भूपेश बघेल हार के बाद पहुंचे कार्यकर्ताओं के पास, कहा- दुखी होने की जरूरत नहीं, जो बीत गई, सो बात गई…

राजनांदगांव- लोकसभा चुनाव में हार का सामना करने के बाद आज पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कार्यकर्ताओं से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने कार्यकर्ताओं को ढाढस बंधाते हुए कहा कि चुनाव आते जाते रहेंगे दुखी होने की जरूरत नहीं है. जो बीत गई, सो बात गई.

भूपेश बघेल राजनांदगांव लोकसभा सीट पर शिकस्त मिलने के बाद भी स्थानीय कांग्रेस कार्यकर्ताओं और मतदाताओं का आभार व्यक्त करने प्रत्येक विधानसभा में विधानसभा स्तरीय आभार बैठक का आयोजन कर रहे हैं. इसी तारतम्य में भूपेश बघेल आज राजनांदगांव विधानसभा पहुंचे. एक निजी होटल में आयोजित आभार बैठक में शामिल हुए. उन्होंने कहा कि हमने कई प्रदेशों में अच्छा प्रदर्शन किया है. छत्तीसगढ़ में थोड़ी और मेहनत करते तो कई सीट जीत सकते थे.

उन्होंने कहा कि मैं समीक्षा करने नहीं आया हूं, धन्यवाद ज्ञापित करने आया हूं. उन्होंने कहा कि हमारे प्रयास में कोई कमी रह गई होगी, लेकिन कार्यकर्ताओं ने काफी मेहनत की. चुनाव परिणाम के बाद यहां के कार्यकर्ता-पदाधिकारी मुझसे मिलने नहीं आए. उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं के बीच जाना जरूरी है, दुख बांटने से हल्का होता है. उन्होंने कार्यकर्ताओं का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि देश का महौल तीसरे चरण के बाद बदलना शुरू हुआ. छत्तीसगढ़ का चुनाव भी तीसरे चरण के बाद होता तो बात कुछ और होती.

रमन सिंह के बयान से काटी कन्नी

भूपेश बघेल ने इस दौरान पत्रकारों से चर्चा में अपनी हार पर कहा कि हमें जनता का आदेश स्वीकार है. वहीं डॉ रमन सिंह के राजनांदगांव की उपेक्षा के चलते उनके लोकसभा चुनाव हारने के बयान पर पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि वह विधानसभा अध्यक्ष हैं. मैं उनके बारे में कुछ नहीं कहूंगा, लेकिन उन्हें भी मर्यादा का ध्यान रखना चाहिए, वह छत्तीसगढ़ के लोगों का ध्यान रखते तो 15 सीट पर नहीं सिमटे होते.

बलौदा बाजार की घटना सरकार की विफलता

बलौदा बाजार की घटना को लेकर उन्होंने कहा कि यह मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की विफलता है. सतनामी समाज ने पहले ही ज्ञापन देकर गिरफ्तारियों को गलत बताया था, और सही अपराधियों को पकड़ने की मांग की थी. पहले ही न्यायिक जांच की घोषणा कर देते तो इतना आक्रोश नहीं फैलता, इसके लिए जिम्मेदार विष्णु देव सरकार है. उन्होंने कहा कि एक मिनट भी विष्णु देव साय को पद में नहीं रहना चाहिए, उन्हें अपना त्यागपत्र दे देना चाहिए.

सुरेंद्र दास वैष्णव के पोस्टर पर कसा तंज

कांग्रेस से निष्कासित पूर्व जिला पंचायत उपाध्यक्ष सुरेंद्र दास वैष्णव द्वारा लगाए गए विदाई के पोस्ट को लेकर भूपेश बघेल ने कहा कि वह अपना इंपॉर्टेंस बताना चाह रहे हैं, इसलिए ऐसा कर रहे हैं. वह बता रहे हैं कि मैं ही चुनाव जिताया हूं. इसका मतलब भाजपा के लोग घर में बैठे रहे हैं.

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय प्रशासनिक काम-काज में कसावट लाने विभागीय समीक्षा बैठकों का सिलसिला 13 जून से करेंगे प्रारंभ

रायपुर-  मुख्यमंत्री विष्णु देव साय प्रशासनिक काम-काज में कसावट लाने के लिए विभिन्न विभागों की समीक्षा बैठकों का सिलसिला 13 जून से शुरू कर रहे हैं। इन बैठकों में आम जनता से जुड़ी योजनाओं की गहन समीक्षा की जाएगी। गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव की आचार संहिता के कारण पिछले तीन माह से प्रशासनिक काम-काज की गति कुछ धीमी हो गई थी। मुख्यमंत्री श्री साय विभागों की समीक्षा कर काम-काज में गति लाने और योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन के संबंध में विभागीय सचिवों और अधिकारियों को आवश्यक निर्देश देंगे।

मुख्यमंत्री श्री साय 13 जून को अपने निवास कार्यालय में दोपहर 01 बजे से कृषि एवं उद्यानिकी विभाग तथा अपरान्ह 03 बजे से पशुधन विकास, मत्स्य पालन और दुग्ध महासंघ के काम-काज की समीक्षा करेंगे। संबंधित विभागों के सचिवों को विभागीय गतिविधियों और संचालित योजनाओं की अद्यतन जानकारी के साथ बैठक में उपस्थित होने के निर्देश दिए गए हैं। बैठक में मुख्यमंत्री खरीफ फसलों की तैयारी, खाद-बीज के भण्डारण, वितरण, विभागीय योजनाओं की समीक्षा करेंगे।

मुख्यमंत्री श्री साय 14 जून को मंत्रालय महानदी भवन नवा रायपुर अटल नगर में पूर्वान्ह 11.30 बजे स्वास्थ्य सेवाएं तथा अपरान्ह 03 बजे चिकित्सा शिक्षा, खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग की समीक्षा करेंगे। स्वास्थ्य विभाग की बैठक में आयुष्मान भारत सहित आम जनता को त्वरित चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए संचालित योजनाओं की समीक्षा होगी। समीक्षा बैठक में इसी क्रम में मुख्यमंत्री 15 जून को अपने निवास कार्यालय में पूर्वान्ह 11.30 बजे लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग तथा अपरान्ह 02 बजे गृह एवं जेल विभाग की समीक्षा करेंगे। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग की समीक्षा के दौरान जल जीवन मिशन के कार्यों की भी समीक्षा की जाएगी।

ओडिशा की नई सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए मुख्यमंत्री विष्णु देव साय

रायपुर- मुख्यमंत्री विष्णु देव साय आज शाम भुवनेश्वर के जनता मैदान में आयोजित ओडिशा के नये मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए। उन्होंने मुख्यमंत्री श्री माझी को पुष्प गुच्छ भेंटकर अपनी शुभकामनाएं दीं। साथ ही ओडिशा के नए उप मुख्यमंत्री द्वय के रूप में शपथ लेने वाले के. वी. सिंहदेव और प्रवती परिदा सहित मंत्री के रूप में शपथ लेने वाले सभी मंत्रिगणों को भी अपनी बधाई और शुभकामनाएं दीं।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन और मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी के कुशल नेतृत्व में ओडिशा राज्य निश्चित ही विकास के हर मानकों पर खरा उतरेगा। महाप्रभु श्री जगन्नाथ जी से कामना करता हूँ कि वन संपदा, खनिज संपदा और मेहनतकश लोगों से परिपूर्ण यह राज्य उत्तरोत्तर प्रगति करे, तरक्की के नए आयाम गढ़े। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश ने विकसित भारत बनाने का जो संकल्प लिया है, उसे पूरा करने में ओडिशा राज्य भी अपनी महत्वपूर्ण और प्रभावी भूमिका निभाएगा। छत्तीसगढ़ के पड़ोसी राज्य होने के नाते ओडिशा से हमारे आत्मीय संबंध हैं। हम ओडिशा और छत्तीसगढ़ के साझा हित और परस्पर विकास की दिशा में समर्पित होकर कार्य करेंगे।

60 वर्ष पूर्ण कर चुके आठ और श्रमिकों के पेंशन पर श्रम मंत्री सह छत्तीसगढ़ भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण मंडल के अध्यक्ष लखन लाल देवांगन

रायपुर-  प्रदेश में मुख्यमंत्री श्रमिक पेंशन योजना के तहत 60 वर्ष पूर्ण कर चुके आठ और श्रमिकों के पेंशन को श्रम मंत्री लखन लाल देवांगन ने निर्देश पर जारी किए गए।

श्रमिकों के हित और उनके बेहतर जीवन यापन के लिए छत्तीसगढ़ में निर्माण श्रमिकों के पेंशन योजना की शुरूआत 29 मार्च को की गई थी। इस योजना के तहत पात्र निर्माण श्रमिकों को पेंशन राशि सीधे उनके खाते में भेजी जा रही है। इसके अलावा भी कई सारे लाभ मिलेंगे।

बुधवार को श्रम मंत्री और छत्तीसगढ़ भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण मंडल के अध्यक्ष लखन लाल देवांगन ने आठ और श्रमिकों का पेंशन जारी किया।

श्रमिक हितैषी विष्णुदेव सरकार

इस अवसर पर मंत्री लखन लाल देवांगन ने कहा कि प्रदेश की विष्णुदेव सरकार श्रमिकों की हितेषी है। सरकार की पूरी मंशा है की श्रमिकों को योजना का अधिक से अधिक लाभ मिल सके। श्रमिकों के हित एवं उनके बेहतर जीवन यापन के लिए निर्माण श्रमिकों के पेंशन योजना का लाभ श्रमिको को दिया जा रहा है। जिसमें पात्र निर्माण श्रमिकों को पेंशन राशि सीधे उनके खाते में भेजी जाएगी। इस योजना के तहत् ऐसे पंजीकृत निर्माण श्रमिक जिनकी आयु 60 साल पूरी चुकी है, उन श्रमिकों को हर महीने 1500 रुपये पेंशन के रूप में दिए जाएंगे। अगर पेंशनधारी निर्माण श्रमिक की मृत्यु हो जाती है तो निर्माण श्रमिक के आश्रित (पति/पत्नी) को 750 रूपए मासिक पेंशन दिए जाने का प्रावधान है।

इन जिलों के श्रमिकों को राशि हुई जारी महासमुंद के 2 श्रमिक, बेमेतरा के 4 श्रमिकों को, राजनांदगांव और दुर्ग के एक-एक श्रमिक को पेंशन जारी किया गया है।

बलौदाबाजार हिंसा मामला: डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने कहा- करोड़ों का नुकसान हुआ है, इसकी भरपाई आरोपियों से ही की जाएगी

रायपुर- छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार में 10 जून को हुई हिंसा घटना की समीक्षा की गई है. मामले में समीक्षा के बाद डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने घटना में हुई करोड़ो के नुकसान की भरपाई दोषियों से करवाने की बात कही है. इसके साथ ही उन्होंने बस्तर के जगरगुंडा में सड़क निर्माण को लेकर भी मीडिया से खुशी जाहिर की.

न्यायिक जांच की घोषणा पर समाज था संतुष्ट: डिप्टी सीएम शर्मा

उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने बलौदाबाजार में हुई घटना के पीछे समाज से बाहरी लोगों का हाथ बताया है. उन्होंने कहा कि सामाजिक नहीं यह असामाजिक लोगों का काम है. उन्होंने बताया कि मामले में न्यायिक जांच की घोषणा किए जाने के बाद सतनामी समाज ने संतुष्टि जाहिर की थी.

लगता नहीं कि ये छत्तीसगढ़ के लोग हैं: डिप्टी सीएम शर्मा

डिप्टी सीएम ने मामले आगे कहा, कि यह बहुत दुख का विषय है, यह नहीं लगता कि छत्तीसगढ़ के लोग हैं, इसमें बाहरी लोगों का हाथ है. उन्होंने कहा कि इस घटना योजनाबद्ध तरीके से की गई है. हाथ में पेट्रोल बोतल, डंडे-लाठी के साथ लोग नजर आए हैं. उपमुख्यमंत्री शर्मा ने कहा कि 9 दिन और 9 रात मैं भी आंदोलन में बैठा था, लेकिन अंदर नहीं गया क्योंकि हमें अपनी सीमा पता है. लोकतंत्र में एक सीमा होती है, इसके आगे अराजकता होती है. सुंदर बिल्डिंग जला दी, किसी को क्या मिला..?

करोड़ों के नुकसान की भरपाई दोषियों से की जाएगी : डिप्टी सीएम

डिप्टी सीएम शर्मा ने दो टूक शब्दों में कहा है, कि बलौदाबाजार में की गई आगजनी में करोड़ों का नुकसान हुआ है, तो इसकी भरपाई आरोपियों से ही की जाएगी.

भाजपा का कांग्रेस पर आरोप

भाजपा की तरफ से मामले में कांग्रेसी नेताओं पर समाज को भड़काने के आरोप को लेकर भी बयान दिया है. उन्होने कहा कि जांच में जिन-जिन लोगों का नाम सामने आएगा, सभी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.

बस्तर के जगरगुंडा में सड़क निर्माण 15 साल में हुआ पूरा

उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने बस्तर के जगरगुंडा में सड़क को लेकर खुशी जाहिर की है. उन्होंन कहा, कि सड़क का निर्माण उन्नति के मार्ग को प्रशस्त करता है. इस सड़क के निर्माण में 15 साल से अधिक समय लगा.

नक्सलवाद को समाप्त करने की पहल

उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना की 257 सड़कें हैं जिस पर काम नहीं हुआ. दर्जन भर से अधिक पीडब्ल्यूडी की सड़क पर काम नहीं किया जा रहा था. अब राज्य की भाजपा सरकार ने पीडब्ल्यूडी की 81 और सड़कों को चिन्हांकित किया है. 30 सड़कों पर और सिक्योरिटी देकर काम शुरू किया गया है. यह पहल नक्सलवाद को समाप्त करने के लिए है.

छत्तीसगढ़ जीएसटी विभाग द्वारा लाँच किया गया “ई-संवीक्षा” पोर्टल

रायपुर-  छत्तीसगढ़ राज्य कर (जीएसटी) विभाग द्वारा सूचना एवं प्रौद्योगिकी का उपयोग कर नई पहल करते हुए “ई-संवीक्षा” पोर्टल लाँच किया गया है। यह पोर्टल रजत बंसल, आयुक्त, राज्य कर, छत्तीसगढ़ की पहल पर राज्य कर मुख्यालय, नवा रायपुर के डायरी कक्ष एवं कम्प्यूटर कक्ष द्वारा तैयार किया गया है जिसके अंतर्गत मैदानी कार्यालयों के समुचित अधिकारियों द्वारा जीएसटी अधिनियम की धारा 61 एवं धारा 73 और/ अथवा धारा 74 के अंतर्गत की जाने वाली कार्यवाहियों की रिपोर्टिंग आनलाईन की जानी है।

प्रारंभिक चरण में “ई-संवीक्षा” के अंतर्गत “स्क्रूटनी माड्यूल” बनकर तैयार है एवं लाईव किया जा चुका है तथा “एड्जुडिकेशन माड्यूल” तैयार किया जा रहा है। इससे न केवल विभागीय अधिकारियों द्वारा किए जा रहे कार्यों की मानिटरिंग की जा सकेगी बल्कि ऐसे अधिकारियों द्वारा प्रस्तुत की जाने वाली मासिक डायरी भी आनलाईन होगी और एनालीटिक्स में इससे प्राप्त होने वाले आँकड़ों का राजस्व हित में उपयोग किया जाएगा।

इसके अलावा राज्य के व्यापारियों को होने वाली व्यवहारिक परेशानियों का निराकरण करने मे भी “ई-संवीक्षा” माड्यूल कारगर साबित होगा।

गौरतलब है कि, राज्य कर आयुक्त के ध्यान में कुछ ऐसे प्रकरण आये थे जिनमें एक ही व्यवसायी की एक ही अवधि के प्रकरण में एक से अधिक अधिकारियों द्वारा अलग-अलग समय पर नोटिस जारी किए गये थे, जिसके बाद आयुक्त द्वारा “ई-संवीक्षा” माड्यूल की आवश्यकता को ध्यान मे रखते हुए इसे तत्काल प्रभाव से लागू करवाया गया है।

क्या बदल जाएंगे कांकेर लोकसभा सीट के परिणाम ? कांग्रेस ने की 4 विधानसभा क्षेत्रों में ईवीएम की दोबारा गिनती कराने की मांग

कांकेर-   हाल ही में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव में कांकेर लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी बीरेश ठाकुर बहुत कम वोटों के अंतर से हारे. जिसे लेकर बीरेश ठाकुर ने चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाए हैं. बीरेश ठाकुर ने 4 केंद्रों के ईवीएम बदले जाने के आरोप लगाते हुए जिला कलेक्टर नीलेश क्षीरसागर को ज्ञापन सौंपा हैं और चारों केंद्रों के ईवीएम की जांच की मांग की है. जिसमें बालोद विधानसभा के दो, गुंडरदेही के एक और सिहावा विधानसभा के एक केंद्र के ईवीएम की जांच की मांग की गई है.

बिरेश ठाकुर ने प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि मतदान के बाद जो ईवीएम के नंबर एजेंट को दिए गए थे. मतगणना के दिन वो नंबर बदल कैसे गए इसका जवाब निर्वाचन आयोग को देना होगा. उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार जिस ईवीएम पर गड़बड़ी को आशंका हो उसकी जांच करवाई जा सकती है, इसलिए उन्होंने 4 ईवीएम जहां ईवीएम नंबर अलग-अलग रहे है उनके जांच के लिए आवेदन किया है. बीरेश ठाकुर ने तत्कालीन कांकेर कलेक्टर अभिजीत सिंह पर भी आरोप लगाते हुए कहा कि 16वें राउंड के बाद 2 घंटे तक मतगणना का कोई अपडेट ही नहीं दिया गया. बीरेश ठाकुर ने कांकेर कलेक्टर के मोबाइल डिटेल जांच करने की भी मांग करते हुए कहा कि उन्हें ऊपर से फोन आने लगे थे. अगर उनके काल डिटेल की जांच की जाए तो सब साबित हो जाएगा.

इसके साथ ही बीरेश ठाकुर ने यह भी आरोप लगाया है कि कांग्रेस को हराने में अहम भूमिका रही है और इसलिए तत्कालीन कलेक्टर को आचार संहिता हटते ही प्रमोशन कर गृह और जेल विभाग का सचिव बनाया गया है.

1884 वोटों से हारे बीरेश ठाकुर

आपको बता दें कि कांकेर लोकसभा सीट से भाजपा ने भोजराज नाग को उम्मीदवार बनाया था और कांग्रेस ने बीरेश ठाकुर को उम्मीदवार बनाया था. चुनाव में भोजराज नाग को 5 लाख 97 हजार 624 वोट मिले और बीरेश ठाकुर 5 लाख 95 हजार 740 वोट मिले. चुनाव में भाजपा प्रत्याशी भोजराज नाग 1884 वोटों से जीतकर सांसद बन गए हैं.

सतनामी समाज के बाद अब पटेल समाज हुआ उग्र, एसपी कार्यालय का किया घेराव, जानिए क्या है मामला

महासमुंद-  बलौदाबाजार जिले में सोमवार को सतनामी समाज के प्रदर्शन में हुए हिंसा के बाद महासमुंद जिले में भी पटेल समाज के लोग उग्र हो गए और एसपी कार्यालय का घेराव किया. पटेल समाज का आरोप है कि 4 महीने पहले हुई हत्या के मामले में पुलिस ने निष्पक्ष जांच नहीं की है, जिसको लेकर समाज में आक्रोश है. इसको लेकर ही आज समाज के लोगों ने बड़ी संख्या में एसपी कार्यालय का घेराव कर ज्ञापन सौंपा है.

जानकारी के अनुसार, महासमुंद के सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र के नांदगांव में बीते 18 मार्च 2024 को एक युवक पूनम पटेल की गला रेतकर हत्या कर दी गई थी. इस मामले में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने 19 मार्च को एक आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. हत्या के मामले में पुलिस की इस कार्रवाई से मरार पटेल समाज के लोग असंतुष्ट थे. जिसके चलते 4 महीने बाद समाज के लोग और ग्रामीण बड़ी संख्या में एकत्रित होकर एसपी कार्यालय घेराव करने पहुंचे.

समाज का आरोप है कि पूनम पटेल की हत्या किसी एक व्यक्ति ने नहीं की है, बल्कि इसमें अन्य लोग भी शामिल हैं. समाज के पदाधिकारियों ने एसपी से मिलकर पूनम पटेल की हत्या की निष्पक्ष जांच करने की मांग की है. पदाधिकारियों को एसपी ने हत्या की जांच पूरी पारदर्शिता से करने का आश्वासन दिया. जिसके बाद समाज के लोगों ने प्रदर्शन को समाप्त किया.

प्रधानमंत्री ई-बस सेवा योजना : रायपुर में चलेंगी 100 इलेक्ट्रिक सिटी बसें, इन स्थानों पर बना रहे डिपो…

रायपुर- राजधानी रायपुर की जनता को जल्द ही प्रदूषण मुक्त ई-बसों से आवाजाही की सुविधा मिलेगी. प्रधानमंत्री ई-बस सेवा के तहत रायपुर को 100 नई बसें मिलने जा रही है. इन बसों के संचालन के लिए शहर के आमानाका और पंडरी में दो नए बस डिपो बनाए जा रहे हैं, जो बसों के लिए सेंटर पॉइंट होंगे. 

इन दोनों डिपो से ही शहर के अलग-अलग स्थानों के लिए सिटी बसें चलेंगी. डिपो स्थलों पर इन बसों की बैट्री चार्ज करने के लिए चार्जिंग पॉइंट भी बनाने की तैयारी है. इससे रायपुर शहर के अंदर ट्रांसपोर्ट सुविधा और भी आसान होगी. ये सभी बसें केंद्र सरकार की ओर से रायपुर सिटी को मिल रही हैं. नए डिपो बनाने की तैयारी रायपुर नगर निगम ने शुरू कर दी है. इसके अलावा यात्रियों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए वेटिंग एरिया और अन्य व्यवस्थाएं होंगी.

ज़िला प्रशासन ने किया निरीक्षण

रायपुर कलेक्टर डॉ गौरव सिंह ने आमानाका में स्थापित होने वाले बस डिपो में की जा रही तैयारियों का जायजा लिया. उन्होंने ई-बसों की चार्जिंग के साथ मेंटेनेंस के लिए सभी ज़रूरी इंतज़ाम जल्द करने के निर्देश अधिकारियों को दिए. इसके साथ कलेक्टर ने आज आईएसबीटी का भी निरीक्षण किया, इसमें 1 एकड़ जगह को सिटी बस के स्टैंड के लिए फाइनल किया गया है. निरीक्षण के दौरान रायपुर नगर निगम आयुक्त अबिनाश मिश्रा सहित अन्य अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे.

बलौदाबाजार हिंसा: गिरफ्तारी देने एसपी दफ्तर पहुंचे पूर्व मंत्री गुरु रूद्र, कहा- बीजेपी के मंत्री मांगे माफी, नहीं तो करूंगा मानहानि का दावा

रायपुर- बलौदाबाजार में बीते 10 जून को सतनामी समुदाय के प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा में करोड़ों की संपत्ति जलकर खाक हो गई. राज्य सरकार ने मामले में एक्शन लेते हुए जिले के कलेक्टर और SP को हटा दिया गया है. वहीं मामले की जांच के लिए विशेष पुलिस टीम भी गठित की है. हिंसा के पीछे सरकार ने कांग्रेस की राजनीतिक साजिश बताया है. आरोप लगाया गया है कि कांग्रेस के विधायकों, पूर्व मंत्रियों और नेताओं ने लोगों को भड़काने का काम किया है. सरकार के इस बयान के बाद छत्तीगसगढ़ में भूपेश सरकार के दौरान मंत्री रहे गुरु रूद्र कुमार रायपुर के एसपी दफ्तर गिरफ्तारी देने पहुंचे है.

पूर्व मंत्री गुरु रूद्र ने तीन मंत्रियों के खिलाफ मानहानि का केस दर्ज करने की बात भी कही है. उन्होंने बताया कि तीन-तीन मंत्रियों ने मुझ पर षड्यंत्र करने का आरोप लगाया है, इसलिए मैं खुद गिरफ्तारी देने आया हूं. गिरोधपुरी में हमारे समाज के सबसे बड़े तीर्थ स्थल में जैत खाम को तोड़ा जाता है. इस मामले पर झूठी गिरफ्तारी की जाती है. हम पूरे मामले पर CBI जांच की मांग कर रहे थे. राज्य से लेकर केंद्र तक में उनकी सरकार है. लेकिन फिर भी मामले पर ढिलाई बरती गई है. जिसकी वजह से हिंसा भड़की.

सरकार सिर्फ़ राजनीति कर रही है – पूर्व मंत्री गुरु रूद्र

पूर्व मंत्री गुरु रूद्र ने कहा- हम शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने पहुंचे हुए थे. हमारा समाज परम पूज्य गुरु घासीदास जी का अनुयायी है. हम सत्य और अहिंसा के मार्ग पर चलते है. हमारे समाज के द्वारा एसी निंदनीय घटना नहीं की जा सकती है. यही सब जांच का विषय है. इस घटना में असामाजिक तत्वों की संलिप्तता रही. लेकिन सरकार जांच न कर सिर्फ़ राजनीति कर रही है. दोषियों को पकड़ना छोड़ हमारे ऊपर षड्यंत्र का आरोप लगा रहे है. न सिर्फ छत्तीसगढ़ बल्कि पूरे देश में जहां भी मेरा समाज मुझे याद करेगा मैं जरुर उस जगह पर जाऊंगा. मैंने वहां भाषण दिया, फिर भी मेरे ऊपर इतना घिनौना आरोप लगाया गया है. जिससे पूरा समाज आहत. हमारी मांग है की तीनों मंत्री हमसे माफ़ी मांगे नहीं तो मानहानि का दावा करूंगा और जब तक मेरी गिरफ्तारी नहीं कर ली जाती है. तब तक एसपी कार्यालय में बैठे रहूंगा.

पूर्व मंत्री गुरु रूद्र के गिरफ़्तारी देने पहुंचने के सवाल पर सिविल लाइन सीएसपी अनुराग झा ने कहा कि एसपी साहब मीटिंग में व्यस्त है. इनका कहना है, इन्हें गिरफ्तार किया जाए. सभी चीजे प्रक्रिया के तहत की जाती है. कानून के दायरे में रहते हुए पुलिस सारा काम करती है.