आजमगढ़: सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तहबरपुुुुर में रोगों से निपटने के लिए समुचित व्यवस्था
के एम उपाध्याय ,निजामाबाद (आजमगढ़)। इधर दो दिन से पूरवा हवा चल रही है। मौसम थोड़ा नम जरुर हैं। किन्तु गर्मी बर्करार है। जिससे जन जीवन बेहाल है।
किसान गेहूं की मड़ाई कर चुका है।मई में शादी विवाह आदि मांगलिक कार्यों की मुहूर्त नहीं है। निमंत्रण से फुर्सत है। किसान अगैती फसल धान की नर्सरी की तैयारी में लगा हुआ है।लोक तंत्र का महापर्व भी सर पर है। पड़ रही भीषण गर्मी व तेज पछुआ हवा के झोंके से घर के बाहर निकलना मुश्किल हो गया था।आठ बजते-बजते आसमान से आग बरसने लग रही थी।
हालांकि दो तीन दिन से मौसम थोड़ा परिवर्तन हुआ है।पूरवा चल रहा है। ऐसे में लोगों को स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्या स्वाभाविक है। ऐसे में मलेरिया टाइफाइड, बुखार, उल्टी दस्त के मरीज बढ़ रहै। सरकारी अस्पतालों व निजी चिकित्सकों के यहां मरीज दिखाई पड़ रहे हैं।
इस सम्बन्ध में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तहबरपुुुुर के प्रभारी चिकित्साधिकारी डाक्टर सुशील अग्रहरि ने बताया कि सरकार द्वारा रोगों से बचाव हेतु समय समय पर चलायें गये जन जागरुकता अभियान का प्रभाव देखने को मिल रहा है। लोगों के अंदर जागरूकता आयी है। लोग साफ-सफाई से रह रहे हैं।खान - पान भी ठीक है। काफी सावधानी बरत रहे हैं।
जिसका नतीजा भी देखने को मिल रहा है।नहीं तो इस समय कालरा, चेचक जैसे संक्रामक बीमारियों की बाढ़ आ जाती थी। हम लोग गांवों में कैम्प लगाकर इलाज किया करते थे। प्राथमिक उपचार लोग स्वयं कर लें रहे हैं।
उन्होंने ने बताया कि अस्पताल पर स्वास्थ्य संबंधित सारी सुविधाएं उपलब्ध हैं। अस्पताल के आलावा गांवों में ऐ एन एम, आशा , आंगनबाड़ी आदि स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को गांवों में लगाया गया है। वे घर घर जाकर लोगों से जानकारी कर रही है। इशके माध्यम ओआरएस एवं आवश्यक दवाएं निःशुल्क वितरित किया जा रहा है।
May 08 2024, 12:02