मुख्यमंत्री चंपाइ सोरेन ने झारखंड प्रशासनिक सेवा (झाप्रसे) के सात अफसरों पर विभागीय कार्रवाई फल दिया जारी

*इन सभी अधिकारियों पर उनके पदस्थापन काल में अलग-अलग मामलों पर गड़बड़ी करने का है आरोप*

झारखंड डेस्क
मुख्यमंत्री चंपाइ सोरेन  ने झारखंड प्रशासनिक सेवा (झाप्रसे) के सात अफसरों पर विभागीय कार्रवाई करने का आदेश दिया है। इनमें तीन अधिकारी सेवानिवृत्त हो गये हैं।

सभी अधिकारियों पर उनके पदस्थापन काल में अलग-अलग मामलों पर गड़बड़ी करने के आरोप में कार्रवाई करने की अनुशंसा की गयी है।

इन जिलों के लिए उपायुक्तों ने प्रपत्र क गठित कर सरकार को रिपोर्ट भेजा था, जिसकी प्रथम दृष्टया जांच में आरोप प्रमाणित पाये गये। सारा मामला मुख्यमंत्री के समक्ष भेजा गया, जिसके बाद रिटायर IAS अधिकारी कमल जॉन लकड़ा को आरोपों की जांच के लिए जांच संचालन पदाधिकारी के रूप में नियुक्त किया गया।

सभी अधिकारियों से आरोपों के मामले में जवाब-तलब भी किया जायेगा। इस संबंध में बुधवार को कार्मिक विभाग  ने आदेश जारी कर दिया है।

इन अधिकारियों पर होगी विभागीय कार्रवाई


-रविन्द्र कुमार सिंह, सेवानिवृत, झाप्रसे, तत्कालीन भू-अर्जन पदाधिकारी, चतरा।

-जयदीप तिग्गा, झाप्रसे, तत्कालीन जिला प्रबंधक, राज्य खाद्य एवं असैनिक आपूर्ति निगम, पश्चिम सिंहभूम, चाईबासा।

-रविशंकर, सेवानिवृत, झाप्रसे, तत्कालीन संयुक्त सचिव सह आंतरिक वित्तीय सलाहकार, जलसंसाधन विभाग झारखंड।

-लखी राम बास्के, झाप्रसे, तत्कालीन विशेष भू-अर्जन पदाधिकारी-03, मानगो शिविर, Adityapur, सम्प्रति उप सचिव योजना एवं विकास विभाग।

-जितेंद्र कुमार देव, झाप्रसे, तत्कालीन अनुमंडल पदाधिकारी, पाकुड़।

-मुकुंद दास, सेवानिवृत, झाप्रसे, BDO, गुमला।

-संदीप बक्शी, झाप्रसे
*मधुकोड़ा ने दोषसिद्धि के खिलाफ किया दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दायर, 13 अगस्त को होगी सुनवाई

झारखंड डेस्क झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा दोषसिद्धि के खिलाफ दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दायर की है. जानकारी के अनुसार उन्होंने अपनी याचिका में कहा है कि झारखंड में नवंबर 2024 में विधानसभा का चुनाव हो सकता है. वह इसके पहले मुख्यमंत्री, सांसद और कई बार विधायक रह चुके हैं. यदि उनकी दोष सिद्धि पर रोक नहीं लगाई जाती है तो वह विधानसभा चुनाव लड़ने से वंचित हो जाएंगे. विदित हो यह मधु कोड़ा निर्दलीय विधायक होकर भी झारखंड का मुख्यमंत्री बनने का इतिहास रचा था।अब वे भाजपा में शामिल हो गये हैँ। *13 अगस्त को दिल्ली हाईकोर्ट करेगी सुनवाई* पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा की ओर से दायर याचिका पर दिल्ली हाईकोर्ट में बुधवार को सुनवाई हुई. सुनवाई के दौरान मधु कोड़ा ने दोष सिद्धि पर रोक लगाने का आग्रह किया. वहीं सीबीआई ने मधु कोड़ा की याचिका का विरोध करते हुए कहा कि पूर्व में हाईकोर्ट इसी तरह की याचिका को खारिज कर चुका है. अदालत ने दोनों पक्षों को सुनने के बाद मामले में नोटिस जारी किया है. साथ ही मामले की अगली सुनवाई 13 अगस्त को करने की तिथि निर्धारित की है. कोयला घोटाला मामले में मधु कोड़ा को अदालत ने 2017 में दोषी करार दिया था. उन्हें 3 साल की सजा सुनाई गई थी. मधु कोड़ा की राजनीतिक गतिविधियां थम सी गई थी. लेकिन एक बार फिर वह राजनीति में सक्रिय हो गए हैं. 2019 में उनकी पत्नी गीता कोड़ा कांग्रेस की टिकट पर सिंहभूम से सांसद चुनी गई, लेकिन 2024 के चुनाव के पहले वह भाजपा में शामिल हो गई. और फिलहाल सिंहभूम से भाजपा की लोकसभा उम्मीदवार हैं. पत्नी भाजपा से सांसद का चुनाव लड़ रही है और इधर मधु कोड़ा को भी विधानसभा चुनाव लड़ने की इच्छा जागृत हुई है. इसी इच्छा की वजह से वह हाई कोर्ट पहुंचे हैं और दोष सिद्धि पर रोक लगाने की मांग की है. जिससे कि वह चुनाव लड़ सकें. कोर्ट का क्या फैसला आता है, इसका तो पता आगे चलेगा. *कोयला घोटाले मामले में कोर्ट ने 2017 में उन्हें दोषी करार दिया था.* मधु कोड़ा निर्दलीय विधायक होते हुए भी मुख्यमंत्री बनने का रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है. 2006 में जब झारखंड में अर्जुन मुंडा की सरकार गिरी तो अन्य दलों के समर्थन से मधु कोड़ा झारखंड के मुख्यमंत्री बन गए. लगभग ढाई साल तक वह मुख्यमंत्री रहे. झारखंड के मधु कोड़ा पांचवें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी. 18 सितंबर 2006 को मधु कोड़ा झारखंड के मुख्यमंत्री बने थे. लेकिन कोयला घोटाले के मामले में कोर्ट ने 2017 में उन्हें दोषी करार दिया था. उन्हें 3 साल की सजा सुनाई गई थी. तथा ₹500000 का जुर्माना भी लगाया गया था . 2018 में मधु कोड़ा को जमानत मिल गई और जुर्माने पर भी रोक लगा दी गई थी .अब देखना है कि कोर्ट दोष सिद्धि पर राहत देती है अथवा नहीं . यह बात भी सच है कि लोकसभा का चुनाव चल रहा है लेकिन झारखंड में विधानसभा के चुनाव की तैयारी भी राजनीतिक पार्टियों कर रही है. अभी से ही गोटी बैठाई जा रही है. फिलहाल झारखंड में गठबंधन की सरकार चल रही है. झारखंड में लोकसभा चुनाव में कांग्रेस बड़े भाई की भूमिका में रहती है तो झारखंड मुक्ति मोर्चा छोटे भाई की तरह राह पकड़ता है. ठीक इसके विपरीत विधानसभा चुनाव में झारखंड मुक्ति मोर्चा बड़े भाई की भूमिका में आ जाता है और कांग्रेस छोटे भाई की तरह काम करती है.2019 के विधानसभा चुनाव में भाजपा और आजसू का गठबंधन टूट गया था.इसका खामियाजा भी भाजपा को भुगतना पड़ा था.लेकिन लगता है कि 2024 के विधानसभा चुनाव में गठबंधन इनटैक्ट रहेगा.
*अब चुनाव ड्यूटी से बचने के लिए पुलिस कर्मी को अस्वस्थ होने का बहाना पड़ेगा महंगा, जाँच के लिए मेडिकल बोर्ड का करना होगा सामना*

झारखंड डेस्क जैसे जैसे चुनाव की तारीख नजदीक आ रही है वैसे वैसे पुलिस कर्मियों को चुनाव कार्य में प्रतिनियुक्त करने का सिलसिला जारी है। परंतु पुलिस कर्मियों के बीमारी का बहाना अधिकारियों को सबसे अधिक परेशान कर रही है। अब चुनाव में ड्यूटी से बचने के लिए स्वास्थ्य कारणों का बहाना पुलिसकर्मियों को महंगा पड़ सकता है. किसी भी पुलिस पदाधिकारी और कर्मी मेडिकली फिट पाए जाने पर अनुशासनिक कार्रवाई की जाएगी. धनबाद एसएसपी ने इससे सम्बंधित आदेश जारी किया है. SSP ने जारी किया आदेश वही स्वास्थ्य जांच के लिए मेडिकल बोर्ड का गठन किया है. जारी आदेश में बताया गया है कि लोकसभा चुनाव के अवसर पर स्वच्छ एवं शांतिपूर्ण मतदान संपन्न कराने के लिए पुलिस पदाधिकारियों एवं पुलिसकर्मियों को धनबाद जिला बल से अन्य जिलों में प्रतिनियुक्त किया जाना है. उल्लेखनीय है कि उक्त चुनाव के मद्देनजर कतिपय पुलिसकर्मियों ने अपने स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का उल्लेख करते हुए चुनाव डियूटी से वंचित करने के लिए अनुरोध अभ्यावेदन समर्पित किया जा रहा है. अतः उक्त के आलोक में वैसे सभी पुलिसकर्मी जो अपने स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के कारण चुनाव डियूटी से वंचित कराने के लिए अभ्यावेदन समर्पित किये गये हैं। मेडिकल बोर्ड में फिट पाए जाने पर होगी कारवाई जाँच के लिए मेडिकल बोर्ड का गठन किया जाता है. मेडिकल बोर्ड द्वारा जाँच के क्रम में किसी भी पुलिस पदाधिकारी, पुलिसकर्मी को स्वास्थ्य अथवा मेडिकल फिट पाया जाता है, तो वैसे पुलिस पदाधिकारी, पुलिसकर्मी के विरूद्ध कठोर अनुशासनिक कार्रवाई की जायेगी. एसएसपी ने परिचारी प्रवर को निर्देश दिया है कि चुनाव डियूटी से वंचित कराने के लिए अभ्यावेदन समर्पित करने वाले पुलिस पदाधिकारी, पुलिसकर्मियों का मेडिकल बोर्ड गठित कराते हुए चिकित्सीय जाँच कराना सुनिश्चित करेंगे.
सभी मतदान केंद्रों पर 4D कैमरा के माध्यम से वेबकास्टिंग गई व्यवस्था को लेकर निर्वाचन पदा धिकारी ने कि सभी नोडल अधिकारी के साथ बैठक*

झारखंड डेस्क लोकसभा निर्वाचन 2024 में सभी मतदान केंद्रों पर 4D कैमरा के माध्यम से वेबकास्टिंग की जाएगी। इस वेबकास्टिंग पर मुख्य निर्वाचन कार्यालय, जिला निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय के साथ भारत निर्वाचन आयोग के स्तर से मानिटरिंग की जानी है। इस बार के चुनाव में मतदान केंद्र के अंदर एवं बाहर दोनों ओर के फीड पर विभिन्न स्तरों से मानिटरिंग की जाएगी। उक्त बातें मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के. रवि कुमार ने कही। रवि कुमार बुधवार को निर्वाचन सदन में सभी जिलों में वेबकास्टिंग, जीपीएस ट्रैकिंग एवं ह्वीकल मैनेजमेंट के लिए गठित सेल के नोडल पाधिकारियों के साथ वीडियो कॉनफ्रेन्सिंग के माध्यम से जिलों में निर्वाचन संबंधित चल रही तैयारियों की समीक्षा कर रहे थे। रवि कुमार ने कहा कि मतदान कार्य में लगे वाहनों का भुगतान ससमय करते हुए उसे मतदान कार्य से मुक्त करें। वाहन के प्रबंधन में सभी जिलों के पदाधिकारी आपसी समन्वय स्थापित कर कार्य करें। किसी प्रकार के संशय की स्थिति में मुख्यालय में गठित वाहन प्रबंधन कोषांग से विमर्श कर निर्णय लें। उन्होंने कहा कि वाहनों के प्रबंधन में इस बात का ध्यान रखें कि निर्वाचन के दिन पब्लिक ट्रांसपोर्ट भी सुगमता से बहाल रहे। उन्होंने चालकों की खुराकी, पेट्रोल पम्प मालिकों को एडवांस पेमेंट, वाहन मालिकों को एडवांस पेमेंट आदि विषयों पर जिलों में किये जा रहे कार्य को लेकर वाहन प्रबंधन की समीक्षा की। साथ ही इन सब का वीएमएस पोर्टल पर संपूर्ण जानकारी उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने मतदान के लिए विभिन्न मतदान केंद्रों पर इवीएम पहुंचाने वाले वाहनों में जीपीएस लगाकर इसकी मानिटरिंग करने एवं संधारण गृह में इवीएम के संधारण के उपरांत ही जीपीएस को हटाने का निर्देश दिया। बैठक में अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी संदीप सिंह, संयुक्त परिवहन आयुक्त प्रवीण कुमार प्रकाश सहित मुख्यालय एवं जिला स्तर पर गठित वेबकास्टिंग, जीपीएस ट्रैकिंग एवं ह्वीकल मैनेजमेंट प्रकोष्ठ के पदाधिकारी एवं कर्मी उपस्थित थे।
झारखंड के कई हिस्सों में आज भी होगी बारिश , वज्रपात की भी संभावना*

झारखंड डेस्क मौसम आजकल झारखंड पर मेहरबान है, यही वजह है कि पिछले तीन दिनों से मौसम में नरमी देखी जा रही है, और लगातार राज्य में बारिश हो रही है. जिसकी वजह से लोगों को गर्मी से राहत मिली है. वहीं पिछले 24 घंटे में झारखंड के मौसम की बात की जाए तो अधिकांश जिलों में बारिश देखी गई. वहीं कहीं कहीं ओलावृष्टि भी दर्ज की गई वहीं सबसे अधिकतम तापमान की बात करें तो डाल्टनगंज में सबसे अधिकतम तापमान दर्ज किया गया जहां 41.4 तो वही सबसे कम तापमान रामगढ़ में 17.4 दर्ज किया गया.वहीं आज के मौसम की बात की जाए तो आज भी मौसम में नरमी देखी जाएगी और झारखंड में बारिश की संभावना जताई गई है. *बंगाल की खाड़ी में बने एंटी साइक्लोनिक सर्कुलेशन के करण आज भी राज्य में होगी झमाझम बारिश* मौसम वैज्ञानिक अभिषेक आनंद ने बताया कि बंगाल की खाड़ी में बने एंटी साइक्लोनिक सर्कुलेशन की वजह से झारखंड का मौसम बदला हुआ है और उसी के वजह से आज भी झारखंड में अच्छी खासी बारिश देखी जाएगी. वहीं कहीं कहीं ओलावृष्टि भी दर्ज की जाएगी.बारिश होने की वजह से अधिकतम जिलों का तापमान कम रहेगा और पूरे झारखंड मे अधिकतम तापमान में 2 से 3 डिग्री तक की गिरावट दर्ज की जाएगी. कई जिलों में बादल भी छाए रहेंगे और तेज हवाएं भी मौसम को सुहाना बनाएगी. होगी वज्रपात,सावधान रहने की जरुरत मौसम विभाग की माने तो आज सभी जिलों में बारिश का अ नुमान है वहीं जिन जिलों में अधिक बारिश होगी उन जिलों में गढ़वा, पलामू, चतरा और लातेहार जिला शामिल है, जहां जहां मूसलाधार बारिश के साथ वज्रपात की भी आशंका है, जिसको लेकर मौसम विभाग की ओर से अलर्ट जारी किया गया है. वही यहां 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलेंगी,जिसे लोगों को सावधान रहने की जरूरत है.
झारखंड में राहुल गांधी ने किया आज चुनावी सभा,यहां के महिलाओं,युवाओं के लिए किये कई मन लुभावन वादे,जानने के लिए पढ़िए पुरी खबर...?

झारखंड डेस्क

राहुल गांधी ने आज झारखंड के गुमला और चाईबासा में किया चुनावी सभा. उन्होंने गुमला के बसिया में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए बीजेपी पर निशाना साधा. 

आदिवासी के हक उनकी, बेरोजगारी, अग्निवीर समेत कई मुद्दों पर बीजेपी को घेरा. इस दौरान उन्होंने सरकार बनते ही सरना धर्म कोड लागू करने, गरीब किसानों का कर्ज माफ करने,गरीब परिवार की महिला के खाते में सालाना एक लाख रुपए यानी साढ़े आठ हजार रुपए महीने देने का वादा किया.

राहुल गांधी ने कहा कि उनकी सरकार बनते ही गरीब परिवारों की लिस्ट बनेगी. हर परिवार की महिला के अकाउंट में एक लाख देंगे. हर महीना 8 हजार 500 रुपए अकाउंट में जाएगा.

राहुल गांधी ने कहा कि बीजेपी आदिवासियों का सम्मान नहीं कर रही है, बल्कि इस्तेमाल कर रही है.बीजेपी आदिवासियों की भाषा-संस्कृति कुचलना चाहती है, उन्होने कहा कि जल, जंगल, जमीन आदिवासियों का है. इनका इन पर अधिकार होना चाहिए.

इसके पूर्व राहुल गांधी ने चाईबासा के चुनावी सभा को भी संवोधित किया.

उन्होंने चाईबासा में बेरोजगारों के लिए बड़ा ऐलान किया है. उन्होंने कहा है कि इंडिया गठबंधन की सरकार बनी तो सभी बेरोजगार डिग्रीधारियों और डिप्लोमाधारियों को एक साल की अप्रेंटिसशिप दी जाएगी. किसानों का कर्जा माफ किया जायेगा. किसानों के लिए कानूनी एमएसपी बनाने जा रही है. आंगनबाड़ी सेविकाओं दैनिक भत्ता बढ़ाएंगे.

इस अवसर पर सीएम चंपाई सोरेन ने भी जनसभा को संबोधित किया.उन्होने कहा कि जनता सब समझती है.इसीलिये झारखंड की जनता इस बार धोखा नही खायेगी. .

 पूर्व शिक्षा मंत्री गीताश्री उरांव ने कहा कि नई शिक्षा नीति ठीक नहीं है. केंद्र में बैठी भाजपा सरकार रोजगार छीन पूंजीपतियों को लाभ देने में लगी हुई है. भाजपा संविधान को खत्म करना चाहती है. इसके पीछे बड़ी साजिश चल रही है. देश को संपूर्ण हिंदू राष्ट्र बनाकर आदिवासी, दलित और ओबीसी को खत्म करना चाहती है. देश के पीएम नरेंद्र मोदी कभी आदिवासी, दलित और ओबीसी को देखना नहीं चाहती.

सभा का समापन कल्पना सोरेन ने धन्यवाद ज्ञापन के साथ किया. उन्होंने कहा कि चुनाव से ठीक पहले भाजपा ने हेमंत सोरेन को षडयंत्र के तहत जेल भेजने का काम किया.

झारखंड के शिक्षा सचिव बने आईएएस मनोज कुमार, वर्तमान में वे पर्यटन सचिव हैँ,शिक्षा सचिव का अतिरिक्त प्रभार भी इन्हे मिला

झारखंड डेस्क

रांची। आईएएस मनोज कुमार को शिक्षा सचिव का अतिरिक्‍त प्रभार सौंपा गया है। वर्तमान में वह पर्यटन सचिव हैं। इसका आदेश कार्मिक विभाग ने जारी कर दिया है।

शिक्षा सचिव के पद पर पदस्‍थापित उमा शंकर सिंह लोकसभा चुनाव में ओडिशा के कटक लोकसभा संसदीय क्षेत्र का प्रेक्षक बनाया गया है। वे 5 मई, 2004 को चले गए हैं।

कार्मिक विभाग के आदेश में कहा गया है कि उमा शंकर सिंह के सामान्‍य प्रेक्षक कार्य की अवधि के लिए मनोज कुमार अपने कार्यों के साथ शिक्षा सचिव के अतिरिक्‍त प्रभार में रहेंगे।

जयराम महतो को रांची सिविल कोर्ट ने दी अंतरिम राहत, उसके खिलाफ पीड़क कार्रवाई पर लगाई रोक

झारखंड डेस्क

गिरिडीह से निर्दलीय प्रत्याशी

जयराम महतो को रांची सिविल कोर्ट ने अंतरिम राहत दी है। अदालत ने इस मामले में जयराम महतो के खिलाफ पीड़क कार्रवाई पर रोक लगा दी है। 

अदालत ने मामले में पुलिस से केस डायरी कोर्ट में प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है। पिछले दिनों नामांकन के दौरान पुलिस जयराम महतो को गिरफ्तार करने पहुंची थी, लेकिन वे चकमा देकर वहां से निकल गए थे।

नामांकन के ही गिरफ्तारी नही देने के आरोपित

जयराम महतो एक मई को नामांकन के बाद डीसी कार्यालय व पिंड्राजोरा स्थित सभा स्थल पर गिरफ्तारी नहीं देने के आरोपित हैं। उन्‍होंने अग्रिम जमानत के लिए आवेदन बोकारो व्यवहार न्यायालय में दिया है। मंगलवार को इस पर सुनवाई हुई।

मामले में जेल भेजे गए तीन आरोपितों में रिजवान अंसारी, फरजान खान और संजय महतो की जमानत सुनवाई के बाद अदालत ने मंजूर कर ली। हालांकि, तीनों आरोपित जेल से बाहर सोमवार को नहीं आ सके। संभव है मंगलवार को तीनों बेल बाउंड भरेंगे।

क्या था मामला..?

पूरे मामले की एफआइआर रांची नगड़ी थाना के सब इंस्पेक्टर रितेश कुमार की शिकायत पर दर्ज हुई थी। शिकायतकर्ता ने बताया था कि वह नगड़ी थाना में जयराम के खिलाफ दर्ज एक पुराने मामले के अनुसंधानकर्ता हैं।

इस वर्ष 13 मार्च को इस कांड का उन्हें अनुसंधान दिया गया। रांची सिविल कोर्ट से आरोपित के खिलाफ इस मामले में गैर जमानतीय वारंट जारी है। इस वारंट को तामिला के लिए धनबाद के तोपचांची थाना में भेजा गया था।

यहां से वारंट अग्रिम कार्रवाई के लिए वापस पुलिस ने कर दिया। नामांकन की सूचना मिलने के बाद वह रांची मुख्यालय डीएसपी द्वितीय अरविंद कुमार के अलावा ओरमांझी थानेदार आलोक सिंह के साथ जयराम को गिरफ्तार करने आए। यहां भी एसपी से गिरफ्तारी में सहयोग मांगा गया था।

झारखंड में ईडी की कार्रवाई आज मंगलवार् को दूसरे दिन भी जारी,आज 7 नए जगह पर भी की गयी छापेमारी,आज भी मिले करोड़ो रुपये


झारखंड डेस्क

रांची में सोमवार को शुरु की गयी काले धन पर ईडी की कार्रवाई आज मंगलवार को भी जारी रही। मंगलवार को ईडी सात नयी जगहों पर छापेमारी कर रही है। 

आज की छापेमारी में ईडी के हाथों फिर करोड़ों रुपये लगे हैं। बता दें कि इस बीच झारखंड सरकार के मंत्री आलमगीर आलम के ओएसडी संजीव लाल और उसके नौकर जहांगीर आलम को ईडी ने गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तारी के बाद भी ईडी की नये ठिकानों पर छापेमारी के जारी है। 

गौरतलब है कि सोमवार को हुए ईडी की रेड में 35 करोड़ रुपये बरामद किए गए थे। आज की रेड में ईडी के हाथ कितना नकद लगा है, इसकी जानकारी अभी सामने नहीं आयी है। क्योंकि नोटों की गिनती के लिए बैंक से नोट गिनने वाली मशीन मंगायी गयी है। गिनती के बाद ही बरामद नकदी के बारे में पता चल पायेगा।

दूसरे दिन भी ईडी की टीम एक साथ सात नये ठिकानों पर रेड मारी। जानकारी के मुताबिक, सिंह मोड़ के पास रहने वाले एक बिल्डर के साथ-साथ रांची के रातू और आईटीआई बस स्टैंड के पास रहने वाले दो बिल्डरों के यहां छापेमारी चल रही। 

दूसरी तरफ ईडी की टीम ने रांची के डोरंडा इलाके में रहने वाले कांट्रेक्टर के ठिकानों पर छापा मारा है। यहां से करोड़ों नगद बरामद की सूचना है। मंगलवार की सुबह करीब पांच बजे से ईडी ने सात नए ठिकानों पर एक साथ रेड शुरू की है।

धनबाद में ट्राफ़िक जाम से निजात दिलाने के लिए गया पुल के नये अंडरपास के लिए चुनाव के बाद तीसरी बार टेंडर निकाला जायेगा



झारखंड डेस्क धनबाद.गया पुल के नये अंडरपास के लिए तीसरी बार टेंडर निकाला जायेगा. चुनाव आचार संहिता खत्म होने के बाद ऑन लाइन टेंडर किया जायेगा. गया पुल अंडरपास को लेकर कुछ न कुछ तकनीकी कारणों से पिछले पांच साल से काम लटका हुआ है. सबसे पहले टेंडर में प्रधान कंस्ट्रक्शन को टेंडर अवार्ड किया गया था लेकिन तकनीकी कारणों से टेंडर रद्द कर दिया गया. इसके बाद दूसरा टेंडर निकाला गया, लेकिन इसमें एक भी संवेदक ने भाग नहीं लिया. लिहाजा अब चुनाव आचार संहिता के बाद तीसरी बार ऑन लाइन टेंडर फ्लोट किया जायेगा. आरसीडी के मुताबिक गया पुल नये अंडरपास के लिए 23.84 करोड़ का डीपीआर बना था. कुछ सप्लीमेंट बजट को डीपीआर में जोड़कर टीएस किया गया. इसमें 5.57 करोड़ रुपये मुआवजा व कुछ यूटिलिटी को जोड़ा गया. 30.50 करोड़ का डीपीआर तैयार किया गया. कैबिनेट से इसकी मंजूरी मिल चुकी है. दूसरी बार जो टेंडर निकाला गया, वह संशोधित डीपीआर के आधार पर निकाला गया था, लेकिन किसी संवेदक ने टेंडर में भाग नहीं लिया. चुनाव आचार संहिता के बाद नये सिरे से टेंडर निकाला जायेगा. वर्तमान अंडरपास से 14.9 मीटर दूर बनेगा नया अंडरपास : नया अंडरपास वर्तमान अंडरपास से 14.9 मीटर दूर बनेगा. नया अंडरपास 66 मीटर लंबा व नौ मीटर चौड़ा होगा. इसमें वन वे इंट्री होगी. एक अंडरपास से गाड़ी जायेगी तो दूसरे से गाड़ी आयेगी. नया अंडरपास बनने के बाद श्रमिक चौक में जाम की समस्या समाप्त हो जायेगी.