चिंतन शिविर का दूसरा दिन : सीएम विष्णुदेव साय ने मंत्रियों के साथ IIM परिसर का किया भ्रमण

रायपुर- मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने राजधानी रायपुर स्थित भारतीय प्रबंध संस्थान (आईआईएम) में आयोजित दो दिवसीय चिंतन शिविर के दूसरे दिन आज अपने मंत्रिमंडल के सहयोगियों के साथ योगाभ्यास किया. मुख्यमंत्री ने योगाभ्यास के बाद मंत्रिमंडल के सहयोगियों के साथ भारतीय प्रबंध संस्थान परिसर का भ्रमण किया. मुख्यमंत्री ने इस दौरान परिसर स्थित स्पोर्ट्स कैंपस (अखाड़ा), हॉस्टल मेस, फाउंडेशन स्टोन (आधारशिला), प्रशासनिक भवन (कर्मशीला), जैव विविधता के लिए निर्मित परिसर और क्वींस पैलेस का भ्रमण किया. उन्होंने क्वींस पैलेस से आईआईएम के विहंगम दृश्य का अवलोकन किया.

इस दौरान आईआईएम के प्रोफेसर सत्यशिबा दास और कॉरपोरेट रिलेशन ऑफिसर गिरिश पहाड़िया ने संस्थान के बारे में मुख्यमंत्री साय और मंत्रीगणों को जानकारी दी. संस्थान के अधिकारियों ने प्रशासनिक भवन में रखी हुई संस्थान की रेप्लिका के माध्यम से निर्माणाधीन संरचनाओं और भावी योजनाओं के बारे में जानकारी दी.

चिंतन शिविर का दूसरा दिन, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने अपने मंत्रिमंडल सहयोगियों के साथ किया योगा

रायपुर- नवा रायपुर स्थित भारतीय प्रबंधन संस्थान (IIM) में आयोजित दो दिवसीय चिंतन शिविर का आज दूसरा दिन है. वहीं सुबह मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के मंत्रिमंडल के सहयोगियों के साथ योग किया. योग के बाद फिर से आईआईएम के एक्सपर्ट सभी मंत्रियों को टिप्स देंगे.

बता दें कि नवा रायपुर के आईआईएम में आयोजित दो दिवसीय चिंतन शिविर की शुरुआत शुक्रवार को हुई. जिसमें प्रदेश की विष्णुदेव साय सरकार की मैनेजमेंट के गुर सीखने की क्लास लग रही है. इस क्लास में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय समेत सभी मंत्री शामिल हैं. पहले दिन सभी मंत्रियों की क्लास सुबह 10 से पांच बजे तक लगी. वहीं आज सुबह 6 बजे योगा क्लास लगी. उसके बाद फिर 10 बजे से मुख्यमंत्री और मंत्री मैनेजमेंट की पढ़ाई करेंगे.

कथावाचक पं. प्रदीप मिश्रा ने कही चार बच्चे पैदा करने की बात, दो परिवार के लिए और दो सनातन धर्म के लिए

रायपुर-   कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा ने परिवार में 4 बच्चों की वकालत की है. इनमें से दो बच्चे परिवार के लिए और दो सनातन धर्म को बचाने के लिए आवश्यक बताया है. वहीं बच्चों की संख्या को लेकर कानून लाए जाने के सवाल पर कहा कि जब इस पर कानून लाया जायगा तब देखेंगे. 

कथावाचक पं. प्रदीप मिश्रा शनिवार को पत्रकारों से रू-ब-रू हुए. इस दौरान चर्चा में उन्होंने लड़के-लड़कियों से माता-पिता के कहे अनुरूप विवाह करने की बात कही. उन्होंने कहा कि प्रेम विवाह का विरोध नहीं, लव जिहाद का विरोध है. विवाह करें मना नहीं है, लेकिन लड़का-लड़की के अनुकूल होना चाहिए,

राजनीति में धर्म के उपयोग पर प्रदीप मिश्रा ने कहा कि धर्म में राजनीति और राजनीति धर्म में चलता आया है. सत्ता के सिंहासन में किसको देखने के सवाल पर कहा कि युवाओं को रोजगार और धर्म को आगे बढ़ाने वालों को मिलना चाहिए.

उन्होंने कहा कि आने वाला समय अच्छा होगा. भारत हिंदू राष्ट्र वैसे भी है. सारे देवताओं का निवास, सभी देवताओं को पूजा जाता है. वहीं नक्सलवाद का जिक्र करते हुए कहा कि इससे मुक्ति के लिए सरकार लगी है. पत्रकारों की कलम में वो दम होता है, जो बिगड़े हुए सुधार सकता है. नक्सलियों को ये संदेश देता हूं कि वे राष्ट्र हित में काम करें.

प्रदीप मिश्रा ने धर्मांतरण को लेकर कहा कि जो जहां है, अपने धर्म में रहो, अपने धर्म का पालन करो. छोटे-छोटे लोग ऐसे मिल जाते हैं, जो अपने धर्म में ले जाते हैं, और अपने धर्म में मिला लेते हैं. इसमें गलती अपनी ही रहती है. लोग कहते है कि हम घर वापसी करा रहे हैं. हम कहते हैं, कि गए ही क्यों थे. प्रयास ये करे इनको अपने धर्म में ही रखें. अगर संविधान के हिसाब से चलता है, धर्मांतरण रूक सकता है.

तुलसीदास ने भी शंकर रूपी कहा है. अगर विश्वास होता है तो अपने आप ऊर्जा उत्पन्न होने लगती है. अगर मैने जल पिया है शंकर जी का, आपने अगर मन से निकाल दिया कि मेरा कोई दुश्मन नहीं है, तो सब सही होगा. डॉक्टर शंकर का ही एक रूप है. आप दिखाओ, जांच कराओ. शंकर पर चढ़ी बेल का जल पीते रहे, रोग का निवारण होगा. अगर कोई आपको तकलीफ से मुक्त कर रहा है, तो वो शंकर का रूप है.

आईआईएम रायपुर में आयोजित चिंतन शिविर के पहले दिन विकसित छत्तीसगढ़ की संकल्पना का खाका खींचने हुआ सार्थक संवाद

रायपुर। अपनी तरह की अनूठी पहल करते हुए छत्तीसगढ़ सरकार ने विकसित छत्तीसगढ़, विकसित भारत की संकल्पना के अपने विजन के क्रियान्वयन के लिए आईआईएम एवं देश भर की प्रतिष्ठित संस्थाओं के विषय विशेषज्ञों के साथ मंथन किया। रायपुर आईआईएम में आयोजित इस दो दिवसीय चिंतन शिविर का शुभारंभ मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने किया। शिविर में मुख्यमंत्री के साथ उपमुख्यमंत्री द्वय अरुण साव एवं विजय शर्मा तथा मंत्रिमंडल के अन्य सहयोगियों ने भी हिस्सा लिया। इस तरह से देश में विषय विशेषज्ञों के साथ बौद्धिक विमर्श और चिंतन शिविर गुजरात में आयोजित किया गया था। इसके बाद देश में ऐसा पहली बार हुआ है कि किसी राज्य का पूरा मंत्रिमंडल प्रदेश को संवारने एवं विकास को नया आयाम देने विद्यार्थी भाव से विचारविमर्श करने जुटा है और अपने क्षेत्र के माने हुए विषय विशेषज्ञों से संवाद कर रहा है। प्रदेश के नेतृत्व द्वारा इस तरह से अनूठी पहल करते हुए विशेषज्ञों से बौद्धिक विचार-विमर्श कर प्रदेश को संवारने के लिए आज सार्थक चर्चा की गई। छत्तीसगढ़ के विकास के लिए बनाये गये विजन के क्रियान्वयन के लिए आज दिन भर हुए सत्रों में गहन विचारविमर्श किया गया। जैसे कोई कृषक बड़ी मेहनत से खेती के लिए अपनी जमीन तैयार करता है वैसा ही विकसित छत्तीसगढ़ के स्वप्न को मूर्त रूप देने छत्तीसगढ़ का शीर्ष नेतृत्व जुटा, जो विजन तैयार किया गया है उसे प्रभावी बनाने विषय विशेषज्ञों से राय ली गई ताकि उनके सुझाव लेकर विजन के क्रियान्वयन को पैनापन दिया जा सके। चिंतन शिविर में तय किया गया कि विकसित छत्तीसगढ़ के विजन को समाज के सभी वर्गों के बीच ले जाना है। सबको जागरूक कर और उनकी भागीदारी लेकर विकसित छत्तीसगढ़ के सपनों को पूरा किया जाना है। शिविर में विषय विशेषज्ञों के साथ देर तक चर्चा हुई और छत्तीसगढ़ की संभावनाओं को लेकर बारीकियों पर बात हुईं। संबोधन के प्रथम सत्र को नीति आयोग के सीईओ श्री बीवीआर सुब्रमण्यम ने संबोधित किया। अपने संबोधन में श्री सुब्रमण्यम ने विकसित भारत की संकल्पना और इसे प्राप्त करने की रणनीति के संबंध में विस्तार से अपनी बातें साझा की। उन्होंने कहा कि बीते दस सालों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत तेजी से आगे बढ़ा है और दुनिया की प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में अपनी जगह बनाने में सफल रहा है। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने विकसित भारत 2047 बनाने का संकल्प लिया है और इसे पूरा करने की रणनीति बनाई है। श्री सुब्रमण्यम ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी स्केल, स्पीड और इनोवेशन पर जोर देते हैं। बदलते अंतर्राष्ट्रीय परिदृश्य और समय को देखते हुए विकसित भारत का विजन तैयार किया गया है ताकि भारत अपनी विशिष्ट जगह बना सकें। उन्होंने कहा कि अब दुनिया की निगाहें ग्लोबल साउथ पर हैं। अब दुनिया का नजरिया पश्चिम से पूर्व की ओर देखने का है और भारत इन संभावनाओं को पूरा करने के लिए सक्षम है। भारत की जनांकिकी, भारत की रणनीतिक स्थिति और भारत में तेजी से हुए सुधारों से इस दिशा में आगे बढ़ने के लिए भारत तैयार है। उन्होंने कहा कि जब हम विजन लेकर चलते हैं तो स्वाभाविक रूप से हमें एक गाइड मैप मिल जाता है और इसके अनुरूप हम बढ़ते जाते हैं। श्री सुब्रमण्यम ने कहा कि विकसित भारत का संकल्प पूरा करने में छत्तीसगढ़ की अहम भागीदारी होगी। छत्तीसगढ़ में विकसित राज्य बनने के लिए और तीव्र विकास के लिए असीम संभावनाएं हैं और इस दिशा में आगे बढ़कर छत्तीसगढ़ अपने विकास के साथ ही विकसित भारत के लक्ष्य को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

चिंतन शिविर में स्वास्थ्य, अधोसंरचना, खनन, लोकवित्त जैसे बुनियादी विषयों पर चर्चा हुई जिनमें बारीकी से कामकर और सही रणनीति बनाकर विकसित छत्तीसगढ़ और लोगों की समृद्धि सुनिश्चित की जा सकती है। स्वास्थ्य में अधोसंरचना पर जोर दिया गया। कोविड जैसी आपदाओं से भविष्य में निपटने के लिए स्वास्थ्य व्यवस्था को पूरी तरह से चाकचौबंद रखने पर जोर दिया गया। साथ ही इस क्षेत्र में रिसर्च को बढ़ावा देने और निरंतर सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने चर्चा की गई। प्राकृतिक संसाधनों का कुशल उपयोग विषय पर भी चर्चा हुई। खनन में अनेक राज्यों की बेस्ट प्रैक्टिसेज को अपनाने के संबंध में बात हुई। साथ ही खनन के पर्यावरणीय पहलुओं को ध्यान में रखते हुए इस दिशा में कार्य करने की जरूरत पर जोर दिया गया। आधारभूत संरचना को सुदृढ़ किए जाने पर विशेष फोकस दिया गया। शहरों में मूलभूत सुविधाओं के साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में भीतरी सड़कों के विकास पर बल दिया गया ताकि विकसित अधोसंरचना के माध्यम से आर्थिक समृद्धि सभी क्षेत्रों तक बराबरी से पहुंच पाए। लोक वित्त पर भी गहनता से चर्चा हुई। छत्तीसगढ़ की ताकत सरप्लस रेवेन्यू, फिस्कल डिसिप्लिन, लो डेब्ट एंड जीडीपी रेश्यो, खनिज एवं वनसंपदा पर जोर देते हुए कृषि उत्पादकता को बढ़ाने, फसल वैविध्य, उद्योगों और टूरिज्म के अनुरूप मानव संसाधन को दक्ष बनाने की जरूरत पर बल दिया गया। टीम प्रबंधन के लिए अनुभवात्मक गतिविधि के संबंध में विशेष चर्चा की गई।

सभी मंत्रिगणों ने संवाद में भागीदारी करते हुए छत्तीसगढ़ में इस संबंध में बनाई जा रही नीतियों के बारे में बताया। साथ ही उन्होंने श्री सुब्रमण्यम एवं अन्य विशेषज्ञों के समक्ष अपनी जिज्ञासाएं भी रखीं जिस पर विकसित छत्तीसगढ़ और विकसित भारत के उद्देश्यों को ध्यान में रखते हुए सार्थक परिचर्चा हुई। उल्लेखनीय है कि दो दिवसीय इस चिंतन शिविर का आयोजन छत्तीसगढ़ के विजन हेतु सार्थक विमर्श हो रहा है। साथ ही संसाधनों के सतत उपयोग एवं योजनाओं के कन्वर्जेंस सहित विविध विषयों पर चर्चा भी हो रही है।

चिंतन शिविर में कृषि मंत्री रामविचार नेताम, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री केदार कश्यप, खाद्य मंत्री दयालदास बघेल, स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल, उद्योग मंत्री लखनलाल देवांगन, वित्त मंत्री ओपी चौधरी, महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी रजवाड़े, खेल एवं युवा कल्याण मंत्री टंकराम वर्मा मौजूद रहे।

जनसंपर्क विभाग के उप संचालक श्री चतुर्वेदी को सेवानिवृत्ति पर दी गई भावभीनी विदाई

रायपुर-  जनसंपर्क संचालनालय रायपुर में पदस्थ रहे उप संचालक ललित चतुर्वेदी को आज उनकी सेवानिवृत्ति के अवसर पर भावभीनी विदाई दी गई। इस मौके पर विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों श्री चतुर्वेदी को सुखद एवं स्वस्थ्य जीवन की कामना की। 39 वर्षों से अधिक समय तक जनसंपर्क विभाग को अपनी सेवाएं देने के बाद श्री चतुर्वेदी सेवानिवृत्त हुए हैं। अपर संचालक उमेश मिश्रा एवं विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने श्री चतुर्वेदी को शॉल एवं श्रीफल भेंट कर सम्मानित किया और उनके सुदीर्घ जीवन के लिए अपनी शुभकामनाएं दीं। श्री चतुर्वेदी ने अपनी सेवाओं के 15 साल 7 महीने मध्यप्रदेश में एवं 23 साल 7 माह छत्तीसगढ़ में बिताये। श्री चतुर्वेदी ने कहा कि जनसंपर्क विभाग में बिताये गये 39 वर्षों में बहुत यादगार अनुभव रहे हैं। जनसंपर्क विभाग में अधिकारियों से सदैव मार्गदर्शन एवं स्नेह मिला है, जो उनके लिए अविस्मरणीय रहेगा।

अपर संचालक उमेश मिश्रा ने श्री चतुर्वेदी की कर्तव्यनिष्ठा की सराहना की और कहा कि श्री चतुर्वेदी ने सदैव अपने दायित्वों का निर्वहन अच्छी तरह से किया है। कार्य के प्रति उनका समर्पण विभाग के नये अधिकारियों के लिए अनुकरणीय है। कार्यक्रम का संचालन कमलेश साहू ने किया। इस अवसर पर संयुक्त संचालक धनंजय राठौर, पवन गुप्ता, बालमुकुन्द तंबोली, हीरालाल देवांगन, उप संचालक छगनलाल लोन्हारे, घनश्याम केशरवानी, नसीम अहमद खान, मुन्नालाल चौधरी, प्रेमलाल पटेल, लक्ष्मीकांत कोसरिया, सहायक संचालक सुनील त्रिपाठी, नूतन सिदार, तेज बहादुर भुवाल, धनेन्द्र बंजारे सहित अन्य विभागीय अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।

छत्तीसगढ़ मंत्रालय में अधिकारियों एवं कर्मचारियों का प्रशिक्षण कार्यक्रम सम्पन्न

रायपुर-  छत्तीसगढ़ शासन, सामान्य प्रशासन विभाग मंत्रालय महानदी भवन में पदस्थ अधिकारियों (मुख्य सचिव, अपर मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव, सचिव, विशेष सचिव, संयुक्त सचिव, उप सचिव, अवर सचिव) की निजी स्थापना में पदस्थ स्टेनो संवर्ग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को एनआईसी ई-मेल का उपयोग करने तथा विभागीय कार्य ऑनलाइन माध्यम से सम्पन्न किये जाने तथा सचिवालयीन कार्यप्रणाली एवं नियमावली के संबंध में दो दिवसीय प्रशिक्षण दिनांक 30 एवं 31 मई को मंत्रालय महानदी भवन में आयोजित किया गया।

प्रशिक्षण के शुभारम्भ अवसर पर सचिव सामान्य प्रशासन विभाग अन्बलगन पी. ने प्रशिक्षण की आवश्यकता एवं उद्देश्यों को विस्तार से रेखांकित किया। अपर मुख्य सचिव, वन एवं पर्यावरण विभाग ऋचा शर्मा आने वाले समय में छत्तीसगढ़ शासन के कार्यों में किस प्रकार तेजी लाई जा सकती है। इसके लिए ई-ऑफिस एवं डिजिटल सेक्रेटरी, ईमेल, डिजिटल कैलेन्डर के माध्यम से मीटिंग की जानकारी दी। दिन-प्रतिदिन नई तकनीक की आवश्यकता पर विस्तार पूर्वक जानकारी दी गयी। उन्होंने कहा कि नई तकनीक से अधिकारियों का कार्य आसान हुआ है और उसका प्रयोग आज सभी को आना चाहिए इस पर मार्गदर्शन दिए। एनआईसी के प्रशिक्षको के द्वारा पोर्टल से संबंधित विषय पर प्रशिक्षण दिया गया कि एनआईसी ईमेल के सभी तथ्य का उपयोग जैसे संबंधित विभाग के एडेस बुक अद्यतन रखना आई.एस. के अंतर्गत अधिकारी का वर्तमान पता, विभाग फोल्डर बना, जिससे सभी प्रासंगिक ईमेलस को लिंक किया जा सके जैसे सभी मीटिंग्स, एपीएआर, आईपीआर आदि की जानकारी दी गई।

चिप्स के द्वारा तकनीकी ट्रेनिंग में डिजिटल सेक्रेटरियेट अवकाश के संबंध में एवं ए.सी.आर. लिखने के संबंध में विस्तृत जानकारी दी गयी। डिजिटल कैलेण्डर के माध्यम से किस प्रकार मीटिंग की जानकारी रखी जा सकती है। विभाग का जीमेल आईडी बनाना एवं इसका उपयोग समी बैठकों एवं डिजिटल कैलेण्डर बनाने के संबंध में प्रशिक्षण दिया गया। नियम से संबंधित विषय पर अवर सचिव अन्वेष घृतलहरे अवर सचिव सामान्य प्रशासन विभाग ने भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों की वरिष्ठता संबंधित जानकारी दी गयी कि किस प्रकार वरियता क्रम में अधिकारियों को पत्राचार किया जाए एवं दूरभाष बातचीत में वरिष्ठता का ध्यान रखा जाए। महेश साकल्ले, मुख्य लेखाधिकारी सामान्य प्रशासन विभाग लेखा शाखा के द्वारा चिकित्सा प्रतिपूर्ति नियम, टी.ए. बिल नियम, टेलीफोन बिल के साथ ही अवकाश नियमों की विस्तृत जानकारी दी गयी।पर्सनालिटी डेव्लपमेंट विषय पर अजय कुमार त्रिपाठी, उप सचिव सामान्य प्रशासन विभाग के द्वारा डेकोरम-ड्रेस कोड संबंध में विस्तार से ऑफिस में किस प्रकार से कार्य-व्यवहार होना चाहिए, आम जनता से शासकीय सेवकों को विनम्रता पूर्वक व्यवहार करना चाहिए तथा उन्हें हमेशा मदद करना चाहिए ।

कार्यप्रणाली एवं कार्यप्रक्रिया से संबंधित विषय पर प्रशिक्षण सत्र में प्रशिक्षक के रूप में डी. पी. कौशल उप सचिव गृह विभाग, अरूण हिंगवे, अवर सचिव मुख्य सचिव कार्यालय एवं देवलाल भारती, अवर सचिव, इलेक्ट्रानिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी विभाग के द्वारा डिक्टेशन लेना, जनप्रतिनिधियों एवं आगंतुकों के पास जारी करना एवं उनसे मधुर व्यवहार बनाए रखना जैसे महत्वपूर्ण विषयों सहित न्यायालयीन प्रकरण, विधानसभा, न्यायालयीन अवमानना आदि के संबंध में गोपनीयता बनाए रखने का प्रशिक्षण दिया गया। अधिकारियों के पर्सनल फोल्डर बनाना एवं रख रखाव करना और समय सीमा की बैठकों की तैयारी पत्राचार रजिस्टर तैयार करना, कार्यवाही विवरण तैयार करना एवं संबंधितों को अवगत कराना आदि के संबंध में विस्तार पूर्वक जानकारी दी गयी। कार्यालय में फाईलों के संधारण, आवक-जावक, पत्राचार आदि से संबंधित विषयों पर विस्तृत जानकारी दी गयी।

समापन सत्र में अपर मुख्य सचिव गृह विभाग मनोज पिंगुआ के द्वारा पर्सनल स्टाफ के कार्यव्यवहार, के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी दी गई। उन्होंने प्रशिक्षणार्थियों को शासकीय कार्य व्यवहार के संबंध में महत्वपूर्ण मार्गदर्शन दिया। अंशिका ऋषि पाण्डेय, अवर सचिव सामान्य प्रशासन विभाग के द्वारा सभी उपस्थित अधिकारियों कर्मचारियों को प्रशिक्षण में भाग लेने के लिये, प्रशिक्षकों को विषय से संबंधित प्रशिक्षण देने के लिये धन्यवाद दिया।

गांजे की खेप के साथ चार तस्कर गिरफ्तार, साढ़े 17 लाख का सामान जब्त…

रायपुर-   छत्तीसगढ़ की रायपुर पुलिस ने गांजा तस्करी करने वाले चार आरोपियों को पकड़ा है। आरोपियों में दो अंतर्राज्यीय गांजा तस्कर भी शामिल है। तस्करों के पास से साढ़े 17 लाख का सामान भी जब्त किया गया है।

दरअसल, एसएसपी संतोष सिंह के दिशा निर्देश पर रायपुर पुलिस द्वारा निजात अभियान चलाया जा रहा है। इसी के तहत 29 मई को एण्टी क्राईम एण्ड साईबर यूनिट की गठित नारकोटिक्स सेल की टीम को सूचना मिली कि कुछ व्यक्ति चारपहिया वाहन में गांजा रखें है। साथ ही टाटीबंध चौक से जरवाय बीएसयूपी कालोनी की ओर जा रहे है। इस सूचना पर थाना प्रभारी कबीर नगर को आरोपियों को रंगे हाथ पकड़ने के निर्देश दिए गए। एण्टी क्राईम एण्ड साईबर यूनिट और थाना कबीर नगर पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा आरोपियों की पतासाजी की जा रही थी।

इसी दौरान टीम के सदस्यों द्वारा वाहन को थाना कबीर नगर के जरवाय बीएसयूपी कालोनी स्थित तालाब के पास रूकवाया गया। वाहन में 4 व्यक्ति सवार थे जिन्होंने पूछताछ में अपना नाम अजहरूद्दीनन कुरैशी उर्फ अजहर, अजय गौरे, कन्हैया गुर्जर एवं रूपेन्द्र सिंह चौहान होना बताये। टीम के सदस्यों द्वारा उनके वाहन की तलाशी लेने पर गांजे की खेप पाई गई।

चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 60.468 किलोग्राम गांजा कीमत 12,09,360 रुपये नगदी रकम 1500 रुपये और एक वैन्यु कार क्रमांक सीजी 04 एनबी 4941, 2 नग मोबाइल टोटल कीमत 17,50,860 रुपये जब्त किये गए। आरोपियों के विरूद्ध थाना कबीर नगर में अपराध क्रमांक 129/24 धारा 20बी, 20सी, 29 नारकोटिक एक्ट का अपराध पंजीबद्ध कर आरोपियों के विरूद्ध कार्रवाई की गई। प्रकरण में 2 आरोपी फरार है, जिनकी पतासाजी कर गिरफ्तार करने के हर संभव प्रयास किये जा रहे है।

गिरफ्तार आरोपी

- 1. अजरूद्दीन कुरैशी उर्फ अजहर पिता शेख मोहम्मद कुरैशी उम्र 28 वर्ष निवासी एल.आई.जी. 1423 वीरसावरकर नगर हीरापुर जरवाय एलियास हीरापुर, हाल पता- ब्लॉक नं 04 मकान नं 05 बी.एस.यु.पी. कालोनी जरवाय, थाना कबीर नगर रायपुर।

- 2. अजय गौरे उर्फ बॉबी पिता कैलाश गौरे उम्र 25 वर्ष निवासी जे 05 ब्लाक रोटरी नगर टाटीबंध रायपुर, हाल ब्लाक नं 4 मकान नं 19 बी.एस.यु.पी. कालोनी जरवाय, थाना कबीर नगर रायपुर।

- 3. कन्हैया गुर्जर पिता महेन्द्र गुर्जर उम्र 25 साल निवासी ग्राम सुपा तह. बयाना थाना रूदावन जिला भरतपुर राजस्थान।

- 4. रूपेन्द्र चौहान पिता शिवनाथ चौहान उम्र 19 साल निवासी ग्राम मैनपुर चुरा पोस्ट मैनपुर चुरा थाना रूदावन जिला भरतपुर राजस्थान।

कार्रवाई में निरीक्षक रविन्द्र कुमार यादव थाना प्रभारी कबीर नगर, एण्टी क्राईम एण्ड साईबर यूनिट से प्रभारी निरीक्षक परेश पाण्डेय, उनि मुकेश सोरी, सउनि. प्रेमराज बारिक, प्र.आर. अभिषेक सिंह, अनुप मिश्रा, आर. विजय पटेल, टीकम साहू, संतोष सिन्हा, राकेश पाण्डेय, अभिषेक सिंह, अभिषेक सिंह तोमर, पुरूषोत्तम सिन्हा तथा थाना कबीर नगर से उनि. नरसिंहपुर साहू, आर. गजेंद्र साहू, अविनाश कोसरिया एवं संतोष वर्मा की महत्वपूर्ण भूमिंका रहीं।

उप स्वास्थ्य केंद्र में शराब और चिकन पार्टी करने वाले RHO पर बड़ी कार्रवाई, CMHO ने किया निलंबित


बलरामपुर- उप स्वास्थ्य केंद्र सेरंगदाग में शराब और चिकन पार्टी करने वाले RHO को निलंबित कर दिया गया है. निलंबन की यह कार्रवाई सीएमएचओ डॉ. बसंत सिंह ने की है. बता दें कि बीते दिनों अस्पताल में पदस्थ RHO सुनील मिंज अपने दोस्तों के साथ उप स्वास्थ्य केंद्र में जाम छलका रहा था, जिसका वीडियो सोशल मीडिया में काफी वायरल हुआ.

जानकारी के अनुसार, बलरामपुर के सामरी सेक्टर के अंतर्गत स्थित उप स्वास्थ्य केंद्र सेरंगदाग में पदस्थ आरएचओ सुनील मिंज अपने दोस्तों के साथ शराब और मुर्गा पार्टी कर रहा था. जिसका ग्रामीणों ने चुपके से वीडियो बना लिया. इस पार्टी का वीडियो वायरल होने के बाद ग्रामीणों ने कार्रवाई की मांग की थी. जिसपर संज्ञान लेते हुए सीएमएचओ डॉ. बसंत सिंह ने RHO को निलंबित कर दिया है.

महाराजा अग्रसेन काॅलेज : ’विकसित भारत के लिए शिक्षा की भूमिका पर राष्ट्रीय संगोष्ठी

रायपुर- महाराजा अग्रसेन इंटरनेशनल काॅलेज समता काॅलोनी रायपुर, (छ.ग.) में 1 जून 2024 को विकासशील भारत के लिए शिक्षा के भूमिका विषय पर राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया जा रहा हैं। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में माननीय सच्चिदानंद शुक्ला कुलपति, पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय रायपुर (छ.ग.) एवं प्रथम मुख्य वक्ता के रूप में प्रो. प्रसाद कोला एमिटी यूनिवर्सिटी के निदेशक एवं द्वितीय मुख्य वक्ता के रूप में डाॅ. राजीव चैधरी डीएसडब्ल्यू एवं शारीरिक शिक्षा में प्रोफेसर एसओएस पीएल बीएस रायपुर जो विशेष रूप से इस संगोष्ठी का हिस्सा होने वाले हैं।

राष्ट्रीय संगोष्ठी में महाविद्यालय के चेयरमैन आदरणीय राजेश अग्रवाल, पूर्व चेयरमैन आदरणीय रमेश अग्रवाल एवं प्राचार्य डाॅ. एम. एस. मिश्रा तथा समस्त विभागाध्यक्ष, समस्त शिक्षकगण विशेष रूप से उपस्थित होंगे।

मैक में विकसित भारत के विषय पर राष्ट्रीय संगोष्ठी आयोजित करने के उद्देश्य – विकसित भारत 2047 तक भारत को पूर्ण विकसित राष्ट्र बनाने का वर्तमान सरकार का रोडमैप है आजादी के 100 साल बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने कहा है कि विकसित भारत दृष्टिकोण का मुख्य उद्देश्य सभी नागरिकों के बीच समावेशी आर्थिक भागीदारी को बढ़ावा देना हैं।

विकसित भारत के चार स्तंभ युवा, गरीब, महिला और किसान हैं एवं आर्थिक विकास एक विकसित भारत में एक लचीली और मजबूत अर्थव्यवस्था होनी चाहिए जो अपने सभी नागरिकों के लिए अवसर और उच्च जीवन स्तर प्रदान कर सके। अर्थव्यवस्था को उद्यमिता, नवाचार और प्रतिस्पर्धात्मकता के आधार पर 21 वीं सदी की चुनौतियों का सामना करने में सक्षम होना चाहिए ।

राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन सचिव के रूप में डाॅ. श्वेता तिवारी द्वारा किया जा रहा हैं।

जमीन विवाद में JCB मशीन में लगाई आग, 6 लाख का नुकसान

गौरेला-पेंड्रा-मरवाही- गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले में दो पक्षों के बीच जमीन विवाद में पड़ोसी ने जेसीबी मशीन में आग लगा दी। जेसीबी मालिक की तरफ से जेसीबी किराए में लेने वाले ने गौरेला थाने में मामले की शिकायत की है। जेसीबी में आग लगने से लगभग 5 से 6 लाख रुपए का नुकसान हुआ है। मामला गौरेला थाना क्षेत्र का है। पुलिस ने पड़ोसी कुशल राठौर के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया।

जानकारी के अनुसार, पेंड्रारोड स्थित ग्राम नेवरी नवापारा के रहने वाले द्वारिका प्रसाद राठौर ने अपना खेत बनवाने के लिए जेसीबी मशीन किराए पर लिया था। खेत का काम खत्म होने के बाद उसने जेसीबी को अपने घर की बाड़ी में खड़ी कर दी थी। रात करीब 1 बजे के लगभग जब वह उठा तो जेसीबी मशीन में आग लगी हुई थी और मशीन के पास कुछ लोग खड़े थे।

मेड़ बनाने को लेकर कई बार हुआ विवाद

द्वारिका प्रसाद के चिल्लाने पर वह लोग मौके से भाग गए। द्वारिका प्रसाद राठौर ने अपने शिकायत में कहा है कि उसके पड़ोसी कुशल राठौर के द्वारा उससे खेत के मेड़ को लेकर कई बार वाद-विवाद हो चुका है। उसने कई बार इसकी रिपोर्ट गौरेला थाने में कराई है।

जेसीबी मालिक को दी धमकी, 6 लाख का हुआ नुकसान

शिकायत में उसने यह भी बताया कि जब वह अपनी जमीन पर मेड़ बनवा रहा था तो उसके पड़ोसी कुशल राठौर ने जेसीबी मालिक फारूख हुसैन को फोन कर खेत का मेड़ बनाने पर भारी नुकसान कर देने की धमकी दी थी। जेसीबी के मालिक ने बताया कि आग लगने से लगभग 5 से 6 लाख रुपए का नुकसान हुआ है। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।