lucknow

May 28 2024, 10:43

यूपी में नए सत्र 2024-25 में 115 फार्मेसी के और नए कॉलेज खुलने की तैयारी


लखनऊ । उत्तर प्रदेश में नए सत्र 2024-25 में 115 फार्मेसी के और नए कॉलेज खुलने की तैयारी में हैं। डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय (एकेटीयू) व शासन स्तर पर चल रही संबद्धता प्रक्रिया में नए सत्र के लिए 191 आवेदन आए हैं। इसमें सर्वाधिक कॉलेज फार्मेसी के हैं। साथ ही इंजीनियरिंग व अन्य कोर्स के भी कॉलेज शामिल हैं। कई कॉलेजों ने अतिरिक्त ब्रांच के लिए भी आवेदन किया है।

एकेटीयू की ओर से नए सत्र की संबद्धता प्रक्रिया इस बार काफी समय से शुरू कर दी गई थी। जो अब आखिरी चरण में पहुंच रही है। वहीं इस बार शासन ने संबद्धता से जुड़ी प्रक्रिया में बदलाव करते हुए जिला प्रशासन को भी जमीन आदि की जांच में शामिल किया है। अब तक आए आवेदनों को विश्वविद्यालय की ओर से संबंधित जिलाधिकारी को भेजा गया। डीएम की ओर से आवेदक कॉलेज की भूमि और नक्शे की जांच करके अपनी रिपोर्ट ऑनलाइन विश्वविद्यालय को दी गई।


अब विश्वविद्यालय ने इसकी एनओसी के लिए शासन को भेज दिया है। इसके अनुसार 191 में से 122 कॉलेजों की रिपोर्ट एप्रूव किया जबकि 44 के आवेदन रिजेक्ट किए गए हैं। 25 अभी उनके स्तर पर लंबित है। कुलपति प्रो. जेपी पांडेय ने बताया कि अब तक स्वीकृत हुए आवेदन में 113 फार्मेसी व 9 इंजीनियरिंग के हैं। अन्य के लिए भी संबंधित डीएम को पत्र भेजा गया है। उन्होंने बताया कि शासन की एनओसी के बाद कॉलेज पीसीआई, एआईसीटीई से भी अनुमति लेगा।

हां की हरी झंडी मिलने पर विवि इनकी भौतिक जांच कराएगा। इसमें डीएम के प्रतिनिधि, एक प्रोफेसर, एक एसोसिएट प्रोफेसर शामिल होंगे। इसके बाद अंतिम रूप से कॉलेजों को संबद्धता जारी की जाएगी। बता दें कि गत वर्ष भी लगभग 200 फार्मेसी कॉलेजों ने संबद्धता के लिए आवेदन किया था। किंतु इसमें से कुछ कोर्ट के निर्देश को छोड़कर अन्य को संबद्धता नहीं दी गई थी। वर्तमान में विश्वविद्यालय से संबद्ध प्रदेश में लगभग 400 फार्मेसी कॉलेज हैं, जहां पर लगभग 30 हजार सीटें हैं।

विश्वविद्यालय प्रशासन ने नए सत्र के लिए संबद्धता विस्तार के आवेदन 25 मई तक मांगे थे। इसके बाद भी कुछ कॉलेज कतिपय कारणों से आवेदन नहीं कर सके। इसे देखते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन ने इसके लिए तिथि बढ़ा दी है। रजिस्ट्रार रीना सिंह ने बताया कि संबद्धता विस्तार के ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया अनिवार्य रूप से पांच जून तक पूरी कर ली जाए।

lucknow

May 28 2024, 10:06

कार में टक्कर लगने पर निशानेबाज खोया आपा ,दूसरी कार चालक को पिस्टल की बट्ट से पीटा, गिरफ्तार

लखनऊ। राजधानी के थाना विभूतिखंड  थाना क्षेत्र में कार के टकराने के बाद एक अंतराष्ट्रीय निशानेबाज ने सरेआम अपनी पिस्टल निकाल ली और उसकी बट्ट से कार चालक को जमकर पीटा। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद मामले की जांच में जुटी पुलिस ने निशानेबाज को गिरफ्तार कर लिया है। 


राजधानी के विभूतिखंड इलाके में सोमवार को सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो में अंतर्राष्ट्रीय निशानेबाज विनोद मिश्रा  गोमतीनगर के विवेक खंड के निवासी है और सोमवार दोपहर  रंजीत शुक्ला पुत्र अनिल शुक्ला निवासी डोगरा पट्टी थाना नैमी सारण जनपद सीतापुर के निवासी है,यहा ओला चलाता है। अपनी ओला गाड़ी  से बीबीडी की तरफ से भूतनाथ जा रहा था कि रास्ते में बांस मंडी के पास फैजाबाद रोड पर आगे चल रही सफारी से टकराई गई। चूंकि सफारी को विनोद मिश्रा पुत्र राधा कृष्ण मिश्रा निवासी विवेक खंड गोमती नगर चला रहे थे।

सफारी में ठोकर लगते ही विनोद मिश्रा गाड़ी से उतरकर दूसरे कार चालक  रंजीत शुक्ला को अपने लाइसेंसी पिस्टल की बट से मारना पीटना शुरू कर दिया। इस दौरान पूरे सड़क जाम हो गई। इंस्पेक्टर विभूतिखंड सुनील कुमार सिंह के मुताबिक मामले को जांच की जा रही है। यह वीडियो सोशल मीडिया में वायरल होते ही पुलिस सक्रिय हो गई। उसके खिलाफ मुकदमा लिखा गया। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने लाइसेंसी पिस्टल को भी पुलिस ने कब्जे में ले लिया है।

lucknow

May 28 2024, 10:05

डीजीपी प्रशांत कुमार ने पुस्तक का किया विमोचन


लखनऊ । पुलिस महानिदेशक यूपी प्रशान्त कुमार द्वारा सोमवार को पुलिस मुख्यालय, गोमतीनगर विस्तार, लखनऊ में सेवानिवृत्त विशेष पुलिस महानिदेशक राजेश प्रताप सिंह द्वारा लिखित पुस्तक नक्सलवाद आकाश-कुसुम या यथार्थ? का विमोचन किया गया।  सेवानिवृत्त विशेष पुलिस महानिदेशक  राजेश प्रताप सिंह द्वारा नक्सल प्रभावित क्षेत्रों का भ्रमण कर वहां सेवारत अधिकारियों एवं अन्य लोगों से इस विषय पर चर्चा एवं केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल के एक वरिष्ठ अधिकारी के रूप में अपने अनुभव के आधार पर शोधपरक पुस्तक तैयार की गयी है।

पुस्तक मेंं देश के विभिन्न राज्यों में नक्सली आंदोलन के विस्तार, इसकी रणनीति के अंतर्राष्ट्रीय संबंधों का विश्लेषण सही परिप्रेक्ष्य में किया गया है तथा तथ्यों के साथ-साथ नक्सलवाद के विकास, अस्तित्व और पराभव को वर्तमान संदर्भ के वैचारिक और सामाजिक विकास की प्रक्रिया को साथ-साथ विश्लेषित किया गया है। इस अवसर पर अपर पुलिस महानिदेशक प्रशासन/यूपी-112, अपर पुलिस महानिदेशक स्थापना, अपर पुलिस महानिदेशक/पुलिस महानिदेशक के जीएसओ, अपर पुलिस महानिदेशक मानवाधिकार, अपर पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित रहें।

lucknow

May 28 2024, 10:04

बजरंग बली को समर्पित पहला बड़ा मंगल आज, बदला रहेगा यातायात
लखनऊ । बजरंग बली को समर्पित पहला बड़ा मंगल आज है। राम भक्त हनुमान के मंदिर रंग-बिरंगी रोशनी से जगमगा रहे हैं। खासकर लखनऊ में इसका विशेष महत्व है और यह भव्य पर्व के रूप में मनाया भी जाता है। सोमवार रात 12 बजे से ही दर्शन पूजन का सिलसिला शुरू हो गया। हनुमान सेतु मंदिर में रात 12 बजे बजरंग बली की आरती हुई और बड़ी संख्या में भक्तों ने अपने आराध्य देव के दर्शन किए।  इसके अलावा शहर में जगह-जगह भंडारे का भी आयोजन किया जाता है।

वहीं अलीगंज का नया हनुमान मंदिर तो दोपहर तीन बजे से ही खुल गया। झूले लगने शुरू हो गए थे। मंदिर परिसर में भक्तों ने डेरा डालना शुरू कर दिया था। रात 12 बजे दंडवत करते भक्तों ने महावीर के दरबार में हाजिरी लगाई।  हनुमान सेतु मंदिर की साज-सजावट पूरी हो गई और सोमवार रात 12 बजे ही मंदिर को भक्तों के लिए खोल दिया गया। मंगलवार को रात 12 बजे तक बाबा के दर्शन होंगे। मंदिर प्रबंधन के पदाधिकारी चंद्रकांत द्विवेदी का कहना है कि प्रवेश परिक्रमा पथ से होगा। हनुमान सेतु मंदिर आने वालों के लिए बीरबल साहनी मार्ग स्थित उत्तरायणी मेला स्थल, कॉल्विन ताल्लुकेदार कॉलेज के गेट नंबर 2 पर चार पहिया वाहन के लिए और परिसर में स्वीमिंग पुल के पास दोपहिया वाहन खड़े करने की व्यवस्था है।

ज्येष्ठ माह के बड़े मंगल को बदला रहेगा लखनऊ का यातायात मार्ग

राजधानी लखनऊ में ज्येष्ठ माह की 28 मई,चार जून, 11 जून और 18 जून को बड़ा मंगल पर्व मनाया जाएगा। इसको ध्यान में रखते हुए पुलिस कमिश्नरेट ने यातायात मार्ग में परिवर्तनत किया है।यातयात पुलिस के मुताबिक, ज्येष्ठ मास के बड़े मंगलवार को लखनऊ के विभिन्न हनुमान मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ जुटती है। मुख्य रूप से नया एवं पुराना हनुमान मंदिर अलीगंज तथा हनुमान सेतु मंदिर में विशाल मेला का आयोजन होता है। भक्त भंडारे का अभी आयोजन करतें हैं। इस अवसर को ध्यान में रखते हुए इन चार दिनों में शहर की यातायात मार्ग में परिवर्तन रहेगा। डीसीपी यातायात कमलेश दीक्षित ने बताया कि सीतापुर रोड की ओर से आने वाले भारी वाहन,रोडवेज एवं सिटी बसें पुरनियॉ रेलवे क्रासिंग एवं डालीगंज रेलवे क्रासिंग से कपूरथला तथा आईटी चौराहा की ओर नहीं जा सकेगें। बल्कि यह यातायात मड़ियांव ओवरब्रिज से पुरनियां रेलवे क्रासिंग, डालीगंज रेलवे क्रासिंग ओवरब्रिज के नीचे से पक्का पुल, शाहमीना या इन्जीनियरिंग कालेज चौराहे से टेढ़ी पुलिया, विकास नगर मोड़, रहीम नगर, वायरलेस चौराहा महानगर, बादशाहनगर, संकल्प वाटिका, सिकन्दरबाग होकर अपने गन्तव्य को जा सकेंगे।

भारी वाहन कपूरथला तथा आईटी चौराहा की ओर नहीं जा सकेंगे

कैसरबाग व हजरतगंज की ओर से आने वाले वाहन सुभाष चौराहे से आईटी, कपूरथला की ओर नहीं जाएंगे। बल्कि सुभाष चौराहे से क्लार्क अवध, शहीद स्मारक, डालीगंज पुल, शाहमीना, पक्कापुल से दाहिने डालीगंज रेलवे क्रासिंग ओवरब्रिज, पुरनियां रेलवे क्रासिंग ओवरब्रिज के नीचे से मड़ियांव, चिरैयाझील, संकल्प वाटिका, निशातगंज, महानगर होते हुये निकलेंगे। कुर्सी रोड की ओर से आने वाला सामान्य यातायात विष्णुपुरी कालोनी व हीवेट पालीटेक्निक (रहीमनगर) चौराहा से नीरा नर्सिंग होम की ओर नहीं जा सकेगा बल्कि यह यातायात हीवेट पॉलिटेक्निक (रहीमनगर) चौराहा, वायरलेस चौराहा, गोल मार्केट, बादशाहनगर, निशातगंज, सिकन्दरबाग होते हुये अपने गन्तब्य को जा सकेंगे। इसी तरह आईटी चौराहा से रोडवेज,सिटी बसे विवेकानन्द पॉलीक्लीनिक निराला नगर से विवेकानन्द ओवरब्रिज से कपूरथला होते हुये अलीगंज की ओर की ओर नहीं जा सकेंगे। यह यातायात अयोध्या रोड, सेन्ट्रल बैंक तिराहा, वायरलेस चौराहा, हीवेट पालीटेक्निक से विष्णुपुरी होते हुये अपने गन्तव्य को जा सकेगा। सहारा टावर (नगर निगम जोन-तीन कार्यालय) तिराहे से अलीगंज की ओर से आने वाला सामान्य यातायात कपूरथला चौराहे की ओर नहीं जा सकेगा।

वहीं, बल्कि यह यातायात सहारा टावर तिराहे से दाहिने 50 मीटर आगे तिराहे से बायें सहारा टावर के पीछे से साईं मन्दिर तिराहा से दाहिने निरालानगर ओवरब्रिज होते हुये अपने गन्तव्य को जा सकेंगे। आईटी-निरालानगर की ओर से आने वाले कामर्शियल वाहन आटो, विक्रम, चार पहिया एवं दो पहिया वाहन आदि निरालानगर तिराहे से कपूरथला चौराहे की ओर नहीं जा सकेंगे, बल्कि यह यातायात निरालानगर तिराहे से बांये चौराहा नम्बर-08 से डालीगंज रेलवे क्रासिंग ओवरब्रिज, अल्कापुरी, पुरनिया होते हुये अपने गन्तव्य को जा सकेगा। छन्नी लाल चौराहा से कपूरथला की ओर सामान्य यातायात नहीं जा सकेगा बल्कि यह यातायात वायरलेस चौराहा व सेन्ट्रल बैंक होकर अपने गंतव्य को जा सकेगा। सांई मंदिर अलीगंज तिराहे की ओर से कोई भी यातायात कपूरथला चौराहा की ओर नहीं आ सकेगा बल्कि यह यातायात तिराहे से बांयें प्रगति बाजार के पीछे से सहारा टावर होकर अपने गन्तव्य को जा सकेंगे।

अल्कापुरी तिराहे से कपूरथला चौराहा की ओर सामान्य यातायात नहीं जा सकेगा बल्कि यह यातायात अल्कापुरी ओबरब्रिज, चौराहा न0 8 होकर अपने गंतव्य को जा सकेगा। सुशीला देवी स्मृतिका से शालीमार कटिंग से हनुमान सेतु की तरफ सामान्य यातायात नही जा सकेगा बल्कि यह यातायात शालीमार कटिंग से दाहिने होते हुये गन्तव्य को जा सकेगी किन्तु हनुमान सेतु पेट्रोल पम्प तिराहे से शालीमार व सुशीला देवी स्मृतिका तिराहे की तरफ सामान्य यातायात जा सकेगी। आईटी चौराहा की तरफ से सामान्य यातायात हनुमान सेतु मंदिर की तरफ नही जा सकेगा बल्कि यह यातायात डालीगंज पुल चौराहा व निशातगंज होते हुये अपने-अपने गन्तव्य को जा सकेंगे।

lucknow

May 27 2024, 16:27

एनडीए प्रत्याशी के समर्थन में सीएम योगी की मऊ में चुनावी जनसभा, सपा पर जमकर गरजे योगी

लखनऊ । मऊ जिले की घोसी लोकसभा सीट पर एनडीए प्रत्याशी अरविंद राजभर के समर्थन में सोमवार को मोहम्मदाबाद क्षेत्र के रानीपुर में चुनावी जनसभा में पहुंचे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सपा और कांग्रेस गठबंधन पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने एनडीए प्रत्याशी के समर्थन में वोट करने की अपील की।


जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि लोकसभा चुनाव के 6 चरण पूरे हो चुके हैं। अंतिम और सातवें चरण में आज सभी मतदाताओं से अपील करने के लिए मुझे आना पड़ा है। देश के अंदर प्रधानमंत्री मोदी के समर्थन में जनता जनार्दन का आशीर्वाद प्राप्त हो रहा है। अब तक के 6 चरणों ने साबित कर दिया है कि अबकी बार 400 बार।

योगी ने कहा कि कल पीएम मोदी का मार्गदर्शन आपको प्राप्त हुआ। पिछले 10 वर्षों में देश की तस्वीर बदलने का काम मोदी ने किया है। देश के अंदर शांतिपूर्ण वातावरण, देश का सम्मान नरेन्द्र मोदी के कारण बढ़ा है। विकास के बड़े-बड़े कार्य हो रहे हैं। रेलवे, हाईवे, बड़े-बड़े संस्थान, मेडिकल कॉलेज, आईआईटी, एम्स ट्रिपल आईआईटी मोदी कारण बन रहा है। 80 करोड़ गरीबों को फ्री में राशन मिल रहा है। गरीबों को आयुष्मान कार्ड देने का कार्य, किसानों को किसान सम्मान निधि, करोड़ों लोगों को शौचालय की सौगात मिली है। चार जून को जब मोदी की सरकार बनेगी तो 70 वर्ष के ऊपर के लोगों को आयुष्मान कार्ड मिलेगा।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस और सपा का इंडी गठबंधन की सोच नकारात्मक है। ये लोग भगवान राम का विरोध करते हैं। भारत का भी विरोध करते हैं। पिछड़ों के हकों में डकैती डालते हैं। इनका घोषणा पत्र मुस्लिम लीग का लगता है। कांग्रेस का घोषणा पत्र कहता है कि अगर कांग्रेस की सरकार बनी तो वह आरक्षण का लाभ मुसलमान को भी देने का काम करेंगे। क्या पिछड़े और अति पिछड़े आरक्षण में सेंध लगाने की छूट देंगे। आरक्षण का आधार धर्म नहीं हो सकता। आरक्षण पिछड़ी जाति अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति को ही मिलना चाहिए।

कांग्रेस और सपा के लोग आपके घरों में डकैती डालना चाहते हैं। इनसे सावधान होने की जरूरत है। इनका घोषणा पत्र कहता है कि अगर सत्ता में आएंगे तो जनता जनार्दन पर विरासत टैक्स लगाएंगे। आपके बाप दादा ने जो संपत्ति बनाई है, आपको जो मिला है, कांग्रेस और सपा की सरकार आने पर उसको आधा ले लिया जाएगा। आधा लेकर उसे रोहिंग्या या पाकिस्तानियों या बांग्लादेशियों को देने का काम किया जाएगा। अपनी प्रॉपर्टी पर डकैती डालने की छूट दिलाएंगे क्या ?

सत्ता में आने पर कांग्रेस पर्सनल कानून लागू करेगी। बेटी स्कूल नहीं जा पाएगी। महिलाएं बाजार नहीं जा पाएंगी। बुर्के के अंदर महिलाओं को दुबक के रहना पड़ेगा। यह भारत के संविधान का अपमान है। भारत बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के संविधान से चलेगा। भारत के अंदर शरियत का कानून लागू नहीं होने दिया जाएगा

सीएम योगी ने कहा कि देश की आवाज है फिर एक बार मोदी सरकार। मोदी सरकार इसलिए क्योंकि जो राम को लाए हैं हम उनको लाएंगे। इसीलिए हम लोग आपके पास आए हैं। यहां का एनडीए प्रत्याशी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के बैनर तले चुनाव लड़ रहा है। भाजपा, अपना दल, निषाद पार्टी, राष्ट्रीय लोकदल यह सभी प्रत्याशी को अपना समर्थन दे रहे हैं। अरविंद राजभर एक युवा और जुझारू प्रत्याशी हैं। एक युवा आपका प्रतिनिधित्व करेगा तो गांव गरीब के लिए कार्य करेगा। मऊ के विकास के लिए कार्य करेगा। पूर्व सांसद कल्पनानाथ राय के सपनों को साकार करेगा। श्याम नारायण पांडे ने सपना देखा था। हल्दीघाटी के माध्यम से उस देश भक्ति की विचारधारा को जन-जन तक पहुंचाने का कार्य करेगा।

बिना मुख्तार अंसारी का नाम लिए उन्होंने कहा कि मऊ के दंगे की तरह भयभीत हो रहे हैं क्या। माफिया वाफिया कुछ नहीं बचे। माफिया सब मिट्टी में मिल गए हैं। एनडीए के प्रत्याशी को विजयी बनाकर भेजना है।चार दिन आप घर-घर संपर्क करेंगे। ओम प्रकाश राजभर की तरफ इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि बुढ़ापे का सहारा है छड़ी। उसके पिता ने अभी से अपने बुढ़ापे का सहारा छड़ी अपने पुत्र को पकड़ा दिया है। घोसी और मऊ के लिए सहारा बनेगी छड़ी। अरविंद राजभर के लिए मतदान अपील करते हुए उन्होंने कहा कि इस छड़ी को विकास का सहारा बनाना है। कल से 31 मई तक घर-घर जाना है और मतदाताओं से मतदान करवाना है।

lucknow

May 27 2024, 16:25

4 जून को राहुल बाबा की पार्टी 40 भी पार नहीं कर पाएगी : अमित शाह
लखनऊ/कुशीनगर। केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने कुशीनगर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि 4 जून को मोदी की, भाजपा की व एनडीए की विजय सुनिश्चित है। 4 जून की दोपहर को आप देख लेना कि राहुल बाबा के लोग प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे और कहेंगे कि ईवीएम के कारण हम चुनाव हारे हैं। हार का ठीकरा भी खरगे साहब पर फूटेगा।

कुशीनगर के उदित नारायण डिग्री कॉलेज में सोमवार को विजय दुबे के समर्थन में आयोजित जनसभा में अमित शाह ने कहा कि 4 जून को राहुल बाबा की पार्टी 40 भी पार नहीं कर पाएगी और अखिलेश बाबू 4 भी पार नहीं कर पाएंगे। देश की जनता ने तय किया है कि अगले 5 साल नरेन्द्र मोदी ही प्रधानमंत्री रहेंगे। छह चरण का मतदान समाप्त हो चुका है। मेरे पास 5 चरण का आंकड़ा है। 5 चरण में मोदी जी 310 सीटें पार कर चुके हैं। छठा चरण हो चुका है, सातवां होने वाला है, जिसमें आप लोगों को 400 पार कराना है।

गृहमंत्री ने कहा कि घमंडिया गठबंधन के लोग झूठ के आधार पर जीने वाले लोग हैं। इन्होंने कहा है कि हम मुस्लिम आरक्षण देंगे। अगर गलती से भी ये जीत गए, तो पिछड़ा,अति पिछड़ा और दलित का आरक्षण छीनकर ये मुसलमानों को देने का काम करेंगे। इन्होंने कर्नाटक और हैदराबाद में जो किया है, बंगाल में भी वही किया था, लेकिन वहां (बंगाल) हाईकोर्ट ने इस पर रोक लगा दी। मुस्लिम आरक्षण संविधान के अनुरूप नहीं है। अपने वोटबैंक को खुश करने के लिए ये मुस्लिम आरक्षण की बात करते हैं। जिसका सीधा खामियाजा पिछड़े वर्ग को भुगतना पड़ेगा।

अमित शाह ने कहा कि ये चुनाव कारसेवकों पर गोली चलाने वालों और राम मंदिर बनाने वालों के बीच है। वो समाजवादी पार्टी की ही सरकार थी, जिसने कारसेवकों पर गोली चलाई थी।

सपा बसपा पर निशाना साधते हुए गृहमंत्री ने कहा कि मैं आज बहन मायावती और अखिलेश यादव से पूछना चाहता हूं कि कुशीनगर 'चीनी का कटोरा' नाम से प्रसिद्ध था, लेकिन आपके समय में 5-6 चीनी मिलें बंद हुईं। जबकि हमारी सरकार के समय में 20 चीनी मिलों को फिर से चालू करने का काम किया गया है। उन्होंने कहा कि 38 चीनी मिलों की क्षमता में वृद्धि करने का काम योगी आदित्यनाथ की सरकार ने किया है। गन्ने की बुवाई का क्षेत्रफल भी 9 लाख हेक्टेयर बढ़ा है। 1995 से 2017 तक सपा-बसपा ने गन्ना किसानों को सिर्फ 23 हजार करोड़ रुपये का भुगतान किया था, जबकि 2017 से 2024 तक 2 लाख 50 हजार करोड़ रुपये का भुगतान भाजपा की सरकार ने किया है। अमित शाह ने विजय दुबे को कमल के सामने वाला बटन दबाकर भारी बहुमत से जिताने की अपील की।

lucknow

May 27 2024, 16:24

हाईकोर्ट के वारंट पर सपा विधायक रफीक अंसारी गिरफ्तार
लखनऊ/मेरठ। इलाहाबाद हाईकोर्ट से गैर जमानती वारंट जारी होने के बाद पुलिस ने मेरठ शहर सीट से सपा विधायक रफीक अंसारी को सोमवार को बाराबंकी से गिरफ्तार कर लिया। मेरठ पुलिस विधायक को कार में लेकर मेरठ के लिए रवाना हो गई है। शाम तक पुलिस सपा विधायक को लेकर मेरठ पहुंच जाएगी।

मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट एमपी-एमएलए मेरठ की अदालत से आईपीसी की धारा 147, 436 और 427 के तहत विचाराधीन आपराधिक केस में मेरठ सीट से सपा विधायक रफीक अंसारी के खिलाफ जारी वारंट को इलाहाबाद हाईकोर्ट में चुनौती दी थी। मुकदमे के तथ्यों के अनुसार 35-40 अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ सितंबर 1995 में प्राथमिकी दर्ज की गई थी। जांच पूरी होने के बाद 22 आरोपितों के खिलाफ पहला आरोप पत्र प्रस्तुत किया गया। उसके बाद याची सपा विधायक के खिलाफ एक पूरक आरोप पत्र प्रस्तुत किया गया, जिस पर संबंधित अदालत ने अगस्त 1997 में संज्ञान लिया। इसके बाद भी रफीक अंसारी अदालत में पेश नहीं हुए तो 12 दिसंबर 1997 को गैर जमानती वारंट जारी किया गया।

इसके बाद लगातार गैर जमानती वारंट जारी किए जाते रहे और रफीक अंसारी अदालत में प्रस्तुत नहीं हुए। अदालत से 101 गैर जमानती वारंट जारी होने के बाद भी अदालत में प्रस्तुत नहीं होने पर धारा 82 सीआरपीसी के तहत कुर्की प्रक्रिया भी शुरू की गई। इसके बाद भी रफीक अंसारी अदालत में प्रस्तुत नहीं हुए और स्थानीय अदालत के आदेश के खिलाफ हाईकोर्ट में अपील कर दी।

हाईकोर्ट में रफीक के अधिवक्ता ने तर्क दिया कि मामले में मूल रूप से आरोपित 22 आरोपितों को 15 मई 1997 के फैसले में बरी कर दिया गया। इसलिए उनके खिलाफ केस कार्रवाई रद करनी चाहिए। इस मामले को हाईकोर्ट ने गंभीरता से लिया।

हाईकोर्ट ने उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक को निर्देश दिया कि वह रफीक अंसारी के खिलाफ ट्रायल कोर्ट द्वारा पहले ही जारी किए गए गैर-जमानती वारंट की तामील कराए। इसके बाद से ही सपा विधायक भूमिगत चल रहे थे और पुलिस उनकी तलाश में दबिश दे रही थी।

सूत्रों की मानें तो विधायक लखनऊ में छिपे हुए थे। इसकी भनक लगते ही पुलिस ने लखनऊ से लौट रहे सपा विधायक को बाराबंकी से गिरफ्तार कर लिया। मेरठ के एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह के अनुसार, विधायक रफीक अंसारी अपना गैर जमानती वारंट रिकाल नहीं कर पाए। इसलिए पुलिस ने उन्हें बाराबंकी से गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस शाम तक विधायक को लेकर मेरठ पहुंच जाएगी।

lucknow

May 27 2024, 16:23

पूर्वांचल की 13 लोकसभा सीटों पर भाजपा ने झोंकी ताकत, गृह मंत्री अमित शाह समेत 13 मंत्री प्रचार में उतरे

लखनऊ। लोकसभा चुनाव के छह चरण संपन्न हो चुके हैं। अंतिम सातवें चरण के चुनाव प्रचार में राजनीतिक दलों ने पूरी ताकत झोंक दी है। सातवें चरण में उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल की 13 लोकसभा सीटों पर 01 जून को मतदान होगा। इसी चरण में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जिले गोरखपुर में भी मतदान है। इसलिए भाजपा ने पूर्वांचल की 13 सीटों पर जीत सुनिश्चित करने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है। चुनाव प्रचार के लिए महज चार दिन ही शेष बचे हैं। इसलिए भाजपा ने केन्द्र व प्रदेश के बड़े भाजपा नेताओं के साथ ही केन्द्र व प्रदेश सरकार के मंत्रियों की पूरी फौज पूर्वांचल में प्रचार के लिए भाजपा ने उतार दी है।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पूर्वांचल के तीन जिलों में कल ही जनसभा की है। आज केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह कुशीनगर, बलिया और वाराणसी में जनसभाओं को सम्बोधित करेंगे। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी भी गृहमंत्री अमित शाह के साथ कुशीनगर, बलिया और वाराणसी की जनसभाओं में रहेंगे।



उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी सोमवार को मऊ, गाजीपुर, सोनभद्र व वाराणसी में जनसभाओं को संबोधित करेंगे। सोमवार को पूर्वांचल में गृहमंत्री अमित शाह समेत चार केन्द्रीय मंत्री जनसभा करेंगे। वहीं अगर प्रदेश सरकार के मंत्रियों की बात करें तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व ब्रजेश पाठक समेत आठ मंत्रियों की ड्यूटी लगाई गयी है। वहीं भाजपा के प्रदेश स्तर के नेताओं के प्रवास विधानसभावार लगाये गये हैं। वहीं भाजपा के प्रदेश महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह इन दिनों पूर्वांचल में ही डेरा डाले हैं।



उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य बांसडीह, इंटर कॉलेज, बलिया में आयोजित सलेमपुर लोकसभा की जनसभा को संबोधित करेंगे। उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक मिलन पैलेस, लालडिग्गी, मीरजापुर में आयोजित जनसभा को संबोधित करेंगे।



केन्द्रीय मंत्री गिरिराज सिंह सोमवार को जनसा बाजार, सेवापुरी, वाराणसी में आयोजित जनसभा को संबोधित करेंगे। केन्द्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते सोमवार को मनीयर इंटर कॉलेज, मनीयर, बलिया में आयोजित जनसभा को संबोधित करेंगे। इसके पश्चात दोपहर 03 बजे शास्त्री पार्क भृगु आश्रम के पीछे, बलिया में आयोजित जनसभा को संबोधित करेंगे। केन्द्रीय मंत्री बीएल वर्मा सोमवार 27 मई को मीरजापुर के प्रवास पर रहेंगे तथा मीरजापुर में जनसम्पर्क करेंगे।



प्रदेश सरकार में मंत्री धर्मपाल सिंह सोमवार को सोनभद्र के राबर्ट्सगंज, गुलाब देवी महराजगंज में कपिल देव अग्रवाल गोरखपुर में और संजीव गौंड सोनभद्र के राबर्ट्सगंज और दानिश आजाद अंसारी महराजगंज व गाजीपुर में जनसम्पर्क करेंगे।

इन सीटों पर होना है चुनाव

पूर्वांचल के गोरखपुर, महराजगंज, कुशीनगर, देवरिया, बांसगांव, घोसी, सलेमपुर, बलिया, गाजीपुर, चंदौली, वाराणसी, मीरजापुर व राबर्टसगंज में 01 जून को मतदान होना है। कुल मिलाकर देखा जाय तो 13 लोकसभा सीटों पर प्रचार के लिए सोमवार को ही गृहमंत्री अमित शाह के अलावा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत 13 मंत्री प्रचार करने उतरे हैं।

lucknow

May 27 2024, 10:24

अंतिम चरण की 13 सीटों पर बढ़त बनाने के लिए पक्ष और विपक्ष ने झोंकी पूरी ताकत , दलितों व पिछड़ों को समझाने में जुटा संघ

लखनऊ । यूपी में अब केवल अंतिम चरण का चुनाव रह गया है। इस चरण में 13 सीटों पर चुनाव होना है। ऐसे में यह सभी सीटें भाजपा व विपक्षी गठबंधन के लिए काफी महत्वपूर्ण है। इसलिए भाजपा ने यादव पट्टी से मोहन लाल यादव को चुनाव मैदान में उतारा है और अब दलितों व पिछड़ों को समझाने में संघ परिवार भी जुट गया है। वहीं बसपा, सपा और कांग्रेस ने भी पूरी ताकत झोक दी है। भाजपा ने सोशल इंजीनियरिंग पर किया फोकस जानकारी के लिए बता दें कि लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण की सभी 13 सीटों पर बढ़त बनाने के लिए पक्ष और विपक्ष ने पूरी ताकत झोंक दी है। पूरब में जातीय समीकरणों के जोर को देखते हुए विपक्ष के साथ ही भाजपा ने भी अपनी प्रचार रणनीति में बदलाव किया है। हर जाति हर वर्ग के मतदाताओं को साधने के लिए भाजपा ने सोशल इंजीनियरिंग पर खास फोकस किया है। दरअसल, पूर्वी यूपी में मुद्दों के बजाय जातीय समीकरण के आधार पर ही चुनावी माहौल बनता-बिगड़ता रहा है। लिहाजा राजनीतिक दल भी उसके मिजाज के आधार पर ही अपनी रणनीति तैयार करती हैं। अंतिम चरण की 13 सीटों पर बढ़त बनाने के लिए पक्ष और विपक्ष ने झोंकी पूरी ताकत , दलितों व पिछड़ों को समझाने में जुटा संघ लखनऊ । यूपी में अब केवल अंतिम चरण का चुनाव रह गया है। इस चरण में 13 सीटों पर चुनाव होना है। ऐसे में यह सभी सीटें भाजपा व विपक्षी गठबंधन के लिए काफी महत्वपूर्ण है। इसलिए भाजपा ने यादव पट्टी से मोहन लाल यादव को चुनाव मैदान में उतारा है और अब दलितों व पिछड़ों को समझाने में संघ परिवार भी जुट गया है। वहीं बसपा, सपा और कांग्रेस ने भी पूरी ताकत झोक दी है। भाजपा ने सोशल इंजीनियरिंग पर किया फोकस जानकारी के लिए बता दें कि लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण की सभी 13 सीटों पर बढ़त बनाने के लिए पक्ष और विपक्ष ने पूरी ताकत झोंक दी है। पूरब में जातीय समीकरणों के जोर को देखते जातीय समीकरण को सही करने के लिए मध्य प्रदेश के सीएम को उतारा गया ।मोदी-योगी जहां इलाके को मथ रहे है वहीं, विपक्ष की ओर से उछाले गए आरक्षण जैसे मुद्दे पर पिछड़ों और दलितों को समझाने का भी प्रयास कर रहे हैं। राजस्थान और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्रियों को भी प्रचार में उतारा गया है। इसी तरह हर बूथ पर भी जातीय समीकरण को देखते हुए स्थानीय नेताओं को लगाया गया है। यानी दलित बहुल बूथ पर दलित नेता और पिछड़ा बहुल बूथ पर पिछड़े समाज के नेता को जिम्मेदारी सौंपी गई है। खास बात है कि पहली बार भाजपा की ओर से गरीब मुस्लिम आबादी वाले बूथों पर भी पार्टी के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के पदाधिकारियों को उतारा गया है। ब्राह्मण मतदाताओं को अपनी ओर उतारने के लिए भजनलाल शर्मा का किया जा रहा इस्तेमाल यूपी में सपा के कॉडर वोट बैंक माने जाने वाले यादव जाति को साधने के लिए भाजपा द्वारा तैयार की गई खास रणनीति के तहत मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव भी पूरब में प्रचार के लिए सियासी मैदान में उतर चुके हैं। एक-एक दिन में उनके सात से आठ कार्यक्रम कराए जा रहे हैं। वहीं, ब्राह्मण मतदाताओं के बीच राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के चेहरे का इस्तेमाल हो रहा है। साथ में स्थानीय ब्राह्मण चेहरों को भी लगाया गया है। पूरब में मतदान बढ़ाने को लेकर भाजपा का खास फोकस दलित मतदाताओं को बूथ तक लाने की है। खास बात यह है कि इस काम में भाजपा के साथ ही संघ परिवार भी जुटा है। संघ परिवार को खास तौर पर आरक्षण खत्म करने और संविधान बदलने के मुद्दे पर दलितों को समझाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है।

lucknow

May 27 2024, 09:46

जातीय समीकरण के चक्रव्यूह में फंसती नजर आ रही भाजपा-अपना दल एस की संयुक्त उम्मीदवार अनुप्रिया पटेल
लखनऊ । मिर्जापुर लोकसभा सीट से हैट्रिक की आस में उतरीं भाजपा-अपना दल (एस) की संयुक्त उम्मीदवार अनुप्रिया पटेल जातीय चक्रव्यूह में फंसती नजर आ रही हैं। भाजपा से टिकट कटने के बाद भदोही के मौजूदा सांसद रमेश बिंद को इस सीट से उतारकर सपा ने अनुप्रिया के विजयरथ को रोकने की भरपूर कोशिश की है। वहीं, बसपा ने अगड़ी जाति के वोटबैंक को साधने के लिए ब्राह्मण चेहरे मनीष तिवारी  को उतारकर अनुप्रिया को घेरने की कोशिश की है। इसलिए माना जा रहा है कि इस बार अनुप्रिया की जीत उतनी आसान नहीं, जितनी पहले के चुनावों में थी। इसी को देखते हुए अपना दल एस ने प्रचार प्रसार और तेज कर दिया है।

जानकारी के लिए बता दें कि भदोही से 2009 में अलग होने के बाद यह कुर्मी बहुल हो गई। इससे यहां का जातीय समीकरण अपना दल (एस) के लिए मुफीद रहा है। इसी समीकरण को देखते हुए ही भाजपा ने 2014 में ही मिर्जापुर सीट को सहयोगी अपना दल (एस) के खाते में दे दिया है। 2014 व 2019 के चुनाव में मोदी-योगी के नाम पर   जनता ने जातीय दीवार को दरका कर   अनुप्रिया को जिताया था। पर, इस बार सपा-कांग्रेस गठबंधन ने बिंद जाति का उम्मीदवार उतारकर लड़ाई को दिलचस्प बना दिया है।  माना जा रहा है कि जातीय चक्रव्यूह तोड़ने के लिए अनुप्रिया पटेल को इस बार अधिक मेहनत करनी पड़ेगी। दोनों पक्ष के उम्मीदवार अपनी-अपनी जातियों, अन्य पिछड़ा और दलित जातियों के सहारे एक-दूसरे को मात देने की कोशिश में जुटे हैं। हालांकि केंद्र और राज्य सरकारों की कल्याणकारी योजनाओं की वजह से तैयार हुए लाभार्थी वर्ग का बल अनुप्रिया को थोड़ा राहत दे सकता है।

अब मतदान में कुछ ही दिन बचे हैं। पीएम नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और विपक्ष के अधिकांश बड़े नेताओं की सभा व रोड शो हो चुके हैं। इसलिए चुनावी तस्वीर लगभग-लगभग साफ हो चुकी है। चुनावी जंग अनुप्रिया और रमेश बिंद के बीच सिमटती दिख रही है। अलबत्ता बसपा के मनीष तिवारी के अगड़े वोट बैंक में सेंध लगाने की वजह से अनुप्रिया को थोड़ी चुनौती जरूर मिल रही है। हालांकि दलित मतदाताओं का रुख अभी तक स्पष्ट नहीं दिख रहा है। अगर बसपा उन्हें साधने में कामयाब रही, तो हार-जीत का अंतर कम हो सकता है। वहीं, सपा भी आरक्षण खत्म करने और संविधान के मुद्दे पर इन्हें समझाने और रिझाने की कोशिश में जुटी है। अगर वह सफल रही तो अनुप्रिया की चुनौतियां और बढ़ जाएंगी।