लोकसभा चुनाव : छठे चरण में बिहार की आठ सीटों पर मतदान कल, सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम

डेस्क : लोकसभा चुनाव के छठे चरण में कल 25 मई शनिवार को बिहार की आठ सीटों पर मतदान होना है। मतदान को निष्पक्ष और भयमुक्त संपन्न कराने को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गये है। 60 हजार से अधिक सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है। इसके अलावा 18 हजार से अधिक गृहरक्षकों को भी चुनावी ड्यूटी में लगाया गया है। छपरा में हुई चुनावी हिंसा के बाद महाराजगंज में विशेष चौकसी बरती जा रही है। इस चरण में सभी संबंधित जिलों के पुलिस प्रशासन को अलर्ट किया गया है।

पुलिस मुख्यालय के अनुसार, छठे चरण के चुनाव में भी सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए हैं। सभी बूथों पर सशस्त्रत्त् सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है। इस चरण में आधा दर्जन सीटें नेपाल और उत्तरप्रदेश की सीमा से सटी हैं। इसको लेकर नेपाल और उत्तरप्रदेश की सीमा पर चौकसी बढ़ा दी गई है। वाल्मीकिनगर, पश्चिम चंपारण और शिवहर लोकसभा सीट की सीमा जहां नेपाल से सटी है, वहीं वाल्मीकिनगर, पश्चिम चंपारण, गोपालगंज, सीवान और महाराजगंज लोकसभा क्षेत्र पड़ोसी राज्य उत्तरप्रदेश से सीमा साझा करते हैं।

इसके अलावा वैशाली और पूर्वी चंपारण लोकसभा क्षेत्र में भी मतदान होना है। नेपाल की सीमा पर एसएसबी के जवानों को तैनात किया गया है। सीमा पर अतिरिक्त चेकपोस्ट भी बनाए गए हैं। नेपाली सुरक्षा बलों के साथ भी संयुक्त गश्त की जा रही है। इसके अलावा मतदान को लेकर अतिरिक्त अंतरराज्यीय एवं अंतरजिला चेकपोस्ट भी बनाकर वाहनों की विशेष जांच की जा रही है।

पुलिस प्रशासन ने शांतिपूर्ण मतदान को लेकर सुदूर क्षेत्रों में घुड़सवार दस्ता एवं नदी क्षेत्रों के लिए नाव से निगरानी की व्यवस्था की है। इसके अलावा ड्रोन से भी निगरानी की जाएगी। पुलिस मुख्यालय के स्तर से संबंधित जिलों में इंटरनेट मीडिया पर भी कड़ी नजर रखी जा रही है। सोशल मीडिया मॉनेटरिंग यूनिट इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित खबरों, फेसबुक-एक्स पोस्ट और यूट्यूब के वीडियो आदि पर नजर रख रहा है। किसी भी तरह के आपत्तिजनक पोस्ट, भ्रामक खबर को अविलंब हटाते हुए संबंधित पर कानूनी कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है।

चंपारण में बोले यूपी के सीएम योगी : विपक्ष चाहे जितना जोर लगा ले, 400 सीट जीतकर बनेगी मोदी की सरकार

डेस्क : सात चरणों में हो रहे लोकसभा चुनाव के अब महज दो चरण बचे हुए। कल यानि शनिवार 25 मई को छठे चरण का मतदान होना है। वहीं सातवें और अंतिम चरण का चुनाव 1 जून को होगा। ऐसे में सभी दलों द्वारा चुनाव प्रचार चरम पर है। 

इसी कड़ी बीते गुरुवार को छठे चरण का चुनाव प्रचार खत्म होने से पहले पूर्वी और पश्चिम चंपारण में उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने एनडीए प्रत्य़ाशियों के लिए चुनावी जनसभा को संबोधित किया।  

पूर्वी चंपारण से भाजपा प्रत्याशी राधामोहन सिंह के पक्ष में अरेराज व पश्चिम चंपारण से भाजपा प्रत्याशी डॉ. संजय जायसवाल के पक्ष में सुगौली में सभा को संबोधित करते हुए उन्होने विपक्ष और खासकर कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि विपक्ष चाहे जितना जोर लगा ले, सरकार तो नरेंद्र मोदी की ही बनेगी। जनता कह रही है कि जो राम को लाया है, हम उनको लाएंगे। नरेंद्र मोदी रामभक्त हैं। 

कांग्रेस राम विरोधी : सीएम योगी

उन्होंने कांग्रेस को राम विरोधी बताते हुए कहा कि इनके कारनामे भारत, गरीब, बेटी व व्यापारी विरोधी हैं। कांग्रेस व राजद बिहार के लिए अपशकुन हैं। जब ये मिलते हैं तो गुंडागर्दी, लूटपाट और उपद्रव होता है। इनके शासन में गरीब भूखे मरते थे। इलाज के बिना लोग मर जाते थे। केंद्र में नरेंद्र मोदी व बिहार में नीतीश सरकार बनने पर लगातार विकास हो रहा है। 80 करोड़ लोगों को राशन फ्री मिल रहा है। 60 करोड़ लोग आयुष्मान योजना का लाभ ले रहे हैं। अगली बार सरकार बनने पर 70 वर्ष से ऊपर वालों को आयुष्मान योजना के तहत पांच लाख तक के इलाज की सुविधा मिलेगी।

योगी ने कि आज जब पटाखा छूटता है तो पाकिस्तान बचाव की मुद्रा में आकर मेरा हाथ नहीं है की सफाई देने लगता है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान का राग अलापने वालों को पाकिस्तान चले जाना चाहिए। उन्हें देश पर बोझ नहीं बनना चाहिए। उन्होंने कांग्रेस के मेनिफेस्टो पर सवाल उठाते हुए कहा कि यह पूरी तरह मुस्लिम लीग का घोषणा पत्र लगता है। लालू प्रसाद ने तो ओबीसी का आरक्षण मुसलमानों को देने की बात स्वीकार की थी। कांग्रेस का कहना है कि सत्ता में आने पर एससी/एसटी का आरक्षण मुसलमानों को दे देंगे।

उन्होंने कहा कि 22-23 साल पहले अयोध्या में राम मंदिर बनाने के लिए नारा लगता था। उस दौरान कांग्रेस राजद वाले हंसते थे। आज भव्य राम मंदिर बनकर तैयार हो गया। उन्होने लोगों से पूर्वी चंपारण से राधा मोहन सिंह और पश्चिमी चंपारण से डॉ. संजय जायसवाल को भारी मतों से जिताने की अपील की।

राजद ने अपने शासन काल में हिंदू-मुस्लिमों के बीच पैदा किया विवाद, बिहार में 40 के 40 सीट पर एनडीए की होगी जीत ; नीतीश कुमार

डेस्क : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एकबार फिर बिहार के सभी 40 के 40 लोकसभा सीट पर एनडीए की जीत का दावा किया है। उन्होंने गुरुवार को चुनावी सभा को संबोधित करते हुए यह दावा करते हुए कहा कि एनडीए गठबंधन बिहार में 40 और देश में 400 सीटों पर जीत हासिल करेगा। मतदाता क्षेत्र में विकास कार्य और मिलने वाली सुविधाओं का आंकलन कर मतदान करते हैं।  

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार को एनडीए गठबंधन के सासाराम से प्रत्याशी शिवेश राम और बक्सर में प्रत्याशी मिथिलेश तिवारी के समर्थन में चुनावी सभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि सभी लोग जानते हैं कि 2005 के पहले क्या स्थिति थी। शिक्षा, चिकित्सा, सड़क, बिजली, सिंचाई, पुल-पुलिया सहित सभी विभागों की स्थिति बद से बदतर थी। हमने सभी विभागों की स्थिति बेहतर की है। जब भाजपा और जदयू ने मिलकर काम करना शुरू किया तब 2006 में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में मरीजों की संख्या एक माह में मात्र 29 थी। लेकिन, 2024 में इन स्वास्थ्य केन्द्रों में मरीजों की संख्या प्रति माह ग्यारह हजार हो गई है।

राजद पर जमकर साधा निशाना

सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि पंद्रह साल के राजद के शासन काल में हिंदू और मुस्लिमों का विवाद बहुत अधिक हुआ था। इन विवादों को रोकने का प्रयास नहीं किया गया। बल्कि उन्हें अपना एक बड़ा वोट बैंक बनाया गया। जब एनडीए की सरकार बिहार में बनी तब मुस्लिमों के विवाद को खत्म करने का प्रयास किया गया। मुस्लिमों का विवाद कभी देखने व सुनने को न के बराबर मिलता है। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि कहा कि 1995 में वह एनडीए में शामिल हुए थे। अबतक दो बार वह राजद में गये। परंतु वहां इतना गड़बड़ था कि वापस आ गये। कहा कि अब हम किसी दूसरे के साथ नहीं जाएंगे। नीतीश कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री बनने से पूर्व कई राज्यों में गये थे। जहां महिलाओं को सबल बनाने के लिए स्वंय सहायता समूह से जोड़ा जाता था। परंतु यह बिहार में नहीं था।

जदयू और बीजेपी ने साथ मिलकर किया बिहार का विकास

उन्होंने कहा कि सत्ता पर काबिज होने के लिए कुछ दलों के लोग हिन्दू-मुस्लिम में झगड़ा-फसाद को बल देते रहे हैं। लेकिन हमलोग साथ आए तो हमेशा के लिए इस विवाद पर विराम लगा दिया। सीएम ने कहा कि हमारी सरकार ने मदरसों को मान्यता देकर शिक्षकों की नियुक्ति की। नौ हजार कब्रिस्तानों की घेराबंदी की। अभी 1000 का कार्य चल रहा है। उन्होंने कहा कि 2005 के पहले विद्यालयों में क्या स्थिति थी। 10 लाख लोगों को शिक्षक की नौकरी और 10 लाख को स्वरोजगार देने का कार्य किया गया है। विद्यालयों में छात्रों को पोशाक, साइकिल और छात्रवृत्ति के साथ इंटर पास को 25 हजार और स्नातक पास को 50 हजार रुपए दिये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि महिलाओं को पंचायत चुनाव में 50 प्रतिशत तथा नौकरियों में 35 प्रतिशत आरक्षण देने का कार्य किया गया।

महिला सशक्तीकरण पर रहा विशेष जोर

सीएम ने कहा कि महिला सशक्तीकरण के तहत महिलाएं शिक्षित हुई हैं। 2005 से पहले प्रजनन दर 4.3 थी। लेकिन आज 2.2 रह गई है। सीएम ने प्रत्याशी शिवेश राम को भारी मतों से विजयी बना सरकार को मजबूत करने की अपील की। करहगर की सभा में जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा की कुछ लोगों द्वारा संविधान बदलने की झूठी अफवाह उड़ाई जा रही है। हम आरक्षण बढ़ाने वाले हैं। समाप्त करने वाले नहीं।

सीएम ने कहा कि पंचायत शिक्षक की बहाली में 2007 और पुलिस की बहाली में 2013 से ही महिलाओं को आरक्षण दिया जा रहा है। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में भी महिलाओं को आरक्षण दिया। कहा कि 2020 में दस लाख नौकरी देने का वायदा किया गया था। अब तक चार लाख नौकरियां युवाओं को दी जा चुकी है। 2025 तक अपना वादा पूरा करते हुए 10 लाख नौकरियां दी जाएगी। सीएम नीतीश कुमार ने ब्रह्मपुर स्थित बाबा ब्रह्मेश्वरनाथ मंदिर का जिक्र करते हुए कहा कि वहां मैं कई बार आ चुका हूं। उस स्थल को पर्यटक क्षेत्र के रूप में तेजी से विकसित किया जा रहा है।

मौसम का मिजाज : गुरुवार को जम्मू से ठंडा रहा पटना, आज से अधिकतम तापमान में मामूली बढ़ोत्तरी के आसार

डेस्क : बिहार मे मौसम की तल्खी में इनदिनों पिछले कुछ दिनों से कमी आई है। भीषण गर्मी की मार झेल रहे बिहारवासियों को मौसम के बदले मिजाजा ने पिछले सप्ताह भर से बड़ी राहत दी है। हालांकि मौसम विभाग के अनुसार बिहार में अगले दो दिनों तक बारिश के आसार नहीं है। लेकिन, 26 मई से प्रदेश के अधिकतर हिस्सों में बारिश के आसार हैं। इस दौरान मेघगर्जन और वज्रपात के साथ ही 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलेगी।

वहीं शुक्रवार और शनिवार को अधिकतम तापमान में मामूली बढ़ोतरी होगी। इस कारण दोपहर में लोगों को उमस भरी गर्मी का एहसास होगा। हालांकि बंगाल की खाड़ी से नमीयुक्त पुरवा हवा आने के कारण लोगों को सुबह और शाम के समय गर्मी से राहत मिलेगी।

मौसम विभाग के अनुसार गुरुवार को पटना के अधिकतम और न्यूनतम तापमान में गिरावट आई। अधिकतम तापमान में 0.9 और न्यूनतम में 1.4 डिग्री सेल्सियस की गिरावट आई। राजधानी का अधिकतम तापमान 34.9 और न्यूनतम तापमान 26.3 डिग्री रिकॉर्ड किया गया।

आज शाम से थम गया छठे चरण का चुनाव प्रचार, शनिवार 25 मई को होगा मतदान

डेस्क : छठे चरण के लिए चुनाव प्रचार का आज अंतिम दिन था। आज अंतिम दिन तमाम दलों ने चुनाव प्रचार के लिए अपनी पूरी ताकत लगा दी। वहीं शाम पांच बजे चुनाव प्रचार थम गया। अब छठे चरण में बिहार की आठ लोकसभा सीटों पर शनिवार 25 मई को मतदान होगा। आज शाम पांच बजे के बाद प्रत्याशी वोटर्स के दरवाजे पर जाकर अपने पक्ष में वोट की अपील कर सकते हैं।

बिहार में लोकसभा के छठे चरण के तहत सीवान,महाराजगंज, वैशाली, शिवहर, पूर्वी चंपारण, पश्चिम चंपारण, वाल्मिकी नगर और गोपालगंज में 25 मई को मतदान होगा। 

सीवान लोकसभा सीट पर जदयू, राजद और निर्दलिए के बीच त्रिकोणिए होगा मुकाबला

सीवान को देश के पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद की जन्मभूमि के रूप में जाना जाता है। समय के साथ, इसकी पहचान बदल गई, पहले इंटनेशनल चोर नटरवल लाल और फिर शहाबुद्दीन के आतंक से यह सुर्खियों में रहा। यहां से इसबार जदयू ने निवर्तमान सांसद कविता सिंह का टिकट काटकर विजय लक्ष्मी को उम्मीदवार बनाया है। वहीं राजद ने पूर्व विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी को टिकट दिया है। जबकि राजद छोड़कर दिवंगत पूर्व बाहुबली सांसद मो. शहाबुद्दीन की पत्नी हीना शहाब निर्दलीय मैदान है। हिना के चुनाव लड़ने से यहां त्रिकोणीय लड़ाई है।

महाराजगंज में सिग्रीवाल-आकाश आमने सामने

महाराजगंज लोकसभा सीट पर भाजपा ने एक बार फिर निवर्तमान सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल पर दाव खेला है। तो इंडी गठबंधन ने कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डॉ अखिलेश सिंह के पुत्र आकाश सिंह को उम्मीदवार बनाया है। सिग्रीवाल राजपूत बिरादरी से आते हैं तो आकाश भूमिहार वर्ग से आते हैं।

गोपालगंज में जदयू और वीआइपी में टक्कर

पूर्व सीएम अब्दुल गफूर, लालू यादव व राबड़ी देवी का गृह जिला गोपालगंज में इसबार जदयू और वीआइपी के उम्मीदवार आमने-सामने हैं।

वैशाली लोकसभा सीट पर वर्तमान सांसद और एलजेपी(आर) की उम्मीदवार वीणा देवी का मुकाबला राजद के मुन्ना शुक्ला के बीच है। शुक्ला भूमिहार बिरादरी से आते हैं तो वीणा राजपूत समाज से आती हैं। 

शिवहर लोकसभा सीट पर राजद ने रितु जायसवाल को टिकट दिया है, वहीं उनके सामने जदयू ने बाहुबली आनंद मोहन की पत्नी लवली आनंद पर दांव खेला है। एआईएमआईएम से राणा रंजीत सिंह पर दाव खेला है तो योगी अखिलेश्वर दास निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं। यहां मुकाबला चतुष्कोणीय है।

वाल्मीकि नगर लोकसभा की सीट पर इस चुनाव हर किसी की नजरहै।एक तरफ जहां इस सीट पर एनडीए हैट्रिक लगाने की कोशिश करेगी, वहीं यूपीए सत्ताधारी दल के विजयी रथ को रोकने की पूरी कोशिश कर रहा है। 

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पश्चिमी चंपारण लोकसभा सीट पर मौजूदा सांसद डॉ। संजय जायसवाल जीत का चौका लगाने की फिराक में लगे हैं। वहीं, कांग्रेस ने ब्राह्मण जाति से आने वाले बेतिया से कांग्रेस के पूर्व विधायक मदनमोहन तिवारी को टिकट देकर ब्राह्मण कार्ड खेला है।इस बार की लड़ाई आमने-सामने की है

पूर्वी चंपारण लोकसभा से भाजपा के राधामोहन सिंह सीटिंग सांसद हैं, वे मैदान में ताल टोक रहे हैं। वहीं, राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने वैश्य जाति से रीतू जायसवाल को चुनावी जंग में उतारा है।

राजधानी पटना से प्रदेश के इन 54 शहरों में अब जाना होगा आसान, राज्य सरकार ने नयी बसें चलाने का किया है फैसला

डेस्क : बिहारवासियों के लिए बड़ी खुशखबरी है। अब उन्हें राजधानी पटना से प्रदेश के 54 शहरों में आने-जाने में परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा। राज्य सरकार ने राजधानी पटना के अलावा अन्य शहरों से बेहतर कनेक्टिविटी के लिए नयी बसें चलाने का फैसला किया है। पटना से 54 शहरों के लिए नयी बसें चलाने की योजना है। ये बसें पटना से विभिन्न मार्गों और छोटे शहरों-कस्बों को जोड़ते हुए गंतव्य शहर तक चलेंगी।

पटना से जिन शहरों में नयी बस चलाने का फैसला लिया गया है उनमें भागलपुर, बांका, पूर्णिया, सीतामढ़ी, गोपालगंज, सीवान, खगड़िया, मधेपुरा, भभुआ, बेगूसराय, मझुबनी, सुपौल, दरभंगा, समस्तीपुर, किशनगंज, मुंगेर, बेतिया, सासाराम, जयनगर, औरंगाबाद, नवादा, देव, आदापुर, लौकहा, वीरपुर, डेहरी, लहेरियासराय, झंझारपुर, पाली, तेलपा, जमालपुर, मधवापुर, पिपरौन, बेला, परसौनी, कुनौली, अंधरामठ, मधेपुर, विशुनपुरा, सिकटा, अख्ता, भिट्ठामोड़, भिसुआ बाजार, रसियारी, गोह, सिकन्दरा, निर्मली, कुचाईकोट, साहरघाट, कटैया, पगड़ा, जन्दाहा, चेनारी, कौआकोल शामिल है। ये बसें बैरिया बस स्टैंड, फुलवारी बस टर्मिनल और गांधी मैदान से खुलेंगी। इसके लिए विकास किया जा रहा है।

इन रूटों पर बसों के परिचालन को लेकर रिक्तियों को सार्वजनिक करने के बाद आगे की प्रक्रिया भी पूरी की गयी है। राजधानी पटना से सम्बद्ध रुटों पर यात्रियों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। लेकिन, जरूरत के अनुसार इन मार्गों पर बसों का परिचालन नहीं हो पा रहा है। लिहाजा, राज्य सरकार ने पटना से जुड़े मार्गों पर नयी बसों का परिचालन करने की योजना बनायी है। 

दरअसल पिछले दिनों समीक्षा के दौरान यह बातें सामने आई थी कि राजधानी पटना आने वाले लोगों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। शिक्षा, रोजगार, स्वास्थ्य की दृष्टि से लोगों का पटना आने का सिलसिला बढ़ा है। पटना में सूबे के विभिन्न हिस्सों के बच्चे पढ़ने आते हैं। इलाजके लिए भी पटना आने वाले लोगों की संख्या बढ़ी है। राज्य के 120 मार्गों पर नयी बस चलाने की योजना पर अमल शुरू हो गया है। इन मार्गों पर 376 बसों की जरूरत है।

आईपीएस राकेश दूबे को बड़ी राहत : हुए निलंबन मुक्त, इस आरोप में 34 माह से थे सस्पेंड

डेस्क : भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) अधिकारी राकेश कुमार दूबे को बड़ी राहत मिल गई है। उन्हें निलंबन मुक्त कर दिया गया है। इस संबंध में बुधवार को गृह विभाग ने आदेश जारी कर दिया। गृह विभाग ने राकेश दूबे को पुलिस मुख्यालय में योगदान देने का निर्देश दिया है। 

केंद्रीय प्रशासनिक न्यायाधिकरण के आदेश के बाद राज्य सरकार ने दूबे को निलंबन से मुक्त किया है। हालांकि, उनके खिलाफ विभागीय कार्यवाही चलती रहेगी।

बता दें आईपीएस राकेश कुमार दूबे पिछले 34 माह से निलंबित थे। 27 जुलाई 2021 को उन्हें निलंबित किया गया था। उन पर भोजपुर के एसपी रहते बालू के अवैध खनन और बालू माफियाओं से साठगांठ के आरोप लगे थे, उसके बाद उन्हें निलंबित कर दिया गया था। 

गौरतलब है कि भोजपुर के एसपी रहे राकेश दूबे अवैध बालू खनन के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रहे थे। इसी दौरान ईओयू ने राकेश दूबे पर ही अवैध बालू खनन में शामिल होने का आरोप लगा। ईओयू के आरोप के बाद उनको 27 जुलाई 2021 को पहले 60 दिनों के लिए निलंबित किया गया। उसके बाद 4 महीने और 3 बार 6-6 महीने के लिए निलंबन अवधि को बढ़ाया गया। 

राकेश दूबे ने दो साल के बाद कोर्ट और गृह मंत्रालय में अपील की। इसके बाद कोर्ट ने राज्य सरकार को निलंबन की समीक्षा करने का निर्देश दिया। लेकिन राज्य सरकार ने 12 जनवरी को फिर से 6 महीने के लिए 10 जुलाई तक उन्हें निलंबित रहने का आदेश जारी किया। इसके खिलाफ दूबे ने केंद्रीय प्रशासनिक न्यायाधिकरण में अपील की थी। न्यायाधिकरण ने 9 फरवरी को राकेश दूबे के निलंबन को समाप्त करने का आदेश दिया था। न्यायाधिकरण के आदेश के बाद उनका निलंबन 22 मई को रद्द कर दिया गया।

मौसम का हाल : आज पटना में छाए रहेंगे बादल, कुछ जिलों में आंधी पानी के आसार

डेस्क : बीते दो-तीन दिनों से प्रदेश में मौसम की तल्ख रुख में कमी आई है। भीषण गर्मी और लू से फिलहाल राहत मिली है लेकिन पसीने वाली गर्मी ने पिछले दो दिनों से परेशान किया है। गुरुवार को बादलों की आंशिक आवाजाही और कुछ जिलों में आंधी पानी के आसार बने हैं। पटना में भी गुरुवार को आंशिक बादलों का बसेरा रहेगा, जिससे उमस भरी गर्मी की स्थिति बनी रहेगी।

मौसम विभाग के अनुसार उत्तर बिहार में आंशिक बारिश की गतिविधियां रहेगी। दक्षिण बिहार में इसका छिटपुट असर दिख सकता है।

मौसमविदों के अनुसार बंगाल की खाड़ी के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। वहां से आने वाली नमी युक्त पुरवा हवा का प्रवाह होने से सूबे में मौसम सामान्य बना रहेगा। पटना समेत दक्षिण पश्चिम भागों के गया, जहानाबाद, नालंदा, शेखपुरा, सीवान में वर्षा की संभावना कम है। प्रदेश के एक या दो स्थानों पर 30-40 किमी प्रतिघंटा हवा का रफ्तार होने के साथ मेघ गर्जन व वज्रपात की संभावना है। इधर बुधवार की सुबह तक प्रदेश के अलग-अलग स्थानों पर वर्षा दर्ज की गई।

बीते बुधवार को पटना समेत आसपास इलाकों में बादलों की आवाजाही बने होने के कारण मौसम सामान्य बना रहा। सूबे में एक दो जगहों को छोड़कर शुक्रवार और शनिवार को बारिश की गतिविधियां होने के बेहद कम आसार हैं।

बुधवार को राजधानी का अधिकतम तापमान 35.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि, 38.8 डिग्री सेल्सियस के साथ डेहरी में सर्वाधिक अधिकतम तापमान दर्ज किया गया।

सीवान में त्रिकोणीय बनी लड़ाई : एनडीए-इंडी गठबंधन और निर्दलिए तीनों प्रत्याशी स्थानीय, किसकी होगी जीत, जानिए क्या कहता है समीकरण

डेस्क ; देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉ। राजेन्द्र प्रसाद की धरती सीवान में छठे चरण में 25 मई को चुनाव होना है। सीवान शुरू से ही राजनीतिक रूप से काफी चर्चित रही है। हालांकि तब से दिवंगत पूर्ब बाहुबली सांसद शहाबुद्दीन युग के अंत तक सीवान ने कई उतार-चढ़ाव देखे हैं। सीवान ने बाहुबल का निर्विरोध राज देखा तो एक सामान्य निर्दलीय प्रत्याशी द्वारा उस साम्राज्य का अंत होते भी देखा है। 

1996 से 2009 तक मो। शहाबुद्दीन ने यहां एकछत्र राज किया, लेकिन 2009 के बाद सीवान का राजनीतिक परिदृश्य बदल गया है। पिछले 15 वर्षों से सीवान नयी इबारत लिख रहा है। 2009 में निर्दलिए ओमप्रकाश यादव ने मो। शहाबुद्दीन की पत्नी हिना को शिकस्त देकर सीवान में राजद के एकछत्र राज का अंत किया। उसके बाद पिछले 15 वर्षों से सीवान नयी इबारत लिख रहा है। राजद के हाथों से फिसलने के बाद यह पिछले चुनाव तक एनडीए का गढ़ बना रहा।

सीवान में बन रहा नया समीकरण

इस बार इस गढ़ को जबरदस्त चुनौती का सामना करना पड़ रहा है। पिछले सारे समीकरण हवा हवाई हो चुके हैं। सीवान का समीकरण इस बार पूरी तरह बदला हुआ है। माई समीकरण दरक रहा है। नए समीकरण बन रहे हैं। जातीय गोलबंदी के नये गणित ने इस बार सभी प्रत्याशियों को उलझा दिया है। इस गुत्थी को सुलझाने में इन्हें खूब पसीना बहाना पड़ रहा है। हालांकि मो। शहाबुद्दीन की पत्नी के निर्देलिए चुनाव मैदान में आने से इसका फायदा एनडीए को होता दिख रहा है। 

इस बार यहां एनडीए जदयू की विजय लक्ष्मी कुशवाहा तो महागठबंधन से राजद के अवध बिहारी चौधरी मैदान में हैं। इस लड़ाई को निर्दलीय हेना शहाब त्रिकोणीय बना रही हैं। तीनों उम्मीदवार कद्दावर हैं और इस क्षेत्र की जमीन से जुड़े रहे हैं। क्षेत्र की इन्हें समझ तो हैं ही, यहां के लोगों की भावनाओं से भी भली-भांति परिचित हैं। पर, राह किसी की आसान नहीं है। एक दूसरे से आगे निकलने के लिए इन्हें खूब मशक्कत करनी पड़ रही है। हालांकि क्षेत्र में चर्चा एक और निर्दलीय प्रत्याशी जीवन यादव की भी है। चुनाव का एक दिलचस्प पहलू यह भी है कि सभी उम्मीदवारों का अतीत उनके साथ चल रहा है। पुराना इतिहास उनका पीछा नहीं छोड़ रहा। इसके कारण इन्हें कुछ अधिक मेहनत करनी पड़ रही है। लेकिन एक सकारात्मक बात यह है कि गठबंधनों के आधार वोटरों में इनकी स्वीकार्यता धीरे-धीरे बढ़ रही है। 

एनडीए को मोदी मैजिक के साथ हिना के मैदान में आने से लाभ का विश्वास

एनडीए की ओर से यह सीट जदयू के पिछले चुनाव से एनडीए के खाते मे है। यहां से वर्ष 2019 के चुनाव में बाहुबली अजय सिंह की पत्नी कविता सिंह जदयू के टिकट पर चुनाव जीतकर सांसद बनी थी। लेकिन इसबार जदयू ने उनकी जगह पूर्व विधायक रमेश कुशवाहा की पत्नी विजय लक्ष्मी को चुनाव मैदान में उतारा है। रमेश हाल ही में उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी रालोमो छोड़ जदयू में शामिल हुए थे। 

पहली बार चुनाव लड़ रही एनडीए उम्मीदवार विजय लक्ष्मी को मोदी मैजिक का भरोसा है। दिवंगत मो। शहाबुद्दी की पत्नी हिना शहाब के निर्दलीय चुनाव मैदान मे आने से इसका लाभ मिलने का विश्वास है। 

हिना शहाब को इस बात की है उम्मीद 

हिना शहाब यहां से पहले भी दो बार चुनाव लड़ चुकी है। लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा है। पति शहाबुद्दीन की कोरोना से मौत के समय राजद की ओर अपेक्षित सहयोग नहीं मिलने से नाराजदृ हिना शहाब इसबार निर्दलिए चुनाव मैदान में है। वे सार्बजनिक तौर पर कह चुकी है राजद को खड़ा करने में उनके पति का बड़ा हाथ रहा है लेकिन उनके जाने के बाद पार्टी ने उनसे मुंह मोड़ लिया। हिना को उम्मीद है कि इसबार उन्हें सहानुभित वोट का लाभ मिल सकता है। इसके साथ ही नवरात्र के मौंके पर क्न्या पूजन में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेकर उन्होने अपनी छवि सभी लोगों के लिए समान और सेवा करने वाली बनाने की कोशिश भी की है। 

हिना शहाब के निर्दलिए मैदान में आने से राजद की बढ़ी परेशानी

हिना शहाब के निर्दलिए मैदान में जाने के फैसले के बाद राजद ने यहां से बिहार विधान सभा के वर्तमान अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी को यहां से अपना प्रत्याशी बनाया है। वैसे अवध बिहारी चौधरी की छवि राजद के अन्य नेताओं से अलग है। इनकी पहचान साफ-सुथरी छविवाले और लोगों के सुलक्ष नेता के तौर पर है। बावजूद इसके हिना शहाब के निर्दलिए मैदान में आने से इनकी परेशानी बढ़ी है। 

सीवान मे अल्पसंख्यक समुदाय की संख्या भी अच्छी तदाद में है। राजद इस समुदाय को अपना वोट बैंक मानता है। लेकिन हिना शहाब के चुनाव मैदान में होने से राजद के अल्पसंख्यक समुदाय के वोट बैंक में सेंध लग सकती है। साथ ही राजद का कैडर वोट भी बंट सकता है। कारण सीवान मे राजद को मजबूती से खड़ा करने में दिवंगत मो। शहाबुद्दीन की बड़ी भूमिका रही है। ऐसे में वे वोटर हिना शहाब के साथ जा सकते है। जिसका सीधा नुकसान राजद प्रत्याशी अवध बिहारी चौधरी को और राजद का वोट बंटने का फायदा एनडीए प्रत्याशी हो सकता है। 

छह विधानसभा क्षेत्र में पांच पर महागठबंधन का कब्जा

बता दें सीवान लोकसभा क्षेत्र में छह विधानसभा क्षेत्र हैं। इसमें पांच पर महागठबंधन का कब्जा है जबकि एक सीट पर एनडीए का। सीवान, रघुनाथपुर और बड़हरिया पर राजद, जीरादेई व दरौली पर माले और दरौंदा विधानसभा क्षेत्र से भाजपा को जीत मिली थी। हालांकि 2019 के लोकसभा चुनाव में सभी छह विधानसभा क्षेत्रों में जनता दल को लीड मिली थी।

शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के.के पाठक ने फिर जारी किया ऐसा निर्देश, शिक्षक के साथ अभिभावक भी कर रहे विरोध

डेस्क : शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के निर्देश से हमेशा हंगामा मचता है। एकबार उन्होंने ऐसा निर्देश जारी किया है जिससे शिक्षकों के साथ-साथ अब अभिभावक भी इसका विरोध कर रहे है। 

दरअसल, शिक्षकों को अब तय समय से पहले यानी सुबह 6 बजे से पहले ही स्कूल पहुंचकर अपनी ड्यूटी शुरू कर देनी होगी। उन्हें 6 बजे से पहले किसी भी हालत में सेल्फी क्लिक कर अपलोड करनी होगी। तभी उनका अटेंडेंस मान्य होगा। 6 बजे के बाद की सेल्फी मान्य नहीं होगी। रिपोर्ट्स के मुताबिक इस संबंध में विभिन्न जिला शिक्षा पदाधिकारियों ने अपने स्तर पर स्कूलों को निर्देश जारी करना शुरू कर दिया है

वहीं, शिक्षकों को स्कूल पहुंचकर हाजिरी रजिस्टर में हस्ताक्षर करने होंगे। इसके बाद रजिस्टर का फोटो लेना होगा। फिर शिक्षकों का ग्रुप फोटो भी लिया जाएगा। यह काम रियल टाइम नोट कैम ऐप से किया जाएगा। ताकि उसमें फोटो लेने का समय भी अंकित हो सके। इन सभी काम में 10 से 15 मिनट का समय लगता है। ऐसे में शिक्षकों को सुबह 5.45 बजे ही स्कूल पहुंचना होगा। शिक्षक अपने निरीक्षकों को यह फोटो भेजेंगे और वहां से जिला शिक्षा पदाधिकारियों को फॉरवर्ड किया जाएगा। तय समय पर फोटो नहीं लिए जाने पर शिक्षकों का अटेंडेंस मान्य नहीं होगा। ऐसे में उनके खिलाफ वेतन कटौती की कार्रवाई की जा सकती है। 

इसके साथ ही शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक के आदेश पर शिक्षकों की समय से उपस्थिति को लेकर सख्ती बरती जा रही है। अबतक शिक्षकों का सुबह 6 बजकर, 10 मिनट तक स्कूल में ग्रुप फोटो खींचकर आला अधिकारियों को भेजे जाने की छूट थी। मगर अब उन्हें सुबह 6 बजे से पहले ही यह काम करना होगा।

बताते चलें कि गर्मी की छुट्टियों के बाद खुले स्कूलों को विभाग ने सुबह 6 बजे से संचालित करने का फैसला लिया था। इसके बाद से केके पाठक की नई स्कूल टाइमिंग का विरोध हो रहा है। शिक्षकों का कहना है कि उन्हें सुबह 3 बजे ही उठकर अपनी दिनचर्या शुरू करनी पड़ रही है। वे हड़बड़ी में स्कूल पहुंच रहे हैं, जिससे हादसे की संभावना भी बनी रहती है। साथ ही नींद पूरी नहीं होने पर स्वास्थ्य पर भी असर पड़ रहा है। बच्चे भी इस टाइमिंग से परेशान हैं। अभिभावकों ने भी स्कूल के समय में बदलाव करने की मांग की है।