अलग राज्य बने 24 साल गुजर रहे हैं फिर भी दलमा वाइल्ड लाइफ सेंचुरी की तराई में बसे आदिवासी बहुल गांव में नही पहुंचा बुनियादी सुविधा
सरायकेला : चांडिल अनुमंडल क्षेत्र के नीमडीह थाना अंतर्गत दलमा वाइल्ड लाइफ सेंचुरी की तराई में बसे आदिवासी बहुल भूमिज मुंडा समुदाय के लोग बांधडीह टोला पोड़ाडीह व पायराडीह गांव में 25 से 30 परिवार के लोग निवास करते हैं। इनका आजीविका खेती और वन पर आश्रित है। एक दर्शक पूर्व यह क्षेत्र घोर नक्सल प्रभावित क्षेत्र से जाना जाता था। उस समय इस क्षेत्र में कोई सरकारी पदाधिकारी नही पहुंचते थे। जिसके कारण इस गांव का विकास नही हुआ।
झारखंड राज्य बने भी आज 24 बर्ष हो गए ,परंतु इस गांव की दुर्भाग्य रहा कि आजतक विकास की रोशनी से कोशो दूर रहा । इस गांव में सड़क ,पानी, पीएम आवास ,
वृद्धा पेंशन आदि योजना से यह गांव बंचित रहा। आज़ादी के बाद आज भी लोग कच्चे राह पर चलने के लिए मजबूर है। आज तक इस गांव में प्रधानमंत्री सड़क योजना नही पहुंचा , नेता मंत्री का कहना है प्रत्येक गांव को मुख्य सड़क में जोड़ना हैं वही बरसात आते ही इस गांव के लोगो को कीचड़ भरे रास्ते में चलना होता है।
भीषण गर्मी में जन जीवन को एक एक बूंद पानी के लिए भी यहां तरस जाता है लोग ,आज भी जंगल की झरनों की पानी पीने पर मजबूर हैं सरकारी नलकूप में पानी न के बराबर है।
आदिवासी आज भी जंगल की लकड़ी,पत्ता, दातुन, कंदमुल आदि जंगल से संग्रह करने के बाद स्थानीय मार्केट में लेजाकर बेच कर अपने ओर आपने परिवार की जीवन गुजार बसर करते हैं।
इस गांव के लोगों का इस चुनाव में इस गांव का मुद्दा सड़क ,पानी ओर रोजगार है।,एक तरफ लोग सभा चुनाव पहुंचने के बावजूद इस गांव में आज तक नेता मंत्री दौरा करने या नुकड़ सभा साथ ही मतदान मांगने नही पहुंचे ।नेता आपने कार्यकर्ता से इन गांव में जन संपर्क चलाते हैं ग्रामीणों के बीच कभी सुधि लेने नही पहुंचे ,फिर भी इन परिवार के लोग मतदान करने चार से छः किलोमीटर दूरी तय करके मतदान केंद्र बांधडीह स्कूल में पहुंचते हैं। सपरिवार मतदान करते हैं । इस बार इन गांव के लोगों को उम्मीद है कि उनकी समस्या को जनप्रतिनिधि समझेमगे और उसे दूर करेंगे।
May 11 2024, 17:51