यादा रोजगार का सृजन चमड़ा एवं वस्त्रत्त् उद्योग में हो रहा है।

उद्योग विभाग के आंकड़ों को देखें तो वर्ष 2022-23 में खाद्य प्रसंस्करण की 134 इकाइयों के लगने से 5505, वस्त्रत्त् उद्योग की 44 इकाइयों से 8004, चमड़ा उद्योग की 14 इकाइयों में 1356, आईटी-इलेक्ट्रॉनिक की 11 इकाइयों में 412 लोगों को रोजगार मिला है।

पटना और मुजफ्फरपुर से सबसे ज्यादा प्रस्ताव

सबसे ज्यादा इकाई लगाने के प्रस्ताव पटना और मुजफ्फरपुर जिले से हैं। पटना में 23, मुजफ्फरपुर में 16, वैशाली में 9 इकाई के प्रस्ताव हैं। इसके अलावा समस्तीपुर के चार, भोजपुर, नालंदा में 3-3, औरंगाबाद, गया, बेगूसराय, कैमूर, सीवान, पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण के दो-दो, दरभंगा, मधुबनी, लखीसराय, मुंगेर, सहरसा, बक्सर, अररिया, गोपालगंज, सीतामढ़ी, बांका, कटिहार, सीवान, पूर्णिया, खगड़िया आदि जिलों के प्रस्ताव हैं।

दो करोड़ से अधिक लागत वाली इकाइयां

सेक्टर इकाई निवेश (करोड़ में)

चावल मिल 12 61.07

खाद्य प्रसंस्करण 20 455.32

विनिर्माण 07 229.02

चमड़ा एवं वस्त्रत्त् 03 38.85

रिन्युअवल इनर्जी 03 29.74

छोटी मशीन निर्माण 01 2.50

आईटी, इलेक्ट्रॉनिक्स 01 2.80

अन्य 02 49.92

कुल 51 880.42

दो करोड़ से कम लागत वाली इकाइयां

सेक्टर इकाई निवेश (करोड़ में)

खाद्य प्रसंस्करण 10 8.05

विनिर्माण 11 9.35

प्लास्टिक और रबर 09 10.31

चमड़ा और वस्त्रत्त् उद्योग 02 1.64

आईटी, इलेक्ट्रॉनिक्स, हार्डवेयर 02 2.42

स्वास्थ्य 02 2.86

रिन्युअवल इनर्जी 01 1.57

कुल 37 36.22

बिहार के युवक-युवतियों के लिए खुशखबरी, जल्द ही सरकार करने जा रही है बड़े पैमाने पर बहाली

डेस्क : बिहार के बेरोजगार युवक-युवतियों के लिए बड़ी खुशखबरी है। जल्द ही उन्हें सरकारी नौकरी का मौका मिलने वाला है। बिहार के सरकारी विभागों में बड़ी संख्या में रिक्त पदों पर नियुक्ति की तैयारी है। लोकसभा चुनाव के पूर्व मांगी गई जानकारी के आधार पर विभिन्न विभागों में कुल 4 लाख 72 हजार 976 रिक्त पदों की सूचना राज्य सरकार को प्राप्त हुई है। हालांकि ऑनलाइन और ऑफलाइन मिलीं इन रिक्तयों की जानकारी में कहीं-कहीं भिन्नता है।

उच्चस्तरीय निर्देश पर अब सामान्य प्रशासन विभाग ने विभिन्न विभागों से 31 मई 2024 तक के रिक्त पदों की अद्यतन जानकारी एक सप्ताह में मांगी है। नियमित और संविदा नियुक्तियों को लेकर अलग-अलग जानकारी देने को कहा गया है। सामान्य प्रशासन विभाग के संयुक्त सचिव रजनीश कुमार ने सभी विभागों के अपर मुख्य सचिव, प्रधान सचिव, सचिव को पत्र लिखकर रिक्त पदों की अद्यतन सूचना देने का अनुरोध किया है। 

पत्र के अनुसार कुछ विभागों द्वारा स्वीकृत बल के विरुद्ध कार्यरत बल एवं उपलब्ध रिक्त पदों के संबंध में भिन्न-भिन्न आंकड़ों की जानकारी दी है, जिसे अद्यतन किया जाना है। सूत्रों के अनुसार अभी राज्य के कुल 45 विभागों में स्वीकृत पद 16,26,927 के विरुद्ध 11,53,951 कर्मी कार्यरत है जबकि 4,72,976 पद रिक्त हैं।

बिहार में भीषण गर्मी का कहर, महज एक दिन में दो शिक्षकों समेत 16 लोगों की मौत

डेस्क: बिहार में भीषण गर्मी व उष्ण लहर का कहर अधेड़ व बुजुर्गों पर भारी पड़ रहा है। दोपहर में बाहर निकले लोग तेजी से बीमार हो रहे हैं, राह चलते अचेत होकर गिर जा रहे हैं। शुक्रवार को अरवल में सर्वाधिक सात मौत हुई। वहीं नालंदा, भोजपुर व सारण में दो-दो व बक्सर में एक मौत हुई है।

पटना के बिहटा में एक शिक्षक की हृदयाघात से मौत के बाद अंतिम संस्कार में शामिल होने गए दूसरे शिक्षक की भी हृदयाघात से मौत हो गई, स्वजन के अनुसार, दोनों के निधन का कारण अत्यधिक गर्मी था।

कई जिलों में पारा 45 के पार

भोजपुर, बक्सर व अरवल जिले में शुक्रवार को अधिकतम तापमान 45 से 46 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया। गुरुवार को बक्सर का तापमान देश में सर्वाधिक 47.2 डिग्री सेल्सियस रहा था।

पद्मश्री से नवाजे गए बिहार के वरिष्ठ पत्रकार सुरेंद्र किशोर, राष्ट्रपति की ओर पटना डीएम ने उन्हें भेंट किया पुरस्कार

डेस्क : बिहार के वरिष्ठ पत्रकार सुरेंद्र किशोर को राष्ट्रपति की ओर से जिलाधिकारी, पटना शीर्षत कपिल अशोक द्वारा आज शुक्रवार को पद्मश्री पुरस्कार भेंट की गई। जिलाधिकारी ने लब्धप्रतिष्ठ पत्रकार सुरेंद्र किशोर को अपनी शुभकामनाएँ देते हुए उनके उत्तम स्वास्थ्य की कामना की।  

बता दें इस वर्ष घोषित पद्म पुरस्कारों में सुरेंद्र किशोर का नाम शामिल था। हालाँकि स्वास्थ्य कारणों से दिल्ली जाकर पुरस्कार नहीं ले पाए थे। अब उनके सम्मान में पटना जिलाधिकारी ने उनके आवास पर जाकर उन्हें पद्मश्री पुरस्कार भेंट किए। सुरेंद्र किशोर को भाषा, शिक्षा तथा पत्रकारिता के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान के लिए पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।

समाजवादी विचारधारा से जुड़े सुरेंद्र किशोर पिछले पांच दशक से विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में लेखन करते रहे हैं। बिहार के बहुचर्चित बॉबी हत्याकांड से लेकर पशुपालन घोटाले तक को उजागर करने में सुरेंद्र किशोर की रिपोर्टों को राष्ट्रीय ख्याति मिली। कर्पूरी ठाकुर ने सुरेंद्र किशोर का अपने पीए के रूप में चयन किया था। अपनी लेखनी और सादगी पूर्ण जीवन के लिए सुरेंद्र किशोर एक प्रेरक व्यक्तित्व के रूप में जाने जाते हैं।

वे आपातकाल के दौरान जेल भी गये। हालाँकि जेपी सेनानियों को बिहार सरकार की ओर से पेंशन देने की घोषणा हुई तो उन्होंने इसे लेकर से इंकार कर दिया। अपने उच्च आदर्श और नैतिकता के लिए पत्रकारिता जगत में सुरेन्द्र किशोर एक सम्मानित नाम रहे हैं। उनके भाषा, शिक्षा तथा पत्रकारिता के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान के लिए पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित करने की घोषणा की गई। अब जिलाधिकारी ने खुद उनके आवास पर जाकर उन्हें देश का प्रसिद्ध नागरिक सम्मान भेंट दिया।