चुनाव ड्यूटी में लापरवाही मतदान पदाधिकारी भी पड़ा महंगा,प्रशासन ने लिया तीनो को हिरासत में


गुमला जिले में चुनाव ड्यूटी में लगे तीन मतदान पदाधिकारी को जिला प्रशासन ने हिरासत में ले लिया। बताया जा रहा है कि इन तीनों मतदानकर्मियों को चुनाव डयूटी में लगाया गया था।.

क्या है मामला

शनिवार को तीनों मतदानकर्मी को हेलीकॉप्टर से बिशुनपुर ब्लॉक के सेरेंगदाग कलस्टर जाना था. इसके लिए समय निर्धारित था कि हवाई अडडा स्थित हैलीपेड स्थल पर समय पर पहुंच जायेंगे. परंतु, तीनों मतदानकर्मी देर से पहुंचे. 

जिससे वे चुनाव डयूटी में नहीं जा सके. इसके बाद वरीय अधिकारियों के निर्देश पर तीनों मतदानकर्मी को पुलिस हिरासत में लेकर थाना में बैठाकर रखा गया है.

मालूम हो कि जिला प्रशासन की तरफ से हेलीकॉप्टर से जाने का समय तय था कि वे गुमला के करमडीपा स्थित हवाई अडडा के पास उतरेगा. इसके बाद मतदानकर्मियों को हेलीकॉप्टर में बैठाकर कलस्टर तक पहुंचायेगा. तय समय के मुताबिक हेलीकॉप्टर समय पर उतरा. जिन मतदानकर्मियों की चुनाव डयूटी थी. वे समय पर हेलीपैड स्थल पर पहुंच गये थे. जो कर्मी समय पर पहुंचे. हेलीकॉप्टर उन्हें लेकर कलस्टर तक पहुंचा दिया.

डीसी ने क्या कहा...?

चुनाव ड्यूटी में लगे मतदान पदाधिकारी उस वक्त हवाई अड्डा पहुंचे जब हेलीकॉप्टर उड़ गया मतलब तीनों मतदानकर्मी काफी देर के बाद पहुंचे. जिला प्रशासन ने इसे गंभीरता से लेते हुए अनुशासनहीनता माना और लोकसभा चुनाव को देखते हुए तीनों के खिलाफ कार्रवाई की गयी है. डीसी कर्ण सत्यार्थी ने कहा है कि जो मतदान कर्मी ड्यूटी से गायब हैं. उनके खिलाफ कारवाई होगी.

गठबंधन धर्म नहीं निभाने के कारण झामुमो ने गांडेय के पूर्व विधायक प्रो जयप्रकाश वर्मा को किया निलंबित


 गिरिडीह : गठबंधन धर्म नहीं निभाने के कारण झामुमो ने शनिवार को गांडेय के पूर्व विधायक प्रो जयप्रकाश वर्मा को पार्टी के सभी पदों से मुक्त करते हुए प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया है। निलंबन आदेश झामुमो महासचिव विनोद कुमार पांडेय ने जारी करते हुए इसकी सूचना गिरिडीह झामुमो जिलाध्यक्ष संजय सिंह और प्रो जयप्रकाश वर्मा को दे दी है।

 बताते चलें कि लोकसभा चुनाव में कोडरमा लोकसभा सीट महागठबंधन के तहत भाकपा-माले में चली गयी है। जिसके तहत भाकपा-माले ने बगोदर विधायक विनोद सिंह को प्रत्याशी बनाया है। जिससे नाराज हो झामुमो नेता प्रो जयप्रकाश वर्मा ने झामुमो से बगावत करते हुए निर्दलीय नामांकन दाखिल कर चुनाव मैदान में उतर गए हैं।

 इधर झामुमो जिला समिति की अनुशंसा पर झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन के आदेश पर प्रो जयप्रकाश वर्मा को पार्टी ने सभी पदों से मुक्त करते हुए प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया है। ज्ञात हो कि झामुमो ने इसके पूर्व गठबंधन धर्म नहीं निभाने पर विशनपुर से झामुमो विधायक सह लोहरदगा लोकसभा सीट से निर्दलीय नामांकन करने वाले चमरा लिंडा और खूंटी से झामुमो नेता बसंत कुमार लौंगा को भी प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया है।

धनबाद लोकसभा सीट पर भाजपा -कांग्रेस के बीच जुबानी जंग शुरू,राजनीतिक हमला अब व्यक्तिगत हमलों में बदला


झा.डेस्क

धनबाद :लोकसभा चुनाव के लिए राजनीतिक दलों के नेता एवं कार्यकर्ता भीषण गर्मी में भी चुनाव प्रचार में जोर शोर से जुटे हुए हैं। इस बीच धनबाद संसदीय क्षेत्र में भी सरगर्मी बढ़ गई है। सभी दलों के नेता अपने-अपने पक्ष में मतदाताओं से वोट की अपील कर रहे हैं।

इस बीच चुनाव मैदान में उतरे उम्मीदवार भी एक दूसरे पर हमलावर होने लगे हैं। मामला आरोप प्रत्यारोपों से शुरू होकर व्यक्तिगत हमले तक पहुंचने लगा है। धनबाद संसदीय क्षेत्र से कई उम्मीदवार अपना भाग्य आजमा रहे हैं। लेकिन दिलचस्प मुकाबला भाजपा उम्मीदवार ढुल्लू महतो और कांग्रेस की अनुपमा सिंह के बीच है। लेकिन इनके बीच वाक युद्ध छिड़ा हुआ है।

भाजपा उम्मीदवार ढुल्लू महतो ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को आगे बढ़ाने का काम किया है। धनबाद क्षेत्र में जो काम बाकी है, हम उसे तीनों भाई मिलकर करेंगे। हम क्षेत्र की हर समस्या को चुनौती के रूप में लेंगे।

उन्होंने कहा कि मैं बाघमारा क्षेत्र से लगातार तीन बार विधायक हूं। एक भी कोई ऐसा व्यक्ति नहीं होगा, जो हम पर कोई आरोप लगा सकता है। मगर मैं विश्वास के साथ कह सकता हूं कि भाजपा का एक-एक कार्यकर्ता पांच साल लगातार समाज के बीच में हर सुख दुख में खड़ा रहता है। उसी का परिणाम है कि लोगों के बीच भाजपा के प्रति विश्वास बढ़ता जा रहा है।

इसके अलावे उन्होंने कहा कि हम लोग देश की 140 करोड़ जनता के साथ खड़े हैं। कांग्रेस उम्मीदवार पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि सोने की चम्मच लेकर आने वाले गरीबों की क्या बात करेगा। उनके पिता जी चूड़ी बेचने के लिए आए थे और आज अरबों रुपये कमाए, कहां से कमाए?

वहीं कांग्रेस उम्मीदवार अनुपमा सिंह ने ढुल्लू महतो के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि हमारे पिता जी चूड़ी बेचने का काम करते थे। वो क्या करते थे क्या नहीं करते थे, ये किसी को बताने की जरूरत नहीं है। चूड़ी बेचना कोई गंदा काम नहीं है। कोई भी काम छोटा बड़ा नहीं होता। इंसान नीचे से ही ऊपर उठता है। मोदी जी पहले चाय बेचते थे,आज प्रधानमंत्री बन गये है।

उन्होंने कहा, उनके पास कोई मुद्दा नहीं रह गया है। इसलिए ये सोच रहे हैं कि इस प्रत्याशी के बारे में क्या बोलूं। इस कारण वे तरह-तरह की बाते कर रहे हैं।

धनबाद लोकसभा सीट पर भाजपा -बीजेपी के बीच जुबानी जंग शुरू,राजनीतिक हमला अब व्यक्तिगत हमलों में बदला


झा.डेस्क

धनबाद :लोकसभा चुनाव के लिए राजनीतिक दलों के नेता एवं कार्यकर्ता भीषण गर्मी में भी चुनाव प्रचार में जोर शोर से जुटे हुए हैं। इस बीच धनबाद संसदीय क्षेत्र में भी सरगर्मी बढ़ गई है। सभी दलों के नेता अपने-अपने पक्ष में मतदाताओं से वोट की अपील कर रहे हैं।

इस बीच चुनाव मैदान में उतरे उम्मीदवार भी एक दूसरे पर हमलावर होने लगे हैं। मामला आरोप प्रत्यारोपों से शुरू होकर व्यक्तिगत हमले तक पहुंचने लगा है। धनबाद संसदीय क्षेत्र से कई उम्मीदवार अपना भाग्य आजमा रहे हैं। लेकिन दिलचस्प मुकाबला भाजपा उम्मीदवार ढुल्लू महतो और कांग्रेस की अनुपमा सिंह के बीच है। लेकिन इनके बीच वाक युद्ध छिड़ा हुआ है।

भाजपा उम्मीदवार ढुल्लू महतो ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को आगे बढ़ाने का काम किया है। धनबाद क्षेत्र में जो काम बाकी है, हम उसे तीनों भाई मिलकर करेंगे। हम क्षेत्र की हर समस्या को चुनौती के रूप में लेंगे।

उन्होंने कहा कि मैं बाघमारा क्षेत्र से लगातार तीन बार विधायक हूं। एक भी कोई ऐसा व्यक्ति नहीं होगा, जो हम पर कोई आरोप लगा सकता है। मगर मैं विश्वास के साथ कह सकता हूं कि भाजपा का एक-एक कार्यकर्ता पांच साल लगातार समाज के बीच में हर सुख दुख में खड़ा रहता है। उसी का परिणाम है कि लोगों के बीच भाजपा के प्रति विश्वास बढ़ता जा रहा है।

इसके अलावे उन्होंने कहा कि हम लोग देश की 140 करोड़ जनता के साथ खड़े हैं। कांग्रेस उम्मीदवार पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि सोने की चम्मच लेकर आने वाले गरीबों की क्या बात करेगा। उनके पिता जी चूड़ी बेचने के लिए आए थे और आज अरबों रुपये कमाए, कहां से कमाए?

वहीं कांग्रेस उम्मीदवार अनुपमा सिंह ने ढुल्लू महतो के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि हमारे पिता जी चूड़ी बेचने का काम करते थे। वो क्या करते थे क्या नहीं करते थे, ये किसी को बताने की जरूरत नहीं है। चूड़ी बेचना कोई गंदा काम नहीं है। कोई भी काम छोटा बड़ा नहीं होता। इंसान नीचे से ही ऊपर उठता है। मोदी जी पहले चाय बेचते थे,आज प्रधानमंत्री बन गये है।

उन्होंने कहा, उनके पास कोई मुद्दा नहीं रह गया है। इसलिए ये सोच रहे हैं कि इस प्रत्याशी के बारे में क्या बोलूं। इस कारण वे तरह-तरह की बाते कर रहे हैं।

रांची लोकसभा सीट पर इस बार भी सीधा टक्कर भाजपा और कांग्रेस के बीच, जानिए इस सीट का इतिहास और स्थिति...?

झारखंड डेस्क

झारखंड की राजधानी रांची लोकसभा सीट को लेकर भाजपा और कोंग्रेस के बीच मैराथन जारी है। इस सीट पर सीधा मुकाबला कोंग्रेस और भाजपा के बीच होगा।लेकिन इस मुकाबले में जीत हार किसकी होगी यह तो 4 जून को तय होगा।

वैसे जीत के दावे दोनो तरफ से किये जा रहे हैं।दोनो पक्ष के अपने अपने तर्क हैं। 

इस सीट की बात करें तो 2014 और 2019 लोकसभा चुनाव में लगातार दो बार बीजेपी ने जीत दर्ज की है। इससे पहले दो चुनावों में इस सीट पर कांग्रेस का कब्जा था। अब 2024 के महासंग्राम में जीत का हार किसके गले में पड़ेगा, यह देखना दिलचस्प होगा। जानिए क्या है रांची सीट का समीकरण और इतिहास...

झारखंड की राजधानी रांची राज्य की हाई प्रोफाइल सीटों में से एक उस। इस लोकसभा सीट पर कांग्रेस और बीजेपी के बीच टक्कर होती है। यहां 2014 और 2019 के लोकसभा चुनावों में भाजपा ने बाजी मारी। 2019 में यहां से संजय सेठ सांसद बनकर लोकसभा पहुंचे थे। वहीं इससे पहले रामटहल चौधरी ने जीत दर्ज की थी। इस बार भी भाजपा को यहां से संजय सेठ पर भरोसा  है।

रांची लोकसभा क्षेत्र में छह विधानसभा सीटें आती हैं। इनमें इच्छागढ़, सिल्ली, खिजरी, रांची, हटिया, कनके विधानसभा सीटें शामिल हैं।

क्या है रांची लोकसभा सीट का सियासी इतिहास..?

साल 1952 के लोकसभा चुनाव में रांची सीट पर पहली बार कांग्रेस के अब्दुल इब्राहिम जीते थे। वहीं 1957 में निर्दलीय प्रत्याशी मीनू मसानी ने जीत हासिल की थी। इसके बाद 1962, 1967 और 1971 में पीके घोष लगातार तीन बार लोकसभा पहुंचे थे। 1977 में बीएलडी के रविंद्र वर्मा सांसद निर्वाचित हुए। 1980 और 1984 के चुनाव में कांग्रेस के शिव प्रसाद साहू ने जीत दर्ज की थी। इसके बाद 1989के चुनाव में जनता दल से सुबोध कांत सहाय सांसद चुने थे।

लगातार चार बार बीजेपी का दबदबा

इसके बाद बीजेपी के टिकट पर 1991, 1996, 1998 और 1999 में राम टहल चौधरी लगातार चार बार सांसद चुने गए थे। इसके बाद 2004 और 2009 में कांग्रेस के टिकट पर सुबोध कांत सहाय चुनाव जीत कर आये। फिर 2014 में बीजेपी के टिकट पर राम टहल चौधरी और 2019 में संजय सेठ जीतकर लोकसभा पहुंचे हैं।

क्या हैं मतदाताओं के आंकड़े..?

2019 के आम चुनाव के आंकड़ों के मुताबिक इस सीट पर मतदाताओं की संख्या करीब 12.35 लाख थी। वहीं कुल आबादी करीब 28 लाख थी। झारखंड अलग राज्य की मांग के दौरान रांची आंदोलन का केंद्र था। 

2019 चुनाव परिणाम

विजेता – संजय सेठ (भाजपा)

वोट मिले – 706,828

वोट (%) – 57.21

उपविजेता – सुबोधकांत सहाय (कांग्रेस)

वोट मिले – 4,23,802

वोट (%) – 34.3

अंतर 2,83,026

2014 चुनाव में क्या रहा स्थिति

विजेता – रामटहल चौधरी (भाजपा)

वोट मिले – 4,48,729

वोट (%) – 42.74

उपविजेता – सुबोधकांत सहाय (कांग्रेस)

वोट मिले – 2,49,426

वोट (%) – 23.76

अंतर 1,99,303

1952 भी 2019 तक किन लोगो ने की जीत दर्ज़

1952 – अब्दुल इब्राहिम – कांग्रेस

1957 – मीनू मसानी – निर्दल

1962 – प्रशांत कुमार घोष – कांग्रेस

1967 – प्रशांत कुमार घोष – कांग्रेस

1971 – प्रशांत कुमार घोष – कांग्रेस

1977 – रवीन्द्र वर्मा – जनता पार्टी

1980 – शिव प्रसाद साहू – कांग्रेस (आई)

1984 – शिव प्रसाद साहू – कांग्रेस

1989 – सुबोधकांत सहाय – जनता दल

1991 – रामटहल चौधरी – भाजपा

1996 – रामटहल चौधरी – भाजपा

1998 – रामटहल चौधरी – भाजपा

1999 – रामटहल चौधरी – भाजपा

2004 – सुबोधकांत सहाय – कांग्रेस

2009 – सुबोधकांत सहाय – कांग्रेस

2014 – रामटहल चौधरी – भाजपा

2019 – संजय सेठ – भाजपा

क्या रहेगा इस बार कि स्थिति..?

इस बार फिर एक बार कोंग्रेस और भाजपा के बींच सीधा टककर है।चुनाव मैदान में भाजपा ने इस बार पुन:संजय सेठ पर भरोसा जताया है।संजय सेठ क्षेत्र में सक्रिय और जनता के बीच रहने वाले सांसद माने जाते हैं।जानता के मुद्दे को लेकर संघर्ष भी करते रहे हैं।इस लिए जनता के बीच ये लोकप्रिय भी रहे हैं।

वहीं कोंग्रेस ने इस बार सुबोध कांत सहाय की पुत्री यश्वासनी सहाय को चुनाव मैदान में उतारा है।यूँ तो यश्वासनी सहाय युवा, विदेश से कानून की पढ़ाई कर मुंबई में प्रैक्टिश कर रही थी।राजनीति उनके लिए नई चीज है।लेकिन इनके पिता सुबोध कांत सहाय राजनेता रहे, रांची लोकसभा का प्रतिनिधित्व भी किया।केंद्र में गृहराज्य मंत्री भी रहे साथ हीं और हर चुनाव में वे नही जीत पाए तो दूसरे स्थान पर रहे हैं।यह यश्वसनी सहाय के लिए पॉजिटिव है।

इधर यश्वसनी सहाय ने HEC का मुद्दा उठाकर तथा उसके कर्मचारियों के बीच जाकर उनकी सहानुभूति भी बटोरी है। 

अब देखना है कि कोंग्रेस के एक मंत्री के निजी सचिव के नौकर के पास से बरामद रुपये और पी एम मोदी द्वारा इसे मुद्दा बनाये जाने ,रांची में रोड शो करने से मतदाता पर कितना असर पड़ा है।इन सब के वावजूद टककर कांटे का है।

*ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम के आप्त सचिव संजीव लाल निलंवित,उनके नौकर के यहाँ से बरामद किया गया आज 39 करोड़ रुपए*

झारखंड डेस्क झारखंड में चंपाई सोरेन सरकार द्वारा ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम के आप्त सचिव संजीव लाल को निलंवित कर दिया गया । पिछले दिनों करोड़ों की कैश बरामदगी मामले में ईडी ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया था। न्यायिक हिरासत में जाने की सूचना के बाद सरकार की ओर से उन्हें सस्पेंड करने की कार्रवाई की जा रही थी। इस संदर्भ में आदेश जारी कर दिया गया। झारखंड के मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन की सहमति के बाद संजीव लाल को सस्पेंड कर दिया गया। कैश बरामदगी मामले में ईडी के हत्थे चढ़े संजीव लाल झारखंड प्रशासनिक सेवा के अधिकारी हैं। कार्मिक, प्रशासनिक सुधार तथा राजभाषा विभाग ने उन्हें निलंबित करने का आदेश जारी कर दिया। बता दें कि, झारखंड के ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम के पीएस संजीव लाल, सहायक जहांगीर आलम समेत अन्य के ठिकानों पर ईडी ने छापेमारी की थी। करीब 39 करोड़ रुपए बरामद हुए हैं। 16 घंटे की कार्रवाई के बाद ईडी ने पिछले दिनों देर रात संजीव लाल व जहांगीर आलम को गिरफ्तार कर लिया था। निलंबित झारखंड प्रशासनिक सेवा के पदाधिकारी संजीव लाल को सात मई की रात 12:40 बजे ईडी ने गिरफ्तार कर लिया था। उनके साथ जहांगीर आलम को भी ईडी ने गिरफ्तार कर लिया था। कार्मिक विभाग द्वारा जारी अधिसूचना के मुताबिक सरकार ने संजीव लाल को सात मई से निलंबित करने का आदेश जारी किया है।
पीएम मोदी का लोकसभा चुनाव को लेकर दूसरा झारखंड दौरा ,चतरा में किया चुनावी सभा, कहा कोंग्रेस उनके शहजादे की उम्र से भी कम सीटें मिलेगी

झारखंड डेस्क

लोकसभा चुनाव को लेकर पीएम मोदी का दूसरा झारखंड दौरा हुआ।इस दौरान उन्होंने चतरा के सिमरिया में एक चुनावी सभा की।

उन्होंने कहा की कोंग्रेस के शहजादे की जितनी उम्र है उस से भी कम सीटें उन्हे इस बार मिलने जा रही है।कोंग्रेस और जेएमएम को आड़े हाथ लेते हुए उन्होंने कहा की झारखंड मे कोंग्रेस के मंत्री के नौकर के नौकर के यहाँ नोटों का पहाड़ मिल रहा है। समझ सकते हैँ मंत्री के यहाँ कितना मिलेगा।ऐसे लोगों पर मोदी ही कार्रवाई कर सकता है।

उन्होंने कोंग्रेस को घेरते हुए कहा की कोंग्रेस गरीबों,ओबीसी आदिवासी की आरक्षण ख़त्म कर देना चाहती हैँ।

उन्होने कहा बाबा साहेब आंबेडकर धर्म के नाम पर आरक्षण के पक्ष में नहीं थे। लेकिन, कांग्रेस और इंडी गठबंधन वाले धर्म के नाम पर आरक्षण देने की कोशिश में है। अगर ऐएममए, कांग्रेस और आरजेडी की चली तो एससी-एसटी और ओबीसी के लिए आरक्षण नहीं बचेगा।

उन्होने कहा कि आपके वोट की ताकत है की द्रोपदी मुर्मु आज देश की राष्ट्रपति हैं।

बीजेपी ने आदिवासी बेटी को देश का राष्ट्रपति बनाया है।वे तीनों सेनाओं की कमान संभाल रही है। आप बताइए उनको राष्ट्रपति किसने बनाया। मोदी ने नहीं बनाया, आपकी वोट ने बनाया। आपकी वोट की ताकत है कि द्रोपदी मुर्मु देश की राष्ट्रपति हैं।

राम मंदिर को लेकर उन्होंने कहा कि 500 साल के इंतजार के बाद अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण किया गया। हम प्रभु राम की भक्ति करते है। 

उन्होंने पुरी आत्म विश्वास के साथ कहा कि इस बार भी सरकार भाजपा बनाएगी।

विदित हो कि 2019 के चुनाव में मोदी ने चतरा में चुनावी सभा किया था।इस बार के चुनावी सभा से भाजपा उम्मीदवारों को काफी मज़बूती मिली है।इसके पूर्व पीएम ने कोल्हान और पालमू मे चुनावी सभा कि थी।

25 को मतदान कीजिये और सिटी बस में फ्री घूमिये,पार्क और वाहन स्टैंड भी फ्री,मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए नगर निगम का अनूठा ऑफर





झारखंड डेस्क:- रांची नगर निगम ने रांची लोकसभा क्षेत्र में मतदान प्रतिशत को बढ़ाने के लिए दिया है अनोखा ऑफर। 25 मई को आप् मतदान कीजिये ना सिटी बस है फ्री में घूमिये।साथ हीं पार्क भी फ्री।इस आकर्षक पहल ही काफी चर्चा हो रही है। 25 मई को मतदान करने वाले शहरवासियों को कई तरह की निशुल्क सुविधा उपलब्ध कराया जाएगा।

मतदान के बाद अंगुली पर लगाई जाने वाली अमिट स्याही दिखाने पर 25 मई को निगम क्षेत्र के सभी बंदोबस्त पड़ाव स्थल पर वाहनों को रखने की सुविधा निशुल्क रहेगी। इसी तरह सभी बंदोबस्त पार्क में प्रवेश एवं सिटी बस की यात्रा भी निशुल्क रहेगी। नाबालिग बच्चों को भी प्रवेश की सुविधा इतना ही नहीं, पार्क में मतदान करने वाले शहरवासी के साथ आए नाबालिग बच्चों को भी प्रवेश की सुविधा बहाल रहेगी। निगम के प्रशासक अमित कुमार ने रांची नगर निगम क्षेत्र के सभी सम्मानित नागरिकों से मतदान दिवस के दिन मतदाता होने के कर्तव्य का निर्वहन ठीक प्रकार से और मतदान ज़रूर करने का आह्वान किया है।
झारखंड के कई जिला के लिए मौसम विभाग ने किया अलर्ट जारी,इन इलाकों में तेज़ हवा के साथ बज्रपात की संभावना



झारखंड डेस्क झारखंड के कई जिलों के लिए तात्‍कालिक अलर्ट जारी किया गया है। इसके अनुसार अगले कुछ घंटें में यहां के कई इलाकों में वज्रपात होने के साथ आंधी चलने की आशंका है। कई जगह बारिश भी हो सकती है।

रांची मौसम केंद्र ने यह जानकारी दी है। चलेगी तेज हवा मौसम केंद्र के अनुसार कुछ स्‍थानों पर तेज गति से हवा चलने की आशंका है। इसकी स्‍पीड 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटा होने की संभावना है।

इन जिलों में असर मौसम केंद्र के मुताबिक इसका प्रभाव चतरा, हजारीबाग, लातेहार, लोहरदगा, पूर्वी सिंहभूम, गिरिडीह, गुमला, खूंटी, रामगढ़, रांची, सरायकेला-खरसावां, सिमडेगा, पश्चिम सिंहभूम, कोडरमा, पलामू जिले के कुछ भागों में देखने को मिलेगा। इसका रखें ख्‍याल अलर्ट को देखते हुए सतर्क और सावधान रहें। सु‍रक्षित स्‍थान में शरण लें। पेड़ के नीचे खड़ा नहीं रहें। बिजली के पोल से दूर रहें। किसान अपने खेत में नहीं जाएं। मौसम सामान्‍य होने का इंतजार करें। बिजली के उपकरणों का उपयोग नहीं करें।
जमीन कारोबारी पर दर्ज़ मामले को लेकर पुलिस गंभीर,रांची एसएसपी ने दिया थानावार लिस्ट तैयार करने का निर्देश, होगी करवाई


झारखंड डेस्क

झारखंड में पिछले कुछ दिनों जमीन कारोबारी को लेकर प्रशासन शख्त है।शिकायत मिलने पर कार्रवाई भी हो रही है।

 इधर रांची पुलिस ने दागी जमीन दलाल और कारोबारियों के विरुद्ध कार्रवाई को और तेज करने का निर्णय लिया है। इसको लेकर थानावार तैयारी की जा रही है। 

जिसके बाद विशेष अभियान चला कर क्रम में वैसे जमीन कारोबारियों एवं दलाल समेत उसके आदमियों को गिरफ्तार किया जाएगा, जो दर्ज मामले में नामजद हैं। अभी पुलिस की नजरों से भागते फिर रहे हैं। इनमें से कई वांछित हैं और पुलिस को लंबे समय से इनकी तलाश है।

दर्ज प्राथमिकी की गहराई से छानबीन एवं अनुसंधान के क्रम में कई जमीन दलालों के 50 से भी अधिक मामले सामने आए हैं, जिसमें संबंधित जमीन कारोबारी एवं दलाल अप्राथमिकी अभियुक्त थे। पुलिस अधिकारियों द्वारा अनुसंधान के बाद जारी आंतरिक रिपोर्ट में ऐसे लोगों की गिरफ्तारी का आदेश भी दिया गया है। इसकी भनक लगने के बाद से नामजद बनाए गए कारोबारी एवं दलाल फरार हैं।

रांची जिला के कई थानों में जमीन दलालों के विरुद्ध मामले दर्ज हैं। ऐसे मामलों में ज्यादातर धोखाधड़ी कर भूस्वामी से जमीन हड़पने, चहारदीवारी, तैयार संरचना को ध्वस्त करने एवं गिराने, जबरिया भूखंड पर कब्जा करने, मारपीट एवं दहशत फैलाने के आरोप हैं। वहीं कई मामले में कम पढ़े-लिखे भूस्वामी से गलत जानकारी देकर एग्रीमेंट पेपर पर हस्ताक्षर लेने एवं अंकित रकम से कम देने के भी मामले हैं। 

जमीन को लेकर कई थानो में दर्ज़ हैं मामले

राजधानी से सटे रातू, नगड़ी, पुंदाग ओपी, तुपुदाना, कांके, पिठौरिया, ओरमांझी, सदर, मेसरा ओपी, लोअर बाजार, पंडरा, सुखदेवनगर समेत अन्य थाना में भूमि विवाद, कब्जा, मारपीट को लेकर जमीन कारोबारी एवं दलाल के खलाफ प्राथमिकी दर्ज हैं।

रांची एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा ने कहा, 'रांची शहरी क्षेत्र समेत जिला भर में कई थाना में जमीन कारोबारी एवं दलाल के विरुद्ध मामले दर्ज हैं। कई मामले में बाद में उनकी संलिप्तता सामने आई है। ऐसे लोगों की धरपकड़ और आगे की कार्रवाई के लिए अभियान को जल्द ही और तेज किया जाएगा।'