सौरा को बचाने का एक्शन प्लान तैयार, ग्रीन पूर्णिया ने लिया जायजा



पूर्णिया


सौरा को बचाने का एक्शन प्लान तैयार, आज से निकाली जाएगी गाद - ग्रीन पूर्णिया के बैनर तले जुटे बुद्धिजीवियों और समाजसेवियों ने उठाया जिम्मा - काली घाट पर लोहे की रेलिंग लगाएंगे डॉ. अनिल कुमार गुप्ता पूर्णिया । शहर को जीवन देने वाली सौरा नदी में जान फूंकने की कवायद एक बार फिर शुरू की गई है। नदी की धारा को अविरल बनाने के लिए गुरुवार की सुबह सिटी स्थित काली मंदिर घाट पर मंदिर के पुजारी, समाज सेवी, पर्यावरण प्रहरी, बुद्धिजीवि और पत्रकार ग्रीन पूर्णिया के बैनर तले इक्कठा हुए और सौरा को बचाने के लिए एक्शन प्लान बनाया,



साथ ही नदी की स्वच्छता बनी रहे इसपर भी मंथन किया। नदी के तट पर जुटे लोगों ने अक्षय तृतीया के दिन से नदी की पेटी में जमी गाद की सफाई अभियान शुरू करने का फैसला लिया। बता दें कि दो दिन पहले ग्रीन पूर्णिया के संस्थापक अध्यक्ष सह भाजपा नेता व सर्जन डॉक्टर अनिल कुमार गुप्ता ने सौरा नदी के लगातार गिरते जलस्तर को लेकर चिंता जताई थी और उन्होंने आर्ट ऑफ लिविंग से फल्गु नदी के तर्ज पर सौरा को गोद लेने की अपील की थी।



उनके इस अपील के बाद एक बार फिर से शहर के तमाम बुद्धिजीवि सजग हुए और सौरा के तट पर डॉ. एके गुप्ता की अगुवाई में मीटिंग बुलाई। इसमें आज से नदी की सफाई का निर्णय लिया गया। सौरा को बचाने को लेकर आहुत मीटिंग में श्रीराम सेवा संघ के राणा सिंह, पर्यावरण प्रहरी सुमित प्रकाश, राकेश राय, पंकज श्रीवास्तव, अखिलेश चंद्रा, नंदू सिंह के अलावा ग्रीन पूर्णिया के आलोक लोहिया, रवि झा, जावेद आलम, संजय, राहुल, आधिराज आदि मौजूद थे। घाट पर लोहे की रेलिंग लगाएगा ग्रीन पूर्णिया सिटी काली घाट पर लोगों की जीवन रक्षा के लिए ग्रीन पूर्णिया ने लोहे की रेलिंग लगाने का निर्णय लिया है। इस बाबत ग्रीन पूर्णिया के अध्यक्ष डॉक्टर एके गुप्ता ने बताया कि बरसात के मौसम में हर साल कई लोगों के डूबने की घटना सामने आती है। इसको देखते हुए उन्होंने काली घाट पर लोहे की रेलिंग लगाने का निर्णय लिया है। डॉ. गुप्ता ने कहा कि काली घाट पर सैंकड़ों की संख्या में लोग स्थान करने के लिए आते हैं। जिनकी सुरक्षा के लिए उन्होंने रेलिंग लगाने का निर्णय लिया है। काली घाट पर डुबकी लगाने लायक भी पानी नहीं सिटी स्थित काली घाट पर सौरा नदी का जलस्तर इतना कम हो गया है कि जहां कभी लोग आराम से नदी में डुबकी लगाकर स्नान किया करते थे, वहां अब घुटने से भी कम पानी है। जिससे डुबकी तो दूर बैठने पर भी पानी कमर से ऊपर नहीं आता। आलम यह है कि लोग बोतल और लोटा में पानी भरकर स्नान करने को मजबूर हैं। यही हाल रहा तो वह दिन दूर नहीं जब सौरा के बारे में लोग रेणु की कहानियों में ही पढ़ और जान सकेंगे।



2018 में सौरा बचाने के लिए शुरू हुआ था आंदोलन सौरा नदी को बचाने के लिए आज से 6 साल पूर्व भी जनआंदोलन शुरू हुआ था। विधानसभा से लेकर लोकसभा तक सौरा का मुद्दा गुंजा था, वहीं सौरा की रक्षा के लिए शरह के युवा सड़क पर उतरे थे और रैली निकाली थी। इसके बाद सरकार से लेकर प्रशासन तक जागा। लेकिन बीच में कोरोना आने की वजह से पूरा आंदोलन सुस्त पड़ गया। जिसे ग्रीन पूर्णिया ने एक बार फिर से जागृत किया है।
चुनाव को प्रभावित करने के लिए पैरोल पर छुड़ाया गया अनंत सिंह को- बीमा भारती


पूर्णिया
राजद नेत्री और पूर्णिया से लोकसभा की प्रत्याशी बीमा भारती ने आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जमकर हमला किया है, उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार डरे हुए हैं और एक के बाद एक सिर्फ गलत फैसला ले रहे हैं।


एके-47 हथियार के साथ पकड़े गए अनंत सिंह को पैरोल पर छोड़ रहे हैं ताकि बचे हुए चुनाव को प्रभावित किया जा सके । उन्होंने कहा कि मुंगेर में ललन सिंह को जीताने के लिए यह सब प्रपंच मुख्यमंत्री कर रहे हैं ।


तीन चरण के चुनाव में जनता ने उन्हें हराने का काम किया है तो अब अपराधियों का सहारा ले रहे हैं यह कैसी सुशासन की सरकार है जो सिर्फ सुशासन का ढोग करती है। नीतीश कुमार चुनाव जीतने के लिए इस स्तर तक जा सकते हैं लेकिन जनता इनको सबक सिखा दिया है ।
बिहार में आज हुएपांच लोकसभा सीटों के चुनाव परिणाम इंडिया गठबंधन के पक्ष में होगा -बीमा भारती



पूर्णिया


बिहार में आज पांच लोकसभा क्षेत्र में चुनाव हुआ है । चुनाव के बाद हर पार्टी अपनी अपनी जीत का दावा कर रहे हैं ।


राजद नेता और पूर्णिया लोकसभा क्षेत्र के राजद प्रत्याशी पूर्व विधायक बीमा भारती ने कहा कि आज के चुनाव में मधेपुरा, अररिया और खगडिया सीट पर राजद की जीत होगी ।



उन्होंने कहा कि उसने खुद मधेपुरा अररिया और खगड़िया में चुनाव प्रचार किया था । लोग तेजस्वी यादव और लालू यादव में अपनी आस्था रख रहे हैं। लोग समझ रहे हैं कि तेजस्वी यादव ने ही नौकरी दिया है । वह युवा है। लोग परिवर्तन चाहते हैं । जिस कारण लोगों ने महागठबंधन के पक्ष में खुलकर मतदान किया है।
विद्या विहार आवासीय विद्यालय ने वार्षिक पुरस्कार समारोह में शैक्षणिक उत्कृष्टता और प्रतिभा का जश्न मनाया


पूर्णिया:  मंगलवार को विद्या विहार आवासीय विद्यालय ने रविवंश नारायण मिश्र स्मारक सभागार में अपने बहुप्रतीक्षित वार्षिक पुरस्कार समारोह का आयोजन किया। दोपहर 3:30 बजे शुरू हुआ यह कार्यक्रम शैक्षणिक उपलब्धि, प्रतिभा और कड़ी मेहनत का उत्सव था, जिसमें विशिष्ट अतिथि, सम्मानित संकाय सदस्य, गौरवान्वित माता-पिता और सबसे महत्वपूर्ण रूप से विद्या विहार आवासीय विद्यालय के प्रतिभाशाली छात्र शामिल हुए। समारोह की शुरुआत ज्ञान के प्रतीक दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुई, जिसे माननीय सचिव रमेश चंद्र मिश्रा, ट्रस्टी राजेश मिश्रा, प्रिंसिपल निखिल रंजन, गिरिंद्रनाथ जी और सत्य प्रकाश जी के साथ संयुक्त निदेशक दिगेंद्र नाथ चौधरी ने किया।



जिसके बाद श्री मति रीता मिश्रा ने गर्मजोशी से स्वागत भाषण दिया, जिससे गर्व और उत्सव से भरी शाम की शुरुआत हुई। परीक्षा नियंत्रक बिपिन कुमार सिंह द्वारा कुशलतापूर्वक संचालित शैक्षणिक पुरस्कार खंड की शुरुआत कक्षा 4 से 9 और 11 के शीर्ष 5 रैंकर्स की मान्यता के साथ हुई। इसके बाद, सी के झा ने विभिन्न प्रतिष्ठित छात्रवृत्तियों के प्राप्तकर्ताओं की घोषणा करने के लिए मंच संभाला। अभिषेक श्रेष्ठ छात्रवृत्ति, जिसकी कीमत 25,000 रुपये और 15,000 रुपये है, कक्षा 8 के शीर्ष 2 छात्रों को प्रदान की गई। इसी तरह, के एन वासुदेवन छात्रवृत्ति, जिसकी कीमत 20,000 रुपये और 15,000 रुपये है, ने कक्षा 9 के शीर्ष 2 रैंकर्स को सम्मानित किया।





इसके अतिरिक्त, रविवंश नारायण मिश्रा छात्रवृत्ति ने कक्षा 11 के शीर्ष प्राप्तकर्ताओं को मान्यता दी, जिसमें प्रत्येक को 20,000 रुपये का पुरस्कार दिया गया। समारोह में विजय लक्ष्मी मिश्रा छात्रवृत्ति के साथ छात्राओं की शैक्षणिक उपलब्धियों पर भी प्रकाश डाला गया, जिसमें प्रत्येक कक्षा की शीर्ष छात्राओं को 15,000 रुपये का पुरस्कार दिया गया। शैक्षणिक क्षेत्र से आगे बढ़कर, इस कार्यक्रम में संगीत, नृत्य, साहित्यिक कला, प्रश्नोत्तरी, ललित कला, खेल और अनुशासन सहित विभिन्न गैर-शैक्षणिक क्षेत्रों में उत्कृष्टता का जश्न मनाया गया। इन क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्रों को विद्यालय समुदाय में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए सम्मानित किया गया। मुख्य अतिथि गिरिंद्रनाथ जी और सत्यप्रकाश जी द्वारा विशेष भाषण दिए गए, जिसके बाद माननीय सचिव श्री रमेश चंद्र मिश्रा ने ज्ञानवर्धक बातें कहीं।



शाम का समापन प्रधानाचार्य श्री निखिल रंजन के द्वारा सभी उपस्थित लोगों को उनके समर्थन और प्रोत्साहन के लिए आभार व्यक्त करते हुए हार्दिक धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ। इस कार्यक्रम में माननीय सचिव रमेश चंद्र मिश्रा, प्रधानाचार्य निखिल रंजन, संयुक्त निदेशक दिगेंद्र नाथ चौधरी, ट्रस्टी राजेश मिश्रा और अन्य उल्लेखनीय व्यक्तित्व जैसे पल्लवी मिश्रा, कात्यानी मिश्रा, प्रशासक अरविंद सक्सेना, सी के झा, प्रीति पांडे, उप प्राचार्य गुरु चरण सिंह, गोपाल झा, रीता मिश्रा, पीआरओ राहुल शांडिल्य और परीक्षा नियंत्रक बिपिन कुमार सिंह के साथ-साथ विद्या विहार आवासीय विद्यालय के समर्पित शिक्षकों और कर्मचारियों की शुभ उपस्थिति रही। छात्रवृत्ति पुरस्कार विजेता 2023-24: (कक्षा, रोल नंबर, नाम, प्रतिशत, रैंक, छात्रवृत्ति राशि) अभिषेक श्रेष्ठ छात्रवृत्ति पुरस्कार (कक्षा आठवीं के छात्र एवम छात्राओं के लिए) 1. मयंक कुमार - 94.61% - 1 - ₹25,000 2. श्लोक कश्यप - 93.77% - 2 - ₹15,000 के एन वासुदेवन छात्रवृत्ति पुरस्कार (कक्षा नौवीं के छात्र एवम छात्राओं के लिए ) 1. आयुष कुमार गुप्ता - 94.72% - 1 - ₹20,000 2. आयुष राज - 93.83% - 2 - ₹15,000 रविवंश नारायण मिश्रा छात्रवृत्ति पुरस्कार (कक्षा ग्यारहवीं के छात्र एवम छात्राओं के लिए ) 1. राघव मिश्रा (गणित) - 86.28% - 1 - ₹20,000 2. नैंसी (बायो) - 82.8% - 2 - ₹20,000 3. सुकृति प्रिया (वाणिज्य) - 83.24% - 1 - ₹20,000 विजय लक्ष्मी मिश्रा छात्रवृत्ति पुरस्कार (प्रत्येक वर्ग की टॉपर छात्राओं के लिए ) 1. कीर्तिश्री मिश्रा 4 15,000 नकद 2. अनन्या कुमारी 5 15,000 नकद 3. प्रज्ञाश्री मिश्रा 6 15,000 नकद 4. सिद्धि कुमारी 8 15,000 नकद 5. श्रेया कुमारी 9 15,000 नकद 6. नैंसी 11 बायो 15,000 नकद 7. सुकृति प्रिया 11 वाणिज्य 15,000 नकद विद्या विहार आवासीय विद्यालय में वार्षिक पुरस्कार समारोह शैक्षणिक उत्कृष्टता और समग्र विकास के प्रति संस्थान की प्रतिबद्धता का प्रमाण था, जो प्रत्येक छात्र के सुनहरे भविष्य का आकार देता है ||
थम्ब इम्प्रेशन का क्लोन बना करता था साइबर क्राइम, पुलिस ने तीन को किया गिरफ्तार


पूर्णिया

पूर्णिया की सहायक खजांची थाना की पुलिस ने साइबर अपराध गिरोह के सरगना समेत तीन अपराधियों को गिरफ्तार किया है। सदर एसडीपीओ पुष्कर कुमार ने कहा कि पुलिस ने वाहन जांच के दौरान एक बाइक पर सवार तीन अपराधियों मोहम्मद मिराज, कैसर अली और नासिर हुसैन को गिरफ्तार किया । इनके पास से सात एटीएम कार्ड बरामद किया गया। जब इनसे पूछताछ की गई तो पता चला कि ये लोग बड़े साइबर गिरोह चलाता है। उनके घर पर छापामारी करने पर वहां से प्रिंटर मशीन , सैकडो फिंगरप्रिंट जो आधार कार्ड नंबर लिखा हुआ पुड़िया में पैक था। इसके अलावा 51000 रूपये और 4 मोबाइल बरामद किया गया।


उन्होंने कहा कि पूछताछ के बाद पता चला कि कैसर अली, सीएसपी चलता था और ये सभी लोग साइबर अपराध करता था। फिंगरप्रिंट का क्लोन बनाकर उसे आधार कार्ड से जोड़कर ये लोग दूसरे के खाते से रुपया उड़ा देता था। ये लोग काफी दिनों से इस तरह का धंधा कर रहा था। इन्होंने हैदराबाद से डाटा कलेक्ट किया था। इस तरह से ये लोग अब तक लाखों रुपए उड़ा चुका है। इनके अन्य साथियों की तलाश की जा रही है।
एचआईवी पॉजिटिव मरीजों के इलाज में आवश्यक सहयोग कर रहा एआरटी सेंटर
एचआईवी पॉजिटिव मरीजों के इलाज में आवश्यक सहयोग कर रहा एआरटी सेंटर पिछले चार साल से एचआईवी मरीजों के निःशुल्क इलाज के लिए केएनपी प्लस द्वारा किया गया सम्मानित - पूर्णिया एआरटी सेंटर से 2488 एचआईवी मरीजों का हो रहा इलाज - पूर्णिया के साथ साथ आसपास के जिलों से भी उपलब्ध होते हैं एचआईवी मरीज - एचआईवी पॉजिटिव मरीजों को शारीरिक सुरक्षा के लिए दवा सेवन आवश्यक - एचआईवी संक्रमित व्यक्ति और उनके बच्चों को प्रदान किया जाता है सहायता राशि - एचआईवी के लक्षण दिखाई देने पर कराएं जांच पूर्णिया, 06 मई एड्स एक गंभीर और संक्रामक बीमारी है, इसकी चपेट में आने पर संक्रमित व्यक्ति जीवनभर इससे उबर नहीं सकते हैं। लेकिन अगर संक्रमित व्यक्ति समय पर इसकी पहचान करते हुए इसका इलाज शुरू करते हैं तो वे सामान्य रूप से अपना जीवनयापन कर सकते हैं। एचआईवी पॉजिटिव मरीजों को स्वास्थ्य विभाग से जोड़ते हुए उन्हें नियमित इलाज सुविधा उपलब्ध कराने के लिए एचआईवी से पीड़ित लोगों का राष्ट्रीय गठबंधन (एंसीपीआई प्लस) के अंतर्गत कार्यरत संस्था एचआईवी एड्स से पीड़ित लोगों के लिए कटिहार नेटवर्क (केएनपी प्लस) द्वारा एआरटी सेंटर पूर्णिया के चिकित्सा अधिकारी डॉ सौरभ कुमार को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। केएनपी+ राज्य/जिले में एचआईवी लोगों के समुदाय के समग्र विकास के लिए काम करता है और समुदाय को गुणवत्तापूर्ण सेवाएं प्रदान करता है। संस्था के द्वारा डॉ सौरभ कुमार को राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय व अस्पताल में संचालित एआरटी सेंटर के माध्यम से पिछले चार साल से पूर्णिया जिला के साथ साथ आसपास के जिलों के एचआईवी पॉजिटिव मरीजों की इलाज और सहयोग प्रदान करने के लिए धन्यवाद ज्ञापन पत्र सौंपा गया है। इस दौरान एआरटी सेंटर चिकित्सा अधिकारी डॉ सौरभ कुमार के साथ डीपीएम एड्स सोनिक प्रकाश, केएनपी प्लस प्रोग्राम डायरेक्टर सोनी कुमारी, प्रोग्राम कोऑर्डिनेटर अरुण कुमार झा, केएनपी प्लस जिला स्वास्थ्य प्रवर्तक मुकुल कुमार चौधरी, एआरटी सेंटर काउंसेलर प्रीति कुमारी, एचआईवी एसटीडीसी संतन कुमार के साथ केएनपी प्लस प्रखंड स्वास्थ्य प्रवर्तक मनोरंजन कुमार, अरविंद कुमार, जितेंद्र कुमार, सोनी देवी और रूपेश कुमार उपस्थित रहे। पूर्णिया एआरटी सेंटर से 2488 एचआईवी मरीजों का हो रहा इलाज : मेडिकल कॉलेज एआरटी सेंटर के चिकित्सा अधिकारी डॉ. सौरभ कुमार ने बताया कि दिसंबर 2019 से मेडिकल कॉलेज में एचआईवी संक्रमण से सुरक्षा के लिए एआरटी सेंटर संचालित किया जा रहा है। जिसमें पूर्णिया जिला के साथ साथ आसपास के जिलों के बहुत से लोगों का इलाज किया जा रहा है। इन सभी लोगों को जिसमें महिला, पुरुष व बच्चे शामिल हैं। उन्हें एआरटी सेंटर द्वारा एड्स से सुरक्षित रहने के लिए आवश्यक दवा उपलब्ध कराई जाती है। डॉ. सौरभ ने बताया कि वर्तमान में एआरटी सेंटर में एचआईवी पॉजिटिव के कुल 2710 मरीज रजिस्टर हैं। इसमें से 2488 मरीजों को एड्स कंट्रोल के लिए एआरटी सेंटर द्वारा आवश्यक दवा उपलब्ध कराई जाती है। शेष अन्य लोगों में से कुछ लोगों की मृत्यु हो गई है तो कुछ लोगों द्वारा कहीं अन्य जगह से इलाज कराया जा रहा है। एआरटी सेंटर से इलाज करवाने वाले लोगों में से सिर्फ पूर्णिया जिले के 1393 एड्स संक्रमित मरीज शामिल हैं। इसके अलावा एआरटी सेंटर पूर्णिया से अररिया के 653 मरीज, किशनगंज के 445 मरीज, मधेपुरा के 67 मरीज, सुपौल के 20 मरीज, दरभंगा के 02 मरीज, कटिहार के 43 मरीज, खगड़िया के 05 मरीज, सीतामढ़ी के 01 मरीज, भागलपुर के 02 मरीज के साथ अन्य क्षेत्रों के 15 मरीज का इलाज सुविधा उपलब्ध कराया जाता है। उन्होंने कहा कि संक्रमित व्यक्ति को सामान्य व्यक्ति की तरह जीवनयापन करने के लिए हर दिन एड्स नियंत्रण के लिए दिए गए दवा का सेवन करना आवश्यक है। दवा सेवन करने से चुकने पर व्यक्ति एचआईवी के अगले स्टेज में पहुँच सकते और उनका जान जोखिम में पड़ सकता है। इसलिए लोगों को एचआईवी पॉजिटिव होने पर तत्काल उनके लिए एआरटी सेंटर पर जांच करा कर अपनी दवाओं का सेवन करना चाहिए। एचआईवी पॉजिटिव मरीजों को शारीरिक सुरक्षा के लिए दवा सेवन आवश्यक : जिला संचारी रोग नियंत्रण पदाधिकारी (सीडीओ) डॉ कृष्ण मोहन दास ने बताया कि एचआईवी संक्रमित होने पर लोग इससे पूरी तरह स्वस्थ नहीं हो सकते लेकिन अगर समय पर इसकी पहचान कर लें तो इसे कंट्रोल किया जा सकता है। एचआईवी पॉजिटिव होने पर लोगों को इससे सुरक्षा के लिए आवश्यक दवा का पूरा जीवन सेवन करना आवश्यक है। इससे लोग एड्स जैसी गंभीर स्थिति से सुरक्षित रह सकते हैं। इसके साथ ही एचआईवी की पहचान होने और आवश्यक इलाज कराने पर  संक्रमित व्यक्ति और उनके बच्चों को सरकार द्वारा सहायता राशि भी प्रदान की जाती है। सरकार द्वारा 18 वर्ष से कम उम्र के एचआईवी पॉजिटिव व्यक्ति या उनके बच्चे को परवरिश योजना के तहत 1000 रुपये प्रतिमाह दिया जाता है। 18 वर्ष से अधिक उम्र के एचआईवी पॉजिटिव व्यक्ति को बिहार शताब्दी योजना के तहत 1500 रुपये प्रतिमाह का पोषण भत्ता दिया जाता है। इसके लिए संक्रमित व्यक्ति को पूरी तरह जांच करने और इसके बाद पूरा जीवन संक्रमण से बचाव के लिए आवश्यक दवाओं का उपयोग करना आवश्यक है। डॉ दास ने बताया कि वर्तमान में पूर्णिया एआरटी सेंटर से इलाजरत 1200 एचआईवी पॉजिटिव मरीजों को शताब्दी योजना के तहत और 950 एचआईवी पॉजिटिव मरीजों के बच्चों को परवरिश योजना के तहत मेडिकल सहायता उपलब्ध कराई जा रही है। उन्होंने बताया कि एचआईवी पॉजिटिव मरीजों को सरकार द्वारा श्रम योजना के तहत एकमुश्त 25 हजार रुपए का सहयोगी राशि भी प्रदान किया जाता है। एआरटी सेंटर पूर्णिया से 04 एचआईवी पॉजिटिव मरीजों को श्रम योजना के तहत सहयोगी राशि उपलब्ध कराने की प्रक्रिया शुरू किया गया है। विभागीय अनुमति के बाद बहुत जल्द ही संबंधित मरीज को सहयोगी राशि प्रदान किया जाएगा। एचआईवी के लक्षण दिखाई देने पर कराएं जांच : प्रभारी सिविल सर्जन डॉ ओ पी साहा ने बताया कि असुरक्षित यौन संबंध बनाने, नशीली दवाओं का सेवन करना और सुई या सिरिंज साझा करना, एचआईवी संक्रमित व्यक्ति के खून से सामान्य व्यक्ति का खून मिलने से लोग एचआईवी पॉजिटिव हो सकते हैं। लगातार बुखार, खांसी, वजन कम होना, दस्त होना आदि एचआईवी होने के लक्षण हो सकते हैं। ऐसा होने पर लोगों को एचआईवी जांच करवानी चाहिए। जांच रिपोर्ट पॉजिटिव होने पर तत्काल एआरटी सेंटर से सम्पर्क कर अपना नियमित इलाज करवाना चाहिए।
सदर विधायक ने पेयजल आपूर्ति में आ रही बाधा पर की पीएचडी विभाग के साथ समीक्षा बैठक

पूर्णिया

सदर विधायक विजय खेमका ने पूणिया प्रमंडल लोक स्वास्थ्य प्रमंडल कार्यालय में कार्यपालक अभियंता की टीम के साथ पूर्णिया में हर घर नल से जल की आपूर्ति, जगह जगह लगे सरकारी चापाकल से की जा रही पेयजल की आपूर्ति की समीक्षा की | विधायक ने विभाग के अधिकारी से गर्मी को देखते हुए ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्र में जहाँ तहां बंद पड़े पेय जल आपूर्ति को दो से तीन दिन के अन्दर चालु करने से को कहा | हीट वेव को देखते हुए PHED की आकस्मिक योजना के तहत सभी भीड़ भाड़ वाली जगहों पर नया चापाकल अविलम्ब अधिष्ठापित कर आम लोगों की सुविधा के लिए पेयजल आपूर्ति करने की व्यवस्था करने को कहा |

   श्री खेमका ने PHED के कार्यपालक अभियंता टीम के साथ शहर के बस स्टैंड, कचहरी, लाईन बाजार, मेडिकल कोलेज, कटिहार मोड़ पर चापाकल की स्थिति का निरिक्षण भी किया | विधायक ने शहरी क्षेत्र में विभाग द्वारा चार सौ लगे हुए चापाकल को 24 घंटे के अन्दर जनहित में अविलम्ब चालु करने को कहा तथा ग्रामीण क्षेत्र में पेय जल आपूर्ति हेतु तीन टाईम मोटर पम्प चलाने को कहा | विधायक ने विभाग के अधिकारी को इण्डिया मार्क चापाकल को चालू करने तथा दोनों वाटर जलदूत से शहर में पेयजल सेवा शीघ्र शुरू करने का निर्देश दिया |


     ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्र के सभी सरकारी विद्यालय में आँगनबाड़ी केंद्र के चापाकल को दुरुस्त करने को कहा | विधायक ने आम जनता से अपील करते हुए कहा इस बार मौसम काफी गर्म है | गर्मी से सावधानी बरतने की जरुरत है | पूर्णिया की जनता की सुविधा के लिए मेरा सतत प्रयास है | विधायक ने लोगों से आग्रह किया कि पेयजल आपूर्ति में कठिनाई होने से विभाग के टोल फ्री न 1800/1231/121/06454-242531 पर फोन कर शिकायत जरुर दर्ज करावें | विधायक के साथ संजय मोहन प्रभाकर संजय पटवा राजेश चौरसिया आदि उपस्थित थे |
नीट की परीक्षा में चार मुन्ना भाई पूर्णिया से गिरफ्तार

पूर्णिया

पूर्णिया में रविवार को हो रहे नीट की परीक्षा में चार मुन्ना भाई की गिरफ्तारी हुई है । यह गिरफ्तारी पूर्णिया के डी ए भी स्कूल सेंटर से हुई है । पकड़े गए चारों छात्र मेडिकल के विभिन्न वर्षो के स्टूडेंट हैं जिसमें एक राजस्थान तो तीन बिहार के सीतामढ़ी बेगूसराय और भोजपुर जिले के रहने वाले हैं ।


चारो मुन्ना भाई की गिरफ्तारी पूर्णिया के मधुबनी थाना क्षेत्र से की गई है । वहीं गिरफ्तार परीक्षार्थी ने बताया कि 5 लाख में दूसरे के बदले परीक्षा देने का डील फाइनल हुआ था जिसमें कुछ रकम उन्हें एडवांस के तौर पर मिली भी थी ।

पूर्णिया के पुलिस अधीक्षक उपेंद्रनाथ वर्मा ने बताया कि चारों अभियुक्त ने अपने अपराध को स्वीकार की भी कर लिया है । यह सभी आरोपी दूसरे के बदले परीक्षा दे रहे थे जिसके लिए मोटी रकम ली गई थी । उन्होंने कहा कि जरूरी कानूनी प्रक्रिया कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी ।
बिहार इंडस्ट्रीज एशोसिएशन द्वारा पूर्णिया क्षेत्र के उद्यमियों के साथ उद्योग संवाद कार्यक्रम का आयोजन
पूर्णिया

पूर्णिया औद्योगिक परिक्षेत्र बियाडा मरंगा में बिहार इंडस्ट्रीज एशोसिएशन द्वारा पूर्णिया क्षेत्र के उद्यमियों के साथ उद्योग संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया । इस मौके पर पूर्णिया किसनगंज कटिहार अररिया के साथ साथ पटना और सिल्लीगोड़ी के उद्यमी उपस्थित थे । वही विभिन्न बैंको के अधिकारी भी मौजूद थे । इस कार्यक्रम में उद्योग लगाने में आ रही बाधाओ और सरकार से एन ओ सी को लेकर हो रही समस्या पर विस्तार से चर्चा की गई । मौके पर बिहार इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के अध्यक्ष केपीएसकेसी ने कहा कि उद्यमियों के साथ संवाद कार्यक्रम लगातार विभिन्न जिलों में चल रहा है जिसका उद्देश्य उद्यमी और सरकार के बीच विभिन्न मुद्दों पर आ रही बाधाओं को दूर करना है । उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा कुछ ऐसे नियम बनाए गए हैं जिसे जमीन पर उतरने में काफी कठिनाई हो रही है लिहाजा स्थानीय अधिकारियों से संपर्क कर उद्योग लगाने में आ रही बढ़ाओ को दूर करने का भी प्रयास किया जा रहा है । बाईट -- केपीएसकेसी, बिहार इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के अध्यक्ष
किलकारी के समर कैम्प में कथा चित्र के माध्यम से बयां की गई बिहोला विषहरी की दास्तां

पूर्णिया

लोक कला के संवर्धन के लिए सजग है पूर्णिया के बच्चे । वैसे तो गर्मी की छुट्टियों में बच्चे आमतौर पर घर में आराम करना चाहते हैं या फिर किसी हिल स्टेशन की सैर करने के लिए जाना चाहते हैं, लेकिन इन दोनों पूर्णिया में सेकड़ों बच्चे अपनी छुट्टी के साथ प्रयोग करते हुए समर कैम्प में हिस्सा ले रहे हैं और एक से बढ़कर एक हुनर दिखा रहे हैं। यही नहीं बिहुला विषहरी के कथा चित्र के माध्यम से अपनी अंगभूमि की सभ्यता और संस्कृति को दस्तावेज का रूप देने में जुट गए हैं, यह अपने आप में एक अनूठी पहल है ।

दरअसल किलकारी, बिहार बाल भवन, पूर्णिया के द्वारा इन दिनों अपने सिलेबस के मुताबिक, विगत वर्ष की भांति इस वर्ष भी व्यापक स्तर पर समर कैम्प का आयोजन किया गया है और इस समर कैंम्प में एक से बढ़कर एक कई विधा में बच्चों के बीच प्रशिक्षण कार्य चल रहा है जिससे इनकी छिपी हुई प्रतिभा लगातार सामने आ रही है । खाश तौर पर यह बच्चे इस समर कैम्प में अपनी माटी की सभ्यता और संस्कृति को भी खूब संरक्षित कर रहे हैं। हमारे संस्कृतिऔर सभ्यता को दर्शाती हुई एक हम कल है, मंजूषा कला ! इस कला विद्या में यहां खाश तौर पर बच्चों को प्रशिक्षित किया जा रहा है । इसके लिए भागलपुर सेइस मंजुषा कला के विशेषज्ञ मनोज कुमार पंडित को बुलवाया गया है, जो मंजूषा गुरु सम्मान और बिहार कला सम्मान से भी नवाजे जा चुके हैं और उनके कुशल संरक्षण में, पूर्णिया के बच्चे लगातार अपने अंग की धरती की पौराणिक सभ्यता और संस्कृति को सहेजने में जुटे हुए हैं ।

बेहोला बिषहरी की कथा को कथा चित्र के माध्यम से अपनी संस्कृति का दस्तावेजीकरण कर रहे हैं । ... क्या है मंजुषा कला और कैसे हुई उत्पत्ति ? बताया जाता है कि चौदह.सौ वर्ष पूर्व से इस मंजुषा कला का अस्तित्व रहा है, लेकिन कालांतर में यह विलचप्त हो गई थी ,फिर सन 1971 में जब अंग प्रदेश धरोहर की खोज में पुरातत्व विभाग की ओर से खुदाई हुई तो यह बात सामने आई कि, अंग प्रदेश के चंपा में चौदह सौ साल पुरानी इस सभ्यता संस्कृति से जुड़ी कलाकृति हुआ करती थी और यह कलाकृति मंजूषा कला के नाम से आज जानी जाती थी । इस खुदाई में लगभग पन्द्रह किलो वजन वाली दो मूर्तियां प्राप्त हुई थी जिसका स्वरूप नाग नागिन की तरह था लेकिन खास बात यह थी कि, नाग नागिन के स्वरूप में आदमी का स्वरूप भी समाहित था । फिर इस भित्ति चित्र पर कई शोध हुए और आज मंजूषा कला को पूरी दुनिया में एक स्थान मिल चुका है। बिहार के बाहर जब मंजूषा कला की काफी चर्चा होने लगी तब बिहार में भी इसके लिए प्रमुख रूप से कार्य होना शुरू हुआ और आज प्रमुखता के साथ इस कला के संवर्धन और संरक्षण के लिए बिहार में कार्य किया जा रहा है । इसी कड़ी में इस समर कैम्प के बच्चों को भी मंजुषा कला के लिए प्रशिक्षित किया गया और बच्चों ने अपनी तूलिका से बिहुला विषहरी की कथा को कथा चित्र के माध्यम से प्रदर्शित कर सबों का ध्यान अपनी ओर खींचा! हमने अन्य.सभी प्रशिक्षण के साथ मंजुषा कला के बारे में बारिकी से जानकारी लेते हुए बच्चों से यह जाना कि इसमें कितने बॉर्डर होते हैं और कितने प्रकार के रंग भरे जाते हैं। बच्चों ने हमारे इस प्रश्न का उत्तर देते हुए यह बताया कि , इस कला के पेन्टिंग में पांच बॉर्डर होते हैं और तीन तरह के निर्धारित रंग गुलाबी, हरा व पिला का ही इस्तेमाल होता हैं । निश्चित तौर पर पूर्णिया के बच्चों के द्वारा अंग प्रदेश की महत्वपूर्ण कला को सहेजने और समेटने के लिए इस समर कैम्प में जो प्रयास किए जा रहे हैं ,वह सराहनीय हैं और इस कार्य में लगभग 150 छात्र-छात्राएं शामिल हैं । सभी बच्चों की तूलिका कमाल कर रही है । सभी एक से बढ़कर एक मंजूषा पेंटिंग बना रहे हैं। इससे यह प्रलक्षित होता है कि पूर्णिया के बच्चे अपनी सभ्यता और संस्कृति को सहेजने के लिए सचेष्ट हैं और लोक कला का भविष्य यहां उज्जवल है ।