साहित्य संस्थान के तत्वावधान में मासिक काव्य गोष्ठी गोष्ठी में बही काव्य रसधारा
अशोक कुमार जायसवाल,डीडीयू नगर।चन्दौली की साहित्यिक संस्था दुर्गावती हिन्दी साहित्य संस्थान के तत्वावधान में प्रति माह चलने वाली काव्यगोष्ठी का आयोजन पराहूपुर स्थित कार्यालय के परिसर में किया गया। जिसमें जनपद के वरिष्ठ कवियों के साथ ही नवांकुर कवियों एवं कवयित्रियों ने कविता पाठ किया।
कार्यक्रम की शुरुआत कवयित्री रीना तिवारी ने हिंदी वंदना से की और बाद में अपनी रचनाओं और ग़ज़लों की प्रस्तुति कर वातावरण को जीवंत कर दिया। प्रो . लवकुश मिश्र ने अपनी कविता बन्द कर लो खुली खिड़कियां, पछुआ हवाओँ से सलामती के लिए से तैतालिस डिग्री पार जाते हुए तापमान के प्रति सचेत किया। चन्दौली के युवा कवि सुरेश अकेला ने अपनी रचना नागफनियो को अब यहां नही फलने देंगे सुनाकर लोगो की खूब तालियां बटोरी।
कवि आकाश मिश्र ने अपनी ग़ज़ल ये कैसी रात आई है, ये कैसी बेकरारी है।सुनाकर आम जन कीपीड़ा को सांझा किया। नगर के नौजवान हास्य कवि रोहित पांडेय ने लोगो को गुदगुदाते हुए जब अपनी रचना जब मेरी बीबी चलती है ज़ुल्फ़ झटक कर सुनाई तो लोग हँसने पर मजबूर हो गए। यही काव्य गोष्ठी में मशहूर शायर जनाब रौशन मुग़लसरायवी ने अपना कलाम वो कदम मेरी ज़ानिब बढ़ाते रहे, हौसला मिल गया हौसला देखकर सुनाया तो लोगो को अपने को मुशायरे में होने का एहसास होने लगा।
सुनाकर श्रोताओं के ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया।मासिक काव्य गोष्ठी के मुख्य अतिथि अंतरराष्ट्रीय लोकगीत विरहा के कवि हरिद्वार यादव विह्वल थे। रेलवे के पूर्व वरिष्ठ राजभाषा अधिकारी दिनेश चन्द्र ने अध्यक्षता की । गोष्ठी का काव्यमय संचालन संस्थान के संस्थापक अरुण कुमार आर्य ने किया था सुरेश अकेला जी ने लोगो का आभार व्यक्त करते हुए धन्यवाद ज्ञापन किया।
May 28 2024, 13:56